शुक्रवार, 11 अक्तूबर 2019

घोटाले में पूर्व पाक प्रधानमंत्री गिरफ्तार

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने पाक के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले पाकिस्तान के राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने चौधरी शुगर मिल घोटाला मामले में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।डॉन न्यूज के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि एनएबी के अध्यक्ष ने मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया और लाहौर ब्यूरो की एक टीम शुक्रवार को कोट लखपत जेल में उनसे मिलेगी और उनकी फिजिकल रिमांड के लिए उन्हें जवाबदेही अदालत में ले जाएगी।


शरीफ अल-अजीजिया मिल्स भ्रष्टाचार मामले में सात साल जेल की सजा काट रहे हैं। एनएबी ने पहले से ही चौधरी शुगर मिल मामले में उनकी बेटी मरियम नवाज और भतीजे यूसुफ अब्बास को गिरफ्तार कर लिया है।
ये दोनों 23 अक्टूबर तक न्यायिक रिमांड पर हैं। एनएबी ने मुख्य रूप से मरियम पर चीनी मिलों के शेयरों की बिक्री/खरीद की आड़ में मनी लॉ्ड्रिरंग में शामिल होने का आरोप लगाया है।इसने कहा कि वह 2008 में मिलों की सबसे बड़ी शेयरधारक बन गईं, जिनके पास 1.2 करोड़ से अधिक के शेयर थे और उनकी संपत्ति उनकी आय से अधिक नहीं पाई गई थी।


भारत के अमीर लोगों की नई सूची

मुंबई। भारत के सबसे अमीर लोगों की नई सूची सामने आ गई है। फोर्ब्स ने भारत के टॉप 100 सबसे अमीर लोगों की सूची जारी कर दी है, जिसमें पिछले कुछ सालों की तरह इस साल भी टॉप पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी बरकरार हैं। लगातार 12वें साल मुकेश अंबानी फोर्ब्स इंडिया की सबसे अमीर भारतीय टॉप 100 की सूची में टॉप पर काबिज हैं। करीब 4 मिलियन अमेरिकी डॉलर की बढ़ोतरी के साथ मुकेश अंबानी 51.4 बिलियन की कुल संपत्ति के साथ टॉप पर बरकरार हैं। वहीं गौतम अडानी ने 8 अंकों की बड़ी छलांग लगाई है और इस सूची में दूसरा स्थान हासिल किया है। इसके अलावा उदय कोटक ने पहली बार टॉप 5 में जगह बनाई है। इस्पात निर्माता कंपनी आर्सेलर के मालिक लक्ष्मी मित्तल फोर्ब्स की इस लिस्ट में काफी नीचे आ गए हैं। पिछले साल इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर रहने वाले लक्ष्मी मित्तल 6 पायदान खिसकर 9वें नंबर पर आ गए हैं। फोर्ब्स इंडिया के मुताबिक, स्टील की मांग और उसकी कीमतों में गिरावट की वजह से ऐसा हुआ है। वहीं टॉप टेन में इस बार अजीम प्रेमजी भी नहीं हैं। तो चलिए देखते हैं सबसे अमीर 100 लोगों की पूरी लिस्ट।


भारत के 10 सबसे अमीर शख्स


teligram
मुकेश अंबानी:      51.4 बिलियन
गौतम अडानी:     15 .7 बिलयन
हिन्दुजा ब्रदर्स:    15.6 बिलियन
पी मिस्त्री:         15 बिलियन
उदय कोटक:    14.8 बिलियन
शिव नाडर:       14.4 बिलियन
राधाकृष्णन दमानी:   14.3 बिलियन
गोदरेज फैमिली:   12 बिलियन
लक्ष्मी मित्तल:   10.5 बिलियन
कुमार बिरला:   9.6 बिलियन


