रविवार, 23 अगस्त 2020

बंदर ने आंखें बंद कर किया योग, वायरल

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे देख आप हैरान हो जाएंगे। इस वीडियो में एक बंदर ने जिस अंदाज में योग किया है, वह काबिलेतारीफ है। इस योग को आप ध्यान योग भी कह सकते हैं, क्योंकि बंदर ध्यान की मुद्रा में है। इस वीडियो में साफ़ देखा जा रहा है कि एक बंदर जो स्वभाव से काफी चंचल होता है। वह एक जगह स्थिर होकर बैठना पसंद नहीं करता है। अपने स्वभाव के विपरीत जाकर ध्यान योग कर रहा है। इसके लिए वह उस स्थान को चुनता है, जिसे सदियों से ऋषि मुनियों ने चुना है। एक विशालकाय वृक्ष के नीचे बैठकर ध्यान करना।


वीडियो देख ऐसा प्रतीत होता है कि बंदर सुबह के समय ध्यान कर रहा है। बंदर इस बात से पूरी तरह वाकिफ है कि सुबह के समय में ध्यान करना कितना फायदेमंद होता है। इसके लिए वह वृक्ष के नीचे कुर्सी पर बैठने की मुद्रा में बैठकर ध्यान में रमा हुआ है। वीडियो वाकई में बेहद उत्साहवर्धक है। हालांकि, कुछ लोग कह रहे हैं कि बंदर योग नहीं कर रहा है, बल्कि सो रहा है।


इस वीडियो को भारतीय वन सेवा के अधिकारी सुशांत नंदा ने सोशल मीडिया ट्विटर पर अपने अकांउट से शेयर किया है। इसके कैप्शन में उन्होंने लिखा है- इस तरह की शांति में, कोई ध्यान लगाने के अलावा और कुछ नहीं सोच सकता है। सुशांत नंदा के इस वीडियो को खबर लिखे जाने तक तकरीबन 10 हजार लोग देख चुके हैं और 1 हजार लोगों ने लाइक किया है। जबकि कुछ लोगों ने कमेंट्स भी किए हैं, जिसमें उन्होंने बंदर की तारीफ की है। एक यूज़र रजनीश ने लिखा है-भाई, वह ध्यान नहीं कर रहा है, बल्कि सो रहा है। एक अन्य यूज़र अरुण ने लिखा है- निर्वाण की प्राप्ति है।                           


लड़के ने 120 लड़कियों से की शादी

नई दिल्ली। विवाह, जिसे शादी भी कहा जाता है, दो लोगों के बीच एक सामाजिक या धार्मिक मान्यता प्राप्त मिलन है जो उन लोगों के बीच, साथ ही उनके और किसी भी परिणामी जैविक या दत्तक बच्चों तथा समधियों के बीच अधिकारों और दायित्वों को स्थापित करता है। विवाह की परिभाषा न केवल संस्कृतियों और धर्मों के बीच, बल्कि किसी भी संस्कृति और धर्म के इतिहास में भी दुनिया भर में बदलती है। आमतौर पर, यह मुख्य रूप से एक संस्थान है जिसमें पारस्परिक संबंध, आमतौर पर यौन, स्वीकार किए जाते हैं या संस्वीकृत होते हैं।
दोस्तों, अक्सर आपने कहानियों में सुनते एवं पढ़ते आए होंगे की पुराने जमाने में राजा- महाराजाओं की कई रानियां हुआ करती थी।

