बुधवार, 18 नवंबर 2020

जर्मनी युवती की तलाश में रात भर भागी पुलिस

जर्मनी से भारत आई युवती की तलाश में रातभर दौड़ी पुलिस जानिए साध्वी वेश में मिली युवती ने क्या मांगी मदद


आनंद भट्टाचार्य


आगरा। जर्मनी की एक युवती बरहन के आंवलखेड़ा क्षेत्र में है। वह किसी मुसीबत में है। सोमवार देर रात एसएसपी आवास पर मिली इस सूचना ने पुलिस के होश उड़ा दिए। सूचना सदर के जंगजीत नगर क्षेत्र निवासी एक युवक ने दी थी। पुलिस रातभर विदेशी युवती की तलाश में जुटी रही। मंगलवार की सुबह युवती पुलिस को मिली। वह साध्वी के वेश में थी। पुलिस से बोली कि अब उसका नाम योगिनी उदयनाथ पार्वती है। वह खुश है। उसकी वीजा की अवधि बढ़वा दी जाए।


सोमवार की रात जंगजीत नगर निवासी विनय शर्मा ने एसएसपी कार्यालय पर सूचना दी कि जर्मनी की युवती उनकी व्हाट्स एप फ्रेंड है। उसने बताया कि उसकी सहेली आंवलखेड़ा में है। वह किसी मुसीबत में है।


सूचना देने वाले ने विदेशी युवती का मोबाइल नंबर भी पुलिस को दिया। एसओ बरहन कुलदीप दीक्षित रातभर विदेशी युवती की तलाश में जुटे रहे। मोबाइल नहीं उठा। मंगलवार की सुबह पुलिस ने उसे खोज निकाला। वह विक्रांत एकेडमी की छत पर बने कमरे में मौजूद थी। पुलिस पहुंची तो साध्वीके वेश में मिली। उसने पुलिस को बताया कि उसका नाम मिजारम क्रेटज है। अब उसने अपना नाम योगिनी उदयनाथ पार्वती रख लिया है। वह अकेली नहीं है। जींद, हरियाणा के राजगढ़ ढोबी निवासी बाल योगी कर्णनाथ उसके साथ हैं। वह सात-आठ दिन पहले ही आगरा आए हैं। विदेशी युवती ने पुलिस को अपना वीजा और पासपोर्ट भी दिखाया। उसका वीजा 21 अक्टूबर 2019 से 19 अक्टूबर 2020 तक था।


युवती ने पुलिस को बताया कि वह बाबा कर्ण नाथ से एक वर्ष पहले नेपाल के काठमांडू में मिली थी। वहां बाबा ओमनाथ का स्थान है। बाबा कर्णनाथ से दीक्षा लेने के बाद उन्हीं के साथ रहने लगी। काठमांडू से दोनों बनारस आ गए। वहां से कुछ दिन के लिए हरियाणा आ गए। वापस बनारस लौट गए। लॉकडाउन लग गया। वे बनारस में ही रुक गए। कुछ दिन पहले ही आगरा आए। गांधी नगर में हंसना भैरव मंदिर में तीन दिन रुके। उसकी तबियत खराब हो गई। ड्रिप लगी। दवा खाई। पांच दिन पहले बाबा के साथ उनके शिष्य आंवलखेड़ा निवासी अभय शर्मा के यहां आ गए। उन्होंने उन्हें आंवलखेड़ा स्थित विक्रांत एकेडमी में रुकवा दिया। अब वह काठमांडू जाना चाहती है। एसओ बरहन कुलदीप दीक्षित ने बताया कि विदेशी युवती अपने स्वेच्छा से बाबा के साथ रह रही है। साध्वी बन गई है। उसकी वीजा अवधि बढ़वाने के लिए अधिकारियों को बताया गया है। पुलिस ने युवती से हुई बातचीत को थाने की जनरल डायरी में भी दर्ज किया है।                                      


एलवीबी बैंक पर आरबीआई ने लगाई पाबंदी

इस प्राइवेट बैंक पर RBI ने लगाई पाबंदी नहीं निकाल पाएंगे 25,000 रुपये से ज्यादा की रकम


मोमिन मलिक


नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने निजी क्षेत्र के ऋणदाता लक्ष्मी विलास बैंक (एलवीबी) पर एक महीने के लिए पाबंदियां लगा दी हैं। आरबीआई ने बैंक के निदेशक मंडल को बर्खास्त कर दिया और जमाकर्ताओं के लिए निकासी की सीमा तय की है। आरबीआई के आदेश के मुताबिक बैंक का प्रत्येक जमाकर्ता अधिकतम 25,000 रुपये तक की ही निकासी कर पायेगा। निकासी की सीमा 16 दिसंबर तक लागू रहेगी. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मंगलवार को सिंगापुर के DBS बैंक की भारतीय सहायक कंपनी के साथ लक्ष्मी विलास बैंक (LVB) को विलय करने का प्रस्ताव दिया है।


