गुरुवार, 9 जून 2022

आयोग ने 'राष्ट्रपति चुनाव' की तारीख का ऐलान किया

आयोग ने 'राष्ट्रपति चुनाव' की तारीख का ऐलान किया

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होंगे और 21 जुलाई को देश को नए राष्ट्रपति मिल जाएंगे। 29 जून नामांकन की आखिरी तारीख होगी। गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है। चुनाव में वोटिंग के लिए विशेष इंक वाला पेन मुहैया कराया जाएगा। वोट देने के लिए 1,2,3 लिखकर पसंद बतानी होगी। पहली पसंद ना बताने पर वोट रद्द हो जाएगा।
वहीं, इस दौरान राजनीतक दल कोई व्हिप नहीं जा कर सकते हैं। संसद और विधानसभाओं में वोटिंग होगी। राज्यसभा के महासचिव चुनाव प्रभारी होंगे। इसके अलावा कोरोना प्रोटोकॉल के पालन के भी निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई 2022 को खत्म हो रहा है। इससे पहले देश का अगला और 15वां राष्ट्रपति चुन लिया जाएगा। पिछले 45 साल से इसी तारीख को निर्वाचित राष्ट्रपति कार्यभार संभालते रहे हैं। पिछली बार 17 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति चुनाव हुए थे।राष्ट्रपति को चुनने के लिए आम लोग वोटिंग नहीं करते। इसके लिए जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि और उच्च सदन के प्रतिनिधि वोट डालते हैं। जैसे दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) के सदस्य राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालेंगे। इसके अलावा सभी राज्यों की विधानसभा के सदस्य भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग करते हैं। इसमें केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली और पुडुचेरी की विधानसभा के सदस्य भी शामिल होते हैं।पिछली बार 17 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग हुई थी। मतगणना 20 जुलाई को पूरी हुई जिसमें रामनाथ कोविंद को निकटतम प्रतिद्वंद्वी मीरा कुमार को 3 लाख 34 हजार 730 वोटों से हराते हुए विजयी घोषित किया गया।

