मंगलवार, 18 मई 2021

यूपी: चुनावी रंजिश को लेकर दो पक्षों में संघर्ष हुआ

अश्वनी उपाध्याय                
मुजफ्फरनगर। शाहपुर के बसीकला गांव में चुनावी रंजिश को लेकर दो पक्षों में संघर्ष हो गया। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर जमकर पथराव और कई राउंड फायरिग की, जिसमें गोली लगने से एक युवक घायल हो गया, जबकि पथराव में एक सिपाही जख्मी हो गया। स्थिति नियंत्रित करने के लिए एक दारोगा को सरकारी असलाह से गोली भी चलानी पड़ी। पुलिस ने घरों में तलाशी अभियान चलाकर दोनों पक्षों के एक दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने अपनी तरफ से दोनों पक्षों के 22 लोगों को नामजद करते हुए एक दर्जन अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। गांव में पुलिसबल तैनात कर दिया है। बसीकला गांव में साबू कुरैशी व शहजाद कुरैशी प्रधानी चुनाव लड़े थे, जिसमें साबू कुरैशी ने जीत दर्ज की। सोमवार को दोनों पक्षों के बच्चों में चुनाव को लेकर कहासुनी हो गई थी। बच्चों के विवाद में दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। उनमें जमकर पथराव हुआ और कई राउंड गोलियां चली। गोली लगने से शहजाद पुत्र अनवर कुरैशी घायल हो गया। इससे गांव में अफरातफरी मच गई। थाना प्रभारी गांव पहुंचे और वहां की स्थिति को देखकर आलाधिकारियों को जानकारी दी। इसके बाद रतनपुरी, बुढ़ाना, भौराकलां, तितावी थाने से पहुंची पुलिस ने बल प्रयोग कर स्थिति को कंट्रोल किया। घायल शहजाद को सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। घायल हारे पक्ष का समर्थक है। पथराव में सिपाही नितिन भी घायल हुआ है। पलिस जब गांव पहुंची तो दोनों तरफ से जमकर पथराव व फायरिग हो रही थी। पुलिस ने स्थिति कंट्रोल करने का प्रयास किया तो एक युवक ने मस्कट से गोली चला दी। यह देख शाहपुर थाने में तैनात एक दारोगा ने सरकारी असलाह से गोली चला दी। इसके बाद युवक सड़क पर मस्कट व चार कारतूस फेंक कर भाग गया।पुलिस ने खुद दर्ज किया मुकदमा देर शाम तक जब किसी भी पक्ष ने मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाने में तहरीर नहीं दी तो शाहपुर कस्बा चौकी प्रभारी जयबीर सिंह ने 22 लोगों को नामजद करते हुए एक दर्जन अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज करा दिया। हालांकि देर रात दोनों पक्षों में समझौते की बात भी चल रही थी। इंस्पेक्टर शाहपुर संजीव कुमार ने बताया की दोनों पक्षों के खिलाफ बलवा, महामारी एक्ट और माहौल खराब करना आदी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। 16 लोगों को हिरासत में लिया है। एक मस्कट भी मिली है। फरार आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

विश्व: 33.90 लाख से अधिक लोगों की मौत हुईं

वाशिंगटन डीसी। विश्वभर में कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और अब तक 16.36 करोड़ से अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं तथा 33.90 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 16 करोड़ 36 लाख 40 हजार 509 हो गयी है, जबकि 33 लाख 90 हजार 281 लोगों की मौत हो चुकी है।
विश्व महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ी है तथा यहां संक्रमितों की संख्या करीब तीन करोड़ 30 लाख हो गयी है जबकि 5.86 लाख से ज्यादा लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे स्थान पर और मृतकों के मामले में तीसरे स्थान पर है। पिछले 24 घंटों में चार लाख 22 हजार 436 मरीज स्वस्थ हुए हैं, जिससे रिकवरी दर 85.60 फीसदी हो गई है। अब तक दो करोड़ 15 लाख 96 हजार 512 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं।
नहीं थम रही इजराइल और ‘हमास’ के बीच जंग, हवाई हमलों से दहला आसमान, दागी गईं 90 मिसाइलें
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इजराइल के हवाई हमले से फिर थर्रा उठा गाजा शहर, अब तक 188 फिलिस्तीनियों की मौत
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इस दौरान 2,63,533 नये मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ 52 लाख 28 हजार 996 हो गया। सक्रिय मामले 1,63,232 कम होकर 33 लाख 53 हजार 765 हो गये हैं। इसी दौरान 4,329 मरीज अपनी जान गंवा बैठे और इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,78,719 हो गयी है।
ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है। देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और अभी तक इससे 1.56 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 4.36 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील कोरोना से मौतों के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है। संक्रमण के मामले में फ्रांस चौथे स्थान पर है जहां कोरोना वायरस से अब तक 59.42 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं जबकि करीब 1.08 लाख मरीजों की मौत हो चुकी है।

