शुक्रवार, 30 अगस्त 2019

मार्मिक:बेटे की हत्या कर,फंदे पर लटकाया

जशपुरनगर। जशपुरनगर के रानी बगीचा में पिता ने बेटे के गले में स्कूल बेल्ट को फंसाकर उसे घसीट-घसीटकर इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। हत्या की इस घटना को आत्महत्या बताने के लिए पिता ने खुद ही थाने पहुंचकर सूचना दी।


घटना के दो दिन बाद नया मोड़ आया, जब वारदात के वक्त मौजूद स्वसहायता समूह की महिलाएं व फाइनेंस कंपनी की मैनेजर ने थाने पहुंचकर पुलिस को जानकारी दी कि छात्र की मौत उसके पिता की पिटाई से हुई है। इसके बाद पुलिस ने डॉक्टरों से शॉर्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट मंगाई। इसमें डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे की मौत फांसी से नहीं, बल्कि दम घुटने से हुई है। इसके बाद पुलिस ने पिता को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के बाद आरोपी पिता ने जुर्म कबूल कर लिया है।एसआई सुनील दास ने बताया कि रानी बगीचा निवासी अमित राणा ने कोतवाली पहुंचकर सूचना दी कि बेटा अनिल प्रियंक राणा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। अमित ने पुलिस को बताया था कि शाम को जब वह घर गया तो उसका बेटा स्कूल की बेल्ट के सहारे फंदे पर लटका हुआ था। उसके जिंदा होने की उम्मीद पर उसने फंदे से उसे उतारा और जिला अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां उसे मृत घोषित कर दिया है। दरअसल पिता फाइनेंस कंपनी की किस्त से परेशान था।


वेदों में असाध्य रोगों का इलाज संभव:मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विज्ञान भवन में शुक्रवार को योग पुरस्कार वितरित किए। उन्होंने कहा, ''हमारे पास हजारों साल पुराना लिटरेचर है, वेदों में गंभीर बीमारियों से जुड़े इलाज की चर्चा है, लेकिन दुर्भाग्य से हम अपनी पुरातन रिसर्च को आधुनिकता से जोड़ने में इतने सफल नहीं हो पाए। इसी स्थिति को बीते 5 सालों में हमने लगातार बदलने का प्रयास किया है।''


उन्होंने कहा, ''आज मुझे योग के साधकों, योग की सेवा करने वालों, दुनियाभर में योग का प्रचार प्रसार करने वाले साथियों और संगठनों को पुरस्कार देने का मौका मिला है। पुरस्कार पाने वाले साथियों को मैं बधाई देता हूं। आयुर्वेद, योग और नेचुरोपैथी, सिद्ध, यूनानी और होम्योपैथी के बाद लद्दाख की चिकित्सा पद्धति 'सोवा-रिग्पा' आयुष (एवाईयूएसएच) परिवार का छठा सदस्य हो गया है। इस कदम के लिए मैं मंत्री जी और उनके विभाग को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।''


मोदी ने कहा, ''हमारे देश में परंपरा ऐसी बनी है कि बड़े-बड़े नाम जो टीवी पर चमकते हों या जो नेता कहे जाते हों, उन्हीं पर डाक टिकट बनते हैं। आयुर्वेद के लिए खप जाने वाले पर भी डाक टिकट बन सकते हैं क्या? यही तो बदलाव हुआ है हिंदुस्तान में। आयुष पद्धति को समृद्ध करने वाली 12 हस्तियों के सम्मान में डाक टिकट भी जारी हुए हैं। ये वे साथी हैं जिन्होंने अपना पूरा जीवन लोगों के उपचार में लगा दिया। किसी ने योग को माध्यम बनाया तो किसी ने आयुर्वेद को, किसी ने यूनानी से सेवा की तो किसी ने होम्योपैथी से।''


''आज हम देखते हैं कि जिस भोजन को हमने छोड़ दिया, उसको दुनिया ने अपनाना शुरु कर दिया है। जौ, ज्वार, रागी, कोदो, सामा, बाजरा, सांवा, ऐसे अनेक अनाज कभी हमारे खान-पान का हिस्सा हुआ करते थे। लेकिन अब ये सब चीजें हमारी थालियों से गायब हो गई हैं। मैं दुनिया में कहीं भी जाता हूं, कोई कितना ही बड़ा लीडर हो, उनसे बात की शुरुआत योग से ही होती है। शायद ही विश्व का कोई नेता होगा, जिसने योग पर बात करने में मेरे साथ 5-10 मिनट न खपाए हों।''
''दुनिया का कोई व्यक्ति जो भारत की भाषा भी नहीं जानता, पर जब योग की बात आती है तो सोचता है कि अच्छा होता कि मैं योग से जुड़ जाता। हमारे महापुरुषों ने इस एक विधा को लेकर जो समर्पण किया, इसका हमें गर्व है।''
''अब हमें योग के अलावा आयुष की अन्य विद्याओं को भी दुनिया भर में पहुंचाना है। योग ने खिड़की खोल दी है, दरवाजे खुलने में देर नहीं लगेगी। देश में आयुष का जो आधुनिक इंफ्रास्टरक्चर तैयार हो रहा है उसके लाभ भी व्यापक हैं। विशेषकर छोटे-छोटे गांवों, कस्बों, शहरों में घर के पास स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं। नए अस्पताल बनने से मेडिकल से जुड़ा पूरा ईको सिस्टम यहां विकसित हो रहा है।''
''हमने पिछले दिनों संसद में नेशनल मेडिकल कमीशन का जो कानून पारित किया है उससे देश में स्वास्थ्य शिक्षा और उससे जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में बहुत मदद मिलेगी। जब हम देश में 1.5 लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोल रहे हैं, तो आयुष को भी हम भूले नहीं हैं। देशभर में 12 हजार 500 आयुष सेंटर बनाने का हमारा लक्ष्य है। हमारी कोशिश है कि ऐसे 4 हजार आयुष सेंटर इसी वर्ष हम तैयार कर दें।


दो हजार करोड़ लागत की नहर बह गई

पानी छोड़ते ही 2 हजार करोड़ की लागत से बनी नहर बही, अफसरों ने चूहों को जिम्मेदार ठहराया


गिरिडीह। झारखंड के उत्तरी छोटानागपुर में बनी बहुप्रतीक्षित कोनार नहर परियोजना के उद्घाटन के 13 घंटे बाद ही बह गई। घटिया निर्माण के कारण बगोदर में नहर की बांध टूट गई। आला अफसरों का तर्क है कि चूहों के बिल खोदने से बांध कमजोर हो गई थी। इस परियोजना से हजारीबाग, गिरिडीह और बोकारो में सिंचाई की दिक्कतों को दूर करने का लक्ष्य है। इसमें करीब 2176 करोड़ रुपए की लागत आई। नहर का 100 फीट हिस्सा टूटने के बाद छह गांवों की 100 एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो गई। कई इलाकों में पानी भर गया। रघुवर दास सरकार में जल संसाधन मंत्री रामचंद्र सहिस ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। मंत्री ने 24 घंटे में रिपोर्ट तलब की है।जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि बांध बहने की जो प्रारंभिक रिपोर्ट मिली है, उससे यही लग रहा है कि चूहों ने मिट्‌टी के बांध में कई बिल खोद दिए थे, जिससे बांध कमजोर हाे गया। जब नहर में पानी छोड़ा गया तो बिलों में पानी भरने से यह बह गया।


