शुक्रवार, 12 फ़रवरी 2021

बॉलीवुड एक्ट्रेस की पर्सनल लाइफ में झांके फैंस

कविता गर्ग
मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस की पर्सनल लाइफ में उनके फैंस को खासा दिलचस्पी रहती है। अक्सर हीरोइनों को फर्राटेदार इंग्लिश बोलते देख उनके फैंस उनसे नजरे नहीं हटा पता हैं। और वो इस अंग्रेजी बोलने के अंदाज से फैंस को लगता है। कि ये हीरोइनों तो जैसे दुनिया के सबसे शानदार स्कूल और कॉलेज से पढकर आई हैं। हालांकि बॉलीवुड एक ऐसी इंडस्ट्री है। जहां आपकी पढाई और डिग्री से ज्यादा आपका टैलेंट आपके काम आता है। तो आगे कि स्लाइड्स के बारे में हम आपको उन हीरोइनों की लिस्ट दिखने जा रहे हैं। जो पढ़ाई के नाम पर ग्रेजुएशन को क्या 12 वीं फेल हैं। और एक ने तो 6ठीं क्लास भी पास नहीं की, दीपिका पादुकोण इस लिस्ट में पहला नाम है। सूपरस्टार दीपिका पादुकोण का।  एक्टिंग, डांस और खूबसूरती से पूरी दुनिया पर राज करने वाली दीपिका पादुकोण की मम्मी चाहती थी। कि वो अपना ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद ही कुछ करें। हालांकि एक टॉक शो में दीपिका ने इस बात का खुलासा किया था कि वो मां की ये ख्वाहिश जरूर एक दिन पूरा करेंगी। फिलहाल आपको बता दें कि दीपिका ग्रेजुएट भी नहीं हैं। अभिनेत्री कंगना रनौत हर मुद्दे पर अपनी राय बेबाकी से रखती हैं। वहीं फैंशन और फिल्म सेलेक्शन को लेकर ट्रेंड सेटर बन चुकी कंगना 12 वीं क्लास में फेल हो गयीं थीं। और इसके बाद वो घर से भागकर दिल्ली मंबई जैसे शहरों में अपने दम पर करियर बनाने नकल पड़ी कंगना कई बार यह कह चुकी हैं। कि शुरू में उनकी अंग्रेजी की वजह से उनका बहुत मजाक उड़ाया जाता था। हालांकि अब कंगना ने इंटरव्यू देखें तो ये कहना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। कि वो 12 वीं फेल हैं। करिश्मा कपूर। कपूर खानदान की स्टार डॉटर करिश्मा कपूर का नाम इस लिस्ट में सभी को हैरान कर सकता है। लेकिन इससे भी ज्यादा हैरानी की बात ये है। कि करिश्मा सिर्फ 5वीं पास हैं। करिश्मा वर्क फ्रंट और फिल्मों को लेकर इतनी सीरियस थीं। कि उन्होंने छठी क्लास के दौरान उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और अपना फिल्मी करियर शुरू किया था। हालांकि अंजाम सभी के सामने है। सोनम कपूर भी फिल्मी फैमिली से हैं। ऐसे में वो फिल्म करियर को लेकर इतनी पैशनेट थी। कि उन्होंने पढाई और डिग्री जमा करना जरूरी नहीं समझा. मुंबई के आर्य विद्या मंदिर से 12 तक पढ़ने के बाद सोनम कपूर ने ग्रेजुएशन करने के लिए एडमिशन तो लिया लेकिन बीच में पढ़ाई छोड़ अपने फिल्मी सफर की शुरुआत कर ली खुद सोनम कपूर ने इंटरव्यू में कहा था। कि उन्होंने 12वीं की पढ़ाई बीच में छोड़ दी और अभिनेत्री बन गई क्योंकि वो चार साल तक इंतजार नहीं कर सकती थी। आलिया भट्ट। लिस्ट में अगला नाम है। आलिया भट्ट का. आलिया ने बहुत कम उम्र में फिल्मी करियर की शुरूआत कर दी थी। फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर' से डेब्यू करने वाली आलिया ने स्कूल के बाद ही फिल्मी करियर शुरू कर दिया था। फिर लगातार मिल रहे ऑफर्स की वजह से 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी। राखी सावंत: राखी अक्सर ही अपने बचपन के दिनों को लेकर मीडिया में बात करती दिखाई देती हैं। राखी ने कॉलेज तक पढ़ाई की है। हालांकि राखी सावंत ने मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट से निर्दलीय कैंडिडेट के रूप में चुनाव लड़ा था। जिसमें उन्होंने अपनी शैक्षणिक योग्यता अनपढ़ बताई थी।

देश का पहला सीएनजी ट्रैक्टर बाजार में पेश करेंगे

हरिओम उपाध्याय  
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शुक्रवार को भारत का पहला सीएनजी ट्रैक्टर बाजार में पेश करेंगे। सरकार ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि इससे ईंधन की लागत पर सालाना लगभग एक लाख रुपये तक की बचत की जा सकती है।
ट्रैक्टर को डीजल से सीएनजी ईंधन वाला बनाया गया है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने एक बयान में कहा, सीएनजी में परिवर्तित भारत का पहला डीजल ट्रैक्टर, आज (शुक्रवार) केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा औपचारिक रूप से बाजार में पेश किया जाएगा।’’ सरकार ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि इससे ईंधन की लागत पर सालाना लगभग एक लाख रुपये तक की बचत की जा सकती है। ट्रैक्टर को डीजल से सीएनजी ईंधन वाला बनाया गया है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सीएनजी में परिवर्तित भारत का पहला डीजल ट्रैक्टर आज (शुक्रवार) केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा औपचारिक रूप से बाजार में लॉन्च किया जाएगा।
बयान में यह भी कहा गया है। कि रावमैट टेक्नो सॉल्यूशंस और टॉमासेटो ऐशिल इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से परिवर्तित और विकसित इस ट्रैक्टर से किसानों की लागत कम करने और ग्रामीण भारत में रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद मिलेगी।
इस पेशकश के मौके पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र सिंह तोमर, परषोत्तम रुपाला और वी के सिंह भी उपस्थित रहेंगे। बयान में कहा गया है। कि किसान के लिए सबसे महत्वपूर्ण लाभ, ईंधन की लागत में सालाना एक लाख रुपये से अधिक की बचत होगा,
जिससे उन्हें अपनी आजीविका में सुधार करने में मदद मिलेगी। बयान में कहा गया है। कि यह अधिक सुरक्षित है। क्योंकि सीएनजी टैंक पर कड़ी सील लगायी गई है। इससे इसमें ईंधन भरने के दौरान या ईंधन फैलने की स्थिति में विस्फोट खतरा कम होता है।
बयान में कहा गया है कि इसका भविष्य है। क्योंकि वर्तमान में दुनिया भर में लगभग 1।2 करोड़ वाहन पहले से ही प्राकृतिक गैस से संचालित हैं और हर दिन और अधिक कंपनियां और नगर पालिकाएं सीएनजी वितरण में शामिल हो रही हैं।
इसमें कहा गया है कि डीजल की तुलना में सीएनजी में कार्बन उत्सर्जन में 70 फीसदी की कमी होती है। इससे किसानों को ईंधन की ईंधन लागत में भी 50 फीसदी तक की बचत होगी।
डीजल और सीएनजी की कीमतों में काफी ज्यादा अंतर है। दिल्ली में इस समय डीजल के दाम 78।03 रुपये लीटर हैं। जबकि, सीएनजी की कीमत 42।70 रुपये प्रति किलोग्राम है। इसके अलावा पेट्रोल-डीजल के दाम तकरीबन रोजाना ही बढ़ रहे हैं। 
बता दें कि पिछले साल दिसंबर में मोदी सरकार ने कृषि और निर्माण कार्य में लगी मशीनरी के लिए दो तरह के ईंधन के इस्तेमाल के नियमों का नोटिफिकेशन जारी किया था। नोटिफिकेशन का मकसद ट्रैक्टर, टिलर और हार्वेस्टर में सीएनजी के इस्तेमाल को प्रोत्साहन देना है। 
सीएनजी ट्रैक्टर के फायदे
सीएनजी एक स्वच्छ ईंधन है। इसमें कार्बन और अन्य प्रदूषकों की मात्रा सबसे कम है। सीएनजी बहुत किफायती है। क्योंकि इसमें सीसा लगभग शून्य के बराबर है।  सीएनजी, इंजन की जीवन क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। ट्रैक्टर के लिए नियमित रखरखाव की जरूरत कम। सीएनजी वेस्ट टू वेल्थ (कचरे से धन) कार्यक्रम का ही एक हिस्सा है। डीजल से चलने वाले इंजन की तुलना में रेट्रोफिटेड ट्रैक्टर उससे अधिक ताकत पैदा करता है। इससे डीजल की तुलना में कुल कार्बन उत्सर्जन में 70% की कमी आई है। यह किसानों को ईंधन की लागत पर 50% तक की बचत करने में मदद करेगा। इस समय डीजल की कीमत 78 रुपये प्रति लीटर हैं। सीएनजी केवल 42 रुपये प्रति किलोग्राम है।

