बुधवार, 7 अगस्त 2019

पुलिसकर्मी कर रहे,चरस की तस्करी

संवाददाता-विशाल अग्रवाल


कानपुर। खाकी पहनकर अपराधिक मानसिकता वाले कर्मचारी पुलिस विभाग में दाग लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला नजीराबाद पुलिस द्वारा पकड़े गये मादक पदार्थ तस्कर के खुलासे से सामने आया।


पुलिस ने तस्कर के पास से करीब साढ़े चार किलो चरस बरामद की। उससे जब चरस देने वाले के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि चकेरी थाने के एक सिपाही ने वह चरस उसे बेची है। मामले की जानकारी मिलने पर एसएसपी ने सीओ कैंट को मामले की जांच सौंपी है। नजीराबाद इंस्पेक्टर मनोज रघुवंशी ने चमनगंज निवासी सारिक अमीन को साढ़े चार किलो चरस के साथ गिरफ्तार किया था। सारिक शहर में लोगों को मादक पदार्थ सप्लाई करता था।इंस्पेक्टर ने जब उसे चरस देने वाले के बारे में पूछा तो उसने जो बताया उसे सुनकर इंस्पेक्टर के होश उड़ गये। पुलिस सूत्रों के मुताबिक सारिक ने इंस्पेक्टर को बताया कि चकेरी थाने के एक सिपाही ने उसे पांच किलो चरस बेची थी, जिसमें इतनी चरस उसके पास बची है।


सिपाही इन दिनों विभागीय कार्रवाई से गुजर रहा है। उसने एक गुडवर्क के दौरान चकेरी पुलिस को चरस बरामद करायी थी, जिसमें उसने आधी चरस थाने में जमा करा दी और आधी उसे बेच दी।इस जानकारी से आवाक इंस्पेक्टर ने मामले की जानकारी आला अधिकारियों को दी। इस पर एसएसपी ने सीओ कैंट को मामले की जांच सौंपी है। सीओ कैंट का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है, आरोपों में कितनी सच्चाई है, इसकी जांच की जा रही है।


स्वतंत्रता दिवस,रक्षाबंधन एक साथ

15 अगस्त को देशभर में रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा।


इस बार क्यों खास है रक्षाबंधन


इस बार रक्षाबंधन का त्योहार गुरुवार के दिन पड़ेगा। ज्योतिष के अनुसार गुरुवार का दिन गुरु बृहस्पति को समर्पित होता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार गुरु बृहस्पति ने देवराज इंद्र को दानवों पर विजय प्राप्ति के लिए इंद्र की पत्नी से रक्षासूत्र  बांधने के लिए कहा था जिसके बाद इंद्र ने विजय प्राप्ति की थी। राखी का त्योहार गुरुवार के दिन आने से इसलिए इसका महत्व काफी बढ़ गया है।


इस बार ग्रहण और भद्रा से मुक्त रहेगा रक्षाबंधन


रक्षाबंधन का त्योहार हमेशा भद्रा और ग्रहण से मुक्त ही मनाया जाता है। शास्त्रों में भद्रा रहित काल में ही राखी बांधने का प्रचलन है। भद्रा रहित काल में राखी बांधने से सौभाग्य में बढ़ोत्तरी होती है। इस बार रक्षा बंधन पर भद्रा की नजर नहीं लगेगी। इसके अलावा इस बार श्रावण पूर्णिमा भी ग्रहण से मुक्त रहेगी जिससे यह पर्व का संयोग शुभ और सौभाग्यशाली रहेगा।


क्या है भद्रा काल


मान्यता के अनुसार जब भी भद्रा का समय होता है तो उस दौरान राखी नहीं बांधी जा सकती। भद्राकाल के समय राखी बांधना अशुभ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार भद्रा भगवान सूर्य देव की पुत्री और शनिदेव की बहन है। जिस तरह से शनि का स्वभाव क्रूर और क्रोधी है उसी प्रकार से भद्रा का भी है।भद्रा के उग्र स्वभाव के कारण ब्रह्माजी ने इन्हें पंचाग के एक प्रमुख अंग करण में स्थान दिया। पंचाग में इनका नाम विष्टी करण रखा गया है। दिन विशेष पर भद्रा करण लगने से शुभ कार्यों को करना निषेध माना गया है।इस बार रक्षाबंधन पर भद्राकाल नहीं रहेगा। इसलिये बहनें भाइयों की कलाई पर सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त के बीच किसी भी समय पर राखी बांध सकती हैं। 


शुभ महूर्त


रक्षा बंधन तिथि - 15 अगस्त 2019, गुरुवार


पूर्णिमा तिथि आरंभ 14 अगस्त -15:45


पूर्णिमा तिथि समाप्त 15 अगस्त- 17:58


भद्रा समाप्त- सूर्योदय से पहले


अनियंत्रित ध्वनि प्रदूषण के प्रभाव

मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव 
ध्वनि प्रदूषण  मानसिक और शारीरिक  दोनों के प्रति  प्रतिकूल प्रभाव डालता है। व्यवहार और स्वास्थ्य प्रभाव दोनों की प्रकृति स्वास्थ्य और व्यवहार जैसी होती है। पसंद न की जाने वाली ध्वनि को ध्वनि शोर-शराबा कहा जाता है। यह अवांछित ध्वनि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को हानि पहुंचा सकती है। ध्वनिक प्रदूषण चिड़चिड़ापन एवं आक्रामकता के अतिरिक्त उच्च रक्तचाप, तनाव, कर्णक्ष्वेड, श्रवण शक्ति का ह्रास, नींद में गड़बड़ी और अन्य हानिकारक प्रभाव पैदा कर सकता है। इसके अलावा, तनाव और उच्च रक्तचाप स्वास्थ्य समस्याओं के प्रमुख हैं, जबकि कर्णक्ष्वेड स्मृति खोना, गंभीर अवसाद और कई बार असमंजस के दौरे पैदा कर सकता है।


शोर-शराबा के प्रति लगातार प्रदर्शन से ध्वनि प्रजनित श्रवण शक्ति का ह्रास हो सकता है। गंभीरव्यावसायिक शोर-शराबा की प्रतिछाया में आने वाले पुरूषों में इससे दूर रहने वाले पुरूषों की तुलना में श्रंवण संवेदनशीलता का गंभीर ह्रास होता है, हालाँकि श्रवण संवेदनशीलता में अंतर समय के साथ-साथ कम होने लगते हैं और 79 वर्ष की आयु होते होते दोनों समूहों के पुरूषों में अंतर की पहचान करना कठिन हो जाता है। घूमने फिरने अथवा औद्योगिक शोर-शराबे के संपर्क में अधिक आने वाली माबान जनजाति की तुलना अमरीकी की आदर्श जनसंख्या से करने पर ऐसी जानकारी मिली है जिससे ज्ञात होता है कि पर्यावरणीय शोर श्राबे के हल्के उच्च स्तर के संपर्क में आने पर श्रवण शक्ति का ह्रास होता है।