यूपी सरकार ने 'मंकीपॉक्स' को लेकर अलर्ट जारी किया

यूपी सरकार ने 'मंकीपॉक्स' को लेकर अलर्ट जारी किया

संदीप मिश्र/सुनील श्रीवास्तव       
लखनऊ/वाशिंगटन डीसी/लंदन। कोरोना महामारी के बीच मंकीपोक्स के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी चेतावनी जारी की है। 29 देशों में इसके एक हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। ब्रिटेन में अब तक सबसे ज्यादा मामले मिले हैं। इस बीच उत्तर-प्रदेश सरकार ने मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। उत्तर प्रदेश में भले ही इस संक्रमण को लेकर अभी कोई भी मरीज नहीं है, लेकिन स्‍वास्‍थ्‍य विभाग बीमारी से लड़ने के लिए पूरी तरह से अलर्ट है। जिसके तहत पीएचसी-सीएचसी के प्रभारियों को सतर्कता बरतते हुए मरीज मिलने पर तुरंत ही सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेज में 10 बेड का वार्ड बनाने के भी निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि मरीज मिलने पर तत्‍काल प्रभाव से भर्ती कर इलाज किया जा सके।
 मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने विभिन्न देशों में मंकीपॉक्स संक्रमण के बढ़ते केस को देखते हुए प्रदेश में सावधानी बरते जाने के निर्देश जारी किए हैं। उन्‍होंने आला अधिकारियों को मंकीपॉक्स के लक्षण, उपचार आदि के बारे में भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार आमजन को जागरूक करने के आदेश दिए हैं। उन्‍होंने कहा कि संदिग्ध लक्षण वाले लोगों के रक्त आदि की जांच कराएं। भले ही अभी मंकी पॉक्स को लेकर कोई केस सामने नहीं आया हो, पर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियों को शुरू कर दिया। स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में पूरी सतर्कता बरत रही है। साथ ही विभाग की ओर से राजकीय मेडिकल कॉलेज में 10 बेड का वार्ड भी बनाने के निर्देश दिए गए हैं।कोरोना संक्रमण के बाद देश भर में तेजी से फैल रहे मंकी और चिकन पॉक्स बीमारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर लक्षण एवं इलाज के लिए एडवाइजरी भी जारी की है। शासकीय सहित निजी अस्पतालों में इलाज के लिए संदिग्ध मरीजों के सैंपल पुणे स्थित लैब भेजे जाएंगे। मंकीपॉक्स के संक्रमण में तेजी के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने प्रभावित देशों से इस पर नियंत्रित करने के लिए सभी मामलों और संपर्कों की पहचान करने का आग्रह किया है। मंकीपॉक्स के आगे प्रसार को रोकने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि अब तक कोई मौत नहीं हुई है, लेकिन गैर-स्थानिक देशों में मंकीपॉक्स का जोखिम है। 
वहीं, टीकों के बारे में बोलते हुए टेड्रोस ने कहा, "एंटीवायरल और वैक्सीन मंकीपॉक्स के लिए स्वीकृत हैं, लेकिन ये सीमित आपूर्ति में हैं। बता दें कि मंकीपॉक्स में आमतौर पर फ्लू जैसे लक्षण दिखते हैं। इसकी वजह से स्किन पर मवाद से भरे घाव हो जाते हैं जो आमतौर पर हफ्तों के भीतर अपने आप ठीक हो जाते हैं, लेकिन कभी-कभी स्थिति बिगड़ने पर मरीज की मौत हो सकती है। मंकीपॉक्स एक ऑर्थोपॉक्सवायरस है। जो चेचक के समान तो है लेकिन उससे कम गंभीर है। मंकीपॉक्स वायरस पॉक्सविरिडे फैमिली के ऑर्थोपॉक्सवायरस जीन से संबंधित है। 1958 में बंदरों में दो चेचक जैसी बीमारियों का पता लगा था, उनमें से ही एक मंकीपॉक्स था।

भारत में ऑनलाइन गेम्स पर कोई प्रतिबंध नहीं

भारत में ऑनलाइन गेम्स पर कोई प्रतिबंध नहीं 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव

नई दिल्ली/बीजिंग। ऑनलाइन गेम्स के बढ़ते प्रचलन देश और समाज के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। बच्चों में इसका दुष्प्रभाव इस कदर बढ़ चुका है कि बच्चे हिंसक होते जा रहे हैं। हाल ही में लखनऊ की घटना ने ऑनलाइन गेम्स के प्रति समाज को एक बड़ा संदेश दिया है।
जिसमें एक बच्चे ने पब जी गेम खेलने के लिए मना करने पर अपनी मां को ही मौत के घाट उतार दिया। ऑनलाइन गेम्स 15 देशों में प्रतिबंधित है, चीन में हफ्ते में 3 घंटे खेल सकते हैं। लेकिन भारत में इस पर कोई प्रतिबन्ध नहीं है। अक्सर, ऑनलाइन गेम्स की लत और इनकी वजह से होने वाले खतरनाक नतीजों की खबरें सामने आती रहती हैं। दुनिया के कई देश इस गेम्स या कहें लत से निपटने के लिए अलर्ट मोड पर हैं। दूसरी तरफ, भारत में अब तक इन्हें लेकर कोई सख्त या पुख्ता नियम नहीं हैं।