संसद में मल्लिकार्जुन होंगे अगले विपक्ष के नेता

मल्लिकार्जुन खड़गे होंगे अगले नेता विपक्ष
नई दिल्ली।राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद का राज्यसभा कार्यकाल 15 फरवरी को खत्म होने वाला है. सदन में सभापति वैंकेया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शरद पवार समेत तमाम नेताओं ने उन्हें भावभीनी विदाई दी। आजाद की विदाई पर प्रधानमंत्री मोदी भावुक भी हुए और कई घटनाओं का जिक्र करते हुए उनकी तारीफ भी की लेकिन आजाद के जाते ही अब बड़ा सवाल ये उठता है कि कांग्रेस आखिर किसको विपक्ष का नेता बनाएगी। सूत्रों की मानें तो पार्टी के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में कांग्रेस के नेता रहे मल्लिकार्जुन खड़गे को विपक्ष का नेता बनाया जा सकता है। गौरतलब है कि खड़गे हाल ही में राज्यसभा में सदस्य के तौर पर आए हैं। खड़गे इस बार लोकसभा चुनाव हार गए थे. वहीं, राज्य सभा में विपक्ष के उप नेता आनंद शर्मा भी चाहते हैं। कि विपक्ष का नेता उनको बनाया जाए, मगर सूत्रों के मुताबिक हाल ही में संगठन को लेकर कई सवाल खड़े करती सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी के बाद पार्टी नेतृत्व उन्हें ये जिम्मेदारी देने पर ज्यादा उत्साहित नहीं है। सूत्रों के मुताबिक़ नेता विपक्ष का नाम एक-दो दिनों में तय कर दिया जाएगा। असल में कांग्रेस के लिए चुनौती का काम ये भी है। कि किसी ऐसे वरिष्ठ नेता को विपक्ष का नेता बनाना होगा जो विपक्ष के तमाम दूसरे दलों और वरिष्ठ नेताओं से सामंजस्य बना सके। मल्लिकार्जुन खड़गे होंगे नए नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे नेता विपक्ष।

किसान व जवान देश के विकास की आधारशिला

किसान और नौजवान दोनों देश की आधारशिला: मुकीम
आदर्श श्रीवास्तव  
शाहजहांपुर। जनपद की तहसील पुवायां के ग्राम बितौनी में हुआ किसान महापंचायत का किया गया आयोजन। सभी कांग्रेस जन मौजूद रहे। 10 फरवरी से 20 फरवरी 2021 तक उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आवाह्न पर चलने वाले तहसील स्तरीय किसान महापंचायत कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद शाहजहांपुर की जिला कांग्रेस कमेटी ने जनपद की तहसील पुवायां के ग्राम बितौनी में किसान महापंचायत का आयोजन किया। किसान महापंचायत में आज बतौर मुख्य अतिथि पूर्व सांसद दिग्गज कांग्रेस नेता मोहम्मद मुकीम एवं महाराजगंज से पूर्व प्रत्याशी रहे सम्मानित नेता श्री सच्चिदानंद पांडे जी जिला प्रभारी गुरमीत सिंह भुल्लर ने भाग लिया अध्यक्षता जिलाध्यक्ष शाहजहांपुर रजनीश कुमार गुप्ता मुन्ना ने की महापंचायत को संबोधित करते हुए श्री मोहम्मद मुकीम ने कहा कि किसान और नौजवान दोनों देश की मुख्य आधारशिला हैं। इनके बिना देश निर्माण की कल्पना भी नगण्य है। लेकिन मौजूदा सरकारों ने दोनों को बर्बादी के कगार पर पहुंचा दिया है। पूरा देश त्राहि त्राहि कर रहा है। उन्होंने कहा कि जनता से सरकार होती है। सरकार से जनता नहीं इसलिए जब जनता को मालूम है सर्व विदित है। कि वर्तमान में लाए गए किसान विल जन विरोधी हैं। इनसे देश वासियों को भारी नुकसान होगा तो सरकार को देश हित में काले कृषि कानूनों को तत्काल वापस ले लेना चाहिए कांग्रेस सदैव राष्ट्रहित की बात करती है। कांग्रेस ने देश को अपने लहू से सींचा है। इसलिए इन कानूनों के विरोध में कांग्रेस जनता और अन्नदाताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। और हर लड़ाई को पुरजोर तरीके से लडेगी,श्री सच्चिदानंद जी ने कहा कि हम लोग आपकी हर लड़ाई में आपके साथ हैं। श्री गुरमीत सिंह ने कहा कि कांग्रेस जनता की आवाज है। इसे दवाया नहीं जा सकता,श्री अशफाक उल्ला ने कहा कि कांग्रेस के लोगों ने देश के लिए अपनी कुर्बानियां दीं हैं। और अन्नदाताओं की लड़ाई भी कांग्रेस पूरे तरीके से उनके हित में लड़ेगी,जिलाध्यक्ष श्री मुन्ना ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए नेतृत्व को भरोसा दिलाया कि जनपद शाहजहांपुर के लोग हर संघर्ष में साथ और आगे खड़े दिखाई देंगे इस दौरान मुख्य रूप से श्री अशफाक उल्ला खां,कृष्ण विनोद मिश्रा,सत्येन्द्र त्रिवेदी, लक्ष्मीनारायण मिश्रा,प्रमोद मिश्रा,दिनेश कुमार एड., फुरकान अहमद कुरैशी शिववीर सिंह गुन्ना, सुनील कुमार, अरुनोद मिश्रा आशीष तिवारी विकास शर्मा रवि शुक्ला मोहन शुक्ला सहित कई सम्मानित कांग्रेसजनों ने संबोधित किया इस अवसर पर विशाल जन समूह मौजूद रहे।

जालौन: सुरक्षाकर्मियों को लगाई गई वैक्सीन

सुरक्षा कर्मियों को लगाई गई कोरोना वैक्सीन!
जालौन। कोविड -19 महामारी के रोकथाम के प्रयास उच्च स्तर पर तेजी से चल रहे हैं। इसमें भारतीय वैकसीन असरदार साबित हो रही है। शुरूआत मे स्वास्थ्य कर्मियों के साथ सुरक्षाकर्मियों को वैक्सीन लगाया जाना सुनिश्चित किया गया है। इसी क्रम में थाना गोहन और ईंटों चैकी पुलिस स्टाफ को कोरोना वैक्सीन स्वास्थ्य केंद्र माधौगढ मे लगाई गई। वार्ता में थाना अध्यक्ष राजीव वैस ने कहा कि लोगों को दो गज दूरी, मास्क है। जरूरी का ध्यान रखना चाहिए, वैक्सीन के बारे में किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दे। थानाध्यक्ष राजीव कुमार बैस एस आई कृष्ण नारायण वंशराज यादव रामवीर सिंह ईंटों चैकी से एस आई जयवीर सिंह सिपाही अक्षय पंकज राममूर्ति ओमशिव महेंद्र बृजेश मनीष अंकुर रामनाथ अखिलेश जितेन्द्र दीवान सन्तोष सहित समस्त महिला सिपाही को वैक्सीन लगाई गई।

