सोमवार, 3 अगस्त 2020

बिलोली-चौसाना मार्ग चौड़ीकरण हेतु ज्ञापन

भानु प्रताप उपाध्याय


शामली जनपद के बिडोली-चौसाना मार्ग पर खोडसमा तक चौडीकरण हेतू ज्ञापन


शामली। जिला कांग्रेस कमेटी शामली आपको अवगत कराना चाहते हैं कि शामली करनाल हाईवे से बिडोली चौसाना मार्ग बहोत पहले चार लाईन सर्वे हो चुका है किंतु अभी तक पी.डब्ल्यू. डी. द्वारा इस मार्ग पर कोई कार्य नहीं कराया गया है। बिडोली से खोडसमा तक लगभग7 किमी की दूरी तक सिंगल लाईन मार्ग भी मौजूद नहीं है। सडक गड्ढों में पूरी तरह से परिवर्तित हो गई है। जिस पर आये दिन दुर्घटनाएं घटती रहती हैं। खोडसमा से बिडोली तक आने मे एक घण्टे का समय लगता है। यह मार्ग 7 गाँव को प्रभावित करता है कितनी ही बार मरीज को हस्पताल ले जाने मे ही काफी समय लगने से बीच मे ही मृत्यु तक हो गई। यह मार्ग गंगोह होते हुए सहारनपुर और यमुनानगर को जाता है। इस मार्ग पर यातायात का आवागमन काफी है। इस मार्ग की बदहाल हालत होने के कारण क्षेत्र के लोगों मे भारी रोष है। क्षैत्र का यूवा वर्ग उपेक्षा का दंश झेल रहा है। सडक से गुजरने वाला हर राहगीर नेताओं के विरुद्ध भद्दे कमेंट्स निकालता है। इस मार्ग की वजह से रिस्तेदारों ने आना जाना बंद कर दिया है। तथा भविष्य में रिस्ते होना भी मुश्किल हो जायेंगे। क्षेत्र के विधायक और सांसद केवल चुनाव के वक्त दिखाई दिये इसके पश्चात सांसद अथवा विधायक के दर्शन भी दुर्लभ हो गये। नेताओं और प्रशासन की मिली भगत होने के कारण बार बार इस मार्ग की फाईल को ठण्डे बसते मे डाल दिया जाता है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार जब उत्तर प्रदेश मे बनी थी तब आदरणीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा प्रदेश की सडकों को गड्ढा मुक्त करने का नारा दिया गया था। किंतु इस क्षैत्र मे सडक निर्माण कार्य में सोतेला व्यवहार किया जाता रहा है इस मार्ग के चौडीकरण हेतू कितनी ही बार सर्वे हो गया लेकिन सडक का निर्माण कार्य नहीं हो पाया है।


अतः क्षेत्र की इस विकट समस्या के समाधान हेतू तत्काल प्रभाव से लोक निर्माण विभाग जनपद शामली को आदेशित करते हुए बिडोली से खोडसमा तक मार्ग के चौडीकरण के आदेश पारित करने का कष्ट करें।
इस ज्ञापन के माध्यम से आपसे आशा करते हैं कि आप उक्त क्षेत्रीय सडक का  चौडीकरण कराने का कार्य अगले 15 दिनों मे सुरु कराना सुनिश्चित करेंगे। अन्यथा जिला काँगेस कमेटी शामली के नेतृत्व मे  आमरण अनसन पर बैठने को बाध्य होगी।


            


रक्षाबंधन पर्व पर पुलिस दिखी मुस्तैद

अतुल त्यागी


सिम्भावली पुलिस रक्षाबंधन पर्व को लेकर दिख रही है मुस्तैद


हापुड़। पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन के निर्दैशानुसार और पुलिस क्षेत्राधिकारी गढमुक्तेश्वर पवन कुमार ने निर्देशन में सिम्भावली थाना प्रभारी महेंद्र कुमार त्रिपाठी का क्षेत्र के सभी मुख्य रास्तों पर पुलिस टीम तैनात करते हुये संदिग्ध वाहनों की जबरदस्त चैकिंग। सिम्भावली पुलिस ने अपनी फूल टीम के साथ क्षेत्र में निकाला फ्लैग मार्च। रक्षाबंधन और अयोध्या में  राम मंदिर को लेकर सभी ग्राम वासियों से की अपील। गांव गांव जाकर जनता से की अपील क्षेत्र में थाना सिंभावली प्रभारी महेंद्र कुमार त्रिपाठी ने क्षेत्र में करोना महामारी को लेकर की अपील। सिम्भावली पुलिस की क्षेत्र में अलग ही पहचान।           


हापुड़ में एक साथ मिले 10 संक्रमित

अतुल त्यागी, रिंकू सैनी
नगर हापुड़ के जवाहरगंज में फूटा कोरोना बम, फिर 10 केस निकलें, कुल संख्या 22