370 के बाद, श्रीनगर जाएंगे सेना प्रमुख

श्रीनगर। सेना प्रमुख बिपिन रावत जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद आज पहली बार श्रीनगर पहुंचेंगे। इस दौरान सेना प्रमुख कश्मीर घाटी में भी सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। यहां सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है या नहीं, यह भी समीक्षा करेंगे।


हाल ही में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक और केंद्र सरकार ने कहा था कि राज्य में हालात सामान्य हैं। यहां जनजीवन फिर से पटरी पर लौटा है। राज्यपाल ने कहा था कि अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद से अब तक कोई जनहानि नहीं हुई। हर एक कश्मीरी की जान हमारे लिए अहम है। हम नहीं चाहते यहां एक भी व्यक्ति अपनी जान गंवाए। राज्य के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बांदीपोरा, संबल और गांदरबल क्षेत्र का दौरा किया था। यहां उन्होंने स्थानीय पुलिस और सेना के अधिकारियों से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की। केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को संसद में प्रस्ताव पास कर अनुच्छेद 370 खत्म कर दिया था। सरकार ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा होगी।


जीरो पॉइंट पर होगी 'भारत-पाक' वार्ता

तनाव के बीच जीरो प्वाइंट पर आज होगी भारत-पाक वार्ता


नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 को खत्म किए जाने के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच हालात तनावपूर्ण हैं। एक तरफ जहां पाकिस्तान लगातार भारत को धमकी दे रहा है तो दूसरी तरफ भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान पर दबाव बनाने में सफल हो रहा है।


इन तमाम घटनाक्रम के बीच पाकिस्तान ने गजनवी बलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया जोकि 290 किलोमीटर रकी गति से मार करने में सक्षम है। इसके अलावा पाकिस्तान भारत के लिए अपने एयरस्पेस बंद करने की तैयारी कर रहा है। पाकिस्तान के इन तमाम फैसलों से भारत-पाक के बीच तनाव में इजाफा हुआ है।इन सब के बीच पाकिस्तान ने इस बात की पुष्टि की है कि वह शुक्रवार को करतारपुर कोरिडोर को खोलने को लेकर भारत से तकनीकी मुलाकात करने जा रहा है। सिख श्रद्धालुओं को वीजा देने की प्रक्रिया एक सितंबर से शुरू हो सकती है। जिससे कि नवंबर माह में ननकाना साहब में गुरु नानक के 550वीं जन्मदिवस के मौके पर श्रद्धालु यहां पहुंच सके। इसके अलावा पाकिस्तान की ओर से इस बात की भी पुष्टि की गई है कि वह कुलभूषण जाधव को काउंसलर एक्सेस दे सकता है।


पाकिस्तान की ओर से जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 को खत्म किए जाने के बाद जिस तरह से पाकिस्तान ने प्रतिक्रिया दी है, उसका भारत ने पुरजोर विरोध किया है। भारत की ओर से पाक के बयान की आलोचना करते हुए कहा गया है कि हम भारत के आंतरिक मामले में पाकिस्तान के गैरजिम्मेदाराना बयान की निंदा करते हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था कि हम पाकिस्तान के नेतृत्व द्वारा भारत के आंतरिक मामले पर दिए गए गैरजिम्मेदाराना बयान की कड़ी निंदा करते हैं।


कुपोषण के खिलाफ मुख्यमंत्री का अभियान

महराजगंज। जिला मुख्यालय स्थित एनआईसी के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम में शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले के सभी अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर जनपद के बच्चों को कुपोषण से बचाने एवं जनपद के हर गांव में लोगों को इसके बारे में जागरूक करने के सख्त निर्देश दिया।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पोषण माह के अंतर्गत 0-5 वर्ष व 6 माह से 6 वर्ष तक के बच्चो पौष्टिक आहार की व्यवस्था की जाए। जिससे उन्हे कुपोषण से बचाया जा सके। इसको जनपद प्रत्येक गांव में लोगो के बीच जाकर जागरूक करने की जरूरत है। जागरूकता से ही इस गम्भीर बीमारी से बचाव है। इसमें सभी अधिकारी बैठकर उसका दिशा-निर्देश बनाकर लोगो को जागरूक करने की योजना बनाएं। उन्होने सख्त चेतावनी दिया कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस दौरान जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय, सीडीओ पवन अग्रवाल, सीएमओ क्षमाशंकर पांडेय ,पीडी, डीडीओ सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।


प्रत्यक्ष,स्पष्ट होंगे ग्राम पंचायत चुनाव

यूपी की जिला व क्षेत्र पंचायतों के चुनाव सीधे जनता से करवाने को केन्द्र को भेजा जाएगा प्रस्ताव
लखनऊ। प्रदेश के पंचायतराज मंत्री चौधरी भूपेन्द्र सिंह ने संकेत दिया है कि प्रदेश सरकार जल्द ही केन्द्र सरकार को पंचायतीराज एक्ट में बदलाव के लिए प्रस्ताव भेजेगी। यह प्रस्ताव जिला व क्षेत्र पंचायतों के चुनाव सीधे जनता से करवाने के लिए भेजा जाएगा। प्रदेश में अभी जिला व क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधियों के चुनाव अप्रत्यक्ष तौर पर होते हैं।श्री चौधरी ने बुधवार को विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में बतौर कैबिनेट मंत्री अपना कार्यभार संभाला। अभी तक श्री चौधरी पंचायतीराज विभाग के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार थे। बीती 22 अगस्त को हुए मंत्रिमण्डल विस्तार में उन्हें तरक्की देकर कैबिनेट मंत्री बनाया गया और पंचायतीराज विभाग ही उनके पास रहने दिया गया।एक बातचीत में श्री चौधरी ने कहा कि मुख्ममंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि यह चुनाव भी ग्राम पंचायतों की ही तरह प्रत्यक्ष तरीके से करवाए जाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 75 प्रतिशत जनता गांवों में रहती है और पंचायती राज विभाग सीधे इस 75 प्रतिशत ग्रामीण जनता से जुड़ा हुआ है। प्रदेश की मौजूदा भाजपा सरकार के कार्यकाल में केन्द्रीय वित्त आयोग से बड़ी धनराशि ग्राम सभाओं को दी गई है।


