शुक्रवार, 10 दिसंबर 2021

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-53, (वर्ष-05)
2. शनिवार, नवंबर 11, 2021
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-अष्टमी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:48, सूर्यास्त 05:24।
5. न्‍यूनतम तापमान -11 डी.सै., अधिकतम-24+ डी.सै.।  
बर्फबारी व शीतलहर के साथ कहीं- कहीं तेज बारिश की संभावना।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवाशुं के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :- +919350302745  
                     (सर्वाधिकार सुरक्षित) 

गुरुवार, 9 दिसंबर 2021

विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया: कौशाम्बी

विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया: कौशाम्बी
सुशील केसरवानी           
कौशाम्बी। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ द्वारा जारी एक्शन प्लान के तहत एवं जनपद न्यायाधीश के निर्देशन पर तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन बीएल इण्टर कालेज सुधवर गाॅव ब्लाॅक चायल में सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सौम्या गिरी के सौजन्य से किया गया। उक्त शिविर महिलाओं के अधिकार विषय पर आयोजित किया गया। जिसका संचालन संगीता कुशवाहा समाजसेवी के द्वारा किया गया। 
उक्त शिविर में महिलाओं एवं बालिकाओं को संविधान के द्वारा मिले अधिकारों के बारे में बताया गया और यह भी बताया गया की कोई महिला किसी प्रकार की हिंसा से परेशान होने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव को प्राथर्ना पत्र प्रेषित कर विधिक सहायता एवं निःशुल्क अधिवक्ता प्राप्त किया जा सकता है तथा मुकदमा पूर्व सुलह (प्री-लिटिगेशन) के माध्यम से विवाद का हल प्राप्त किया जा सकता है। 
संस्था के सदस्य रीतिका द्वारा शिक्षा के अधिकार व स्वास्थ्य के अधिकार विषय पर उपस्थित जनमानस को अवगत कराया गया। कायर्क्रम में सोशल एक्शन फार ग्लोबल एवेयरनेस सोसाइटी की सदस्य संगीता कुशवाहा रीतिका एवं विद्यालय प्रबन्धक सुनील कुमार, आशा सिंह आदि उपस्थित रहें।

कम्बल वितरण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया, डीएम
गणेश साहू         
कौशाम्बी। जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने गुरूवार को ग्राम अहिरारा सिराथू में जनकल्याणकारी समिति शहजादपुर द्वारा आयोजित कम्बल वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। 
जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा जरूरतमंदों को कम्बल का वितरण किया। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सिराथू विनय कुमार गुप्ता, बीडीओ सुरेश चन्द्र गुप्ता, समाज सेवी मो. हनीफ खान एवं ज्योतिषाचार्य रामसिंयासन शास्त्री सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

यूपी: कासगंज में धारा-144 लागू की, निर्देश दिए
हरिओम उपाध्याय          कासगंज। अपर जिला मजिस्ट्रेट अजय कुमार श्रीवास्तव द्वारा जनपद कासगंज की सीमा में प्रवेश करने वाले क्षेत्र में निवास करने तथा विचरण करने वाले समस्त व्यक्तियों तथा जनसामान्य के स्वास्थ्य एवं जीवन की सुरक्षा के दृष्टिगत आगामी 22 जनवरी 2022 तक धारा-144 लागू कर दी गयी है।
         उक्त जानकारी देते हुए अपर जिला मजिस्ट्रेट द्वारा बताया गया हैं कि गृह मंत्रालय द्वारा दिये गये निर्देषों के अनुपालन में कोविड-19 की महामारी की रोकथाम हेतु संक्रमण को फैलने से रोकने हेतु निर्देश निर्गत किये गये हैं। जिसके अंतर्गत मानव जीवन स्वास्थ्य या क्षेत्र को खतरे का निवारण करने के लिए तथा षान्ति/विधि व्यवस्था, सामाजिक समरसता बनाये रखने एवं जनसामान्य के स्वास्थ्य तथा जीवन की सुरक्षा के दृष्टिगत आगामी 22 जनवरी 2022 तक जनपद कासगंज में धारा-144 लागू कर दी गई है। निषेधात्मक आदेषों के अनुसार कोई भी व्यक्ति ऐसा कोई कार्य नहीं करेगा, जिससे विभिन्न जातियों एवं धार्मिक भावनाओं एवं समुदायों के बीच मतभेद उत्पन्न हो, जिसके कारण कोई तनाव उत्पन्न होने की सम्भावना हो और न ही इसके लिये किसी को प्रेरित करेगा। समस्त जनपद मे 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति, सहरूग्णता वाले व्यक्ति, गर्भवती स्त्रियॉ व 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे घरों में ही रहे, जब तक स्वास्थ्य संबंधी परिस्थतियों हेतु बाहर निकलना आवष्यक न हो।
     सोषल डिस्टेसिंग का ध्यान रखा जाये, जिसका दायित्व संबंधित व्यक्ति का होगा। सोशल डिस्टेसिंग का पालन न कराने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध माहामारी अधिनियम 2005 के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी। दुकानदारों को ग्राहकों तथा स्टाफ को सेनेटाइजर की व्यवस्था करनी होगी। किसी भी व्यक्ति को मास्क/गमछा/रूमाल/स्कार्फ/दुपट्टा से मुॅह ढॅके बिना दुकान में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। किसी भी खरीददार ने यदि मास्क नहीं पहना है तो उसे बिक्री नहीं की जायेगी। सार्वजनिक स्थानों पर थूकना जुर्माने के साथ दण्डनीय होगा। सार्वजनिक स्थानों पर मदिरापान करना निषिद्ध है। दुकानो पर खरीददारी के समय दो गज की दूरी बना कर रखें व पॉच से अधिक व्यक्ति इकट्ठा न हों।
      कोई भी व्यक्ति उप जिला मजिस्ट्रेट/अपर जिला मजिस्ट्रेट/जिला मजिस्ट्रेट की पूर्वानुमति के बिना किसी भी सार्वजनिक स्थान पर कोई जनसभा अथवा प्रदर्शन/कार्यक्रम का आयोजन नहीं करेगा और ना ही ऐसे किसी कार्यक्रम में सम्मिलित होगा। कोई भी व्यक्ति पॉच से अधिक व्यक्तियों के समूह का न तो गठन करेगा और न ही उसमें सम्मिलित होगा। यह आदेश शवयात्रा पर लागू नहीं होगा। कोई भी व्यक्ति लाठी, डंडा बल्लम, चाकू हॉकी, छुरा, लोहे की छड़ अथवा अन्य घातक हथियार या पदार्थ (तेजाब आदि) इत्यादि लेकर नहीं चलेगा। जिससे किसी भी व्यक्ति को चोट पहुॅचायी जा सकें, किन्तु यह प्रतिबन्ध वैशाखियों पर चलने वाले अपंग व्यक्तियों एवं परम्परागत रूप से सिक्ख समुुदाय के व्यक्तियों पर लागू नही होगा। शस्त्र लाइसेन्स का धारक है, अपने लाइसेन्सी शस्त्र को न तो सार्वजनिक रूप लेकर चलेगा ओर न ही अपने लाइसेन्सी शस्त्र से किसी अन्य को भयाक्रान्त करने का प्रयत्न करेगा। 
कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार का आग्नेयास्त्र लेकर जिले की सीमा में प्रवेश नहीं करेगा। डी.जे. ध्वनि विस्तारण यन्त्रों, लाउण्डस्पीकर आदि के उपयोग हेतु मा. उच्चतम न्यायालय/शासन द्वारा दिये गये निर्देशों का अनुपालन करना होगा। उप जिला मजिस्ट्रेट की बिना अनुमति के ध्वनि विस्तारण यन्त्रों का उपयोग नहीं किया जायेगा।
       जनपद कासगंज की सारो नगरी में अन्य प्रान्त/जनपदों से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को 72 घण्टे के अन्दर की आटीपीसीआर लैब की कोविड नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा। जनपद के बाहर के व्यक्तियों को 72 घण्टे के अन्दर की आटीपीसीआर लैब की कोविड नेगेटिव रिपोर्ट के बिना सोरों नगरी में प्रवेश निषिद्ध होगा (एन्टीजन टेस्ट की रिपोर्ट मान्य नहीं होगी।)
       अपर जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि उक्त आदेष आगामी 22 जनवरी 2022 तक लागू रहेंगें और इनका उल्लंघन भारतीय दण्ड संहिता की धारा-188 के अंतर्गत दण्डनीय अपराध होगा।