पाबंदी के बाद भी रहा बेअसर...
दुनिया के 15 देश कई साल पहले ही वीडियो/ऑनलाइन गेम्स पर तरह-तरह के बैन लगा चुके हैं। चीन ने भी 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए हफ्ते में 3 घंटे से ज्यादा ऑनलाइन गेम नहीं खेलने के लिए नए नियम बना दिए हैं। जबकि, चीन दुनिया में वीडियो गेम का सबसे बड़ा मार्केट है। भारत अभी तक ऑनलाइन गेम्स को लेकर कोई सख्त कानून नहीं बना पाया है। हालांकि, भारत पबजी जैसे कई चाइनीज ऑनलाइन गेम्स पर दो साल पहले ही पाबंदी लगा चुका है, लेकिन अब भी ये गेम उपलब्ध हो रहे हैं।
इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमेन बिहैवियर एंड एलाइड साइंस के पूर्व निदेशक डाॅ. निमेश जी देसाई के अनुसार  मोबाइल गेम्स की लत से बच्चों और किशोरों, यहां तक कि वयस्कों में हिंसक प्रवृत्ति बढ़ रही है। कुछ मामलाें में माेबाइल लेने से बच्चे डीप डिप्रेशन में चले जाते हैं। इसे टेक्नाेलाॅजी एडिक्शन कह सकते हैं। जेएएमए नेटवर्क ओपन की रिसर्च के अनुसार, जाे बच्चे गन वायलेंस वाले वीडियो गेम खेलते हैं, उनमें गन पकड़ने और ट्रिगर दबाने की ज्यादा इच्छा होती है। 200 बच्चों पर रिसर्च के बाद यह नतीजे मिले हैं।

सबसे खतरनाक है, ऑनलाइन गेमिंग का एडिक्शन...
आज का यूथ किताबों से ज्यादा ऑनलाइन गेमिंग में टाइम बिता रहा है। इसीलिए इंटरनेट एडिक्शन एक बीमारी हो गई है। कुछेक मामले तो ऐसे भी देखने को मिले हैं, जहां गेमिंग से मना करने पर बच्चों ने हत्या या सुसाइड जैसे एक्सट्रीम कदम उठा लिए हैं।

लखनऊ में पबजी न खेलने देने से बेटे ने मां को मारी गोली....
लखनऊ में एक महिला की हत्या हुई। हत्या का आरोप महिला के ही 16 साल के बेटे पर है। उसने तीन दिनों तक घर में 10 साल की बहन के साथ मां की लाश को रखा। हत्या की वजह मोबाइल गेम पबजी बताया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि पबजी न खेलने देने से नाराज किशोर ने मां को 6 गोलियां दाग दीं। मर्डर के बाद पार्टी भी की। हालांकि पुलिस पूछताछ में मर्डर की एक दूसरी वजह भी सामने आ रही है।

पुलिस ने मस्जिदों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया

पुलिस ने मस्जिदों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया 

सत्येंद्र पंवार     
मेरठ। कानपुर हिंसा के बाद जुमे की नमाज को लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड में हैं। बृहस्पतिवार को सुबह से ही भारत बंद का एक मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं, कानपुर में बवाल के बाद यह पहला जुमा हैं। इसलिए, पुलिस मिश्रित आबादी वाले इलाकों में खासतौर से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अलर्ट है।
दंगों की जमीन मेरठ में भी बृहस्पतिवार को पुलिस ने ड्रोन से मस्जिदों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। शहर में कोतवाली मस्जिद सहित दूसरी मस्जिदों में पुलिस ने ड्रोन उड़ाकर पूरे इलाके की चैकिंग की है, कहीं कुछ संदिग्ध मिले तो उस पर एक्शन लिया जा सके। भारी पुलिस बल मस्जिदों के बाहर नमाज के समय तैनात रहेगा।
बृहस्पतिवार को सुबह से ही सोशल मीडिया खासकर मुस्लिम ग्रुपों में एक पोस्टर तेजी से वायरल हो रहा है। 
इसमें लिखा है- ‘बतला दो गुस्ताख ए नबी को, गैरत ए मुस्लिम जिंदा है, दीन पे मर मिटने का जज्बा कल भी था और आज भी है’। इन दो पंक्तियों के साथ नीचे लिखा है- ‘पैगंबर मुहम्मद सल्ललाहु अलैहि व सल्लम की शान में गुस्ताखी के खिलाफ 10 जून जुमा भारत बंद’। भारत बंद के आह्वान से जुड़े इसी तरह के कई और पोस्टर रिलीज हो रहे हैं। भारत बंद के ये मैसेज वायरल होने के बाद पुलिस, प्रशासन ने जुमे की नमाज को लेकर सख्ती बढ़ा दी है। चौरसिया का कहना है कि भारत बंद जैसा कुछ नहीं है, लेकिन जुमे पर सभी अलर्ट रहेंगे और प्रमुख मस्जिदों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा।