कारागार कॉलोनी में हेड वार्डन पर फायरिंग

बस्ती। जिला कारागार कॉलोनी में बुधवार रात जेल के हेड वार्डन पर फायरिंग की गई वारदात को स्कूटी सवार बदमाशों ने अंजाम दिया जेल गेट पुलिस चौकी इंचार्ज की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर अंकित पांडे उसकी रिश्तेदार सुधा पांडे अतुल पांडे व 4 अज्ञात पर केस दर्ज कर लिया है। जेल प्रशासन के अनुसार बैरक नंबर 4 में बंद अंकित पांडे के कुछ बंदियों से मारपीट हो गई थी। हेड वार्डन ओम प्रकाश मिश्रा ने जेल प्रशासन को इसकी रिपोर्ट भेज दी थी। इस आधार पर 25 जुलाई को अंकित को बैरक नंबर 9 में शिफ्ट कर दिया गया था।अंकित तभी से जेल प्रशासन पर दबाव बना रहा था कि उसकी बैरक में कुछ करीबियों को भी भेजा जाए। ताकि उसकी खुशामद हो सके लेकिन ऐसा नहीं हुआ इसी बात को लेकर अंकित के इशारे पर हेड वर्णन पर फायरिंग की गई सीओ सदर आलोक सिंह का कहना है मुकदमा दर्ज कर मामले की तफ्तीश की जा रही है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी जेलर सतीश चंद त्रिपाठी ने बताया अंकित पर विष्णुदत्त ओझा हत्याकांड व दर्जनभर लूट छिनैती के अपराध दर्ज हैं।


तौफीक खान


प्रेमी जोड़े की पिटाई, पुलिस पर हमला

महाराजगंज। कोठीभार थाना क्षेत्र के ग्राम भारत खंड पकडी में बीती रात प्रेम प्रसंग के मामले में युवकों ने जहां प्रेमी प्रेमिका की जमकर पिटाई कर दी वहीं मौके पर पहुंची डायल 100 पुलिस पर भी हमला बोल दिया, पुलिस पर हमले की जानकारी मिलते ही कई थानों की पुलिस पहुंची, पुलिस क्षेत्राधिकारी निचलौल भी पहुंचे और किसी तरह स्थिति को सामान्य किया, इस मामले में जहां पुलिस आगे की कार्रवाई में लग गई है, वहीं पुलिस ने लगभग एक दर्जन से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है।
     घटना के संदर्भ में बताया जाता है कि कोठीभार थाना क्षेत्र के ग्राम भारत खंड पकडी निवासी मारकंडे कसौधन पुत्र वीरेंद्र कसौधन जो गांव में घूमकर अंडे बेचने का कार्य करता है, गांव की एक लड़की से अवैध संबंध हो गया, इस अवैध संबंध की जानकारी गांव के कुछ लड़कों को भी लग गई और वह पकड़ने की फिराक में थे, की बीती रात मारकंडे कसौधन अपनी प्रेमिका के घर में घुस गया, इधर पहले से घात लगाए लड़कों ने घर में घुसने की जानकारी मिलने के बाद लड़की के घर को घेर लिया और कमरे से निकालकर प्रेमी व प्रेमिका की जमकर धुनाई कर डाली, स्थिति काफी विस्फोटक थी, इसी दौरान किसी ने स्थिति को विस्फोटक देख डायल हंड्रेड कंट्रोल को फोन करके सूचना दी, सूचना मिलते ही पीआरबी 2585 मौके पर पहुंची, लेकिन डायल 100 पुलिस के पहुंचते ही उग्र लोगों ने पुलिस को घेर लिया औऱ हमला बोल दिया, इसकी जानकारी मिलते ही कोठीभार, घुघली व निचलौल पुलिस के साथ ही पुलिस क्षेत्राधिकारी निचलौल रणविजय सिंह मौके पर पहुंचे और किसी तरह स्थितियों को सामान्य किया, यह घटना रात लगभग 2 बजे की बतायी जा रही है और डायल 100 कंट्रोल को रात 3 बजे जानकारी मिली। 
     घटना के बाद पुलिस ने एक दर्जन से ज्यादा लोगो को हिरासत में ले लिया है और आगे की कार्यवाही में लग गयी है, गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है और सुरक्षा की दृष्टि से चिउटहा पुलिस चौकी प्रभारी पुलिस बल के साथ गांव में मौजूद थे।


करोड़ो के मेडिकल कॉलेज में नहीं होता इलाज

400 करोड़ के इस मेडिकल कॉलेज में नहीं होता मरीजों का इलाज, पढि़ए खबर में कैसे नर्सों से खानी पड़ती है डांट


400 करोड़ के इस मेडिकल कॉलेज में नहीं होता मरीजों का इलाज, पढि़ए खबर में कैसे नर्सों से खानी पड़ती है डांट
मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर, टेक्नीशियन व अन्य स्टाफ मनमाने तरीके से ड्यूटी कर रहे हैं, जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।
 
जगदलपुर। संभाग के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज में ओपीडी टाइमिंग सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक है। डॉक्टर 1 बजे ही अपने चेंबर से गायब हो जाते है, तो टेक्नीशियन और अन्य स्टाफ 1.30 बजे हॉस्पिटल से निकल जाते हैं। इस प्रकार की मनमानी को लेकर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।


मरीजों को वापस लौटना पड़ा
मेडिकल कॉलेज में स्टाफ की मनमानी को लेकर गुरुवार को पत्रिका की टीम ने पड़ताल की। इस दौरान दोपहर १ बजे मेडिसिन ओपीडी में ताला लगा हुआ मिला। वहीं दोपहर 1.30 बजे चर्म एवं यौन रोग ओपीडी में ब्लड सैंपल लेना वाला कोई नहीं था। इससे 8 से 10 मरीजों को वापस लौटना पड़ा। यहां पर मौजूद स्टॉफ नर्स ने जांच के लिए दूसरे दिन आने के लिए कहा। वहीं कुछ मरीजों ने कहा की दूर से आए हैं, दूसरे दिन जांच के लिए आने में काफी दिक्कत होगी, तो स्टाफ नर्स ने कहा कि इससे मुझे कोई मतलब नहीं है। इलाज करवाना है, तो आओ नहीं तो तुम्हारी मर्जी। डॉक्टर और स्टाफ की मनमाने ड्यूटी की वजह से जिले के दूर दराज से आने वाले लोगों को बिना इलाज और जांच के वापस लौटना पड़ता है। मरीजों की शिकायत के बावजूद हॉस्पिटल प्रबंधन इस मामले पर कोई पहल नहीं कर रहा है।


100 का नया और खास नोट होगा जारी

नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) जल्द ही 100 रुपए का नया और खास नोट जारी करेगा। केंद्रीय बैंक ने यह बात अपनी सालाना रिपोर्ट में कही है। आरबीआई ने कहा कि इन नोटों पर वार्निश की एक खास लेयर चढ़ी होगी। जिससे इनकी उम्र लंबी हो जाएगी यानी ये जल्दी फटेंगे नहीं। फिलहाल यह नोट ट्रायल के तौर पर जारी किए जाएंगे।


इस समय दुनिया के कई देश वार्निश वाले नोटों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके अच्छे लाभ मिल रहे हैं। अन्य देशों के इस अच्छे अनुभव को देखते हुए आरबीआई भी अब इसे अपनाने जा रहा है। भारत में 100 रुपए के नोट से इसकी शुरुआत होगी। मौजूदा समय में प्रचलित नोट कटने-फटने या मैले हो जाने के कारण जल्दी खराब हो जाते हैं। इस कारण आरबीआई को हर साल लाखों करोड़ रुपए के नोट बदलने पड़ते हैं। आमतौर पर हर पांच में से एक नोट हर साल हटाना पड़ता है। इसी समस्या से निपटने के लिए दुनिया के कई देश प्लास्टिक के नोटों का भी इस्तेमाल करते हैं।


