मंगलवार, 24 मई 2022
पनीर कोल्हापुरी बनाने की रेसिपी, जानिए
शुक्रवार, 20 मई 2022
डाइट में जरूर शामिल करें किशमिश, जानिए फायदे
डाइट में जरूर शामिल करें किशमिश, जानिए फायदे
सरस्वती उपाध्याय
किशमिश खाने से बॉडी को तमाम तरह के फायदे मिलते हैं। ऐसे में आपको इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। आइए जानते हैं कि इसको खाने से शरीर को क्या-क्या फायदे मिलते हैं। सभी जानते हैं कि किशमिश ऐसा ड्राई फ्रूट है, जिसके सेवन से कई बीमरियां आपसे दूर रहती हैं। यह आपकी बॉडी को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है। खास बात यह है कि इसके एक नहीं बल्कि कई बड़े फायदे हैं। आसानी से मार्केट में मिल जाने वाली किशमिश कई प्रकार की होती हैं। बता दें कि सूखे हुए अंगूर को किशमिश कहा जाता है, जो काफी मीठी होती है। दरअसल, इसमें शुगर की मात्रा अधिक होती है। किशमिश, अंगूरों को ड्राई करके बनाया जाता है, इस प्रक्रिया में करीब 3-4 हफ्ते लगते है। भारत में इसे कई नामों से बुलाया जाता है, जैसे किशमिश, एंडुद्राक्षा, राइसिन, ऊलर धराक्षी आदि। भारत में इसका उत्पादन नासिक,सांगली,जालना, सोलापुर, सातारा, कर्नाटक में होता है। तो आइए जानते है किशमीश के 4 बड़े फायदे...
1. पाचन के लिए बेस्ट है किशमिश...
फास्ट फूड्स और समय पर न खाने के कारण लोगों का पाचन तंत्र बिगड़ जाता है, जिससे उन्हें काफी तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में किशमिश ऐसे लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। कब्ज में भी आप इसका सेवन कर सकते हैं।
2. वजन कंट्रोल रहेगा...
बाहर के खाने में फैट की मात्रा अधिक होती है, ऐसे में वजन बढ़ना आम बात है। किशमिश के कारण यह कंट्रोल में रहता है। इसमें पाया जाने वाला नेचुरल शुगर बॉडी में एनर्जी देता है,और हमे आलसी महसूस नहीं होने देता है। साथ ही इससे कोलेस्ट्रॉल भी कंट्रोल में रहता है।
3. खून बढ़ाने में मदद करती है किशमिश...
रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकतर लोगों को खून के कमी की शिकायत होती है, जिसे एनीमिया कहा जाता है। अगर आप किशमिश का सेवन रोजाना करेंगे तो आपकी बॉडी में खून की कमी नहीं होगी।
4. हड्डियां होंगी मजबूत...
अधिकतर लोग दूध का सेवन नहीं करते हैं। ऐसे में आप किशमिश को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं, क्योंकि इससे भी आपकी बॉडी में बेहतर मात्रा में कैल्शियम मिलता है। तो कोशिश करें, आप रोज 4-5 किशमिश का सेवन कर सकते हैं।
सोमवार, 16 मई 2022
पान का सेवन करना, बेहद फायदेमंद
पान का सेवन करना, बेहद फायदेमंद
सरस्वती उपाध्याय
भारत में पान का सेवन करते हुए आपने बहुत से लोगों को देखा होगा। वैसे तो पान खाने को बुरी आदत माना जाता है। लेकिन पान खाने से कुछ फायदे भी होते हैं। हमारे यहां मेहमानों को पान खिलाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। पान की पत्तियां खाने के लिहाज से थोड़ी कसैली होती हैं। हालांकि, इन पत्तियों में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो सेहत को लाभ पहुंचाते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, पान के पत्ते में टैनिन, प्रोपेन, एल्केलॉयड और फिनाइल पाया जाता है, जो शरीर में दर्द और सूजन को कम करने में मददगार होता है। आइए जानते हैं, पान के पत्ते खाने से होने वाले फायदों के बारे में...
