सोमवार, 28 सितंबर 2020

कानूनः प्रदर्शन की आग पहुंची 'दिल्ली'

किसान कानून के खिलाफ प्रदर्शन की आग दिल्ली पहुंची, संसद भवन के पास टैक्टर में लगा दी आग।


नई दिल्ली। किसान कानून के खिलाफ प्रदर्शन की आग दिल्ली तक पहुंच गई है। दिल्ली के इंडिया गेट में किसानों ने ट्रैक्टर में आग लगा दी है। पंजाब और हरियाणा के बाद किसानों का प्रदर्शन देश की राजधानी में संसद के बिल्कुल पास तक पहुंच गया है। संसद के करीब इंडिया गेट पर किसानों ने टैक्टर में आग लगा दी. हालांकि प्रदर्शनकारियों को इक्कठा होने नहीं दिया गया।दिल्ली में इंडिया गेट और आस पास के वीआईपी इलाकों में धारा 144 लागू है। और कोरोना वायरस के मद्देनजर लोगों को इकट्ठा होने की इजाजत नहीं है।
पिछले दो हफ्तों से जिन किसान बिलों को लेकर संसद से सड़क तक लड़ाई छिड़ी थी। वो अब कानून बन गए हैं। लेकिन राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद भी बिल को लेकर बवाल थमा नहीं है। पंजाब में किसानों और सियासी दलों का विरोध और तेज हो रहा है।किसान संगठनों ने पंजाब में रेल रोको प्रदर्शन 29 सितंबर तक बढ़ा दिया है। बिल के खिलाफ अकाली दल जगह-जगह रैली कर रहा है।
शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती के मौके पर आज पंजाब में किसानों का आंदोलन और तेज होगा। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह भगत सिंह के गांव जाएंगे जहां वो किसान आंदोलन के समर्थन में धरना भी देंगे। बिल को राष्ट्रपति की मंज़ूरी के बाद भी कांग्रेस के तेवर कड़े हैं।
कृषि बिलों को राष्ट्रपति की मंजूरी मिलना अति दुर्भाग्यपूर्ण
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने रविवार को कृषि बिलों को राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने के बाद इसे निराशाजनक और काफी दुर्भाग्यपूर्ण बताया।इन बिलों का किसान पंजाब में विरोध कर रहे हैं। यहां जारी एक बयान में सुखबीर ने कहा कि यह सच में देश के लिए काला दिन है।क्योंकि राष्ट्रपति ने देश की भावना को दरकिनार कर दिया।             


कृषि बिलों पर देश के लिए काला दिनः सिंह

कृषि बिलों पर राष्ट्रपति ने किए नहस्ताक्षर अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा- देश के लिए काला दिन।


नई दिल्ली। विपक्षी दलों और देश के कई राज्यों के किसानों के भारी विरोध के बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को तीनों कृषि विधेयकों पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के साथ ही ये विधेयक अब कानून बन गए हैं। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने इसे भारत के लिए काल दिन बताया है।
सुखबीर बादल ने कहा यह वास्तव में भारत के लिए एक काला दिन है। कि राष्ट्रपति ने राष्ट्र के विवेक के रूप में कार्य करने से इनकार कर दिया है। हमें बहुत उम्मीद थी। कि वह इन बिलों को संसद में पुनर्विचार के लिए लौटा देंगे जैसा कि अकाली दल और कुछ अन्य विपक्षी दलों ने मांग की थी।
गौरतलब है। कि इन कृषि विधेयकों का भारी विरोध हो रहा है। खासतौर से पंजाब और हरियाणा के किसान इस बिल के विरोध में सड़कों पर उतरे हुए हैं।वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल भी इन विधेयकों का विरोध कर रहे हैं। यहां तक की एनडीए में शामिल शिरोमणि अकाली दल ने इन बिलो का विरोध  करते हुए पहले सरकार और फिर एनडीए से बाहर जाने का फैसला कर लिया।  बता दें शिरोमणि अकाली दल बीजेपी का सबसे पुराने सहयोगियों में से एक रहा है।
इससे पहले महाराष्ट्र सरकार में राजस्व मंत्री और कांग्रेस नेता बाला साहेब थोराट ने कहा कि महाराष्ट्र में इन कानूनों को लागू नहीं किया जाएगा। थोराटा ने कहा संसद द्वारा पारित बिल किसान विरोधी है। इसलिए हम इसका विरोध कर रहे हैं।महाविकास अघाड़ी भी इसका विरोध करेगी और महाराष्ट्र में इसे लागू नहीं होने देगी। शिवसेना भी हमारे साथ है। हम एक साथ बैठेंगे और एक रणनीति बनाएंगे।               


