मंगलवार, 6 सितंबर 2022

स्वास्थ्य: शहद का इस्तेमाल गलत तरीके से न करें

स्वास्थ्य: शहद का इस्तेमाल गलत तरीके से न करें 

सरस्वती उपाध्याय 

शरीर में जमा चर्बी की वजह से ज्यादातर लोग परेशान रहते हैं। इसे कम करने के लिए बहुत से उपाय करते हैं, मगर चर्बी कम नहीं होती। चर्बी कम करने के लिए हर कोई सबसे पहले डाइटिंग का सहारा लेता है। ऐसा करना सही भी है, लेकिन इस चक्कर में शरीर को पर्याप्त ऊर्जा न मिल पाने के कारण कमजोरी महसूस हो सकती है। ऐसे में शहद का जरूर करना चाहिए।एक्सपर्ट की मानें तो कुछ लोग चर्बी घटाने के लिए तो कुछ बढ़ाने के लिए शहद का इस्तेमाल करते हैं। मधुमक्खी के छत्ते से निकला फ्रेश शहद शरीर के वजन को बढ़ाता है और हल्का रेचक होता है। वहीं शहद जो पुराना है, फैट के मेटाबॉलिज्म में मदद करता है और कफ को खत्म करता है।

आयुर्वेद में शहद के फायदे...

  • शहद आंखों और आंखों की रोशनी के लिए बहुत अच्छा होता है।
  • यह प्यास बुझाता है और कफ को घोलता है।
  • यह मूत्र मार्ग के विकारों, दमा, खांसी, दस्त और जी मिचलाना-उल्टी में बहुत मददगार है।
  • यह एक नेचुरल डिटॉक्सिफायर है।
  • यह दिल के लिए अच्छा है, त्वचा में सुधार करता है, और कामोत्तेजक है।
  • गहरे घावों को जल्दी भरने में मदद करता है।
  • स्वस्थ दानेदार टिशू के विकास की शुरुआत करता है।

यूं न करें इस्तेमाल...

  • शहद को गर्म खाने या पानी के साथ नहीं मिलाना चाहिए।
  • गर्म जगह पर काम करते समय शहद नहीं खाना चाहिए।
  • शहद को कभी भी घी के साथ या गर्म, मसालेदार खाने के साथ नहीं मिलाना चाहिए।
  • इसके अलावा फर्मेंटेड ड्रिंक्स (जैसे, व्हिस्की, रम, ब्रांडी) या सरसों में इसे नहीं मिलाना चाहिए।

कैसे करें इस्तेमाल...

  1. मोटापे के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं तो एक गिलास कमरे के तापमान के पानी के साथ 1 चम्मच शहद लें।
  2. 1 टीस्पून शहद के साथ एक टीस्पून पीएफ हल्दी और 1 काली मिर्च को मिलाकर पीने से खांसी, सर्दी, साइनसाइटिस, इम्युनिटी ठीक करने में मदद मिलेगी।
  3. इसके अलावा गर्म पानी में शहद पीने की बड़ी गलती करने से बचें।

मोटापा: कंपनी 'एल्यूरियन' ने कैप्सूल लाॅन्च किया

मोटापा: कंपनी 'एल्यूरियन' ने कैप्सूल लाॅन्च किया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। मोटापा दूर करने में समर्पित कंपनी एल्यूरियन ने एक ऐसा कैप्सूल लाॅन्च किया है, जो चार महीने में 10 से 15 प्रतिशत तक वजन घटा देता है। एल्यूरियन के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी शांतनु गौर ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि इस कैप्सूल को निगलने के बाद हेल्थकेयर प्रोफेशनल उसमें पहले से लगे कैथेटर से 550 मिलीलीटर तरल पदार्थ के साथ इसे फुला देेते हैं। इस प्रक्रिया में किसी तरह की सर्जरी, एंडोस्कोपी या एनेस्थेसिया की जरूरत नहीं होती। प्रक्रिया पूरी कर लेने के बाद यह देखने के लिए एक एक्सरा किया जाता है कि बैलून सही स्थिति में है या नहीं।