शोर-शराबा का उच्च स्तर ह़दय संबंधी रोगों को जन्म दे सकता है तथा आठ घंटके की एकल अवधि के दौरान माध्यमिक उच्च स्तर केप्रभाव में आने से रक्त चाप में पांच से दस बिंदुओं तक की वृद्धि तथा तनाव एवं वेसोकन्सट्रिक्शन में बढोतरी हो सकती है। जिससे उच्च रक्तचाप के साथ-साथ कोरोनरी आर्टरी रोग हो सकते हैं।शोर प्रदूषण चिड़चिड़ेपन का भी एक कारण है। स्पेन के शोधकर्ताओं द्वारा 2005 में किए गए एक अध्ययन में पाया है कि शहरी क्षेत्रों में रहने वाले घरेलू लोग ध्वनि प्रदूषण में कमी लाने के लिए प्रति वर्ष लगभग चार यूरोस खर्च करना चाहते हैं। ध्वनि प्रदूषण में कमी लाने के लिए भारत में अत्यधिक प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। जिसके कारण भविष्य में ध्वनि प्रदूषण के द्वारा मानव जीवन प्रभावित होने के अनुमान से मना नहीं किया जा सकता है। हो सकता है ध्वनि प्रदूषण से पड़ने वाला प्रभाव मानव के अनुमान से कहीं अधिक विशाल एवं भीमकाय रहे। अथवा उसके दुष्परिणाम अत्यंत गंभीर हो सकते हैं। आधुनिक व्यवस्था के विरुद्ध भविष्य में यह अपरोक्ष रूप से अत्यंत घातक सिद्ध हो सकता है। ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण के प्रति अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठन जिस प्रकार चिंतित एवं कार्यरत है। उसके विपरीत राष्ट्रीय व्यवस्थाओं के द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। जिसके परिणाम स्वरूप ध्वनि प्रदूषण आकार और स्वरूप में विकृत ही होता जाएगा।


अवधूतेश्वर अवतार का वर्णन

नंदीश्वर कहते हैं, सनतकुमार! अब तुम परमेश्वर शिव के अवधूतेश्‍वर नामक अवतार का वर्णन सुनो। जिसने इंद्र के घमंड को चूर-चूर कर दिया था। पहले की बात है, इंद्र संपूर्ण देवताओं तथा बृहस्पति जी को साथ लेकर भगवान शिव का दर्शन करने के लिए कैलाश पर्वत पर गए। उस समय बृहस्पति और इंद्र के शुभ आगमन की बात जानकर भगवान शंकर उन दोनों की परीक्षा लेने के लिए अवधूत बन गए। उनके शरीर पर कोई वस्त्र नहीं था, वह प्रज्वलित अग्नि के समान तेजस्वी होने के कारण महा भयंकर जान पड़ते थे ।उनकी आकृति बड़ी सुंदर दिखाई देती थी। वह राह रोक कर खड़े थे।बृहस्पति और इंद्र ने शिव के समीप जाते समय देखा, एक अद्भुत शरीर धारी पुरुष रास्ते के बीच में खड़ा है।इंद्र को अपने अधिकार पर बड़ा गर्व था। इसलिए वे साक्षात भगवान शंकर को नहीं जान सके। उन्होंने पूछा, तुम कौन हो? इस नगन अवधेश में कहां से आए हो? इंद्र के इस बारे में पूछने पर भी महान कर्म करने वाले अहंकार हारी महायोगी त्रिलोकी नाथ शिव कुछ नहीं बोले। इंद्र बोले, अरे मूड! तू बार बार पूछने पर भी उत्तर नहीं देता है। तुझे बज्र से मारता हूं। देखो, कौन तेरी रक्षा करता है। ऐसा कहकर उसकी और क्रोध पूर्वक देखते हुए इंद्र ने उसे मार डालने के लिए वज्र उठाया। यह देख भगवान शंकर ने शीघ्र ही उस वज्र का स्तंभन कर दिया। उसकी बांह अकड़ गई। इसलिए वह वज्र का प्रहार न कर सके। निरंतर वह पुरुष तत्कालीन क्रोध के कारण तेज से प्रज्जवलित हो चुका मानो इंद्र को जलाए देता हो। भुजाओं के स्तंभित हो जाने के कारण शचिवल्लभ इंद्र क्रोध से उस सांप की भांति जलने लगे। जिसका पराक्रम मंत्र के बल से अवरुद्ध हो गया। बृहस्पति ने उस पुरुष को अपने तेज से प्रज्जवलित होता देख तत्काल ही समझ लिया कि साक्षात भगवान 'हर' है। फिर तो वे हाथ जोड़कर प्रणाम करके, उनकी स्तुति करने लगे।स्तुति के पश्चात उन्होंने इंद्र को उनके चरणों में गिरा दिया और कहा दीनानाथ, महादेव। यह आपके चरणों में पड़ा है आप इसका और मेरा उद्धार करें। हम दोनों पर क्रोध नहीं, प्रेम करें। महादेव, शरणागत इंद्र की रक्षा कीजिए।आपके ललाट से प्रकट हुई यह आग इन्हें जलाने के लिए आ रही है। बृहस्पति की यह बात सुनकर अवधूत वेश धारी करुणासिंधु ,शिव ने हंसते हुए कहा, अपने नेत्र से रोष पूर्वक बाहर निकली हुई अग्नि को कैसे धारण कर सकता हूं? क्या सांप अपनी छोडी हुई केचुली को फिर ग्रहण करता है? बृहस्पति देव ,भक्त सदा ही कृपा के पात्र होते हैं आप अपने भक्तवत्सल नाम को चरितार्थ कीजिए और इस भयंकर तेज को कहीं अन्यत्र डाल दीजिए। रुद्र ने कहा, देवगुरु मैं तुम पर प्रसन्न हूं इसलिए इंद्र को जीवनदान देने के कारण आज से तुम्हारा एक नाम जीव भी होगा। मेरे नेत्र से जो यह आग प्रकट हुई है इसे देवता सह नहीं सकते। अतः इसको मैं बहुत दूर छोड़ दूंगा। जिससे कष्‍ट न दे सके। ऐसा कहकर अद्भुत अग्नि को हाथ में लेकर भगवान शिव ने समुद्र में फेंक दिया। फेंके जाते ही भगवान शिव का वह तेज तत्काल एक बालक के रूप में परिणित हो गया। जो सिंधु पुत्र जालंधर नाम से विख्यात हुआ। फिर देवताओं की प्रार्थना से भगवान शिव ने असुरों का वध किया। अवधूत रूप से ऐसी सुंदर लीला करने वाले,लोक कल्याणकारी शंकर वहां से अंतर्ध्यान हो गए। फिर सब देवता-संत निर्भय हो गये।एवं जिसके लिए उनका आना हुआ था मैं भगवान शिव का दर्शन पाकर कृतार्थ और अति प्रसन्नता पूर्वक अपने स्थान को चले गए। इस प्रकार मैंने तुमसे परमेश्वर शिव के अवधूतेश्वर अवतार का वर्णन किया है। जो दुष्टों को दंड एवं भक्तों को परम आनंद प्रदान करने वाला है। यह दिव्य वर्णन आपका निवारण करके स्वर्ग ,भोग ,मोक्ष तथा संपूर्ण मनोवांछित फल की प्राप्ति करने वाला है। जो प्रतिदिन एकाग्रचित्त हो इसे सुनाता है सुनता है। वह इस लोक में संपूर्ण सुखों का उपभोग कर के अंत में शिव की गति प्राप्त कर लेता है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