विवादित जमीन सौंप देनी चाहिए

नई दिल्ली। आयोध्या मामले में चल रहे विवाद और सुनवाई के बीच अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर) जमीर उद्दीन शाह का बड़ा बयान आया है। लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर) जमीर उद्दीन शाह ने गुरुवार को कहा कि मुस्लिमों को अयोध्या में विवादित जमीन राम मंदिर के लिए हिन्दू भाइयों को सौंप देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द सुनिश्चित करने के लिए अयोध्या में विवादित भूमि को 'सद्भावना संकेत' के रूप में राम मंदिर निर्माण के लिए हिंदुओं को सौंप देनी चाहिए। जमीर उद्दीन शाह ने कहा कि अगर मुस्लिमों के पक्ष में भी सुप्रीम कोर्ट का फैसला आता भी है तो देश में शांति कामय करने के लिए मुसलमानों को हिंदू भाइयों को जमीन सौंपनी चाहिए। इसका एक समाधान होना चाहिए नहीं तो हम लड़ते रह जाएंगे। मैं अदालत के बाहर निपटारे का पुरजोर समर्थन करता हूं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को स्पष्ट फैसला देना चाहिए। इसे पंचायती नहीं होना चाहिए। अगर सुप्रीम कोर्ट मुस्लिमों के पक्ष में फैसला दे भी देता है तो क्या मस्जिद बनाना संभव होगा? मैं मानता हूं कि यह कतई मुमकीन नहीं होगा।


शाह गुरुवार को लखनऊ में एक सत्र में शामिल हुए थे, इंडियन मुस्लिम फॉर पीस' नाम के एक संगठन ने गुरुवार को गोमतीनगर स्थित एक होटल में बैठक की थी। इसमें प्रस्ताव पारित किया गया कि करोड़ों हिन्दुओं की आस्था को देखते हुए विवादित जमीन राम मंदिर निर्माण के लिए दे दी जाए। बैठक में कुल चार प्रस्ताव पारित हुए, जिन्हें बाबरी मस्जिद के पक्षकार सुन्नी वक्फ बोर्ड के जरिए सुप्रीम कोर्ट की मध्यस्थता कमेटी को भेजा जाएगा। यह बैठक अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति ले.जनरल जमीरुद्दीन शाह की अध्यक्षता में हुई। बाद में प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुसलमान सुप्रीम कोर्ट से मुकदमा जीत भी गए तो वहां पर मस्जिद नहीं बना पाएंगे। क्योंकि अदालतें लोगों के जज्बात से बड़ी नहीं होती हैं। वतन में भाईचारा बनाए रखने और अमन के लिए जमीन उपहार के तौर पर हिन्दू भाइयों को दे देनी चाहिए।


करोड़ों दिलों पर राज करते है अमिताभ

मुंबई। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन का आज 77वां जन्मदिन मना रहे है। महानायक का जन्म 11 अक्टूबर 1942 को प्रयागराज ( उत्तर प्रदेश ) में हुआ था। अमिताभ बच्चन कई दशकों से पर्दे पर अपने दमदार अभिनय से अमिताभ करोड़ों लोगों के दिल में बसे हुए हैं। पर्दे पर अलग-अलग किरदार को जीवंत बना देने वाले अमिताभ के असल जीवन की कहानी भी किसी सुपरहिट फिल्म की स्क्रिप्ट से कम नहीं है। बॉलीवुड महानायक अमिताभ बच्चन बीते 5 दशकों से फिल्म इंडस्ट्री में अपना दबदबा बनाए हुआ हैं। साल 1969 में फिल्म 'सात हिन्दुस्तानी' से अपने करियर की शुरुआत की। हालांकि ऐसा नहीं है कि अमिताभ बच्चन ने अपनी पहली ही फिल्म से कोई ऐसा कमाल कर दिया हो। अपने शुरुआती दौर में उन्हें एक या दो नहीं बल्कि 12 फ्लॉप फिल्मों का सामना करना पड़ा था। लेकिन इसके बाद जब अमिताभ की हिट फिल्मों का सिलसिला शुरू हुआ तो उन्होंने एक अलग ही रिकॉर्ड बना दिया। अमिताभ बच्चन के बाद इस इंडस्ट्री में कई सुपरस्टार आए और गए। बॉक्स ऑफिस पर एक के बाद के न जाने कितने ही रिकॉर्ड बने और टूटे लेकिन अमिताभ बच्चन की फिल्मों ने जो रिकॉर्ड बनाए वो कोई भी स्टार नहीं तोड़ पाया।