केंद्रीय बैंक ने अपनी वेबसाइट पर कहा यह एक ड्राफ्ट विलय का प्रस्ताव है और इसका अंतिम निर्णय RBI द्वारा सदस्यों, जमाकर्ताओं और बैंकों के लेनदारों के इनपुट्स और आपत्तियों के बाद लिया जाएगा। केंद्र सरकार ने बैंकिग नियमन अधिनियम, 1949 की धारा 45 के अंतर्गत लक्ष्मी विलास बैंक पर यह पाबंदियां लगाई हैं. आरबीआई ने कहा कि आज से 30 दिन के लिए बैंक पर पाबंदी लगार्ई गई है. सीमा बचत, चालू तथा अन्य सभी प्रकार के खातों पर लागू होगी।


आरबीआई ने डीबीएस बैंक की भारतीय इकाई के साथ लक्ष्मी विलास बैंक की विलय योजना का खाका भी सार्वजनिक किया है। एक रिपोर्ट के अनुसार डीबीएस बैंक इंडिया एलवीबी में अग्रिम तौैर पर 2,500 करोड़ रुपये की अतिरिक्त पूंजी लगाएगा. लक्ष्मी विलास बैंक लंबे समय से वित्तीय संकट का का सामना कर रहा है।


पिछले साल उसने इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनैंस के साथ विलय की योजना भी बनाई थी लेकिन इसे आरबीआई खारिज कर दिया था. बाद में एलवीबी ने क्लिक्स समूह के साथ बातचीत शुरू की. 30 जून, 2020 तक, डीबीएस बैंक की कुल विनियामक पूंजी 7,109 करोड़ रुपये थी और इसके सकल एनपीए और शुद्ध एनपीए क्रमशः 2.7 प्रतिशत और 0.5 प्रतिशत थे।                                         


धमाके के साथ उड़ी छत, इलाके में फैली दहशत

मेरठ जोरदार विस्फोट से कई घरों की उड़ गई छत इलाके में दहशत


शेरदीन खान


मेरठ। जिले के एक गांव में देर शाम हुए जोरदार विस्फोट से कई घरों की छत उड़ गई। विस्फोट में दो लोगों के मरने और दर्जन लोगों के घायल होने की सूचना है।


विस्फोट से गांव में दहशत फैल गई


मौके पर पुलिस पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। घटना थाना फलावदा क्षेत्र के गांव रसूलपुर की है। जहां देर शाम अचानक विस्फोट होने से चार मकानों की छतें उड़ गई। विस्फोट से गांव में दहशत फैल गई।विस्फोट में कई परिवार मलबे में दब गए।


जानकारी के अनुसार फलावदा क्षेत्र के गांव रसूलपुर में साबिर, एजाज,निसार, सलेक के मकान पास पास ही बने हुए हैं। यहां मंगलवार को निसार के मकान में अचानक भीषण विस्फोट हुआ। जिसके चलते चारों मकानों की छतें उड़ गईं।भीषण विस्फोट में चारों परिवारों के कई लोग मलबे में दब गए। हादसे की जानकारी लगते ही ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर एक परिवार के चार लोगों को मलबे से निकालकर उपचार के लिए भेजा। वहीं पुलिस मलबे में दबे अन्य लोगों को भी निकालने में जुटी है।                                        


मुंबईः 8000 से अधिक अपराधियों की तलाश

लॉकडाउन मे नियमों का उल्लंघन करना पड़ेगा भारी, ८ हजार से अधिक आरोपियों की तलाश जारी


कविता गर्ग


मुंबई। मुंबई मे कोरोना के कोहराम से लोगों को बचाने के लिए मनपा प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने वाले अब पुलिस की रडार पर आ गए हैं। ८ हजार से अधिक लोगों के उपर मामला दर्ज किया गया है। जिनके उपर जल्द ही भविष्य मे कार्यवाई की जाएगी। इस मामले को लेकर मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल काफी सख्ती दिखा रहे हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शहर में लगाए गए लॉकडाउन नियमों का पालन कई लोग नहीं कर रहे हैं। पुलिस ने अब तक आईपीसी की धारा १८८ के तहत ५४, ७११ मामले दर्ज किए हैं। मुंबई पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार २५ मार्च से जारी लॉकडाउन अवधि में मुंबई पुलिस द्वारा दर्ज ५४ हजार ७११ मामलों में ८, ५३४ आरोपियों की तलाश हैं। हालांकि इनमें से कई आरोपी मुंबई से बाहर चले गए हैं, जिन्हें खोजना और गिरफ्तार करना पुलिस के लिए चुनौती है लेकिन लॉकडाउन पूरी तरह से खत्म होते ही इनका तलाशी अभियान तेज कर दिया जाएगा। पुलसि ने अब तक २४,५७० आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि २१ हजार से अधिक आरोपियों को नोटिस देकर छोड़ा है।                                