नोएडा: टीकाकरण के लिए नई व्यवस्था शुरू की

विजय भाटी             
गौतमबुद्ध नगर। कोरोना टीकाकरण के लिए गौतमबुद्ध नगर में सोमवार से नई व्यवस्था शुरू की गई। अब लोगों को कार में बैठाकर ही कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी।
 गौतमबुद्धनगर में सोमवार को 45 साल से अधिक आयु वाले लोगों के लिए वाहन में ही वैक्सीन लगाने की योजना शुरू की। कोविड-19 के नोडल अधिकारी नरेंद्र भूषण ने बताया कि कुछ लोगों को संदेह है कि टीकाकरण के दौरान वह संक्रमित हो सकते हैं, इसलिए यह मुहिम शुरू की जा रही है। इसमें व्यक्ति अपनी गाड़ी में आएंगे और उसी में बैठे रहेंगे। सोमवार को नोएडा के डीएलएफ मॉल और ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से ड्राइव थ्रू टीकाकरण की शुरुआत हुई। पहले दिन दोनों जगह 100-100 लोगों के लिए स्लॉट बुक किए जा सकेंगे। ग्रेटर नोएडा के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में गेट नंबर चार से प्रवेश मिलेगा और गेट नंबर एक से बाहर भेजा जाएगा। इन दोनों केंद्रों पर पहले 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को ही टीका लगाया जाएगा। जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि 45 से अधिक आयु से लेकर सीनियर सिटीजन तक सभी को रजिस्ट्रेशन कराकर स्लॉट भी बुक कराना होगा। इसके बाद ही टीकाकरण का लाभ मिल पाएगा।

कोरोना में मददगार डीआरडीओ की दवाई मंगाई जाएं

हरिओम उपाध्याय                  
लखनऊ। डीआरडीओ की एंटी कोविड दवा ’2 डीजी’ सोमवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन सिंह ने लांच कर दिया। यह दवा कल से मिलनी शुरू हो जाएगी। इधर ग्राउंड जीरो पर काम कर रहे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दवा के लिए टीम-09 को निर्देशित करते हुए कहा है कि कोविड में मददगार डीआरडीओ की दवाई तुरंत मंगाई जाए। 
योगी ने कहा कि कोविड-19 उपचार की दिशा में नित नए अनुसंधान हो रहे हैं। हमें इन पर नजर बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने टीम से कहा कि दवाई के लिए आवश्यक मांग पत्र भारत सरकार को तत्काल भेजकर आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से जुड़ी हर तरह की चुनौती के लिए हमें तैयार रहना होगा। 
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन कमी नहीं होने देंगे। पीएम केयर्स के अंतर्गत लग रहे ऑक्सीजन प्लांट लखनऊ, जौनपुर, फिरोजाबाद, सिद्धार्थ नगर आदि में जल्द ही क्रियाशील हो जाएंगे। सहारनपुर में प्लांट चालू हो चुका है। सीएसआर की मदद और राज्य सरकार द्वारा स्थापित कराए जा रहे प्लांट्स की कार्यवाही तेज की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में वेंटीलेटर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं। 

बलरामपुर: 60 वर्षीय बुजुर्ग में ब्लैक फंगस की पुष्टि

अंबिकापुर। सरगुजा में पहला ब्लैक फंगस का मामला सामने आया है। बलरामपुर जिले के रहने वाले 60 वर्षीय बुजुर्ग में इस बीमारी की पुष्टि की गई है। आंख और नाक में परेशानी के बाद जांच में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई थी। जिले में इलाज की सुविधा नहीं होने पर मरीज को रायपुर रेफर किया गया है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में ब्लैक फंसग से 3 मरीजों की मौत हो चुकी है। दुर्ग जिले में ही ब्लैक फंगस से दो मरीज दम तोड़ चुके हैं। मृतिका 61 वर्षीय बी लक्ष्मी चरोदा निवासी थी। मृतिका को 23 अप्रैल को कोरोना संक्रमण हुआ जिसके बाद उसे चरोदा रेलवे हॉस्पिटल रायपुर के निजी अस्पताल के बाद नेहरू नगर स्थित निजी अस्पताल चंदूलाल चन्द्राकर में 6 मई को भर्ती कराया गया। यहां भर्ती के दौरान मृतिका के बेटे ने जैसे तैसे एंटी फंगल इंजेक्शन खरीदकर मृतिका को लगवाया लेकिन 15 मई से लगने वाले डोज के लिए भटकना पड़ा था। अंत तक एन्टी फंगल इंजेक्शन नहीं मिल पाया। मृतिका वेन्टीलेटर पर थी ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा संचालित कचांदुर स्थित चंदूलाल मेडिकल कॉलेज कोविड सेंटर रेफर किया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस मौत से मृतिका के बेटे ने समय पर एंटी फंगल इंजेक्शन नहीं मिलने से मौत होने का आरोप लगाया। इस आरोप के बाद प्रशसन में हड़कंप मचा हुआ है। कलेक्टर ने फोन से इस मौत पर मौखिक जानकारी देते हुए बताया कि महिला को ब्लैक फंगस तो था। लेकिन इसकी वजह से ही मौत हुई ऐसा कहना सही नहीं।

बिहार: जमुई में एक साथ 22 लोग संक्रमित पाए गएं

अविनाश श्रीवास्तव              

जमुई। ब‍िहार के जमुई के गांवों में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या यह बताती है कि सरकार की गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए विभिन्न तरह का आयोजन संक्रमण फैलने का कारण बन रहा है। इसका ताजा उदाहरण है, जमुई जिले के लक्ष्मीपुर प्रखंड इलाके का दिग्घी गांव है। जहां जांच के बाद रविवार को आई रिपोर्ट में एक साथ 22 लोग संक्रमित पाए गए हैं। जबकि एक संक्रमित शख्स की मौत इलाज के दौरान पटना में हो चुकी है। बताया जा रहा है क‍ि जिस संक्रमित शख्स विद्याभूषण उर्फ ललन मंडल की मौत हुई है। उसके बेटे छोटू की शादी बीते 26 अप्रेल को हुई थी। शादी में उस परिवार के अलावा आसपास के लोग बढ़-चढ़कर शामिल हुए थे। शादी के कुछ ही दिनों के बाद घर के मुखिया की तबीयत बिगड़ने लगी फिर इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। इसकी मौत के बाद जब उस टोले में कोरोना जांच करवाई गई। जहां एक साथ 22 पॉजिटिव मरीज मिले है। इसके बाद इलाके का मेन बाजार दिग्घी की सड़कें सुनसान है और दुकानें भी नहीं खुलती।

