नई दिल्ली। कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या अचानक 28 पहुंचने के बाद सरकार इसे फैलने से रोकने के लिए पूरी तरह हरकत में आ गई है। एक तरफ स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दिल्ली में इस वायरस के निपटने की तैयारियों की समीक्षा और मंत्रिमंडलीय समूह के साथ हालात पर चर्चा की।
पीएमओ ने संभाला मोर्चा
दूसरी तरफ पीएमओ ने मोर्चा संभालते हुए सभी विभागों को पूरी मुस्तैदी के साथ काम पर जुटने का निर्देश दिया । सरकार ने विदेश से आने वाले हर नागरिक के लिए एयरपोर्ट, बंदरगाह या चेकपोस्ट पर स्क्रीनिंग अनिवार्य कर दिया है। फिलहाल अनिवार्य स्क्रीनिंग केवल 12 देशों से आने वाले यात्रियों की जा रही थी। सरकार ने देश में 19 नए टेस्टिंग लैब खोलने के साथ देश के बाहर पहला टेस्टिंग लैब खोलने की तैयारी में है। जबकि संक्रमित व्यक्ति के तीन किलोमीटर के दायरे में विशेष जागरुकता और सतर्कता बरतने का फैसला लिया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- कोरोना संक्रमित की संख्या 28 पहुंची
हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस से ग्रसित नए मरीजों की जानकारी देते हुए कहा कि इटली से आए दिल्ली के मयूर विहार के निवासी से उसके आगरा के छह रिश्तेदारों तक कोरोना वायरस पहुंच गया। वहीं जयपुर में इटली के जिस पर्यटक पति-पत्नी को कोरोना ग्रसित पाया गया था, उसके ग्रुप के अन्य सदस्य व उनके ड्राइवर में कोरोना का वायरस पहुंच चुका है। उनके अनुसार इन्हें मिलाकर देश में अभी तक कोरोना वायरस से ग्रसित लोगों की संख्या 28 पहुंच गई है, जिनमें से केरल के तीन इससे ठीक होकर घर जा चुके हैं।
कोरोना वायरस से ग्रसित व्यक्तियों के संपर्क में आने वालों की निगरानी
हर्षवर्धन ने बताया कि इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलेंस प्रोग्राम के तहत कोरोना वायरस से ग्रसित व्यक्तियों के संपर्क में आने वालों की पहचान कर उनपर निगरानी शुरू कर दी गई है। दिल्ली के ग्रसित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले 66 व्यक्तियों व तेलंगाना के ग्रसित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले 88 व्यक्तियों की पहचान की गई है।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए कलस्टर एप्रोच
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने कलस्टर एप्रोच (समूह के रूप में) को अपनाने का फैसला किया है। इसके तहत कोरोना वायरस ग्रसित किसी व्यक्ति के पाए जाने के बाद उसके चारों ओर तीन किलोमीटर के दायरे में लोगों को इसके बारे में सचेत किया जाएगा और स्थानीय प्रशासन व सामुदायिक भागीदारी से उस क्षेत्र के सभी लोगों की निगरानी की जाएगी। इसके तहत देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के आधार पर इसके हॉट-स्पॉट की पहचान कर वहीं उसे फैलने से रोकने के लिए संसाधनों का प्रबंध किया जाएगा।
विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग अनिवार्य
दुनिया के कई देशों में कोरोना के फैलने के बाद केवल 12 देशों से आने वाले यात्रियों की अनिवार्य स्क्रीनिंग बेमानी साबित हो रहा है। इटली और यूएई से आने वाले जो लोग कोरोना से ग्रसित पाए गए हैं, वे 21-22 फरवरी को ही भारत आ गए थे, उस समय इन दोनों देशों को अनिवार्य स्क्रीनिंग में नहीं रखा गया था। इसे देखते हुए सरकार ने अब विदेश से आने वाले हर व्यक्ति के लिए स्क्रीनिंग अनिवार्य कर दिया गया है।
देश के बाहर इरान में पहला टेस्टिंग लैब खोलने की तैयारी