पाचन क्रिया बढ़ाए...
पान के पत्तों को चबाना पाचन क्रिया के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। कब्ज एसिडिटी जैसी समस्याओं से निजात पाने के लिए पान की पत्तियां चबानी चाहिए। अल्सर जैसी बीमारियों को ठीक करने में भी ये पत्तियां काफी फायदेमंद होती हैं।
मसूड़ों की सूजन में फायदेमंद...
यदि किसी व्यक्ति को मसूड़ों में सूजन या गांठ जैसी कोई समस्या हो जाती है, तो ऐसे व्यक्ति को पान की पत्तियां चबानी चाहिए। इन पत्तियों में पाए जाने वाले तत्व मसूड़ों की सूजन को कम करते हैं और मसूड़ों में उभरी हुई गांठों को भी ठीक करते हैं।
कंट्रोल में रखे डायबिटीज...
पान की पत्तियों का सेवन करने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। इसलिए डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए पान की पत्तियां चबाना बेहद लाभकारी है।
दांतों के लिए फायदेमंद...
कुछ लोग पान में सुपारी, तंबाकू, कत्था, चूना, मिलाकर इसका सेवन करते है। लेकिन यदि पान से इन चीजों को निकाल दिया जाए, तो पान की पत्तियां चबाना दातों के लिए बहुत अच्छा होता है।
मंगलवार, 10 मई 2022
पुदीने की चाय का सेवन, बेहद फायदेमंद
शुक्रवार, 6 मई 2022
आम को पानी में भिगोना, बेहद फायदेमंद
गुरुवार, 5 मई 2022
शुगर: पता नहीं चलता, बॉडी में पानी की कमी
मंगलवार, 3 मई 2022
सहजन के पत्तों का इस्तेमाल, जानिए फायदे
रविवार, 1 मई 2022
तरबूज के बीजों का इस्तेमाल, जानिए फायदे
शुक्रवार, 29 अप्रैल 2022
'पनीर टिक्का रोल' बनाने की रेसिपी, जानिए
'पनीर टिक्का रोल' बनाने की रेसिपी, जानिए
सरस्वती उपाध्याय
हर कोई चाहता है कि सुबह का ब्रेकफास्ट टेस्टी होने के साथ हेल्दी भी हो। खासतौर पर नाश्ता ऐसा हो जो बच्चों को पसंद भी आए और उनके लिए स्वास्थ्यवर्धक भी हो। इन दोनों ही पैमानों पर पनीर टिक्का रोल खरा उतरता नजर आता है। प्रोटीन से भरपूर 'पनीर टिक्का रोल' खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, सेहत के लिए भी उतना ही फायदेमंद होता है। इसे बनाने के लिए मैदा के बजाय गेहूं के आटे का इस्तेमाल किया जाता है। आप भी अगर रूटीन ब्रेकफास्ट कर बोर हो चुके हैं और इसमें अब कुछ बदलाव लाना चाहते हैं तो 'पनीर टिक्का रोल' रेसिपी बना सकते हैं। इस रेसिपी को बनाना आसान है और ये मिनटों में ही तैयार हो जाती है।
'पनीर टिक्का रोल' बनाने के लिए सामग्री...
पनीर – 100 ग्राम
दही – 3 टेबलस्पून
प्याज – 1
शिमला मिर्च – 1/2
टमाटर – 1
भुना जीरा पाउडर – 1/2 टी स्पून
हल्दी पाउडर – 1/2 टी स्पून
लाल मिर्च पाउडर – 1 टी स्पून
धनिया पाउडर – 1 टी स्पून
चाट मसाला – 1/2 टी स्पून
काली मिर्च पाउडर – 1/2 टी स्पून
तेल – 1 टेबलस्पून
नमक – स्वादानुसार
रोल बनाने के लिए...