गंगा के घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाईं डुबकी

गंगा के घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाईं डुबकी

सत्येंद्र पंवार
मेरठ। गंगा दशहरे पर गुरुवार को वेस्‍ट यूपी में गंगा के घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने आस्‍था की डुबकी लगाईं। हर ओर बड़ी संख्‍या में श्रद्धालुओं तांता ही नजर आया। सुबह से भी लोग परिवार सहित घाटों पर पहुंच गए और पूजा अर्चना के साथ स्‍नाना आदि किया। गंगा दशहरा के पावन पर्व पर बुलंदशहर के नरोरा के गांधी घाट पर बड़ी संख्‍या में श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया। वहीं बागपत यमुना नदी में महिलाओं सहित अन्‍य श्रद्धालुओं ने स्‍नान किया। लेकिन यहां पर पानी बहुत कम होने के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी भी हुई।
वहीं मुजफ्फरनगर के मोरना में पौराणिक तीर्थ नगरी शुकतीर्थ में ज्येष्ठ गंगा दशहरा पर दूर दराज क्षेत्रों से आए लाखों श्रद्धालुओं ने हर हर गंगें जय गंगे मैया के नारों की जय घोष के साथ पतित पावनी गंगाजी में डुबकी लगाई और नगरी के विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना कर श्रद्धा भाव से प्रसाद चढ़ाया। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए मेले में भारी पुलिस फोर्स तैनात रहा। यह सिलसिला पूरे दिन ही जारी रहेगा।
वहीं शामली के कैराना में स्थित यमुना नदी में हरियाणा व यूपी के हजरों श्रद्धालुओं ने गंगा दशहरा के पर्व पर स्नान कर धर्म लाभ उठाया। इस दौरान विशेष पूजा अर्चना कर सुख शांति एवं मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए प्रार्थना की गई।
आपको बता दें कि इस साल गंगा दशहरा का पर्व 9 जून गुरुवार को मनाया जा रहा है और इस दिन चार शुभ संयोग भी बन रहे हैं। सनातन धर्म में गंगा दशहरा का विशेष महत्व बताया गया है। गंगा दशहरा पर ग्रह-नक्षत्रों से मिलकर चार शुभ योग बन रहे हैं। गुरु-चंद्रमा और मंगल का दृष्टि संबंध रहेगा। इससे गज केसरी और महालक्ष्मी योग का निर्माण होगा। वहीं, वृष राशि में सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य योग बनेगा। इसके अलावा, सूर्य और चंद्रमा के नक्षत्रों से पूरे दिन रवि योग रहेगा। इस शुभ घड़ी में दान स्नान का महत्व और ज्यादा बढ़ जाएगा।
गंगा दशहरा के पावन पर्व पर श्रद्धालुओं ने गंगा किनारे आस्था की डुबकी लगाई। सुबह से ही भीषण गर्मी होने के बावजूद श्रद्धालु गंगा में गोता लगाने के लिए भारी संख्या में बैराज, गंज, नारकौर समेत कई घाट पर पहुंचे। गंगा किनारे पर मेला लगा रहा। चौकसी के लिए में गोताखोर और पुलिसकर्मी तैनात रहे। जिले में बालावाली, बैराज घाट, दारानगर गंज, नारनौर आदि घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालु भारी तादाद में पहुंचना शुरू हो गए थे। निजी वाहनों के अलावा बस और ई रिक्शा तक से श्रद्धालु गंगा स्नान करने के लिए पहुंचे।
सूरज निकलने से पहले ही श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगानी शुरू कर दी और ये सिलसिला दोपहर तक चलता रहा। भारी संख्या में श्रद्धालु गंगा किनारे आते रहे। गंगा में किशोरों व युवाओं ने खूब मस्ती की और गर्मी से भी राहत पाई। स्नान करने के बाद मां गंगा को प्रसाद चढ़ाकर परिवार में सुख-शांति की कामना की। कुछ सामाजिक संस्थाओं ने गंगा किनारे भंडारा करके श्रद्धालुओं को प्रसाद भी वितरित किया। गंगा दशहरा पर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम रहे। सभी घाटों पर स्थानीय गोताखारों को श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए लगाया गया था। इसके अलावा रास्तों व घाटों पर पुलिस तैनात रही। पुलिस ने बैराज रोड पर जाम नहीं लगने दिया जिससे राहगीरों को बहुत राहत मिली। जगह-जगह पुलिस तैनात रही।
गंगा दशहरा के पावन पर्व पर जिले के गंगाघाट पर श्रद्धालुओं का सैलाव उमड़ा। हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। पुलिस-प्रशासन सुरक्षा में मुस्तैद रहा। घाट पर गोताखोर लगाए गए हैं। मनोरंजन के लिए विभिन्न गंगाघाटों पर मेले भी आयोजित किए गए हैं। गंगा स्नान के बाद श्रद्धालु जहां स्टाल पर पहंचकर खरीदारी कर रहे हैं। चाट-पकौड़ी एवं अन्य व्यंजनों का स्वाद चख रहे हैं। झूले झूलकर मनोरंजन कर रहे हैं।
दरअसल, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष दशमी को गंगा दशहरा मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन मां गंगा का अवतरण हुआ था। इसलिए इस पर्व को मां गंगा “के अवतरण दिवस के रूप में भी मनाते हैं। इस दिन पूजा-पाठ दान पुण्य का बहुत ही महत्व होता है। ज्योतिषाचार्य पं. मुकेश मिश्रा के अनुसार इस बार गंगा दशहरा विशेष संयोग संजोए हुए हैं। सूर्य देव और बुध ग्रह वृषभ राशि में विराजित होने पर बुधादित्य योग बना है। रवि योग के शुभ संयोग के साथ हस्त नक्षत्र और व्यतिपात योग का भी निर्माण इस दिन हुआ। हस्त नक्षत्र में मां गंगा का अवतरण होने के कारण गंगा दशहरा के दिन यह योग बनना बेहद शुभ माना गया है।
गंगा दशहरा पर जिले में स्थित छोटी काशी के नाम से विख्यात अनूपशहर, आहार के अवंतिका देवी घाट, सिद्ध बाबा आश्रम घाट, नरौरा, कर्णवास आदि गंगा स्नान करने के बाद श्रद्धालु जल, अन्न, फल, वस्त्र, पूजन, सुहाग सामग्री, नमक, तेल, गुड़ और स्वर्ण का दान कर पुष्य लाभ कमा रहे हैं। संकटों से छटकारा पाने की कामना कर रहे हैं। इसके अलावा बुलंदशहर नगर के वलीपुरा, खुर्जा के मूड़ाखेड़ा, पलड़ा झाल क्षेत्र से होकर गुजर रही गंगनहर के घाटों पर भी श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है।