किसान 'आंदोलन' को स्थगित करने का ऐलान किया

किसान 'आंदोलन' को स्थगित करने का ऐलान किया

अकांशु उपाध्याय        नई दिल्ली। तीनों कृषि कानूनों की वापसी और लंबित मांगों पर सरकार के प्रस्ताव के बाद अब संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान आंदोलन को स्थगित करने का ऐलान किया है। किसान मोर्चा ने साफ किया कि आंदोलन को खत्म नहीं किया जा रहा है, इसे अभी स्थगित किया गया है। किसान नेता बलवीर राजेवाल ने कहा कि हम एक बड़ी जीत लेकर जा रहे हैं, एक अहंकारी सरकार को झुकाकर जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है, इसे अभी स्थगित किया गया है। 15 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की फिर बैठक होगी, जिसमें समीक्षा होगी। अगर सरकार दाएं-बाएं होती है तो आंदोलन फिर शुरू करने का फैसला लिया जा सकता है।

संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि 11 दिसंबर से विजय के साथ दिल्ली बॉर्डर से किसानों का जाना शुरू हो जाएगा. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हम पहले 10 तारीख से ही करना चाह रहे थे, लेकिन कल जो दुर्घटना हुई है, इसलिए हमने 11 तारीख से विजय मनाने का फैसला लिया है। किसान आंदोलन स्थगित करने का मतलब क्या। इस सवाल पर किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने बताया कि इसका मतलब है कि आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कई वादे किए हैं। केस वापसी की बात कही है, मुआवजा देने की बात कही है, लेकिन अभी केस वापस तो नहीं हो गए, मुआवजा तो नहीं मिल गया। चढ़ूनी ने कहा कि सरकार अपने वादे पूरे कर दे, हम अपने वादे पूरे कर देंगे।

पंचायत चुनाव से पलायन कर रहीं हैं 'कांग्रेस'
मनोज सिंह ठाकुर      
भोपाल। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने आज कहा कि हार के डर से कांग्रेस पंचायत चुनाव से पलायन कर रही है। डॉ. मिश्रा ने आज अपने ट्वीट में कहा कि लोकतंत्र में सबसे छोटी इकाई पंचायत है। सरकार में रहते हुए भी कांग्रेस ने पंचायत चुनाव को टालने की कोशिश की और आज भी यही कर रही है। हार के डर से कांग्रेस पंचायत ‌चुनाव से पलायन कर रही है।
राज्य में पंचायत चुनावों की घोषणा के बाद से ही कांग्रेस इसका विरोध कर रही है। मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने आज इस संबंध में दायर कई याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए चुनावों पर रोक लगाने से इंकार कर दिया है।