गेहूं का आटा – 1 कप
घी – 3 टी स्पून
टमाटर सॉस – 2 टी स्पून
नमक – स्वादानुसार
पनीर टिक्का रोल बनाने की विधि...
पनीर टिक्का रोल बनाने के लिए सबसे पहले एक बाउल में पनीर के छोटे-छोटे टुकड़े कर लेें। अब इसमें लाल मिर्ची पाउडर, धनिया पाउडर, हल्दी, काली मिर्च पाउडर डालकर सभी को पनीर के साथ अच्छी तरह से मिक्स कर दें। इसके बाद इसमें भुना जीरा, चाट मसाला और स्वादानुसार नमक भी मिला दें।अब पनीर में दही डाल दें और उसे अच्छी तरह से मिक्स कर 10 मिनट के लिए ढककर अलग रख दें।
अब एक मिक्सिंग बाउल लें और उसमें आटा डालकर 1 टी स्पून घी और चुटकी भर नमक मिलाकर थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए उसे अच्छे से गूंद लें। इसके बाद आटे को भी कुछ वक्त के लिए ढककर अलग रख दें। इस दौरान टमाटर, शिमला मिर्च और प्याज को लंबा और पतला काट लें। अब एक कड़ाही में तेल डालकर उसे गर्म करने के लिए मीडियम आंच पर रख दें, जब तेल गर्म हो जाए तो उसमें दही मसाले वाला पनीर डालकर पकाएं। 2 मिनट तक पकाने के बाद उसमें कटा प्याज, शिमला मिर्च और टमाटर डाल दें। इस मिश्रण को 1 मिनट तक पकाने के बाद गैस बंद कर दें।
अब आटे को लें और उसे एक बार और गूंद लें. इसके बाद उसकी लोइयां बना लें। अब एक लोई लें और उसे बड़ी रोटी की तरह बेल लें। इसके दोनों ओर घी लगाकर उसे तवे पर पराठे की तरह सेक लें। इसक बाद इस पराठे के ऊपरी हिस्से में सभी जगह टमाटर कैचअप लगा दें। इसके बाद पनीर टिक्का का तैयार मसाला इसके बीच में रखकर पराठे को रोल कर लें। इसी तरह सारी लोई के पराठे बनाकर रोल तैयार कर लें। ब्रेकफास्ट के लिए स्वादिष्ट पनीर टिक्का रोल बनकर तैयार हो चुका है।
गुरुवार, 28 अप्रैल 2022
गुलकंद का सेवन, गर्मी से पा सकते हैं राहत
बुधवार, 27 अप्रैल 2022
दही-प्याज की सब्जी बनाने की रेसिपी, जानिए
दही-प्याज की सब्जी बनाने की रेसिपी, जानिए
मो. रियाज
गर्मी के दिनों में दही-प्याज की सब्जी खाना सेहत के लिहाज से बेहद फायदेमंद होता है। दही और प्याज दोनों की तासीर ही ठंडी होती हैै। ऐसे में दोनों का कॉम्बिनेशन तेजी से बढ़ते पारे के बीच शरीर को ठंडा रखने में बेहद मददगार होता है। समर सीजन में हम सभी रोजाना किसी न किसी रूप में दही खाते हैं जिससे शरीर स्वस्थ्य रहे। अगर आप रूटीन सब्जियों से बोर हो गए हैं तो इस बार दही-प्याज की सब्जी ट्राई कर सकते हैं। इसे बनाना आसान है और ये स्वाद से भरपूर रेसिपी है। इस रेसिपी की सबसे बड़ी बात है कि इसमें प्याज के अलावा अन्य किसी सब्जी की जरूरत भी नहीं पड़ती हैै।
कई बार ऐसा होता है कि घर में बनाने के लिए कोई सब्जी नहीं रहती है। ऐसी सूरत में भी दही-प्याज की सब्जी बनाई जा सकती है। ये झटपट तैयार हो जाती है। आप घर में हमारी बतायी रेसिपी की मदद से इसे आसानी से बना सकते हैं।
दही-प्याज की सब्जी बनाने के लिए सामग्री...
