शुक्रवार, 29 जुलाई 2022

प्रीमियम तत्काल योजना की शुरुआत करने पर विचार 

प्रीमियम तत्काल योजना की शुरुआत करने पर विचार 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। रेलवे जल्द बड़ा फैसला लेने जा रहा है। जिसका लाखों यात्रियों पर बड़ा असर पड़ेगा। भारतीय रेलवे अपने यात्रियों के लिए समय-समय पर कई फैसले लेता है। इसी कड़ी में रेलवे भविष्य में सभी ट्रेनों में प्रीमियम तत्काल योजना की शुरुआत करने पर विचार कर रहा है। दरअसल, रेलवे प्रीमियम तत्काल योजना के तहत कुछ सीटें आरक्षित रखता है। यात्रियों को इन टिकटों को बुक करने के लिए कुछ अतिरिक्त राशि देनी होती है। ऐसे में यदि यह सेवा सभी ट्रेनों में शुरू होती है तो रेलवे के लाखों यात्रियों पर असर पड़ सकता है।

मिली जानकारी के अनुसार, फिलहाल करीब 80 ट्रेनों के लिए प्रीमियम तत्काल बुकिंग का विकल्प उपलब्ध है। सभी ट्रेनों में कोटा लागू करने के कदम से रेलवे को अधिक राजस्व प्राप्त करने में मदद मिलेगी। इससे किराया रियायतों की वजह से रेलवे को पड़ रहे बोझ को संतुलित करने में भी मदद मिलेगी।

इन नियमों में भी किया जा सकता है बदलाव...

साल 2020-21 में रेलवे ने तत्काल और प्रीमियम तत्काल बुकिंग से 500 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है। .इस बीच, रेलवे वरिष्ठ नागरिकों के लिए किराया रियायतें भी बहाल कर सकता है, जिन्हें कोविड-19 महामारी के बीच 2020 में वापस ले लिया गया था । हालांकि, वरिष्ठ नागरिक सब्सिडी मानदंड में बदलाव के साथ वापस आ सकती है, जिसमें महिलाओं के लिए पात्र आयु को 58 वर्ष से बढ़ाकर 70 वर्ष और महिलाओं के लिए 60 वर्ष करना शामिल है।  इसके अलावा, सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ नागरिक रियायत केवल सामान्य और स्लीपर श्रेणी के गैर-एसी वर्गों के टिकटो के लिए बहाल किए जाने की संभावना है।

देशभक्त व रोजगार हासिल करने योग्य बनाना, उद्देश्य

देशभक्त व रोजगार हासिल करने योग्य बनाना, उद्देश्य

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि उनकी स्कूली शिक्षा का उद्देश्य छात्रों को अच्छा मनुष्य, देशभक्त और रोजगार हासिल करने योग्य बनाना है। ‘हैप्पीनेस’ पाठ्यक्रम के चार साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में केजरीवाल ने कहा कि जब वह सत्ता में आए थे, तब स्कूलों की स्थिति खराब थी और बोर्ड की परीक्षा के परिणाम भी अच्छे नहीं आते थे। उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन अब हम अच्छा कर रहे हैं।

हमने विभिन्न पाठ्यक्रम जारी किए हैं और शैक्षणिक दबाव को कम किया है। ‘हैप्पीनेस’ कक्षाओं से बच्चों का तनाव कम हुआ और इसलिए दिल्ली में छात्रों की आत्महत्या का कोई मामला भी नहीं सामने आया।’’ मुख्यमंत्री ने बताया कि वे छात्रों को ऐसा बनाना चाहते हैं, जो ‘‘नफरत’’ नहीं बल्कि देश में ‘‘प्रेम के संदेश’’ का प्रचार करें। केजरीवाल ने कहा कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी ने भी दिल्ली सरकार की ‘हैप्पीनेस’ कक्षाओं में हिस्सा लिया था और वह उससे काफी प्रभावित भी हुई थीं।

