शनिवार, 18 अप्रैल 2020

झारखंड में संक्रमितो की संख्या 33

रांची। झारखंड में कोरोना का कहर जारी है। मरीजों की संख्‍या में लगातार बढोतरी हो रही है। हिंदपीढ़ी में शनिवार को फिर एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है। जिसके साथ ही झारखंड में मरीजों की संख्‍या 33 हो गई है। जिसमें से दो लोगों की मौत भी हो चुकी है। एक मरीज हिंदपीढ़ी का है और एक बोकारो के साड़म का है। रिम्‍स में 93 सैंपल जांच के लिए लिया गया था, जिसमें 92 सैंपल निगेटिव आये वहीं एक सैंपल पॉजिटिव पाया गया। वहीं हिंदपीढ़ी में कोरोना में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्‍या 18 हो गई।


रिम्‍स में 93 सैंपल जांच के लिए लिया गया था, जिसमें 92 सैंपल निगेटिव आये, वहीं एक सैंपल पॉजिटिव पाया गया। हिंदपीढ़ी में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्‍या बढ़कर 18 हो गई है। हिंदपीढ़ी से मिला 18वां कोरोना पॉजिटिव मरीज वेस्‍टइंडीज का रहनेवाला है और जमात में रांची आया था।


झारखंड में भी कोरोना अपना पांव पसारते जा रहा है। राज्‍य में लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्‍या बढ़ती जा रही है। 31 मार्च को रांची के हिंदपीढ़ी से पहला मामला सामने आया था। जहां 22 साल की मलेशियाई महिला में कोरोना की पुष्टि हुई थी। महिला तबलीगी जमात में शामिल होकर हिंदपीढ़ी में रह रही थी। पुलिस को मिली सूचना के बाद उसे क्वारंटाइन में भेज कर जांच कराई गई थी, जिसमें उसके पॉजिटिव होने की बात सामने आयी थी। जिसके बाद संक्रमित महिला को रिम्स  के आइसोलेशन वार्ड में इलाज के लिए भर्ती किया गया था। जहां उसका इलाज चल रहा है। 31 मार्च से लेकर 15 अप्रैल तक कुल 29 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की झारखंड में पुष्टि हो चुकी है। जिसमें दो लोगों की मौत भी हो चुकी है। एक रांची के हिंदपीढ़ी इलाके के मरीज की और दूसरी मौत बोकारो जिले के गो‍मिया प्रखंड के साड़म में बुजुर्ग मरीज की मौत हो चुकी है। वहीं 13 अप्रैल की रात हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में एक 85 वर्षीय कोरोना संदिग्‍ध महिला की मौत हो गई। वहीं इससे पहले राजधानी के सबसे बड़े अस्‍पताल रिम्‍स में भी दो कोरोना संदिग्‍धों की मौत हो चुकी है।


झारखंड में कब, कहां और कितने मिले कोरोना पॉजिटिव मरीज  


1st Case : झारखंड में पहला केस 31 मार्च को राजधानी के हिंदपीढ़ी से सामने आया था। जहां 22 साल की मलेशियाई महिला में कोरोना की पुष्टि हुई थी। महिला तबलीगी जमात में शामिल होकर हिंदपीढ़ी में रह रही थी। पुलिस को मिली सूचना के बाद उसे क्वारंटाइन में भेज कर जांच कराई गई थी, जिसमें उसके पॉजिटिव होने की बात सामने आयी थी। जिसके बाद संक्रमित महिला को रिम्स  के आइसोलेशन वार्ड में इलाज के लिए भर्ती किया गया।


2nd Case : राज्य  में दूसरा कोरोना पॉजिटिव का मामला 2 अप्रैल को आया था। वह हजारीबाग के विष्णुगढ़ का रहनेवाला था और कुछ दिन पहले ही बंगाल के आसनसोल से विष्णुवगढ़ लौटा था।


3rd Case : राज्य में तीसरा कोरोना केस 5 अप्रैल को बोकारो से सामने आया था। वह महिला अपने परिवार के साथ बांग्लादेश से लौटी थी। जांच के बाद उसमें कोरोना की पुष्टि हुई थी। जिसके बाद पूरे परिवार को क्वारंटाइन में रखा गया था। वो महिला तबलीगी जमात में शामिल हुई थी।