उपलब्धि: मजदूरी के बोझ तले दम तोड़ रहा बचपन

बच्चों से करवाया जा रहा है। काम जिम्मेदार मौन
संदीप मिश्र 
रायबरेली। ऊँचाहार एक ओर जहाँ गरीब श्रमिकों को जान जोखिम में डालकर निर्माण कार्य करना पड़ रहा है। तो वहीं दूसरी ओर गरीब परिवार के नाबालिग बच्चों की मजबूरी का फायदा उठाकर ठेकेदार उनसे कम पैसों में मजदूरी करवाकर मोटी रकम कमाकर रहा है। नियम और कानून को तार-तार कर अपने आप को प्रभावशाली साबित रहे हैं। मामले में प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी भी बेखबर हैं। हम यूँ ही नही कह रहे हैं। बाल मजदूरी करते हुए यह तस्वीर बयाँ कर रही है जो कैमेरे में कैद होकर हम तक पहुँची है। पूरा मामला दरसअल रायबरेली जिले के ऊँचाहार एनटीपीसी परियोजना द्वारा ठेकेदार के माध्यम से मलकाना गांव के निकट गन्दा नाला के ऊपर कराये जा रहे पुल निर्माण कार्य का है। जहाँ न सिर्फ बाल मजदूरी कराई जा रही बल्कि श्रमिकों की जान जोखिम में डालकर पुल निर्माण का कार्य कराया जा रहा है। निर्माण कार्य में लगे मजदूरों के पास सुरक्षा के तौर पर न ही हेलमेट है। न ही दस्ताने व जूते हैं। और ना ही सुरक्षा सम्बन्धी अन्य वस्तुएँ उपलब्ध हैं। तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं। की किस तरह से श्रमिक अपनी जान पे खेलकर काम को अंजाम दे रहे हैं। नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर एक श्रमिक ने बताया कि बीते वर्ष से चल रहे इस कार्य में ठेकेदार द्वारा मानकों को ताक पर रखकर घटिया मासले,व बिना गुणवत्ता की सरिया व आदि सामान का उपयोग कर निर्माण कार्य को दिनों दिन आगे बढ़ाया जा रहा है। साथ ही बाल मजदूरी भी कराई जा रही है। पास के ही गाँव के किशोर गौरव को तस्वीरों में देखा जा सकता है। कि किस तरह से वह हथौड़ा चला रहा है। और अन्य काम कर रहा है। इस सम्बंध में जब जिम्मेदारों से सवाल किये गये तो सभी कैमेरे से बचते नजर आये लेकिन सवाल पूछने के दौरान अपने आप को कार्य का देखरेख बताने वाले कैलाश प्रजापति का वीडियो कैमेरे में कैद हो गया जो इस बात को स्वीकार रहा है। कि बाल मजदूरी हुई है। और श्रमिक बिना किसी सुरक्षा के निर्माण कार्य को अंजाम दे रहे हैं। वहीं पूरे मामले पर जब ऊँचाहार छण्ज्ण्च्ण्ब् ण् च्त्व् विजय कुमार से बात करनी चाही तो उन्होंने बाताया मै अभी छुट्टी पर हू मुझे वर्तमान कि जानकारी नहीं है।

2 रुपये में 1जीबी डाटा, फ्री कॉलिंग व कई फायदे

 1जीबी डेटा सिर्फ 2 रुपये में फ्री कॉलिंग सहित मिल रहे कई फायदे 
पालूराम  
 नई दिल्ली। वोडाफोन-आइडिया (अब वीआई) के पास कई खास रिचार्ज प्लान हैं। हर दिन सबसे ज्यादा डेटा देने के मामले में भी वोडाफोन-आइडिया आगे है। कंपनी के पास 3 ऐसे प्रीपेड रिचार्ज प्लान हैं। जिनमें यूजर्स को हर दिन 4GB डेटा दिया जाता है। रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया के रिचार्ज प्लान्स में से हम आपको सबसे सस्ता प्लान बता रहे हैं। यह प्लान वोडाफोन-आइडिया का है। इस प्लान में 1GB डेटा सिर्फ 2 रुपये का पड़ता है। डेटा के अलावा प्लान में फ्री कॉलिंग और दूसरे कई फायदे मिलते हैं। तो आइए जानते हैं। कि यह प्लान कौन सा है। और इसमें क्या-क्या बेनेफिट मिलते हैं। 
वोडाफोन-आइडिया के पास 449 रुपये का खास प्लान है। इस प्लान की वैलिडिटी 56 दिन की है। डबल डेटा ऑफर के तहत इस प्लान में हर दिन 4GB डेटा मिलता है। प्लान में टोटल 224GB डेटा मिलता है। कैलकुलेशन करके देखें तो प्लान में 1GB डेटा सिर्फ 2 रुपये का पड़ता है। प्लान में किसी भी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग का फायदा मिलता है। रिचार्ज प्लान में हर दिन 100 एस एम एस भेजने की सुविधा मिलती है। साथ ही, वीआई मूवी और टीवी का सब्सक्रिप्शन फ्री मिलता है। प्लान में वीकेंड डेटा रोलओवर सुविधा का भी फायदा मिलता है। वोडाफोन-आइडिया का 699 रुपये वाला रिचार्ज प्लान भी खास है। इस प्लान में भी डबल डेटा ऑफर का फायदा मिलता है। यानी, प्लान में हर दिन 4GB डेटा मिलता है। प्लान की वैलिडिटी 84 दिन की है। यानी, इस प्लान में टोटल 336GB डेटा मिलता है। इस हिसाब से प्लान में 1GB डेटा 2.08 रुपये का पड़ता है। वोडाफोन-आइडिया के इस प्लान में किसी भी नेटवर्क पर फ्री कॉलिंग का फायदा मिलता है। प्लान में हर दिन 100 एसएमएस भेजने की सुविधा मिलती है। इसके अलावा, वीकेंड डेटा रोलओवर की सहूलियत भी प्लान में मिलती है। यूजर्स को वीआई मुवी और टीवका सब्सक्रिप्शन फ्री में मिलता है।

ट्रक बोलेरो में जोरदार टक्कर, चार लोगों की मौत

मनोज सिंह ठाकुर  
 पंढरपुर। महाराष्‍ट्र के पंडरपुर में शुक्रवार की सुबह बोलेरो और ट्रक में जोरदार टक्‍कर हो गई। इस हादसे में 4 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने स्‍थानीय लोगों की मदद से बोलेरो में मौजूद लोगों को बाहर निकाला। हादसा इतना जबरदस्‍त था कि बोलेरो के परखच्‍चे निकल आए। पुलिस हादसे का कारण पता करने की कोशिश कर रही है। जानकारी के मुताबिक महाराष्‍ट्र के पंडरपुर में शुक्रवार सुबह बोलेरो और ट्रक के बीच आमने सामने की टक्‍कर हो गई। बताया जाता है। कि टक्‍कर इतनी जबरदस्‍त थी। कि हादसे के बाद बोलेरो के परखच्‍चे निकल गए। इस हादसे में बोलेरो में आगे बैठे चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि कई अन्‍य घायल हो गए. खबर है। कि हादसे के बाद बोलेरा इतनी ज्‍यादा क्षतिग्रस्‍त हो गई कि उसके अंदर मौजूद लोग बाहर ही नहीं निकल पा रहे थे। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने स्‍थानीय लोगों की मदद से किसी तरह बोलेरो में मौजूद लोगों को बाहर निकाला। बताया जाता है। कि हादसे के तुरंत बाद ही चार लोगों की मौत हो गई थी। जबकि अन्‍य लोगों को निकट के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है। कि ड्राइवर को झपकी आ जाने के कारण ये हादसा हुआ है।