नर्मदा नदी पार कर, महिला व बाल पोषण कार्य

पौष्टिकता के लिए निस्वार्थ सेवा


नंदुरबार। नर्मदा नदी पर सफर करना हर किसी के बस की बात नहीं। नदी की विशालता देखकर इसके ऊपर से गुजरने वालों का दिल दहल जाता है। एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व से 18 किलोमीटर का सफर करती हैं। रेलू महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के सुदूरवर्ती आदिवासी गांव चिमलखाड़ी में आंगनबाड़ी में कार्यकत्री हैं। उनका काम छह साल से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य और उनके विकास पर नजर रखना है। वह उनके वजन की जांच करती हैं और उन्हें सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली पोषण संबंधी खुराक देती है। मार्च में लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद, नर्मदा के दूसरे छोर के दोनों हिस्सों के आदिवासियों ने आंगनवाड़ी में आना बंद कर दिया। रेलू ने बताया, ‘आमतौर पर, बच्चे और गर्भवती महिलाएं भोजन एकत्र करने के लिए अपने परिवारों के साथ नाव से हमारे केंद्र पर जाती हैं। लेकिन उन्होंने वायरस के डर से आना जाना बंद कर दिया है।’ अपने पति रमेश के विपरीत, रेलू बचपन से तैराकी और रोइंग में माहिर हैं। दो छोटे बच्चों की मां रेलू छह महीने से लगातार नर्मदा नदी पार करके इन आदिवासी गांव तक पहुंच रही हैं। यहां तक की जुलाई में भी उन्होंने यहां जाना बंद नहीं किया जब नर्मदा में बाढ़ आई थी। रेलू सुबह 7.30 बजे आंगनवाड़ी पहुंचती है और दोपहर तक वहां काम करती है। दोपहर के भोजन के एक घंटे बाद, वह अपनी नाव से बस्तियों में जाती है और देर शाम को ही लौटती हैं। ज्यादातर बार वह भोजन की खुराक और बच्चे के वजन वाले उपकरणों के साथ अकेली जाती है। कभी-कभी उसकी रिश्तेदार संगीता, जो एक आंगनबाड़ी में काम करती है, उनके साथ जाती है। नाव से नदी पार करने के बाद रेलू को पहाड़ी इलाके पर चढ़ना पढ़ता है और फिर वह आदिवासियों तक पहुंचती हैं। रेलू ने कहा, ‘हर दिन नाव चलाना आसान नहीं होता है। जब शाम को मैं घर वापस आती हूं तो मेरे हाथों में दर्द होता है। लेकिन इसकी मुझे कोई चिंता नहीं है। यह महत्वपूर्ण है कि बच्चे और गर्भवती महिलाओं तक पौष्टिक भोजन पहुंच सके। जब तक कोविड को लेकर स्थितियां सुधर नहीं जाती, तब तक मैं इन इलाकों तक ऐसे ही पहुंचती रहूंगी।’ आदिवासी रेलू की निस्वार्थ सेवा से अभिभूत हैं। अलीगाट के रहने वाले शिवराम वासेव ने कहा कि रेलू उनके यहां तीन वर्षीय भतीजे गोमता की जांच करने के लिए आती हैं। उन्होंने कहा, ‘रेलू हमें बच्चे की देखभाल करने के लिए मार्गदर्शन करती है और हर बार जब वह यहां आती हैं तो हम लोगों के स्वास्थ्य के बारे में हमसे सवाल करती हैं। हम बच्चे की स्वास्थ्य को लेकर उनके ऊपर निर्भर हैं।’                                       


गैंगस्टर रवि पुजारी को मुंबई लाने की तैयारी

गैंगस्टर रवि पुजारी को मुंबई लाने की तैयारी !