4th Case : राज्य में चौथे कोरोना पॉजिटिव मरीज की पुष्टि 6 अप्रैल को हुई थी। राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी से एक 54 वर्षीय महिला में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। उनकी कोई ट्रैवेल हिस्ट्री नहीं है। वह डायलिसिस की मरीज थी और बरियातू के नेफ्रॉन क्लीननिक में डायलिसिस कराती थी। सूचना मिलने के बाद प्रशासन ने नेफ्रॉन क्लीनिक के 36 लोगों को क्वारंटाइन में रखा।


5th Case : झारखंड में पांचवां केस 08 अप्रैल को सामने आया। जिसमें कुल 9 लोग संक्रमित पाये गये थे। इनमें हिंदपीढ़ी के पांच, बोकारो के चंद्रपुरा में तीन और गोमिया में एक मरीज कोरोना पॉजिटिव शामिल थे। जिसमें गोमिया के मरीज की मौत हो गई है।


6th Case : झारखंड में छठा केस 09 अप्रैल को बोकारो के चंद्रपुरा से सामने आया। जहां एक मरीज में कोरोना की पुष्टि हुई।


7th Case : झारखंड में 11 अप्रैल को सातवां केस सामने आया। जिसमें कुल 3 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई थी। जिसमें हिंदपीढ़ी का एक हजारीबाग और कोडरमा से एक-एक मरीज शामिल थे। मालूम हो कि कोडरमा से मिला संक्रमित मरीज गिरिडीह का रहनेवाला था।


8th Case : झारखंड में 12 अप्रैल को आठवां केस सामने आया। जिसमें बोकारो के गोमिया के साड़म में दो कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई थी।


9th Case : झारखंड में 13 अप्रैल को नौवां केस सामने आया। जिसमें कुल 5 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई। इनमें राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी से तीन, बोकारो तथा गिरिडीह से एक-एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले।


10th Case : झारखंड का 10वां मामला 14 अप्रैल को आया। जिसमें रांची के कोरोना हॉटस्‍पॉट हिंदपीढ़ी से 2 मरीजों की पुष्टि हुई, वहीं सिमडेगा से एक मरीज मिला। बता दें कि सिमडेगा का यह पहला मामला है।


11th Case : झारखंड में 11वां मामला 15 अप्रैल को आया। इसमें रांची के हिंदपीढ़ी का एक पॉजिटिव मरीज शामिल है।


12th Case : झारखंड में 12वां मामला 16 अप्रैल को आया। इसमें धनबाद के कुमारधुबी का एक मरीज कोरोना पॉजिटिव पाया।


13th Case : झारखंड में कोरोना का 13वां मामला 17 अप्रैल को आया। इसमें राजधानी रांची के हॉटस्‍पॉट हिंदपीढ़ी से तीनों कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई।


14th Case : झारखंड में कोरोना का 14वां मामला 18 अप्रैल को सामने आया। इसमें राजधानी रांची के हॉटस्‍पॉट हिंदपीढ़ी से ही एक मरीज कोरोना पॉजिटिव पाया गया। वह वेस्‍टइंडीज का निवासी है और जमात में रांची आया था।  


कोटेदारों ने लिया लॉक डाउन का लाभ

मऊगंज घुरेहटा के कोटेदार की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे गरीब कार्डधारी


प्रशासन मौन सुबह से कोटेदार का इंतजार में कोटे के सामने जुटी भीड़


एस डी एम मऊगंज से शिकायत करने पहुंची भीड़


लोगो ने कहा 10 किलो की जगह 08 किलो राशन दिया जा रहा खाद्यान्न


शोषण में उतारू लापरवाह कोटेदारों के खिलाफ प्रशासन को तत्काल दण्डात्मक कार्यवाही किये जाने से ही अव्यवस्था में सुधार सम्भव


