सोमवार, 26 सितंबर 2022

सरकार बचाने वाले विधायकों में से एक सीएम बनें

सरकार बचाने वाले विधायकों में से एक सीएम बनें

नरेश राघानी 

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक कांग्रेस विधायकों की मांग है कि दो-साल पहले जिन 102 विधायकों ने राज्य में सियासी संकट के समय सरकार बचाई, उनमें से कोई अगला मुख्यमंत्री बने। उनके अनुसार, अगला मुख्यमंत्री चुनने में गहलोत की भागीदारी हो और नाम का ऐलान 19 अक्टूबर तक न हो। दरअसल, गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे। दरअसल, राजस्थान की राजनीति में आए नए तूफान के बाद अब कांग्रेस में सियासत चरम पर पहुंच गई है। अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सीएम की कुर्सी के लिए चल रहे इस सियासी ड्रामे के बाद अब गहलोत गुट के विधायकों का 3 सूत्री एजेंडा सामने आया है। इसके तहत गहलोत के करीब मंत्री शांति धारीवाल सहित 4 सदस्यों ने ऑब्जर्वर के सामने अपनी राय रखी है। गहलोत खेमे का कहना है कि नए राष्ट्रीय अध्य्क्ष के चुनाव तक प्रदेश में सीएम नहीं बदला जाए। दो साल पहले जिन 102 विधायकों ने संकट के समय सरकार बचाई थी, उनमें से किसी भी कांग्रेसी विधायक को सीएम बनाया जाए। वहीं सीएम चुनने में अशोक गहलोत की राय को तव्वजो मिलनी चाहिए।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि उनकी न तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात हुई और न उन्होंने मुझे फोन किया। वेणुगोपाल ने उम्मीद जताई कि मामला जल्द सुलझ जाएगा। पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेताओं के मामले को सुलझाने के दावों के बावजूद राजस्थान कांग्रेस में हालात बेकाबू हो चुके हैं। गहलोत खेमे के मंत्री और विधायकों की बयानबाजी लगातार जारी है। वहीं सचिन पायलट खेमा इस पूरे घटनाक्रम पर पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में दो साल पहले सीएम की कुर्सी के लिये तत्कालीन डिप्टी चीफ मिनिस्टर एवं पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने बगावत की थी। उसके बाद लंबे समय तक चले सियासी ड्रामे के बाद सचिन की पार्टी में वापसी हुई थी, लेकिन सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच दूरियां कम होने के बजाय बढ़ती चली गई थी। अब जब सीएम अशोक गहलोत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ने जा रहे हैं और राहुल गांधी के ‘एक व्यक्ति-एक पद’ के सिद्धांत के बयान के बीच राजस्थान में सीएम फेस को लेकर फिर घमासान शुरू हो गया है। राजस्थान सरकार में मंत्री पी.एस. खचारियावास ने कहा कि राजस्थान की सड़कों पर ED, CBI और IT उतरने वाली है।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सड़कों पर उतरकर लड़ना पड़ेगा। भाजपा अगर एजेंसी भेजेगी तो एजेंसी का जवाब देंगे। कांग्रेस की सरकार को बचाने के लिए कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता और विधायक लड़ेगा। जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कल जो भी कुछ हुआ उससे हमने कांग्रेस अध्यक्ष को अवगत कराया है। अंत में जो भी निर्णय लिया जाएगा, उसका सभी को पालन करना होगा। पार्टी को एकजुट रखना है और पार्टी में अनुशासन रहना चाहिए।

सभी पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की लाइनें लगी

सभी पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की लाइनें लगी

पंकज कपूर 

हरिद्वार। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए चल रहे मतदान में सभी पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की लंबी लाइनें लगी हुई है। उत्साह के साथ पोलिंग बूथ पर पहुंचे मतदाता अपनी पसंद के उम्मीदवार के पक्ष में वोट डाल रहे है। 28 सितंबर को मतगणना कर चुनाव परिणाम घोषित करते हुए जनप्रतिनिधियों का ऐलान किया जाएगा। सोमवार को मुख्य विकास अधिकारी एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी प्रदीप जैन ने बताया है कि जनपद में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर चल रही मतदान प्रक्रिया सभी बूथों पर शांतिपूर्ण ढंग से चल रही है। जनपद के सभी छह ब्लाकों में बने पोलिंग स्टेशन पर पहुंचे मतदाता उत्साह के साथ लाइन में लगकर अपनी पसंद के उम्मीदवार के पक्ष में वोट डाल रहे हैं।

