रिपोर्ट- शम्भू प्रसाद
रुद्रप्रयाग। प्रदेश उत्तराखंड अपने आप में संस्कृति और सभ्यता को समेटे हुए हैं। उत्तराखंड के हर जिले में जहां देवी देवताओं का वास है, तो वहीं ग्रामीण भी देवी देवताओं के मठ मंदिरों में पूजा अर्चना करते हुए नजर आते हैं। खबर रुद्रपयाग जिले से हैं, जहां उखीमठ क्षेत्र से बाबा अष्ट भैरव की 2 महीने की यात्रा शुरू हो गई है। अष्ट भैरव के पश्वा दीपक कुँवर के द्वारा भगवान अष्ट भैरव की यात्रा निकाली गई है।बता दें कि, ऊखीमठ से आज बाबा अष्ट भैरव के जयकारों के साथ हजारों श्रद्धालुओं द्वारा यात्रा का शुभारंभ हुआ है। भगवान अष्ट भैरव की यात्रा के दौरान हजारों लोग उनके पीछे चलते हैं। साथ ही भगवान अष्ट भैरव अपने अलग-अलग पड़ावों पर रात्रि विश्राम करके आगे की यात्रा के लिए प्रस्थान करते है।
वहीं इस दौरान अष्ट भैरव की यात्रा में चल रहे एक श्रद्धालु ने बताया कि, भगवन अष्ट भैरव की यह यात्रा गुप्तकाशी, नाला, नारायण कोठी होते हुए बमसु पट्टी के लिए रवाना होगी।जिसके बाद बाबा अष्ट भैरव की यात्रा बांगर के लिए रवाना होगी। साथी बाबा अष्टभैरव के साथ मां चंडिका और कई देवी-देवता मौजूद रहेंगे। जिनके साथ चल कर बाबा अष्ट भैरव अपनी यात्रा को पूरी करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि, भगवान अष्टभैरव जहाँ-जहाँ जाते है, उन क्षेत्रों में सदैव सुख समृद्धि बनी रहती है, और बाबा सभी को अपना आशीर्वाद देते है।