यूपी: टैबलेट व स्मार्टफोन देने की तैयारी पूरी की
संदीप मिश्र    
लखनऊ। योगी सरकार प्रदेश में छात्रों को मुफ्त में टैबलेट और स्मार्टफोन देने की तैयारी लगभग पूरी कर ली है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बताया गया कि छात्रों को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिन के मौके पर टेबलेट और स्मार्टफोन का वितरण सरकार शुरू करेगी। जिसमें शुरुआती चरण में ढाई लाख टैबलेट और दस लाख पचास हजार स्मार्टफोन बटेंगे। बताया जा रहा है कि सरकार की ओर से स्मार्टफोन और टेबलेट की खरीद के लिए जेम पोर्टल पर अब तक का सबसे बड़ा टेंडर जारी किया गया है। 
4700 करोड़ रुपए से इसकी खरीद होनी है। जानकारी के मुताबिक स्मार्टफोन की सप्लाई आईटी विभाग को 20 दिसंबर से शुरू होने की उम्मीद है। छात्रों को इसका वितरण 25 दिसंबर से करने की तैयारी है।

86 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग को मंजूरी दीं
अमित शर्मा           
चंडीगढ़। एक्सप्रेस वे के बाद हरियाणा के लोगों को एक और बड़ी सौगात मिली है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से हरियाणा के पनियाल से अलवर जिले के बड़ौदामेव तक करीब 86 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग को मंजूरी दे दी गई है। इस नेशनल हाईवे के बनने के बाद हरियाणा के लोगों को मुंबई से लेकर जम्मू कश्मीर तक जाने में आसानी होगी।
हरियाणा के पनियाला मोड़ सेअलवर के बड़ौदा मेव तक 8 लेन 86 किलोमीटर का नया हाईवे बनाया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे कैमरा, स्पीड कंट्रोल, वाईफाई, और एक्सेस कंट्रोल जैसी सुविधाओं से लैस होगा। यह हाइवे पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के वाहनों को दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे तक पहुंचाने का काम करेगा। इस हाईवे के बनने के बाद नारनौल, रेवाड़ी, हिसार, नूंह समेत इनके आसपास के इलाकों को काफी ज्यादा फायदा होगा।
अलवर और नारनौल के बीच बनने वाली हाईवे कोटपुतली क्षेत्र से गुजरेगी, जिसके लिए भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता होगी। कोटपुतली क्षेत्र में इसकी लंबाई 0।305 किमी होगी जबकि अलवर में इसकी लंबाई करीब 86 किलोमीटर है। राजमार्ग को जरूरत के हिसाब से इंटरचेंज, अंडर पास व फ्लाईओवर बनाए जाएंगे। हालांकि इनकी संख्या अभी निर्धारित नहीं हुई है। मिले सूत्रों के मुताबिक इस मार्ग पर किसी भी रास्ते को चौड़ा नहीं किया जाएगा, बल्कि उसे दोबारा नए सिरे से बनाया जाएगा।

चॉपर में सवार 13 लोगों का निधन हुआ: रक्षामंत्री
अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। राज्यसभा में राजनाथ सिंह ने कहा कि बिपिन रावत ने सुलूर एयरबेस से उड़ान भरी थी। चॉपर में सवार 14 लोगों में से 13 लोगों का निधन हो गया। राजनाथ सिंह ने बताया कि सबसे पहले स्थानीय लोगों को इसकी सूचना मिली। राजनाथ सिंह ने हादसे में मारे गए सभी मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
लोकसभा में बयान देते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय वायु सेना ने सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना की त्रि-सेवा जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच का नेतृत्व एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। 
कल ही जांच टीम वेलिंगटन पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। हादसे पर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने भी दुख जताया। हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हुए पदाधिकारियों के परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं। 
तमिलनाडु के कुन्नूर में वायुसेना का हेलीकॉप्टर क्रैश पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह लोकसभा में बयान दिया। जनरल रावत अपने तय दौरे पर थे। बुधवार को 11.48 पर एमआई-17 हेलीकॉप्टर से उड़ान भरी। एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने लगभग 12:08 बजे अपना नियंत्रण खो दिया। बाद में कुछ लोगों ने इस हेलीकॉप्टर को आग की लपटों में देखा।स्थानीय प्रशासन का एक बचाव दल पहुंच गया। उस अवशेष से जितने भी लोगों को निकाला गया, उन्हें वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे में 14 में से 13 लोगों का निधन हो गया। राजनाथ सिंह ने बिपिन रावत और पत्नी मधुलिका रावत समेत अन्य 11 सैन्य अधिकारियों की मौत पर संवेदना प्रकट की।

सुभासपा को ‘छड़ी’ चुनाव चिन्ह आवंटित किया
संदीप मिश्र      
लखनऊ। आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तर रहे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को चुनाव आयोग ने यूपी में ‘छड़ी’ चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिया है। गुरुवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने ट्वीट कर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव चिन्ह छड़ी आवंटित हुआ है।
गौरतलब है कि इस चुनाव के लिए राजभर की पार्टी ने समाजवादी पार्टी से गठबंधन किया है। समाजवादी पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अखिलेश यादव के साथ और अलग से वे लगातार जनसभाएं कर रहे हैं। इन जनसभाओं में वे जमकर भाजपा और उसके नेताओं पर जुबानी हमले बोल रहे हैं। बुधवार को भी वाराणसी पहुंचे राजभर ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्‍होंने कहा कि सरकार को किसानों का दुख-दर्द दिखाई नहीं दे रहा है।
उन्‍होंने कहा कि विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण होने से गरीबों का कोई भला नहीं होने वाला है। उन्‍होंने कहा कि भाजपा वालों को सिर्फ मुसलमान, पाकिस्‍तान और कब्रिस्तान जैसी चीजें ही दिखाई देती हैं। जबकि गरीबों को रोटी, कपड़ा, मकान और शिक्षा चाहिए।
इससे पहले ओमप्रकाश राजभर ने सपा से हुए गठबंधन पर बोलते हुए कहा कि हमारा गठबंधन सीटों पर नहीं बल्कि जातिगत जनगणना को लेकर हुआ है। उन्होंने कहा कि जब सरकार बनती है तो इसकी जातिगत जनगणना की जाएगी। साथ ही महंगाई भ्रष्टाचार और रोजगार के मुद्दों पर सपा से गठबंधन हुआ है और वह किसी पद की लालसा में नहीं हैं। यदि उन्हें पद की लालसा होती तो वह मंत्री होते।