मुर्मू के निर्वाचन ने राज्य की पहचान में अध्याय जोड़ा 

मुर्मू के निर्वाचन ने राज्य की पहचान में अध्याय जोड़ा 

इकबाल अंसारी 

भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा है कि देश की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में ‘‘मिट्टी की बेटी’’ द्रौपदी मुर्मू के निर्वाचन ने राज्य की गौरवशाली पहचान में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री बनने के बाद पिछले 22 साल में अपने हस्ताक्षर वाले पहले लेख में पटनायक ने मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के सुखमय अनुभव को साझा किया। मुर्मू देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर आसीन होने वाली राज्य की पहली नागरिक हैं। पटनायक के लेख को उड़िया के सभी प्रमुख समाचार पत्रों में प्रकाशित किया गया था। पटनायक ने मुर्मू के शपथ ग्रहण के दौरान बोले गए शब्दों का जिक्र करते हुए अपने लेख की शुरुआत की। उन्होंने लिखा, ‘‘ए माट रा कन्या (मैं इस मिट्टी की बेटी)… मैं द्रोपदी मुर्मू ईश्वर के नाम पर शपथ लेती हूं….।

’’ पटनायक ने लिखा, ‘‘मुर्मू का देश की राष्ट्रपति के पद की शपथ लेना, हर ओडिशावासी के लिए गर्व की बात है। इस ऐतिहासक पल का साक्षी बनना मेरे लिए गर्व की बात है।’’ पटनायक ओडिशा के उन 100 लोगों में शामिल थे, जो 25 जुलाई को मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पद की शपथ लेने के बाद राष्ट्र के नाम दिए गए मुर्मू के संबोधन से बहुत प्रभावित हुए, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके निर्वाचन ने साबित कर दिया है कि देश का गरीब व्यक्ति भी सपने देख सकता है और उन्हें हासिल कर सकता है। ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के प्रमुख पटनायक ने कहा, ‘‘ओडिशा के सभी 4.5 करोड़ लोगों के लिए यह गर्व की बात है कि सांस्कृतिक रूप से समृद्ध मयूरभंज जिले की एक महिला ने यह उपलब्धि प्राप्त की।… मुर्मू ने हर ओडिशावासी को गौरवान्वित किया है।’’ उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रपति का एक उल्लेखनीय पहलू यह है कि वह एक मां भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सृष्टि के सृजन की प्रतीक के रूप में मां को हमारे समाज में हमेशा एक विशेष स्थान मिला है। सभी माएं समाज और राष्ट्र के लिए शक्ति का स्रोत रही हैं।’’ पटनायक ने राज्य सरकार के ‘‘महिला समर्थक’’ और ‘‘आदिवासी समर्थक’’ प्रयासों का जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि राज्य में शहरी और ग्रामीण दोनों स्थानीय निकाय चुनावों में महिलाओं के लिए पहले ही 50 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया जा चुका है और विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में उनके लिए 33 प्रतिशत आरक्षण करने की दिशा में काम चल रहा है। पटनायक ने कहा कि उनके दो दशकों से अधिक के कार्यकाल के दौरान उनकी प्राथमिकता गरीबों, उपेक्षित महिलाओं और समाज के पिछड़े वर्गों, विशेषकर आदिवासी भाइयों और बहनों का उत्थान रही है।पटनायक ने कहा, ‘‘जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार के रूप में मुर्मू के नाम का प्रस्ताव रखा, तो मैंने तुरंत इसका स्वागत किया।’’ उन्होंने कहा कि उन्होंने ओडिशा के सभी विधायकों से मुर्मू का समर्थन करने की अपील की थी। पटनायक ने ओडिशा के लोगों से मुर्मू के दृष्टिकोण को अपनाने का आह्वान करते हुए अपने लेख को समाप्त किया।

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 


1. अंक-294, (वर्ष-05)

2. शनिवार, जुलाई 30, 2022

3.शक-1944, श्रावण, शुक्ल-पक्ष, तिथि-दूज, विक्रमी सवंत-2079।

4. सूर्योदय प्रातः05:20, सूर्यास्त: 07:15। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 24 डी.सै., अधिकतम-33+ डी.सै.। उत्तरभारत में बरसात की संभावना। 

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक कासहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालयहोगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु,(विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीरसिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी। 

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27,प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.inemail:universalexpress.editor@gmail.com 

