सोमवार, 15 फ़रवरी 2021

एससी का नोटिस, लोगों की रक्षा करना हमारा कर्तव्य

व्हाट्सएप को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस, कहा- लोगों की निजता की रक्षा करना हमारा कर्तव्य
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने व्हाट्सएप पर यूरोपीय उपयोगकर्ताओं की तुलना में भारतीयों के लिए निजता के कम मानकों का आरोप लगाने वाली एक नई याचिका पर सोमवार को केंद्र और संदेश भेजने वाले एप को नोटिस जारी कर चार हफ्ते में उनसे जवाब मांगा। शीर्ष अदालत ने कहा कि लोगों को गंभीर आशंका है। कि वे अपनी निजता खो देंगे और उनकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे ने करमान्या सिंह सरीन के अंतरिम आवेदन पर सरकार और फेसबुक की मिल्कियत वाले व्हाट्सएप को नोटिस जारी किया है। यह नोटिस 2017 की लंबित एक याचिका में दायर अंतरिम आवेदन पर जारी किया गया है। शीर्ष अदालत ने कहा कि लोग कंपनी से ज्यादा अपनी निजता को अहमियत देते हैं। भले ही कंपनी का मूल्य अरबों रुपये का हो। व्हाट्सएप ने शीर्ष अदालत से कहा कि यूरोप में निजता को लेकर विशेष कानून है। अगर भारत में भी ऐसा ही कानून होगा, तो उसका पालन करेंगे।

तेल-गैस की कीमतों पर हुआ सियासी घमासान

तेल-गैस की कीमतों पर सियासी घमासान, कांग्रेस ने सिलेंडर के साथ की प्रेस कॉन्फ्रेस
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत रसोई गैस के दाम में बढ़ोतरी के विरोध में सोमवार को सिलेंडर के साथ संवाददाता सम्मेलन में पहुंचीं और सरकार से बढ़ी हुई कीमतें तत्काल वापस लेने की मांग की। उन्होंने सरकार पर ‘कुप्रबंधन, मुनाफाखोरी करने और आम लोगों की फिक्र नहीं करने’ का आरोप लगाया और सवाल किया कि संप्रग सरकार के समय सिलेंडर लेकर सड़क पर बैठने वाली भाजपा की महिला नेता अब चुप क्यों हैं। और अब 50 रुपये बढ़ा दिए गए। यही नहीं, दो महीने के भीतर सिलेंडर की कीमत में 175 रुपये की वृद्धि की जा चुकी है। आज के समय में दिल्ली में एक सिलेंडर 769 रुपये का बिक रहा है।
उन्होंने दावा किया, ”संप्रग सरकार के समय एक सिलेंडर की कीमत 400 रुपये के करीब थी। उस समय कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा थी। लेकिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों को नियंत्रित रखा गया था। अब पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें आसमान छू रही हैं। इस सरकार के कुप्रबंधन के कारण देश को महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया यह सरकार डीजल पर उत्पाद शुल्क को आठ गुना और पेट्रोल पर ढाई गुना बढ़ा चुकी है। इस सरकार की कृपा है, कि देश ने पेट्रोल की कीमत के मामले में शतक लगा दिया है। और नया कीर्तिमान गढ़ दिया है। ऐसा लगता है, कि इस सरकार को आम आदमी की रत्ती भर फिक्र नहीं है। सुप्रिया ने सवाल किया कि क्या सरकार का काम ‘मुनाफाखोरी’ करना है।
उन्होंने कहा, हमारी सरकार से मांग है।कि बढ़ी हुई कीमतें वापस ली जाएं और उत्पाद शुल्क कम करके लोगों राहत दी जाए। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ”प्रधानमंत्री जी और कांग्रेस की सरकार में कीमत 10 रुपये बढ़ने पर सिलेंडर लेकर सड़क पर उतरने वाली महिला नेता से पूछना चाहती हूं। कि क्या आज सत्ता का सुख इतना बड़ा हो गया है। कि वह बोल नहीं पा रही हैं। आपको पता है कि मैं किसके बारे में बात कर रही हूं।