टूलकिट का हवाला, भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया

अकांशु उपाध्याय                 

नई दिल्ली। भाजपा ने मंगलवार को कांग्रेस पर कोरोना महामारी के दौरान देशवासियों में भ्रम फैलाने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया और कहा कि इस संकट काल में विपक्षी दल की ‘‘गिद्धों की राजनीति’’ उजागर हुई है। एक ‘‘टूलकिट’’ का हवाला देते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि कोरोना के समय जब पूरा देश महामारी से लड़ रहा है तो कांग्रेस ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए भारत को पूरे विश्व में ‘‘अपमानित और बदनाम’’ करने की कोशश की है। ‘‘टूलकिट’’ एक प्रकार का दस्तावेज होता है जिसमें अपने अभियान को आगे बढ़ाने के लिए बिंदुवार मुद्दे होते हैं। अपने अभियान को धार देने के लिए इन्हीं मुद्दों पर विरोधियों को घेरने के लिए प्रचार-प्रसार किया जाता है। हाल ही में किसान आंदोलन के दौरान भी एक टूलकिट सामने आया था। जिसकी काफी चर्चा भी हुई थी। पात्रा ने दावा किया कि कांग्रेस ने महामारी के समय ऐसे ही ‘‘टूलकिट’’ के जरिए सरकार के घेरने के लिए विभिन्न माध्यमों से देश में भ्रम की स्थिति पैदा कर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की।

फंगस: पत्नी ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी किया

मनोज सिंह ठाकुर             

इंदौर। ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) संक्रमण के कारण यहां एक निजी अस्पताल में भर्ती 40 वर्षीय व्यक्ति की पत्नी ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर वीडियो जारी किया। महिला ने वीडियो में धमकी दी कि अगर उसके पति को आज जरूरी इंजेक्शन नहीं मिले, तो वह इसी अस्पताल की छत से कूदकर जान दे देगी। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। महिला इसमें कहती सुनाई पड़ रही है। “मैं बॉम्बे हॉस्पिटल से बोल रही हूं। मरीज (महिला का 40 वर्षीय पति) की आंख में दर्द हो रहा है। उसका पूरा जबड़ा दर्द कर रहा है। वह मेरे पति हैं और ब्लैक फंगस के इलाज के लिए भर्ती हैं। मैं इस हालत में उन्हें कहां लेकर जाऊंगी? इंजेक्शन (एम्फोटेरिसिन-बी) अस्पताल में नहीं मिल रहे हैं और (अस्पताल के) बाहर भी नहीं मिल रहे हैं।”

कोरोना के कारण दिल्ली के एम्स में जितेंद्र का निधन

अश्वनी उपाध्याय                       

मुजफ्फरनगर। केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के भाई जितेंद्र बालियान का कोविड-19 के कारण दिल्ली के एम्स में मंगलवार को निधन हो गया। उनके परिजनों ने यह जानकारी दी। जितेंद्र, संजीव बालियान के रिश्ते के भाई थे। उत्तर प्रदेश में हाल में हुए पंचायत चुनाव में वह मुजफ्फरनगर जिले के कुटबा गांव के प्रधान चुने गए थे। उन्होंने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान जितेंद्र कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे और उनका दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा था।

रिवर प्लेट फुटबॉल क्लब के 5 और फुटबॉलर पॉजिटिव

ब्यूनस आयर्स। अर्जेंटीना के रिवर प्लेट फुटबॉल क्लब के पांच और फुटबॉलर कोरोना पॉजिटिव पाये गए हैं। जिससे टीम में संक्रमितों की संख्या बढकर 20 हो गई। हालत यह है कि कोलंबिया के सैंटा एफई के खिलाफ कोपा लिबर्टाडोरेस के बुधवार के मैच के लिये उसके पास कोई फिट गोलकीपर ही नहीं है। क्लब ने सोमवार को जारी बयान में बताया कि उसके पांच और खिलाड़ी पॉजिटिव हो गए हैं। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार क्लब उसका मैच स्थगित करने का अनुरोध करेगा। रिवर प्लेट अंकतालिका में ग्रुप डी में दूसरे स्थान पर है। ब्राजील का फ्लूमिनेंस शीर्ष पर है।

गुजरात में चक्रवात की तबाही, 5 लोगों की मौत

सत्येंद्र पंवार   
अहमदाबाद। गुजरात में चक्रवातीय तूफान ‘ताऊ ते’ के कारण हुई घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई और राज्य के पश्चिमी तट पर इससे भारी तबाही मची है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि चक्रवात ‘ताऊ ते’ सोमवार की मध्यरात्रि में सौराष्ट्र क्षेत्र के दीव और ऊना के बीच गुजरात तट से टकराने के बाद कमजोर पड़ गया है। अब तक मिले आधिकारिक आंकड़ो के अनुसार तूफ़ान के चलते एक बच्चे और एक महिला समेत कम से कम तीन लोगों की मौत हुई है। अनाधिकारिक सूचनाओं के अनुसार यह संख्या कम से कम पांच है।यह गुजरात तट से ‘अत्यंत तीव्र चक्रवाती तूफान’ के रूप में गुजरा और धीरे-धीरे कमजोर पड़ गया। 
आईएमडी ने बताया कि अमरेली के पास सौराष्ट्र क्षेत्र में सौराष्ट्र क्षेत्र में मंगलवार सुबह यह ‘काफी गंभीर चक्रवाती तूफान’ बना हुआ था। अधिकारियों ने बताया कि चक्रवाती तूफान के कमजोर पड़ने के बावजूद इससे भारी तबाही मची है। वहीं भावनगर, राजकोट, पाटण और वलसाड में एक-एक व्यक्ति की जान तूफान के दौरान हुए हादसों में गई।विभाग ने सुबह के बुलेटिन में बताया कि चक्रवाती तूफान के अमरेली से 10 किमी दक्षिण में और दीव से लगभग 95 किमी उत्तर-उत्तर-पूर्व में स्थित होने के कारण हवा की रफ्तार 150 से 175 किमी प्रति घंटे से कम हो गई और हवा 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने लगी। आईएमडी ने कहा कि इसके उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर आगे बढ़ने और अगले तीन घंटों के दौरान धीरे-धीरे कमजोर होने का अनुमान है।