रीवा। जनपद की तहसील मऊगंज एवं नगर परिषद के वार्ड क्रमांक 12 यूनियन बैंक के समीप स्थित कोटे के कोटेदर की लापरवाही का खामियाजा गरीबो को इस कठिन घड़ी में भी भुगतना पड़ रहा है। लोगो ने बताया कि कोटेदार राजेंद्र सिंह का रवैया पूर्ववत बना हुआ है। लोगों की माने तो कोटेदार एक दो दिन कुछ समय के लिए कोटा खोलने के बाद आज से कोटा बन्द कर गायब हो गये हैं। इस दौरान कोटेदार द्वारा 10 किलो की जगह 08 किलो खाद्यान्न दिया जा रहा है जब कम देने की बात कही जाती है तो लोगो से काफी अभद्रता भी का जा रही है।
जहाँ पर कोटा के सामने खाद्यान्न के लिए लोगो की भारी भीड़ जुटी रही है। जब इंतजार करते हुए जब सभी हितग्राही थक गये तो अपनी शिकायत लेकर एस डी एम मऊगंज माला त्रिपाठी से मिले और अपनी आप बीती सुनाई है।
अब आगे देखना होगा इस तरह की लापरवाही बरतने बालो के खिलाफ प्रशासन क्या कदम उठाता है।


यूपी पुलिस के अपराध का ग्राफ बढ़ा

महराजगंज। जहाँ लॉकडाउन में लोग परेशान हैं वही बृजमनगंज थाने में एक सिपाही द्वारा दो लोगों की बुरी तरह पिटाई करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर एसपी ने पिटाई करने वाले सिपाही को सस्पेंड कर पूरे मामले की जांच सीओ को सौप दिया है। 
बताते चले कि सोशल मीडिया पर एक सिपाही द्वारा थाने के कमरे में दो लोगों की जमकर पिटाई का वीडियो वायरल हुआ, जो एक अप्रैल की और बृजमनगंज थाने की बतायी जा रही है। मामला दो पक्षों के बीच मारपीट का था 30 अप्रैल को करमहा ग्राम में दो पक्षों में मारपीट हुई थी और एक अप्रैल को पुलिस दोनों में से एक पक्ष के दो लोगों को लेकर थाने आयी और वहां सिपाही ने दोनों की बुरी तरह पिटाई किया, इस का किसी ने वीडियो बना कर वायरल कर दिया।
वीडियो वायरल होने पर एसपी रोहित सिंह सजवान
ने इसकी जांच कराई और तत्काल प्रभाव से आरोपी सिपाही परमहंस गौड़ को सस्पेंड कर इस मामले की जांच सीओ फरेंदा को सौंपी दी है। एसपी रोहित सिंह सजवान ने कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है अन्य किसी पुलिसकर्मी की संलिप्तता पाए जाने पर उसके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।


गाजियाबाद पुलिस का एक और चेहरा

विजय भाटी


गाज़ियाबाद। नगर पालिका परिषद खोड़ा कालोनी में पुलिस का गरीब जनता के साथ आंख मिचौनी का खेल जारी । लॉक डाउन के नाम पर धड़ल्ले से की जा रही है अवैध वसूली। एसएसपी के अथक प्रयासों के बाबजूद खोड़ा पुलिस के जूंं तक नही रेंग रही है । ना एसएसपी का डर है और ना ही भगवान की लाठी का , और तो और इस धांधली में सभी लोग मिले हुए है। चाहे चौकी इंचार्ज हो या प्रभारी निरीक्षक सबका हिस्सा होता है। ऐसा कहा जा रहा है उन भ्रस्ट पुलिसकर्मियों के द्वारा । खोड़ा के अलग-अलग जगहों पर छोटे दुकानदारों से की जा रही अवैध वसूली । किसी भी दुकान पर अगर अंडे दिख जाते है उसके बाद शुरू होता है पुलिस का कार्यक्रम , गाड़ी में बिठाकर गलियों में घुमाया जाता है साथ मे पिटाई इस लिए की जाती है जिससे रेट बढ़ता है । कई लोगों से बीरबल चौकी क्षेत्र में पीसी 62 और इसके अतिरिक्त और भी पीसी इसी कार्य मे लगी है । इस बात की पड़ताल की अवैध वसूली का खेल क्या है तो जानकर आचर्य हुआ । पीसी 62 ने कई लोगों को दुकान से उठाकर वसूली की है, पिटाई का कोई अंत नही है । क्या खोड़ा की पुलिस के लिए नियम अलग से है।


