गुरुवार, 19 सितंबर 2019

पानी से घिरे हुए लोगों को राहत नहीं

हमीरपुर। बाढ़ के हाहाकार से परेशान लोग अब राहत शिविरों में पहुँचने शुरू हो गए हैं। यहाँ प्रशासन ने कुछेछा डिग्री कॉलेज में राहत शिविर बनाया हुआ है। जहाँ लोगों के रुकने और खाने पीने का बंदोबस्त किया हुआ है। लेकिन इस राहत शिविर में हमीरपुर मुख्यालय के आस पास के इलाकों के लोग ही पहुँच सकें हैं। लेकिन वोह लोग जिनके गाँव पानी से घिरे हुए हैं और उनके बाहर निकलने का रास्ता नहीं है उनका क्या हाल है इस बात की फ़िक्र फिलहाल प्रशासन को नहीं है। क्‍योंकि प्रशासन को अभी सिर्फ उपचुनाव और मुख्यमंत्री का चुनावी दौरा दिखाई दे रहा है। बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे सपा के राज्यसभा सांसद ने राहत शिविरों का मुआयना करने के बाद प्रशासन पर सवाल उठाये हैं।


कृषि मंत्री का बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का जायजा

रिपोर्ट-अंकुर त्रिपाठी 


इटावा। जनपद इटावा में चम्बल नदी की बाढ़ से विकास खंड बढ़पुरा के अत्यधिक प्रभावित ग्राम मड़ैया पछायागांव में कृषि मंत्री उत्तरप्रदेश सरकार सूर्य प्रताप शाही द्वारा निरीक्षण कर ग्रामीणों का हालचाल पूछा तथा शासन स्तर की सभी सुबिधायें उपलब्ध कराए जाने का आश्वासन दिया गया।उनके साथ सदर विधायक सरिता भदौरिया,भाजपा जिलाध्यक्ष शिवमहेश दुबे,विमल भदौरिया एवं उपजिलाधिकारी सदर सिद्धार्थ भी उपस्थित रहे।
कृषि मंत्री द्वारा बाढ़ के पानी से घिरे उक्त ग्राम में मोटर बोट से पहुँचकर ग्रामीणों का हाल चाल जाना तथा उन्हें जिला प्रशासन से मिल रही सहायता की बारे में जानकारी ली गयी।उनके द्वारा निरीक्षण के बाद बताया गया कि भाजपा सरकार द्वारा पूर्व से ही ऐसे निर्देश दिए गए हैं कि जहाँ भी दैवीय आपदा की बात आये तो वहाँ के जिला मजिस्ट्रेट व जिला प्रशासन तत्काल सभी व्यवस्था करेंगे।अभी मेरे द्वारा ग्रामीणों से बात की गयी है यहाँ लोगो के आने जाने के लिए नाव की व्यवस्था की गयी है।लोगो को भोजन सामिग्री व खाने की व्यवस्था के साथ चिकित्सा व दवा आदि के इंतजामात किये गए है।


पानी घटने के बाद फसल आदि जो भी क्षति हुयी है उसका सर्वे कराए जाने के बाद सभी की क्षतिपूर्ति की व्यवस्था करायी जावेगी।कृषि मंत्री आज ग्वालियर से बाई रोड़ चलकर इटावा में दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे थे।इसी बीच उनके द्वारा चंबल नदी की बाढ़ से प्रभावित उपरोक्त ग्राम का निरीक्षण किया गया।कृषि मंत्री का उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश के बॉर्डर पर स्थित चम्बल नदी पुल पर भाजपा नेताओं द्वारा भव्य स्वागत भी किया गया।


उक्त अवसर पर उपरोक्त लोगों के अलावा भाजपा जिला उपाध्यक्ष विकास भदौरिया,गोपाल मोहन शर्मा,विमल भदौरिया,अन्नू गुप्ता,अजयप्रताप धाकरे,आदित्य भदौरिया,सनी भदौरिया आदि सहित सदर तहसीलदार एन राम,पुलिस क्षेत्राधिकारी शहर चंद्रपाल सिंह,थानां बढ़पुरा प्रभारी अंजन कुमार सिंह एवं थानां पछायागांव पुलिस प्रभारी सहित भारी संख्या में फोर्स उपस्थित रहा।