मुख्य विकास अधिकारी एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी प्रतीक जैन ने बताया है कि जनपद के बहादराबाद, भगवानपुर, रुड़की, नारसन, लक्सर और खानपुर ब्लाक के सभी गांव में बने मतदान बूथों पर मतदान प्रक्रिया को सुचारू संपन्न कराने के लिए पुलिस के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं। इस बीच रुड़की ब्लॉक के भंगेड़ी महावतपुर गांव के पंचायत घर में बने पोलिंग स्टेशन पर कुछ लोगों ने हंगामा कर दिया और एक पार्टी के प्रत्याशी के ऊपर बिना कार्ड के एजेंट को अंदर दाखिल करने का आरोप लगाया। कुछ लोगों ने मतदान में फर्जीवाड़े के आरोप भी लगाए हैं। वैसे मतदान केंद्रों पर लगी मतदाताओं की भीड़ से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मतदाताओं में चुनाव को लेकर कितना उत्साह है। कई मतदान केंद्रों पर बुजुर्ग एवं बीमार लोग भी वोट डालने के लिए पहुंचे हैं।

पूर्व पीएम शिंजो के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेंगे, मोदी 

पूर्व पीएम शिंजो के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेंगे, मोदी 

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/टोक्यो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को जापान की यात्रा पर रवाना हो रहे हैं, जहां वे 27 सितंबर को पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में हिस्सा लेंगे। विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने यह जानकारी देते हुए संवाददाताओं को बताया कि करीब 12 से 16 घंटे की इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा के साथ मुलाकात और द्विपक्षीय बैठक करेंगे‌। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अब से कुछ ही घंटे बाद जापान के लिए रवाना होंगे। उन्होंने बताया कि मोदी इस यात्रा के दौरान श्रीमती आबे से मिलेंगे और निजी तौर पर शोक प्रकट करेंगे।

ज्ञात हो कि जापान के सबसे अधिक समय तक प्रधानमंत्री रहे शिंजो आबे की आठ जुलाई को देश के पश्चिमी इलाके में चुनावी कार्यक्रम के दौरान एक हमलावर ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। क्वात्रा ने बताया कि जापान के प्रधानमंत्री किशिदा ने इस वर्ष मार्च में भारत की यात्रा की थी और प्रधानमंत्री मोदी मई में क्वाड की बैठक में हिस्सा लेने वहां गए थे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष भारत-जापान राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मनायी जा रही है और ऐसे में दोनों नेताओं को अपने विशेष सामरिक गठजोड़ को और प्रगाढ़ बनाने को लेकर बातचीत करने का अवसर मिलेगा। विदेश सचिव ने कहा कि भारत और जापान के संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों के बीच कारोबार एवं निवेश, रक्षा एवं सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा, आधारभूत ढांचा, औद्योगिक विकास, मानव संसाधन के क्षेत्र में करीबी सहयोग है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और जापानी प्रधानमंत्री के बीच संक्षिप्त द्विपक्षीय बैठक होगी जिसमें दोनों पक्षों से संबंधित लोग मौजूद होंगे।

क्वात्रा ने बताया कि जापान के पूर्व प्रधानमंत्री आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए 20 शासनाध्यक्षों सहित 100 देशों के प्रतिनिधि मौजूद होंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री मोदी और किशिदा के बीच बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर बातचीत होगी, क्वात्रा ने कहा कि इस बैठक में दोनों पक्ष द्विपक्षीय संबंधों और इनकी प्रगति के बारे में चर्चा एवं समीक्षा करेंगे और इसे किसी एक विषय तक सीमित करना ठीक नहीं होगा। आबे के साथ प्रधानमंत्री मोदी के करीबी संबंधों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के सम्मान में एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि आबे के निधन पर शोक प्रकट करते हुए मोदी ने उन्हें ‘प्रिय मित्र’ बताया था और कहा था कि जापान के पूर्व प्रधानमंत्री ने दुनिया को बेहतर स्थान बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।