प्रदर्शन कर रहें, कांग्रेसी नेताओं को हिरासत में लिया

प्रदर्शन कर रहें, कांग्रेसी नेताओं को हिरासत में लिया

अमित शर्मा
चंडीगढ़। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या, कानून एवं व्यवस्था और पंजाब सरकार की कथित ‘प्रतिशोध की राजनीति‘ के खिलाफ मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास पर प्रदर्शन कर रहें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजा वडिंग समेत कई कांग्रेसी नेताओं को चंडीगढ़ पुलिस ने बृहस्पतिवार को हिरासत में लिया। वडिंग के अलावा विधानसभा में विपक्ष के नेता परताप सिंह बाजवा, पूर्व उप-मुख्यमंत्री ओपी सोनी, विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा समेत कई विधायक, पूर्व विधायक मुख्यमंत्री आवास के बाहर जमा हुए थे।
करीब आधे घंटे बाद कांग्रेसी नेताओं को आवास के अंदर जाने दिया गया।
लेकिन मुख्यमंत्री व्यस्तता के कारण इनसे नहीं मिले और कल दोपहर एक बजे का समय दिया। इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने समय देने के बावजूद न मिलने और ‘अपमान करने’ का आरोप लगाते हुए धरना और नारेबाजी शुरू कर दी। मौके पर मौजूद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से बात की और जब वह धरना उठाने को तैयार नहीं हुए तो सबको पुलिस वैन में बिठाकर पुलिस थाने ले गई।
इस बीच, मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें अफसोस है कि ‘कांग्रेस के अवशेष’ बिना समय गंवाए उनके घर पर उन नेताओं के समर्थन में विरोध करने आ गये जिन पर रिश्वतखोरी का आरोप है। उनका समर्थन करने का मतलब है कि कांग्रेस रिश्वतखोरी की समर्थक है। वह लोग ‘साडा हक ऐथे रख’ नारे लगा रहे हैं तो क्या रिश्वतखोरी उनका हक है। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले ही पूर्व वन मंत्री साधु सिंह धरमसोत को अवैध पेड़ कटाई के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