कांग्रेसी विधायक का निधन, सीएम ने शोक जताया

कांग्रेस विधायक का निधन सीएम ने जताया शोक
पंकज कपूर   
कांगड़ा। फतेहपुर से कांग्रेस विधायक सुजान सिंह पठानिया का 78 साल की उम्र में निधन हो गया है। सुजान सिंह पठानिया ने शुक्रवार सुबह अंतिम सांस ली। वह लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन पर सीएम जयराम ठाकुर, पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह, पूर्व परिवहन मंत्री जीएस बाली, विधायक विक्रमादित्य सिंह सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है। सुजानसिंह पठानिया 2017 में सातवीं बार विधायक बने थे। इस चुनाव में सुजा सिंह ने बीजेपी उम्मीदवार काैल सिंह परमार को 1284 मतों के अंतर से हराया था। पठानिया का जन्म 22 सितंबर 1943 को लाहौर (पाकिस्तान) में हुआ था। वे 1977 और फिर 1990, 1993, 2003 और नवंबर 2009 में (उपचुनाव) ज्वाली विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। उनका अंतिम संस्कार शनिवार यानी कल सुबह 11 बजे किया जाएगा। फतेहपुर के विकास में पठानिया का अहम योगदान रहा है। यही कारण था। कि वह 2017 के विस चुनावों के दौरान बीमार होने के चलते लोगों ने उन्हें विधायक चुना था। बीमार हेने के कारण वे पिछले तीन वर्षों से विधानसभा में उपस्थित नहीं हो पाए थे। पठानिया वीरभद्र सिंह के करीबी थे। वे कांग्रेस सरकार में दो बार मंत्री रहे।

अनामिका: गुंडों ने भट्ट से 38 लाख की मांग की

कविता गर्ग
मुंबई। अनामिका के सेट पर कुछ गुंडों ने बड़ा बवाल खड़ा कर दिया। बवाल भी ऐसा रहा जहां पर उन गुंडों ने डायरेक्टर विक्रम भट्ट से 38 लाख रुपये की मांग की। एक्ट्रेस सनी लियोनी इस समय डायरेक्टर विक्रम भट्ट संग अपनी अपकमिंग सीरीज अनामिका की शूटिंग में बिजी चल रही हैं। सीरीज को लेकर चर्चा तो लंबे समय से है। लेकिन इसका विवादों में आने का सिलसिला अब शुरू हुआ है। मामला कुछ ऐसा है। जहां पर ये आरोप हैं। कि विक्रम भट्ट ने एक्शन डायरेक्टर अब्बास अली मोघल संग काम किया था। लेकिन उन्हें उनकी फीस नहीं दी गई। इसी वजह से इतना बड़ा विवाद खड़ा हुआ। खुद विक्रम भट्ट ने एक न्यूज पोर्टल को इस घटना के बारे में विस्तार से बताया है। वे कहते हैं। मैं हैरान रह गया था। मुझे नहीं पता था। कि क्या करूं लेकिन मेरी पहली प्राथमिकता सनी लियोनी को सुरक्षित रखने की थी। वे आगे कहते हैं- मुझे उन चेक के स्नैपशॉट अब्बास को सेंड करने के लिए कहा गया जो मैं उन्हें भेजने वाला था। उसके बाद मुरतजा नाम का कोई शख्स सेट पर आया और मुझसे चेक की मांग की। विक्रम के मुताबिक इस घटना की वजह से उनकी उस दिन की शूटिंग नहीं हो पाई। वे इस समय काफी खफा नजर आ रहे हैं। और एक्शन डायरेक्टर अब्बास अली मोघल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं। वैसे पूरे विवाद पर अब्बास अली मोघल ने भी हैरान करने वाला रिएक्शन दिया है। एक पोर्टल को वे बता रहे हैं- अब क्या ही बोलूं मैं. फाइटर एसोसिएशन इस विवाद में देख रही है। वो इसे सुलझा लेंगे। मालूम हो कि इस समय सनी लियोनी का विवादों में तगड़ा नाता चल रहा है। एक तरफ उनसे सेट पर यूं बवाल हो रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ उन पर भी धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप लग रहे हैं। ये अलग बात है। कि अभी के लिए एक्ट्रेस को उस मामले में कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई है।

ताजमहल के पास देह व्यापार, विदेशी युवती अरेस्ट

ताजमहल के पास हाई सिक्योरिटी जोन में चल रहा था देह व्यापार का अड्डा, पकड़ी गईं विदेशी युवतियां
आगरा। ताजमहल के पास शिल्पग्राम मार्ग पर हाई सिक्योरिटी जोन में देह व्यापार का अड्डा चल रहा था। सीओ सदर के नेतृत्व में ताजगंज पुलिस ने शुभ रिसोर्ट होटल में छापा मारा। मौके से चर्चित एजेंट भीमा समेत आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है। पकड़ी गई युवतियों में दो विदेशी हैं। भीमा उन्हें कांट्रेक्ट पर लेकर आया था।
गौर हो कि शिल्पग्राम से लेकर ताजमहल के पूर्वी गेट पर पुलिस का कड़ा पहरा रहता है। दर्जनों की संख्या में पुलिस कर्मी सड़क पर चौबीस घंटे ड्यूटी करते हैं। सीओ ताज सुरक्षा का कार्यालय भी शिल्पग्राम में है।
यह इलाका हाई सिक्योरिटी जोन में आता है। पुलिस दावा करती है। कि उसकी मर्जी के बिना यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता। इसी जोन में स्थित होटल शुभ रिसोर्ट में देह व्यापार का अड्डा चल रहा था। धांधूपुरा निवासी चर्चित युवतियों का एजेंट भीमा देशी-विदेशी युवतियों को ठेके पर लेकर आता था। यहां रुकवाता था। उसके बाद यहां ग्राहक भेजे जाते थे।
एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि सीओ सदर राजीव कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम होटल पर पहुंची थी। उज्बेकिस्तान की दो युवतियों सहित आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। आरोपियों में धांधूपुरा निवासी सुरेंद्र उर्फ भीमा भी शामिल है। विदेशी युवतियों को देह व्यापार के लिए उसने ठेके पर बुलाया था। इनकी फोटो व्हाट्सएप पर ग्राहकों को भेजी जाती थीं। पसंद करने के बाद ग्राहक को युवती के पास भेजा जाता था। भीमा वर्षों से यह काम कर रहा था। होटल से पुलिस ने जिन लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।

राज्यपाल को प्लेन नहीं देने पर जताई गंभीर आपत्ति

राज्यपाल को स्टेट प्लेन नहीं देने पर बीजेपी ने जताई गंभीर आपत्ति, कहा- सोनिया जी स्पष्टीकरण दें, माफ़ी माँगें मुख्यमंत्री
रायपुर। प्रदेश भाजपाध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कांग्रेस सरकार द्वारा राज्यपाल को स्टेट प्लेन नहीं देने पर गम्भीर चिंता व्यक्त की है। साय ने कहा कि कांग्रेस लगातार सुनियोजित तरीक़े से लोकतंत्र और लोकतांत्रिक संस्थाओं के ख़िलाफ़ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि यह महज़ संयोग नहीं हो सकता कि एक ही समय पर महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ दोनों से एक जैसी घटना सामने आ रही है। जहां पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के बावजूद राज्यपालों को इस तरह अपमानित किया गया है।
साय ने कहा कि कांग्रेस का यह चरित्र रहा है। कि वह हमेशा संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग करती रही है। और जहां ऐसे दुरुपयोग की गुंजाइश नहीं हो वहां ऐसे हथकंडे अपना कर अपनी भड़ास निकालती रही हैं।
प्रदेशाध्यक्ष साय ने कहा कि आदिवासी वर्ग से आने वाली महामहिम राज्यपाल हमेशा यहां के वंचित वर्गों के हक़ में अपने अधिकारों का प्रयोग करती रही हैं। इसीलिए वे कांग्रेस की आंखों में खटक रही हैं। अभी उन्होंने पाँचवी अनुसूची के तहत अपने अधिकारों का उपयोग कर आदिवासी विरोधी भूपेश सरकार की अवैधानिक मंशा को विफल किया है। उन्होंने सवाल पूछा कि क्या इसीलिए मुख्यमंत्री की बौखलाहट तो सामने नहीं आ रही।
साय ने कहा कि इससे पहले भी कृषि बिलों पर तथा विश्वविद्यालय सम्बंधी मामलों पर महामहिम अपने अधिकारों का उचित उपयोग कर विधि का संरक्षण करती रही हैं। इसलिए भी वे शायद कांग्रेस सरकार की आंख की किरकिरी बनी हुई हैं।
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि महाराष्ट्र में भी राज्यपाल कोश्यारी को एयरपोर्ट पहुंच कर इंतज़ार कराने के बावजूद विमान नहीं देना, और वैसा ही वाक़या छग में ही दुहराने से इस आशंका को बल मिलता है। कि ऐसा कांग्रेस सरकारें सुनियोजित तरीक़े से केंद्रीय कांग्रेस के  इशारे पर तो नहीं कर रही है।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस मामले पर स्पष्टीकरण की मांग करते हुए, सीएम बघेल से माफ़ी मांगने को कहा है। साय ने कहा कि राज्यपाल प्रदेश की संवैधानिक मुखिया होती हैं। हर हाल में उनका सम्मान बनाये रखना शासन का कर्तव्य होना चाहिये।