1.अंक-05( वर्ष-01)
2. बृहस्पतिवार,8 अगस्‍त 2019
3.शक-1941,श्रावन शुक्‍लपक्ष अष्‍टमी,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 5:44,सूर्यास्त 7:07
5.न्‍यूनतम तापमान 26 डी.सै.,अधिकतम-33 डी.सै., हल्की बरसात की संभावनाा, हवा में आद्रता रहेगी!
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा!
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार लोनी गाजियाबाद 201102
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी गाजियाबाद 201102
email:universalexpress.editor@gmail.com
cont.935030275


मंगलवार, 6 अगस्त 2019

स्कूल बस टकराई,डेढ़ दर्जन छात्र घायल

विक्रम सिंह यादव
मेरठ । सरधना क्षेत्र में मेरठ करनाल हाइवे पर एक पब्लिक स्कूल की बस ट्रक से टकरा गई। हादसे में दर्जनभर बच्‍चे घायल हो गए। बस के ब्रेक फेल होने के कारण यह हादसा हुआ। घायल बच्‍चों को नर्सिंग होम भर्ती कराया गया। हादसे की सूचना मिलने पर बच्‍चों के परिजन भी नर्सिंग होम पहुंच गए।मेरठ करनाल हाइवे पर कदम पब्लिक स्कूल की बस भूनी चौराहे के निकट खड़े ट्रक से टकरा गई। हादसे में दर्जनभर बच्चे घायल हो गए। बताया जा रहा है कि बस के ब्रेक फेल होने के बावजूद भी चालक बस चलाता रहा, जिसकी वजह से हादसा हुआ। हादसे में बस में सवार दर्जनभर बच्चों को चोट आई, जिन्‍हें उपचार के लिए सरधना के ईश्वर नर्सिंग होम ले जाया गया। उपचार के बाद सभी बच्चों को उनके घरों को भेज दिया गया। हादसे की सूचना पर बच्चों के परिजनों में हड़कंप मच गया और परिजन नर्सिंग होम पहुंच गए। बस में सरधना के बपारसी व बागपत के सिरोरा गांव के बच्चे सवार थे।बता दें कि कुछ दिन पहले भी कदम पब्लिक स्कूल की बस दुघर्टनाग्रस्त हो गयी थी। उस हादसे में भी डेढ़ दर्जन बच्चे घायल हुए थे। बस में सवार बच्चों ने बताया कि बस के ब्रेक काफी देर पहले फेल हो गए थे। इसी वजह से बस गोटका इंटर कॉलेज के पास भी किसी दूसरी बस से टकराते-टकराते बच गयी थी। उस हादसे से भी बस का ड्राइवर नहीं माना और बस को इसी तरह चलाता रहा। घटना की जानकारी के बाद स्कूल के प्रबंधक संजीव चौधरी भी नर्सिंग होम पहुंचे और घायल बच्चों का हाल जाना।


जम्मू-कश्मीर के निर्माण का युग शुरू

अब राष्ट्रभक्त मुसलमानों को भी खुश होना चाहिए। 
जम्मू कश्मीर का अब तेजी से विकास होगा। आजादी का ख्वाब छोड़ दें नेता
पूरा देश जानना चाहता था कि 6 अगस्त की सुबह जम्मू कश्मीर के हालात कैसे हैं? इसे जानने की ललक को ध्यान में रखते हुए ही अधिकांश न्यूज चैनलों ने अपने संवाददाता नियुक्त कर दिए। सरकार ने भले ही यहां इंटरनेट सेवाएं बंद कर रखी हों, लेकिन सैटेलाइट के जरिए चैनलों पर लाइव प्रसारण हो रहा है। यदि कहीं कोई गड़बड़ी की आशंका होती तो सरकार कभी भी जम्मू कश्मीर से लाइव प्रसारण की इजाजत नहीं देती। यह माना कि अभी जम्मू कश्मीर खासकर कश्मीर घाटी में कफ्र्यू जैसे हालात हैं, लेकिन सरकार को भी कोई बड़ी गड़बड़ी की आशंका नहीं है। सवाल उठता है कि गड़बड़ी हो भी क्यों? केन्द्र सरकार ने अनुच्छेद  370 में बदलाव जम्मू कश्मीर की बेहतरी के लिए किया है। जिस तरह से कुछ स्वार्थी नेताओं ने अनुच्छेद 370 में राष्ट्रपति और विधानसभा के जरिए बदलाव किए उसी प्रकार अब केन्द्र सरकार ने राष्ट्रपति और संसद के माध्यम से बदलावों को बदल दिया। अब हर प्रावधनों के अंतर्गत कश्मीर के लोगों को भूखमारी ही मिली। अब्दुल्ला और मुफ्ती के खानदानों ने मजे किए। स्वयं के बच्चों को तो विदेश में पढ़ाया और कश्मीर के आम युवा के हाथ में बंदूक और पत्थर दे दिए। अब जम्मू कश्मीर के मुसलमानों का नहीं है, बल्कि देश के आम मुसलमानों का है। अनुच्छेद 370 के प्रावधानों की वजह से देशभर में साम्प्रदायिक तनाव हुए हैं। अब समय आ गया है, जब राष्ट्र भक्त मुसलमान सड़कों पर आकर खुशी मनाएं। 370 के प्रावधानों से देश के आम मुसलमान को क्या फायदा हो रहा था? उल्टे इन प्रावधानों की वजह से जम्मू कश्मीर पूरे देश से कटा हुआ था। अजमेर में रहने वाले मुसलमान भी धरती के स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर में निवास कर सकते हैं। देश का कोई राष्ट्रभक्त मुसलमान नहीं चाहेगा कि जम्मू कश्मीर भारत से अलग हो जाए। केन्द्र सरकार ने 370 को बदल कर जम्मू कश्मीर को भारत में बनाए रखने की कवायद की है। अब तक अब्दुल्ला, मुफ्ती के परिवार और कांग्रेस 370 को लेकर डराते रहे। ऐसा माहौल बनाया गया कि 370 को बदलने पर विचार भी किया गया तो देश में आग लग जाएगी। लेकिन पूरा देश देख रहा है कि पांच अगस्त से ही देश में जश्न का माहौल है। अब इस जश्र में मुसलमानों को भी शामिल होना चाहिए। जो नेता अब कश्मीर की आजादी का ख्वाब देख रहे थे, उन्हें ताजा घटनाक्रम से सबक लेना चाहिए। दरअसल कांग्रेस के 55 वर्षों के शासन में केन्द्र में कमजोर सरकारें रहीं। तुष्टिकरण की वजह से केन्द्र की सरकार अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवारों के सामने झुकती रहीं। लेकिन अब केन्द्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मजबूत सरकार है। इसमें कोई दो राय नहीं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमितशाह ने बोल्ड फैसला किया है। 
एस.पी.मित्तल