पूरी प्रक्रिया 15 मिनट में पूरी कर ली जाती है। प्लेसमेंट के बाद यह बैलून पेट भरा होने का अहसास दिलाता है और भोजन की इच्छा को कम करता है। यह भूख के अहसास को कम करता है और करीब चार महीने बाद स्वत: सिकुड़ जाता है और मल के साथ शरीर से बाहर निकल जाता है। उन्होंने बताया कि यह कैप्सूल केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन से अनुमोदित है। मोटापा और वजन घटाने में कारगर यह कैप्सूल मधुमेह, बांझपन और हृदय रोग के उपचार में भी मददगार हो सकता है। उन्होंने कहा कि भारत में मोटापे से जुड़ी बीमारियां बढ़ रही हैं और मधुमेह, रक्तचाप, हृदय रोग आदि को नियंत्रित करने में यह सहायक हो सकता है।

एल्यूरियन के संस्थापक भागीदार एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राम चुट्टानी ने इस अवसर कहा कि अध्ययनों से एल्यूरियन प्रोग्राम के प्रभाव और सुरक्षा की पुष्टि हुई है। रोगियों को लगभग 16 हफ्तों में शरीर के वजन को औसतन 10 से 15 प्रतिशत कम करने में मदद मिली है। डॉ गौर ने बताया कि यदि एक कैप्सूल लेने के बाद 10 से 15 प्रतिशत वजन कम हो जाने के बावजूद शरीर का वजन औसत स्तर तक न आये तो एक कैप्सूल और लिया जा सकता है। इससे करीब आठ महीने में शरीर का वजन औसत तक लाया जा सकता है।

डॉ राम चुट्टानी ने कहा कि इस कैप्सूल के इस्तेमाल के बाद शरीर को कम खाने की आदत हो जाती है जिससे भविष्य में वजन से ज्यादा की आशंका बहुत कम रह जाती है। उन्होंने बताया कि अभी दिल्ली में इसके लिए पांच क्लीनिक पर संबंधित स्टाफ को प्रशिक्षित कर दिया है और जल्द ही दिल्ली समेत अन्य स्थानों पर इसके इस्तेमाल की प्रक्रिया पूरी करने के लिए बड़ी संख्या में क्लीनिकों को चिह्नित करके वहां के स्टाफ को प्रशिक्षित कर दिया जाएगा।

क्रिकेट के हर प्रारूप से रिटायरमेंट लेने का ऐलान 

क्रिकेट के हर प्रारूप से रिटायरमेंट लेने का ऐलान 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। टीम इंडिया के मध्यक्रम के बाएं हाथ के धाकड़ बल्लेबाज रहे सुरेश रैना ने अब क्रिकेट के हर प्रारूप से रिटायरमेंट लेने का ऐलान कर दिया है। मुख्य बात यह रही है कि सुरेश रैना को अब क्रिकेट खेलने के लिए क्रिकेट से संन्यास का ऐलान करना पड़ा है। मंगलवार को भारतीय क्रिकेट टीम के बाएं हाथ के मध्यक्रम के पूर्व बल्लेबाज सुरेश रैना ने अब क्रिकेट के हर प्रारूप से संन्यास लेने का ऐलान किया है। बाएं हाथ के मध्यक्रम के धाकड़ बल्लेबाज एवं मिस्टर आईपीएल के नाम से विख्यात सुरेश रैना ने मंगलवार को अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि अपने देश भारत और राज्य उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करना एक सम्मान की बात है। मैं क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा करना चाहता हूं। मैं बीसीसीआइर्, यूपीसीए, चेन्नई सुपर किंग, राजीव शुक्ला सर और अपने सभी प्रशंसको का उनके समर्थन और मेरी क्षमताओं में अटूट विश्वास के लिए उनका धन्यवाद करना चाहूंगा।

दरअसल भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना अ्र्र्रभी भी अपने खेल को जारी रखना चाहते हैं और वह 10 सितंबर से शुरू हो रही रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज का हिस्सा बनने जा रहे हैं। उधर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की पॉलिसी इस बात को कहती हैं कि वह खिलाड़ी जो किसी भी प्रकार से बीसीसीआई के साथ जुड़ा हुआ है, वह किसी भी विदेशी लीग अथवा अन्य किसी टूर्नामेंट में नहीं खेल सकता है। माना जा सकता है कि मध्यक्रम के धाकड़ बल्लेबाज सुरेश रैना को क्रिकेट खेलने के लिए क्रिकेट के हर प्रारूप से रिटायरमेंट का ऐलान करना पड़ा है।

