शनिवार, 5 सितंबर 2020

कोरोना पर नियंत्रण, चिंता की बात नहीं

दिल्ली में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में, चिंता की कोई बात नहीं: केजरीवाल।


पालूराम


नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना का एक बार फिर प्रकोप बढ़ने के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि वायरस की स्थिति नियंत्रण में है, जांच अधिक किये जाने से संक्रमण के मामलों में इजाफा हुआ है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने वीडियो काफ्रेंसिंग के जरिए मीडिया को संबोधित करते हुए यह बात कही।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में ज्यादा कोरोना मामले आने की वजह अधिक संख्या में जांच है। उन्होंने कहा,” अगर हम जांच कम कर देते तो मामले कम हो जाते, लेकिन हमें आंकड़ों की चिंता नहीं है। हमने जांच बढ़ा कर कोरोना पर हमला कर दिया है।” दिल्ली में कल 68 दिन बाद सर्वाधिक 2914 मामले आए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा उनकी सरकार का प्रयास रहा है कि कोरोना के कारण मृत्यु नहीं होनी चाहिए। कल मृतकों की संख्या गिरकर 13 रह गयी जो कुल मामलों का 0.4 प्रतिशत है। ये देश में सबसे कम है। उन्होंने कहा पूरे देश से लोग अपना इलाज कराने दिल्ली आ रहे हैं। यह दिल्ली के लिए बड़े गर्व की बात है कि हमारी स्वास्थ्य व्यवस्था इतनी अच्छी हो गयी है कि देशभर के लोग हमारी स्वास्थ्य व्यवस्था में विश्वास जता रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कोरोना नमूनों की जांच बढ़ाने के लिए बाजारों में और मोहल्ला क्लिनिक में भी जांच शुरू कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि 1600 से ज्यादा मरीज़ अस्पतालों में बाहर के हैं और 3300 मरीज दिल्ली के हैं। केजरीवाल ने कहा ,” लेकिन मुझे आंकड़ों को नहीं आपकी सेहत को ठीक करना है। मरीजों की संख्या से घबराने के जरूरत नहीं है। जिस दिन मौत का आंकड़ा बढ़ने लगेगा, उस दिन चिंता की बात होगी।”
उन्होंने कहा कि लोग संक्रमित तो हो रहे हैं, लेकिन ठीक होने वाली दर में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि पहले 20 हजार जांच करते थे, जिसे बढ़ाकर 40 हजार कर दिया गया है। केजरीवाल ने कहा,”जांच दोगनी करके हमने कोरोना पर हमला किया है।                   


प्रेमी युगल ने खाया जहर, प्रेमी की मौत

 प्रेमी-प्रेमिका ने खाया जहर, प्रेमी की मौत।


संतलाल मौर्य


अयोध्या। रौनाही थाना क्षेत्र प्रेमी-प्रेमिका ने जहर खा लिया, जिसमें प्रेमी की मौत हो गई वहीं प्रेमिका गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है। गांव पूरे खरगी निवासी सोनू उम्र लगभग 22 वर्ष ने अपनी प्रेमिका के साथ घर से फरार होकर शुक्रवार की रात तहसील के निकट एक परिसर में जहर खा लिया। सूचना पाकर पहुंचे युवक के परिजनों ने दोनों को इलाज के लिये सी एच सी सोहावल पहुंचाया। जहां पर हालत गम्भीर देखते हुये जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान प्रेमी युवक की मौत हो गयी।                      


गाजियाबाद में 9 सितंबर से चलेगी मेट्रो

गाज़ियाबाद में 7 से नहीं 9 सितंबर से शुरू होगा मेट्रो का सफर, जानिए क्यों !


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जिले के निवासी मेट्रो का सफर 9 तारीख से शुरू कर पाएंगे। नए नियमों के अंतर्गत मेट्रो का संचालन वैशाली से 9 सितंबर से शुरू किया जाएगा,जबकि नए बस अड्डे से मेट्रो की शुरुआत 10 तारीख से होगी। नए बस अड्डे और कौशांबी मेट्रो स्टेशन पर होने वाली यात्रियों की भीड़ को देखते हुए, इन दोनों स्टेशनों पर मेट्रो के दो-दो गेट खोले जाएंगे। बाकी सभी मेट्रो स्टेशन पर एक एंट्री और एक एग्जिट प्वाइंट दिया जाएगा।
मेट्रो चलने की खबर सुनकर गाजियाबाद के लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। यात्री काफी जागरूक दिखाई दे रहे हैं। उनका कहना है कि सभी प्रोटोकॉल का पालन करेंगे।  आपको बता दें कि गाज़ियाबाद के उन निवासियों के लिए मेट्रो एक बड़ी जरूरत बन चुकी है, जो गाजियाबाद से दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद या ऐसे ही रोजाना कोई लंबा सफर तय करते हैं।                     