विभाग ने कहा, ‘‘ चक्रवाती तूफान की वजह से, गुजरात और सौराष्ट्र में मंगलवार को हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। साथ ही कुछ दूर-दराज इलाकों में भारी से बेहद भारी तथा भीषण बारिश हो सकती है।’’ उसके अनुसार, दिन में हवा की गति भी कम होने का अनुमान है। राज्य में अभी तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।

राज्य आपात अभियान केन्द्र (एसईओसी) के एक अधिकारी ने बताया कि भीषण बारिश और तेज हवाओं के कारण अलग-अलग स्थानों पर दीवारें गिरने से तीन लोगों की मौत हुई। मृतकों में राजकोट, वलसाड और भावनगर का एक-एक व्यक्ति शामिल है। तीनों जिले राज्य में चक्रवती तूफान से सर्वाधिक प्रभावित जिलों में से हैं।

पाटण ए-संभाग पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार रात तेज हवाएं चलने से, पाटण में सो रही एक महिला पर बिजली का खंभा गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई। गुजरात में कई तटीय इलाकों में बिजली नदारद रही। वहीं, तेज हवाएं चलने के कारण कई पेड़, बिजली के खंभे और मोबाइल टावर भी गिर गए।

टीएमसी के दो नेताओं की जेल में तबीयत बिगड़ी

मीनाक्षी लोधी   कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा और पार्टी के पूर्व नेता शोभन चटर्जी की जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें मंगलवार तड़के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। एक अधिकारी ने बताया कि दोनों नेताओं को सरकारी एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया क्योंकि उन्होंने सांस लेने में दिक्कतों की शिकायत की थी।केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मामले में पश्चिम बंगाल के मंत्री फरहाद हकीम और सुब्रत मुखर्जी को भी गिरफ्तार किया था और चारों को सोमवार रात कोलकाता में प्रेसिडेंसी जेल ले जाया गया। अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘चटर्जी और मित्रा ने तड़के तीन बजे सांस लेने में परेशानी की शिकायत की जिसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया। दोनों को एसएसकेएम अस्पताल के वुडबर्न वार्ड में रखा गया है। उनकी हालत अब स्थिर है।’अधिकारी ने बताया कि जेल में अस्वस्थ महसूस करने वाले मुखर्जी को भी मंगलवार तड़के स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल लाया गया। जांच के बाद मंत्री को जेल ले जाया गया क्योंकि वह अस्पताल में भर्ती नहीं होना चाहते थे। मुखर्जी को कुछ जांच के लिए फिर से मंगलवार सुबह एसएसकेएम अस्पताल लाया गया। हकीम की हालत ठीक बतायी जा रही है।

गिरफ्तार किए गए दोनों नेताओं के अस्पताल में भर्ती होने के मद्देनजर कोलकाता पुलिस के कर्मियों की भी वहां तैनाती की गयी थी। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने नारद स्टिंग मामले में तृणमूल कांग्रेस के दो मंत्रियों, एक विधायक और पार्टी के एक पूर्व नेता को जमानत देने के सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले पर रोक लगा दी।

उच्च न्यायालय की पीठ ने इस मामले में सुनवाई के दौरान कहा कि विशेष अदालत के आदेश पर रोक लगाना ही सही होगा। पीठ ने अगले आदेश तक सभी अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजने का भी आदेश दिया। नारद टीवी न्यूज चैनल के मैथ्यू सैमुअल ने 2014 में कथित स्टिंग ऑपरेशन किया था जिसमें तृणमूल कांगेस के मंत्री, सांसद और विधायक लाभ के बदले में कंपनी के प्रतिनिधियों से कथित तौर पर धन लेते नजर आए।

यह टेप पश्चिम बंगाल में 2016 के विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सार्वजनिक हुआ था। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने स्टिंग ऑपरेशन के संबंध में मार्च 2017 को सीबीआई जांच का आदेश दिया था।

चक्रवात: 24 घंटे में सबसे अधिक बारिश का दावा

कविता गर्ग   
मुंबई। मुंबई में चक्रवाती तूफान ‘ताऊ ते’ के कारण 230 मिलीमीटर बारिश हुई। एक मौसम विशेषज्ञ ने इसे दर्ज इतिहास में मई में 24 घंटे में सबसे अधिक बारिश होने का दावा किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुंबई केंद्र के अनुसार, सांताक्रूज वेधशाला ने मंगलवार सुबह 8.30 बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में 230.3 मिमी बारिश दर्ज की।इसके अलावा, कोलाबा वेधशाला ने इसी अवधि के दौरान 207.6 मिमी बारिश दर्ज की। 
आईएमडी की गणना के अनुसार, 204.5 मिमी से अधिक वर्षा को अत्यधिक भारी वर्षा माना जाता है, पुणे स्थित भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान में उत्तरी हिंद महासागर में चक्रवातों को लेकर शोध करने वाले विनीत कुमार ने मंगलवार को ट्वीट किया, “मुंबई (सांताक्रूज): चक्रवात के प्रभाव के कारण पिछले 24 घंटों में 230 मिमी बारिश हुई, यह दर्ज इतिहास में मुंबई में मई में 24 घंटे में हुई सबसे अधिक बारिश है।”