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गुरुवार, 28 जुलाई 2022

बालिकाओं व महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना, उद्देश्य 

बालिकाओं व महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना, उद्देश्य 


महिला इंस्पेक्टर रेनू सिंह ने बालिकाओं को सिखाए आत्म रक्षा के गुर

बालिकाएं सोशल मीडिया से रहें दूर: इंस्पेक्टर रेनू सिंह

अभिषेक वर्मा

लखनऊ/बदायूं। जनपद बदायूं के तेजतर्रार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. ओ.पी सिंह के निर्देशन में चलाए जा रहे आत्म रक्षा प्रशिक्षण को लेकर जनपद क्षेत्र के विद्यालयो में महिला पुलिस अधिकारी इंस्पेक्टर रेनू सिंह आत्मरक्षा को लेकर बालिकाओं को प्रशिक्षण देती नजर आ रही है। उन्होंने बताया, कि आत्मरक्षा का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं व महिलाओं को प्रशिक्षण के माध्यम से शारीरिक एवं मानसिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। ताकि, बालिकाएं प्रतिकूल हालातों में बिना विचलित हुए उसका सामना कर सकें।  इंस्पेक्टर रेनू सिंह ने स्टूडेंट को सेल्फ डिफेंस के गुर सिखाकर मुंह तोड़ जवाब कैसे दिया जाए, इसको लेकर बालिकाओं को गुर सिखाए। साथ ही बताया, कि इस आपाधापी के युग में सबसे पहली चीज है आत्मरक्षा। आत्मरक्षा प्रत्येक व्यक्ति का कर्म भी है और धर्म भी।

विशेषकर महिलाओं व बालिकाओं को अपनी स्वयं की रक्षा करना आना चाहिए। इससे वे सभी स्थितियों में मजबूती के साथ खड़ी रहे सकेंगी और अपनी स्वयं की रक्षा कर सकेंगी। अगर महिलाएं और बालिकाएं सशक्त होगी, तभी देश ,प्रदेश का विकास संभव है। आए दिन जो छेड़छाड़, घरेलू हिंसा के प्रकरण बनते हैं। उनमें कमी हो सके और महिलाएं सशक्त रूप से समाज में खड़ी होकर अपना नाम व अपने परिवार का नाम गौरवान्वित कर सके।  वही जनपद के प्रधानाचार्या का कहना है कि तेजतर्रार महिला पुलिस अधिकारी इंस्पेक्टर रेनू सिंह द्वारा विधालय में पहुँचकर बालिकाओं को आत्म रक्षा प्रशिक्षण लगातार सिखाए जा रहा है। उनका कहना है, कि बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पुलिस की यह अनोखी पहल है। जिससे बालिकाओं में खुद की रक्षा करने का विश्वास जगेगा। साथ ही उन्होंने बालिकाओं सोशल मीडिया से दूर रहने की सलाह दी।

कार्यक्रम के तहत 25 कलाकारो ने प्रतिभाग किया

कार्यक्रम के तहत 25 कलाकारो ने प्रतिभाग किया

हरिशंकर त्रिपाठी 

देवरिया। शासन के निर्देश के एवं जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के मार्ग निर्देशन में आजादी के 75वें वर्षगाठ के अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अन्तर्गत आज टाउन हॉल ऑडिटोरियम में संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित सांस्कृतिक प्रतिभा खोज कार्यक्रम के तहत जनपद के 25 कलाकारो ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ अपर जिलाधिकारी (वि./रा.) नागेंद्र कुमार सिंह एवं जिला सूचना अधिकारी शांतनु कुमार श्रीवास्तव ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (वि./रा.) ने कहा कि जनपद लोककला की दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है।

जिस प्रकार की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां हुईं हैं, उससे सिद्ध होता है कि यहां के कलाकार लोक संस्कृति के परिरक्षण के साथ ही जनपद के नाम भी दुनिया में रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव पूरे देश में मनाया जा रहा हैं, जिसके अन्तर्गत विभिन्न विभागो के द्वारा संचालित कार्यक्रमो, योजनाओ को जनता तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा हैं। इसी क्रम में संस्कृति विभाग द्वारा जनपद में सांस्कृतिक प्रतिभा खोज का आयोजन किया गया है। यहां प्रदर्शन के आधार पर लोकनृृत्य, लोकगायन, वादन आदि विधाओ के कलाकारो का चयन कर सांस्कृति विभाग को भेजा जाएगा। जिससे जहाॅ उन्हे एक बड़ा मंच सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिये उपलब्ध हो सकेगा वही जनपद की लोकविधा भी कलाकारो के माध्यम से प्रदेश व देश के कोने-कोने में पहुॅचेगा। कलाकारों को क्यूआर कोड आधारित परिचय पत्र भी उपलब्ध कराया जाएगा।