मुंबई । इसी साल दक्षिण अफ्रीका में गिरफ्तार कुख्यात गैंगस्टर रवि पुजारी को जल्द ही मुंबई लाया जाएगा। 10 दिसंबर से पहले उसे बेंगलुरु से मुंबई लाने की अनुमति मिल गई है। पिछले हफ्ते शुक्रवार को मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच की ऐंटी एक्सटॉर्शन सेल के आवेदन को बेंगलुरु कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। बता दें कि रवि पुजारी को इसी साल अफ्रीका से भारत लाया गया था।


कोर्ट ने क्राइम ब्रांच को 10 दिसंबर से पहले किसी भी वक्त 10 दिनों के लिए रवि पुजारी को मुंबई ले जाने की इजाजत दी है। मुंबई पुलिस 2015 में एमएनएस नेता राजू पाटील की हत्या की साजिश के संबंध में रवि पुजारी से पूछताछ करेगी। पुलिस ने मुंबई कोर्ट में केस के लंबित होने का हवाला देते हुए बेंगलुरु अडिशनल सिटी सिविल और सेशन जज एसआर माणिक्य के समक्ष अर्जी लगाई थी।


केस में छह लोगों के खिलाफ ट्रायल पहले से ही खत्म हो चुका है और स्पेशल कोर्ट दिसंबर में अपना फैसला सुनाएगी। हालांकि रवि पुजारी जो इतने सालों तक गिरफ्त से बाहर था और उसका नाम भी वांटेड आरोपी में शामिल था, इसलिए उसका ट्रायल अलग चलाया जाएगा।


मुंबई में मामले के ट्रायल देख रहे स्पेशल कोर्ट जज ने हाल ही में बेंगलुरु कोर्ट को लेटर जारी करके जेल प्रशासन को पुजारी की कस्टडी मुंबई पुलिस को देने की गुजारिश की थी। पुजारी के वकील ने हालांकि आपत्ति दाखिल की थी और तर्क दिया था कि जिस केस के लिए उसकी कस्टडी मांगी जा रही है उसका जिक्र प्रत्यर्पण आदेश में नहीं था।


रवि पुजारी को मुंबई कब लाया जाएगा, इस बारे में क्राइम ब्रांच के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘दिवाली के तुरंत बाद ही, हम उसे मुंबई लाएंगे।’ मुंबई में पुजारी करीब 49 केस में आरोपी है। इनमें से 26 केस मकोका के कहत दर्ज हैं। 11 केसों में उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी हो चुकी है।


गैंगस्टर रवि पुजारी रंगदारी और हत्या समेत करीब 200 मामलों में वॉन्टेड है। रॉ, आईबी और कर्नाटक पुलिस के अधिकारी उसे दक्षिण अफ्रीका के सेनेगेल से फरवरी में भारत लाए थे। अबू सलेम, छोटा राजन, एजाज लकड़वाला के बाद पुजारी को भारत लाया जाना एक बड़ी सफलता के तौर पर देखा गया था। पुजारी पहले सेनेगल में पकड़ा गया था और फिर जमानत पर रिहा होने के बाद 13 महीने पहले फरार हो गया था।


बिल्डर और सांसद की हत्या की कोशिश का आरोप
रवि पुजारी के खिलाफ बॉलिवुड स्टार्स और कई नामचीन कारोबारियों को उगाही के लिए धमकाने, हत्या सहित करीब 200 केस दर्ज है। इनमें से 90 केस कर्नाटक के हैं जिनमें से 39 बेंगलुरु और 36 मेंगलुरु के हैं। सबसे चर्चित मामला बिल्डर ओमप्रकाश कुकरेजा की हत्या और सांसद मजीद मेमन की हत्या की कोशिश का था। इंटरपोल ने पुजारी और उसकी पत्नी पद्मा दोनों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटस जारी किया था।                            


मुंबई में पारा लुढ़का, बड़ी गुलाबी ठंड

मुंबई में पारा लुढ़का, बढ़ी गुलाबी ठंड, मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ा


कविता गर्ग


मुंबई। दिवाली के मौसम मे ठंड गरम का उतार चढ़ाव शुरु हो गया है दिन मे पसीना निकालने वाली गर्मी रहती है, तो रात मे तापमान अचानक कम हो जाता है जिससे मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। दिन में गर्मी की मार झेल रहे मुंबईकरों को रात में हल्का हल्का ठण्ड का एहसास होने लगा है जिससे शहर में गुलाबी ठंड ने दस्तक दे दी है, इसकी गवाही मौसम विभाग के आंकड़े भी दे रहे हैं। मुंबई उपनगर का न्यूनतम तापमान पिछले ३ दिनों से २० डिग्री सेल्सियस से नीचे जा लुढ़का है। मौसम विशेषज्ञों की माने तो उत्तर से आने वाली ठंड हवा जे चलते रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। इसका ही परिणाम है कि कपड़ों की दुकानों में गरम कपड़ों की बिक्रि शुरु हो गई है।