द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की

द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/आबूधाबी। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की वायुसेना के कमांडर और वायु रक्षा मेजर जनरल इब्राहिम नासिर मोहम्मद अल अलावी ने सोमवार को वायुसेना प्रमुख वी आर चौधरी से मुलाकात की। दोनों ने मौजूदा द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। यह जानकारी वायुसेना ने दी। दोनों देशों के वायु सेना प्रमुखों ने आपसी हित के क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के उपायों पर भी बात की। वायुसेना ने ट्वीट किया कि यूएई वायुसेना और वायु रक्षा के कमांडर मेजर जनरल इब्राहिम नासिर मोहम्मद अल अलावी ने आज एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी से मुलाकात की।

दोनों देशों के वायु सेना प्रमुखों ने मौजूदा द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने और आपसी हित के क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के तरीकों और क्षेत्रों पर चर्चा की। भारतीय वायुसेना के ट्विटर हैंडल ने भी दोनों देशों के वायु सेना प्रमुखों की मुलाकात की कुछ तस्वीरें साझा कीं। इस बीच, भारतीय वायुसेना ने एक अन्य ट्वीट में सैन्य अभियंता सेवा (एमईएस) को उसके 100वें स्थापना दिवस पर बधाई दी। ट्वीट किया कि एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी और सभी वायु योद्धा सैन्य अभियंता सेवाओं के सभी कर्मियों को उनके 100वें स्थापना दिवस के मौके पर बधाई देते हैं। हम वर्षों से एमईएस द्वारा प्रदान की गई महत्वपूर्ण सेवा और राष्ट्र निर्माण में उनके द्वारा निभायी गई महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हैं और सराहना करते हैं।

नवरात्रि का दूसरा दिन मां 'ब्रह्मचारिणी' को समर्पित 

नवरात्रि का दूसरा दिन मां 'ब्रह्मचारिणी' को समर्पित 

सरस्वती उपाध्याय 

शारदीय नवरात्रि का दूसरा दिन 27 सितंबर 2022, मंगलवार को है। नवरात्रि के दूसरे दिन मां दुर्गा के द्वितीय स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना की जाती है। माता रानी के स्वरूप की बात करें तो शास्त्रों के अनुसार, मां ब्रह्मचारिणी श्वेत वस्त्र धारण किए हैं और दाएं हाथ में अष्टदल की माला और बाएं हाथ में कमंडल लिए सुशोभित हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, मां ब्रह्मचारिणी ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कठोर तप किया था, जिस वजह से मां को तपश्चारिणी अर्थात ब्रह्मचारिणी नाम से जाना जाता है। पुराणों में बताया गया है कि मां ब्रह्माचारिणी की पूजा- अर्चना करने से सर्वसिद्धि प्राप्त होती हैं।

मां ब्रह्मचारिणी की प्रिय वस्तु...

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां ब्रह्मचारिणी को गुड़हल, कमल, श्वेत और सुगंधित पुष्प प्रिय हैं। ऐसे में नवरात्रि के दूसरे दिन मां दुर्गा को गुड़हल, कमल, श्वेत और सुगंधित पुष्प अर्पित करें।

मां ब्रह्मचारिणी का भोग...

मां दुर्गा को नवरात्रि के दूसरे दिन चीनी का भोग लगाना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से दीर्घायु का आशीष मिलता है। मां ब्रह्मचारिणी को दूध और दूध से बने व्यंजन जरूर अर्पित करें।

इन शुभ मुहूर्त में करें पूजा...

ब्रह्म मुहूर्त- 04:36 ए एम से 05:24 ए एम।

अभिजित मुहूर्त- 11:48 ए एम से 12:36 पी एम।

विजय मुहूर्त- 02:12 पी एम से 03:00 पी एम।

गोधूलि मुहूर्त- 06:00 पी एम से 06:24 पी एम।

अमृत काल- 11:51 पी एम से 01:27 ए एम, 28 सितम्बर।

निशिता मुहूर्त- 11:48 पी एम से 12:36 ए एम, 28 सितम्बर।

द्विपुष्कर योग- 06:16 ए एम से 02:28 ए एम, 28 सितम्बर।

पूजा- विधि...

घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करने के बाद मां दुर्गा का गंगा जल से अभिषेक करें।

अब मां दुर्गा को अर्घ्य दें।

मां को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित करें, प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं।

धूप और दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें और फिर मां की आरती करें।

मां को भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।

मंत्र...


श्लोक-

दधाना करपद्माभ्यामक्षमालाकमण्डलु| देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा ||


ध्यान मंत्र-

वन्दे वांछित लाभायचन्द्रार्घकृतशेखराम्।

जपमालाकमण्डलु धराब्रह्मचारिणी शुभाम्॥

देशमुख की जमानत याचिका लंबित होने पर नाराजगी 

देशमुख की जमानत याचिका लंबित होने पर नाराजगी 

अकांशु उपाध्याय/कविता गर्ग 

नई दिल्ली/मुंबई। अवैध उगाही के मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की जमानत याचिका बॉम्बे हाईकोर्ट में काफी समय से लंबित होने पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जताई है। बता दें कि इस मामले में पिछले साल 2 नवंबर को गिरफ्तार किए गए अनिल देशमुख की जमानत याचिका लगभग 8 महीनों से हाईकोर्ट में लंबित है।

सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?

वहीं, SC ने बॉम्बे HC से अनिल देशमुख की जमानत याचिका पर एक हफ्ते के भीतर सुनवाई करने और उस पर तेजी से फैसला करने को कहा है। कोर्ट ने कहा कि जमानत के आवेदनों को आठ महीने तक लंबित रखना जमानत के न्यायशास्त्र के अनुरूप नहीं है।

सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा कि कोई भी व्यक्ति जिसने जमानत की अर्जी दाखिल की है, उसकी वैध उम्मीद है कि उसकी याचिका का जल्द से जल्द निपटारा किया जाएगा। जमानत के लिए एक आवेदन को लंबित रखना संविधान के आर्टिकल 21 के तहत जीवन के अधिकार के अनुरूप नहीं है। बेंच ने आगे स्पष्ट किया कि उन्होंने मामले की मेरिट पर कोई राय व्यक्त नहीं की है।

ईडी ने किया था गिरफ्तार...

Supreme Court की बेंच ने कहा कि देशमुख की जमानत याचिका 21 मार्च से हाईकोर्ट में पेंडिंग है। हम एक निर्देश जारी करते हैं और याचिकाकर्ता को उन न्यायाधीश के समक्ष आवेदन करने की अनुमति देते हैं जिन्हें कल मामला सौंपा गया है। आवेदन इस सप्ताह के दौरान सुनवाई के लिए लिया जाना चाहिए और शीघ्रता से निर्णय लिया जाए। हाई कोर्ट के जज जस्टिस एनजे जमादार पूर्व मंत्री अनिल देशमुख की जमानत याचिका पर सुनवाई कर रहे हैं, जिन्हें नवंबर 2021 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था और वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं।

दुनिया का सबसे खराब सार्वजनिक शौचालय मिला

दुनिया का सबसे खराब सार्वजनिक शौचालय मिला

अखिलेश पांडेय 

लंदन। एक ब्रिटिश ब्लॉगर ग्राहम अस्की ने दुनिया के सबसे खराब सार्वजनिक शौचालय को खोजने के लिए 90 से अधिक देशों में 1.2 लाख किलोमीटर की यात्रा की। इसके लिए उन्होंने 150,000 पाउंड यानी लगभग 1.3 करोड़ रुपये खर्च किए। ग्राहम के मुताबिक, उन्हें ताजिकिस्तान में दुनिया का सबसे खराब सार्वजनिक शौचालय मिला। उन्होंने कहा कि यह इतना बुरा है कि जो लोग इसका इस्तेमाल करते हैं, उन्हें धूप में सुखाए गए मल के ऊपर से गुजरना पड़ता है। ग्राहम ने कहा कि इसकी सबसे विचित्र बात यह है कि इसकी कपड़े की दीवारों का उपयोग टॉयलेट पेपर के रूप में किया जाता है।