क्या होती है वार्निश


हम सभी के घरों में लकड़ी का फर्नीचर होता है। इस फर्नीचर पर एक चमकदार और पारदर्शी लेयर चढ़ी हुई दिखाई देती है। यह लेयर वार्निश की होती है। इससे फर्नीचर की उम्र बढ़ जाती है। अभी नोटों पर भी इसी तरह की एक पतली सी लेयर चढ़ाई जाएगी। इस लेयर के चढ़ाए जाने के बाद नोट गंदगी से बचेंगे और जल्दी खराब नहीं होंगे। नोटों पर यह वार्निश प्रिंटिंग के बाद चढ़ाई जाएगी। हालांकि, इस नोट छापने की लागत में बढ़ोतरी होगी ।
7.2 करोड़ कम हुए 2,000 के नोट 


पिछले वित्त वर्ष के दौरान 2000 रुपए के नोटों का चलन काफी कम हो गया। 2018-19 में चलन में रहे 2000 रुपये के नोटों की संख्या में 7.2 करोड़ की कमी दर्ज की गई। पिछले वित्त वर्ष में नई 2000 की करंसी की संख्या 336 करोड़ से घटकर 329 करोड़ पीस रह गई। वहीं, 500 रुपये के नोट की संख्या वित्त वर्ष 2017-18 के 1546 करोड़ के मुकाबले 2018-19 में बढ़कर 2151 करोड़ पीस थी ।
करेंसी बना रहे जालसाज, बढ़े नकली नोट 


दरअसल, करंसी जालसाज 200, 500 और 2000 रुपए के नए नोटों की नकल के तरीके तलाश रहे हैं। रिजर्व बैंक के डेटा के मुताबिक, इनके डुप्लिकेशन के मामलों में तेज बढ़ोतरी हुई है। सरकार ने नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद इन्हें जारी किया था। 500 रुपए के नए डिजाइन वाले नोट 2017 में जारी हुए थे। वित्त वर्ष 2017-18 के मुकाबले पिछले वित्त वर्ष में इसकी नकल में 121 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। वहीं, 2000 रुपये की करंसी के मामले में यह आंकड़ा 21.9 फीसदी है। सरकार ने 200 रुपए के नए नोट 2017 में पेश किए थे। इसके 12,728 जाली नोट मिले, जबकि पिछले साल सिर्फ 79 ही पकड़े गए थे।


पुजारी की लड़की से जबरन निकाह

नई दिल्ली। पाकिस्तान के लाहौर के ननकाना साहिब क्षेत्र में एक सिख लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है। लड़की कई दिनों से लापता थी। गुरुवार को उसे जबरन इस्लाम कबूल कराने के बाद मुस्लिम शख्स से उसकी शादी कराए जाने की खबर सामने आई। 19 साल की लड़की का नाम जगजीत कौर है और वह गुरुद्वारा तंबू साहिब के ग्रंथी (पुजारी) भगवान सिंह की बेटी है। उसका बंदूक की नोक पर धर्म परिवर्तन कराया गया है। जगजीत कौर के परिवार का कहना है कि यदि लड़की को रिहा नहीं किया गया तो वह पंजाब के राज्यपाल के घर के सामने खुद को आग के हवाले कर लेंगे। जगजीत के भाई सुरिंदर सिंह ने कहा हमारे परिवार ने एक दुखद घटना देखी है जब कुछ गुंडे जबरदस्ती हमारे घर में घुसे और उन्होंने मेरी छोटी बेटी को अगवा कर लिया। उन्होंने उसे प्रताड़ित किया और जबरन उसे इस्लाम कबूल करवा लिया।


खुद को स्थापित करने का समय:मिथुन

राशिफल


मेष:- आपको कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। समय पर ढंग से चीजों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करना होगा। जल्दबाजी में निर्णय न लें और जोखिम से बचें। 
वृष:- भाग्य आपके साथ रहेगा है। आप प्रभावशाली लोगों से संपर्क स्थापित करेंगे। आप एक नई साझेदारी में प्रवेश कर सकते हैं जो आने वाले समय में आपके लाभ को बढ़ा सकते हैं। 
मिथुन:- यह खुद को स्थापित करने का अच्छा समय है। बाधाएं और मुश्किलें भी अब दूर होने लगेंगी। आप राजनीतिक गतिविधियों के प्रति आकर्षित होंगे और आपको कुछ नई जिम्मेदारियां भी दी जा सकती हैं। 
कर्क:- आपको जल्द ही घर में किसी नए सदस्य के आने के बारे में अच्छा समाचार सुनने को मिलेगा। आपके जीवनसाथी के साथ आपके रिश्तों में सुधार आएगा। वह आपका भरपूर सहयोग करेंगे। घर में कोई शुभ कार्य संपन्न हो सकता है। प्रेम संबंधों में बात का बतंगड़ न बनाएँ और अहंकार से बचें। 
सिंह:- प्रेम संबंधों के लिए समय उपयुक्त नहीं है। भावनाओं में ना बहें और किसी पर इतना भी भरोसा ना करें कि वह आगे चलकर आपके लिए मुसीबत बन जाये। समय कमज़ोर चल रहा है अतः धैर्य और संयम के साथ अपने कार्यों में निरंतरता बनाये रखें। 
कन्या:- आज आपको अपने जीवनसाथी या सहयोगियों का साथ आधे-अधूरे मन से मिलेगा। इसके कारण आप किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुँच पाएंगे। यह स्थिति आपको मानसिक उलझन और तनाव में डालेगी। आपको स्वास्थ्य सम्बन्धी कुछ मामूली परेशानी हो सकती है।
तुला:- दिन मिलाजुला परिणामों वाला रहेगा, लेकिन व्यापक स्तर पर चीजें आपके पक्ष में होंगी। कार्य स्थल पर बाधाओं और कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। खर्च बढ़ेंगे। आपको एक नया दृष्टिकोण अपनाना होगा और वांछित परिणामों के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। 
वृश्चिक:- परिणाम आपके पक्ष में होंगे। आप भावनात्मक रूप से अलग-थलग महसूस कर सकते हैं और इससे पार पाने के लिए आपको मुद्दों पर काम करने की आवश्यकता होगी। 
धनु:- आज व्यवसायिक सन्दर्भ में कुछ परेशानियां रह सकती हैं। किन्तु आमदनी में बढोत्तरी संभव है। वैवाहिक जीवन सुखद एवम् अनुकूल रहेगा। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा।  
मकर:- अपने आप को साबित करने के लिए आज आपको कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता हो सकती है। वरिष्ठों को खुश करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। 
कुंभ:- आपके सहकर्मी समूह के मध्य आपकी लोकप्रियता में वृद्धि संभव है। व्यावसायिक रूप से चीजें सुचारू रहेंगी और आपको अच्छी प्रगति प्राप्त होगी। दुर्घटनाएं हो सकती हैं इसलिए वाहन सावधानी से चलाएं।
मीन:- आर्थिक नजरिए से दिन अच्छा बीतेगा रहेगा। आर्थिक लाभ भी शुभ रहेगा। आपके कार्य पूर्ण तो होंगे किन्तु उनमे कुछ देरी हो सकती है। दैनिक क्रियाकलापों में आप अपने परिवार के सदस्यों की भागीदारी और प्रदर्शन से प्रसन्न होंगे। नई नौकरी चाहने वाले विशेष रूप से तकनीकी क्षेत्र में, अच्छे पद को प्राप्त करेंगे। जो लोग नौकरी कर रहे हैं उन्हें समय पर पदोन्नति मिलने की पूरी संभावना है।