संगीत आचार्य का शिष्यों नें सम्मान किया

शिक्षक दिवस पर विशेष – संगीत आचार्य पंडित हरिदत्त शर्मा का शिष्यों ने किया सम्मान।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। यह तन विष की बेल री, गुरु अमृत की खान, सीस दिए जो गुरु मिले,तो भी सस्ता जान’ शिक्षक दिवस के अवसर पर आज, अशोक नगर -नेहरू नगर रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के माध्यम से संगीत आचार्य पंडित हरिदत्त शर्मा को उनके निवास स्थित वी एन भातखंडे संगीत महाविद्यालय में सम्मानित किया गया।
यह सम्मान आचार्य हरी दत्त शर्मा द्वारा निरंतर की जाने वाली संगीत व समाज की सेवाओं के लिए दिया गया। लगभग 40 वर्षों से भी अधिक समय से आप संगीत के माध्यम से निरंतर देश सेवा में कार्यरत हैं। इससे पूर्व भी आपको अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। आप संगीत आचार्य होने के साथ ही एक उत्तम वक्ता, समाज सेवी तथा देशभक्त भी हैं। लगभग पूरा शहर आपके व्यक्तित्व से परिचित है, और आपको गुरुजी कहकर प्रणाम करता है। आपने न जाने कितने ही बच्चों को निशुल्क संगीत की शिक्षा दी है, न जाने कितने ही लोगों को नौकरी पाने में मदद की है। आपका यही विलक्षण व्यक्तित्व हर किसी की नजर में आपको सम्मानित करता है।
कोविड 19 के चलते  सामूहिक कार्यक्रम नहीं हो रहे हैं, अतः एसोसिएशन के सदस्यों द्वारा पंडित हरी दत्त शर्मा के निवास स्थान पर ही आपको यह सम्मान दिया गया। इस आयोजन में समीति के अध्यक्ष अजीत निगम, संरक्षक आर सी मांगलिक व सचिव मोहित गुप्ता सहित नगर के कुछ अन्य सम्मानित व्यक्ति उपस्थित थे।                 


बेरोजगार बीटेक छात्र ने की आत्महत्या

नौकरी की तलाश में आए बी टेक के छात्र ने की आत्महत्या।


 विजय भाटी


गौतमबुध नगर। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण के बीच देश भयंकर मंदी की मार भी झेल रहा है। लंबे लॉकडाउन की वजह से हर महीने लाखों लोग बेरोजगार हो रहे हैं। बेरोजगारी और अंधकारमय भविष्य की वजह से आत्महत्याओं के मामलों में भी ख़ासी वृद्धि हो रही है। नोएडा के सेक्टर-70 में नौकरी की तलाश में 28 वर्षीय बीटेक छात्र शुक्रवार को फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। वह अपने गाँव से भाई के घर आया हुआ था। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची थाना फेज-3 पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
दरअसल, पुलिस के मुताबिक मूलरूप से कानपुर के देवमनपुर घाटमपुर निवासी मृतक अमन सचान (28 वर्ष) बीटेक का छात्र था। वह नौकरी की तलाश में इन दिनों सेक्टर-70 के बी-70 नोएडा में रहने वाले अपने भाई सचिन सचान के घर आया हुआ था।
एसएचओ थाना फेज-3 अमित कुमार सिंह ने बताया, मृतक के भाई और भाभी नोएडा में नौकरी करते हैं। सुबह करीब 9 बजे खाना बनाकर रख गये थे। वहीं जब वापस आये तो देखा कि अमन ने फांसी लगा ली है। मृतक के पास से किसी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। बाकी कारणों का पता लगाया जा रहा है।
मृतक अमन के बड़े भाई के मुताबिक, अमन सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था। उसके बाद अगस्त में प्राइवेट नौकरी की तलाश में नोएडा आया। उसने कभी किसी तरह की कोई परेशानी का जिक्र नहीं किया। यहां वो खुशी से रह रहा था। शाम को जब मैं और मेरी पत्नी नौकरी से वापस आये तो देखा की भाई ने आत्महत्या कर ली है।                  