पाक ने कहा,हम जंग के लिए तैयार

पीओके पर भारत के बयान के बाद पाकिस्तान ने कहा-हम जंग के लिए तैयार हैं। 
अमितशाह के बयान से बौखलाया पाकिस्तान।
नई दिल्ली। 6 अगस्त को लोकसभा में केन्द्र गृहमंत्री अमितशाह ने साफ कहा कि अनुच्छेद 370 में बदलाव का प्रभाव पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर भी पड़ेगा। शाह जब लोकसभा में प्रस्ताव पेश कर रहे थे, तब कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सवाल उठाया कि क्या इस बदलाव का असर पीओके पर भी पड़ेगा? शाह ने तुरंत कहा कि जब मैं जम्मू कश्मीर में 370 के प्रावधानों का उल्लेख कर रहा हूँ।तब पीओके और अक्साई चिन का क्षेत्र भी शामिल है। यानि जो बदलाव हमारे जम्मू कश्मीर में होंगे वो ही बदलाव पीओके में भी होंगे हम पीओके को भारत का अभिन्न मानते हैं। भारत की इस दो टूक बात से पाकिस्तान बूरी तरह बौखला गया। अमितशाह के बयान के बाद पाकिस्तान के मंत्री फव्वाद हुसैन ने कहा कि ताजा हालातों में पाकिस्तान जंग के लिए तैयार है। फव्वाद हुसैन का बयान कितना मायने रखता है यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन इतना जरूर है कि भारत ने अब पाक के कब्जे वाले कश्मीर को भी अपना घोषित कर दिया है। इसमें कोई दो राय नहीं कि भारत सरकार का यह निर्णय अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि अब तक सरकारें हमारे कश्मीर में ही उलझी हुई थी। लेकिन अब जब अनुच्छेद 370 में बदलाव कर हमारे कश्मीर की समस्या का समाधान एक झटके में कर दिया है, तब भारत की ओर से पाक के कब्जे वाले कश्मीर का मुद्दा उठा दिया है। जो पाकिस्तान कल तक हमारे कश्मीर को आजाद करवाने के लिए आतंकी घटनाएं करवा रहा था, आज उसी पाकिस्तान को अपने कब्जे वाले कश्मीर को बचाने के लिए जंग की आवश्यकता हो रही है। जहां तक भारत का सवाल है तो भारत ने 370 का ऑपरेशन शुरू करने से पहले ही पीओके पर गोले बरसा दिए थे। पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन टीम के सात सदस्यों को भारत की सीमा में मार गिराया था। इससे पाकिस्तान को भी पता है कि इस बार भारत की तैयार पूरी है। 
एस.पी.मित्तल


उप-जिलाधिकारी ने अपनाया नया नियम

उत्तर प्रदेश सरकार का यह कैसा नियम सीधा बिल्डर से पीड़ितों को दिला दी आर्थिक दंड की राशि


सचिन विसौरिया


गाजियाबाद।भारत सिटी के द्वारा एकत्रित किए गए गंदे पानी में डूबने के कारण हुई 3 बच्चों की मौत के 1 महीने बाद जागे प्रशासन ने बिल्डर के द्वारा परिजनों  को ₹5 लाख की धनराशि दिलाई। उत्तर प्रदेश में पहली बार ऐसा देखा जा रहा है कि प्राइवेट बिल्डर की गलती को छुपाने के लिए सरकारी अधिकारी उसके साथ मिलकर पीड़ित को मदद दिलाने का काम कर रहे हैं। जबकि जानकारी करने पर क्षेत्रीय पटवारी ने बताया कि उपजिलाधिकारी द्वारा भारत सिटी बिल्डर पर जांच के दौरान मानकों में कमी को पाकर ₹5 लाख का आर्थिक जुर्माना लगाया था। जो पीड़ित को दिया गया है। जबकि नियमों के अनुसार अगर बिल्डर सोमपाल सिंह पर किसी प्रकार का जुर्माना लगाया गया है।तो वह डायरेक्ट पीड़ित को कैसे दिया जा सकता है? क्या नियमों की अवहेलना कर यह सारा कार्य किया गया है। स्थानीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा पीड़ित परिवार को भारत सिटी में एक-एक, फ्लैट व 20 - 20 लाख रुपए का मुआवजा मिलना चाहिए। बिल्डर्स सोमपाल सिंह पर 302 का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। जिससे भविष्य में क्षेत्र में और कोई बिल्डर इस तरह की लापरवाही कर मासूमों की जान से खेलने का प्रयास ना करें। मानकों को ताक पर रखकर अधिकारियों ने आपसी समझौता कर बिल्डर को परमिशन दी गई । इस पूरे मामले की जांच कर, भारत सिटी के बिल्डर व संबंधित अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए। उपजिलाधिकारी प्रशांत तिवारी की इस कार्रवाई से यह बात तो स्पष्ट कि उन्होंने 3 बच्चों की जान की कीमत केवल ₹5 लाख लगाकर पीड़ितों पक्ष को दबाने का प्रयास किया।वहीं भारतीय किसान यूनियन(अ) के प्रदेश अध्यक्ष सचिन शर्मा कहा,यह कैसा न्याय किया गया है? उन्होंने ना तो बिल्डर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है, ना जल प्रबंधन का कोई उपाय किया है। कल जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर सोमपाल सिंह की गिरफ्तारी और सख्‍त कानूनी कार्यवाई की मांग करेंगे।