जेल कांड: सीबीआई या एनआईए से कराने की मांग

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जेल में हाल में हुई हत्याओं की जांच सीबीआई या एनआईए से कराने की मांग करने वाली एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई है। याचिका में इन हत्याओं की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराने की मांग की गई है।

वकील अनूप प्रकाश अवस्थी ने दायर याचिका में चित्रकूट जेल में हुई तीन विचाराधीन कैदियों की हत्याओं और यूपी में 18 मार्च 2017 के बाद हुए सभी एनकाउंटर की जांच सीबीआई या एनआईए से जांच कराने की मांग की है। याचिका में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर एनकाउंटर को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है। याचिका में यूपी के मुख्यमंत्री के यूपी विधानसभा में की गई उस घोषणा का उल्लेख किया गया है जिसमें कहा गया था कि अपराधियों को ठोक दिया जाएगा। याचिका में कहा गया है कि ये संविधान की धारा 21 का उल्लंघन है।

याचिका में बागपत जेल में मारे गए मुन्ना बजरंगी और पिछले साल विकास दुबे की मुठभेड़ का हवाला देते हुए कहा गया है कि जेल में हत्याएं और मुठभेड़ की वर्तमान घटना कोई छिटपुट घटना नहीं है। ये घटनाएं न केवल चिंताजनक है बल्कि परेशान करनेवाला है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो सरकारी एजेंसी किसी भी नागरिक की जान कभी भी ले सकती है।

एयरटेल को चौथी तिमाही में 759 करोड़ का लाभ

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्‍ली। निजी क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल को वित्‍त वर्ष 2020-21 चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में 759 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ। हालांकि, पिछले वित्‍त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी को 5,237 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

कंपनी ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि आखिरी तिमाही में उसका एकीकृत राजस्व 11.9 फीसदी बढ़कर 25,747 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्‍त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में 23,019 करोड़ रुपये था। लेकिन, वित्‍त वर्ष 2020-21 में भारती एयरटेल को 15,084 करोड़ रुपये का घाटा हुआ, जो वित्‍त वर्ष 2019-20 में 32,183 करोड़ रुपये था। इसके अलावा बीते वित्‍त वर्ष 2020-21 में भारती एयरटेल का वार्षिक राजस्व एक लाख करोड़ रुपये (1,00,616 करोड़ रुपये) के पार चला गया। हालांकि, वित्‍त वर्ष 2019-20 में यह 84,676 करोड़ रुपये था। वहीं, वित्‍त वर्ष 2020-21 चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही में कंपनी के वैश्विक स्तर पर ग्राहकों की संख्या लगभग 47 करोड़ थी।

उल्‍लेखनीय है कि वित्‍त वर्ष 2021 के पहले तीन महीनों (जनवरी-मार्च) के दौरान भारती एयरटेल के ग्राहकों की संख्या में 1.41 करोड़ का इजाफा हुआ। इससे भारत में कंपनी के ग्राहकों की संख्या 35 करोड़ पर पहुंच गई है। बीएसई पर आज कंपनी के एक शेयर का दाम 549.55 रुपये पर रहा, जबकि एनएसई पर 547.80 रुपये पर रहा। 

बढ़ती मौतों का आंकड़ा चिंता का विषय: वायरस

हरिओम उपाध्याय   
नई दिल्ली। भारत में लगातार कम हो रहे कोरोना के नए मामले तो राहत देने वाले हैं, लेकिन मौत की बढ़ती संख्या चिंता करने वाली है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों की मानें तो कोरोना जब भारत में पीक पर था यानी रोज चार लाख के नए मामले सामने आ रहे थे, उसकी तुलना में आज के मौत का आंकड़े परेशान करने वाले हैं। भारत में 6 मई को सबसे ज्यादा नए केस सामने आए थे। उस दिन 3920 मरीजों की कोरोना के कारण जान चली गई थी। वहीं, आज जब 2.63 लाख नए पॉजिटिव केस की पुष्टि हुई है तो मौतों की संख्या ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। covid19india.org द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में 4329 मरीजों की मौत हो गई।
डरा रहे मौत के आंकड़े
भारत में भले ही रोजोना सामने आने वाले कोरोना के मामले घट रहे हैं, लेकिन मौत की बढ़ती संख्या परेशान करने वाली है। भारत में 6 मई को कोरोना पीक पर था। उस दिन 4.14 लाख नए मामले सामने आए थे 3,920 मरीजों की जान गई थी। आज नए मामले घटकर 2.62 लाख पर आ गए हैं, लेकिन मौत की संख्या ने सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। देश में आज 4334 मरीजों की जान गई है।