हापुड़। नगर के जवाहरगंज में शाम को एक बार फिर कोरोना बम फूटा, शाम तक 15 कोरोना मरीज जवाहर गंज में निकलें, जिस कारण जिलें में कोरोना पोजेटिव की संख्या 22 पहुंच गई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार हापुड़ के जवाहरगंज में एक ओर कोरोना मरीज मिलने पर संख्या 15, चेनापुरी में एक, पिलुखवा के गांधी कालोनी में एक व पिलुखवा में एक, मदर डेयरी कर्मी एक, गढ़ के पोपई गांव में एक व दो अन्य कोरोना पोजेटिव मिलनें से हड़कंप मच गया।             


पेड़ों की रक्षा व संरक्षण का लिया संकल्प

पेड़ों पर राखी बाँध कर कोरोना पर किया प्रहार


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष भी संयुक्त व्यापार मण्डल और मदर टेरेसा फाउण्डेशन की ओर से रक्षा बन्धन पर पेड़ों पर राखी बाँध कर पेड़ों की रक्षा व संरक्षण की शपथ ली गई।संयुक्त व्यापार मण्डल के महानगर अध्यक्ष सै०मो०अस्करी की अगुवाई में फूलों से पेड़ों को सजा कर पेड़ पर सूती धागों मे बंधी रेशमी कपड़े और सुनहरे गोटों वाली राखी बाँधने के साथ प्रयावरण रक्षा का संकल्प लेते हुए पेड़ पर मास्क लगा कर कोरोना महामारी पर भी प्रहार किया गया।रौशन बाग़ पार्क में संयुक्त व्यापार मण्डल और मदर टेरेसा फाउण्डेशन के मो०ग़ुफरान खान,गौरव मिश्रा आदि पदाधिकारीयों ने कदम्ब के पेड़ को गेंदे और गुलाब के फूलों से सजा कर रक्षा बन्धन के पर्व को अनूठे अन्दाज़ में मनाया।


पदाधिकारीयों को पेड़ो की रक्षा के साथ अधिक से अधिक पेड़ लगाने और संरक्षण का संकल्प दिलाया गया।कोरोना महामारी में मास्क की उपयोगिता को देखते हुए पेड़ पर मास्क भी लगाया गया और लोगों से सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करने भीड़ भाड़ से दूर रहने के साथ मास्क लगाने और हाँथ मुह और साफ सफाई रखने के प्रति सचेत रह कर कोरोना को हराने कर देश को उन्नती के मार्ग पर ले जाने को सभी धर्मो और जातियों को सम्मान देने की बात कही गई।इस मौक़े पर संयुक्त व्यापार मण्डल के महानगर अध्यक्ष व मदर टेरेसा फाउण्डेशन के महानगर चेयरमैन सै०मो०अस्करी,मदर टेरेसा फाउण्डेशन के महासचिव ग़ुफरान खान,गौरव मिश्रा,अप्पू श्रीवास्तव,मो०इमरान,कामरान अहमद,मनोज वर्मा,विनोद हाण्डा आदि मौजूद रहे।सै०मो०अस्करी


दुखी-पीड़ितों ने सिस्टम को आईना दिखाया

पंकज कपूर


नैनीताल। उत्तराखण्ड में नैनीताल से लगे रौखड़ गांव के लोगों ने सरकारी आश्वासनों से आहत होकर खुद ही फावड़े और बैलचे लेकर वाहन की सड़क बना डाली । गांव के लोग अब इस सड़क से ही आ जा रहे हैं । नैनीताल शहर से लगभग 30 किलोमीटर दूर रौखड़ गांव के लोग हर छोटी बड़ी जरूरत या मजबूरी में पैदल आने जाने के लिए मजबूर थे । नैनीताल-कालाढूंगी मार्ग में मंगोली से जलाल गांव की तरफ कच्चे मार्ग में, आधे रास्ते बाद पखडण्डी पड़ती है । इस पखडण्डी से स्कूली बच्चे, बीमार, गर्भवती महिलाओं समेत गांव के हरएक व्यक्ति को पैदल ही आना जाना पड़ता है । लॉक डाउन में गांव के लोगों ने युवाओं और महिलाओं की एक टोली बनाई और फावड़े बैलचे लेकर हंसते खेलते हुए श्रमदान कर पखडण्डी को सड़क बना डाला ।