कार्यक्रम के दौरान विजेंद्र सिंह ने अपने झूमर गीत के माध्यम से उपस्थित लोगों का मन मोह लिया दरोगा शर्मा एंड पार्टी द्वारा प्रस्तुत फरुआही लोकनृत्य ने लोक संस्कृति की समृद्धता से रूबरू कराया। शरद तिवारी द्वारा कजरी की प्रस्तुति दी गई। हीरा लाल गुप्ता तथा करन मिश्रा ने भजन की प्रस्तुति दी गई।बलराम संगम, पिंटू कुमार चौहान,सलोनी विश्वकर्मा,स्वेता विश्वकर्मा,धीरज लाल यादव धर्मवीर उजाला,दीपू दीवाना,मृतुन्जय लाल यादव, निजामुद्दीन, माया भारती, मनोज तिवारी,साहिल सहित विभिन्न कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी।

जिला सूचना अधिकारी ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि सांस्कृतिक प्रतिभा खोज के आयोजन के तहत लोक गायन, लोकनृत्य, लोकवादन, आदिवासी नृत्य, लोकनाट्य, रामलीला, भजन कीर्तन आदि विधाओ के प्रतिभाओ का खोज सांस्कृति विभाग द्वारा किया गया है। जिसमें आज 25 लोक कलाकारो के द्वारा अपनी प्रस्तुति दी गई। आयोजन में भाग लेने वाले कलाकारों को संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश की ई-डायरेक्ट्री में पंजीकृत किया जायेगा तथा उनको क्यू-आर कोड बेस्ड पहचान पत्र उपलब्ध कराया जायेगा। समस्त कलाकारों को पंजीकरण के आधार पर ही उन्हें आगामी कार्यक्रमों व सरकारी आयोजनों में प्रस्तुति का अवसर प्रदान किया जाएगा। कार्यक्रम में डॉ.ध्रुव कुमार वर्मा, डॉ चंद्रभूषण सिंह, डॉ. भावना सिन्हा एवं चन्देश्वर परवाना ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई। मंच का संचालन मंजू पांडेय ने किया। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में सूचना विभाग से सोनू कुमार, प्रिंस मिश्र, अनिरुद्ध प्रसाद, अनिल मिश्र, मिठाई लाल, रमापति यादव सहित समस्त प्रतिभागी दल आदि उपस्थित रहे।

300 अरब डॉलर की जैव अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य 

300 अरब डॉलर की जैव अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रधानमंत्री कार्यालय राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत एवं  पेंशन राज्य मंत्री और परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष विभाग के राज्य मंत्री डॉ.  जितेंद्र सिंह ने कहा कि 2030 तक भारत का लक्ष्य 300 अरब अमेरिकी डॉलर की जैव अर्थव्यवस्था बनाने का है। राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में आज उन्होंने कहा कि भारत ने जैव अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में सतत् विकास किया है, 2019 में जैव अर्थव्यवस्था का कुल आकार 44 अरब अमेरिकी डॉलर था, जो 2021 में बढ़कर 80.1 अरब अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया है।

जैव अर्थव्यवस्था में जैविक संसाधनों का उत्पादन, उपयोग और उनका संरक्षण आता है, इसमें इससे संबंधित ज्ञान, विज्ञान, तकनीकी और नवाचार आता है, जिससे उपलब्ध जानकारी, उत्पादों, प्रक्रियाओं और सेवाओं का उपयोग अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में किया जाता है। भारत का जैव तकनीकी उद्योग जगत पांच बड़े स्तंभों पर आधारित है- जैविक ऊर्जा, जैविक कृषि, बॉयो फॉर्मा, बॉयो इंडस्ट्रियल और जैव सेवाओं का एक समग्र स्तंभ जिसमें बॉयो आईटी, सीआरओ और शोध सेवाएं शामिल हैं।

जैव अर्थव्यवस्था को सामाजिक चुनौतियों के समाधान के तौर पर देखा जा रहा है। जैसे- बॉयोमास या नवीकरणीय संसाधनों का ऊर्जा उत्पादन प्रक्रियाओं में उपयोग किया जा रहा है, आज जैव उर्वरकों जैसे हरित रसायनों और सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, साथ में अपशिष्ट निष्पादन में भी इसके जरिए कमी लाई जा रही है, आदि, इन सारी चीजों का कार्बन उत्सर्जन, खाद्यान्न एवं पोषण, स्वास्थ्य, ऊर्जा निर्भरता एवं पर्यावरण पर गहरा असर पड़ सकता है। जैव तकनीकी क्षेत्र, शोध संस्थानों और बढ़ते हुए जैव तकनीकी स्टार्टअप इकोसिस्टम से आज नवाचार युक्त समाधानों की अपेक्षा की जा रही है।