दही – 250 ग्राम
प्याज – 1
जीरा – 1/2 टी स्पून
धनिया पाउडर – 1 टी स्पून
कसूरी मेथी – 1/4 टी स्पून
हरी मिर्च कटी – 4
हल्दी – 1/4 टी स्पून
फीकी बूंदी – 1/2 कटोरी
गरम मसाला – 1/4 टी स्पून
नमक – स्वादानुसार 4
दही-प्याज की सब्जी बनाने की विधि...
दही और प्याज की सब्जी बनाने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में दही डालें और उसे मथ लें. इसके बाद एक कड़ाही में तेल डालकर उसे मीडियम आंच पर गर्म करने के लिए रख दें। तेल जब गर्म हो जाए तो उसमें जीरा डालकर तड़का लगाएं। इसके पूर्व प्याज को स्लाइस में काटकर रख लें। जब जीरा तड़कने लगे तो उसमें प्याज डालकर 2 से 3 मिनट तक भूनें। जब प्याज का रंग ब्राउन हो जाए तो उसमें बारीक कटी हरी मिर्च डाल दें और फ्राई करेंं।
लगभग एक मिनट के बाद प्याज के मिश्रण में दही डाल दें और इसे 5-6 मिनट तक पकने दें। इसके बाद सब्जी में हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर और स्वादानुसार नमक डालकर करछी की सहायता से सब्जी में अच्छी तरह से मिक्स कर दें। इसके बाद सब्जी में फीकी बूंदी, गरम मसाला और कसूरी मेथी डालकर मिलाएं। कुछ देर तक इसे चलाते हुए पकाएं फिर गैस बंद कर दें। इस तरह आपकी स्वादिष्ट दही प्याज की सब्जी बनकर तैयार हो चुकी है। इसे रोटी या चावल के साथ सर्व करें।
मंगलवार, 26 अप्रैल 2022
मखाने का रायता बनाने की रेसिपी, जानिए
मखाने का रायता बनाने की रेसिपी, जानिए
मो. रियाज
मखाने का रायता सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं होता बल्कि ये सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। गर्मियों का सीजन शुरू होते ही हर कोई दही को किसी न किसी रुप में अपनी डेली डाइट में शामिल कर लेता है। समर सीजन में दही शरीर को हेल्दी रखने में काफी मददगार होता है, वहीं मखाने के फायदों को कौन नहीं जानता है. अगर मखाने और दही का कॉम्बिनेशन एक ही रेसिपी में मिल जाए तो क्या कहना ? आज हम आपको ऐसे ही एक कॉम्बिनेशन मखाने के रायते को बनाने का तरीका बताने जा रहे हैं। इस रेसिपी को बनाना काफी आसान है और ये डाइजेशन को भी दुरुस्त रखने में मदददगार होती है।
मखाने का रायता बनाने के लिए सामग्री...
दही – 1 कप
मखाने – 2 कप
रायता मसाला – 1 टी स्पून
लाल मिर्च पाउडर – स्वादानुसार
चाट मसाला – 1/2 टी स्पून
गरम मसाला – 1/4 टी स्पून
देसी घी – 1 टी स्पून
हरा धनिया कटा – 1 टेबलस्पून
नमक – स्वादानुसार
मखाने का रायता बनाने की विधि...