शुरुआती करियर में कई फ्लॉप फिल्में देने के बाद 1973 में 'जंजीर' फिल्म की सफलता ने अमिताभ बच्चन की ही नहीं हिंदी सिनेमा की भी तस्वीर बदल दी। उसके बाद तो करीब अगले 4 सालों में ही 1977 तक अमिताभ बच्चन ने 'अभिमान', 'नमक हराम', 'कसौटी', 'मजबूर', 'दीवार', 'शोले', 'चुपके-चुपके', 'मिली', 'कभी-कभी', 'दो अनजाने', 'हेरा-फेरी', 'अदालत', 'खून पसीना', 'परवरिश' और 'अमर अकबर एंथनी' जैसी 15 शानदार फ़िल्में देकर सफलता और लोकप्रियता का नया इतिहास लिख दिया।


इसके बाद 1978 में एक वह दौर आया जब अमिताभ बच्चन ने एक महीने में ही लगातार चार सुपरहिट फिल्में दीं। अमिताभ ने इस वक्त एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया जो अभी तक कोई भी दूसरा हीरो नहीं बना पाया है। ये 4 हफ्ते थे 21 अप्रैल से 12 मई 1978 तक के इस दौरान मुंबई में पहले 21 अप्रैल को अमिताभ बच्चन की 'कसमे वादे' रिलीज हुई. उसके अगले हफ्ते 28 अप्रैल को 'बेशर्म' रिलीज हुई। फिर 5 मई को 'त्रिशूल' लगी तो उसके बाद 12 मई को 'डॉन' रिलीज़ हुई. सबसे बड़ी बात ये है कि ये चारों फिल्में हिट रहीं।


रक्षा मंत्री के पक्ष में आया पाकिस्तान

नई दिल्ली। एक तरफ जहां पकिस्तान के प्रधानमंत्री धारा 370 हटने के बाद से बौखलाए हुए और सभी देशो से मदद मांगने की कोशिश कर रहे है तो वहीं पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने गुरुवार को 'राफेल शस्त्र पूजा' को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि 'राफेल पूजा में कुछ भी गलत नहीं है क्योंकि यह धर्म के अनुसार है।' गौरतलब है कि दशहरे के दिन जब फ्रांस में रक्षा मंत्री को राफेल लड़ाकू विमान सौंपा जा रहा था, उस समय राजनाथ सिंह ने उसकी पूजा की थी। क्योंकि दशहरे के दिन शस्त्रों की पूजा की जाती है। जिसके बाद से ही विपक्ष ने उनपर निशाना साध रहा है। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने गुरुवार को ट्वीट किया कि 'राफेल पूजा में कुछ भी गलत नहीं हैं क्योंकि यह धर्म के अनुसार है। कृपया, याद रखें यह अकेली मशीन नहीं जो मायने रखती है असल में उस मशीन को संभालने वाले व्यक्ति की क्षमता, जुनून और संकल्प मायने रखता है। हमें हमारे पीएएफ शहीदों पर गर्व हैं।'