चादर और कंबल का उपयोग शुरु


न्यूनतम तापमान मे गिरावट का असर अब मॉर्निंग वॉक के समय भी महसूस किया जा रहा है। मुंबई के आसपास के क्षेत्र में रात के तापमान इतनी गिरावट हुई है कि लोगों ने चादर और कंबल का उपयोग भी शुरु कर दिया है। क्षेत्रीय मौसम विभाग से प्राप्त आंकड़ों पर नजर डाले तो १२ नवंबर को मुंबई उपनगर का न्यूनतम तापमान १९.८ डिग्री सेल्सियस और शहर का तापमान २२.८ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि दिन में सूरज के तेवर अब भी कड़े हैं।


ठंडी हवा का दक्षिण की ओर प्रवाह


गुरुवार को उपनगर का अधिकतम तापमान ३३.८ डिग्री सेल्सियस और शहर का ३३.२ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मुंबई के उपनगरीय इलाके जैसे बोरीवली में तो पारा १८ डिग्री सेल्सियस तक जा लुड़का है। मौसम का अनुमान लगाने वाली प्राइवेट संस्था स्काइमेट के प्रमुख मेट्रोलाजिस्ट महेश पालावत ने कहा कि देश के उतरी हिस्से राजस्थान से ठंडी हवा का दक्षिण की ओर प्रवाह शुरु हो गया है। जिसका हल्का असर मुंबई पर भी देखने को मिल रहा है। आने वाले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में भी २ से ३ डिग्री की बढ़त देखने को मिल सकती है क्योंकि दक्षिण पूर्व से मुंबई की ओर आने वाली गर्म हवाएं प्रबल हो जाएंगी। अब २२ नवम्बर के बाद ही मुंबई में एक बार फिर तापमान में गिरावट होगी।


महाराष्ट्र के कई हिस्सों में ठंड


उत्तर से आनेवाली ठंड हवाओंके चले महाराष्ट्र के कई हिस्सों में जमकर ठंड पड़ रही है। हालांकि क्षेत्रीय मौसम विभाग के उपनिदेशक के एच होसालिकर ने बताया कि महाराष्ट्र का न्यूनतम तापमान १५ डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। जबकि मुंबई का न्यूनतम तामपान २० डिग्री सेल्सियस के आसपास ही रहेगा।                                     