लेकिन 21वीं शताब्दी में क्या आपने ऐसा सुना है कि किसी व्यक्ति ने 120 शादियां की हो।
जी हां दोस्तों, आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो 58 साल की उम्र तक 120 शादियां कर चुका है और आगे भी शादियां करना चाहता है। जी हां दोस्तों, आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो 58 साल की उम्र तक 120 शादियां कर चुका है और आगे भी शादियां करना चाहता है। बताया जा रहा है कि 58 साल की उम्र के बाद भी इस शख्स को शादी करने का जुनून नहीं उतर रहा है और आगे और भी शादियां करना चाहता है।
सबसे ज्यादा हैरानी की बात तो यह है कि यह शख्स शादी से पहले लड़कियों को सब कुछ बता देता है। इसके बावजूद भी लड़कियां इस से शादी करने को तैयार हो जाती है। तो चलिए जानते हैं इस शख्स के बारे में।
जानकारी के मुताबिक यह शख्स थाईलैंड में रहता है इस शख्स का नाम तंबन प्रैजर्ट है। यहां के कानून के अनुसार यदि आपने 2 शादियां की है तो आपको जेल की सजा हो सकती है इस शख्स के करीब 28 बच्चे हैं। तंबन ने अभी सभी साथियों के बारे में अब जाकर जानकारी दी है। आपको बताते चले कि तंबन का कंस्ट्रक्शन का बिजनेस है। वह स्थानीय राजनीति में भी काफी दखल रखता है और वह एक रसूखदार शख्स है।
तंबन ने अपनी शादियों के बारे में रोचक बात बताते हुए बताया है कि वह जहां पर भी अपना बिजनेस के लिए जाता है वहीं पर एक शादी कर लेता है। पहली बार तंबन की शादी 17 साल के उम्र में हुई थी। बिजनेस के लिए वह थाईलैंड के अलग-अलग इलाकों में जाने लगा और उसके कई लड़कियों से संबंध भी बने। जिसके बाद उसे अजीब सी लत लग गई और वह शादी करने लगा। हैरानी की बात तो यह है कि तंबन अपनी शादी से पहले हर लड़की और उसके मां- बाप को अपनी पिछली शादियों के बारे में बता देता है। मगर इसके बाद भी वह लड़की उससे शादी करने को राजी हो जाती है। बावजूद इसके कोई भी लड़की या मां -बाप शादी से इंकार नहीं करते हैं।                                         

                 

नेतृत्व को चुनौती देना अभी सही नहीं

राणा ऑबरॉय


चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कुछ कांग्रेसी नेताओं के गांधी परिवार नेतृत्व को कथित तौर पर चुनौती देने का विरोध करते हुए कहा कि इस तरह का मुद्दा उठाने का यह सही समय नहीं है। कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि देश के संवैधानिक मूल्यों और लोकतांत्रिक सिद्धांतों को नष्ट करने में लगे भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष की आवश्यकता है।


कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि राजग की सफलता मजबूत व एकजुट विपक्ष के अभाव में है और ऐसे नाजुक समय में कांग्रेस के कुछ नेताओं की संगठन में परिवर्तन की मांग न सिर्फ पार्टी बल्कि देश के हितों के खिलाफ भी होगी। उन्होंने कहा कि देश इस समय न सिर्फ सीमा पार बाहरी खतरों का सामना कर रहा है बल्कि अंदर इसका संघीय ढांचा भी खतरे में है।             


28 को उद्घाटन करेंगे बिहार के 'सीएम'

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी महत्वाकांक्षी नल-जल योजनाओं का 28 को करेंगे उद्घाटन


पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 28 अगस्त को हर घर नल का जल की कई योजनाओं का विधिवत रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन करेंगे। इनमें पंचायती राज, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग तथा नगर एवं विकास विभाग की योजनाएं शामिल हैं। तीनों विभागों द्वारा इसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है।
जानकारी के अनुसार 28 को ही इस योजना के तहत वार्डों में बने शिलापट्ट का भी लोकापर्ण होगा। इस शिलापट्ट पर योजना से संबंधित विस्तृत जानकारी रहेगी। गौरतलब हो कि ग्रामीण क्षेत्रों के एक लाख 14 हजार और शहर के तीन हजार से अधिक वार्डों में योजनाएं चल रही हैं। 70 प्रतिशत से अधिक वार्डों में नल से जल की आपूर्ति पहले ही शुरू कर दी गई है
वहीं कई ऐसे वार्ड हैं, जिनमें कार्य अंतिम चरण में हैं। हालांकि बाढ़ के कारण उत्तर बिहार के कुछ जिलों में काम प्रभावित हुए हैं, पर विभाग का दावा है कि शीघ्र ही उन जिलों में भी काम पूरा कर लिया जाएगा। विभिन्न वार्डों से पंचायत प्रतिनिधियों और अन्य लाभुकों को भी इस उद्घाटन कार्यक्रम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जोड़ने की तैयारी विभाग कर रहा है।             