आकाशीय बिजली गिरने से 6 महिलाएं झुलसी

आकाशीय बिजली गिरने से 6 महिलाएं झुलसी 

इकबाल अंसारी  
गुवाहाटी। असम के कई जिलों में हो रही भारी बारिश और तूफान के बीच विश्वनाथ जिले में आकाशीय बिजली गिरने से चाय बगान में काम करने वाली कम से कम छ: महिलाएं झुलस गई। झुलसी हुयी महिलाएं मजुलीगढ़ टी एस्टेट तथा पाभोई टी एस्टेट काम करती है। इन महिलाओं की पहचान चरित ओरांग, लक्ष्मी कलांदी, ममी भूमिज, गोपी ओरिया (पाभोई), पिंकी तशा तथा कुम्ली खादल के तौर पर हुयी है। इन सभी को उपचार चल रहा है। 
इधर, भारतीय मौसम विभाग ने आठ और नौ जून को राज्य के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है।

काशीपुर: मानक से 2 गुना अधिक बढ़ा, वायु प्रदूषण

काशीपुर: मानक से 2 गुना अधिक बढ़ा, वायु प्रदूषण

पंकज कपूर
काशीपुर। उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का काशीपुर में स्थापित क्षेत्रीय कार्यालय पिछले कुछ समय से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है। अधिकारियों की गलत नीतियों के कारण काशीपुर की फिजा धीरे-धीरे दिल्ली के मानिंद प्रदूषण का शिकार होती जा रही है। जानकार बताते हैं कि वायु प्रदूषण यहां मानक से करीब दो गुना अधिक बढ़ गया है। यही नहीं, बल्कि देश के सर्वाधिक प्रदूषित 102 शहरों में पौराणिक नगरी काशीपुर का भी नाम शुमार हो चुका है।
सरकार को समय रहते अधिकारियों की कार गुजारियों पर गौर करना होगा अन्यथा भविष्य के परिणाम गंभीर प्रतीत होते हैं। ज्ञातव्य है कि औद्योगिक आस्थान महुआखेड़ा गंज समेत आसपास के क्षेत्रों में नियम कायदों को दरकिनार कर चल रही आधा दर्जन से अधिक पेपर मिलों के अलावा कल कारखानों से निकलने वाले जहरीले धुएं एवं प्रदूषित पानी के कारण स्वास्थ्य एवं पर्यावरण पर भारी खतरा मंडराने लगा है। जानकार बताते हैं कि कुंडा थाना क्षेत्र के हल्दुआ साहू इलाके में संचालित एक पेपर मिल से निकलने वाले जहरीले हुए एवं प्रदूषित पानी के कारण आसपास के ग्रामीण पीलिया एलर्जी अस्थमा छय रोग के अलावा गले फेफड़े एवं पेट के कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। दूसरी ओर क्षेत्र में कीट पतंगे गिलहरी नेवले कछुए घोंघे जुगनू मेंढक जैसे जीव भी तेजी से बढ़ते प्रदूषण के कारण लगभग समाप्त होते जा रहे हैं। आरोप है कि उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी स्थानीय प्रशासन एवं क्षेत्रीय नेताओं के दबाव में कार्य कर रहे हैं। आरोप यह भी है कि मिलों द्वारा प्राधिकरण को दिए गए हलफनामे असत्य हैं। मिलो में आज भी पूर्ववत भूमिगत जल का अत्यधिक दोहन किया जा रहा है जिससे ना केवल पानी के स्रोत खत्म हो रहे हैं बल्कि मिल के द्वारा केमिकल युक्त पानी को प्राकृतिक नालों में छोड़ने से स्थानीय लोगों के हैंडपंपों का पानी पीने योग्य भी नहीं रह गया है।
जल जनित गंभीर बीमारियों से अकाल मौतों का खतरा पैदा हो गया है। कल कारखाने हवा और पानी दोनों को समान रूप से प्रदूषित कर रहे हैं। उद्योगों से निकलने वाले धुएं एवं प्रदूषित जल तय मानकों से अधिक खतरनाक रूप धारण कर चुके हैं। आसपास बसी इंसानी आबादी के साथ-साथ पशु-पक्षी भी प्रभावित हो रहे हैं पर्यावरण संतुलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले कीट पतंगों की प्रजातियां भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुके हैं। हवा में सल्फर डाइऑक्साइड एवं नाइट्रोजन ऑक्साइड की मात्रा लगातार बढ़ने के कारण यहां लोगों को अब गंभीर बीमारी का खतरा सताने लगा है। बताते हैं कि विभागीय अधिकारियों द्वारा ऑनलाइन मॉनिटरिंग नहीं हो रही है। मिलों में लगे इक्यूबमेंट भली प्रकार से संचालित नहीं किए जा रहे। साथ ही मार्ग से होकर गुजरने वाले वाहनों के प्रदूषण स्तर नहीं मांपे जा रहे हैं।