शराब की दुकान में चोरी, आरोपी गिरफ्तार किया

शराब की दुकान में चोरी, आरोपी गिरफ्तार किया
दुष्यंत टीकम       
रायपुर। छत्तीसगढ़ में अंग्रेजी शराब दुकान प्रीमियम शाॅप में लाखों रूपए की चोरी मामले में आरोपी गिरफ्तार हुआ है। शराब की दुकान में रूपयों की चोरी करने वाला पूर्व सुरक्षा गार्ड ही आरोपी निकला है।
हीरापुर स्थित अंग्रेजी शराब दुकान प्रीमियम शाॅप में बुधवार देर रात चोरी की घटना हुई थी। शराब दुकान से लाॅकर में रखा कैश सहित महंगी ब्राण्ड की अंग्रेजी शराब को चोरी किया था। आरोपी कलेश्वर प्रसाद साहू पूर्व में उक्त शराब दुकान में सुरक्षा गार्ड रह चुका है।

परिवारिक कलह, कर्मचारी ने जान दी, छानबीन 

बृजेश केसरवानी         प्रयागराज। सिविल लाइन बस स्टैंड के पास स्थित होटल अनन्या भोजनालय के भीतर रात में संजय सरोज नामक कर्मचारी ने फंदे पर लटककर जान दे दी। गुरुवार सुबह घटना की जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन की। खुदकुशी का कारण साफ नहीं है। लेकिन पारिवारिक कलह वजह बताई जा रही है।

पुलिस के मुताबिक, 40 वर्षीय संजय सरोज कैंट इलाके के राजापुर मोहल्ले में पत्नी और बच्चे के साथ रहता था। वह अनन्या भोजनालय में काम करता था। बुधवार रात वह होटल में ही सो गया। फिर बिजली के तार का फंदा बनाकर पंखे के चुल्ले से लटक गया। सुबह जब दूसरे कर्मचारी होटल पहुंचे तो घटना की जानकारी हुई।सिविल लाइंस पुलिस का कहना है कि आत्महत्या का कारण साफ नहीं है। प्रथम दृष्टया पारिवारिक विवाद लग रहा है। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है अभी तक। आगे की कार्रवाई की जा रही है।

खबर पाकर संजय की पत्नी समेत परिवार और रिश्ते के लोग भी पहुंच गए। वजह जो भी हो लेकिन आत्महत्या करने को हमेशा गलत माना जाता है क्योंकि ऐसा मानसिक रूप से कमजोर लोग ही करते हैं। बुजुर्गों और समाज शास्त्र से जुड़े लोगों का कहना है कि जीवन में कितनी भी समस्या आ जाए लेकिन मौत गले लगाने के बारे में कतई नहीं सोचना चाहिए बल्कि समस्याओं से जूझकर उनसे उबरने वाले को ही असली योद्धा कहा जाता है। मगर कभी घरेलू कलह, पारिवारिक विवाद, आपसी झगड़े तो कभी गरीबी, बीमारी, तंगी की वजह से लोग परेशान होकर आत्महत्या कर लेते हैं। यह मुश्किलों से छुटकारा पाने का गलत तरीका है। इसकी देखादेखी अब कम उम्र के लोग और बच्चे भी ऐसा करने लगे हैं।

'कभी खुशी कभी गम' के 20 साल: उत्साह

'कभी खुशी कभी गम' के 20 साल: उत्साह

कविता गर्ग         मुंबई। बॉलीवुड के जानेमाने फिल्मकार करण जौहर की फिल्म 'कभी खुशी कभी गम' के प्रदर्शन के 20 साल पूरे होने वाले हैं। जिसे लेकर वह बेहद उत्साहित हैं। करण जौहर के निर्देशन में बनी फिल्म 'कभी खुशी कभी गम' में अमिताभ बच्चन, जया बच्चन,शाहरुख खान, ऋतिक रोशन, काजोल और करीना कपूर खान ने मुख्य भूमिका निभायी थी। फिल्म कभी खुशी कभी गम 14 दिसंबर 2001 में प्रदर्शित हुयी थी।फिल्म के प्रदर्शन के 20 साल पूरे होने वाले हैं। इसको लेकर करण जौहर खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं।

करण जौहर ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो को शेयर कर फिल्म निर्माण के अपने उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुए कैप्शन लिखा, "20 साल होने जा रहे हैं और मैं भी इस फिल्म को बड़े पर्दे पर रिलीज करने और इसे देखने जा रहे लोगों के उत्साह को महसूस करता हूं। लेकिन मुझे लगता है कि फिल्म को लेकर मेरे ऊपर ये प्रभाव बहुत बाद में पड़ा है और ये एहसाह तब से रुका नहीं है।

मैं त्यौहारों पर सभी वीडियो देखता हूं और मुझे लगता है कि इस फिल्म का म्यूजिक सभी त्यौहारों का हिस्सा है। फिल्म के संवाद और फैशन को लोगों ने अपने दैनिक जीवन में निश्चित रूप से शामिल कर लिया है। मैं ये भी देखता हूं कि इस वक्त के बाद ये सब आपके परिवार से प्यार करने के बारे में है। साथ ही फिल्म निर्माता ने फैंस से इस फिल्मोत्सव सप्ताह में शामिल होना आग्रह करते हुए कहा कि, इस पूरे सप्ताह हमारे साथ फिल्म के 20 साल पूरे होने क जश्न मनाएं। क्योंकि हमारे पास आपके लिए बहुत कुछ हैं।"