रक्षा सौदे से पाक को हुई घबराहट

नई दिल्ली। अमेरिका और भारत के बीच रक्षा सौदा को मंजूरी मिलने पर पाकिस्तान की चिंता बढ़ गई है। पाकिस्तान ने अमेरिका पर आरोप लगाया कि वह भारत को जहाज-रोधी मिसाइलें देकर क्षेत्र में अस्थिरता पैदा कर रहा है। अमेरिका ने सोमवार को 15.5 करोड़ डॉलर की हारपून ब्लॉक-2 एयर लॉन्चड मिसाइलें और हल्के वजन के टॉरपीडो भारत को बेचने की मंजूरी दी थी। इस पर पाकिस्तान की बौखलाहट बढ़ गई है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता आइशा फारुकी ने कहा कि अमेरिका का भारत को मिसाइलों की बिक्री क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा है। जब सारी दुनिया महामारी से लड़ रही हैं, ऐसे में इस तरह की मिसाइल प्रणालियों की बिक्री, तकनीकी सहायता और लॉजिस्टिक समर्थन देना परेशान करने वाला कदम है। यह दक्षिण एशिया में पहले से ही अस्थिर स्थिति को अस्थिर करेगा। बता दें कि पेंटागन ने रक्षा सौदे के बारे में अमेरिकी संसद को अवगत कराते हुए कहा कि भारत हारपून ब्लॉक-2 और एमके-54 का इस्तेमाल क्षेत्रीय खतरों से निपटने और अपनी धरती की सुरक्षा बढ़ाने के लिए करेगा। 


पाकिस्तानी सेना ने पुंछ में गोलाबारी की


वहीं पाकिस्तानी सेना ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर रिहायशी इलाकों और अग्रिम चौकियों पर गोलाबारी की। भारतीय सेना ने इसका करारा जवाब दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। शुक्रवार को लगातार 13वें दिन गोलाबारी और गोलीबारी की गई। अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान ने पुंछ और राजौरी जिलों के तीन सेक्टरों में गुरुवार को एलओसी पर रिहायशी इलाकों और अग्रिम चौकियों को निशाना बनाया था। रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा कि आज पूर्वान्ह्र लगभग 11 बजे पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले के कस्बा और किरनी सेक्टरों को निशाना बनाकर अकारण संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना इन सभी सेक्टरों में कड़ी जवाबी कार्रवाई कर रही है।


पाक के मोर्टार के छह गोले निष्क्रिय किए
जम्मू। सुरक्षा बलों ने नियंत्रण रेखा से लगे जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में पाकिस्तान की ओर से दागे गए मोर्टार के छह गोलों को निष्क्रिय कर दिया। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों को पाकिस्तानी सेना की ओर से जिले के कृष्णा घाटी, मेंढर और बालाकोट सेक्टरों में दागे गए मोर्टार के छह जिंदा गोले मिले, जिन्हें बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय कर दिया।