उष्‍माघात-अतिताप, बचाव-लक्षण

गर्म, शुष्क त्वचा अतिताप के सामान्य संकेत होते हैं। इससे त्वचा लाल और गर्म हो सकती है क्योंकि रक्त कोशिकाएं ताप अपव्यय को बढ़ाने के प्रयास में चौड़ी हो जाती हैं, कभी-कभी होंठ सूज जाते हैं। शरीर को ठंडा करने में असमर्थता के कारण पसीने के माध्यम से त्वचा सूखी होने लगती है।अन्य संकेत और लक्षण कारणों पर निर्भर हैं। ऊष्माघात के साथ निर्जलीकरण जुड़ा हुआ है जो कि मिचली, उल्टी, सिर दर्द और न्यून रक्त दबाव का उत्पादन कर सकते हैं। यह अचानक बेहोशी या चक्कर आने तक बढ़ सकता है, खासकर अगर व्यक्ति खड़ा है।गंभीर ऊष्माघात के मामले में, व्यक्ति भ्रमित या शत्रुतापूर्ण हो सकता है और नशे में धुत्त लग सकता है। हृदय दर और श्वसन दर में वृद्धि होगी (टेकिकार्डिया या टेकिपनिया) क्योंकि रक्तचाप कम हो जाता है और हृदय, शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन की आपूर्ति करने का प्रयास करने लगता है। रक्तचाप में कमी, रक्त वाहिकाओं के संकुचन का कारण बन सकता है, जिसके परिणामस्वरूप, ऊष्माघात के उन्नत मामलों में त्वचा का रंग पीला या नीला हो जाता है। कुछ पीड़ित, खासकर छोटे बच्चों को मिर्गी आ सकती है। अंततः, जैसे-जैसे शरीर के अंग विफल होते जाते हैं, मूर्च्छा और कोमा फलित होने लगती है।


ऊष्माघात
ऊष्माघात का कारण गर्मी से पर्यावरणीय संपर्क होता है, जिसके परिणामस्वरूप शरीर में एक असामान्य तापमान पैदा होता है। गंभीर मामलों में, तापमान 40 °से. (104 °फ़ै) तक अधिक हो सकता है। ऊष्माघात थकाऊ या गैर-थकाऊ हो सकती है, जो इस पर निर्भर करता है कि क्या व्यक्ति गर्मी में काम कर रहा था। गर्मी के दिन में अत्यधिक शारीरिक श्रम एक स्वस्थ शरीर में भी ताप पैदा कर सकते हैं ।जो शरीर को ठंडा करने की शारीरिक क्षमता से भी अधिक हो सकती है, क्योंकि पर्यावरण का ताप और आर्द्रता शरीर को ठंडा करने की यंत्र की सामान्य दक्षता को कम कर देती है। कम पानी पीना अन्य कारकों में से एक हैं, यह हालत को ख़राब कर सकता है। गैर-श्रम ऊष्माघात आमतौर पर दवाओं द्वारा उत्पन्न होता है जो कि वाहिकाविस्फार, पसीना और अन्य ताप को कम करने वाले तंत्रों को कम कर देता है, जैसे कोलीनधर्मरोधी दवा, एंटीथिस्टेमाइंस और मूत्रल। इस स्थिति में, अत्यधिक पर्यावरणीय तापमान का सामना करने के लिए शरीर की सहनशीलता काफी सीमित हो सकती है, यहां तक कि आराम करने के समय भी।


यमाचार्य नचिकेता वार्ता

गतांक से...


मैंने तुम्हें बहुत पुरातन काल में पूजन की चर्चाएं की है। पूजा किसे कहते हैं पूजा का अभिप्राय क्या है? हम उसको जानना चाहते हैं उसको जान करके उसका सदुपयोग करना ही वह उसकी पूजा कहलाती है। हमारे शरीर में जो अग्नि का प्रभाव हो रहा है। उस अग्नि का सदुपयोग करना। हे ब्रह्मचारीजन, तू अग्नि विद्या का अध्ययन कर, यह विद्या को अध्ययन कर रहा है। अपने में अध्ययनशील बना हुआ है। वेद मंत्र के ऊपर विचार-विनिमय करता हुआ अपनी धुर्वा में गति करता है। कहीं उधरवा में गति कर रहा है, कहीं पुरुषार्थ प्रतिक्रिया में रत हो जाता है। विचार-विनिमय क्या है। वह ग्राह्यपथ्‍य नाम की अग्नि का पूजन कर रहा है। ग्राहपथ्‍य नाम की अग्नि उसे कहते हैं। जो ब्रह्मचारीयो के ह्रदय में सीमट करके ब्रह्मचारी तेजस्वी बना रहता है। और उसको प्राप्त होता हुआ ऊंची ऊंची उड़ान उड़ रहा है। वह लोक लोकातंरो के लिए अपने में विचार विनिमय करता रहता है। जब हम अपने पूज्य पाद गुरुओं के द्वारा अध्ययन करते थे। तो वह अपने विचारों में और ब्रह्मचारीयो के विचारों का दोनों का समन्वय करते रहते थे। और उनका समन्वयक करते हुए विचारते रहते, ज्ञान और विज्ञान की धाराओं में रह-रहकर के एक-एक अणु और परमाणु में गति करते हुए ऊंची ऊंची उड़ान उड़ते रहते हैं। तो विचार-विनिमय क्या है यमाचार्य ने कहा, हे नचिकेता। सबसे प्रथम ब्रह्मचारी अपने स्वर्ग लोक में चला जाता है। वह विद्या का अध्ययन करता है। उसको क्रिया में रूप बनाना अपने में ब्रह्मचर्य का पालन करना
। उसका सदुपयोग करना यह  नाम की अग्नि के समीप जब ब्रह्मचारी चला जाता है। तो वह स्वर्ग में चला जाता है। उसका वही स्वर्ग है। आचार्य भी उसे मन ही मन में नतमस्तक हो जाता है। ब्रह्मचर्य के दोनो शब्दों में उसकी प्रतिभा भाषित रहती है। ब्रह्मचर्य दो ही शब्द है। ब्रह्म कहते हैं परमपिता परमात्मा को और च्रय कहते हैं प्रकृति को। दोनों का अनुसंधान करना है यह उसका कर्तव्य कहलाता है। प्रत्येक सांस की प्रत्येक गति जब वह एक सूत्र में पिरो देता है तो वह ब्रह्मचारी बन जाता है। विद्या का अभिप्राय केवल यही है विद्या के ऊपर हमारा अन्यथा अनुसंधान होना चाहिए। नचिकेता को यमआचार्य ने कहा, कि हम जब पूज्य पाद गुरुदेव के द्वारा अध्ययन करते थे तो एक समय हम विचार-विनिमय करते-करते इन नोदामई मंत्रों का अध्ययन कर रहे हैं और अध्ययन करते हमें एक वेद मंत्र स्मरण आया। वेद मंत्र कहता था कि 'प्रमाणमवृहे वचनाम ब्रह्म वाचा वर्तमाम्‌ देवा: वाचन्‍नम्‌ ब्रह्मवाचा मन:' वेद का मंत्र कहता था कि हम उस परमाणुवाद के क्षेत्र में, ज्ञान और विज्ञान के क्षेत्र में, अपने को कैसे ऊंचा बनाए। तो मुनिवरो, जब आचार्य के समीप पहुंचे तो आचार्य ने हमें नोदा में से मंत्रों को उद्धृत करते हुए कहा कि संभूति 'ब्रह्मवाचा ग्रहलोकाम वचनाम्‌ ब्रह्मलोकवती' यही तो व्रत कहलाता है। उन्होंने पूज्यपाद गुरुओं ने यह वर्णन कराया है जो अनुवाद है, परमाणु वाद है। इसी में ब्रह्मांड निहित रहता है। इसी विद्या को जानकर के मानव समाज और राजनीति समाज को ऊंचा बना करके। हम अपने उदारवागति में ऊंची-ऊंची उड़ान उड़ते रहते हैं। तो यह वाक उन्होंने प्रकट कराया। इस बात का अध्ययन करते हुए हम तुम्हें यही उच्चारण कर रहे हैं। वही ब्रह्मचारी का स्वर्ग है। स्वर्ग किसे कहते हैं जहां दुखद की घटना न आए,कलह न आए। परंतु स्वर्ग उसे कहते हैं जो आप कह रहे। यहां एक दूसरे का वायुमंडल बन जाता है। हर एक सांस बन बन जाता है। वह नरकीय ग्रह कहलाता है। जिस विद्यालय में एक दूसरे के विचारों में मत हो जाता है। एक दूसरे के विचारों में विवाद की प्रवृत्ति बन जाती है। वह विद्यालय अपवित्र हो जाता है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्रधिकृत प्रकाशन विवरण
August 31, 2019 • RNI.No.UPHIN/2014/57254
1.अंक-28 (साल-01)
2. शनिवार,31अगस्‍त 2019
3.शक-1941,भादप्रद शुक्‍लपक्ष प्रदोष ,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 5:53,सूर्यास्त 6:56
5.न्‍यूनतम तापमान -27 डी.सै.,अधिकतम-35+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, बरसात की संभावना!
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा!
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