एंटीकरप्शन:क्लर्क को रिश्वत लेते पकड़ा


एंटी करप्शन की टीम ने बीएसए के सीनियर क्लर्क को रिश्वत लेते पकड़ा


कानपुर। सोमवार को एंटी करप्शन कानपुर की टीम ने बीएसए कार्यालय के वरिष्ठ सहायक को 20 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ दबोच लिया। थाने में मुकदमा दर्ज कराने के साथ एंटी करप्शन टीम आरोपित को अपने साथ ले गई।


बीएसए कार्यालय में वरिष्ठ सहायक के पद पर जसीम अहमद फारुकी निवासी भोगनीपुर की तैनाती है। वह यहां कई वर्षों से तैनात हैं। बीएसए कार्यालय के प्रथम तल पर उसका कक्ष है। राजपुर के मथुरा जूनियर हाईस्कूल के प्रबंधक रतापुर सिकंदरा निवासी रामकृष्ण काफी समय से वेतन लेखाधिकारी से हस्ताक्षर प्रमाणित कराने के लिए कार्यालय के चक्कर लगा रहे थे।प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों की मान्यता का काम देख रहे जसीम अहमद फारुकी से वह मिले तो उन्होंने 20 हजार रुपये की मांग की। रुपये न देने पर हस्ताक्षर प्रमाणित नहीं हुए तो रामकृष्ण ने एंटी करप्शन कानपुर से संपर्क किया। एंटी करप्शन टीम ने प्रारंभिक जांच की तो शिकायत सही मिली। इस पर जाल बिछाया गया।एंटी करप्शन के निरीक्षक शंभूनाथ तिवारी ने दरोगा ओमकार सिंह,  कांस्टेबल मधु यादव, अभिषेक त्रिपाठी, रामपाल व आशीष की टीम के साथ रामकृष्ण को केमिकल लगे 20 हजार रुपये देकर भेजा। रामकृष्ण ने बीएसए कार्यालय की प्रथम तल पर अपने कक्ष में मौजूद वरिष्ठ सहायक जसीम को रुपये दिए तो उसने ले लिए।


द.एशिया मे सबसे बड़ा हॉस्पिटैलिटी इवेंट

सफी मोहम्मद शफी


ग्रेटर नोएडा। इंडिया इंटरनेशनल हॉस्पिटैलिटी एक्सपो का दूसरा संस्करण दक्षिण एशिया में अब तक का सबसे बड़ा हॉस्पिटैलिटी इवेंट होगा। इसमें व्यापार चर्चाओं सम्मेलनों गैस्टॉनोमिक डेमोंसट्रेशन मास्टर क्लासेस अवॉर्ड्स नाइट आदि मुख्य रूप से शामिल होंगे। 4 दिन चलने वाला यह इवेंट ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में 7 अगस्त से 10 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा। इस बारे में इंडिया एक्सपो सेंटर एंड बोर्ड के चेयरमैन राकेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि आईएफसीए अध्यक्ष शेफ मनजीत गिल आईसीएफ के अध्यक्ष शेफ देवेंद्र कुमार एफडीसीआई के अध्यक्ष सुनील सेठी फेयर प्रेसिडेंट हरी दादू और आईआईआईडी की दिल्ली शाखा के चेयरमैन हेमंत सूद की उपस्थिति में दिल्ली-एनसीआर में इस अनोखे इवेंट की घोषणा की। इस चार दिवसीय इवेंट में 28000 वर्ग मीटर के एग्जीबिशन स्पेस में फैला सबसे बड़ा एक्सपोजिशन होगा । इसमें 20,000 से ज्यादा व्यवसायिक आगंतुकों के शामिल होने की संभावना है। इससे आईएचआई 19 दक्षिण एशिया में सबसे बड़ा हॉस्पिटैलिटी एक्सपोजिशन बन गया है। इसने वियतनाम इंडोनेशिया पेरूअल सल्वाडोर,इक्वाडोर जैसे क्षेत्रों के उत्पादों और सेवाओं को प्रदर्शित करने वाले 650 प्रदर्शकों तक पहुंच बनाई है। उन्होंने बताया कि आईचाई 2019 दुनिया भर के कुख्यात वक्ताओं की उपस्थिति के साथ सबसे बड़े प्लेटफार्म में से एक बन गया है। पूर्वोत्तर में एमएसएमआई कंपनियों के मालिक मेक इन इंडिया पहल के तहत अपने कार्य को प्रदर्शित कर रहे हैं। वक्ताओं के तौर पर प्रमुख हॉस्पिटैलिटी पेशेवरों के साथ यह एक शानदार कॉन्फ्रेंस प्रोग्राम भी है क्योंकि भारत और विदेश से विश्वविख्यात शेफ़ द्वारा मास्टर क्लास प्रख्यात इतालवी वाइन परिचारक द्वारा वाइन परिचारक प्रशिक्षण हॉस्पिटैलिटी केंद्रित फैशन शो एवं फूड सेफ्टी पर एस एस एस ए आई एफएसएसएआई कॉन्क्लेज के साथ आईएचआई एक ऐसे बेहद प्रतिष्ठित हॉस्पिटैलिटी प्लेटफॉर्म की पेशकश करता है। जो इस के प्रतिभागियों के लिए प्रेरक एवं ज्ञानवर्धक सत्रों और विशेष नेटवर्किंग अवसरों से रूबरू कराता है।उन्होंने बताया कि यह 4 दिवसीय  इवेंट 45000 वर्ग किलोमीटर पर एक्सपोर्ट स्पेस में फैला सबसे बड़ा एक्सपोजिशन होगा । इसमें कॉन्फ्रेंस गैस्टॉनोमिक डेमोंसट्रेशन और हॉस्पिटैलिटी पेशेवरों के साथ-साथ हॉस्पिटैलिटी छात्रों दोनों के लिए भव्य स्पेस ने इसे दक्षिण पूर्व एशिया में अब तक का सबसे बड़ा हॉस्पिटलिटी एक्सपोजिशन बना दिया है। यह हॉस्पिटैलिटी रिटेल  फूड प्रोसेसिंग हाउसकीपिंग आर्किटेक्ट और डिजाइन प्रेमियों के लिए सबसे बड़ा खरीदारी केंद्र है। आईएचाई ने 650 दर्शकों तक अपनी पहुंच बढ़ाई है और यह वैश्विक स्पेशलिस्ट हॉस्पिटैलिटी उद्योग के श्रेष्ठ अनुभव को प्रदर्शित कर रहा है। और इसके दूसरे संस्करण में 25000 आगंतुकों के आने की संभावना है। इसका विजन हॉस्पिटैलिटी उद्योग को आर्थिक विकास के लिए उत्प्रेरक बनाना है।