बिजली संयंत्र के कारण कोई विस्थापन नहीं हुआ 

बिजली संयंत्र के कारण कोई विस्थापन नहीं हुआ 

विमलेश यादव 

चेन्नई। केंद्र सरकार ने कहा है कि तमिलनाडु में कूडनकुलम बिजली संयंत्र के कारण कोई विस्थापन नहीं हुआ है। राज्यसभा में एक प्रश्न के जवाब में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार); अर्थ विज्ञान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार); प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री; कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने जमीन-जायदाद के बारे में जो मुआवजा तय किया था, वह भू-स्वामियों को चुका दिया गया था।

इस बहाली प्रक्रिया के जरिये 72 परियोजनाओं से पीड़ित होने वाले व्यक्तियों को अब तक नौकरी दी जा चुकी है। ठेकेदारों के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को भी रोजगार दिया गया है। इसके अलावा, सामान और सेवाओं की आपूर्ति करने को स्थानीय लोगों के लिये अवसर भी पैदा किये गये हैं। जो परियोजना स्थापित की गई, उसने एनपीसीआईएल में स्थानीय लोगों के लिये रोजगार के अवसर पैदा किये हैं। विस्तृत दिशा-निर्देशों के अनुसार केकेएनपीपी में समूह ‘सी’ के पदों पर 72 परियोजनाओं से प्रभावित व्यक्तियों की बहाली में आयु और अंक-प्रतिशत की आवश्यक योग्यता में भी ढील दी गई है।

अंतरिक्ष पर्यटन को नियंत्रित करने वाले कोई कानून नहीं

अंतरिक्ष पर्यटन को नियंत्रित करने वाले कोई कानून नहीं 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारत सरकार ने आज कहा है कि इस समय देश में अंतरिक्ष पर्यटन को नियंत्रित करने वाले कोई कानून नहीं हैं और अंतरिक्ष पर्यटन के लिए विशिष्ट कानून बनाने की किसी प्रकार की योजना नहीं है। हालांकि ‘गगनयान’ मिशन के एक हिस्से के रूप में भारत मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशनों के लिए आवश्यक प्रौद्योगिकियों और चालक दल के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल विकसित कर रहा है। आज राज्यसभा में एक प्रश्न के उत्तर में केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री एवं पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान संस्थान (आईएसआरओ– इसरो) वर्तमान में मानव मूल्यांकित (रेटेड) प्रक्षेपण (लॉन्च) वाहन, कक्षीय (ऑर्बिटल मॉड्यूल), जीवन रक्षक सहायता प्रणाली (लाइफ सपोर्ट सिस्टम), चालक दल बचाव प्रणाली (क्रू एस्केप सिस्टम), मानव केंद्रित उत्पाद और गगनयान मिशन हेतु चालक दल (क्रू) रिकवरी के लिए तकनीक विकसित कर रहा है। ये सभी प्रौद्योगिकियां भविष्य में अंतरिक्ष पर्यटन को आगे बढ़ाने के लिए आधार (बिल्डिंग ब्लॉक्स) के रूप में काम करेंगी।

वैश्विक ग्राहकों को उपग्रह सेवाएं प्रदान करने वाले निजी स्टार्ट-अप से संबंधित एक अन्य प्रश्न में, डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि उपग्रह डेटा के माध्यम से उपग्रह सेवाओं यानी मूल्य वर्धित सेवाओं को उपलब्ध कराने के क्षेत्र में लगभग 15 स्टार्ट-अप काम कर रहे हैं। मंत्री महोदय ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (आईएन–एसपीएसीई) भारतीय स्टार्ट-अप की क्षमता मैट्रिक्स के निर्माण के लिए एक सर्वेक्षण कर रहा है, जो अंतरिक्ष क्षेत्र में निजी गतिविधियों के लिए निश्चित डेटाबेस के रूप में काम करेगा। वर्ष 2020 में सरकार द्वारा घोषित अंतरिक्ष सुधारों के आलोक में अंतरिक्ष क्षेत्र में शुरू से अंत तक गतिविधियों को मूर्त रूप देने में गैर-सरकारी संस्थाओं [एनजीई] की अधिक भागीदारी की परिकल्पना की गई है। इन सुधारों के अंतर्गत, सरकार अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी की प्रगति के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) पर विचार कर सकती है।