राष्ट्रपति ने शिक्षिका को किया सम्मानित

रायपुर। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, जेवरा सिरसा, दुर्ग जिले की फिजिक्स व्याख्याता सपना सोनी को अध्यापन कार्य में किए गए नवाचार हेतु आज राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया । आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सपना सोनी के साथ ही देशभर के 47 शिक्षकों को सम्मानित किया।


सपना सोनी शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जेवरा-सिरसा दुर्ग में बतौर लेक्चरर सेवाएं दे रही हैं। राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए छत्तीसगढ़ की सपना का चयन करते हुए जूरी मेंबर ने लिखा है कि सपना सोनी ने अपने शोधपरक मॉडल व सूचना व संचार तकनीक आधारित अध्ययन सामग्र के जरिए उच्चतर माध्यमिक के विद्यार्थियों के लिए विज्ञान व फीजिक्स विषय को आनंदमय व जीवंत बना दिया।                             


गड़बडिय़ों की जांच करेगी योगी 'सरकार'

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद आजम खंड की मुश्किलें हर दिन बढ़ती ही जा रही हैं।  फिलहाल वे सीतापुर जेल में फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में बेटे अब्दुल्ला आजम और पत्नी एसपी विधायक तजीन फातिमा सहित सजा काट रहे हैं। इस बीच योगी सरकार ने समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के द्वारा गाजियाबाद और लखनऊ में बनवाए गए हज हाउस के निर्माण की जांच कराने का फैसला किया है। सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार को पता चला है कि इस विभाग में गड़बड़ियां हुई थीं, जिसके चलते जांच कराने का फैसला लिया गया है।


राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंद गोपाल नंदी ने पीएम जन कल्याण योजना के तहत अल्पसंख्यक विभाग में कराए गए कार्यों की जांच एसआईटी से कराने के आदेश दे दिए हैं। इस विशेष जांच में लखनऊ और गाजियाबाद में हज हाउस के निर्माण की भी जांच कराई जाएगी। बता दें कि इसी साल फरवरी में प्रशासन ने गाजियाबाद में बने हज हाउस को एनजीटी के आदेश पर सील कर दिया था। रिपोर्ट के मुताबिक इसमें सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं था। इस वजह से इससे निकलने वाला पानी हिंडन नदी के पानी को गंदा कर रहा था। इससे पहले रामपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी ने अगस्त महीने के आखिरी दिनों में आजम खान के हमसफर रिजॉर्ट को तोड़ने के लिए नोटिस जारी किया था, जिसमें कहा गया कि सपा सांसद 15 दिनों के अंदर स्वयं अवैध निर्माण को ध्वस्त करें। योगी सरकार के इस फैसले के बाद आजम खान को और बड़ा झटका लगेगा। एसआईटी जांच में आजम खां और उनके करीबियों पर और अधिक शिकंजा कसेगा।           


नौकरी की तलाश में छात्र ने की अत्महत्या

नोएडा। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण के बीच देश भयंकर मंदी की मार भी झेल रहा है। लंबे लॉकडाउन की वजह से हर महीने लाखों लोग बेरोजगार हो रहे हैं। बेरोजगारी और अंधकारमय भविष्य की वजह से आत्महत्याओं के मामलों में भी ख़ासी वृद्धि हो रही है। नोएडा के सेक्टर-70 में नौकरी की तलाश में 28 वर्षीय बीटेक छात्र शुक्रवार को फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। वह अपने गाँव से भाई के घर आया हुआ था। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची थाना फेज-3 पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। दरअसल, पुलिस के मुताबिक मूलरूप से कानपुर के देवमनपुर घाटमपुर निवासी मृतक अमन सचान (28 वर्ष) बीटेक का छात्र था। वह नौकरी की तलाश में इन दिनों सेक्टर-70 के बी-70 नोएडा में रहने वाले अपने भाई सचिन सचान के घर आया हुआ था।


एसएचओ थाना फेज-3 अमित कुमार सिंह ने बताया, मृतक के भाई और भाभी नोएडा में नौकरी करते हैं। सुबह करीब 9 बजे खाना बनाकर रख गये थे। वहीं जब वापस आये तो देखा कि अमन ने फांसी लगा ली है। मृतक के पास से किसी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। बाकी कारणों का पता लगाया जा रहा है। मृतक अमन के बड़े भाई के मुताबिक, अमन सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था। उसके बाद अगस्त में प्राइवेट नौकरी की तलाश में नोएडा आया। उसने कभी किसी तरह की कोई परेशानी का जिक्र नहीं किया। यहां वो खुशी से रह रहा था। शाम को जब मैं और मेरी पत्नी नौकरी से वापस आये तो देखा की भाई ने आत्महत्या कर ली है।             