पाकिस्तान की तरफ से यह बयान उस समय आया है जब दोनों दक्षिण एशियाई मुल्कों के बीच तनाव अपने चरम पर हैं। भारत द्वारा जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे पर की गई कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान में रोष का माहौल है। राजनाथ सिंह ने आठ अक्तूबर को फ्रांसीसी बंदरगाह शहर बोर्डोक्स में 36 फ्रांसीसी निर्मित राफेल लड़ाकू जेट में से पहला राफेल लड़ाकू जेट प्राप्त किया था और विजयादशमी के शुभ अवसर पर 'शस्त्र पूजा' की। उन्होंने राफेल विमान को 'ओम' से अलंकृत किया और उसपर फूलों, नारियल और नींबू को बुरी नजर से बचाने के लिए रख दिया। इस आयोजन के बाद, सिंह ने पूजा को लेकर सोशल मीडिया पर और कांग्रेस पार्टी से भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजनाथ सिंह की शस्त्र पूजा को 'तमाशा' बताया था। कांग्रेस नेता उदित राज ने भी आपत्ति जताते हुए कहा कि भारत में 'अंधविश्वास' जिस दिन समाप्त हो जाएगा, देश अपने खुदके फाइटर जेट बनाना शुरू कर देगा।


भाजपा विधायक को सुनाई सजा

नई दिल्ली। किसी नेता और विधायक के खिलाफ अगर कहीं मुकदमा चल रह हो तो कोई बड़ी बात नहीं, लेकिन अगर किसी नेता या विधायक सजा मिल जाये तो ये बड़ी बात हो सकती है। हम बात कर रहे गुजरात के भाजपा विधायक शशिकांत पांड्या की जिनको 21 साल पुराने मामले में कोर्ट ने सजा सुनाई है। भाजपा विधायक को बनासकांठा जिले की एक अदालत ने तीन माह जेल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही उन पर 500 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। विधायक को यह सजा 21 साल पहले सरकारी कामकाज में बाधा डालने के मामले में सुनाई गई है। अदालत ने उन्हें जमानत दे दी है ताकि वह ऊपरी अदालत में अपील दाखिल कर सकें। पांड्या के खिलाफ साल 1998 में डीसा नगरपालिका के कर्मचारियों को उनके कामकाज में अवरोध पैदा करने के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। हालांकि कोर्ट ने सबूतों के अभाव में संदेह का लाभ देते हुए उन्हें तीन मामलों में बरी कर दिया।


वैष्णो देवी से लौट रहे 7 की मौत

नई दिल्ली। नरोरा में गांधी घाट पर श्मशान घाट के रास्ते के किनारे सो रही चार महिलाओं और तीन बच्चियों की एक यात्री बस की चपेट में आने से मौत हो गई। सभी लोग वैष्णो देवी के दर्शन कर लौट रहे थे। रात्रि में करीब ढाई बजे बस गांधी घाट पर आकर रुकी। सुबह गंगास्नान कर वापस लौटने के इरादे से सभी यात्री इधर-उधर सो गए जबकि मृतक सभी सातों श्मशान घाट के रास्ते के किनारे सड़क पर चटाई डाल कर लेट गए थे। एसडीएम संजय कुमार, सीओ विक्रम सिंह व नरोरा आसपास थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई है। परिजनों के आने का इंतजार किया जा रहा है। मृतकों में सभी रिश्तेदार बताए जा रहे हैं।


भाजपा मंडल अध्यक्ष का चुनाव नियत

आकाशुं उपाध्याय


गाजियाबाद। भारतीय जनता पार्टी जिला गाजियाबाद के जिला अध्यक्ष बसंत त्यागी एवं जिला महामंत्री दिनेश सिंघल द्वारा संयुक्त बयान जारी कर आप सभी को सार्वजनिक सूचना के अनुसार अवगत कराया जाता है कि जिला गाजियाबाद में मोदीनगर विधानसभा के सभी मंडलों, लोनी विधानसभा के सभी मंडलों एवं डासना व जलालाबाद मंडल में आगामी 13 अक्टूबर को पार्टी के संगठनात्मक चुनाव संपन्न कराए जाएंगे। जिसमें पार्टी द्वारा आगामी कार्यकाल के लिए सभी मंडलों के मंडल अध्यक्ष चुने जाएंगे। 


इस चुनावी प्रक्रिया में प्रातः 11:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक नामांकन पत्र जमा होंगे तथा 2:00 बजे से 3:00 बजे तक नामांकन वापस लिया जा सकेगा। 
सभी मंडलों के मंडल चुनाव अधिकारी व मंडल सहचुनाव अधिकारी अपने-अपने मंडलों के नियत स्थान पर इस चुनावी प्रक्रिया को संपन्न कराएंगे।