ईरान में बड़े पैमाने पर कोरोना वायरस के फैलने और वहां बड़ी संख्या में भारतीयों को देखते हुए सरकार ने उनके वापस लाने के पहले वहीं टेस्ट करने की व्यवस्था करने जा रही है। हर्षवर्धन ने कहा कि मंगलवार को ही इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के एक वैज्ञानिक व बुधवार को इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के तीन वैज्ञानिकों को तेहरान भेज दिया गया। इसके साथ ही लैब के लिए उपकरण भी भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि ईरान सरकार से सहयोग मिला तो तत्काल वहां टेस्टिंग लैब शुरू किया जाएगा। जाहिर है भारत लाने से पहले वहीं उनका टेस्ट किया जाएगा और टेस्ट के परिणाम के अनुसार उन्हें लाने का प्रबंध किया जाएगा।
पीएम मोदी ने की कोरोना वायरस की तैयारियों की समीक्षा
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोरोना वायरस की तैयारियों की समीक्षा के बाद बुधवार को पीएमओ ने इसकी तैयारियों की कमान संभाल ली है। इस सिलसिले में पीएमओ में प्रधान सचिव पीके मिश्रा ने विभिन्न मंत्रालयों के सचिवों के साथ लंबी बैठक की, जिसमें स्वास्थ्य, नागरिक उड्डयन, सूचना व प्रसारण, जहाजरानी, पर्यटन और गृहमंत्रालय के सीमा प्रबंधन विभाग के सचिवों के साथ-साथ एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन, नीति आयोग, सुरक्षा बलों, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और पीएमओ के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। बैठक में देश में राज्यों के सहयोग के साथ सभी मौजूद संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल करते हुए कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए एकजुट प्रयास करने पर जोर दिया गया।
पीएमओ ने कोरोना वायरस की तैयारियों की संभाली कमान
पीएमओ ने बताया कि बैठक में कोरोना वायरस से जुड़े सभी आयामों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। इसके तहत सूचना-प्रसारण मंत्रालय को कोरोना वायरस के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी दी गई। वहीं आब्रजन विभाग को विदेश से आने वाले लोगों की अनिवार्य स्क्रीनिंग के साथ-साथ उनसे स्वघोषित फार्म भरवाने को गया, जिसमें विदेश में उनके यात्रा के स्थानों का विवरण भी शामिल है।
सीमा चेकपोस्ट पर अनिवार्य स्क्रीनिंग
गृहमंत्रालय को राज्य सरकारों और जिला प्रशासन के साथ मिलकर सीमा चेकपोस्ट पर अनिवार्य स्क्रीनिंग को पूरी तरह लागू करने को कहा गया। नेशनल इंफोर्मेटेक्सि सेंटर इस काम में गृहमंत्रालय व आब्रजन विभाग की मदद करेगा।
कोरोना वायरस से ग्रसित लोगों को अलग-थलग रखने के लिए तत्काल सुविधाएं
बैठक में पूरे देश में कोरोना वायरस से ग्रसित लोगों को अलग-थलग रखने के लिए तत्काल सुविधाएं तैयार करने का फैसला किया गया। इसके लिए राज्य सरकारों के साथ-साथ रक्षा मंत्रालय, गृहमंत्रालय और श्रम मंत्रालय को अपने-अपने अस्पतालों में विशेष वार्ड तैयार करने को कहा गया है। इसके साथ ही निजी क्षेत्र के अस्पतालों में भी ऐसी सुविधा तैयार की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय की अनुमति लेना अनिवार्य
सभी मंत्रालय को स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ लगातार संपर्क में रहने और जरूरत के मुताबिक तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया गया है और अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय सेमिनार के आयोजन के पहले स्वास्थ्य मंत्रालय की अनुमति लेना अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय को कोरोना वायरस से जुड़ी अद्यतन जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने के लिए विशेष इंतजाम करने को कहा गया।![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhnU1O6hbxRTOLsnld3KMUdtlMIO3ewfZV89MRDqwh4cdKUr4CQK3yLIvqkIohrdJAJ2PZN5s36iO36GqC769QtGesUiAJeMKILC-UgQHRhKywZlWdF1b3u3JFWvA8Iv9lo7oeox-lt2Hw/)