मखाने का रायता बनाने के लिए सबसे पहले एक कड़ाही में घी डालकर उसे मीडियम आंच पर गर्म करने के लिए रख दें। जब घी पिघल जाए तो उसमें मखाने डालकर भून लें। जब मखानों का रंग हल्का सुनहरा हो जाए तो गैस बंद कर दें और मखानों को एक प्लेट में निकालकर अलग रख दें। जब मखाने ठंडे हो जाएं तो उन्हें मिक्सर में डालकर दरदरा पीस लें। अब एक बर्तन लें और उसमें दही डालकर अच्छी तरह से फेंट लें।
जब दही को फेंट लें उसके बाद उसमें रायता मसाला, चाट मसाला, गरम मसाला, लाल मिर्च पाउडर और स्वादानुसार नमक (सेंधा नमक भी इस्तेमाल किया जा सकता है)। डालकर दही में चम्मच की मदद से मिक्स कर दें। अब दही के मिश्रण में दरदरे पिसे मखाने डाल दें और मिला दें। अगर बनने के बाद रायता गाढ़ा लग रहा है तो अपनी आवश्यकता के अनुसार उसमें पानी डाल दें। आपका स्वादिष्ट मखाने का रायता बनकर तैयार हो गया है। इसे हरा धनिया पत्ती डालकर गार्निश करें।
रविवार, 24 अप्रैल 2022
सूजी का 'नमकीन हलवा' बनाने की रेसिपी, जानिए
शनिवार, 23 अप्रैल 2022
स्वादिष्ट: 'समोसा रोल' बनाने की रेसिपी, जानिए
स्वादिष्ट: 'समोसा रोल' बनाने की रेसिपी, जानिए
मो. रियाज
स्ट्रीट फूड के तौर पर समोसे को काफी पसंद किया जाता है, यही वजह है कि इसकी सबसे ज्यादा डिमांड रहती है। पारंपरिक समोसा तो आपने कई बार खाया होगा, लेकिन क्या कभी समोसा रोल ट्राई किया हैै ? दिन के वक्त भूख लगने पर समोसा रोल एक परफेक्ट स्नैक्स हो सकता है। समोसे का नाम सुनकर तो बच्चे और बड़े दोनों के मुंह में ही पानी आ जाता है। अक्सर दिन के वक्त बच्चों की कुछ अच्छा खाने की डिमांड बनी रहती है। ऐसी सूरत में आप उन्हें समोसा रोल बनाकर खिला सकते हैं।
इसका स्वाद काफी शानदार होता है और इसे बनाना भी काफी सरल है। आपने अगर अब तक इस रेसिपी को ट्राई नहीं किया है तो हम इसे बनाने की विधि आपको बताने जा रहे हैं। जिसकी मदद से आप झटपट समोसा रोल बना सकते हैं।
समोसा रोल बनाने के लिए सामग्री...
मैदा – 3 कप।
आलू उबले – 5-6।
जीरा – 1/2 टी स्पून।
अजवाइन – 1 टी स्पून।
अमचूर पाउडर – 1/2 टी स्पून।
हरी मिर्च कटी – 2-3।
गरम मसाला – 1 टी स्पून।
कॉर्न फ्लोर – 1 टेबलस्पून।
हरा धनिया कटा – 2 टेबलस्पून।
हींग – 1 चुटकी।
तेल।
नमक – स्वादानुसार।
शनिवार, 16 अप्रैल 2022
स्वादिष्ट: 'क्रीम रोल' बनाने की रेसिपी, जानिए
गुरुवार, 24 मार्च 2022
डिहाइड्रेशन से बचने के लिए खाएं ये फूड्स, जानिए
डिहाइड्रेशन से बचने के लिए खाएं ये फूड्स, जानिए
सरस्वती उपाध्याय
बढ़ती गर्मियों में सबसे ज्यादा समस्या डिहाइड्रेशन की होती है। ऐसे में हर किसी को अपने स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा धान देने की आवश्यकता होती है। गर्मियों में हमें बड़ो से सलाह मिलती है कि अधिक से अधिक हाइड्रेटेड फूड्स खाने चाहिए। जिसमिने पानी की मात्रा ज्यादा हो। रोज कम से कम 8 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है। गर्मियों में डिहाइड्रेशन से बचने के लिए आप इन्हे खाएं – तरबूज, टमाटर, खीरा, स्ट्रॉबेरी आदि जैसे फूड्स शामिल हैं। आइए जानें पानी (Water) से भरपूर फूड्स।