भाजपा के मिशन बंगाल से घबराई टीएमसी

बीजेपी के मिशन बंगाल से हिली टीएमसी 


कोलकाता। बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे भी घोषित नहीं हुए थे। और भाजपा का मिशन बंगाल बहुत तेजी से शुरू हो गया। हालांकि यह कहना भी पूरी तरह सही नहीं है। क्योंकि भाजपा का मिशन बंगाल तो उसी समय से शुरू हो गया था। जब केशरीनाथ त्रिपाठी को राज्य पाल बनाकर भेजा गया था। केशरीनाथ त्रिपाठी ने नींव रखी थी। उस पर दीवार जगदीप धनखड ने खड़ी कर दी है। पश्चिम बंगाल में भाजपा के सामने हालात भिन्न हैं। अब तक भाजपा ने जहां-जहां कब्जा जमाया है। वहां के मजबूत दल को अपने साथ जोड़ा है। कभी प्रत्यक्ष रूप से और कभी अप्रत्यक्ष रूप से यह कूटनीति अपनायी गयी है। बिहार का ही उदाहरण ले लें तो स्पष्ट रूप से पता चलता है। कि वहाँ के बड़े दल जनता दल यूनाइटेड को भाजपा अपने साथ न रखती तो बिहार की सत्ता उसके पास नहीं आ सकती थी। भाजपा को 2015 में विधानसभा चुनाव में पराजय का सामना करना पड़ा था। सोचने वाली बात यह कि लगभग एक साल पहले ही लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जबर्दस्त सफलता हासिल की थी। इससे यह भी पता चलता है। कि लोकसभा चुनाव और राज्य के विधानसभा चुनाव में मतदाताओं का रुख बदल जाता है। पश्चिम बंगाल में भी भाजपा को ऐसे ही हालात का सामना करना पड सकता है।
भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में जिस तरह से सफलता प्राप्त की थी। उसको विधानसभा चुनाव में दोहराया जाएगा यह दावे के साथ नहीं कहा जा सकता है। भाजपा को यहां से कोई ऐसा साथी दल मिलने की संभावना भी नहीं दिखाई पड रही जो मजबूत हो जैसा बिहार में जेडीयू है। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस के विपक्ष में कांग्रेस और वामपंथी दल हैं। ये दोनों दल कभी भी भाजपा के साथ नहीं जा सकते। इस प्रकार एक ही रास्ता भाजपा के लिए बचता है। और वो यह है । कि सत्ताधारी दल किसी तरह कमजोर हो जाए। तृणमूल कांग्रेस में यही हो रहा है।
पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।चुनाव के लिए कुछ ही महीने बचे हैं। चुनाव से पहले ही वहां राजनीतिक समीकरण बनने-बिगड़ने लगे हैं। राज्य में वाम शासन के दौरान नंदीग्राम और सिंगूर आंदोलन में तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और फिलहाल राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथी रहे लोग अब उनसे दूरी बना रहे हैं। नंदीग्राम आंदोलन में ममता के साथ रहे सुवेंदु अधिकारी ने हाल ही में ममता से अलग रैली कर ली थी। इसके बाद से इस बात के कयास लगाए जाने लगे थे। कि वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। टीएमसी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बीते दिनों अधिकारी के पिता से बात की थी। वहीं भाजपा की बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था कि अधिकारी पार्टी में शामिल होंगे या नहीं, उन्हें यह नहीं पता। अब सिंगूर में ममता के साथ रहे रबीन्द्रनाथ भट्टाचार्जी ने पार्टी से इस्तीफा देने की बात कह दी है। भट्टाचार्जी ने टाटा के नैनो कारखाने के खिलाफ टीएमसी के आंदोलन में ममता का साथ दिया था। इस आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। इन सबके बाद अब हरिपाल से विधायक बेचाराम मन्ना के इस्तीफे ने पार्टी को हुगली जिले में परेशान कर दिया है। रबीन्द्रनाथ भट्टाचार्जी के साथ मतभेदों पर सार्वजनिक होने के बाद मन्ना ने 12 नवम्बर को सिंगूर सीट से विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। भट्टाचार्जी ने भी हाल ही में पार्टी छोड़ने की धमकी दी थी। बीते दिनों सीएम ममता बनर्जी ने पार्टी के ब्लॉक प्रेसिडेंट महादेब दास को हटा दिया था। दास को भट्टाचार्जी का करीबी माना जाता है। इसी तरह का बदलाव हरिपाल ब्लॉक में भी किया गया जिसके चलते मन्ना भी नाराज हो गए।
तृणमूल नेतृत्व ने मन्ना से कहा कि वह दास को फिर से उनके पद पर वापस नियुक्त कर दें। इसके बाद ही मन्ना ने इस्तीफा देने का मन बना लिया। पार्टी के महासचिव सुब्रत बख्शी ने कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस मुख्यालय में मन्ना को बुलाया और कथित तौर पर, इस्तीफे को वापस लेने और दिमाग शांत रखने के लिए कहा। मन्ना ने कथित तौर पर बनर्जी (ममता) से हाल के घटनाक्रमों के मद्देनजर भी बात की है। इसी के चलते 13 नवम्बर सुबह उत्तरपारा के विधायक, प्रबीर घोषाल ने मन्ना से उनके आवास पर बात की। उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं के बीच गलतफहमी थी। लेकिन मेरा मानना है। कि मामला अब सुलझ गया है। अब कोई समस्या नहीं हैं। बेचाराम मन्ना सिंगूर आंदोलन का चेहरा हैं। और पार्टी इसे स्वीकार करती है। हालांकि मन्ना काफी समय तक मीडिया से दूर रहे। उन्होंने उस बयान को खारिज करने का कोई प्रयास नहीं किया लेकिन उनके समर्थकों ने दास को बहाल करने के पार्टी के राज्य नेतृत्व के फैसले के खिलाफ सिंगुर में विरोध प्रदर्शन किया। स्थानीय नेताओं का कहना है। कि मन्ना अभी भी पार्टी से खुश नहीं हैं। दूसरी ओर भट्टाचार्जी को लगता है कि मन्ना का इस्तीफा नाटक है। उनका कहना है। कि अपनी मांग मनवाने के लिए यह उनकी दबाव बनाने की रणनीति हो सकती है। इन सबके बीच हुगली से बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी ने इस मामले को लेकर तंज कसा। चटर्जी ने कहा कि श्तृणमूल कांग्रेस अब गुटबाजी से लड़ रही है। हुगली में टीएमसी नेता यह जानते हुए बाहर जाने की कोशिश कर रहे हैं। कि पार्टी यहां अपने वादों को पूरा नहीं कर पाई। सिंगूर ने ममता को सत्ता दिलाई थी। और यही जगह उनसे सत्ता छीनेगी भी। वहीं नंदीग्राम में टीएमसी के नेता सुवेंदु अधिकारी पिछले कुछ महीनों से पार्टी और कैबिनेट की बैठकों से दूर रह रहे हैं। वह पूर्वी मिदनापुर जिले में रैलियां कर रहे हैं। और इनमें वह पार्टी के बैनरों और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पोस्टरों का उपयोग नहीं कर रहे हैं। सुवेंदु अधिकारी ने अपनी रैलियों में कहा है। कि बहुत कम उम्र से कठिन परिश्रम करके वह जमीनी स्तर से यहां तक पहुंचे हैं और उन्हें कभी किसी ने कुछ भी थाली में सजाकर नहीं दिया। हालांकि उन्होंने कभी किसी का नाम नहीं लिया है। उनके इन कदमों की पार्टी के कुछ नेताओं ने आलोचना भी की है। एक तरफ ममता बनर्जी अपनी पार्टी के नेताओं से परेशान हैं। तो दूसरी तरफ भाजपा ने मिशन पश्चिम बंगाल के तहत गृहमंत्री अमित शाह को कमान सौंप दी है। अमित शाह कहते हैं। भले ही भाजपा को देश भर में लोकसभा की 300 से ज्यादा सीटें मिली हैं। लेकिन हमारे जैसे कार्यकर्ताओं के लिए बंगाल की 18 सीटें अहम हैं। उन्होंने याद दिलाया कि 2014 से राज्य में परिवर्तन के लिए 100 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ताओं ने जान गंवाई, उनका त्याग 'सोनार बांग्ला' बनाने में काम आएगा। अमित शाह कहते हैं। हम ऐसे दल नहीं हैं। जो 10-10 साल तक सत्ता में बैठे रहें और बाद में दूसरे पर आरोप लगाएं। गृह मंत्री की बंगाल में वर्चुअल रैली हुई। अमित शाह बोले- ममता दीदी ने श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेनों को कोरोना एक्सप्रेस नाम दिया यह उनके बंगाल से बाहर जाने वाली एक्सप्रेस साबित होगी। उन्होंने यह भी कहा कि ममता सीएए का विरोध कर रही हैं। जिस दिन विधानसभा चुनाव की मतपेटियां खुलेंगी जनता उन्हें राजनीतिक शरणार्थी बना देगी। भाजपा ने ममता के 9 साल के कार्यकाल पर 9 बिंदुओं का आरोपपत्र जारी किया । पार्टी ने सोशल मीडिया पर 'आर नोई ममता (ममता का शासन अब और नहीं) अभियान भी चलाया है। अमित शाह कहते हैं। कि बंगाल की धरती में कई महापुरुषों ने जन्म लिया। इस भूमि में रामकृष्ण परमहंस स्वामी विवेकानंद, रवींद्रनाथ टैगोर जैसे अनेकानेक लोगों ने भारतीय संस्कृति को दुनिया भर में फैलाने का काम किया है। मैं बंगभूमि पर जन्मे सभी महान लोगों को प्रणाम करता हूं। जब कभी बंगाल का इतिहास लिखा जाएगा तो आपके परिवार के त्याग और बलिदान को याद किया जाएगा।                             


