संवाददाता-विशाल अग्रवाल
कानपुर। खाकी पहनकर अपराधिक मानसिकता वाले कर्मचारी पुलिस विभाग में दाग लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला नजीराबाद पुलिस द्वारा पकड़े गये मादक पदार्थ तस्कर के खुलासे से सामने आया।
पुलिस ने तस्कर के पास से करीब साढ़े चार किलो चरस बरामद की। उससे जब चरस देने वाले के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि चकेरी थाने के एक सिपाही ने वह चरस उसे बेची है। मामले की जानकारी मिलने पर एसएसपी ने सीओ कैंट को मामले की जांच सौंपी है। नजीराबाद इंस्पेक्टर मनोज रघुवंशी ने चमनगंज निवासी सारिक अमीन को साढ़े चार किलो चरस के साथ गिरफ्तार किया था। सारिक शहर में लोगों को मादक पदार्थ सप्लाई करता था।इंस्पेक्टर ने जब उसे चरस देने वाले के बारे में पूछा तो उसने जो बताया उसे सुनकर इंस्पेक्टर के होश उड़ गये। पुलिस सूत्रों के मुताबिक सारिक ने इंस्पेक्टर को बताया कि चकेरी थाने के एक सिपाही ने उसे पांच किलो चरस बेची थी, जिसमें इतनी चरस उसके पास बची है।
सिपाही इन दिनों विभागीय कार्रवाई से गुजर रहा है। उसने एक गुडवर्क के दौरान चकेरी पुलिस को चरस बरामद करायी थी, जिसमें उसने आधी चरस थाने में जमा करा दी और आधी उसे बेच दी।इस जानकारी से आवाक इंस्पेक्टर ने मामले की जानकारी आला अधिकारियों को दी। इस पर एसएसपी ने सीओ कैंट को मामले की जांच सौंपी है। सीओ कैंट का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है, आरोपों में कितनी सच्चाई है, इसकी जांच की जा रही है।