दावाः सितंबर में आएगी कोरोना वैक्सीन

लंदन। दुनिया के लगभग सभी देशों को प्रभावित कर चुके कोरोना वायरस से 22 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। जबकि डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कई देश इस बीमारी का इलाज करने के लिए शोध कर रहे हैं। वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की सूची में शामिल ब्रिटेन भी उन देशों में शामिल है जिसके वैज्ञानिक कोरोना का उपचार ढूंढने के लिए शोध में जुटे हुए हैं। ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में वैक्सीनोलॉजी विभाग की प्रोफेसर सारा गिल्बर्ट ने कोरोना वायरस का वैक्सीन बनाने का दावा किया है। पत्रकारों से शुक्रवार को बात करते हुए गिलबर्ट ने सितंबर तक कोरोना का टीका आने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि हम महामारी का रूप लेने वाली एक बीमारी पर काम कर रहे थे जिसे एक्स का नाम दिया गया था। इसके लिए हमें योजना बनाकर काम करने की जरुरत थी। उन्होंने कहा कि सीएचएडीओएक्स1 तकनीक के साथ इसके 12 परीक्षण किए जा चुके हैं। हमें इसके एक डोज से ही रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने के परिणाम मिले हैं। वहीं आरएनए और डीएनए तकनीक में इसके दो या दो से ज्यादा डोज की जरुरत होती है। प्रोफेसर गिल्बर्ट ने जानकारी दी कि इसका क्लिनिकल ट्रायल शुरू हो चुका है। इसकी सफलता पर विश्वास जताते हुए उन्होंने कहा कि सितंबर तक इसके 10 लाख डोज उपलब्ध हो जाएंगे।
ऑक्सफोर्ड की टीम को इस टीके पर इतना विश्वास है कि उसने क्लिनिकल ट्रायल से पहले ही इसका उत्पादन शुरू कर दिया है। इस बारे में प्रोफेसर एड्रियन हिल का कहना है कि टीम आत्मविश्वास से भरी हुई है। वे सितंबर तक क्लिनिकल ट्रायल का इंतजार नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा कि हमने जोखिम के साथ बड़ी तादाद में वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर दिया है। दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कुल सात निर्माताओं के साथ इसका उत्पादन किया जा रहा है।
प्रोफेसर हिल का कहना है कि सात निर्माताओं में से तीन ब्रिटेन, दो यूरोप, एक चीन और एक भारत से हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस साल सितंबर या साल के अंत तक इस टीके के 10 लाख डोज उपलब्ध हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि 510 वॉलंटियर्स के साथ तीन चरणों के ट्रायल की शुरुआत हो गई है। उम्मीद है कि तीसरे चरण में 5000 वॉलंटियर्स हमसे जुड़ेंगे।


सीएम से कांग्रेस की 7 सूत्रीय मांग

हल्द्वानी। काग्रेस जिला महामंत्री हेमन्त साहू ने राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में घटिया पीपीई किट सप्लाई करने वालो पर कठोर कार्रवाई करने व कोरोना वार्ड में ड्यूटी कर रहे सभी कर्मचारियों को बेहतर सुविधा देने समेत 7 सूत्रीय मांग का मेल सीएम को भेजा है।


 बिन्दु: 1 हल्द्वानी राजकीय मेडिकल कॉलेज सुशीला तिवारी अस्पताल में कोरोना वार्ड में उपनल कर्मचारियों की जगह स्थाई कर्मचारियों को ड्यूटी में तैनात किया जाये मा. उपनल कर्मचारियों को महज 8300 मासिक वेतन मिलता है जबकि स्थाई कमर्चारियों लगभग 25000 हजार रुपये मिलते हैं जिससे उपनल कर्मचारियों में आक्रोश है अभी तक एक भी स्थाई कर्मचारी की कोरोना वार्ड में तैनाथ नही किया गया।


बिन्दु :2 कुछ कर्मचारियों को पिछले दो माह से वेतन नहीं मिला जिसको भी तत्काल उपलब्ध कराया जाये।


बिन्दु : 3 सभी कर्मचारियों को बेहतर गुणवंता का भोजन उपलब्ध कराया जाये व समय समय पर भोजन की गुणवत्ता की जाँच के आदेश देने की कृपा करें।
बिन्दु : 4 कर्मचारी को सैनिटाइजर क्यों नहीं दिया जा रहा है इसके दोषियों पर कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाये।


 बिन्दु :5 डॉक्टर सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में रोस्टर बनाकर ही ड्यूटी में कमर्चारियों को  लगाया जाये।


 बिन्दु :6 टेंडर के बगैर कोई खरीददारी ना हो साथ ही साथ धांधली बाजी को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाये।


बिन्दु:7 मरीजों की संख्या अधिक हो जाती है तो उससे निपटने के लिए अधिक कर्मचारियों को होटलों में ठहराने और उनके खाने की उचित व्यवस्था के अभी से इंतजाम किए जाये। साहू का कहना कहना पीपीई किट समेत अन्य खरीदारी में सुशीला तिवारी होस्पिलट में हो रही धंधली को रोकना चहिये। साथ ही डॉक्टरों कर्मचारियों को बेहतर से बेहतर सुविधाओं उपलब्ध करने प्रशासन इंतजाम करे जो भी निर्णय हो उसमें उपजिलाधिकारी व सिटी मजिस्ट्रेट को अवगत कराया जाये।


सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया

सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया पंकज कपूर  देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को बदरीनाथ पहुंच कर श्रद्धालुओं की...