खुदरा बाजार को 19 लाख करोड़ का घाटा

नई दिल्ली। शायद ही कोई ऐसा सेक्टर हो जिसे कोरोना वायरस और लॉकडाउन ने प्रभावित नहीं किया होगा। इस वैश्विक महामारी ने देश के खुदरा सेक्टर की कमर ही तोड़ दी। व्यापारी संगठन कैट (CAIT) ने दावा किया है कि देश में कोरोना महामारी ने पिछले 5 महीनों में भारतीय खुदरा व्यापार को करीब 19 लाख करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया है। जिससे व्यापारियों को व्यापार घाटा का सामना करना पड़ा। घरेलू व्यापार में उथल-पुथल का आलम यह है कि लॉक डाउन खुलने के 3 महीने के बाद भी देश भर में व्यापारी भारी वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं। दुकानें खोलने की इजाजत तो मिली लेकिन ग्राहकों के बिना दुकाने सूनी पड़ी या बहुत कम ग्राहक दुकानों तक पहुंच रहे हैं।


इस विपदा से जूझ रहे व्यापारियों को कई प्रकार की वित्तीय जिम्मेदारियों को भी पूरा करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ ई-कॉमर्स कंपनियां गैर अनुमति वाली वो सब तरीके अपना रही हैं जिससे देश के खुदरा व्यापारियों को व्यापार से बाहर किया जा सके। कैट का दावा है कि रिटेल बाजार में पैसे का संकट अभी भी पुरी तरह बरक़रार है। नवम्बर -दिसंबर के दिए हुए माल का भुगतान जो फरवरी -मार्च तक आ जाना चाहिए था वो भुगतान अभी तक बाज़ार में नहीं हो पाया है। जिसकी वजह से कइयों का व्यापार का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है।


देश के 20 प्रमुख शहरों से मिले आंकड़ो के आधार पर खुदरा बाजार की सेहत तय की जाती है
कनफेडेरशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आंकड़े जारी करते हुए कहा कि देश भर में रिटेल बाज़ार विभिन्न राज्यों के 20 प्रमुख शहरों से आँका जाता है। दरअसल ये शहर राज्यों में सामान वितरण के लिए बड़े केंद्र हैं। ये 20 शहर है- दिल्ली, मुंबई, कलकत्ता, हैदराबाद, चेन्नई, नागपुर, रायपुर, भुवनेश्वर, रांची, भोपाल, सूरत, लखनऊ, कानपुर, जम्मू, कोचीन, पटना, लुधियाना, चंडीगढ़, अहमदाबाद, गुवाहाटी। व्यापारियों के नुकसान का आंकड़ा इन शहरों से बातचीत करने के बाद बनी रिपोर्ट के आधार पर तैयार किया गया। कैट ने आशंका जताई हैं कि फ़िलहाल इस कोविड 19 के प्रभाव से नहीं उबरने की कोई उम्मीद की किरण नहीं दिख रही है।
करीब 20 फीसदी दुकानों पर ताला लगने का डर


कनफेडेरशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि देश में घरेलू व्यापार अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहा है और रिटेल व्यापार पर चारों तरफ से बुरी मार पड़ रही है। यदि तुरंत इस स्थिति संभालने के लिए जरूरी कदम नहीं उठाये गए तो देश भर में करीब 20% दुकानों को बंद करने पर मजबूर होना पड़ेगा। दुकाने बंद होने की स्थिति में बड़ी संख्यां में बेरोजगारी भी बढ़ सकती है।


व्यापारियों को किस महीने, कितना व्यापार घाटा हुआ
कोविड 19 की वजह से देश के घरेलू व्यापार को अप्रैल में करीब 5 लाख करोड़ का नुकसान हुआ। जबकि मई में लगभग साढ़े चार लाख करोड़ रुपये,जून महीने में लॉकडाउन हटने के बाद लगभग 4 लाख करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा। जुलाई में लगभग 3 लाख करोड़ और अगस्त माह में 2 .5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान व्यापारियों को उठाना पड़ा।