भारत के लिए समस्या जटिल, वैक्सीनेशन को बढ़ाये

कविता गर्ग   नई दिल्ली/जेनेवा। भारत कोरोना महामारी की दूसरी लहर भी संभाल नहीं पा रहा है और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि ऐसी कई और लहरें आ सकती हैं। विश्व संगठन की चीफ साइंटिस्ट डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि इसकी संभावना को देखते हुए भारत के लिए अगले 6-18 महीने कापी अहम हैं। अगर इस दौरान टीकाकरण अभियान की रफ्तार को बढ़ाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुरक्षित कर लिया जाए, तो इसकी अगली लहरें ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगी। साथ ही इस साल के अंत तक कोरोना के मामलों में कमी आनी शुरू हो जाएगी।
भारत में कोरोना के विस्फोट की वजह बताते हुए डॉ. स्वामीनाथन ने कहा कि पहली बार भारत में मिला कोरोना वायरस का B 1.617 वैरिएंट निश्चित तौर पर ज्यादा संक्रामक है। ये ऑरिजिनल स्ट्रेन से डेढ़ से दो गुना अधिक संक्रामक हो सकता है। इसके अलावा ये ब्रिटेन में पाए गए B 117 वेरिएंट से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है। इससे बचने के लिए भारत को अगले 6 से 12 महीनों तक अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना होगा और ज्यादा से ज्यादा आबादी को वैक्सीनेट करना होगा। अगर ऐसा हुआ तभी हालात में सुधार की गुंजाइश बन सकती है।

वैसे, भारत में लगाये जा रहे दोनों कोरोना वैक्सीनों की तारीफ करते हुए डॉ. स्वामीनाथन ने कहा कि दोनों ही टीके कोरोना वायरस  के नए स्ट्रेन के खिलाफ काफी प्रभावशाली है। वैसे कुछ मामलों में दोनों डोज लेनेवाले लोग भी संक्रमित हुए हैं, लेकिन ये कोई बड़ी बात नहीं है। अच्छी बात ये है कि वैक्सीन की दो डोज लेने वालों की रिकवरी ज्यादा जल्दी और आसान रही है।

स्पर्म ही महिला को प्रेग्नेंसी के लिए देता हैं संकेत

मदन प्रजापति   

नई दिल्ली/सिडनी। किसी भी महिला के लिए गर्भवती होना कोई बहुत आसान प्रक्रिया नहीं होती है। इसमें एक साथ कई सारी चीजें घटित होती हैं। जाहिर सी बात है कि कोई भी महिला पुरुष के स्पर्म शुक्राणुओं के बिना प्रेग्नेंट नहीं हो सकती है। हालांकि नई स्टडी से पता चला है कि प्रेग्नेंसी में सीधी भूमिका के अलावा भी स्पर्म एक और बहुत अहम काम करता है। ये स्टडी ऑस्ट्रेलिया की एडिलेड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने की है।

ये स्टडी नेचर रिसर्च जर्नल कम्युनिकेशंस बायोलॉजी में छपी है। स्टडी के मुताबिक, स्पर्म ही महिला को प्रेग्नेंसी के लिए मनाता है। स्पर्म महिलाओं को प्रजनन ऊतकों को एक ऐसा संकेत देता है जिससे प्रेग्नेंसी की संभावना बढ़ जाती है। स्टडी के मुख्य लेखक प्रोफेसर सारा रॉबर्टसन ने कहा, 'यह पहली ऐसी स्टडी है जो बताती है कि महिलाओं का इम्यून रिस्पॉन्स स्पर्म से मिले सिग्नल पर काम करता है और एग को फर्टिलाइज करने की अनुमति देता है, जिससे कि प्रेग्नेंसी होती है।
प्रोफेसर रॉबर्टसन ने कहा, 'स्पर्म को लेकर ये स्टडी हमारी वर्तमान समझ के उलट है जैसा कि अब तक हम इसकी क्षमता को समझते आए थे। इसमें सिर्फ जेनेटिक मेटेरियल नहीं होता है बल्कि ये महिला के शरीर को ये समझाने का भी काम करता है कि वो उसमें अपनी प्रजनन क्षमता का निवेश करे। 'स्पर्म में पाया जाने वाला प्रोटीन प्रेग्नेंसी के समय महिला की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया (इम्यून) को नियंत्रित करता है ताकि उसका शरीर बाहरी भ्रूण को स्वीकार कर सके। हालांकि स्पर्म इस प्रतिक्रिया को प्रभावित करते हैं या नहीं, ये अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।
शोधकर्ताओं की टीम ने ग्लोबल जीन को समझने के लिए चूहों के यूट्रस पर प्रयोग किया। इसके लिए उन्होंने पूरी तरह से ठीक और कुछ नसबंदी वाले स्पर्म का यूट्रस में मिलान किया। प्रयोग में पाया गया कि पूरी तरह से ठीक स्पर्म की वजह से महिला जीन में ज्यादा बदलाव आए, खासतौर से इम्यून रिस्पॉन्स के मामले में। स्टडी के अनुसार नसबंदी वाले पुरुषों की तुलना में बिना नसबंदी वाले पुरुषों के स्पर्म से महिलाओं को मजबूत इम्यून टॉलरेंस मिलता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि महिलाओं की कोशिकाओं में स्पर्म के प्रभाव का सीधा असर पड़ता है।
नई स्टडी के नतीजों से पता चलता है कि स्पर्म की सेहत का भी प्रेग्नेंसी पर असर पड़ता है। ये ना सिर्फ प्रेग्नेंसी के लिए बल्कि बच्चे की सेहत के लिए भी जरुरी है। उम्र, डाइट, वजन, शराब और स्मोकिंग जैसी आदतों का स्पर्म क्वालिटी पर असर पड़ता है और इसकी वजह से प्रेग्नेंसी हेल्थ भी प्रभावित हो सकती है। प्रोफेसर रॉबर्टसन ने कहा, 'ऐसा माना जाता है कि स्पर्म केवल एग को फर्टिलाइज करते हैं लेकिन प्रेग्नेंसी के अलावा स्पर्म क्वालिटी का असर प्रेग्नेंसी के दौरान महिला और होने वाले बच्चे की सेहत पर भी पड़ता है।
प्रोफेसर रॉबर्टसन ने कहा, 'मिसकैरेज, प्रीक्लेम्पसिया और समय से पहले बच्चे को जन्म देना जैसी स्थितियां महिलाओं के इम्यून रिस्पॉन्स की वजह से होती हैं और इसमें पार्टनर के स्पर्म भी जिम्मेदार होते हैं।