इस दौरान कुछ युवक जंगली जानवरों और सांपों से इन लोगों की सुरक्षा करने के लिए लाठियां लेकर खड़े भी दिखे । उपजाऊ भूमि वाले इस गांव में अदरक, गडेरी, मिर्च, प्याज, लहसुन, ककड़ी, तोरई, कटहल समेत आम और पपीते जैसे फल भी उगते हैं । यहां से नजदीकी स्कूल ढाई किलोमीटर दूर जलाल गांव में है, जबकि नजदीकी मंडी नैनीताल और कालाढूंगी में है । गांव के लगभग 30 युवाओं ने 17 जून से काम शुरू कर अबतक आधे से अधिक सड़क का निर्माण कर दिया है । गांव वालों का आरोप है कि नेता चुनावी सीजन में आते हैं और सड़क निर्माण समेत कई वादे करके चले जाते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत अभी भी अनसुलझी है ।              


संतवाणीः बड़े नेता का नालायक बेटा


नई दिल्ली/मुंबई। हिंदू साधुओं और संतों के सर्वोच्च निकायों में से एक, अखिल भारतीय संत समिति ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के उस बयान के बाद उन पर तीखा हमला किया, जिसमें उन्होंने यह सुझाव दिया था कि अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया जाए। अखिल भारतीय संत समिति के महासचिव जितेंद्रानंद सरस्वती ने उद्धव ठाकरे को नालायक बेटा बताते हुए कहा, "वो एक बड़े नेता की विरासत पर कब्जा कर हैं। उद्धव ने एक कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ाई की है। इसलिए वो वर्चुअल और वास्तविक के बीच अंतर को समझ नहीं सकते हैं।"




"इटालियन बटालियन की गोद में बैठे हो तो यही होगा"


जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा, "बाप की विरासत पर नालायक बेटा बैठा हो, उसे धर्म अध्यात्म की भाषा राजनीति की भाषा लगे, ये दुखद है। जब इटालियन बटालियन की गोद में बैठे हो तो यही होगा। आप इससे ज्यादा और उम्मीद क्या कर सकते हो?"


"पृथ्वी को छूए बिना भूमी पूजन कैसे हो सकता है?"


सरस्वती ने राम मंदिर के लिए निरंतर समर्थन के लिए बाला साहेब ठाकरे की प्रशंसा की और कहा "उनके पिता एक बड़े व्यक्ति थे, लेकिन उद्धव एक मिशनरी स्कूल में पढ़ते थे और आभासी और वास्तविक के बीच के अंतर को नहीं समझेंगे। पृथ्वी को स्पर्श किए बिना भूमी पूजन कैसे किया जा सकता है?" भूमि पूजन के लिए आमंत्रित किए गए धर्मगुरु ने कहा कि इस आयोजन में आने वाले उद्योगपति अयोध्या के पुनर्निर्माण में मदद करेंगे।


"भविष्य में भारत की आध्यात्मिक राजधानी होगी अयोध्या"


उन्होंने आगे कहा "आज की अयोध्या भविष्य में भारत की आध्यात्मिक राजधानी होगी। हम भजन पूजन के बाद बदलाव की कल्पना भी नहीं कर सकते। कई उद्योगपति यहां आ रहे हैं। हम उनसे अयोध्या के पुनर्निर्माण की उम्मीद करते हैं। खंडहर, गंदगी और बंदर के खतरे से अब यह रामराज्य की ओर बढ़ेगा। यही इस भूमि पूजन का उद्देश्य है।"


"अब काशी और मथुरा में मंदिरों का इंतजार"


वहीं जितेंद्रानंद सरस्वती अब काशी और मथुरा में भी मंदिरों के भविष्य को लेकर उत्साहित हैं. उन्होंने कहा, "उम्मीद है, हम राम जन्मभूमि के बाद कृष्ण जन्मभूमि के साक्षी बनेंगे। काशी और मथुरा हमारे लिए अलग नहीं थे, जब हमने अयोध्या का कारण लिया। हम सिर्फ अपने तीन मंदिरों को वापस चाहते थे. संघ समय-सीमा के बारे में चर्चा करेगा।"            



151 नदियों का जल लेकर पहुंचे दो भाई

अयोध्या। श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए 5 अगस्त को भूमि पूजन किया जाना है। इसी कड़ी में यूपी के रहने वाले दो भाई 151 पवित्र नदियों का जल लेकर अयोध्या पहुंचे हैं।


इन दोनों का नाम राधेश्याम पांडेय और महाकवि त्रिफला है। इनकी उम्र 70 वर्ष से ज़्यादा है। इनका कहना है कि भारत की 151 नदियों, 8 बड़े नद, 3 समुद्र का जल हम यहां लाए हैं। इन्होंने 1968 से 2019 तक पैदल, साइकिल, ट्रेन, हवाई जहाज से यात्रा करके पवित्र जल और मिट्टी को इकट्ठा किया है। इनका कहना है कि ये पवित्र जल और मिट्टी मंदिर की नींव के लिए इकट्ठी की है। संतलाल मौर्य


सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया

सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया पंकज कपूर  देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को बदरीनाथ पहुंच कर श्रद्धालुओं की...