हेपेटाइटिस: जागरूकता बढ़ाने की जरूरत पर जोर  

हेपेटाइटिस: जागरूकता बढ़ाने की जरूरत पर जोर 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। पराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने जनता और नीति निर्माताओं में हेपेटाइटिस के बारे में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने यह इच्छा जताई कि नीति निर्माता और जनप्रतिनिधि अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में सभी स्तरों पर हेपेटाइटिस की रोकथाम का लोगों तक संदेश पहुंचाएं। आज संसद भवन में संसद सदस्यों के लिए विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर आयोजित जागरूकता सत्र में अपने मुख्य संबंधोन में उपराष्ट्रपति ने स्वच्छ भारत अभियान और टीबी मुक्त भारत अभियान की तरह वर्ष 2030 तक हेपेटाइटिस को समाप्त करने के अभियान को ‘जन आंदोलन’ बनाने का आह्वान किया। नायडु ने नीति निर्माताओं को सलाह दी कि हेपेटाइटिस उन्मूलन के अभियान जनता की स्थानीय भाषा में चलाया जाए ताकि इसकी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सुनिश्चित हो। उन्होंने इस संबंध में सरकारी संदेशों में नवाचार किए जाने का आह्वान किया ताकि एकरसता से बचा जा सके और संदेश को आम आदमी के लिए भी सुलभ और समझने योग्य बनाया जा सके।

नायडू ने कहा कि भारत हालांकि सभी मोर्चों पर वैश्विक रूप से मजबूत हो रहा है, लेकिन भारत को “एक स्वस्थ और खुशहाल राष्ट्र” बनाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने लोगों से आहार की बेहतर आदतें और शारीरिक रूप से सक्रिय जीवन शैली अपनाने का भी अनुरोध किया।उपराष्ट्रपति ने हेपेटाइटिस अभियान को अपना लगातार संरक्षण प्रदान करने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की प्रशंसा की और इस सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दे पर किए जा रहे निरंतर प्रयासों के लिए आईएलबीएस के डॉ एसके सरीन और उनकी डॉक्टरों की टीम को भी धन्यवाद दिया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह,  दिल्ली के उप-राज्यपाल  विनय कुमार सक्सेना, लोकसभा के महासचिव  उत्पल कुमार सिंह, संसद सदस्य और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस सत्र के दौरान उपस्थित थे।

'योगी मॉडल' को अपनाया जा सकता है: सीएम 

'योगी मॉडल' को अपनाया जा सकता है: सीएम 

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर स्थिति की मांग हुई तो उत्तर प्रदेश में चल रही सरकार के ‘‘योगी मॉडल’’ को राज्य में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे राष्ट्र विरोधी और सांप्रदायिक तत्वों से निपटने के लिए अपनाया जा सकता है। बोम्मई ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री के तौर पर एक साल का कार्यकाल पूरा किया। इस मौके पर उन्होंने अपनी सरकार को सौ में से पूरे सौ अंक दिए। मुख्यमंत्री ने कहा, उत्तर प्रदेश की स्थिति को देखते हुए, योगी (आदित्यनाथ) सही मुख्यमंत्री हैं। इसी प्रकार कर्नाटक में स्थिति से निपटने के लिए अलग तरीके हैं और उन सभी का इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर स्थिति की मांग होगी तो कर्नाटक में भी सरकार के योगी मॉडल को अपनाया जाएगा।’’ गौरतलब है कि दक्षिण कन्नड़ जिले में भारतीय जनता युवा मोर्चा के एक सदस्य की हत्या के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और संघ परिवार (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और उससे जुड़े संगठन) के कुछ घटकों द्वारा कर्नाटक में सरकार का ‘‘ योगी मॉडल’’ लागू करने की मांग की जा रही है। बोम्मई इसी संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।