चुनाव कार्यों से कर्मियों को किया अलग

बिहार विधानसभा चुनाव 2020: 68 दागी अफसर और कर्मी चुनाव कार्य से किए गए अलग, देखिए सूची


पटना। बिहार के 68 दागी अफसर और कर्मियों की सूची जारी कर इन्हें बिहार विधानसभा चुनाव कार्यों से अलग रखने का निर्देश दिया है। जिला निर्वाचन अधिकारियों से आयोग ने इनकी वर्तमान तैनाती की जानकारी भी मांगी है। पिछले विभिन्न चुनावों में संदिग्ध गतिविधि और लापरवाही के आरोपित राज्य के इन कर्मियों परकार्रवाई की गई है।
चुनाव आयोग के निर्देश पर अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रंजीता ने इन दागी अफसरों व कर्मियों की सूची जारी की है। आयोग ने जिला निर्वाचन पदाधिकारी से पूछा है कि वर्तमान में ये कहां तैनात हैं। यदि इनमें से किसी को आयोग के संज्ञान में लाए बिना दोषमुक्त करार दिया गया है तो इसकी जानकारी भी चुनाव आयोग को दी जाए। चुनाव आयोग ने दागी बताए गए सभी अफसर व कर्मियों को चुनाव कार्य से अलग रखने का निर्णय लिया है।
हालांकि, निर्वाचन कार्य के दौरान इन कर्मचारियों-अधिकारियों का नियंत्रण चुनाव आयोग ही करेगा। आयोग की ओर से जारी सूची में शामिल अधिकतर लोगों पर विभागीय कार्रवाई चल रही है और इनमें से कुछ पर दंडात्मक कार्रवाई भी हो चुकी है। चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों से कहा है कि वे इन आरोपित अफसर-कर्मियों के संबंध में 15 दिनों में रिपोर्ट सौंपे, ताकि चुनाव के दौरान इनकी भूमिका के संबंध में निर्णय लिया जा सके।
ये हैं राज्य भर के आरोपित अफसर-कर्मचारी:
मुजफ्फरपुर: कृष्ण कुमार लिपिक, सहकारिता प्रसार पदाधिकारी अवधेश कुमार, पुलिस अवर निरीक्षण बृजलाल प्रसाद, सिपाही रविंद्र कुमार राम, रामानुज चौधरी व रविंद्र कुमार, प्रखंड पंचायती राज अधिकारी गांधी जी चौधरी, बीडीओ मीरा कुमारी शर्मा, बीडीओ जनार्दन तिवारी, सीडीपीओ मीनाक्षी कुमार।
भोजपुर: इंस्पेक्टर रवींद्र राम, डीसीएलआर बुद्ध प्रकाश, एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट सुनीता स्नेहा, कनीय अभियंता समीर कुमार सिंह, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम प्रसाद केसरी, जनसेवक अजय कुमार सिंह, प्रधानाध्यापक कुमार संतोष, उर्दू अनुवादक अशरफ अली, प्रखंड शिक्षक विकास कुमार व बसंत कुमार बीडीओ संजय कुमार पाठक, डीसीएलआर कृष्णमोहन सिंह, सहकारिता पदाधिकारी सुदर्शन राम, सहायक उर्दू अनुवादक सैयद वसीम असरफ, शिक्षक एसी आजाद, सहायक शिक्षक साविल अली, प्रधानाध्यापक दीपक कुमार ओझा व शिक्षक मुकुल कुमार।
शेखपुरा: तत्कालीन प्राध्यापक अजय कुमार चौधरी, रात्रि  प्रहरी योगेंद्र पासवान, कार्यपालक सहायक विनोद कुमार चौधरी, तत्कालीन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी शिवचंद्र बैठा।
लखीसराय: पंचायत शिक्षक सुरेंद्र कुमार, श्रीसागर, सहायक शिक्षक पुरुषोत्तम कुमार यादव, सहायक शिक्षक धर्मवीर कुमार, प्रखंड शिक्षक सुधीर कुमार एसडब्ल्यूओ सन्नी राज, कनीय अभियंता प्रताप कुमार, एएसआई अरविंद प्रसाद, सेक्टर अधिकारी कुमार रणवीर सिंह, अनिल सिंह व सहदेव मंडल।
जहानाबाद: एएसआई महेश कुमार पासवान, महिला सिपाही खुशबू कुमारी, सिपाही संतोष कुमार एक व संतोष कुमार दो व विकास कुमार।
पूर्वी चंपारण: बीडीओ गोपाल कृष्णन, डीटीओ दिलीप कुमार अग्रवाल।
वैशाली: कनीय अभियंता नित्यानंद, विजय कुमार व संजय कुमार सिंह।
दरभंगा: तत्कालीन बीडीओ रवींद्रनाथ, प्रभारी प्राचार्य शिवशंकर मंडल।
 सीवान: आईटी मैनेजर अमित कुमार दास।
मधुबनी: बीडीओ तेज प्रताप त्यागी
गया: बीडीओ आलोक कुमार।
मुंगेर: एमवीआई अनूप कुमार सिंह।
सहरसा: मुकेश दत्त शर्मा।
भभुआ: डीआईओ आलोक राज।
कैमूर: अंचलाधिकारी विजय कुमार सिंह।
मधेपुरा: बीएलओ धर्मेंद्र कुमार।             


कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए निकलेंगी 'वैकेंसी'

सर्टिफिकेट तैयार रखें! बिहार में कंप्यूटर ऑपरेटर्स के लिए बड़े पैमाने पर निकलने वाली है वैकेंसी


पटना। बिहार के सभी अंचलों में कंप्यूटर ऑपरेटर बहाल किए जाएंगे। खासकर अंचलों में बनने वाले आधुनिक रिकॉर्ड रूम में काम करने के लिए इन ऑपरेटरों की बहाली होगी। अत्याधुनिक रिकॉर्ड रूम सह डाटा केंद्र में कम से कम चार ऑपरेटर बहाल किए जाएंगे।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक लगभग 2136 ऑपरेटरों की बहाली होगी। इसके लिए पद वर्ग समिति ने भी पद सृजन का काम मंजूर कर दिया है। बहाली के मामले में जल्द ही प्रस्ताव कैबिनेट भेजा जाएगा। लंबे कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण बहाली की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी थी, लेकिन अब ऑपरेटरों की बहाली का काम कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद शुरू कर दिया जाएगा। मॉडर्न रिकॉर्ड रूम में जमीन के सारे दस्तावेजों का डिजिटल प्रारूप सुरक्षित रखा जाएगा।
राज्य में पहले चरण में 426 अंचलों में यह रिकॉर्ड रूम बनाने का काम चल रहा है। इस वित्तीय वर्ष में 163 अंचलों में रिकॉर्ड रूम सह डाटा केंद्र के निर्माण के पैसे भेज दिए गए हैं। प्रत्येक अंचल में 27. 20 लाख जरूरी उपकरणों की खरीद के लिए दिए गए हैं। भू अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय ने सभी जिलाधिकारियों को इन डिजिटल रिकॉर्ड रूम के निर्माण के लिए पैसे भी भेज दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक 134 अंचलों में डाटा केंद्र के निर्माण का काम पूरा भी हो गया है।
नवनियुक्त ऑपरेटर ऑनलाइन म्यूटेशन, परिमार्जन, जमीन का अपडेटेड नक्शा, आरटीपीएस आदि का काम देखेंगे। इन रिकॉर्ड रूम से जमीन संबंधी दस्तावेजों को डिजिटल प्रारूप में सुरक्षित रखा जाएगा। खतियान की सॉफ्ट कॉपी भी इसी डिजिटल रिकॉर्ड रूम में रहेगी। खतियान का सारा अपडेट रिकॉर्ड रखा जाएगा, जहां से दस्तावेजों का नकल प्राप्त करने में कोई कठिनाई नहीं होगी।  सभी ऑपरेटरों के वेतन पर 66.64 करोड़ रुपए खर्च होंगे।             


