पुलिसिया कार्यवाही शिथिल, घूम रहे खुलेआम हत्यारोपी
महीनों बीते नही गिरफ्तार हुए हत्यारोपित बालू माफिया और उनके गुर्गे !
कौशाम्बी।बीते महीने बालू की अवैध खनन के बर्चस्व की लड़ाई में झल्लर चौबे को जिंदा फूंक दिए जाने के मामले में नामजद बालू माफिया और उनके गुर्गों को पुलिस गिरफ्तार नही कर सकी है जब कि हत्याकांड में नामजद बालू माफिया और उनके गुर्गे खुलेआम जनपद मुख्यालय में घूम रहे है जिससे जिले की कानून ब्यवस्था पर सवाल उठना लाजमी है नामजद हत्यारोपित बालू माफियाओ और उनके गुर्गों की गिरफ्तारी में सुस्त पड़ी खाकी कही सत्तासीन हुक्मरानों के दबाव में तो काम नही कर रही है
पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के कटरी डेढ़ावल यमुना नदी के बालू घाट में खनन माफियाओं के बर्चस्व के बीच एक ब्यक्ति को दिन दहाड़े जिंदा फूक दिया गया था जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गयी घटना को महीनों बीत रहे है पीड़ित परिवार जिले के थाना से लेकर लखनऊ पहुच कर पुलिस अधिकारियों के यहाँ हत्यारोपित बालू माफिया और उनके गुर्गों की गिरफ्तारी की फरियाद कर चुके है आलाधिकारियों के निर्देश के बाद भी हत्यारोपित बालू माफिया और उनके गुर्गों की गिरफ्तारी पुलिस नही कर रही है जब कि इस हत्याकांड के आरोपियों के नाम हवा में तैर रहे है। और हत्यारोपित खुलेआम घूम रहे है झल्लर चौबे की हत्या कांड में पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के एक गजेडी दलाल के भाई के साथ बालू माफिया भी शामिल है
जिले में यमुना नदी से खनन में लगे बालू माफिया और उनके गुर्गों पर हत्या का आरोप लगने के बाद माफियाओ में हड़कम्प मच गया जो पुलिसिया सुस्ती के चलते अब सामान्य होकर अवैध खनन फिर जोर से शुरू है मृतक के परिजनों ने बालू माफिया को नामजद करते हुए प्रार्थनापत्र भी पुलिस को दिया लेकिन पुलिस बालू माफिया को हत्या के इस गंभीर मामले में पूरी तरह से बचा रही है हत्या के इस मामले में पुलिस अभियुक्तों को जेल भेजने के बजाय पार्टी बंदी पर उतर चुकी है बालू घाट में सैकड़ो लोगो के बीच दिनदहाड़े युवक को सुबह नौ बजे जिंदा जलाया गया था गैर प्रांत से आकर कौशांबी की यमुना नदी में जायज नाजायज तरीके से बालू अवैध खनन और परिवहन किए जाने में एक सरदार का बर्चस्व कायम है पास में दूसरे बालू घाट से भी अवैध निकासी को लेकर अक्सर बिवाद हुआ करता है जिसमे उनके सुरक्षा में लगे झल्लर चौबे बीच मे आ जाते थे जिससे झल्लर को माफिया रास्ते से हटाना चाहते थे और उसे जिंदा फूक कर माफिया सफल हो गए इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
गौरतलब है कि बालू माफियाओं के पास अवैध खनन से करोड़ों की काली कमाई है अधिक कमाई के चक्कर मे अब माफियाओ के बीच जंग शुरू हो चुकी है जिसमे एक दूसरे माफिया को अवैध खनन से हटा कर एकक्षत्र राज कायम करना चाहते है और इसी काली कमाई में सरकारी मशीनरी भी तिजोरी भर रही है।
बर्चस्व की इस लड़ाई में बालू घाट पर जिंदा जलाए जाने के मामले में परिजनों के साथ ग्रामीणों ने भी पुलिस अधिकारियों को बयान देकर बालू माफिया सरदार पर हत्या कराने का आरोप लगाया हैं लेकिन माफियाओ के काली कमाई से मालामाल हो रही खाकी सरदार को बचाने के लिए खुद पार्टी बंदी पर उतर चुकी है जिसके चलते बालू माफिया सरदार की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है बताते चले कि हत्यारोपित उक्तबालू माफिया सरदार की गिरफ्तारी को लेकर मृतक के परिजन सत्ता के गलियारों में डेरा डाल कर फरियाद भी कर चुके हैं जिसकी जांच कर कार्यवाही की जानकारी जिला पुलिस से मांगी गई लेकिन बालू माफिया पर हत्या करने के आरोप पर बार-बार बालू माफिया को क्लीन चिट दे कर पुलिस ऐसी बयानबाजी कर रही है जैसे वह चश्मदीद हो इस हत्या के मामले में हत्यारे को बचाने का कलंक थाना पुलिस पर लग रहा है।
बालू माफिया द्वारा बालू घाट में युवक को जिंदा फूंक दिए जाने के मामले में पुलिस अधिकारियों ने गैर जनपद के माफिया सरदार और उनके गुर्गों के गिरफ्तारी के मामले में लापरवाही की निष्पक्ष जांच कराई तो माफिया और उनके गुर्गों का जेल जाना तय है सूत्र बताते है कि जिले के यमुना घाट में युवक को जिंदा जलाने के मामले में जिस आधार पर हत्या का आरोप लग रहा है यदि सूत्रों की मानें तो उसे हत्या के जुर्म से आजादी देने के एवज में एक करोड़ का ठेका बीते दिनों हो चुका है जिसके बाद से पुलिसिया कार्यवाही सुस्त पड़ गयी है
universalexpress.page. सुशील केशरवानी