ताजिकिस्तान में सबसे खराब सार्वजनिक शौचायल ढूंढने से पहले उन्होंने छह महाद्वीपों में सैकड़ों सार्वजनिक शौचालयों का दौरा किया। ग्राहम ने अपनी नई किताब ‘टॉयलेट्स ऑफ द वाइल्ड फ्रंटियर’ में 36 सार्वजनिक शौचालयों को शामिल किया है। इस लिस्ट में बांग्लादेश और चीन का एक-एक सार्वजनिक शौचालय भी शामिल है। सार्वजनिक शौचालयों को ढूंढने की उनकी जिज्ञासा उनकी मोरक्को में पहली विदेशी छुट्टी पर जगी। उन्होंने दुनिया भर में देखे गए सबसे खराब शौचालयों के बाहर का चित्र भी बनाया।

पावरस्टार पवन का गाना 'सातो बहिनिया अईल' रिलीज 

पावरस्टार पवन का गाना 'सातो बहिनिया अईल' रिलीज 

कविता गर्ग 

मुंबई। भोजपुरी सिनेमा के पावरस्टार पवन सिंह का गाना 'सातो बहिनिया अईल' रिलीज हो गया है। आज से शारदीय नवरात्र शुरू हो चुका है। इस मौके पर पवन सिंह मां दुर्गा की स्तुति में गाना 'सातो बहिनिया अईल' लेकर आये हैं।यह गाना यूट्यूब पर नंबर 4 पर ट्रेंड कर रहा है।यह गाना वेब म्यूजिक से रिलीज हुआ है। गाना 'सातो बहिनिया अईल' में पवन सिंह मां दुर्गा की भक्ति में लीन नजर आ रहे हैं। इस गीत में पवन सिंह ने माता के रूप श्रृंगार का वर्णन अपनी मधुर वाणी में किया है।

पवन सिंह ने कहा कि शक्तिस्वरूपा मां जगदम्बा सबों का कल्याण करें। हम अपने इस गाने को माता रानी के चरणों में समर्पित करते हैं और उनके भक्तों से आग्रह है कि वे हमेशा अपना प्यार और आशीर्वाद बनाये रखें। गौरतलब है कि इस गीत को अरुण बिहारी ने लिखा है, संगीत दिया है छोटू रावत ने। वीडियो निर्देशक पवन पाल, संपादक अंगद पाल, कोरियोग्राफर गुलाम हुसैन हैं।

सुभासपा की ‘सावधान यात्रा’ पटना के लिए रवाना 

सुभासपा की ‘सावधान यात्रा’ पटना के लिए रवाना 

संदीप मिश्र/अविनाश श्रीवास्तव 

लखनऊ/पटना बिहार विधान सभा के आगामी चुनाव और इसके बाद 2024 में होने वाले लाेकसभा चुनाव के मद्देनजर विभिन्न राजनीतिक दलों की चुनावी तैयारियां तेज होने के क्रम में उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) की अगुवाई वाले गठबंधन से हाल ही में अलग हुये सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) की ‘सावधान यात्रा’ सोमवार को लखनऊ से पटना के लिए रवाना हुई।सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय से आज इस यात्रा को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। लगभग एक महीने तक चलने वाली सावधान यात्रा पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के विभिन्न ज़िलों से होती हुई 27 अक्तूबर को सुभासपा के 20वें स्थापना दिवस के अवसर पर बिहार की राजधानी पटना में समाप्त होगी।

सावधान यात्रा के समापन पर 27 अक्टूबर को पटना के गांधी मैदान में सुभासपा ने ‘सावधान महारैली’ का आयोजन किया है। पार्टी का कहना है कि इस यात्रा का प्रयोजन उत्तर प्रदेश और बिहार की साझा समस्याओं एवं मांगों को जनता के बीच उठा कर उसे आगामी चुनावों के बारे में सशक्त भूमिका को लेकर सावधान करना है। यात्रा को रवाना करने से पहले राजभर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “आज से सुभासपा की सावधान यात्रा शुरू हो गयी है। हमारी इस यात्रा का मकसद जनता को सावधान करना है। यात्रा के जरिए हम लोग जनता को आगाह करेंगे।”