ड्रोन का प्रयोग करेगा पाकिस्तानः बीएसएफ

नई दिल्ली। पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास जम्मू एवं कश्मीर के आरएस पूरा और सांबा सेक्टरों में सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर बम गिराने के लिए ड्रोन का प्रयोग करेगा। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के खुफिया विंग ने इस बारे में अलर्ट जारी किया है। भारतीय सेना समेत अन्य सुरक्षा प्रतिष्ठानों को पाकिस्तान की इंटर सर्विसेस इंटिलिजेंस (आईएसआई) की भारतीय क्षेत्र में हमले की योजना के बारे में सूचित किया गया है। बीएसएफ ने अन्य सुरक्षा बलों को इस सप्ताह की शुरुआत में पाकिस्तान की गतिविधि के बारे में अलर्ट किया था। पाकिस्तान ने भारतीय क्षेत्र में बमबारी बढ़ा दी है, जबकि चीन ने पूर्वी लद्दाख में अतिक्रमण किया है। इन दोनों मोर्चो पर युद्ध जैसे हालात पैदा हो गए हैं। जम्मू-कश्मीर में सीमा पर सुरक्षा में लगे बीएसएफ ने ‘आईएसआई की ड्रोन के सहारे भारत में ड्रग्स/हथियार/बारूद पहुंचाने’ की योजना के बारे में भी अलर्ट दिया है। बीएसएफ, पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ भारत की सीमा की रक्षा करने वाली पहली रक्षा पंक्ति है। यह पाकिस्तान के साथ हमारी 2,280 किलोमीटर और बांग्लादेश के साथ 4,096 किलोमीटर की सीमा की रक्षा करता है। एक वरिष्ठ बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि आतंकवादी कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ नहीं कर पा रहे हैं, जिसके बाद जम्मू एवं पंजाब में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास गतिविधियां तेज हो गई हैं।


शनिवार को, बीएसएफ ने पंजाब के तरण तारण सेक्टर में पांच पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया था और इनके पास से हथियार और ड्रग्स बरामद किए गए थे। अधिकारी ने कहा कि पांच सशस्त्र पाकिस्तानी नागरिक शुक्रवार की रात भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर गए थे और बाड़ के पास छुप गए थे। पहले से सचेत बीएसएफ की 103वीं बटालियन ने तरण तारण जिले के अंतर्गत खलरा पुलिस स्टेशन के डल आउटपोस्ट के पास संदिग्ध गतिविधि नोटिस किया था। करीब तड़के 4.45 बजे, शनिवार सुबह, जैसे ही जवानों ने क्षेत्र में तलाशी शुरू की, वहां मौजूद घुसपैठियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। बीएसएफ ने अपनी आत्मरक्षा में गोली चलाई, जिसमें पांच जवानों की मौत हो गई।

20 जून को, जम्मू एवं कश्मीर के कठुआ जिले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास बीएसएफ ने अत्याधुनिक राइफल और कुछ ग्रेनेड से भरे पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया था। यह जम्मू क्षेत्र में इस तरह ही पहली घटना थी, जब हथियार और विस्फोटकों से भरे ड्रोन को बीएसएफ ने मार गिराया था।2019 में, पंजाब पुलिस ने राज्य की सीमा से लगे क्षेत्र में हथियार और बारूद एयरड्रॉप करने वाले पाकिस्तानी ड्रोन को बरामद किया था। बीएसएफ ने इससे पहले पंजाब के साथ लगती अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर कई ऊंची उड़ान भरने वाले ड्रोनों को देखा था।           


सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया

सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया पंकज कपूर  देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को बदरीनाथ पहुंच कर श्रद्धालुओं की...