मुंबई: शादी के बंधन से बंधें कैटरीना और विक्की
कविता गर्ग        मुंबई। एक्टर विक्की कौशल और अभिनेत्री कैटरीना कैफ आज यानी गुरुवार को शादी के बंधन से बंध जाएंगे। राजस्थान के सिक्स सेंसेस फोर्ट बरवाड़ा में आज दोपहर दोनों सात फेरे लेंगे। बताया जा रहा है कि विक्की और कैटरीना दो रीति-रिवाज से शादी करेंगे। पंजाबी शादी के साथ दोनों व्हाइट वेडिंग भी करेंगे। पिछले 2 साल से दोनों ने ही अपने रिलेशनशिप को सीक्रेट रखा था। 

रिपोर्ट्स के अनुसार विक्की-कैटरीना की शादी की सेरेमनी दोपहर के समय से शुरू होगी। करीब 3:30 से 3:45 के बीच दोनों सात फेरे लेंगे। मंडप को इस तरह बनाया गया है, जिसकी फेसिंग मंदिर की ओर है।

प्रतिरोधक क्षमता बनाने वाली दवा को मंजूरी दीं

प्रतिरोधक क्षमता बनाने वाली दवा को मंजूरी दीं
अखिलेश पांंडेय     
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के संघीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं या एलर्जी से पीड़ित उन लोगों के लिए कोविड-19 के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता बनाने वाली एक दवा को बुधवार को मंजूरी दी। जिन्हें टीकाकरण से पर्याप्त सुरक्षा नहीं मिल सकती है। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए प्रतिरोधक क्षमता निर्मित करना पिछले एक साल से इसका एक मानक उपचार रहा है।
हालांकि, खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) द्वारा जिस ‘एस्ट्राजेनेका’ की एंटीबॉडी (प्रतिरोधक क्षमता बनाने वाली) दवा को बुधवार को मंजूरी दी गई है, वह अलग है। यह पहली ऐसी दवा है, जो संक्रमण के खिलाफ दीर्घकालिक सुरक्षा प्रदान करेगी न कि केवल थोड़े समय के लिए। कैंसर रोगी, अंग प्रत्यारोपण कराने वाले, गठिया जैसी बीमारियों से परेशान लोग इस दवा को ले सकते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने अनुमान जताया है कि अमेरिका की आबादी का दो से तीन प्रतिशत हिस्सा इस दायरे में आता है। घोषणा से पहले मिनेसोटा विश्वविद्यालय के डॉ. डेविड बौलवेयर ने कहा, ” ये लोग अब भी बाहर नहीं निकल पा रहे हैं क्योंकि उनके संक्रमण की चपेट में आने या उससे मौत होने का खतरा इन्हें अधिक है। ”
उन्होंने कहा कि इस दवा से इनमें से कई लोग एक बार फिर अपनी सामान्य दिनचर्या में लौट पाएंगे। एफडीए ने ‘एस्ट्राजेनेका’ की जिस एंटीबॉडी दवा को मंजूरी दी है, उसका नाम ‘एवुशेल्ड’ है। यह दवा उन व्यस्क और 12 या उससे अधिक आयु के बच्चों के लिए है, जिनके कोविड-19 रोधी टीके लेने के बाद भी उनके शरीर में पर्याप्त प्रतिरोधक क्षमता नहीं बन पाई है, या जिन्हें टीके लेने से गंभीर एलर्जी हो जाती है।

ओमीक्रोन से संक्रमित लोगों की संख्या-40 हुईं

सुनील श्रीवास्तव       न्यूयॉर्क। अमेरिका के रोग नियंत्रण केंद्र की प्रमुख ने बुधवार को कहा कि देश में अभी तक 40 से अधिक लोग कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन से संक्रमित पाए गए हैं और इनमें से तीन चौथाई से अधिक लोगों ने टीके की खुराक ली हुई है। प्रमुख ने कहा कि लगभग सभी मरीजों में संक्रमण के हल्के लक्षण पाए गए हैं। सीडीसी निदेशक डॉ. रोचेल वालेन्स्की ने एक साक्षात्कार में बताया कि आंकड़े बहुत सीमित हैं और एजेंसी यह पता लगाने पर काम कर रही है कि अमेरिका के लिए कोरोना वायरस का नया उत्परिवर्ती रूप कैसा है। उन्होंने कहा कि लेकिन अभी तक सामने आए लगभग सभी मामलों में ”बीमारी के लक्षण हल्के” रहे हैं।

लक्षणों में मुख्यत: खांसी, सीने में जकड़न और थकान आदि हैं। एक मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन इससे किसी की मौत नहीं हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, ओमीक्रोन स्वरूप का पहला मामला पिछले महीने दक्षिण अफ्रीका में सामने आया और तब से इस स्वरूप के मामले 57 देशों में सामने आए हैं।अमेरिका में ओमीक्रोन का पहला मामला एक दिसंबर को सामना आया। बुधवार दोपहर तक सीडीसी ने 19 राज्यों में इसके 43 मामले दर्ज किए। इनमें से करीब एक तिहाई मरीजों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा की थी। इनमें से तीन-चौथाई से अधिक मरीजों ने टीके की खुराक ले ली है और एक तिहाई ने बूस्टर खुराक भी ले ली है।

नीति के तहत दो प्रवासियों को मेक्सिको भेजा

अखिलेश पांंडेय        मेक्सिको सिटी। अमेरिकी प्राधिकारियों ने बुधवार को पहले दो प्रवासियों को ‘रिमेन इन मेक्सिको’ नीति के तहत मेक्सिको भेज दिया। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समय की इस नीति के तहत अमेरिका में शरण मांगने वाले लोगों को अमेरिकी आव्रजन अदालत में सुनवाई तक मेक्सिको में ही प्रतीक्षा करनी होती है।आव्रजन के लिए संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय संगठन (यूएन इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन) ने कहा कि दो शरणार्थियों को टेक्सास के अल पासो से सीमा पार सियुदाद जुआरेज भेजा गया । संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने इन दोनों व्यक्तियों की राष्ट्रीयता के बारे में जानकारी नहीं दी।