11 महीने के बाद पटरी पर दौड़ेगी लोकल ट्रेन

इन रूट के लिए शुरू हुई लोकल ट्रेनें, 11 महीने बाद फिर से पटरी पर दौड़ेगी, जानिए नियम
रायपुर। 11 महीने के बाद आज से 12 लोकल सवारी गाड़ियों का परिचालन शुरू हो गया। पहली ट्रेन दुर्ग के लिए रवाना हुई। जिन ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया है। उसमें बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग और डोंगरगढ़ के बीच चलने वाली लोकल ट्रेनें शामिल है।
फिलहाल ये ट्रेनें स्पेशल बनकर चलेंगी। यात्रियों को कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए यात्रा की अनुमति होगी। लोकल सवारी गाड़ियों का परिचालन शुरू होने से कम दूरी की यात्रा करने वाले रेलयात्रियों को इसका लाभ होगा।
बिलासपुर और रायपुर रूट पर लोकल सवारी गाड़ियों का परिचालन शुरू होने के बाद अब दूसरे रूट पर भी लोकल सवारी गाड़ियों के फिर से शुरू होने की संभावना बढ़ गई है। रेलवे ने 19 और लोकल सवारी गाड़ियों को शुरू करने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा है।

  

नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार किया

नाबालिग बालिका से दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार किया गया ।
इटावा। महिलाओं-बालिकाओं संबंधी अपराधों की रोकथाम हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा श्री आकाश तोमर के निर्देशानुसार चलाए जा रहे अभियान के क्रम एवं अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण इटावा व क्षेत्राधिकारी भरथना के नेतृत्व में थाना लवेदी पुलिस द्वारा नाबालिग बालिका से दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार किया गया। प्रकरण का संक्षिप्त विवरण दिनांक 09.02.2021 को पीडिता ने थाना लवेदी पर सूचना दी कि उसके साथ दिनांक 08.02.2021 को जब मै शाम लगभग 6:00 बजे अपने घर से कूडा डालने वाहर अपने खेत में गयी तभी वहॉ मुलू सिहं पुत्र मुनेश सिंह चैहान निवासी ग्राम चिंडौली थाना लवेदी द्वारा मेरे साथ खेत में ले जाकर जबरदस्ती दुष्कर्म किया गया था। तथा मारपीट कर मुझे जान से मारने की धमकी देकर वहॉ से भाग गये। पीडिता की सूचना के आधार पर तत्काल कार्यवाही करते हुए थाना लवेदी पर मु0अ0स0 14/21 धारा 376,34,323,506 भादवि व 3/4 पोक्सो एक्ट अभियोग पंजीकृत किया। उक्त प्रकरण की सवेदशीलता के मद्देनजर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा द्वारा तत्काल संज्ञान लेकर क्षेत्राधिकारी भरथना के नेतृत्व में अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु थाना लवेदी से पुलिस टीम का गठन किया गया। इसी क्रम में आज दिनांक 11.02.2021 को मुखबिर द्वारा पुलिस टीम को सूचना दी गयी कि मु0अ0स0 14/21 से संबंधित अभियुक्त चकरनगर रोड आईटीआई कालेज के सामने कही जाने की फिराक मे खडा है। मुखबिर की सूचना के आधार पर तत्काल पुलिस टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए मुखबिर के बताए स्थान पर पहुची तो पुलिस टीम को वहॉ एक व्यक्ति खडा दिखाई दिया, उक्त व्यक्ति द्वारा पुलिस टीम को देखकर जंगल की ओर भागने का प्रयास किया गया जिसे पुलिस टीम द्वारा आवश्यक बल का प्रयोग कर घेरकर गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस पूछताछ में अभियुक्त द्वारा अपना नाम मुलू सिंह पुत्र मुनेश सिंह चैहान निवासी ग्राम चिंडौली थाना लवेदी बताया गया, गिरफ्तार अभियुक्त द्वारा दिनांक 08.02.2021 को नाबालिग वालिका के साथ दुष्कर्म कारित करने की घटना को कुबुल किया गया।

चाय की ज्यादा सेवन से होते हैं नुकसान, जानिएं

चाय का ज्यादा सेवन करते हैं तो हो जाइए सावधान , जानिए इसके नुकसान
चाय पीना पसंद करते हैं। तो संभल जाइए, चाय आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। कामकाजी लोग अक्सर ब्रेक लेते हैं। ताकि चाय पी सके, लेकिन आप जानते हैं। चाय का ज्यादा सेवन आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। चाय में कैफीन होता है, एक कप चाय में आमतौर पर 20 से 60 मिलीग्राम के बीच कैफीन की मात्रा होती है। अगर आप दिन में तीन से चार कप चाय पीते हैं। तो आपकी बॉडी में कैफीन की अधिक मात्रा पहुंचेगी जो आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। जानें ज्यादा चाय पीने से सेहत पर कौन-कौन से साइड इफेक्ट होते हैं।
दिल की सेहत के लिए नुकसानदायक है
चाय पीकर भले ही आपके दिल को तसल्ली मिलती हो। लेकिन यह दिल की सेहत के लिए बहुत खराब है। ज्यादा चाय पीने से दिल की धड़कन तेज होती है। और दिल की बीमारियां होने की संभावना में भी इजाफा हो जाता है।
चाय एंटीबायोटिक दवाओं का असर करती है कम
दिन में तीन से चार बार चाय का सेवन करने से एंटीबायोटिक दवाओं का असर बॉडी पर कम होता है।
आंतों पर होता है चाय का असर
चाय पीने का असर आपकी आंतों पर भी होता है। चाय पीने से आंतें खराब हो जाती है। जिससे खाना पचने में दिक्कत होती है।
आयरन का अवशोषण होता है कम
चाय में मौजूद टैनिन शरीर में पहुंच कर आयरन को अवशोषित करने की क्षमता को कम कर देता है। कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक चाय आयरन को अवशोषित करने की क्षमता को 60 प्रतिशत तक कम कर सकती है।
सीने में जलन पैदा कर सकती है चाय
एक दिन में 4 से 5 बार या फिर उससे भी ज्यादा चाय पीने आपको सीने में जलन की समस्या हो सकती है। चाय ज्यादा पीने से एसिड रिफ्लक्स की परेशानी हो सकती है। ये आंत में अम्ल के उत्पादन को बढ़ा देती है। जो सीने में जलन का कारण है।
ज्यादा चाय पीने से उड़ सकती है नींद।
ज्यादा चाय के सेवन से नींद भी उड़ जाती है। नींद पूरी न होने के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