फायरिंग में 2 की मौत, आरएएफ तैनात

राजस्थान हिंसा। पुलिस फायरिंग में दो की मौत के बाद आरएएफ तैनात।


जयपुर। राजस्थान पुलिस ने सोमवार को पुष्टि की है। कि पिछले चार दिनों में हिंसा की आग में जल रहे डूंगरपुर में हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई है। और अन्य दो घायल हो गए हैं।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) भूपेंद्र सिंह ने कहा  पिछले चार दिनों में उदयपुर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर भड़की हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। रविवार रात से अतिरिक्त पुलिस बल और रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती की गई है।
उन्होंने कहा कि पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने और सार्वजनिक संपत्ति और लोगों की जान बचाने के लिए शनिवार को फायरिंग करनी पड़ी जिसमें दो की मौत हो गई और दो घायल हो गए। उन्होंने कहा कि घायल खतरे से बाहर हैं। उन्होंने कहा कि कुल 24 मामले दर्ज किए गए हैं और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की दो कंपनियों और राजस्थान आर्म्ड कांस्टेबुलरी (आरएसी) की छह कंपनियों की तैनाती की गई है।
अधिकारी सभी घटनाक्रमों पर नजर बनाए हुए हैं। पिछले हफ्ते, शिक्षक भर्ती परीक्षा के हजारों अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए और एनएच-8 पर पथराव किया और वाहनों को आग लगा दी। उन्होंने एसटी अभ्यर्थियों द्वारा सामान्य श्रेणी के लिए आरक्षित 1,000 से अधिक रिक्त पदों को भरने की मांग की। गुरुवार शाम से राजमार्ग लगभग 10 किलोमीटर तक अवरुद्ध रहा। हिंसा में कई पुलिस वाहनों को आग लगा दी गई और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।             


कृषि कानून के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन

नई दिल्लीः 2020 कृषि कानून के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी।


नई दिल्ली। देश भर में किसानों के भारी विरोध के बीच तीनो कृषि बिल को राष्ट्रपति की मंजूरी मिल गयी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कृषि बिल को मंजूरी देते ही फिर से देश भर में किसानों का विरोध शुरु हो गया है। कृषि कानून के खिलाफ किसानों ने आज कर्नाटक बंद बुलाया है। दिल्ली के इंडिया गेट में किसानों ने ट्रैक्टर में आग लगा दी है। वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह आज धरना पर बैठेंगे। कश्मीर में कानून के खिलाफ कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। जबकि छत्तीसगढ़ किसान यूनियन पांच अक्टूबर को अपना विरोध दर्ज करेगा।
कर्नाटक में कृषि बिल, भूमि सुधार अध्यादेशों कृषि उपज मंडी समिति (APMC) में संशोधन और श्रम कानूनों के विरोध में आज किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए एक राज्यव्यापी बंद को देखते हुए कालाबुरागी में पुलिस बलों को तैनात किया गया है। बंद के दौरान पूरे राज्य में किसानों ने प्रदर्शन करने की योजना बनायी है। हालांकि राज्य सरकार ने कहा है। कि बंद के दौरान सरकारी दफ्तर खुले रहेंग।आवश्यक सेवाएं जारी रहेगी।
कृषि कानून का विरोध दिल्ली के राजपथ तक पहुंच गया है। पंजाब यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं नें नये कृषि कानूनों का विरोध करते हुए इंडिया गेट के पास ट्रैक्टर में आग लगा दी और विरोध प्रदर्शन करने लगे। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि आज वो खाटकर कला शहीद भगत नगर में तीनों कृषि कानून के खिलाफ धरना पर बैठेंगे।
महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में नये कृषि कानून को लागू नहीं करने का एलान किया है। सरकार का कहना है। कि यह किसान विरोधी कानून है। इसलिए इसे राज्य में लागू नहीं किया जायेगा महा विकास अगाड़ी भी राज्य में इस कानून के लागू होने का विरोध कर रहा है। महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री बाला साबेह थोराट ने कहा कि हम सभी एक साथ बैठकर इसके लिए रणनीति तैयार करेंगे।
जम्मू कश्मीर के सांबा में ऑल जेके किसान संघ द्वारा नये कृषि कानून का विरोध में प्रदर्शन किया गया। कानून का विरोध करते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि देश के 70 फीसदी लोग खेतीबारी करते हैं। लेकिन सरकार ने मात्र पांच फीसदी लोगों को खुश करने के लिए किसान विरोधी कानून पास किया है।
कृषि कानून के विरोध में छत्तीसगढ किसान यूनियन ने बैठक कि और फैसला किया की आगामी पांच अक्टूबर को कानून के विरोध में यूनियन द्वारा प्रदर्शन किया जायेगा यूनियन ने आरोप लगाया कि इस कानून से पूजीपतियों और उद्योगपतियों को लाभ होगा। यह कानून किसानों के हित में नहीं है।             