5 किलो गांजा के साथ तस्कर गिरफ्तार

लखनऊ ।नाका थाना क्षेत्र में बैग में भरे भारी मात्रा में अवैध गांजा की तस्करी करने आये एक तस्कर को स्थानीय थाने की पुलिस ने मुखविर की सूचना पर गिरफ्तार कर लिया है तस्कर के पास से पुलिस को भारी मात्रा में लगभग पांच किलो अवैध गांजा वरामद हुआ है। पुलिस ने तस्कर को एनडीपीएस की धाराओं में कार्यवाही कर जेल भेज दिया है।
नाका थाना प्रभारी सुजीत कुमार दुबे ने जानकारी देते हुये बताया कि मंगलवार सुबह मुखविर से मिली सूचना पर ऐशबाग रेलवे स्टेशन के आगे मोड़ पर स्कुटी पर बैठा अपनी पीठ पर पिट्ठु बैग के साथ एक युवक को पकड़ा गया है जिसके बैग में लगभग पांच किलो अवैध माधक गांजा बरामद हुआ है। जिसकी तस्करी करने युवक क्षेत्र में आया था । बरामद गांजा की अंतरराष्ट्रीय मार्केट में पांच लाख रुपये कीमत है। पकड़े गए युवक ने पुलिस की पुछताछ में अपना परिचय रवि पांडेय पुत्र राजेश्वर पांडेय निवासी सेक्टर- डी, एलडीए कालोनी थाना कृष्णा नगर बताया है। पकड़े गए तस्कर ने पुलिस की कड़ी पुछताछ में बताया कि वह छत्तीसगढ़ से बीटेक अंतिम वर्ष का छात्र है और बिहार प्रान्त से गांजा लाकर लखनऊ में सप्पलाई करता है। पकड़े गए तस्कर को एनडीपीएस एक्ट में कार्यवाही कर जेल भेज दिया गया है।


98 शिकायत,निस्तारण एक का भी नही

अरविंद सिंह राजावत


इटावा- चकरनगर। पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार तहसील दिवस का कार्यक्रम तहसील सभागार में उपजिलाधिकारी इंद्रजीत सिंह की अध्यक्षता में विधिवत संपन्न हुआ। जिसमें 98 प्रार्थना पत्र पोर्टल पर दर्ज कराए गए। जिनमें निस्तारण एक का भी नहीं हो सका।
जानकारी के अनुसार चकरनगर तहसील सभागार में पूर्व नियोजित कार्यक्रमानुसार तहसील दिवस का कार्यक्रम इंद्रजीत सिंह (आईएएस)उप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इस अवसर पर पुलिस क्षेत्राधिकारी चंद्रपाल सिंह ने भी कंधे से कंधा मिलाकर कार्यक्रम को गति प्रदान की। इस मौके पर करीब 98 प्रार्थना पत्र पोर्टल पर दर्ज किए गए। जिसमें निस्तारण एक का भी संभव नहीं हो सका। गढाकास्दा थाना भरेह से गाटा संख्या 117 का जमीनी विवाद से संबंधित प्रार्थना पत्र महिला के द्वारा दिया गया ।जिस पर विशेष संज्ञान लेते हुए पीठासीन अधिकारी ने त्वरित निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को आदेशित किया। इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी चकरनगर प्रमोद कुमार सिंह ने भी मौके पर उपस्थित रहकर डाइस पर कई प्रार्थना पत्रों पर गंभीर संज्ञान लिया और संबंधित पंचायत मंत्री आदि को संबंधित की जांच हेतु हिदायती आदेश देते हुए कहा कि किसी भी प्रार्थना पत्र पर कोई भी कोताही न बरती जाए ।प्रार्थना पत्रों पर स्थलीय निरीक्षण करते हुए मानक के अनुसार रिपोर्ट तथ्यपरक हो यदि कोई भी प्रार्थना पत्र दाता दोबारा से फिर आता है तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर समस्त थानों की पुलिस अधिकारी, तहसील के अधिकारी व कर्मचारी, खंड विकास कार्यालय से संबंधित कर्मचारी और अधिकारी भी मौके पर उपस्थित रहे।


रेलवे के भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए

उत्तर मध्य रेलवे जोन में चीफ मेट्रन'मेट्रन' नर्सिंग सिस्टर की वीयरता सूची में व्याप्त भ्रष्टाचार


प्रयागराज । उत्तर मध्य रेलवे जोन के रेल प्रबंधक मण्डल झाँसी, आगरा, प्रयागराज और कानपुर आदि रेलवे मण्डल चिकित्सालयो में कार्यरत चीफ मेट्रन,मेट्रन नर्सिंग सिस्टर स्टाफ की वरीयता पदौन्नति सूची में पिछले दस वर्षों से भृष्ठाचार किया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार मुख्य केंद्र कार्मिक विभाग अधिकारी एव ओएस लम्बी रकम लेकर स्टाफ की पदौन्नति एव वरीयता को पिछले दस वर्षों से रेल कर्मचारियों को हानि पहुंचाई गयी है।इन कर्मचारियों ने स्वयं के माध्यम से एव यूनियन के माध्यम से डिवीजन एव मुख्यालय अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही की गयी।इसको रेलवे समाचार ने गम्भीरता से संज्ञान में लिया।उदहारण अनुसार श्रीमति सुबोध शुक्ला' रशिमसिंह'निशि प्रभा आदि का मामला काफी गम्भीर है। इसकी सतर्कता विभाग द्वारा जांच करवाएं जाने की आवाश्यकता है।