वैक्सीनेशन के बाद गंभीर लक्षणो की रिपोर्ट करें

कविता गर्ग   

नई दिल्ली। ब्रिटेन और कई अन्य देशों की तरह अब भारत में भी कोविशील्ड वैक्सीन लेने के बाद रक्त स्राव और खून के थक्के जमने की घटनाएं सामने आने लगी हैं। वैक्सीन के प्रतिकूल प्रभावों को लेकर गठित राष्ट्रीय समिति ने भी इसकी पुष्टि कर दी है। अब स्वास्थ्य मंत्रालय ने हेल्थकेयर वर्कर्स और वैक्सीन लेने वालों के लिए वैक्सीन के साइड-इफेक्ट को लेकर एक एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में लोगों से अपील की गई है कि वे टीका लेने के 20 दिन के भीतर ब्लड क्लॉट्स यानी खून के थक्के जमने के लक्षणों की पहचान करें और अगर कोई गंभीर लक्षण दिखता है तो टीकाकरण केंद्र पर जाकर उसकी रिपोर्ट करें।

एडवाइजरी के मुताबिक, कोई भी वैक्सीन (खासकर कोविशील्ड) लेने के बाद अगर आपको शरीर में सूजन, छाती में दर्द, बिना उल्टी के पेट दर्द, तेज सिर दर्द और सांस लेने में तकलीफ जैसे गंभीर लक्षण दिखें, तो टीकाकरण केंद्र पर जाकर उसकी रिपोर्ट जरूर करें।एडवाइजरी के मुताबिक, अगर आपको इंजेक्शन लगने वाली जगह के अलावा शरीर के किसी भी हिस्से पर लाल रंग के धब्बे नजर आ रहे हैं तो सतर्क हो जाइए। ये ब्लड क्लॉट्स के लक्षण हो सकते हैं। इसके अलावा अगर आपको माइग्रेन की समस्या नहीं है, लेकिन उसके बावजूद तेज सिर दर्द हो रहा है, तो टीकाकरण केंद्र पर इसकी रिपोर्ट भी करनी जरूरी है।

कोरोना वैक्सीन लगने के बाद अगर आपको कमजोरी हो रही है, बिना किसी कारण के लगातार उल्टी हो रही है, आंखों में दर्द है या धुंधला दिख रहा है, शरीर के किसी अंग ने काम करना बंद कर दिया है, तो ये समस्याएं बेहद ही गंभीर हैं। इसलिए टीकाकरण केंद्र पर मौजूद हेल्थकेयर वर्कर्स को इस लक्षणों के बारे में जानकारी दें।वैक्सीन के प्रतिकूल प्रभावों को लेकर गठित राष्ट्रीय समिति ने कहा है कि देश में ब्लड क्लॉट के बहुत कम मामले कोविशील्ड वैक्सीन से जुड़े हो सकते हैं। समिति के मुताबिक, भारत में कोविशील्ड वैक्सीन की प्रति 10 लाख खुराक पर खून के थक्के जमने के सिर्फ 0.61 फीसदी मामले ही देखने को मिले हैं।

एडवाइजरी के मुताबिक, वैज्ञानिक अध्ययन बताते हैं कि वैक्सीन लेने के बाद खून के थक्के जमने का खतरा यूरोपीय मूल के व्यक्तियों की तुलना में दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशियाई मूल के व्यक्तियों में लगभग 70 फीसदी कम होता है। राष्ट्रीय एईएफआई (टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटना) समिति का कहना है कि कोवैक्सीन टीका लगाने के बाद खून के थक्के जमने का एक भी मामला अभी तक दर्ज नहीं किया गया है।

केंद्र ने 13 राज्यों को भेजी 10,000 टन ऑक्सीजन

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। कोरोना काल में अपनी विशेष ऑक्सीजन एक्सप्रेस को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही भारतीय रेल ने अब तक 269 ऑक्सीजन एक्सप्रेस के जरिए दस हजार टन से ज्यादा लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की है। सोमवार को गुजरात में तूफानी हवाओं के बीच रेलवे ने लगभग 150 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन वाली दो ट्रेनों को का भी सफल संचालन किया है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस की गति बढ़ाई गई है और इनकी औसत गति 75 किलोमीटर प्रति घंटे है। रेल बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ सुनीत शर्मा ने कहा है कि ऑक्सीजन प्राणवायु है और रेलवे की प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है। इसलिए उनके दिमाग में इसके परिवहन पर आने वाली लागत है ही नहीं। यह सेवा का काम है, जिसमें पूरे देश के साथ रेलवे भी शामिल है। शर्मा ने बताया कि गुजरात में सोमवार को तूफान के बावजूद रेलवे ने वहां से तेज हवाओं के बीच अपनी दो ऑक्सीजन एक्सप्रेस का संचालन किया है। 
18 अप्रैल से रेलवे ने अपनी विशेष ऑक्सीजन एक्सप्रेस की शुरुआत की थी और अब तक 10302 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा चुकी है। रेलवे ने 13 राज्यों को यह ऑक्सीजन आपूर्ति की है। इसके लिए उसे 269 ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलानी पड़ी है, जिनके जरिए 634 टैंकरों को विभिन्न राज्यों में पहुंचाया गया है। इनमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश को 197, दिल्ली को 191, महाराष्ट्र को 34, हरियाणा को 83 और मध्य प्रदेश को 38 टैंकर शामिल है।
इस समय 1005 विशेष मेल एक्सप्रेस ट्रेन :- कोरोना संक्रमण को रोकने और यात्रियों की संख्या में आई कमी को देखते हुए रेलवे इस समय 1005 विशेष मेल एक्सप्रेस ट्रेन यात्री ट्रेनों का संचालन कर रही है। उपनगरीय सेवाओं में भी कमी आई है और इनकी संख्या इस समय 3893 है। इसके अलावा सवारी गाड़ियों की संख्या भी कम होकर 517 रह गई है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी तक 4.32 लाख कर्मचारियों का टीकाकरण हो चुका है।