इन कारणों से खुदरा और थोक बाज़ारों में सन्नाटा पसरा हुआ
जानलेवा कोरोना वायरस ने आम जनता पर दहशत फैला रखी है। डर ही है जिसके कारण स्थानीय ग्राहक बाज़ारों में नहीं आ रहे हैं। ऐसे लोग जो पडोसी राज्यों या शहरों से सामान खरीदते रहे हैं वे लोग भी कोरोना से भयभीत है और दूरी बनाए हुए है। इसके अलावा एक राज्य से दूसरे राज्य में अंतर-राज्यीय परिवहन, रेल आदि की उपलब्धता न होने के कारण भी थोक बाज़ारों में सन्नाटा पसरा हुआ है। मसलन दिल्ली में प्रतिदिन 5 लाख व्यापारी देश के अन्य राज्यों से आते थे लेकिन इनमें से अधिकांश व्यापारी या ग्राहक नहीं आ रहे हैं।


व्यापारियों ने केंद्रीय वित्त मंत्री से की ये अपील
व्यापारी संगठन कैट ने केंद्र और सभी राज्य सरकारों से अपील की है कि वे व्यापारियों के मौजूदा हालातों के अनुसार कदम उठाए। सरकारें देश के रिटेल व्यापार को दोबारा स्थापित करने के लिए आवश्यक कदम उठायें। यदि देश में 20 प्रतिशत दुकानें बंद हो गई तो इसका एक बड़ा खामियाजा देश की अर्थव्यवस्था को भुगतना पड़ेगा। केंद्र ही नहीं राज्य सरकारों के आर्थिक बजट भी पूरी तरह प्रभावित होंगे। कैट ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से अपील की है कि इस संकट काल में बैंकों द्वारा व्यापारियों पर ब्याज देने का दबाव नहीं डाला जाए। और ना ही जुर्माना लगाया जाना चाहिए। सरकार को इसके लिए बैंकों को निर्देशित करना चाहिए।


सेना हटानी पड़ेगी, चीन को दो टूक

नई दिल्ली। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीनी रक्षा मंत्री वेई फेंगही के बीच शुक्रवार को मॉस्को में मुलाकात हुई। करीब 2 घंटे 20 मिनट चली इस बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है। दरअसल पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव के हालात के बाद ये दोनों नेताओं की पहली फेस टू फेस बैठक थी। कहा जा रहा है कि पिछले चार महीनों से दोनों देशों की सेना LAC पर आमने-सामने है। ऐसे में इस बैठक में तनाव कम करने पर चर्चा हुई। दोनों नेता शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन के लिए रूस पहुंचे हैं। इससे पहले भारत के विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रिंगला ने शुक्रवार को कहा था कि सीमा पर हालात अभूतपूर्व हैं।


क्या बात हुई दोनों नेताओं के बीच?
सूत्रों के मुताबिक बातचीत के दौरान सिंह ने पूर्वी लद्दाख में यथास्थिति को बनाए रखने की बात कही। इसके अलावा उन्होंने सैनिकों को तेजी से हटाने के मुद्दे पर भी जोर दिया। उन्होंने साफ कहा कि शांति के लिए चीन को सेना पीछे हटानी ही होगी।


दरअसल पिछले हफ्ते पैंगोंग त्सो झील में हुई तकरार के बाद विवाद और ज्यादा बढ़ गया है। भारतीय सेना ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को पीछे ढकेल रणनीतिक रूप से एक अहम पोस्ट पर कब्जा कर लिया है। ऐसे में भारत के पलटवार से चीन बौखलाया हुआ है। उधर चीन पैंगोंग त्सो के उत्तरी घाट और गोगरा पोस्ट से पीछे हटने को तैयार नहीं है।
राजनाथ सिंह की अपील


भारतीय प्रतिनिधिमंडल में रक्षा सचिव अजय कुमार और रूस में भारत के राजदूत डीबी वेंकटेश वर्मा भी थे। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एससीओ में अपने संबोधन में कहा कि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए विश्वास का माहौल, गैर-आक्रामकता, अंतरराष्ट्रीय नियमों के प्रति सम्मान और मतभेदों का शांतिपूर्ण समाधान जरूरी है। रक्षा मंत्री के इस बयान को पूर्वी लद्दाख में भारत के साथ सीमा विवाद से जोड़ कर देखा जा रहा है। बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर भी अगले सप्ताह एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने रूस जा सकते हैं।


