ऐसे में भारतीय टीम को इस मुकाबले में हार का सामना भी करना पड़ा सकता है।
अगर कुछ खिलाड़ियों को दूसरे वनडे में ही डेब्यू का मौका मिल जाता, तो बेहतर होता। कहीं ना कहीं 5 खिलाड़ियों को एक साथ डेब्यू करवाने का फैसला समझ से परे लगता है। मनीष पांडे पहले मैच में 40 गेंदों पर मात्र 26 रन ही बना पाए थे। दूसरे वनडे में भी वह कुछ ख़ास नही कर पाए थे। आईपीएल 2021 के पहले चरण में खराब फॉर्म से गुजर रहे थे। उनकी खराब फॉर्म के चलते सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने उन्हें प्लेइंग इलेवन से ड्राप भी किया था। हालांकि उनकी खराब फॉर्म के बावजूद टीम मैनेजमेंट ने उन्हें तीसरे वनडे की भी प्लेइंग इलेवन में मौका दिया है।
वहीं मनीष पांडे की वजह से देवदत्त पड्डीकल जैसे युवा खिलाड़ी को मौका नहीं मिल पाया है। ऐसे में चयनकर्ताओं का यह फैसला समझ से परे हैं कि मनीष पांडे को प्लेइंग इलेवन में क्यों जगह मिल गई। शुरूआती दोनों वनडे मैचों की प्लेइंग इलेवन में देवदत्त पड्डीकल को मौका नहीं मिल पाया था, ऐसे में फैंस को उम्मीद थी सीरीज जीतने के बाद कोच राहुल द्रविड़ तीसरे वनडे की प्लेइंग इलेवन में देवत्त पड्डीकल को डेब्यू का मौका देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया क्योंकि भारतीय टीम मैनेजमेंट ने इस मैच में देवत्त पड्डीकल जैसे होनहार खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन में जगह नही दी है।