3 महिलाओं को पीट-पीटकर मौंत के घाट उतारा 

3 महिलाओं को पीट-पीटकर मौंत के घाट उतारा 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। तंत्र-मंत्र के चक्कर में गांव के लोगों ने ट्रिपल मर्डर की वारदात को अंजाम देते हुए 3 महिलाओं को बुरी तरह से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया है। 3 महिलाओं की एक साथ हत्या कर दिए जाने से पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया है। घटनास्थल की तरफ दौड़ी पुलिस ने इस सिलसिले में 8 लोगों को गिरफ्तार किया है।  मंगलवार को रांची जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कौशल किशोर ने बताया है कि सोनाहपुर थाना क्षेत्र के रनडीह गांव में 3 महिलाओं की पीट-पीटकर की गई हत्या के सिलसिले में एक महिला के पति और उसके बेटे समेत 13 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। एसएसपी ने बताया है कि ट्रिपल मर्डर की इस वारदात के सिलसिले में अभी तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि बाकी बचे लोगों की तलाश में दबिश दी जा रही है। उन्होंने बताया है कि गांव के कुछ लोगों ने 3 महिलाओं के साथ जमकर डंडे से मारपीट की क्योंकि उन्हें इस बात का शक था कि यह तीनों महिलाएं गांव में जादू टोना करती हैं। आरोप है कि इन लोगों ने महिलाओं की मौत हो जाने के बाद उनके शव गांव के निकट पहाड़ी इलाके में फेंक दिए। पुलिस ने दोनों महिलाओं के शव बरामद करने के बाद एक शव सोमवार की देर रात बरामद किया है।

तेज गेंदबाज अर्शदीप को भारत का गौरव करार दिया

तेज गेंदबाज अर्शदीप को भारत का गौरव करार दिया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव तरुण चुग ने भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को भारत का गौरव करार दिया और कहा कि हर भारतीय उनके साथ खड़ा है। चुग ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्रालय द्वारा अर्शदीप सिंह के पेज पर झूठी जानकारी प्रकाशित करने के लिए विकिपीडिया के खिलाफ की गई कार्रवाई का भी स्वागत किया। सिंह ने दुबई में रविवार को भारत पाकिस्तान के बीच हुए एशिया कप के रोमांचक टी-20 मैच में एक अहम कैच छोड़ दिया था जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर तीखे हमलों का सामना करना पड़ रहा है।

कैच छोड़ने के बाद उनके विकिपीडिया पेज पर उनसे संबंधित जानकारी को बदल दिया गया और उनका संबंध अलगाववादी खालिस्तानी आंदोलन से बताया गया। चुग ने कहा, अर्शदीप भारत के गौरव हैं। वह पंजाब के उभरते खिलाड़ी हैं और हर भारतीय उनके साथ खड़ा है। उनके खिलाफ घृणास्पद टिप्पणी करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। अर्शदीप के समर्थन पर ट्विटर पर आई स्टैंड विद अर्शदीप अभियान भी चलाया गया। पंजाब के सभी राजनीतिक दलों ने भी अर्शदीप का समर्थन किया है।

