मनोज सिंह ठाकुर
रांची। झारखंड सरकार ने कोरोना से बिगड़ती स्थिति को देखते हुए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। झारखंड पब्लिक सर्विस कॉमिशन (जेपीएससी) समेत कई परीक्षाओं को स्थगित करने के साथ ही स्कूल, कॉलेज, कोचिंग, तकनीकी शिक्षा संस्थान व आंगनबाड़ी केंद्रों को अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला लिया गे है। शादी समारोह में 50 से अधिक लोगों के शामिल होने पर भी पाबंदी लगा दी गयी है।
झारखंड पब्लिक सर्विस कॉमिशन की दो मई को होने वाली परीक्षा में करीब पांच लाख अभ्यर्थी शामिल होने थे। कोरोना संक्रमण के और फैलने का खतरा देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने की अगुवाई में रविवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में जेपीएससी की परीक्षा स्थगित करने का फैसला लिया गया। इस परीक्षा रद्द करने के लिये झारखंड लोक सेवा आयोग पर दबाव बनाया जा रहा था। सरकार की ओर से कहा गया है कि राज्य में कोरोना का खतरा तेजी से बढ़ा है। इसे देखते हुए व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करते हुए काम किया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाएं बढ़ायी जा रही हैं। जीवनरक्षक दवाओं और जरूरी बेड की व्यवस्था की जा रही है। मेडिकल सेंटर में बेडों की संख्या बढ़ाने का भी काम चल रहा है।
मुख्यमंत्री हेमंत ने राज्य के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि संक्रमण को रोकने में सबों की मदद चाहिये. इसे हल्के में ना लें। यह घातक रूप में सामने आ रहा है। नौजवान, बुजूर्ग और हर उम्र के लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। नौजवान वर्ग के लोग बेवजह मौज मस्ती करना और घूमना बंद करें।अगले को संक्रमित मानकर चलें। ऐसा नहीं करने पर आपके आपके परिजन भी चपेट में आ सकते हैं। बेवजह अभी कोई ना घूमें। जरूरी होने पर मास्क लगाकर ही निकले। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि संक्रमण के खतरे को रोकने के लिए और भी निर्णय लिये जा सकते हैं। इस महीने के बाद इसकी फिर से समीक्षा की जायेगी। बैठक में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता सहित अन्य भी शामिल थे।