सनातन धर्म: भगवान के प्रथम विवाह की चर्चा हुई

सनातन धर्म सभा मन्दिर में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में पूज्य श्री स्वामी नारायण चैतन्य महराज रुद्रपुर द्वारा भगवान के प्रथम विवाह की चर्चा करते हुए भक्तों से बताते हैं, कि महाराज सुखदेव महाराज राजा परीक्षित से बोले सुनो राजन विदर्भ देश के राजा भीष्मक की एक बेटी थी। जिसका नाम रुकमणी था। विश्वक के पांच बेटे थे। भाइयों में एकलौती बहन थी। रुकमणी भीष्मक अपनी पुत्री के विवाह के लिए योग्य वर का विचार मन में कर रहे थे।
और अपने पुत्रों से परामर्श लिया कि मेरा मन हो रहा है। क्यों ना द्वारिकाधीश कृष्ण के साथ तुम्हारी बहन रुक्मणी का विवाह कर दिया जाए इस बात से रुक्मी नाराज हो गया जब रुकमणी जी को मालूम हुआ कि मेरा विवाह शिशुपाल के साथ हमारे भाई करने के लिए तैयार हैं। तो रुकमणी जी ने मन ही मन द्वारिकाधीश का स्मरण करते हुए मन से वर्ण कर लिया और पंडित जी के द्वारा प्रेम पत्र अपना संदेश रुकमणी जी ने भगवान द्वारिकाधीश के पास भेजा भगवान प्रेम पत्र को पढ़कर विदर्भ देश के लिए अपना रथ लेकर रुकमणी की ओर बढ़ाते चले गए सैनिक देखते जा रहे है।
वाह गजब की जोड़ी है। भगवान ने रुक्मणी को इशारा करते हुए रुकमणी जी का हाथ पकड़कर रथ में बैठा लिया और हवा में बातें करते रुकमणी हरण करके भगवान द्वारिका पुरी ले आए प्रभु का प्रथम विवाह भीष्मक की पुत्री लक्ष्मी स्वरूपा कन्या भगवती रुक्मणी के साथ संपन्न हुआ लक्ष्मी केवल नारायण की है । और नारायण की ही रहेगी जो अपने आप को लक्ष्मीपति समझने की चेष्टा करता है। उन्हें फिर शीशपाल की तरह रोना पड़ता है।
इस मौके पर पंडित विजय कुमार शास्त्री सनातन धर्म मंदिर सभा के अध्यक्ष वेदराज बजाज जय किशन अरोरा सुजीत बत्रा सोमनाथ छाबड़ा किशन बत्रा लालचंद बत्रा विजय अरोरा गुलशन कालरा अशोक भुड्डी राजकुमार भुड्डी अशोक बंगा राजमणि लवली हुड़िया लेखराज भुड्डी लेखराज नागपाल ज्ञानचंद बजाज पंकज सेतिया मनीष फुटेला गुलशन मुरादिया जगमोहन बजाज धर्मचंद खेड़ा हरिशचंद्र छाबड़ा साबुन ज्योति छाबड़ा अनीता भुड्डी राधा बजाज मधु नागपाल ज्योति छाबड़ा राजबाला चौहान प्रीति सुधा फूलारानी सत्या सुखीजा निर्मला मित्तल आदि मौजूद थे।

तपोवन सुरंग से 3 शव बरामद, मृतक संख्या 53 हुई

चमोली आपदा: तपोवन सुरंग से तीन शव और बरामद, मृतकों की संख्या 53 हुई
 पंकज कपूर
चमोली। उत्तराखंड की आपदा प्रभावित तपोवन सुरंग से सोमवार को तीन शव और बरामद किए गए। पिछले एक सप्ताह से ज्यादा समय से फंसे 25-35 लोगों को बाहर निकालने के लिए सुरंग में सेना सहित विभिन्न एजेंसियों का संयुक्त बचाव और तलाश अभियान चल रहा हैं। पुलिस ने बताया कि मलबे और गाद से भरी तपोवन सुरंग से अब तक नौ शव निकाले जा चुके हैं। रविवार को सुरंग से छह शव बरामद किए गए थे। ऋषिगंगा घाटी में 7 फरवरी को आई बाढ़ के समय एनटीपीसी की 520 मेगावाट तपोवन-विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना की इस सुरंग में लोग कार्य कर रहे थे। निर्माणाधीन तपोवन-विष्णुगाड परियोजना को हुई भारी क्षति के अलावा, रैणी में स्थित 13.2 मेगावाट ऋषिगंगा जलविद्युत परियोजना भी बाढ़ से पूरी तरह तबाह हो गई थी।
अब तक चमोली जिले के आपदाग्रस्त क्षेत्रों से कुल 53 शव बरामद हो चुके हैं। जबकि 150 अन्य अभी भी लापता हैं। लगातार तलाश और बचाव अभियान का जायजा ले रहीं चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने लापता लोगों के शव बरामद होने पर बचाव दलों को इसी तरह तेजी से कार्य करने को कहा है। एक सप्ताह से सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा प्रतिवादन बल और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस का संयुक्त बचाव अभियान जारी है।  तपोवन बैराज क्षेत्र में जहां पोकलैंड और जेसीबी मशीनें युद्धस्तर पर कार्य कर रही हैं। वहीं नदी किनारे जिला प्रशासन के नेतृत्व में खोजबीन का कार्य जारी है।
जिलाधिकारी स्वाति ने बताया कि रैणी क्षेत्र में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीम मलबे में लापता लोगों की तलाश कर रही है। उन्होंने कहा कि मौके पर एक हैलीकॉप्टर भी तैयार है। जिससे अगर कोई व्यक्ति जीवित अवस्था में मिले तो उसे तत्काल मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।