टमाटर में लगभग 90 प्रतिशत पानी होता है। करी में इसका इस्तेमाल आमतौर से किया जाता है। टमाटर विटामिन-ए से भरपूर होता है। ये हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम को कम करता है। ये आंखों की रोशनी में सुधार करता है। ये त्वचा को हेल्दी बनाए रखने का काम करता है। खीरा पानी से भरपूर होता है। इसमें लगभग 90 प्रतिशत पानी होता है। इसमें पोटैशियम होता है। ये हीटस्ट्रोक को रोक सकता है। खीरा मस्तिष्क के लिए भी फायदेमंद है। दरअसल खीरे में फिसेटिन नामक एक एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व होता है। ये मस्तिष्क के बेहतर कामकाज में मदद करता है।
वह कहावत है ना सेब में लगभग 80 प्रतिशत पानी होता है। ये विटामिन और मिनरल से भरपूर होता है। ये मेटाबॉलिज्म को तेज करता है। ये हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। ये एक बहुत ही स्वादिष्ट और गर्मी के मौसम में सबसे अधिक पसंद किए जाने फलों में एक है। तरबूज में 90 प्रतिशत पानी होता है। ये हीटस्ट्रोक से लड़ने में मदद करता है। ये इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है। ये फल हृदय रोगों को रोकने में भी मदद करता है।
मशरूम विटामिन-बी2 और डी जैसे पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत है। इसमें लगभग 90 प्रतिशत पानी होता है। आप नियमित रूप से इस सब्जी का सेवन कर सकते हैं। ये थकान को कम करने में मदद करती है। स्ट्रॉबेरी पानी से भरपूर होती है। इसमें लगभग 90 प्रतिशत पानी होता है। ये फाइबर, विटामिन सी, फोलेट और मैंगनीज से भरपूर होती हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं। ये सभी पोषक तत्व डायबिटीज, कैंसर और हृदय संबंधी समस्याओं जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।
बुधवार, 23 मार्च 2022
आयरन का अधिक मात्रा में सेवन करना नुकसानदायक
आयरन का अधिक मात्रा में सेवन करना नुकसानदायक
सरस्वती उपाध्याय
आयरन एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। हालांकि, इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से आपके स्वास्थ्य और शरीर को नुकसान हो सकता है। आयरन के अधिक सेवन के दुष्प्रभावों को जानने के लिए पढ़ें। किसी भी चीज का अधिक मात्रा में सेवन करना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। आयरन के साथ भी यह समस्या है। यह एक आवश्यक खनिज है, जो आपके शरीर को ऊर्जा, चयापचय को बढ़ावा देने के साथ-साथ उचित प्रतिरक्षा और श्वसन कार्यों के लिए भी आवश्यक है। तो इसका सीधा सा मतलब है कि आपको रोजाना आयरन की जरूरत है। जबकि ज्यादातर महिलाएं आयरन की कमी से जूझती हैं और उन्हें आयरन सप्लीमेंट लेने पड़ते हैं। पर क्या आप जानती हैं कि इनकी ओवरडोज़ भी आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। नहीं। तो ज्यादा आयरन के साइड इफैक्ट्स के लिए इसे पढ़ें।
सेवन करना भी एक अच्छा विचार नहीं है। हां, सिर्फ इसलिए कि आयरन महत्वपूर्ण है, इसका मतलब यह नहीं है कि आप इसका अधिक मात्रा में सेवन करें। क्योंकि आयरन के अधिक सेवन से कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं।किसी भी पोषक तत्व के सेवन का गोल्डन रूल उसकी सही मात्रा है। हरि लक्ष्मी, सलाहकार आहार विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ, मदरहुड अस्पताल, अलवरपेट, चेन्नई ने हेल्थशॉट्स से इस बारे में बात की। वे बता रहे हैं बहुत अधिक आयरन के सेवन के दुष्प्रभाव।