देश की पहली नेजल वैक्सीन को मंजूरी: डीसीजीआई 

देश की पहली नेजल वैक्सीन को मंजूरी: डीसीजीआई 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर कोरोना के नए वैरिएंट्स के कारण बढ़ता संक्रमण विशेषज्ञों के लिए बड़ी चुनौती का कारण बना हुआ है। इस बीच देश की पहली नेजल वैक्सीन को डीसीजीआई ने मंजूरी दे दी है। भारत बायोटेक को इंट्रानैसल कोविड-19 वैक्सीन के लिए डीसीजीआई (DCGI) से इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मिल गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने ये जानकारी दी। ये कोरोना के लिए भारत का पहला नाक का टीका होगा। मनसुख मंडाविया ने कहा कि नियामक ने 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के प्राथमिक टीकाकरण के लिए आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग के लिए टीके को मंजूरी दी है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट कर लिखा कि कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई को बड़ा बूस्ट मिला है। भारत बायोटेक के ChAd36-SARS-CoV-S COVID-19 (चिंपांजी एडेनोवायरस वेक्टरेड) रीकॉम्बिनेंट नेजल वैक्सीन को आपातकालीन स्थिति में 18 साल से ज्यादा आयु वर्ग के उपयोग के लिए अनुमति दी गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने और क्या कहा?
उन्होंने आगे कहा कि यह कदम महामारी के खिलाफ हमारी सामूहिक लड़ाई को और मजबूत करेगा। भारत ने पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में अपने विज्ञान, अनुसंधान एवं विकास और मानव संसाधनों का उपयोग किया है। विज्ञान संचालित दृष्टिकोण और सबका प्रयास के साथ, हम कोविड-19 को हरा देंगे।

नेजल वैक्सीन क्या है?
इसमें वैक्सीन की खुराक नाक के माध्यम से दी जाती है, न कि मौखिक रूप से या हाथ के माध्यम से। वैक्सीन को या तो एक विशिष्ट नाक स्प्रे के जरिए या एरोसोल डिलीवरी के माध्यम से इंजेक्ट किया जाता है।

पिछले महीने पूरा किया परीक्षण...
भारत बायोटेक ने पिछले महीने अपने इंट्रानैसल कोविड-19 वैक्सीन के लिए तीसरे चरण और बूस्टर खुराक का परीक्षण पूरा किया था। जिसके बाद भारत बायोटेक ने कहा था कि इंट्रानैसल कोविड वैक्सीन के लिए दो अलग-अलग परीक्षण किए हैं, एक पहली डोज के रूप में और दूसरा बूस्टर खुराक के रूप में।

राज्य में मौजूदा स्थिति के लिए सरकार पर आरोप 

राज्य में मौजूदा स्थिति के लिए सरकार पर आरोप 

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरु। बेंगलुरु में भारी बारिश के कारण भीषण जलभराव देखने को मिल रहा है। हर तरफ सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है। इसी बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मंगलवार को राज्य में मौजूदा स्थिति के लिए पिछली कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार के ‘अनियोजित’ और ‘कुशासन’ के कारण बेंगलुरु के कई रिहायशी इलाके बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं।

बोम्मई ने यहां अपने आरटी नगर स्थित आवास पर पत्रकारों से कहा कि पिछली सरकार ने लापरवाही से टैंक, टैंक बांध और बफर जोन में मकान, अपार्टमेंट बनाने की अनुमति दी थी। उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति के लिए पूरी तरह से कांग्रेस जिम्मेदार है।मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार ने टैंकों के प्रबंधन के बारे में कभी नहीं सोचा था। उन्होंने कहा कि पर मौजूदा सरकार ने इसे एक चुनौती के रूप में लिया और बेहद जरूरी राजाकालुवे के निर्माण के लिए 1,500 करोड़ रुपये जारी किए। उन्होंने कहा कि सोमवार को शहर में 300 करोड़ रुपये के अतिक्रमण हटा दिए गए क्योंकि इसके अधिकांश इलाके जलमग्न हैं या जलभराव की स्थिति में हैं।

सीएम बोम्मई ने कहा कि निर्देश दिए गए हैं कि राजकालुवे की निर्माण गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए। यह सुनिश्चित करने के लिए एक प्रणाली बनाई जाएगी कि पानी के मुक्त प्रवाह के लिए कोई समस्या न हो। साथ ही, किसी भी सूरत में अतिक्रमण की अनुमति नहीं दी जाएगी। गौरतलब है कि भारी बारिश के कारण बेंगलुरु के कई रिहाइशी इलाके जलमग्न होकर बाढ़ जैसी स्थिति में हैं। कई इलाकों में अतिक्रमण के कारण जलभराव की स्थिति है।

सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया

सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया पंकज कपूर  देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को बदरीनाथ पहुंच कर श्रद्धालुओं की...