सीमा पर हालात अभूतपूर्व
इससे पहले शुक्रवार को विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि सीमा पर पिछले 40 सालों में कभी भी ऐसे हालात नहीं बने थे। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘भारत-चीन सीमा पर अभूतपूर्व हालात हैं। 1962 के बाद से हमारे सामने इस तरह की स्थिति कभी नहीं रही। हमने पहली बार अपने जवानों को खोया है, जो पिछले 40 वर्षों में कभी नहीं हुआ। जहां तक हमारा संबंध है, हमारी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता में कोई समझौता नहीं होगा। लेकिन, एक जिम्मेदार राष्ट्र के रूप में, हम हमेशा बात करने के लिए तैयार हैं।              


छत्तीसगढ़ः सड़क हादसे में 7 लोगों की मौत


रायपुर। पांच सितंबर छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में सड़क दुर्घटना में सात मजदूरों की मौत हो गई है तथा सात अन्य घायल हो गए हैं। रायपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यहां बताया कि रायपुर शहर के तेलीबांधा पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत सेरीखेड़ी गांव के करीब बस और ट्रक के बीच हुई टक्कर में बस में सवार सात मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई है तथा सात अन्य घायल हो गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि


पांच सितंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में सड़क दुर्घटना में सात मजदूरों की मौत हो गई है तथा सात अन्य घायल हो गए हैं। रायपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यहां बताया कि रायपुर शहर के तेलीबांधा पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत सेरीखेड़ी गांव के करीब बस और ट्रक के बीच हुई टक्कर में बस में सवार सात मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई है तथा सात अन्य घायल हो गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पड़ोसी राज्य ओडिशा के 59 मजदूर एक बस में सवार होकर गुजरात के लिए रवाना हुए थे। जब बस सेरीखेड़ी गांव के करीब पहुंची तब वह ट्रक से टकरा गई। इस घटना में सात मजूदरों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर घटनास्थल के लिए पुलिस दल रवाना किया गया। पुलिस ने शवों को और घायलों को अस्पताल भेजा है। उन्होंने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली है कि ओडिशा के गंजाम जिले के निवासी मजदूर गुजरात के सूरत में कपड़ा मिल में काम करने जा रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है तथा मामले की जांच की जा रही है।           



युवा आईपीएस सिंघम जैसे दिखावा ना करें

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए युवा आईपीएस अधिकारियों को सलाह दी है कि ‘सिंघम’ की तरह फिल्मों से प्रभावित न हों। उन्होंने कहा कि कुछ पुलिसकर्मी पहले दिखावा करने में लग जाते हैं और पुलिसिंग के मुख्य पहलू की अनदेखी कर देते हैं। उन्होंने कहा, “कुछ पुलिसकर्मी जो नयी ड्यूटी पर पहुंचते हैं वह ‘सिंघम’ जैसी फिल्मों को देखकर दिखावा चाहते हैं। लोगों को डराना चाहते हैं और असामाजिक तत्वों को मेरा नाम सुनकर ही कांपना चाहिए, यह उनके दिल और दिमाग पर छा जाता है और इसकी वजह से जिन कामों को किया जाना चाहिए वह पीछे छूट जाते हैं। सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में 2018 बैच के प्रोबेशनल्स आईपीएस अधिकारियों को ऑनलाइन संबोधित कर रहे प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को इन अधिकारियों को चेताया भी कि किसी तरह के गलत कृत्य में शामिल न हों।

कोरोना महामारी में पुलिस बलों की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान पुलिस का मानवीय चेहरा नजर आया और सुरक्षाकर्मियों ने सराहनीय काम किया। मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस संकट के समय पुलिस ने लोगों को जागरुक करने के लिये गाने गाए, गरीबों को भोजन उपलब्ध कराया और मरीजों को अस्पताल पहुंचाने का काम किया। उन्होंने कहा कि लोग इन दृश्यों के गवाह बने। कोरोना वायरस के दौरान, मानवता ने खाकी वर्दी के जरिये काम किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंक प्रभावित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के लोगों की प्रशंसा करते हुए कहा कि माओं और बच्चों के साथ मिलकर महिला पुलिसकर्मी युवाओं को ‘गलत रास्ते’ पर जाने से रोक सकती हैं। उन्होंने आगे कहा, ‘हमारी महिला पुलिस अधिकारी प्रभावी रूप से ऐसा कर सकती हैं। हमारा महिला बल माओं को शिक्षित करने में और उनके बच्चों को वापस लाने में प्रभावी रूप से काम कर सकता है। मुझे विश्वास है कि अगर आप शुरुआती चरण में ही ऐसा करते हैं तो हम अपने बच्चों को गलत रास्तों पर जाने से रोक सकते है।

सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया

सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया पंकज कपूर  देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को बदरीनाथ पहुंच कर श्रद्धालुओं की...