संदीप मिश्र
बरेली। इन दिनों शहर को स्मार्ट बनाने की कवायद चल रही है। सड़कों के चौड़ीकरण से लेकर तमाम विकास कार्य प्रस्तावित हैं। मगर स्मार्ट बनने की कीमत शहर की हरियाली को चुकानी पड़ेगी। आधा दर्जन से अधिक सड़कों का चौड़ीकरण भी किया जाना प्रस्तावित है। नगर निगम ने इन सड़कों से पेड़ हटाने के लिए एनओसी मांगी थी जिसके बाद अब इन पेड़ों को ट्रांसलोकेट किया जाना है।
नगर निगम ने इसके लिए वन विभाग को जमीन भी उपलब्ध करा दी है। मगर सवाल यह खड़ा हो गया है कि वर्तमान में पेड़ों को शहर की प्रमुख सड़कों के किनारे से हटाकर दूर दराज के इलाकों में लगा दिया जाएगा तो आने वाले दिनों में कहीं सांस लेना ही मुश्किल न हो जाए। दूसरी तरफ वन विभाग के अधिकारी पूर्व में ट्रांसलोकेट किए गए पेड़ों को उपलब्धि बताते हुए अपनी ही पीठ थपथपाते हैं।