लाभ की संभावनाएं बन रही है:मिथुन

राशिफल


मेष-राशि के जातकों के लिए शुक्रवार का दिन शानदार रहेगा। भावनात्मक रिश्तों से जुड़ें मामलों में शुभ समाचार मिलने की उम्मीद है। आप जो भी फैसला करेंगे आज पूरे होंगे और साझेदारी के कार्य निर्बाध संपन्न होंगे।


वृषभ-राशि के जातकों के लिए आज का दिन थकान भरा रहेगा। जल्दबाजी में किसी भी फैसले से बचें। प्रियजनों के लिए समय निकालने की कोशिश करेंगे।


मिथुन-राशि के जातकों के लिए आज का दिन शुभ रहेगा। कारोबार के सिलसिले में की गई यात्रा लाभदायक रहेगी। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा। धन लाभ की संभावनाएं भी बन रही हैं।


कर्क-राशि के जातकों के लिए आज का दिन शुभ रहेगा, खासतौर पर छात्रों के लिए दिन शानदार रहेगा। परीक्षा के परिणाम आशा के अनुरूप आएंगे। पारिवारिक जीवन सुचारु रहेगा। नौकरीपेशा जातकों को कार्यस्थल पर सम्मान मिलेगा।


सिंह-राशि के जातकों के लिए आज दिन सामान्य रहेगा। नौकरी में हालात सुधरेंगे। किसी पुराने दोस्त से मुलाकात हो सकती है। इसके साथ ही धन लाख की संभावनाएं भी है।


कन्या-राशि के जातकों का दिन परेशानी भरा रहेगा। काम पूरे करने में विफल मिलेगी। कारोबार में किसी तरह की हानि हो सकती है। वित्तीय बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।


तुला-राशि के जातकों के लिए आज का दिन शुभ रहेगा। कार्यस्थल पर बड़े अधिकारी से प्रोत्साहन मिलेगा। सहकर्मी और सहयोगी आपकी बातों को आसानी से समझेंगे। पुराने धन की प्राप्ती के योग बन रहे हैं।


मकर-राशि के जातकों के लिए आज का दिन भागदौड़ वाला रहेगा। सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर रहेंगे। पैसे कमाने के नए जरिए बनेंगे। कारोबार में लाभ होने की संभावना है।


धनु-राशि के जातकों के लिए आज का दिन शुभ रहेगा। कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों के बीच प्रसिद्ध होंगे। जीवनसाथी की सेहत प्रभावित हो सकती है। कारोबार में स्थिति मजबूत होगी।


मकर- राशि के जातकों के लिए का दिन सामान्य रहेगा। आज आपके किए गए सभी कार्य आसानी से पूरे हो जाएंगे। बुरे कार्यों का परिणाम अच्छा नहीं मिलेगा। धन का व्यय अधिक होगा।


कुंभ-कुंभ राशि के जातकों के लिए दिन शुभ रहेगा।आत्मविश्वास को फिर हासिल करेंगे। आर्थिक मामले सुधार होगा। प्रेम संबंध मजबूत होंगे। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा।


मीन-मीन राशि के जातकों के लिए आज का दिन शुभ रहेगा। समाज में मान-सम्मान में इजाफा होगा। शत्रुओं पर विजय मिलेगी। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा. धन प्राप्ती के योग बन रहे हैं।


'मानद नागरिकता' की प्रक्रिया

कुछ देश उन लोगों को "मानद नागरिकता" प्रदान करते हैं, जिन्हें विशेष रूप से सराहनीय या प्रशंसनीय माना जाता है।


राष्ट्रपति की मंजूरी और संयुक्त राज्य कांग्रेस अधिनियम के द्वारा, मानद नागरिकता केवल सात व्यक्तियों को दी गयी है।