आयरन स्वस्थ आहार का एक अनिवार्य हिस्सा है। यह हीमोग्लोबिन का एक महत्वपूर्ण तत्व बनाता है जो लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाता है। हीमोग्लोबिन का स्तर अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमारे शरीर में कोशिकाओं को ऑक्सीजन की आपूर्ति निर्धारित करता है। उन्होंने आगे कहा, “हालांकि आयरन उपयोगी है और शरीर के कई बुनियादी कार्यों में एक आवश्यक भूमिका निभाता है, लेकिन अधिक मात्रा में सेवन करने पर यह हानिकारक हो सकता है। वास्तव में, पाचन तंत्र अवशोषित आयरन की मात्रा को कसकर नियंत्रित करता है, जिससे अतिरिक्त आयरन अवशोषण विषाक्त हो सकता है।
हेपसीडिन हार्मोन आयरन के अवशोषण को नियंत्रित करता है और शरीर में संग्रहित आयरन को संतुलित स्तर पर रखने के लिए जिम्मेदार होता है। लेकिन जब आप अत्यधिक मात्रा में आयरन का सेवन करती हैं, तो यह आपको नुकसान करने लगता है। जब आप लंबे समय तक या एक ही डोज में आयरन की उच्च खुराक लेते हैं, तो आयरन की विषाक्तता होती है। इसके लक्षणों में मतली, पेट दर्द, उल्टी और दस्त शामिल हो सकते हैं। समय के साथ शरीर में जमा अतिरिक्त आयरन लिवर और मस्तिष्क जैसे अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। उस मामले में, तत्काल चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता है।
यह एक अनुवांशिक विकार है, जहां शरीर बहुत अधिक आयरन को अवशोषित करता है जिसके परिणामस्वरूप आयरन ओवरलोड हो जाता है। लक्ष्मी के अनुसार “इस स्थिति वाले लोगों को अपने आयरन के सेवन के बारे में बेहद सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि इससे कुछ गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव हो सकते हैं। लीवर में आयरन जमा होने से सिरोसिस हो सकता है और अगर यह अग्न्याशय में जमा हो जाए, तो इससे मधुमेह भी हो सकता है। यदि आपकी यह स्थिति है, तो आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें और विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों को आयरन युक्त चीजों के साथ मिलाने से भी बचें। यदि इसे अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो यह स्थिति गठिया, यकृत की समस्याओं, कैंसर और हृदय की समस्याओं जैसी बीमारियों के जोखिम को बढ़ा देती है।
ऐसे अध्ययन हैं, जो बताते हैं कि शरीर में अतिरिक्त आयरन आपको बैक्टीरिया के संक्रमण के लिए भी अतिसंवेदनशील बना सकता है। इसलिए, जिन रोगियों में संक्रमण का खतरा अधिक होता है, उन्हें अपने आयरन के सेवन को नियंत्रित करना चाहिए। आयरन की अधिक खपत प्रारंभिक अवस्था में लक्षण नहीं दिखाती है इसलिए सावधान रहें और इसे कम मात्रा में सेवन करें।
गुरुवार, 3 मार्च 2022
'भांग मसाला' मिल्क बनाने की रेसिपी, जानिए
बुधवार, 2 मार्च 2022
बादाम मिल्क पीने से बढ़ती है क्षमता, जानिए
बादाम मिल्क पीने से बढ़ती है क्षमता, जानिए
सरस्वती उपाध्याय
बादाम मिल्क पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कोरोना महामारी के दौरान जब इम्युनिटी पावर बढ़ाने को लेकर बात हो रही थी तो ये ड्रिंक काफी फायदेमंद है।