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गुरुवार, 29 अगस्त 2019

मोबाइल सेवा बहाल,येचुरी श्रीनगर रवाना

SC की इजाजत के बाद श्रीनगर रवाना हुए सीताराम येचुरी
5 जिलों में मोबाइल सेवा बहाल


श्रीनगर। सुप्रीम कोर्ट से परमिशन मिलने के बाद सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया था, 'उच्चतम न्यायालय ने मुझे श्रीनगर जाकर कॉमरेड यूसुफ तारिगामी से मिलने की अनुमति दे दी है। न्यायालय ने मुझे उनके स्वास्थ्य के बारे में उसे 'बताने' को कहा है। मैं उनसे मिलने, लौटने और अदालत को इसकी जानकारी देने के बाद ही विस्तृत बयान दूंगा।
जम्मू-कश्मीर में जारी तमाम प्रतिबंधों के बीच  सुप्रीम कोर्ट  ने सीपीआई (लेफ्ट) के महासचिव सीताराम येचुरी को श्रीनगर जाने की इजाजत दे दी है।आज (गुरुवार को) येचुरी श्रीनगर के लिए रवाना हो रहे हैं। उन्होंने कोर्ट से अपने विधायक और दोस्त एमवाई तरिगामी से मिलने की अनुमति मांगी थी। इस पर चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि हम आपको आपके दोस्त से मिलने की इजाजत देंगे, लेकिन इस दौरान आप कुछ और काम नहीं कर पाएंगे। वहीं, जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने के 25वें दिन जम्मू के पांच जिलों में मोबाइल सर्विसेज बहाल कर दी गई हैं।


सुनील होने चाहिए ट्रिब्यूनल के अध्यक्ष

सुनील गौर जैसे निर्भिक और ईमानदार न्यायाधीश को ही ट्रिब्यूनल का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। चिदंबरम की अग्रिम जमानत खारिज की थी।

केन्द्र सरकार ने दिल्ली हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश सुनील गौर को प्रिवेंशन ऑफमनी लोड्रिंग एक्ट ट्रिब्यूनल का अध्यक्ष नियुक्त किया है। 23 अगस्त को हाईकोर्ट से रिटायर हुए न्यायाधीश गौर आगामी 23 सितम्बर को ट्रिब्यूनल के अध्यक्ष का कार्यभार संभालेंगे। कांग्रेस और विपक्षी दलों के नेताओं को न्यायाधीश गौर की नई नियुक्ति उचित नहीं लग रही है। असल में रिटायरमेंट से दो दिन पहले ही 21 अगस्त को न्यायाधीश गौर ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम की अग्रिम जमानत खारिज कर दी थी, इसलिए सीबीआई चिदंरबम को 22 अगस्त की रात को गिरफ्तार कर सकी। कांग्रेस के नेताओं को लगता है कि न्यायाधीश गौड ने पी चिदंबरम की जमानत खारिज की, इसलिए केन्द्र सरकार ने ट्रिब्यूनल का अध्यक्ष बनाकर उपकृत किया है। असल में कांग्रेस अपने 55 वर्ष के शासन में ऐसा ही करती आई थी, इसलिए अब उसी नजरिए से सोचा जा रहा है, जबकि न्यायाधीश गौर ने सभी सबूतों को देखते हुए संवैधानिक तरीके से जमानत खारिज की। यह संयोग ही है कि न्यायाधीश गौड दो दिन बाद रिटायर हो रहे थे। हाईकोर्ट के न्यायाधीशों की नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट द्वारा की जाती है और इस समय सीजेआई के पद पर जस्टिस रंजन गोगोई बैठे हैं, जिनकी ईमानदारी पर कांग्रेस को भी शक नहीं है। जहां तक न्यायाधीश गौर को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट ट्रिब्यूनल का अध्यक्ष बनाए जाने का सवाल है तो ऐसे महत्वपूर्ण ट्रिब्यूनल में सुनील गौर जैसे ईमानदार न्यायाधीश की ही नियुक्ति होनी चाहिए। यदि न्यायाधीश गौड कानून के दायरे में चिदंबरम की अग्रिम जमानत खारिज नहीं करते तो चिदंबरम कानून के शिकंजे में कैसे आते? राजनीति में से भ्रष्टाचार तभी खत्म होगा, जब चिदंबरम जैसे राजनेता गिरफ्तार होकर जेल जाएंगे। एक तरफ आम धारणा है कि राजनेता कितना भी भ्रष्टाचार कर लें, लेकिन उनके विरुद्ध कार्यवाही नहीं होती। इस धारणा को तोडऩे का काम ही न्यायाधीश गौर ने किया है। चिदंबरम के खिलाफ सीबीआई के पास भ्रष्टाचार के जो सबूत हैं उनसे अब सुप्रीम कोर्ट से भी कोई राहत नहीं मिल रही है। अब साफ हो गया है कि चिदंबरम ने केन्द्रीय वित्त मंत्री की हैसियत से जो निर्णय किए, उनकी एवज में आईएनएक्स मीडिया जैसी कंपनियों ने उनके पुत्र कार्ति चिदंरबम की कंपनियों में करोड़ों की राशि जमा करवाई। 
एस.पी.मित्तल