कनाडा की मानद नागरिकता के लिए संसद के सर्वसम्मति से अनुमोदन की आवश्यकता होती है। गिने चुने लोग जिन्हें कनाडा की मानद नागरिकता दी गयी है, वे हैं 1985 में राउल वालेन्बर्ग पोस्थुमोसली, 2001 में नेल्सन मंडेला, 14 वें दलाई लामा, 2006 में तेनजिन ग्यात्सो, 2007 में ऑंग सेन सू क्यी और 2009 में प्रिंस करीम आगा खान।


2002 में दक्षिण कोरिया ने डच फुटबॉल (सॉकर) कोच गूस हिडिंक को मानद नागरिकता दी जिन्होंने सफलतापूर्वक और अप्रत्याशित रूप से राष्ट्रीय टीम को 2002 फीफा विश्व कप में पहुंचा दिया. 2006 में एक ब्लैक कोरियन अमेरिकी फुटबॉल खिलाडी हिनेस वार्ड को भी मानद नागरिकता से सम्मानित किया गया, क्योंकि उन्होंने हाफ-कोरियंस के खिलाफ कोरिया में भेदभाव को कम करने का प्रयास किया था।


अमेरिकी अभिनेत्री एंजेलिना जोली को 2005 में उनके मानवतावादी प्रयासों के लिए कम्बोडिया की मानद नागरिकता से सम्मानित किया गया।


क्रिकेटर मैथ्यू हेडन और हर्शल गिब्स को 2007 क्रिकेट विश्व कप में उनकी रिकॉर्ड तोड़ पारी के लिए 2007 में सेंट किट्स और नेविस की मानद नागरिकता से सम्मानित किया गया।


जर्मनी में मानद नागरिकता शहरों, कस्बों और कभी कभी संघीय राज्यों के द्वारा प्रदान की जाती है। मानद नागरिकता व्यक्ति की मृत्यु के साथ समाप्त हो जाती है, या असाधारण मामलों में, इसे शहर, कस्बे या राज्य की संसद या परिषद के द्वारा वापस ले लिया जाता है। युद्ध के अपराधियों के मामले में, ऐसे सभी सम्मान 12 अक्टूबर 1946 को "जर्मनी की मित्र नियंत्रण परिषद के अनुच्छेद VIII, खंड II, अक्षर i" के द्वारा ले लिए गए। कुछ मामलों में, मानद नागरिकता को 1989/90 को GDR के पतन के बाद पूर्व GDR सदस्यों जैसे एरिच होनेकर से ले लिया गया।[कृपया उद्धरण जोड़ें]


आयरलैंड में, "मानद नागरिकता" वास्तव में एक पूर्ण क़ानूनी नागरिकता है जिसमें आयरलैंड में रहने और मतदान करने का अधिकार शामिल होता है।


क्यूबा के संविधान के अध्याय II अनुच्छेद 29 पैराग्राफ 'e) के अनुसार जन्म से क्यूबा के वे नागरिक विदेशी हैं, जिन्होंने अपने असाधारण गुणों के से क्यूबा के संघर्ष में जीत हासिल की, उन्हें जनस के द्वारा क्यूबा के नागरिक माना जाता है।चे ग्वेरा को क्यूबा क्रांति में भाग लेने के लिए फिदेल कास्त्रो के द्वारा क्यूबा के मानद नागरिक का सम्मान दिया गया, बाद में ग्वेरा ने उन्हें प्रख्यात विदाई भी दी।


ऐतिहासिक दृष्टि से अधिकांश राज्य नागरिकता को अपनी आबादी तक ही सीमित रकहते हैं, इसके द्वारा वे नागरिक वर्ग को राजनैतिक अधिकार देते हैं, जिन्हें आबादी के अन्य वर्गों से बेहतर माना जाता है, लेकिन वे एक दूसरे के सामान होते हैं। सीमित नागरिकता का एक उदाहरण एथेंस है जहां गुलाम, महिलाएं और आवासी विदेशियों (जो मेटिक कहलाते हैं) को राजनैतिक अधिकारों से वंचित रखा जाता है। रोमन गणराज्य एक अन्य उदाहरण प्रस्तुत करता है (देखें रोमन नागरिकता) और हाल ही में, पोलिश-लिथुनियन राष्ट्रमंडल के अभिजात वर्ग में कुछ ऐसी ही विशेषताएं पायी गयी।