आंखों के लिए फायदेमंद: दूध में मौजूद कैल्शियम और विटामिन डी के साथ जब बादाम में मौजूद राइबोफ्लोविन मिला दिया जाए तो ये आंखों के लिए बेहद लाभदायक हो जाता है है। बादाम दूध। पीने से मोतियाबिंद का खतरा भी काफी कम हो जाता है।
ब्रेन के लिए अच्छा: बादाम में ट्रिप्टोफैन पाया जाता है जिससे नींद काफी अच्छी आती है। अगर आप रात के समय मिल्क बादाम का सेवन करते हैं हो कम नींद आने की समस्या दूर हो जाती है। अच्छी नींद से टेंशन में कमी आती है जो ब्रेन के लिए लाभदाल होती है।
सोमवार, 28 फ़रवरी 2022
लगातार 'ग्रीन-टी' का सेवन करना नुकसानदायक
लगातार 'ग्रीन-टी' का सेवन करना नुकसानदायक
मो. रियाज
आमतौर पर ज्यादातर लोग मानते हैं कि ग्रीन-टी का सेवन करने से वजन कम किया जा सकता है। लेकिन अगर आप भी लगातार ग्रीन-टी का सेवन कर रहे हैं तो थोड़ा सावधान रहे। क्योंकि, ज्यादा ग्रीन-टी पीने से कई प्रकार की बीमारियां आपको घेर सकती हैं। इसमें सिरदर्द, सुस्ती, सुस्ती, चिंता और चिड़चिड़ापन शामिल है, तो चलिए डिटेल्स में जानते है। इसके अलावा ग्रीन-टीन पीने से किस प्रकार के नुकसान हो सकते है।
ज्यादा ग्रीन-टी पीने से नींद की समस्या होगीं: माना जाता है कि ग्रीन का ज्यादा सेवन करने से आपको नींद नहीं आने की परेशानी हो सकती है। सभी जानते हैं कि एक फिट बॉडी और अच्छी सेहत के लिए अच्छी और भरपूर नींद लेना बहुत जरूरी होता है। इसलिए ग्रीन-टी का सेवन सही मात्रा में करना चाहिए।
बढ़ सकता हैं ब्लड प्रेशर: ब्लड प्रेशर की समस्या भी ज्यादा ग्रीन-टी पीने से बढ़ सकती है। माना जाता है कि ग्रीन-टी में मौजूद कैफीन हमारी नर्वस सिस्टम को प्रोएक्टिव करने का काम करता है। इसके ज्यादा सेवन से कई समस्या का सामना करना पड़ सकता है। जिससे आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी हो सकती है।
हो सकती हैं आयरन की कमी: इसके अलावा आप अधिक मात्रा में ग्रीन-टी का सेवन करते हैं तो आपके शरीर में आयरन की कमी हो सकती है। इसके अलावा आपको भूख लगना भी कम हो जाती है। जिसके चलते आपका शरीर कमजोर भी हो सकता है। ऐसे में आप कई बीमारियों को बुलावा देते हैं।
खाली पेट ग्रीन-टी पीने से होती हैं ये दिक्कत: अगर आप भी खाली पेट ग्रीन-टी पीते हैं तो जरा सावधान हो जाइए। क्योंकि इससे आपको एसिडिटी की समस्या हो सकती है। माना जाता है कि कुछ खाने के बाद ही ग्रीन-टी का सेवन करना चाहिए। रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रीन-टी में मौजूद कैफीन से घबराहट, चक्कर, डायबिटीज, कब्ज, जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं।
मोदी के तीसरे कार्यकाल को लेकर ऐलान किया
मोदी के तीसरे कार्यकाल को लेकर ऐलान किया अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। देश में लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया जारी है। अंतिम चरण के लिए मतदान 1 ज...
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महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
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55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...
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