आख़िर, डर किसका है? ( संपादकीय)

तो क्या पाकिस्तान के मिसाइल परीक्षण से भारत डर जाएगा? 
31 अगस्त तक बंद हैं एयर स्पेस। 

28 अगस्त को जब पाकिस्तान ने सम्पूर्ण एयर स्पेस बंद करने की घोषणा की थी, तभी यह आशंका हो गई थी कि पाकिस्तान कुछ न कुछ हरकत करेगा। 29 अगस्त को दोपहर में मीडिया में खबरें आई कि पाकिस्तान ने 28 अगस्त की रात को बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है। पाकिस्तान का दावा है कि 290 किलोमीटर तक जाने वाली यह मिसाइल अपने साथ 700 किलो विस्फोटक सामग्री ले जा सकती है। यानि यह मिसाइल जिस स्थान पर गिरेगी वहां 700 किलो विस्फोटक सामग्री का विस्फोट होगा। चूंकि मिसाइल का परीक्षण सफल रहा, इसलिए वैज्ञानिकों की टीम को पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष से लेकर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तक ने बधाई दी है। साफ जाहिर है कि पाकिस्तान की ओर से यह कार्यवाही भारत को डराने और दुनिया खासकर मुस्लिम देशों पर दबाव बनाने के लिए की गई है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को बेअसर करने के बाद से ही पाकिस्तान, भारत के खिलाफ जहर उगल रहा है। चूंकि कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान को किसी भी देश का समर्थन नहीं मिमला, इसलिए अब आए दिन युद्ध की धमकी दी जा रही है। पाकिस्तान को लगता है कि हमला कर जम्मू कश्मीर हासिल कर लिया जाएगा। हालांकि प्रधानमंत्री इमरान खान ने तो परमाणु हमले की धमकी दी थी, लेकिन फिलहाल पाकिस्तान अपने ही देश में मिसाइल परीक्षण कर रहा है। यह बात अलग है कि भारत के पास 290 किलोमीटर से भी अधिक दूर तक जाने वाली मिसाइल तैयार है और भारत के पास एंटी मिसाइल तकनीक भी है। यानि पाकिस्तान की मिसाइल को हवा में ही नष्ट किया जा सकता है। सवाल उठता है कि क्या भारत-पाकिस्तान से डर जाएगा? 370 को बेअसर करने से पहले ही भारत ने हर परिस्थितियों पर विचार कर लिया था। भारत को पाकिस्तान की बौखलाहट के बारे में भी पता था। भारत ने पूरी तैयारी से 370 को बेअसर किया है। इसे सरकार और हमारे सुरक्षा बलों की समझदारी ही कहा जाएगा कि पांच अगस्त से पहले पूरा जम्मू कश्मीर आतंक की चपेट में था, लेकिन अब सिर्फ कश्मीर घाटी के पांच सात जिले ही आतंक ग्रस्त माने जा रहे हैं। अब सम्पूर्ण जम्मू और लद्दाख में हालात सामान्य है। यानि सरकार ने कम से कम जम्मू और लद्दाख को तो आतंक मुक्त कर भारत का कानून लागू कर दिया है। जहां तक कश्मीर घाटी का सवाल है तो अभी मात्र 23 दिन गुजरे हैं। सरकार के पास एक साल की रणनीति है। पत्थर फेंकने वाले कश्मीरियों को जब रोजगार मिलेगा तो घाटी में भी हालात सामान्य हो जाएंगे। पाकिस्तान कश्मीर के हालातों को लेकर चाहेे जो प्रोपेगंडा करे, लेकिन पिछले 23 दिन में सुरक्षा बलों को घाटी में गोली चलाने की जरूरत नहीं हुई है। अब मस्जिदों से जेहाद के नारों के बजाए शांति और अमन की अपील होती है। असल में पाकिस्तान और जम्मू कश्मीर में बैठे पाकिस्तान परस्त नेता महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला आदि को उम्मीद थी कि अनुच्छेद 370 को बेअसर करने के बाद जम्मू कश्मीर में आग लग जाएगी, लेकिन दोनों के ही मंसूबे पूरे नहीं हुए। पाकिस्तान को अब उसके कब्जे वाले कश्मीर के मुजफ्फराबाद के छीनने का भी डर हो गया है। इमरान खान के खिलाफ पाकिस्तान में लगातार आक्रोश बढ़ता जा हा है। चूंकि पाकिस्तान ने 31 अगस्त तक एयर स्पेस पर रोक लगाई है, इसलिए उम्मीद है कि और मिसाइलों का परीक्षण होगा। देखना है कि पाकिस्तान इन हरकतों का अमरीका, रूस, चीन जैसे देशों में क्या असर पड़ता है। पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ी मुसीबत मुस्लिम देशों का भारत के साथ खड़ा होना है। पाकिस्तान एक ओर कश्मीर से मुसलमानों की दुहाई दे रहा है तो दूसरी ओर एक भी मुस्लिम देश पाकिस्तान के साथ नहीं है। उल्टे भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को यूएई में सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया जा रहा है। 
एस.पी.मित्तल


'पायलट' किसको जिम्मेदार ठहरांगे ?

राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव में हार के लिए अब सचिन पायलट किसे जिम्मेदार ठहराएंगे? लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर की थी टिप्पणी। चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के केकड़ी में भी हार। 