मेक्सिको के अधिकारियों ने इन दोनों का स्वागत किया, इन्हें दस्तावेज मुहैया कराए, संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने इनकी कोविड-19 जांच की और फिर एक आश्रय में ले गए। मेक्सिको का कहना है कि अमेरिकी सरकार इस नीति के तहत लौटे सभी शरणार्थियों को टीके की खुराक देने के लिए सहमत हुई है।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन नीत प्रशासन ने एक अदालत के आदेश का पालन करते हुए सोमवार इस नीति को फिर से बहाल कर दिया और मेक्सिको ने जिन बदलावों की मांग की थी, उन्हें शामिल करने पर सहमति जताई। बाइडन ने पहले इस नीति को रद्द कर दिया था लेकिन टेक्सास और मिसौरी के एक मुकदमे ने उन्हें मेक्सिको की स्वीकृति के तहत, इसे वापस लागू करने को मजबूर कर दिया।

अंतरराष्ट्रीय सहयोग के अभाव को रेखांकित किया

सुनील श्रीवास्तव      बीजिंग। चीनी पोतों को हिंद महासागर में अपनी अनियमित गतिविधियां बढ़ाते हुए टूना मछलियों को अवैध रूप से पकड़ने के लिए बड़े जालों का इस्तेमाल करते पाया गया है। नॉर्वे के एक निगरानी समूह की नई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। इस रिपोर्ट में समुद्रों में मरीन प्रजातियों की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग के अभाव को रेखांकित किया गया है। ‘ट्रिग मैट ट्रैकिंग’ (टीएमटी) द्वारा बुधवार को प्रकाशित रिपोर्ट में पाया गया कि हिंद महासागर में मछलियां पकड़ने वाले पोतों की संख्या 2016 के बाद से छह गुना बढ़ गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि ओमान और यमन के तट के निकट देखे गए पोतों में अधिकतर पर चीनी झंडा लगा हुआ है।

मछलियां पकड़ने वाली चीन की पोतों का विदेशी बेड़ा दुनिया में सबसे बड़ा है और चीन दुनिया भर में अवैध, बिना सूचना दिए और अनियमित तरीके से मछलियां पकड़ने के आरोपों से घिरा हुआ है। टीएमटी ने मछलियां पकड़ने के सभी पोतों को बड़े जालों के साथ पाया, जिनका इस्तेमाल मछलियां पकड़ने के अन्य माध्यमों से अधिक हानिकारक माना जाता है, क्योंकि इससे वे प्रजातियां भी जाल में फंस जाती है, जिन्हें पकड़ने का लक्ष्य नहीं होता है।

ड्रोन के जरिए पोतों के जालों में फंसी अन्य मछलियों के बीच टूना मछलियों को भी देखा गया। इस मौसम में इलाके में पाए गए 341 पोतों में से किसी ने भी अंततराष्ट्रीय जल में मछलियां पकड़ने की गतिविधि को नियमित करने वाले हिंद टूना आयोग या आईओटीसी से टूना पकड़ने की अनुमति नहीं ली थी।

टीएमटी ने कहा कि क्षेत्र में सक्रिय पांच पोतों को बाद में 30 मीट्रिक टन स्किपजैक और येलोफिन टूना के साथ पाकिस्तान स्थित एक बंदरगाह पर बुलाया गया। आईओटीसी वर्षों से इन टूना मछलियों को बड़ी संख्या में पकड़े जाने की गतिविधियों के बाद उनकी संख्या फिर से बढ़ाने की कोशिश कर रही है। टीएमटी ने जिन चीनी पोतों का जिक्र किया है, उनमें से कुछ का दुनिया के अन्य हिस्सों में भी अवैध गतिविधियां करने का इतिहास रहा है और उन्हें ओमान एवं यमन की सीमाओं के करीब जाते देखा गया, जहां उन्हें मछली पकड़ने की अनुमति नहीं थी।

टीके की बूस्टर खुराक दिए जाने को मंजूरी: कोरोना

अखिलेश पांंडेय        प्रिटोरिया। दक्षिण अफ्रीका ने कोविड-19 के मामलों में तेज बढ़ोतरी के बीच 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को फाइजर के कोविड-19 रोधी टीके की बूस्टर खुराक दिए जाने को मंजूरी दे दी है। दक्षिण अफ्रीका में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के करीब 20,000 मामले सामने आए हैं जिनमें अधिकतर मामले वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन से संक्रमण के हैं। दवा कंपनी बायोएनटेक और फाइजर ने घोषणा की थी कि ओमीक्रोन स्वरूप के खिलाफ उनके टीके की दो खुराक संभवत: पर्याप्त नहीं हैं, जिसके बाद दक्षिण अफ्रीका स्वास्थ्य उत्पाद प्राधिकरण (एसएएचपीआरए) ने बुधवार को फाइजर के कॉमिरनेटी कोविड-19 रोधी टीके के इस्तेमाल की मंजूरी दी।

एसएएचपीआरए ने कहा कि 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीके की दूसरी खुराक लेने के कम से कम छह महीने बाद या कमजोर प्रतिरक्षा वाले 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को टीके की दूसरी खुराक लेने के 28 दिन बाद तीसरी खुराक दी जा सकती है। एसएएचपीआरए का यह फैसला दक्षिण अफ्रीका में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 19,842 नए मामले आने के बाद आया है। दक्षिण अफ्रीका में संक्रमण से 36 लोगों और की मौत होने से मृतक संख्या भी 90,000 के पार पहुंच गई है।