पीएम मोदी ने बाइडन को फोन पर बधाईंं दी

मोदी ने लगाया बिडेन को टेलीफोन


नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति जोसेफ आर बिडेन से टेलीफोन पर बात कर उन्हें बधाई दी है। नरेंद्र मोदी ने अमेरिका का राष्ट्रपति चुने जाने पर जोसेफ आर बिडेन को गर्मजोशी के साथ बधाई दी और कहा कि इस चुनाव से अमेरिका की लोकतांत्रिक परंपराओं की मजबूती का पता चलता है। प्रधानमंत्री ने अमेरिका की उपराष्ट्रपति निर्वाचित सीनेटर कमला हैरिस को भी बधाई और शुभकामनाएं दी।
बातचीत के दौरान नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 और 2016 की अपनी अमेरिका यात्राओं का उल्लेख करते हुए जोसेफ आर बिडेन के साथ अपनी मुलाकात तथा बातचीत को याद किया। दोनों नेताओं ने साझा मूल्यों और समान हितों पर आधारित भारत अमेरिका व्यापक वैश्विक सामरिक साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए काम करने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने कोविड महामारी से निपटने के लिए किफायती वैक्सीन उपलब्ध कराने जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने और हिंद प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने जैसी प्राथमिकताओं के बारे में भी चर्चा की।                                                    