टीकाकरण अभियान ने 'भारत' का नाम रोशन किया

अश्वनी उपाध्याय   

गाजियाबाद। यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी गाजियाबाद में प्रथम चरण के कोविड टीकाकरण अभियान में टीका लगवाने वालों को 15 फरवरी को दूसरे एवं अंतिम टीके की डोज लगाई गयी। साथ ही उन्हें फाइनल वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट भी कोविड पोर्टल से डाउनलोड कर दिया गया। साथ ही साथ आज यशोदा कौशाम्बी सेंटर पर पहले डोज का भी टीकाकरण किया गया। जिसमें हॉस्पिटल के कार्यकारी निदेशक शुभांग अरोड़ा को भी टीका लगाया गया। शुभांग ने टीका लगवा कर अपने को गौरवान्वित महसूस किया और उन्होंने सरकार के इस टीकाकरण अभियान की सराहना करते हुए कहा कि यह एक अभूतपूर्व अभियान है। जिसने भारत का नाम पूरे विश्व में रोशन किया है और जिस प्रकार से भारत ने अपने पड़ोसी देशों को वैक्सीन उपलब्ध कराई है। वह अत्यंत सराहनीय है और आज हम भारत के नागरिक इस पर गर्व  करते हैं। 100 से भी ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई गयी। हॉस्पिटल के ही 65 वर्षीय डॉक्टर आर के मणि ने टीके की दूसरी डोज लगवाई और वरिष्ठ नागरिकों  के लिए मिसाल कायम कर दी।  डॉ मणि हॉस्पिटल की कोविड-19 प्रबंधन एवं स्ट्रेटजी के निदेशक भी हैं। उनको प्रथम चरण में सबसे पहला टीका लगाया गया था। रविवार को दूसरी डोज लगवाने के बाद डॉ मणि ने कहा कि कोविड पैंडेमिक से निपटने के लिए निर्णात्मक कदम बढ़ा रहे हैं।

दिल्ली में मिलेंगी यूपी से भी महंगी शराब, कीमत

अश्वनी उपाध्याय   

गाजियाबाद। गाज़ियाबाद में ऐसे लोगों की कमी नहीं है। जो दिल्ली से सस्ती शराब खरीदकर पीते हैं। इन सभी के लिए बुरी खबर है, अब दिल्ली में यूपी से महंगी मदिरा मिलेगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति में शराब पर करीब 50 फीसदी तक शुल्क बढ़ाया जाएगा। साथ ही शराब के ठेके के लिए लाइसेंस देने की प्रक्रिया में भी बड़े बदलाव किए जाएंगे। राज्य सरकार मदिरा सेवन के लिए उम्र की बाध्यता पर भी विचार कर रही है। इसे और घटाया जा सकता है। दरअसल अन्य राजनीतिक दलों व स्वयंसेवी संस्थाओं ने शराब पीने की उम्र कम करने के प्रस्ताव का विरोध किया था। माना जा रहा है कि अब दिल्ली-यूपी में मदिरा की कीमतों में ज्यादा अंतर नहीं रहेगा। आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी नीत राज्य सरकार ने दो महीने पहले इस बारे में घोषणा की थी। इसमें कहा गया था कि नई आबकारी नीति तैयार की जा रही है। इसके लिए विशेषज्ञों की एक समिति गठित की गई है। हालांकि नई पॉलिसी को लेकर नागरिकों से भी सुझाव मांगा गया है। इसी विशेषज्ञ समिति ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर मंत्रिपरिषद को सौंप दी है। इसमें शराब बिक्री में ठेके के आवंटन से जुड़े कई बिंदुओं पर सुधार की सिफारिश की गई है। साथ ही समिति ने शराब की कीमतों में वृद्धि करने का सुझाव दिया है।