पैथोलॉजी सेंटर के उद्धघाटन में पहुंचे पूर्व विधायक

पैथालॉजी सेंटर के उद्धघाटन में पहुंचे पूर्व विधायक

सीतापुर। शहर बाजार चैराहा वक्फ बोर्ड मार्केट में पूर्व विधायक एवं अध्यक्ष नगर पालिका परिषद लहरपुर द्वारा लाईफ केयर पैथोलॉजी सेंटर का उद्घाटन किया गया। इस मौके पर चिकित्सक और नागरिक मौजूद थे। पूर्व विधायक और अध्यक्ष नगर पालिका परिषद जासमीर अंसारी ने पैथोलॉजी सेंटर का उद्घाटन करते हुए कहा कि स्वास्थ्य इंसान ही अच्छा नागरिक और समाज व देश के लिए उपयोगी सिद्ध होता है। जब मनुष्य स्वस्थ होगा तो वह अपने दायित्वों का निर्वहन बेहतर तरीके से कर सकेगा अगर छात्र हैं तो वह अच्छी पढ़ाई करेगा अगर खिलाड़ी है। तो अपने खेल का अच्छा प्रदर्शन करेगा अगर किसान है। तो पूरी मेहनत से खेती करेगा अगर ग्रहणी है तो वह अपनी जिम्मेदारी खुशी से अंजाम दे सकेगी। इसलिए हर इंसान को अपनी सेहत के लिए जागरूक रहना चाहिए शहर में पैथोलॉजी सेंटर स्थापित होने से नागरिकों को आसानी होगी और बेहतर इलाज में सहायता होगी शहर के मशहूर चिकित्सक और पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका परिषद डॉक्टर ताज फारूकी ने कहा कि बड़े-बड़े शहरों में पैथोलॉजी आदि की सुविधाएं आसानी से प्राप्त हो जाती हैं। लेकिन कस्बों में इस तरह की पैथोलॉजी आदि की जितनी आवश्यकता है। उतनी संख्या में पैथोलॉजी नहीं हैं। इस अवसर पर शिक्षक अब्दुल गफ्फार डॉ सुल्तान अली खान आदि ने अपने विचार प्रस्तुत किए खीरे के अध्यात्मिक गुरु मौलाना सैय्यद वजीहउ द्दीन ने मरीजों के जल्द शिफायाब होने की दुआ के साथ कार्यक्रम का आगाज किया। इस मौके पर डॉक्टर सुरैया डॉक्टर अलाउद्दीन हाजी जावेद अहमद ,सलाउद्दीन गौरी जेड आर रहमानी एडवोकेट अशफाक गौरी मोहम्मद शफीक कुरेशी मुफीद अहमद हसीन अहमद जाबिर अहमद गुड फिट मोहम्मद यूनुस रघुवंश अवस्थी आदि मौजूद थे। पैथोलॉजी के टेक्नीशियन करन रावत तथा डॉक्टर परवीन राय एवं मोहम्मद शाबान तथा साहिबे आलम ने बेहतर सेवाएं देने का संकल्प लेते हुए आए हुए अतिथियों का शुक्रिया अदा किया।

अभिनेत्री सुष्मिता ने एक पोस्ट कर हैरान किया

कविता गर्ग
मुंबई। सुष्मिता सेन ने एक ऐसा पोस्ट किया है। जिससे सभी हैरान हो गए हैं। लोग जानना चाहते हैं, कि सुष्मिता के ऐसा पोस्ट करने के पीछे क्या वजह है। सुष्मिता के इस पोस्ट पर लगातार फैंस कमेंट कर रहे हैं और उनसे सवाल पूछ रहे हैं। कई फैंस तो ये भी अटकलें लगा रहे हैं कि शायद सुष्मिता का वैलेंटाइन से पहले ब्रेकअप हो गया। सुष्मिता सेन ने अपने इंस्टा पोस्ट में एक फोटो शेयर की है। इसमें लिखा है। समस्या यही है। महिलाओं को लगता है कि वो बदल जाएगा, मगर वो नहीं बदलता। पुरुषों को लगता है, कि वो छोड़ कर नहीं जाएगी। लेकिन वो चली जाएगी। अब इस पोस्ट को देखने के बाद यही सवाल खड़ा हो रहा है। कि क्या सुष्मिता और रोहमन के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। सवाल उठना लाजमी है। सुष्मिता सोशल मीडिया पर अक्सर रोहमन शॉल के साथ तस्वीरें पोस्ट करती थीं। इसके साथ ही वे अपने रिश्ते पर खुलकर बात करती थीं। सुष्मिता और रोहमन करीब दो सालों से डेट कर रहे हैं। दोनों काफी समय भी साथ बिताते थे। अब उठ रहे सवालों पर विराम तभी लगेगा जब कपल की ओर से कोई बयान आएगा। वैसे फैंस के लिए एक खुशी की बात है। कि दोनों अभी एक-दूसरे को फॉलों कर रहे हैं।

नापाक साजिशों को अंजाम देने में लगा हैं पाक

किसान आंदोलन में भी पाक साजिश
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली/ इस्लामाबाद। कृषि कानूनों को लेकर देश में काफी दिनों से चल रहे किसान आंदोलन की आड़ में पाकिस्तान अपनी नापाक साजिशों को अंजाम देने में लगा है। इसका ताजा सबूत इस बात से मिलता है कि खालिस्तानी आतंकी गोपाल सिंह चावला ने घोषणा की है। कि वह कानून के खिलाफ में पाकिस्तान में ट्रैक्टर रैली निकालेगा जो कि भारतीय सीमा तक जाएगी। लगी पंक्तिबद्ध आपको बता दें कि चावला मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का सहयोगी भी है। उसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से भी मदद मिलती है। पाकिस्तान में ट्रैक्टर रैली निकालने का एकमात्र मकसद भारत में किसानों को भड़काना है। इस संबंध में चावला ने एक वीडियो क्लिप भी जारी किया है। जिसमें उसने अपनी रैली के लिए समर्थन मांगा है। चावला की यह ट्रैक्टर रैली ननकाना साहिब से शुरू होगी और भारतीय सीमा के पास वाघा बॉर्डर पर जाकर खत्म हो जाएगी। गौरतलब है। कि भारत में तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने और फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी देने की मांग के साथ पंजाब, हरियाणा और देश के विभिन्न हिस्सों से आए हजारों किसान दो महीनों से अधिक समय से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं।

बीबीसी वर्ल्ड न्यूज के प्रसारण पर लगाया प्रतिबंध

बीबीसी वर्ल्ड न्यूज के प्रसारण पर प्रतिबंध

बीजिंग। चीन की सरकार देश में बीबीसी वर्ल्ड न्यूज के टेलीविजन और रेडियों प्रसारण पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित लगा दिया है। बीबीसी ने बताया कि इस प्रतिबंध का कारण चीन में कोरोना वायरस महामारी और अल्पसंख्यक उइघर मुस्लिमों के उत्पीड़न के संबंध में रिर्पोटिंग करना है। बीबीसी ने कहा कि चीन की सरकार के इस फैसले से वह 'निराश' है। हाल ही में ब्रिटेन ने चीन के सरकारी चैनल सीजीटीएन का लाइसेंस रद्द कर दिया था। अफरा-तफरी चीन का कहना है। कि बीबीसी वर्ल्ड न्यूज ने नियमों का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि समाचार सत्य और निष्पक्ष होना चाहिए और न कि चीन के राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुुुंचाने वाले। इसलिए देश में एक और वर्ष के लिए बीबीसी के आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। ब्रिटिश विदेश मंत्री डॉमिनिक रैब ने चीन के इस कदम को 'मीडिया स्वतंत्रता का अस्वीकार्य' कहा, जबकि अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने इस फैसले की निंदा की है। और इसे चीन में स्वतंत्र मीडिया को दबाने के लिए एक व्यापक अभियान का हिस्सा बताया है। 