उन्होंने कहा कि लखनऊ से शुरू होकर पटना में खत्म होने वाली इस यात्रा के दौरान लोगों को बताया जायेगा कि गरीब का इलाज फ्री में होना चाहिए। युवा बेरोजगार होता जा रहा है, उसे रोजगार मिलना चाहिए। प्रदेश में अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए। जनता के उत्थान के लिये जो दल काम करे जनता को उसे चुनना चाहिए। राजभर ने कहा कि जनता जब तक अपने अधिकारों के लिये जागेगी नहीं तब तक सामाजिक परिवर्तन नहीं होगा। इस यात्रा के जरिये जनता को उसके हक की बात बताकर सावधान किया जाएगा।

आजाद ने अपनी पार्टी बनाने का ऐलान किया 

आजाद ने अपनी पार्टी बनाने का ऐलान किया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। देश में मौजूद राजनीतिक दलों की भीड़ में अब एक और राजनैतिक पार्टी शामिल हो गई है। कांग्रेस को टाटा बाय-बाय करते हुए इस्तीफा देकर गए गुलाम नबी आजाद ने भी अपनी पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया है। डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के नाम से गठित की गई यह पार्टी किसी नेता से प्रभावित नहीं रहेगी। सोमवार को देश के भीतर एक और राजनीतिक दल का उदय हो गया है। अखिल भारतीय कांग्रेस से हाथ छुड़ाकर बाहर गए पूर्व मंत्री गुलाम नबी आजाद ने भी आज अपनी नई पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया है।

नई पार्टी का नाम डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी रखा गया है।  नई पार्टी बनाने वाले गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि तकरीबन 1500 नाम हमें उर्दू एवं संस्कृत में आम जनमानस की ओर से भेजे गए थे। हिंदी और उर्दू के मिश्रण से हिंदुस्तानी शब्द तैयार हुआ हैं। हम चाहते हैं कि राजनीतिक पार्टी का नाम लोकतांत्रिक शांतिपूर्ण एवं स्वतंत्र हो। इसलिए हमरी पार्टी का नाम डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी रखा गया है।

ज्ञानवापी केस में सुनवाई के खिलाफ याचिका, इनकार 

ज्ञानवापी केस में सुनवाई के खिलाफ याचिका, इनकार 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। वाराणसी कोर्ट में जारी ज्ञानवापी मामलें में सुनवाई के खिलाफ याचिका पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि वह हाईकोर्ट जा सकता है। याचिकाकर्ता के वकील की ओर से कहा गया था कि सुप्रीम कोर्ट ने 90 के दशक में तीन आदेश दिए थे, जिसमें यथास्थिति बनाए रखने को कहा था। इसे देखते हुए मामले में अब हो रही सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ है। ज्ञानवापी मामले में सोमवार को केस की सुनवाई रोकने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की। इस दौरान कोर्ट ने सुनवाई से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को कहा कि अपनी बात हाईकोर्ट में रखने को कहा है। इस शीर्ष अदालत में इस मामले की सुनवाई जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने की। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने कहा कि वह जनहित याचिका पर सुनवाई नहीं करेंगे।

पिछले दिनों जिला कोर्ट ने पांच महिलाओं की ओर से देवी शृंगार गौरी की पूजा का अधिकार देने से संबंधित याचिका को सुनवाई के योग्य मानने का आदेश पारित किया था। इसके बाद अब फिर से सुनवाई शुरू हुई है। बता दें कि देवी शृंगार गौरी की हर रोज पूजा का अधिकार के लिए हिंदू पक्ष की ओर से मांग की जा रही है। इसके अलावा मस्जिद परिसर के वजुखाने में मिले शिवलिंग की कार्बन डेटिंग संबंधी मांग वाली याचिका पर सुनवाई जारी है। इन्हीं मामलों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। इससे पहले 12 सितंबर को वाराणसी की जिला अदालत ने ज्ञानवापी मस्जिद और शृंगार गौरी मामले पर एक फैसला सुनाया था। अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी केस सुनने लायक है। जिला अदालत में इस केस की सुनवाई जिला जज एके विश्वेश की एकल पीठ ने की थी।

मात्र 1 रन से चूका नेपाल, अफ्रीका जीतीं

मात्र 1 रन से चूका नेपाल, अफ्रीका जीतीं  इकबाल अंसारी  किंग्सटाउन। टी-20 वर्ल्ड कप के  31वें मुकाबले में नेपाल बड़ा उलट-फेर करने से मात्र 1 ...