यादव के कार्यकर्ताओं पर बरसी लाठियां

लखनऊ। शिवपाल यादव के कार्यकर्ताओं पर बरसीं लाठियां।


लखनऊ। मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रहे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।अपनी पन्द्रह सूत्रिय मांगों को लेकर प्रसपा कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास घेरने जा रहे थे। पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोकने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस और कार्यकर्ताओं  में नोकझोंक हो गई। इसके बाद पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज कर दिया। साथ ही पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया।             


अब दिल के हर मर्ज का होगा इलाज

अब दिल के हर मर्ज का होगा सटीक इलाज मेडिकल साइंस ने पाई ये सफलता।


वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिकों ने स्वस्थ हृदय का बेहद गहन आणविक और कोशिकीय संरचना तैयार करने में कामयाबी पाई है। इससे ज्यादा बेहतर तरीके से हृदय की कार्यप्रणाली समझ में आएगी और यह भी समझ आएगा कि हृदय रोग में क्या जटिलताएं सामने आती हैं। वैज्ञानिकों को उम्मीद है। कि इससे हर दिल की अलग-अलग समस्याओं को समझकर अलग-अलग इलाज किया जा सकेगा।
यह शोध जर्नल नेचर में प्रकाशित हुआ है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल और इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन समेत कई संस्थानों ने मिलकर हार्ट की यह बेहद गहन मैपिंग की है। इसके लिए हृदय की करीब 50 लाख कोशिकाओं की मैपिंग की गई। इसके जरिये हृदय की अलग-अलग कोशिकाओं  उसे सुरक्षित रखने वाली प्रतिरोधी कोशिकाओं रक्त नलिकाओं के नेटवर्क की संरचनाओं को खंगाला। शोधकर्ता यह भी जान पाए कि हृदय को कार्यशील बनाए रखने के लिए कोशिकाएं कैसे एक-दूसरे तक सूचनाएं पहुंचाती हैं। शोधकर्ताओं की दिल की इन कोशिकाओं की मैपिंग शरीर के सभी कोशिकाओं की संरचना की पहचान कर उनका एटलस तैयार करने की कवायद का हिस्सा है। शोधकर्ताओं का कहना है। कि भविष्य में इससे हार्ट के लिए विशेष थेरेपी या दवा तैयार करने और क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत करने में काम आ सकती है। सामान्य जीवनकाल में दो अरब बार धड़कता है। दिल
औसत जीवनकाल में हमारा हृदय करीब दो अरब बार धड़कता है। इस कवायद में यह कोशिकाओं ऊतकों और अंगों तक पोषण और ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है। साथ ही कार्बन डाई ऑक्साइड और अवशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालता है। हर दिन हृदय अपने चार चैंबरों के जरिये करीब एक लाख बार स्पंदन करता है। जब इस स्पंदन में गड़बड़ी होती है। तो अलग-अलग तरह के हृदय रोग सामने आते हैं। हर साल एक करोड़ 79 लाख लोग हृदय रोगों के कारण मारे जाते हैं।               


सैमसन ने ध्यान अपनी ओर खींच लिया

जयपुर। राजस्थान रॉयल्स के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन ने सीजन-13 के महज 2 मैच में ही सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया है, आईपीएल की शुरुआत से पहले भले ही रिषभ पंत जैसे विकेटकीपर बल्लेबाजों पर सबकी नजर थी, और ये युवा खिलाड़ी सुर्खियों में थे, लेकिन जब मैच की शुरुआत हुई तो फिर कुछ और ही पिक्चर देखने को मिल रही है, महज दो मैच में ही संजू सैमसन ने सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया है और ये हो सका है। अच्छी विकेटकीपिंग और शानदार बल्लेबाजी से संजू सैमसन ने आईपीएल सीजन-13 के अपने पहले मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ भी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की थी और चौके कम और सिक्सर ज्यादा लगाए थे संजू सैमसन ने चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ सीजन के पहले ही मैच में 32 गेंद में 74 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली थी और अपनी इस पारी में सिक्सर तो 9 उड़ाए थे और चौका एक ही लगाया था।                


सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया

सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया पंकज कपूर  देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को बदरीनाथ पहुंच कर श्रद्धालुओं की...