लोकसभा चुनाव में राजस्थान की सभी 25 सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों की हार पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और सरकार में डिप्टी सीएम रह कर सत्ता का सुख भोग रहे सचिन पायलट ने कहा था कि सरकार में बैठे लोगों को इस बात पर विचार करना चाहिए कि विधानसभा में जीतने के बाद हम लोकसभा में क्यों हार गए? हमें हार के कारणों का पता लगाना चाहिए। पायलट की यह टिप्पणी अशोक गहलोत के नेतृत्व में चल रही सरकार के कामकाज को लेकर थी। अब प्रदेश के अधिकांश कॉलेज और विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव में भी कांग्रेस के अग्रिम संगठन एनएसयूआई के उम्मीदवार हार गए हैं तो सवाल उठता है कि इस हार के लिए पायलट किसे जिम्मेदार ठहराएंगे? हालांकि पिछले 6 वर्षों में पायलट ने कांग्रेस संगठन का जो ढांचा खड़ा किया, उसी से जुड़े नेताओं ने ही छात्रसंघ चुनाव में उम्मीदवार तय किए। प्रदेश में नवम्बर माह में अनेक स्थानीय निकायों तथा अगले वर्ष जनवरी में पंचायतीराज के चुनाव होने हैं, तब अगस्त माह में प्रदेश के 11 विश्वविद्यालयों में से मात्र दो पर एनएसयूआई के उम्मीदवार जीते हैं। यानि 9 विश्वविद्यालयों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। 11 में से 5 पर भाजपा समर्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद तथा 4 विश्वविद्यालयों में निर्दलीय उम्मीदवार जीते हैं। कमोबेश यही स्थिति प्रदेश भर के कॉलेजों की रही हैं। इससे कांग्रेस का कार्यकर्ता भी मायूस हैं। असल में पायलट ने प्रदेशाध्यक्ष रहते जिन लोगों को जिलाध्यक्ष बनाया, उनकी संगठन पर कोई पकड़ नहीं है। चूंकि ऐसे अध्यक्षों ने अपने समर्थक भरे, इसलिए कार्यकर्ताओं का जुड़ाव नहीं है। छात्र संघ में एनएसयूआई के उम्मीदवारों की हार के लिए कांगे्रस जिलाध्यक्षों को ही जिम्मेदार माना जा रहा है। क्या छात्र संघ चुनाव में मिली हार के लिए भी सचिन पायलट सरकार की ओर इशारा करेंगे? लोकसभा चुनाव में हार पर जो सवाल पायलट ने उठाया था उसका जवाब अभी तक नहीं आया है। नवम्बर में जिन शहरी निकायों के चुनाव होने हैं, वहां नगर पालिका के अध्यक्ष और नगर परिषद के सभापति का चुनाव सीधे तौर पर होगा। यानि संबंधित शहर के सभी मतदाता अध्यक्ष या सभापति चुनेंगे। छात्रसंघ चुनाव की हार से स्थानीय निकायों के परिणाम का अंदाजा कांग्रेस को लगा लेना चाहिए। हालांकि सचिन पायलट स्वयं कांग्रेस सरकार में डिप्टी सीएम की हैसियत से शामिल हैं, लेकिन पायलट कभी भी सरकार के कामकाज की जिम्मेदारी नहीं लेते। प्रदेशाध्यक्ष के तौर पर पायलट हमेशा अपनी ही सरकार पर हमलावर रहते हैं। 19 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की जयंती पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित सभा में भी पायलट ने सरकार पर हमला करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस सभा में सीएम अशोक गहलोत भी उपस्थित थे। 
मंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में भी हार:
छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई के उम्मीदवारों को जीताने की अपील करने वाले मंत्रियों में केकड़ी के विधायक और प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा भी शामिल थे। रघु ने भी सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों को जीताने की अपील की थी, लेकिन एनएसयूआई का उम्मीदवार रघु के निर्वाचन क्षेत्र केकड़ी के गर्वमेंट कॉलेज में हार गया। जब रघु शर्मा अपने निर्वाचन क्षेत्र से ही एनएसयूआई के उम्मीदवार को नहीं जितवा सकते तो प्रदेशभर में रघु की अपील के असर का अंदाजा लगाया जा सकता है। गत लोकसभा चुनाव में भी केकड़ी से कांग्रेस उम्मीदवर रिजु झुनझुनवाला भी हजारों मतों से पिछड़ गए थे। केकड़ी कॉलेज के प्रमुख चारों पदों पर एनएसयूआई को हार मिली। एनएसयूआई के उम्मीदवार रघु की सहमति से ही तय हुए थे। चिकित्सा मंत्री  बनने के बाद केकड़ी में वो ही होता है जो रघु चाहते हैं। मंत्री होने के नाते रघु ही अजमेर जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए 15 अगस्त को जिला स्तरीय समारोह में रघु ने ही झंडरोहण किया। लेकिन अजमेर जिले के मात्र दो कॉलेजों में एनएसयूआई के अध्यक्ष बन पाए हैं। ब्यावर में तो मात्र 3 मतों से जीत हो पाई है। एमडीएस यूनिवर्सिटी से लेकर पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय तक में एनएसयूआई को हार का सामना करना पड़ा है। 
एस.पी.मित्तल


पानी भेदभाव का मामला पहुंचा एससी

बीसलपुर बांध के पानी के भेदभाव का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। 
अजमेर की एडवोकेट अल्पना शर्मा ने दायर की जनहित याचिका। 

अजमेर। जिले के एक मात्र पेयजल के स्त्रोत बीसलपुर बांध के पानी में हो रहे भेदभाव का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। अजमेर निवासी एडवोकेट अल्पना शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की है। इस याचिका पर जल्द सुनवाई होगी। याचिका में कहा गया है कि बीसलपुर बांध का निर्माण अजमेर की प्यास बुझाने के लिए किया गया था, लेकिन अब अजमेर के बजाए जयपुर को प्राथमिकता दी जा रही है। अजमेर में दो-तीन दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई हो रही है जबकि बीलसुपर बांध से पानी लेकर जयपुर को रोजाना पेयजल की सप्लाई की जा रही है। इस भेदभाव की ओर कई बार जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया गया, लेकिन आज तक भी भेदभाव समाप्त नहीं हुआ है। याचिका में सवाल उठाया गया है कि जब बीसलपुर बांध से जयपुर को रोजाना सप्लाई की जा सकती है तो फिर अजमेर को क्यों नहीं? सरकार ने बांध से पानी को जयपुर ले जाने के लिए तो अनेक योजनाएं बना दी, जबकि अजमेर के लिए अतिरिक्त योजना नहीं बनाई गई। यही वजह है कि अजमेर में शहरी क्षेत्र में दो-तीन दिन में तथा ग्रामीण क्षेत्रों में दस दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई हो रही है। याचिका में कहा गया है कि जयपुर को बांध से पानी सप्लाई पर ऐतराज नहीं है, लेकिन पहले अजमेर की मांग पूरी की जाए। ऐसा नहीं होना चाहिए कि की मांग को अधूरा रख कर जयपुर में पेयजल की सप्लाई की जाए। याचिका के साथ आरटीआई में प्राप्त दस्तावेज भी संलग्न किए गए हैं, जिनसे साफ पता चलता है कि बीसलपुर बांध के पानी को लेकर भेदभाव हो रहा है। याचिका में आग्रह किया गया कि अजमेर जिले में मांग के अनुरूप पेयजल की सप्लाई सुनिश्चित की जाए। अब जब बीसलपुर बांध इस बार क्षमता के अनुरूप भर गया है तो अभी से ही भेदभाव को समाप्त करवाया जाए। बीसलपुर बांध का जो पानी ओवरफ्लो हो रहा है उसे भी अजमेर के तालाबों में डालने की योजना बनाई जाए। जयपुर में पेयजल के कई विकल्प हैं, जबकि अजमेर जिले के लोग पूरी तरह बीसलपुर बांध पर ही निर्भर हैं। बीसलपुर बांध की दूरी 132 किलोमीटर है। पाइप लाइन के जरिए बांध से पानी को अजमेर तक लाया जाता है। याचिका के संबंध में और कोई जानकारी अथवा सुझाव देने के लिए मोबाइल नम्बर 7042767297 पर एडवोकेट अल्पना शर्मा से संवाद किया जा सकता है। 
एस.पी.मित्तल


सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया

सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया पंकज कपूर  देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को बदरीनाथ पहुंच कर श्रद्धालुओं की...