अतिक्रमण न हटानें पर 18 दुकानदारों के खिलाफ मुकदमा

अतिक्रमण न हटानें पर 18 दुकानदारों के खिलाफ मुकदमा 

अतुल त्यागी  
हापुड़। पुलिस-प्रशासन की लाख चेतावनी के बावजूद सड़कों पर कियें अतिक्रमण को न हटानें पर पुलिस ने जनपद के 18 दुकानदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया हैं। हापुड़ थाना प्रभारी सोमवीर सिंह ने बताया कि हापुड़ के खुर्जा पेंच के सामने व्यापारी मुकेश कुमार निवासी प्रेमपुरा, चंडी रोड पर दीपक निवासी मेरठ गेट, बलदेव उर्फ बॉबी निवासी राजेंद्र नगर ने अतिक्रमण कर रखा था। थाना हापुड़ देहात क्षेत्र में गढ़ रोड पर कासिम निवासी कोटला सादात हापुड़, बाबूगढ़ थाना क्षेत्र में उर्वशी मेडिकल स्टोर के बाहर देवेंद्र सिंह ने अतिक्रमण कर रखा है।
वहीं, पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र में बस अड्डा क्षेत्र में मनोज निवासी कृष्ण गंज, अनस, नईम निवासी सद्दीकपुरा, कस्बा चौकी क्षेत्र में नितिन निवासी गांधी बाजार, ललित निवासी मोहल्ला पुरा ने फुटपाथ पर अतिक्रमण कर रखा है। वहीं धौलाना क्षेत्र में राहुल, रिजवान, ग्राम सपनावत में इरफान निवासी इस्लामनगर, शंकरलाल खारौल, निवासी लुहारिया ने अतिक्रमण कर रखा है।
इसके अलावा थाना हाफिजपुर क्षेत्र में सोना पेट्रोल पंप के निकट फुटपाथ पर फुरकान निवासी कोटला मेवातियान व सदाकत निवासी कोटला सादात ने अतिक्रमण कर रखा है। इन सभी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। एसपी दीपक भूकर ने कहा कि सड़क पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ पुलिस का अभियान जारी रहेगा।