यूपी: जनता को जागरूक करेगी योगी हेल्पलाइन

जनता को जागरूक करेगी योगी हेल्पलाइन
हरिओम उपाध्याय 
लखनऊ। हेल्पलाइन का उद्देश्य एक तरफ जहां सज्जनों (जन सामान्य) को निडर रहने का आश्वासन देना है। वहीं दुर्जनों अर्थात् समाज के लिए अहितकर काम करने वाले अफसरों को दण्ड देना भी है। मुख्यमंत्री कहते हैं कि जनता की शिकायतों के निस्तारण के आधार पर ही अधिकारियों को प्रोन्नति मिल सकेगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी यह भी चाहते हैं, कि प्रदेश में राष्ट्र गौरव के जो प्रतीक रहे हैं। उनके बारे में नयी पीढ़ी को जानकारी मिले।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक हेल्पलाइन नम्बर जारी किया है। यह प्रयास जनता को आश्वस्त करने के साथ जागरूक करने के लिए है। मुख्यमंत्री अपनी सरकार को रामराज्य के सिद्धांत पर चलाने की बात करते हैं। इसीलिए हेल्पलाइन का उद्देश्य एक तरफ जहां सज्जनों (जन सामान्य) को निडर रहने का आश्वासन देना है।वहीं दुर्जनों अर्थात् समाज के लिए अहितकर काम करने वाले अफसरों को दण्ड देना भी है। मुख्यमंत्री कहते हैं। कि जनता की शिकायतों के निस्तारण के आधार पर ही अधिकारियों को प्रोन्नति मिल सकेगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी यह भी चाहते हैं। कि प्रदेश में राष्ट्र गौरव के जो प्रतीक रहे हैं। उनके बारे में नयी पीढ़ी को जानकारी मिले। इसी के तहत गोरखपुर में हुए चौरी-चौरा कांड की घटना को माध्यमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश के किसी भी नागरिक को कोई समस्या हो, बेझिझक मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 पर सम्पर्क कर सकता है। उन्होंने कहा है। कि सीएम हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों के आधार पर फील्ड में तैनात अधिकारियों के प्रदर्शन का आंकलन होगा। सीएम ने साफ कहा है। कि तहसीलदार हो या थानाध्यक्ष, अगर जनता इनके कार्यों से संतुष्ट नहीं है। तो इनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित होगी। लखनऊ के लोकभवन में उच्चस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने सीएम हेल्पलाइन 1076 के अधिकाधिक प्रयोग के लिए जनता को जागरूक करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि थाना एवं तहसील स्तर पर जिस भी व्यक्ति की समस्या का निस्तारण नहीं हो सका है। वह व्यक्ति अपनी समस्या को लेकर सीएम हेल्पलाइन 1076 पर कभी भी संपर्क कर सकता है। हेल्पलाइन पर मिली ऐसी शिकायतों का तत्परता से निराकरण कराया जाएगा। इसके साथ ही थाना तथा तहसील स्तर पर जनता की शिकायत का निस्तारण किये जाने को लेकर जिले के जिलाधिकारी, पुलिस कप्तान और थानेदार को जवाबदेह बनाया जाएगा। यही नहीं सीएम हेल्पलाइन पर फर्जी शिकायत दर्ज करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। सीएम ने कहा कि अब थाना तथा तहसील स्तर पर निस्तारित हुई जनता की समस्याओं की रेटिंग भी की जायेगी, ताकि यह पता चल सके कि किस जिले में जनता की समस्याओं के निस्तारण में तेजी दिखाई जा रही है। मुख्यमंत्री आवास पर उच्चाधिकारियों के साथ बैठक करते हुए सीएम योगी ने थाना एवं तहसील स्तर पर जनता की समस्याओं के निस्तारण संबंधी तंत्र पर चर्चा करते हुए यह फैसला लिया है। दरअसल मुख्यमंत्री को यह पता चला था। कि थाना तथा तहसील स्तर पर जनता से मिलने वाली शिकायतों का निस्तारण ठीक से नहीं हो रहा है। इस पर मुख्यमंत्री ने जनता से मिलने वाली हर शिकायत के निस्तारण की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के निर्देश दिया। जिसके तहत ही सीएम हेल्पलाइन पर थाना एवं तहसील स्तर पर निस्तारित न हो पाने वाले प्रकरणों को जनता से प्राप्त करने का फैसला किया गया। सरकार का मत है। कि सीएम हेल्पलाइन के जरिये जनता की समस्याओं के निस्तारण में तेजी आयेगी। सीएम हेल्पलाइन ने कोरोना संकट के दौरान जनता की मदद करने में बेहद अहम भूमिका निभाई थी। देश के सबसे बड़े इस सरकारी हेल्पलाइन में कुल 250 ऑपरेटर चौबीसों घंटे लोगों की समस्याओं के निबटारे और उनकी निगरानी के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। लॉकडाउन के शुरुआत में सीएम हेल्पलाइन के जरिए सभी जिलों के गांवों और दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले उन लोगों की सूची तैयार की गई थी जो सर्दी-खांसी से पीड़ित थे। इसी हेल्पलाइन के जरिए तब सभी प्रधानों और सभासदों को फोन करके प्रवासी लोगों के भरण-पोषण और उनके स्वास्थ्य की निगरानी करने को गया था। इसके अलावा तब सभी प्रधानों और पार्षदों को फोन करके राशन और भोजन वितरण, क्वारंटाइन, प्रवासी मजदूरों को मिलने वाली सुविधाएं जैसे बिंदुओं पर फीडबैक लिया गया था। और किसी भी सरकारी सिस्टम के बगैर दूसरे राज्यों से पहुंचे लोगों के इलाज आदि का भी पता लगाया गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यह भी चाहते हैं। कि नयी पीढ़ी देश का इतिहास समझे। माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र अब चौरी-चौरा जन-आक्रोश के शहीदों की वीरगाथाएं किताबों में पढ़ सकेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा विभाग चौरी-चौरा की घटना को यूपी बोर्ड के पाठयक्रम में शामिल करने जा रहा है। मुख्यमंत्री ने चौरी-चौरा जनआक्रोश को शताब्दी समारोह के रूप में मनाए जाने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में पहले चरण में गोरखपुर मंडल के 400 से अधिक राजकीय व एडेड माध्यमिक विद्यालय के छात्रों को चैरी चैरा स्थल का भ्रमण कराया जाएगा। इससे छात्र वहां के शहीदों की गाथाओं से रूबरू हो सकेंगे। गोरखपुर के चौरी-चौरा में 4 फरवरी 1922 में आजादी के वीर जवानों ने अंग्रेजी हुकूमत से भिड़ंत के बाद पुलिस चैकी में आग लगा दी थी। इसमें 22 पुलिस कर्मियों की मौत हो गई थी। इस घटना को चौरी-चौरा जनआक्रोश के रूप में जाना जाता है। शहीदों के इसी शौर्य की कहानी को अब पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाएगा। इससे प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले लाखों छात्र चौरी-चौरा जनक्रांति में शहीद अपने वीरों के इतिहास से रूबरू हो सकेंगे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा विभाग छात्रों को न सिर्फ वीरों के इतिहास को पाठयक्रम के रूप में पढ़ाएगा बल्कि छात्रों को शहीदों के स्थल चौरी-चौरा का भ्रमण भी कराएगा। पहले चरण में गोरखपुर मंडल के देवरिया, महाराजगंज, कुशीनगर व गोरखपुर के 87 राजकीय विद्यालयों, 333 अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय के छात्रों को चौरी-चौरा शहीद स्थल का भ्रमण कराया जाएगा। इसमें मंडल के निजी स्कूलों को भी शामिल किया जाएगा। चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के दौरान प्रदेश के सभी माध्यमिक विद्यालयों में चार फरवरी 2021 से आगामी एक साल तक छात्र-छात्राओं के बीच निबंध, चित्रकला व पोस्टर, क्विज, स्लोगन, कविता लेखन व भाषण प्रतियोगिताएं भी कराई जाएंगी। इसके लिए पहले विद्यालय स्तर से शुरुआत होगी। फिर यह क्रम राज्य स्तर तक जारी रहेगा। तीन फरवरी 2022 को गोरखपुर में मंडल स्तरीय प्रतियोगिता कराई जाएगी। इस तरह सभी गांवों में भी देश के लिए त्याग करने वालों का स्मारक बनेगा।