संक्रमण के इन मामलों में से 60 प्रतिशत से अधिक मामले देश के आर्थिक केंद्र गौतेंग प्रांत से हैं। संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच अधिक कड़ा लॉकडाउन लगाए जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। दक्षिण अफ्रीका में इस समय कम पाबंदियों के साथ लॉकडाउन का पहला स्तर लागू किया गया है। संक्रमण की रोकथाम के लिए पाबंदियों के लिहाज से लॉकडाउन के पांच स्तर हैं। देश के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के बृहस्पतिवार को चार पश्चिम अफ्रीकी देशों की एक सप्ताह की यात्रा से लौटने के तुरंत बाद कोरोना कमांड काउंसिल और उनके मंत्रिमंडल के साथ तत्काल बैठकें करने की संभावना है।

हालांकि, दक्षिण अफ्रीका में सरकार, विभिन्न संगठनों और कारोबारियों की ओर से टीकाकरण की लगातार अपील के बावजूद लोग टीके लगाने को लेकर अब भी हिचक रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री जोए फाला ने सोमवार को चिंता जताते हुए कहा था कि अस्पतालों में बिस्तर तेजी से भर रहे हैं, हालांकि अधिकतर मामले गंभीर प्रकृति के नहीं हैं। सामाजिक विकास विभाग में जनसंख्या और विकास विभाग के मुख्य निदेशक जैक्स वैन जुयदम ने मंगलवार को महामारी के जनसांख्यिकीय प्रभाव विषय पर ब्रिक्स देशों के वेबिनार में कहा था कि महामारी के कारण दक्षिण अफ्रीका की जीवन प्रत्याशा में साढ़े तीन साल की कमी आई है। ब्रिक्स उभरती राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं का एक संघ है। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका इसके सदस्य हैं।

देश के मुस्लिम समुदाय को आगाह किया: परिषद

अखिलेश पांंडेय        सिंगापुर। सिंगापुर की इस्लामिक धार्मिक परिषद ने देश के मुस्लिम समुदाय को आगाह किया है कि वे ऐसे लोगों या समूहों से सतर्क रहें, जो भ्रामक बातें फैलाते हैं। साथ ही उन्हें गुप्त रूप से आयोजित किसी भी धार्मिक कार्यक्रम से सावधान रहने को भी कहा है। ‘द स्ट्रेट टाइम्स’ ने बुधवार को एक खबर में बताया कि भ्रामक शिक्षाएं देने का मामला पिछले साल सुर्खियों में आया था, जब इसमें लिप्त एक व्यक्ति ने स्वयंभू पैगंबर होने का दावा किया और जरूरतमंद मुसलमानों की मदद करने के लिए जुआ खेलने की अनुमति दी और 13 आध्यात्मिक पत्नियां रखने की इच्छा व्यक्त की थी।

खबर में बताया गया कि परिषद की फतवा समिति ने बुधवार को सिंगापुर के मुस्लमानों को आगाह किया कि किसी समूह या नेता की ऐसी किसी भी धार्मिक गतिविधि से सावधान रहें, जो गुप्त रूप से आयोजित की जाती है। यह समिति वरिष्ठ इस्लामी विद्वानों का एक समूह है, जो धार्मिक मामले से जुड़े निर्णय लेता है।परिषद को मजलिस उगामा इस्लाम सिंगापुर (एमयूआईएस) भी कहा जाता है। समिति ने केवल योग्य एवं पंजीकृत धार्मिक शिक्षकों के माध्यम से धार्मिक ज्ञान प्राप्त करने के महत्व पर बल दिया। उसने यहां के मुसलमानों से केवल एक स्रोत को सुनने के बजाय विभिन्न प्रकार के विद्वानों से सीखने का आग्रह किया और किसी भी समस्या से जुड़े मुद्दे का सामना करने पर, उन्हें अन्य धार्मिक नेताओं से परामर्श करने को कहा।

समिति ने कहा कि समुदाय के लोगों को रात में होने वाली कक्षाओं और गतिविधियों से सावधान रहना चाहिए, जिसमें सभी लोगों को हिस्सा लेने की अनुमति नहीं होती। ऐसे सत्र आयोजित करने वाले लोग अपने अनुयायियों को जो भी पढ़ाते हैं, उसे रिकॉर्ड करने की अनुमति भी नहीं देते। खबर में एमयूआईएस के हवाले से कहा कि फतवा समिति, समुदाय से उन लोगों या समूहों से सावधान रहने का आग्रह करना चाहती है जो भ्रामक शिक्षाएं फैलाते हैं। मुसलमानों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे असतिज़ा मान्यता योजना (एआरएस) के तहत पंजीकृत योग्य शिक्षकों से धार्मिक ज्ञान प्राप्त करने के लिए लगातार प्रयास करें।

समिति ने कहा कि इस्लाम में, छुपकर कोई भी शिक्षा दी जाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सभी सूचनाओं को पहले ही स्पष्ट कर दिया गया है और जनता को बता दिया गया है। फतवा समिति को लगातार भ्रामक शिक्षाओं के बारे में शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। एमयूआईएस ने कहा कि हर शिकायत पर गौर किया जाएगा।

संभावित योजनाओं पर चर्चा करेंगे 'रक्षामंत्री'

सुनील श्रीवास्तव       वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ईरान के परमाणु ठिकानों को नष्ट करने की तैयारी के लिए सैन्य अभ्यास करने की संभावित योजनाओं पर गुरुवार को चर्चा करेंगे। रॉयटर्स ने एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी के हवाले से अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।

अमेरिकी रक्षा विभाग ने इस मामले में पूछे गये प्रश्न का अभी जवाब नहीं दिया है। पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने इससे पहले बुधवार को कहा था कि ऑस्टिन और इजरायली रक्षा मंत्री ईरान की उकसाने वाली परमाणु नीतियों पर चर्चा करेंगे।  किर्बी ने इस चर्चा के बारे में इससे अधिक जानकारी नहीं दी है।