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 2,271 नए मामलें

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 2,271 नए मामलें 

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। भारत में कोविड-19 के मामलों में एक बार फिर तेजी से वृद्धि हो रही है। पिछले 24 घंटों में नए मामलों में भी इजाफा दर्ज किया गया है। वहीं, लंबे समय के बाद एक बार फिर सक्रिय मामलों की संख्या में भी कमी आई है। अब यह आंकड़ा 32,498 पर पहुंच गया है। केरल में भी कोरोना के मरीज एक बार फिर से बढ़ रहे हैं। गौरतलब है, कि केरल में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2,271 नए मामलें सामने आए हैं। जिसके चलते सक्रिय मामलों की संख्या 11,263 पर पहुंच गई है। 
गुरुवार यानी, 09 जून 2022 की सुबह आठ बजे केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान देश में 7,240 मामले सामने आए। जबकि इससे पहले 08 जून को 5,233 नए मामले सामने आए थे। जबकि 07 जून को 3,714 नए मामले सामने आए थे। देश में अब सक्रिय मामलों की दर 0.08 प्रतिशत है। जबकि रिकवरी दर 98.8 फीसदी पर पहुंच चुकी है। 
पिछले 24 घंटे में 1 की जान गई है। जबकि 3,591 लोग इस बीमारी से ठीक हुए हैं। इसके साथ ही सरकार ने पिछले दिनों कोरोना से हुई 6 मौतों के आंकड़े को भी आज साझा किया है। यदि दैनिक सक्रिय मामलों की दर की बात की जाए तो वो 2.13 फीसदी रही। गौरतलब है कि अब तक 85.4 करोड़ जांच की जा चुकी हैं, बीते 24 घंटों में 3,07,716 जांच की गई।
इस समय केरल में सबसे ज्यादा 11,263 मामले सक्रिय हैं। महाराष्ट्र में 9,806, कर्नाटक में 2,623, दिल्ली  में 1,691, तमिलनाडु में 1,021 और हरियाणा में 933 मामले अभी भी सक्रिय हैं।

कराची में पाकिस्तानी सांसद लियाकत की मौंत हुईं

कराची में पाकिस्तानी सांसद लियाकत की मौंत हुईं

सुनील श्रीवास्तव
इस्लामाबाद। पाकिस्तानी सांसद आमिर लियाकत की कराची में मौंत हो गई। जानकारी के मुताबिक, आमिर लियाकत हाल ही में दूसरी पत्नी से तलाक और तीसरी शादी को लेकर चर्चा में आए थे। आमिर लियाकत की उम्र महज 49 साल थी। उनका जन्म 1972 में कराची में हुआ था। आमिर लियाकत ने तीन शादियां की थीं। दूसरी पत्नी तौबा अनवर से उन्होंने 2018 में शादी की थी।फिर उनसे तलाक के बाद उन्होंने साल 2022 में ही दानिया शाह से शादी की थी।
रिपोर्ट के अनुसार, उनकी तबीयत खराब थी। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनकी मौत हो गई। हालांकि, कुछ रिपोर्ट में ये भी दावा किया जा रहा है कि वे कराची में अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए।

8 वर्षों में 8 गुना बढ़ीं, भारत की ‘बायो इकोनॉमी’

8 वर्षों में 8 गुना बढ़ीं, भारत की ‘बायो इकोनॉमी’

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत की ‘बायो इकोनॉमी’ पिछले आठ वर्षों में आठ गुना बढ़ीं है और यह 10 अरब अमेरिकी डॉलर से 80 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई है। उन्होंने आगे कहा कि भारत जैव प्रौद्योगिकी के वैश्विक पारिस्थितिकी तंत्र में शीर्ष 10 देशों की श्रेणी में पहुंचने से बहुत दूर नहीं है।
मोदी ने बायोटेक स्टार्टअप एक्सपो को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले आठ वर्षों में देश में स्टार्टअप की संख्या कुछ सौ से बढ़कर 70,000 से अधिक हो गई है। उन्होंने इस दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद यह बात कही। मोदी ने कहा कि ये 70,000 स्टार्टअप लगभग 60 विभिन्न उद्योगों से हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया में हमारे आईटी पेशेवरों का भरोसा बहुत अधिक है। उन्होंने कहा कि बायोटेक स्टार्टअप एक्सपो 2022, बायोटेक क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ आंदोलन को मजबूत करेगा।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...