हाथीपांव में पैर सूजना जरूरी नहीं

श्लीपद या फीलपाँव या 'हाथीपाँव' (Elephantiasis) के रोगी के पाँव फूलकर हाथी के पाँव के समान मोटे हो जाते हैं। परंतु यह आवश्यक नहीं कि पाँव ही सदा फूले; कभी हाथ, कभी अंडकोष, कभी स्तन आदि विभिन्न अवयव भी फूल जाते हैं। रोग के बहुत से मामलों में कोई लक्षण होता तथापि, कुछ मामलों में हाथों, पैरों या गुप्‍तांगों में काफी अधिक सूजन हो जाती है। त्‍वचा भी मोटी हो सकती है और दर्द हो सकता है। शरीर में परिवर्तनों के कारण प्रभावित व्‍यक्त्‍िा को सामाजिक और आर्थिक समस्‍याएं हो सकती हैं।


फीलपाँव का रोगी जिसका अण्डकोष फूल गया है।
कारण और निदान:-संक्रमित मच्‍छर के काटने से इसके कीड़े फैलते है। जब मनुष्‍य बच्‍चा होता है तो आम तौर पर संक्रमण आरंभ हो जाता है। तीन प्रकार के कीड़े होते है जिनके कारण बीमारी फैलती है: Wuchereria bancrofti, Brugia malayi, और Brugia timori. Wuchereria bancrofti यह सबसे सामान्‍य है। यह कीड़ा lymphatic system को नुकसान पहुंचाता है। रात के समय एकत्रित किए गए खून को, एक प्रकार के सूक्ष्‍मदर्शी के द्वारा देखने पर इस बीमारी का पता चलता है। खून को thick smear के रूप में और Giemsa के साथ दाग के रूप में होना चाहिए।. बीमारी के विरूद्ध एंटीबाडियों हेतु खून की जांच भी की जा सकती है। यह शोथ न्यूनाधिक होता रहता है, परंतु जब ये कृमि अंदर ही अंदर मर जाते हैं, तब लसीकावाहिनियों का मार्ग सदा के लिए बंद हो जाता है और उस स्थान की त्वचा मोटी तथा कड़ी हो जाती है। लसीका वाहिनियों के मार्ग बंद हो जाने से यदि अंग फूल जाएँ, तो कोई भी औषध ऐसी नहीं है जो अवरुद्ध लसीकामार्ग को खोल सके। कभी कभी किसी किसी रोगी में शल्यकर्म द्वारा लसीकावाहिनी का नया मार्ग बनाया जा सकता है। इस रोग के समस्त लक्षण फाइलेरिया के उग्र प्रकोप के समान होते हैं।


रोकथाम और उपचार:-जिस समूह में यह बीमारी हो, उस संपूर्ण समूह की उपचार के द्वारा वार्षिक आधार पर रोकथाम करके बीमारी से पूरी तरह छुटकारा पाया जा सकता है। इसमें लगभग छ: वर्ष लग लगते है। प्रयोग की गई दवाओं में albendazole के साथ ivermectin या albendazole के साथ diethylcarbamazine शामिल है।. दवाईयां बड़े कीड़ों को नहीं मारती परंतु कीड़ों के स्‍वयं मर जाने तक बीमारी को आगे फैलने से रोकती है। मच्छरों के काटने से बचाव के प्रयासों के साथ साथ मच्‍छरों की संख्‍या को कम करने और बेडनेट के प्रयोग की सिफारिश भी की जाती है।


सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया

सुविधाओं व यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया पंकज कपूर  देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को बदरीनाथ पहुंच कर श्रद्धालुओं की...