भाजयुमो कार्यकर्ता की हत्या से नाराज इन घटकों का आरोप है कि राज्य सरकार हिंदू कार्यकर्ताओं की जान बचाने के लिए खड़ी नहीं हो रही है। उनके द्वारा उद्धृत किए जा रहे ‘योगी मॉडल’से अभिप्राय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के खिलाफ उठाए गए कड़े कदमों से हैं, जिनमें से ऐसे तत्वों और माफिया के खिलाफ बुलडोजर का इस्तेमाल शामिल है। दक्षिण कन्नड जिले में पार्टी कार्यकर्ता की हत्या के मद्देनजर बोम्मई ने उनकी सरकार के एक साल और भाजपा शासन के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को रद्द कर दिया है। इसके तहत ‘जनोत्सव’ नाम से दोडबल्लापुर में एक ‘‘ विशाल रैली’’ का आयोजन होना था जिसे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा संबोधित करने वाले थे। गौरतलब है कि जिला भाजपा युवा मोर्चा समिति के सदस्य प्रवीण नेत्तर की मंगलवार रात को दक्षिण कन्नड जिले के बेल्लारे में हत्या कर दी गई थी। बोम्मई ने कहा कि उनकी सरकार ने इस हत्याकांड को गंभीरता से लिया है और जांच जारी है।

उन्होंने कहा, पांच टीम गठित की गई हैं और टीम केरल भेजी गई है। अधिकारी अपना काम कर रहे हैं। हमें भरोसा है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर दंडित किया जाएगा जैसा इस साल शिवमोगा में हर्ष हत्याकांड में हुआ था। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा हमने राष्ट्र विरोधी और सांप्रदायिक ताकतों द्वारा किए जाने वाले संगठित अपराध के खिलाफ जंग शुरू की है और उसके नतीजे जनता के सामने आएंगे।  बोम्मई ने इसके साथ ही लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। की कोशिश कर रहे राष्ट्र विरोधी और सांप्रदायिक तत्वों से निपटने के लिए अपनाया जा सकता है। बोम्मई ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री के तौर पर एक साल का कार्यकाल पूरा किया। इस मौके पर उन्होंने अपनी सरकार को सौ में से पूरे सौ अंक दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा, उत्तर प्रदेश की स्थिति को देखते हुए, योगी (आदित्यनाथ) सही मुख्यमंत्री हैं। इसी प्रकार कर्नाटक में स्थिति से निपटने के लिए अलग तरीके हैं और उन सभी का इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर स्थिति की मांग होगी तो कर्नाटक में भी सरकार के योगी मॉडल को अपनाया जाएगा।’’ गौरतलब है कि दक्षिण कन्नड़ जिले में भारतीय जनता युवा मोर्चा के एक सदस्य की हत्या के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और संघ परिवार (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और उससे जुड़े संगठन) के कुछ घटकों द्वारा कर्नाटक में सरकार का ‘‘ योगी मॉडल’’ लागू करने की मांग की जा रही है। बोम्मई इसी संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।भाजयुमो कार्यकर्ता की हत्या से नाराज इन घटकों का आरोप है कि राज्य सरकार हिंदू कार्यकर्ताओं की जान बचाने के लिए खड़ी नहीं हो रही है। उनके द्वारा उद्धृत किए जा रहे ‘योगी मॉडल’से अभिप्राय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के खिलाफ उठाए गए कड़े कदमों से हैं, जिनमें से ऐसे तत्वों और माफिया के खिलाफ बुलडोजर का इस्तेमाल शामिल है। दक्षिण कन्नड जिले में पार्टी कार्यकर्ता की हत्या के मद्देनजर बोम्मई ने उनकी सरकार के एक साल और भाजपा शासन के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को रद्द कर दिया है।

इसके तहत ‘जनोत्सव’ नाम से दोडबल्लापुर में एक ‘‘ विशाल रैली’’ का आयोजन होना था जिसे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा संबोधित करने वाले थे। गौरतलब है कि जिला भाजपा युवा मोर्चा समिति के सदस्य प्रवीण नेत्तर की मंगलवार रात को दक्षिण कन्नड जिले के बेल्लारे में हत्या कर दी गई थी। बोम्मई ने कहा कि उनकी सरकार ने इस हत्याकांड को गंभीरता से लिया है और जांच जारी है। उन्होंने कहा, पांच टीम गठित की गई हैं और टीम केरल भेजी गई है। अधिकारी अपना काम कर रहे हैं। हमें भरोसा है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर दंडित किया जाएगा जैसा इस साल शिवमोगा में हर्ष हत्याकांड में हुआ था। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा हमने राष्ट्र विरोधी और सांप्रदायिक ताकतों द्वारा किए जाने वाले संगठित अपराध के खिलाफ जंग शुरू की है और उसके नतीजे जनता के सामने आएंगे।  बोम्मई ने इसके साथ ही लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।

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