मेला कैसा है यह जनता तय करेंः ट्विंकल

ट्विंकल ने कहा मेला कैसा है ये जनता तय करे


मुम्बई। कलाकार से लेखक बनीं ट्विंकल खन्ना ने अपनी फिल्म मेला को ट्रिब्यूट देने के लिए एक तस्वीर शेयर की ये तस्वीर एक ट्रक के बैक की है। ये व्हाट्सएप फोरवर्ड तस्वीर है। इस तस्वीर में एक ट्रक के पीछे मेला का पोस्टर लगा हुआ है। इस पोस्टर में फिल्म में विलेन गुर्जर का किरदार निभाने वाले टीनू वर्मा की तस्वीर है। यह फिल्म साल 2000 में आई थी। इसे लेकर उन्होंने एक मजाक भी किया है।
ट्विकंल के इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा उन्हें नहीं पता कि ये फिल्म देखने के बाद लोगों को डर लगा या फिल्म बेहतरीन लगी ट्विकंल खन्ना ने लिखा कुछ चीजें मुझे लगता है। टाइमलेस हैं। यह मेरे मैसेज में आज भी आया है। और मैं क्या कह सकती हूं सिवाय इसके कि मेला निश्चित रूप से लोगों पर एक छाप या दाग छोड़ गई है। जो भी आप इसे और मेरे देश के बाकी हिस्सों पर देखते हैं।                              


चित्रगुप्त की जयंती, पूजन कार्यक्रम आयोजित

आदर्श श्रीवास्तव


लखीमपुर खीरी। भगवान श्री चित्रगुप्त जी की जयंती के शुभ अवसर पर सामूहिक यम द्वितीया दुइज पूजन एवम कलम पूजन कार्यक्रम स्थानीय श्री दुर्गे चित्रगुप्त मंदिर शाहपुरा कोठी में श्री  चित्रगुप्त कायस्थ सभा के संयोजन में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का सुआरम्भ सभाध्यक्ष शशिकांत श्रीवास्तव जी द्वारा कुल देवता भगवान श्री चित्रगुप्त जी के विधि विधान पूजन , एवं श्री चित्रगुप्त चौराहे पर कलम दवात पूजन तत्पश्चात आरती एवं प्रसाद वितरण किया  गया। इस अवसर पर श्री चित्रगुप्त कायस्थ सभा एवं अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के सभी पदाधिकारी, राजीव रतन खरे, डा0 इरा श्रीवास्तव, एड0 राजेश सक्सेना ,ओमप्रकाश श्रीवास्तव, ज्ञानेन्द्र सक्सेना, एड0  राजेश श्रीवास्तव ,डा0 ओ0 पी0 श्रीवास्तव, प्रदीप सक्सेना मुकेश,श्रीमती शशी श्रीवास्तव,नीरज सक्सेना,  सौरभ सिन्हा,  प्रशांत सक्सेना, विक्की सक्सेना, गौरव श्रीवास्तव, अजय श्रीवास्तव, नितिन श्रीवास्तव,आशीष श्रीवास्तव,   कुलदीप समर , शिप्रा श्रीवास्तव,  राकेश श्रीवास्तव, अचल श्रीवास्तव, प्रशांत श्रीवास्तव,  सुधाकर लाला, मनीष श्रीवास्तव,  संजय अस्थाना , विकास अस्थाना , इ0 विनय श्रीवास्तव,अंशू सक्सेना, मितुल श्रीवास्तव , डा0 संतोष श्रीवास्तव, श्रीमती श्वेता सहित  काफी संख्या मे भक्तों ने प्रसाद एवं आशीर्वाद प्राप्त किया ।                                   


टावर से बैटरी चोरी करते युवक गिरफ्तार किया

टावर से बैटरी चोरी करते युवक को पकड़कर भेजा जेल आदर्श श्रीवास्तव


धौरहरा/लखीमपुरखीरी। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर क्षेत्राधिकारी धौरहरा के नेतृत्व व प्रभारी निरीक्षक धौरहरा की अगुवाई मे वांछित वारंटी धरपकड़ अभियान के तहत बैटरी चोरी करते हुए एक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।  सिसैया खुर्द धौरहरा स्थित दूरसंचार विभाग के टावर से बैटरी चोरी करते समय अभियुक्त नसीम पुत्र छोतन्ने निवासी ग्राम समर्दाहरी थाना ईसानगर को मैं माल सहित टावर के चौकीदार ने पकड़ लिया और कोतवाली के उप निरीक्षक राजेश कुमार यादय को सौंप दिया। कोतवाली प्रभारी विद्या सागर पाल द्वारा मु.आ.स.551/2020 धारा 379,411 IPC पंजीकृत कर जेल भेजा गया।                                        


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...