माली: विस्फोट में 7 शांतिरक्षकों की मौंत हुईं

सुनील श्रीवास्तव     बमाको मध्य माली में बुधवार को एक आईईडी विस्फोट में संयुक्त राष्ट्र के सात शांतिरक्षकों की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। आईईडी की चपेट में आने से शांतिरक्षकों के वाहन में विस्फोट हो गया था। इस हमले के साथ ही संघर्षग्रस्त पश्चिमी अफ्रीकी देश में इस साल जान गंवाने वाले शांतिरक्षकों की संख्या 19 हो गई। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बताया कि हताहत हुए सभी शांतिरक्षक टोगो से थे।

वहीं, संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षा विभाग ने बताया कि माली में इस साल शांतिरक्षकों पर हुआ यह सबसे बड़ा हमला है, जिसमें सर्वाधिक सात लोगों की मौत हुई है। माली 2012 से इस्लामी चरमपंथ से जूझ रहा है। फ्रांस के नेतृत्व वाले सैन्य अभियान की मदद से चरमपंथी विद्रोहियों को माली के उत्तरी शहरों में सत्ता से बेदखल कर दिया गया था, लेकिन वे रेगिस्तान में फिर से इकट्ठा हो गए और माली की सेना तथा उसके सहयोगियों पर हमले शुरू कर दिए। नागरिकों तथा संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों पर हमलों से स्थिति और खराब हो गई है। दुजारिक ने बताया कि आईईडी बांदियागरा क्षेत्र में फटा और टोगो से शांतिरक्षकों को ले जा रहा वाहन इसकी चपेट में आ गया। ये सभी शांतिरक्षक डौंट्ज़ा से सेवारे जाने वाले संयुक्त राष्ट्र के रसद काफिले का हिस्सा थे।

वहीं, संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षा विभाग ने बताया कि शांतिरक्षक एक बख्तरबंद वाहन में सवार थे। संयुक्त राष्ट्र ने बताया कि इस साल माली में 19 शांतिरक्षकों की जान गई है, जिनमें से आठ टोगो, तीन मिस्र, चार आईवरी कोस्ट और चार चाड के थे। दुजारिक ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने माली के अधिकारियों से ”इस हमले के अपराधियों की पहचान करने में कोई कसर नहीं छोड़ने” का आह्वान किया ताकि उन्हें शीघ्र न्याय के दायरे में लाया जा सके। उन्होंने पीड़ित परिवारों, सरकार और टोगो के लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। संयुक्त राष्ट्र के 87,000 से अधिक शांतिरक्षक 120 से अधिक देशों में 12 मिशन में कार्यरत हैं, जिनमें से 16,600 माली में तैनात हैं।

9 दिसंबर को मनाया जाता हैं 'भ्रष्टाचार' दिवस

अखिलेश पांंडेय      प्रिटोरिया। अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस हर साल 9 दिसंबर को दुनियाभर में मनाया जाता है। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के उद्देश्‍य से संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा ने 31 अक्टूबर, 2003 को भ्रष्टाचार के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन को अपनाया गया था। बता दें कि 2021 के करप्‍शन इंडेक्‍स में, भारत विश्‍व रैंकिंग में 194 देशों में से 82वें स्थान पर है। TRACE द्वारा तैयार की गई सूची के अनुसार, 2021 में, उत्तर कोरिया और तुर्कमेनिस्तान में भ्रष्टाचार का सबसे अधिक जोखिम था, जबकि डेनमार्क, नॉर्वे और फिनलैंड जैसे स्कैंडिनेवियाई देशों में सबसे कम भ्रष्टाचार है।

2020 में, भारत इस लिस्‍ट में 77 वें स्थान पर था, लेकिन 44 के स्कोर के साथ अपनी रैंक से 5 पायदान नीचे खिसक गया है। हालांकि, भारत ने चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अन्य पड़ोसी देशों से बेहतर प्रदर्शन किया। केवल भूटान ने 62वां स्थान प्राप्त किया है, जो सीमावर्ती देशों में भारत से अधिक है। हर साल ‘करप्शन परसेप्शन इंडेक्स’ के नाम से एक रिपोर्ट प्रकाशित होती है। यह रिपोर्ट बताती है कि कौन से देशों में कितना भ्रष्टाचार है और इसे नियंत्रित करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। इस रिपोर्ट की मानें तो पिछले 15 वर्षों में किसी भी देश की कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं देखी जा सकी है।

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, 2021 अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस यह देखने के लिए मनाया जा रहा है कि सरकारें, सिविल सेवक सहित अंतर्राष्ट्रीय हस्तियां अपने देशों में बढ़ रहे भ्रष्टाचार से निपटने के लिए क्‍या कदम उठा रहे हैं। इससे पहले नवंबर में, संयुक्त राष्ट्र द्वारा छह सप्ताह का अभियान शुरू किया गया था जिसमें प्रत्येक सप्ताह प्रमुख विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जाता था। यह अभियान भ्रष्टाचार का मुकाबला करने, अधिकारियों को अवैध रूप से धन लेने से रोकने के लिए चलाया गया था। इसका थीम “आपका अधिकार, आपकी भूमिका: भ्रष्टाचार को न कहें” निर्धारित किया गया था। अभियान का उद्देश्य भ्रष्टाचार के खिलाफ रुख अपनाने के लिए राष्ट्रों के बीच संबंधों को मजबूत करना, भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए समाधान विकसित करना, भ्रष्ट धन की वसूली आदि करना था।



आजमगढ़: अखिलेश की जनसभा में मची भगदड़

आजमगढ़: अखिलेश की जनसभा में मची भगदड़ संदीप मिश्र  आजमगढ़। आजमगढ़ जिले में मंगलवार को लालगंज लोकसभा क्षेत्र के खरेवां में अखिलेश यादव की जनस...