हाउस टैक्स में बढ़ोतरी को लेकर जमकर हंगामा हुआ

अश्वनी उपाध्याय   

गाजियाबाद। नगर निगम की बोर्ड बैठक में रविवार को हाउस टैक्स में बढ़ोतरी सहित कई विषयों को लेकर जमकर हंगामा हुआ। पार्षद रजनी देवी का कहना था कि जो हाउस टैक्स प्रस्तावित किया गया है। उसको कर लागू कर दिया गया तो कोरोना काल में लोग परेशान हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर हाउस टैक्स बढ़ाने का प्रस्ताव वापस नहीं लिया गया तो मुख्यमंत्री आवास पर धरना देना पड़े, तो पीछे नहीं हटेंगी। पार्षद मनोज चौधरी ने भी हाउस टैक्स बढ़ाने का विरोध किया। साथ ही उन्होंने लाइट विभाग में घोटाले का आरोप भी लगाया। पार्षद आनंद चौधरी ने भी हाउस टैक्स बढ़ाने का विरोध किया। पार्षद अनिल स्वामी का कहना है कि किसी भी सूरत में हाउस टैक्स में बढ़ोतरी नहीं होनी चाहिए। जो मकान हाउस टैक्स से छूटे हैं, उनसे हाउस टैक्स वसूल कर निगम इनकम बढ़ा सकता है। पार्षद आनंद चौधरी का कहना था कि नगर निगम में पार्किंग में घोटाला हो रहा है। पार्षद एसके माहेश्वरी ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि अगर विकास कार्य नहीं कराने है तो क्या मैं सल्फास खा लूं या नगर निगम से इस्तीफा देकर चला जाऊं। उन्होंने कहा कि अधिकारी पार्षदों का सम्मान नहीं करते हैं। पार्षद अनिल स्वामी ने कंप्यूटर ऑपरेटर का वेतन बढ़ाने की भी मांग की। मेयर आशा शर्मा का कहना था कि टैक्स को लेकर अलग से बैठक बुलाई जाएगी। निगम बोर्ड की बैठक में आज चालू वित्त वर्ष का मूल और पुनरीक्षित बजट पेश किया गया। मूल बजट में 1077 करोड़ रुपये की आय और 846 करोड़ रुपये का व्यय दिखाया गया। जबकि पुनरीक्षित बजट में 1015 करोड़ रुपये की आय और 892 करोड़ रुपये का व्यय दिखाया गया है। दोनों ही बजट को इससे पहले कार्यकारिणी में पेश किया गया था। कुछ संशोधनों के बाद कार्यकारिणी से बजट पहले ही पास हो चुका है। बजटीय बैठक में कई मसलों को लेकर जमकर हंगामा भी हुआ। लोहिया नगर स्थित हिंदी भवन में बोर्ड की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता मेयर आशा शर्मा ने की। इस दौरान नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर आदि अधिकारी मौजूद रहे। बजट को एकाउंट अफसर एके मिश्रा ने सदन में पेश किया। मूल बजट की बात करें तो उसमें 353 करोड़ रुपये प्रारंभिक अवशेष दिखाया गया और 723 करोड़ रुपये की शुद्ध आय दिखाई गई है। दोनों का जोड़ यानी कुल आय 10,077 करोड़ रुपये दिखाई गई है। चालू वित्त वर्ष में विकास कार्यों पर कुल निगम ने 846 करोड़ रुपये खर्च करने का फैसला किया है। इसमें सबसे बड़ा खर्च निर्माण विभाग पर किया गया है। पुनरीक्षित बजट में आय और व्यय अलग-अलग दर्शाए गए हैं। पुनरीक्षित बजट में प्रारंभिक अवशेष 353 करोड़ रुपये दर्शाया गया है। शुद्ध आय निगम ने इसमें 661 करोड़ रुपये दिखाई है। इस तरह से औसत आय 1015 करोड़ रुपये दिखाई गई है जबकि व्यय 982 करोड़ रुपये दर्शाया गया है। इस तरह से नगर निगम के मूल और पुनरीक्षित बजट के आंकड़ों में भी काफी अंतर है और इस पर भी सदन में विस्तार से चर्चा की गई है। पुनरीक्षित बजट में आय सबसे अधिक अवस्थापना निधि मद से 157 करोड़ रुपये दर्शाई गई है। सबसे ज्यादा व्यय 201 करोड़ रुपये विकास कार्यों पर खर्च करने का आंकड़ा जारी किया गया है। हाउस टैक्स में हो रहे खेल को लेकर नगर निगम बोर्ड की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। भाजपा पार्षद राजीव शर्मा नीचे जमीन पर बैठ गए इसको लेकर जमकर हंगामा हुआ।

सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया

सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया पंकज कपूर  देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को बदरीनाथ पहुंच कर श्रद्धालुओं की...