भारतीय क्षेत्र में क्यों आते हैं भयानक समुद्री तूफान

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्‍ली। अरब सागर में आए जबरदस्‍त चक्रवात टाक्‍टे कर्नाटक, गोवा, महाराष्‍ट्र के बाद अब गुजरात की तरफ जा पहुंचा है। जहां-जहां से ये गुजरा है वहां पर इसने तबाही के निशान भी छोड़े हैं। सही समय पर उठाए गए कदमों की बदौलत इस चक्रवात से जानमाल के अधिक नुकसान होने से बचा जा सका है। भारतीय नौसेना ने इसमें फंसे दो जहाजों से करीब करीब 132 लोगों को बचाया है। इस काम में भारतीय नौसेना के आइएनएस कोच्चि और आइएनएस कोलकाता जुटे हुए हैं। इस चक्रवात का असर उत्‍तर भारत के कई राज्‍यों में भी देखा जा रहा है। 
गौरतलब है कि हाल के कुछ वर्षों में भारतीय क्षेत्र में चक्रवातों के बनने का सि‍लसिला बढ़ा है। विश्व मौसम संगठन (डब्लूएमओ) के विशेषज्ञों की राय में इसकी बड़ी वजह जलवायु परिवर्तन है। जलवायु परिवर्तन की वजह से समुद्र का तापमान बढ़ रहा है। इस तापमान के बढ़ने का व्‍यापक असर समुद्र में बनने वाले चक्रवातों पर भी पड़ा है। आपको यहां पर ये भी बता दें कि चक्रवातों के बनने की शुरुआत समुद्र के गर्म क्षेत्र में ही होती है। यहां से चलने वाली हवा गर्म होकर कम वायु दाब का क्षेत्र बनाती हे। गर्म हवा तेजी से ऊपर आती है जहां उसको नमी मिलती है जो बाद में घने बादल का निर्माण करती है। इस वजह से खाली हुई जगह को भरने के लिए नम हवा तेजी से नीचे जाकर फिर ऊपर की ओर उठती है। ऐसे में जब हवा तेजी के साथ इसके ऊपर चक्‍कर काटती हे तो घने बादल कड़कती बिजली के साथ बारिश करते हैं। इसका बड़ा रूप ही चक्रवात बनता है, जो अपने साथ-साथ तेज हवाएं और बारिश लेकर आता है। अरब सागर में तेज होते चक्रवात वैज्ञानिकों की चिंता का सबब बने हुए हैं। 
विशेषज्ञों का मानना है कि ये सभी कुछ जलवायु परिवर्तन और समुद्र के तापमान के बढ़ने से हो रहा है। विशेषज्ञों का ये भी कहना है कि इससे निपटने के लिए प्रयास तेज करने होंगे, क्‍योंकि इस तरह के चक्रवात तटीय इलाकों में कई बार भारी तबाही मचाते हैं। जानकारों की मानें तो पहले अरब सागर का तापमान इतना नहीं था जितना कि आज है। बदलते दौर के साथ ये ये गर्म पानी का विशाल कुआं बन गया है, जो तीव्र चक्रवातों का जन्‍म देता है। इन जानकारों के मुताबिक उष्‍णकटिबंधीय चक्रवात गर्म पानी से अपनी ऊर्जा प्राप्‍त करते हैं और इसी कारण वे गर्म पानी के ऐसे इलाकों में बनते हैं जहां का तापमान 28 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है। जानकारों के मुताबिक 1980 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब लगातार चार बार 2018-2021 में मानसून सीजन के दौरान चक्रवातों का सामना करना पड़ा है। 
बीते वर्ष ही भारत ने एम्‍फान, निसर्ग और निवार चक्रवाती तूफान का सामना किया था। भारत की ही बात करें तो यहां पर अधिकतर चक्रवात मई से अक्‍टूबर के बीच आते हैं। इनमें से अधिकतर बंगाल की खाड़ी में आते हैं। इनका असर बंगाल से लेकर दक्षिण के राज्‍य तमिलनाडु तक दिखाई देता है। जानकारों की राय में भारतीय क्षेत्र में आने वाले ताकतवर चक्रवाती तूफानों की ताकत हर वर्ष 8 फीसद की दर से बढ़ रही है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक बीते एक दशक के दौरान अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में उठने वाले चक्रवाती तूफानों की संख्या में 11 प्रतिशत वृद्धि हुई है। जानकार मानते हैं कि समुद्री सतह का तापमान बढ़ने से चक्रवात अधिक शक्तिशाली हो जाते हैं। टोक्‍टे के समय में अरब सागर का तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक बताया जा रहा है। वैज्ञानिकों की मानें तो जैसे जैसे समुद्र का तापमान बढ़ता जाएगा चक्रवातों की शक्ति भी उतनी ही तेजी से बढ़ती जाएगी।

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25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...