प्रसपा ने निकाली सत्ता विरोधी रैली

इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी प्रमुख शिवपाल सिंह ने प्रदेश सरकार के जन विरोधी नीतियों को लेकर एक रैली निकाल कर शहर की सड़कों पर किया ज़बरदस्त प्रदर्शन। शिवपाल ने कहाँ कि केंद्र और प्रदेश की सरकारों ने जनता का अपमान किया है। इस प्रदर्शन के साथ ही शिवपाल सिंह ने 2022 के विधान सभा का फूंका बिगुल, साथ ही कहाँ जसवंतनगर विधान सभा उपचुनाव में वो ही जसवंतनगर से चुनाव लड़ेंगे,और वो जीतेंगे।


जुबान कीमती या जान (विचार)

आज कश्मीर में प्रतिबंध लगे हुए पूरा डेढ़ महीना हो गया है। सरकार कहती है कि कश्मीर के हालात ठीक हैं। कोई पत्थरबाजी नहीं है। कोई लाठी या गोलीबारी नहीं है। न लोग मर रहे हैं और न घायल हो रहे हैं। मरीज़ों के इलाज के लिए अस्पताल खुले हुए हैं। हजारों आपरेशन हुए हैं। लोगों को राशन वगैरह ठीक से मिलता रहे, उसके लिए दुकानें खुली रहती हैं लेकिन मैंने अपने कश्मीरी दोस्तों और नेताओं से लैंडलाइन टेलिफोन पर बात की है। कुछ जेल से छूटे हुए कार्यकर्ता भी दिल्ली और गुरुग्राम में आकर मुझसे मिले हैं। वे जो कह रहे हैं, वह बिल्कुल इससे उल्टा है।


इन लोगों का कहना है कि कश्मीर में लोग बेहद तकलीफ में हैं। सड़कों पर कर्फ्यू लगा हुआ है। स्कूल-कॉलेज बंद हैं। सैलानियों ने कश्मीर आना लगभग बंद कर दिया है। गरीब लोगों के पास रोजमर्रा की चीजें खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं। कोई किसी से बात नहीं कर पा रहा है। इंटरनेट और मोबाइल फोन बंद हैं। ज्यादातर घरों में लैंडलाइन फोन अब है ही नहीं। अखबार और टीवी चैनल्स भी पाबंदियों के शिकार हैं। शुक्रवार को कई मस्जिदों में नमाज भी नहीं पढ़ने दी जाती है, क्योंकि सरकार को डर है कि कहीं भीड़ भड़ककर हिंसा पर उतारू न हो जाए। दिल्ली से जाने वाले कई नेताओं को श्रीनगर हवाई अड्डे से ही वापस कर दिया जाता है।


सर्वोच्च न्यायालय ने कई याचिकाओं के जवाब में कहा है कि सरकार वहां जल्दी से जल्दी हालात ठीक करने के लिए कदम उठाए। लगभग सभी अखबारों और टीवी चैनलों पर मांग की जा रही है कि कश्मीरियों को अभिव्यक्ति की आजादी शीघ्रातिशीघ्र दी जाए। मुझे लगता है कि इस मांग पर अमल होना शायद अगले हफ्ते से शुरू हो जाएगा। संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक बार भारत-पाक वाग्युद्ध हो ले, उसके बाद भारत सरकार जरूर कुछ नरम पड़ेगी।


पाकिस्तान की फौज और सरकार को इस बात पर खुश होना चाहिए कि कश्मीरियों पर से प्रतिबंध उठाने की मांग वे जितने जोरों से कर रहे हैं, उससे ज्यादा जोरों से भारत में हो रही है। फिर भी यह प्रश्न उठता है कि मोदी सरकार ने इतने कड़े प्रतिबंध क्यों लगाए हैं? क्योंकि वह कश्मीर में खून की नदियां बहते हुए नहीं देखना चाहती। कश्मीर के लोगों को सोचना चाहिए कि उनकी जुबान ज्यादा कीमती है या उनकी जान? यही सवाल सबसे बड़ा है।


मैं तो समझता हूं कि कश्मीरी लोगों को अपना क्रोध या गुस्सा प्रकट करने की इजाजत वैसे ही मिलनी चाहिए, जैसी कि चीन ने हांगकांग के लोगों को दे रखी है। अहिंसक प्रदर्शन करने का पवित्र अधिकार सबको है। अब सही मौका है, जबकि जेल में बंद कश्मीरी नेताओं से सरकार मध्यस्थों के जरिये बात करना शुरू करे।


(यह लेखक के निजी विचार हैं।)



ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का पड़ रहा असर

ट्रांसपोर्टरों की इस हड़ताल को कैब, बस ट्रांसपोर्ट, डंपर यूनियन, क्रेन यूनियन समेत 51 संगठनों ने अपना समर्थन दिया है


नोएडा। नए मोटर व्हीकल एक्ट 2019 के विरोध में ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन गुरुवार से हड़ताल पर है। ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का असर पर भी देखने को मिल रहा है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा व दिल्ली के ज्यादातर स्कूल बंद हैं। हालांकि जिन स्कूलों में परीक्षाएं चल रही हैं वहां छात्रों को बुलाया गया है। ट्रांसपोर्टरों की इस हड़ताल को कैब, बस ट्रांसपोर्ट, डंपर यूनियन, क्रेन यूनियन समेत 51 संगठनों ने अपना समर्थन दिया है।
ऑटो यूनियन को भी जबरन हड़ताल में कराया जा रहा शामिल
ट्रांसपोर्टरों के हड़ताल का असर देखने को मिल रहा है। सड़कों पर व्यावसायिक वाहन नदारद हैं। जो इस हड़ताल में शामिल नहीं हैं, उनको भी रोका जा रहा है। पहले जगह-जगह टैक्सी वालों ने जाम लगाया। उसके साथ ही जो सवारी लेकर चल रहे ऑटों को भी रोका जा रहा है। सवारियों को उतारा जा रहा है और उनको अपने साथ हड़ताल में शामिल कराया गया। एशोसिएशन के पदाधिकारी का साफ कहना है कि जो लोग शामिल नहीं है उनको बताया जा रहा है। वे भी हड़ताल में शामिल हो रहे हैं।


मानव तस्करी का पहला मामला दर्ज

नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने हाल में मंजूर किए गए एनआईए अधिनियम के तहत मानव तस्करी का पहला मामला दर्ज किया है। बांग्लादेशी महिलाओं की तस्करी में संलिप्तता और उनका यौन उत्पीड़न करने के आरोप में तीन लोगों के खिलाफ यह मामला दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि हैदराबाद पुलिस ने अप्रैल में हैदराबाद में रहने वाले मोहम्मद यूसुफ खान, उसकी पत्नी बिथी बेगम और पश्चिम बंगाल निवासी सोजीब को बांग्लादेश की महिलाओं की तस्करी करने और उनका यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। यूसूफ और बिथी बेगम हैदराबाद के उप्पुगुड़ा में देह व्यापार का गिरोह चलाते थे। पुलिस ने पुख्ता सूचना के आधार पर 21 अप्रैल को एक परिसर पर छापा मार कर तीन लोगों को गिरफ्तार करने के साथ ही पांच बांग्लादेशी महिलाओं को मुक्त कराया था। नौ अगस्त को मामला हैदराबाद के केंद्रीय अपराध स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया गया। मामले की गंभीरता और इसके अंतरराज्यीय और सीमापार से संबंध होने के चलते एनआईए ने जांच के लिए मामले को अपने हाथ में ले लिया।


विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में जीता कांस्य पदक

नई दिल्ली। राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों की स्वर्ण विजेता महिला पहलवान विनेश फोगाट ने यहां चल रही विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में बुधवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए 53 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीतने के साथ-साथ देश को टोक्यो ओलंपिक-2020 का पहला कोटा दिला दिया। 25 साल की विनेश ने महिलाओं के 53 किग्रा. भार वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में यूनान की यूनान की मारिया प्रीवोलारस्की को पराजित कर कांस्य पदक जीता, जो उनका विश्व चैंपियनशिप में पहला पदक है। विनेश इस तरह विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली चौथी भारतीय महिला पहलवान बन गई हैं। उन्होंने इसके साथ ही देश को टोक्यो ओलंपिक का पहला कोटा भी दिला दिया है। भारत का इस चैंपियनशिप में यह पहला पदक भी है। रेपेचेज़ में खेलने उतरीं विनेश ने पहले राउंउ में यूक्रेन की यूलिया खावलाज़ी ब्लाहिन्या को 5-0 से हराकर दूसरे राउंड में प्रवेश किया था। और दूसरे राउंड में विश्व रजत विजेता अमेरिका की सारा हिलदेब्रांट को 8-2 से पराजित कर कांस्य पदक मुकाबले के लिए क्वालीफाई किया, जहां उन्होंने यूनानी पहलवान को पस्त कर भारतीय खेमे में खुशी की लहर दौड़ा दी।


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