करंट से कई कांवड़िया झुलसे,दो की मौत

सोनभद्र (चोपन)। चोपन बैरियर स्थित महादेव सेवा समिति के कार्यकर्ताओं द्वारा सोन नदी से जल भरकर के गोठानी शिव मंदिर तक कलश यात्रा का कार्यक्रम 5 अगस्त 2019 को रखा गया था। इसी कारण कांवरियों द्वारा सोन नदी से जल भरकर गोठानी मंदिर की तरफ रवाना हुए थे कि रास्ते में ही महलपुर तिराहा के पास कावरियों के साथ चल रहे टेलर में अचानक ही 11000 वोल्ट का बिजली का तार टच हो गया। जिस कारण मौके पर मौजूद सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष कांवरियों को जोरदार करंट का झटका लग गया। जिससे कि मौके पर अफरा तफरी मच गया। जिसमे करीब 2 दर्जन से अधिक महिलाएं, लड़किया और लड़के झुलस गए। जिन्हें स्थानीय लोगों के द्वारा तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोपन पहुंचाया गया।जिसमे आशा पत्नी रामचंद्र उम्र 40 वर्ष, संध्या पाण्डेय पुत्री सुरेंद्र पाण्डेय उम्र 18 वर्ष, निकिता पुत्री जगदीश उम्र 16 वर्ष, संगीता पत्नी हवलदार उम्र 26 वर्ष, काजल केसरी पुत्री जीतेंद्र केसरी उम्र 17 वर्ष ,मुन्नी देवी पत्नी सत्यनारायण उम्र 45 वर्ष, सरस्वती पुत्री कैलाश साहनी उम्र 15 वर्ष ,गीता पत्नी महेंद्र उम्र 45 वर्ष, महेंद्र केसरी पुत्र बाबूलाल उम्र 40 वर्ष, महक पुत्री उमेश उम्र 15 वर्ष ,रूपाली पुत्री राजेंद्र उम्र 15 वर्ष, अशोक कुमार पुत्र सोहनलाल उम्र 25 वर्ष ,दिव्यांश पुत्र प्रमोद उम्र 12 वर्ष, रीना पुत्री रामदुलार उम्र 15 वर्ष, पूजा पुत्री रमेश उम्र 16 वर्ष ,राजकुमारी पुत्री सोमेश्वर उम्र 14 वर्ष, मोहित गुप्ता पुत्र हरि नारायण उम्र 23 वर्ष का इलाज जारी था तथा रोजी पुत्री अज्ञात उम्र 12 वर्ष, राधिका पुत्री राजेश कनौजिया उम्र 14 वर्ष ,निशा पुत्री मयंक उम्र 17 वर्ष, रंजना पुत्री छबीला, नेहा पुत्री नरेश उम्र 15 वर्ष का प्राथमिकी इलाज के बाद कांवरियों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया वही खबर लिखे जाने तक जहां पर जानकारी हुई कि 2 कांवरियों की मौत हो चुकी है और लगभग दर्जनों अभी भी घायल है।


भालुओ का आतंक,ट्रेनिंग कैंप में दहशत

कांकेर । भालुओ के आतंक से पुलिस ट्रेंनिग कैम्प में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है।जिसके चलते पुलिस की ट्रेनिंग भी प्रभावित हुई है।वही आज भालुओ ने शौच जाने के लिए निकले एक जवान पर हमला कर दिया है।तथा घायल जवान को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।इसके अलावा जवानों को ट्रेनिग कैम्प से आवश्यक घूमने पर भी प्रतिबंध लगा दी है। जानकारी के मुताबिक उत्तर बस्तर जिले में स्थित जंगलवार ट्रेनिंग सेंटर में भालुओ ने डेरा जमा लिया है। ट्रेनिग कैम्प में भालुओ की आवाजाही के चलते जवान भी दहशत में है। बता दे कि प्रदेश के पुलिस महकमे में पदस्थ जवानों को मुठभेड़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए के जंगलवार ट्रेनिग दी जाती है। जिसके तहत जंगलो से घिरे इस ट्रेनिग सेंटर में जवानों की अलग -अलग टोलियो को जंगलो में भेज जाता है।यही नही बम डिफ्यूज करने की विधि भी जवानों को सिखाई जाती है।मगर कैम्प में भालुओ की आमद ने सब चौपट कर दी है।


मुठभेड़ में शामिल छह नक्सली गिरफ्तार

दन्तेवाड़ा । दक्षिण बस्तर पुलिस को आज बड़ी कामयाबी मिली है।पुलिस ने जंगल मे घेरा बन्दी कर 6 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है।जिनसे पुलिस अब पूछताछ कर रही है।इसके साथ ही यह भी कयाश लगाए जा रहे है। पकड़े गए नक्सलियों से पुलिस को और भी अहम जानकारियां मिल सकेंगी।दरअसल आज डीआरजी और सीआरपीएफ जवानों के एक टीम मारडूम के जंगलों में सर्चिंग के लिए निकली थी।इसी दौरान पुलिस ने घेराबंदी कर जंगल से भाग रहे इन 6 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है।वही पुलिस का दावा है कि ये सभी नक्सली हाल ही के दिनों में चिकपाल में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल थे।बता दे कि बस्तर में इन दिनों भारी बारिश के बीच भी पुलिस ने नक्सल विरोधी अभियान को तेज कर दिया है।जिससे नक्सली अब बैकफुट पर आ गये है।उसी का परिणाम है कि आज जंगल से 6 नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई है।


भाजपा में शामिल होंगे विधायक:हरियाणा

राणा ओबराय
टेकचंद शर्मा सहित दो और विधायक आज होंगे भाजपा में शामिल
चण्डीगढ़ । हरियाणा के ये तीन विधायक आज होंगे भाजपा में शामिल.हरियाणा में बीजेपी को लगातार मजबूती मिलती दिख रही है। आज तीन विधायक बीजेपी में शामिल होने वाले हैं। इनमें पृथला से बसपा विधायक टेकचंद शर्मा, समालखा से आजाद विधायक रविंदर मछरौली और फरीदाबाद NIT से इनेलो विधायक नगेंद्र भडाना आज दोपहर बाद भाजपा में शामिल होंगे।


जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक संसद में पेश

जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक लोकसभा में पेश


नई दिल्ली । गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक को मंगलवार को लोकसभा में पेश किया। विधेयक पर चर्चा शुरू होते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने नियम तोड़ने का आरोप लगाया। रंजन ने सरकार से यह स्पष्ट करने के लिए कहा कि संयुक्त राष्ट्र कश्मीर मसले की निगरानी कर सकता है कि नहीं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि शिमला समझौता, लाहौर घोषणापत्र में इसे कश्मीर को द्विपक्षीय मसला माना गया है। कांग्रेस नेता ने इसे सरकार का रुख स्पष्ट करने की मांग की। इस मामले पर गृहमंत्री की उनसे तीखी बहस हुई। गृहमंत्री ने कहा कि पीओके के लिए जान भी दे देंगे।