नेता आजाद के फिर उच्च सदन लौटने की उम्मीदें

आजाद के फिर उच्च सदन लौटने की उम्मीदें 
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। कांग्रेस के चर्चित दबंग नेता गुलाम नबी आजाद को राज्यसभा में क्या फिर वापस लाया जाएगा।यह बहस राजनीतिक गलियारे में होने लगी है। कांग्रेस नेतृत्व को लेकर पार्टी नेताओं ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी। उनमें गुलाम नबी आजाद भी शामिल थे। हाई कमान इससे नाराज भी हुआ था। लेकिन विदाई समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस तरह से उनकी तारीफ की है। उससे आजाद का कद और बढ़ गया है। इसीलिए कयास लगाए जा रहे हैं। कि गुलाम नबी आजाद को कांग्रेस फिर उच्च सदन में लाएगी। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद का राज्यसभा कार्यकाल 15 फरवरी को खत्म हो रहा है। उन्हें विदाई देते हुए प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गए। आजाद ने राजनीति में एक लंबी पारी खेली है। उन्हें मृदुभाषी और विषयों के साथ सियासत पर पकड़ वाले ऐसे नेता के रूप में जाना जाता है। जिन्होंने जमीनी स्तर से राजनीति शुरू की और राष्ट्रीय पटल तक पहुंचे। 70 के दशक में जम्मू-कश्मीर का एक तेज तर्रार युवा नेता गांधी परिवारों की नजर में आया। पहले उसे जम्मू कश्मीर में यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया और फिर वो यूथ कांग्रेस का नेशनल प्रेसीडेंट हो गया। वो गुलाम नबी आजाद हैं। जिनकी राजनीति का सफर बिल्कुल नीचे से शुरू हुआ और फिर उन्होंने राष्ट्रीय पटल पर सियासत की लंबी पारी खेली। राज्यसभा से उनकी विदाई जरूर हो रही है। लेकिन माना जाना चाहिए कि जल्दी ही वो फिर संसद के उच्च सदन में नजर आ सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें राज्यसभा से विदाई देते हुए 09 फरवरी को भावुक हो गए। उन्होंने आजाद को एक अच्छा दोस्त बताया। याद किया कि किस तरह राजनीति से परे वो उनके दोस्त रहे हैं। ये भी याद किया कि किस तरह जब वो गुजरात के मुख्यमंत्री थे और आजाद जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री तो उन्होंने वहां गुजरात के लोगों की सुरक्षा की थी। अपने भाषण के दौरान उन्हें मोदी ने एक लंबी और यादगार राजनीतिक पारी के लिए सेल्यूट भी किया।की हुई घोषणा उन्होंने कहा कि राजनीति में सत्ता रहती है। और जाती है। लेकिन मुख्य बात ये है। कि आप उसको कैसे संभालते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के इस भाषण के बाद राज्यसभा से विदा ले रहे आजाद अचानक सुर्खियों में आ गए। राजनीति के विश्लेषक मोदी द्वारा गुलाम नबी आजाद को दिए खास सम्मान का अलग अलग तरीके से विश्लेषण कर सकते हैं। ये सवाल भी पूछा जा सकता है। कि क्या अब आजाद की सियासी पारी खत्म हो गई है। अब वो क्या करेंगे। ऐसे में ये भी कहा जाना चाहिए कि बेशक कुछ भी कहा जा रहा हो लेकिन अभी लगता नहीं कि वो सियासत छोड़कर जा रहे हैं। ये भी माना जा रहा है।कि वो अप्रैल के आसपास फिर राज्यसभा में चुनकर आ सकते हैं। केरल से उन्हें फिर कांग्रेस द्वारा संसद के उच्च सदन में चुनकर भेजा सकता है। गुलाम नबी आजाद फिलहाल राज्यसभा में कांग्रेस के नेता होने के साथ विपक्ष के नेता भी थे। वो पिछली बार जम्मू कश्मीर से चुनकर आए थे। अब मोदी सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर को केद्र शासित प्रदेश में बदलने के बाद वहां से राज्यसभा की सीटें खत्म हो गई हैं। आजाद ने सियासत में लंबी पारी खेली है। वो मृदुभाषी हैं। लंबे सियासी करियर में वो आमतौर पर कांग्रेस के संकटमोचक नेताओं में गिने जाते रहे है। जमीनी नेता रहे हैं। सियासत में अगर ऊपर तक पहुंचे तो उसके लिए उन्होंने अपने राज्य जम्मू कश्मीर में पहले जमीनी स्तर पर खासा काम भी किया। उन्होंने डोडा जिले में निचले स्तर से काम करना शुरू किया और 1973 में उन्हें भलेसा में ब्लाक कांग्रेस कमेटी का सचिव बनाया गया। ब्लाक में कांग्रेस सचिव बनना निश्चित तौर पर कोई बड़ी बात नहीं कही जा सकती लेकिन उसके दो साल के अंदर राज्य में यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष बन जाना वाकई खास बात थी। फिर उससे भी खास ये कि 1980 में वो यूथ कांग्रेस के नेशनल प्रेसीडेंट बन गए। उनके इस सियासी छलांग के पीछे बड़ी वजह ये थी कि संजय गांधी उन्हें पसंद करने लगे थे। इंदिरा गांधी जानने लगी थीं। दोनों को उनके अंदर एक जुझारू और ऊर्जावान नेता के गुण नजर आए। कहा जा सकता है। कि संजय गांधी उन्हें राजनीति में लेकर आए और आगे बढ़ाया लेकिन फिर वो इंदिरा के करीब आए। इंदिरा और संजय के बाद भी वो गांधी परिवार के करीबी बने रहे। हालांकि पिछले दिनों ये चर्चाएं चलती रही हैं। कि वो कांग्रेस के उन नेताओं में हैं। जो असंतुष्ट हैं। उन्हें जी-23 ग्रुप के कांग्रेस नेताओं में शुमार किया जाने लगा। गुलाम नबी आजाद 80 साल के हो चुके हैं। लेकिन भरपूर फिट लगते हैं। करीब 04 दशक के अपने करियर में वो कांग्रेस संगठन में भी रहे और सरकार में भी। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री भी रहे। उन्होंने कई मंत्रालय संभाले। कई राज्यों में कांग्रेस के प्रभारी रहे। कुल मिलाकर वो कांग्रेस के ऐसे नेता भी हैं। जिनका असर और संपर्क देशभर में हैं। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में 07 मार्च 1940 को पैदा हुए थे। पढ़ने में तेज थे। पहले गांव और कस्बे में ही शुरुआती पढ़ाई की फिर बीएससी करने जम्मू करने गए। इसके बाद उन्होंने श्रीनगर से साइंस जूलॉजी में मास्टर्स डिग्री ली। इस लिहाज से ये भी कह सकते हैं। कि वो राजनीति में ऐसे नेता भी रहे हैं। जिनके पास अच्छी शैक्षिक योग्यता है। हालांकि कई बार उनकी कई बातों पर विवाद भी हुआ है। वर्ष 2008 में उन्होंने हिंदू मंदिरों को जमीन स्थानांतरित करने की योजना पारित की, उनके इस फैसले से मुसलमान आक्रोशित हो गए। जिसके परिणामस्वरूप घाटी में हिंदू-मुस्लिम दंगे भड़क उठे। गुलाम नबी आजाद की बिगड़ती छवि के कारण कांग्रेस ने सत्तारूढ़ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया। इसके बाद गुलाम नबी आजाद ने बहुमत साबित करने की जगह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। वर्ष 2011 में एक प्रेस-कांफ्रेंस में गुलाम नबी आजाद ने समलैंगिकता को एक विदेशी बीमारी कहकर संबोधित किया। उनके इस कथन की बहुत आलोचना हुई। उन्होंने केंद्र में स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए कई प्रकार के सुझाव दिए। जैसे लड़कियों का विवाह अगर 25-30 वर्ष के बीच किया जाए तो इससे जनसंख्या वृद्धि को रोका जा सकता है। इस बयान की तारीफ हुई। उनके सियासी करियर की एक खास बात ये भी है।कि वो अगर तीन बार जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा में पहुंचे तो दो बार महाराष्ट्र से। दो बार उन्होंने महाराष्ट्र से ही लोकसभा चुनाव जीता। अब ये सवाल जरूर उठता है। कि क्या वो दोबारा राज्यसभा में पहुंचेंगे।

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