अलग-अलग सड़क हादसों में 16 की मौत

लामबगड़ में बस के ऊपर गिरा बोल्डर, सात की मौत


टिहरी-गढ़वाल ।आज का दिन उत्तराखंड के लिए हादसों का दिन के रूप में रहा। बदरीनाथ हाइवे पर यात्रियों की बस के ऊपर लामबगढ़ के पास प्रात: 9 बजे एक भारी-भरकम बोल्डर गिरने से बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। अभी तक 5 लोगों को बस से बाहर निकाला जा चुका है 8 लोग बस के अंदर फंसे हुए हैं।


इससे पहले सुबह-सुबह लमगांव टिहरी गढ़वाल में स्कूल बस बच्चों को स्कूल ले जाते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिससे 9 बच्चों की मौत हो गई थी।स्थानीय पुलिस प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल लामबगड़ के पास रेस्क्यू में लगी हुई है। यह हादसा बदरीनाथ हाइवे पर लामबगड़ के पास तब हुआ, जब बस बद्रीनाथ से लौट रही थी। इसी दौरान लामबगड़ में पहाड़ी से एक विशालकाय बोल्डर आ गिरा और सीधा बस की छत पर गिरा, जिससे बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मौके पर 7 यात्रियों की मौत हो गई और बाकी घायलों के लिए बचाव एवं राहत कार्य स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम द्वारा जारी है।


पीएम आवास योजना में बढ़ रहा भ्रष्टाचार

हितग्रहियों के खाते से राशि निकाल गायब हुआ आवास मित्र
मनोज कुमार
लखनपुर । वैसे तो एक आम व्यक्ति की मूलभूत जरूरतों में रोटी,कपड़ा और मकान प्रमुखता से गिने जाते हैं ।परंतु निचले तपके के लोगो के लिए आवास के संबंध में शासन द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री आवास योजना सुदूर ग्रामीण अंचलों में नाकाफी साबित हो रही है। जहां लोगों को इस योजना का पूर्ण लाभ नही मिल पा रहा है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्री टी एस सिंहदेव एवं छेत्रिय विधायक डॉ प्रीतम राम के छेत्र जनपद लखनपुर अंतर्गत सुदूर ग्रामीण अंचल ग्राम तुंगा में आवास हितग्राहियों के प्रधानमंत्री आवास के राशि के गबन का मामला सामने आया है ।जहां आवास बनाने के नाम पर भोले भाले ग्रामीणों के खाते से बिना बताए राशि का गबन किया।आवास योजना की खुले आम धज्जियां उड़ाई गयी हैं।ग्राम के ही बोधो राम पिता ठेपा राम,अमरेश आत्मज बलि राम,मंगल आत्मज ठुररू सहित कई सारे ग्रामीणों ने सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम में जबरदस्ती शासकीय कार्यवाही का भय दिखा,आवास का कार्य प्रारंभ तो कराया गया। परंतु घटिया निर्माण के बीच एक समय बाद हितग्राहियों के खाते मांगकर आवास के नाम पर खाते की राशि निकालकर गबन किया गया हैै। जहां इस बात की जानकारी हितग्राहियों को भी नही है ।आवास की राशि निकालकर आवास मित्र के द्वारा कार्य अधूरा छोड़ दिया गया जिसके बाद आवास मित्र राशि निकाल आज एक साल से ग्राम में नजर नही आया।ग्रामवासियों ने बताया कि आवास निर्माण के बीच न तो किसी अधिकारी ने इसकी सुध ली और न तो आवास मित्र के अलावा कोई कर्मचारी ही देखने आया।जैसे तैसे किये गए इस निर्माण कार्य में न तो गुणवत्ता का ध्यान रखा गया और न हितग्रहियों के हितों के बारे में सोंच गया।आज इन आवासों के हालत को देखकर ऐसा प्रतीत होता है। जैसे की केवल शासकीय खाना पूर्ति करने के लिए इन आवासों को अधूरा खड़ा कर दिया गया हैै। जो केवल हवा महल की भांति नजर आते हैं।इन आवासों में न तो छत सही से बनी हुई है और न ही दीवारें।इन आवासों का हाल अब केवल एक खंडहर के अलावा कुछ नजर नही आता।ग्रामवासियों ने बताया कि आवास निर्माण से पूर्व उन्हें आवास मित्र के द्वारा यह धमकी भी दी गयी कि अगर आवास समय सीमा में पूर्ण नही कराया गया तो उनके खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराया जाकर उन्हें न्यायालय के चक्कर काटने होंगेे। जिससे भय के चक्कर मे जल्द से जल्द आवास निर्माण कराते जाने लोगो ने शासन के माध्यम से आवास बनवाना ही उचित समझा बावजूद इसके आज इन आवासों की हालत बद से बदतर दिखाई देती है।इन आवास हितग्रहियों को भय दिखा इनके आवास के खातों से राशि का गबन किया गया जहां आज तक इन हितग्रहियों का आवास अधूरा है जिसके बाद आवास हितग्राही अपने अपने आवास पूर्ण कराने शासन से गुहार लगाने मजबूर हैं।लखनपुर छेत्रन्तर्गत कई सारे ऐसे ग्राम है जहां आवास के नाम पर केवल मजाक किया गया है और लोग आज आंसू बहाने मजबूर हैं। अब एक बड़ा सवाल है कि आखिर कब तक अधिकारियों कर्मचारियों की शासकीय योजनाओं के प्रति उदासीनता का परिणाम भोले भाले ग्रामीणों को भुगतना होगा, कब तक ऐसे ही शासकीय योजनाओं के नाम पर ग्रामीण ठगे जाते रहेंगे।बावजूद इसके अब आवास मित्र के द्वारा राशि गबन करने के बाद आवास मित्र को कार्य से पृथक कर दिया गया है जिसके बाद अब लोगो के आवास धरे के धरे रह गए हैं और लोग अपने अपने आवास पूर्ण होने की बाट जोह रहे हैं।एक ओर जहां लोगो को आवास के संबंध में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो वही अधिकारियों कर्मचारियों को इन सभी बातों से कोई सरोकार नही है जिसके बाद ये अधिकारी कर्मचारी अपनी ही दुनिया मे मशरूफ नजर आते हैं।ग्रामीणों को हो रही दिक्कतों से शासन के इन अधिकारी कर्मचारियों का दूर दूर तक कोई वास्ता नही है जिसके बाद लोगों के पास अब लकीर पीटने अलावा कुछ नही बचता।अधिकारियों के अलावा छेत्र के विधायक भी कभी इस छेत्र में योजनाओं की सुध लेते नजर नही आये ताकि लोग उनसे अपने सुख दुख का हाल बता सके।फिलहाल बरसात के इस मौसम में इन आवासों के पूर्ण नही होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...