शुक्रवार, 7 मई 2021
कुंभ महामारी फैलाने वाली 'सप्रेडर घटना' न साबित हो
एक ही गांव के 17 लोगों की मौंत से मचा हड़कंप
संदीप मिश्र
सुल्तानपुर। कोरोना संक्रमण ने 2020 और 2021 में कहर बनकर टूटी है। इस महामारी के कारण किसी की मांग की सिंदूर उजड़ी तो किसी के घर का चिराग बुझा। महामारी से लोग अब बेहद ही त्रस्त हो गए है। वहीं उत्तर प्रदेश में पिछले तीन सप्ताह से मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अनेक मामलों में कारण कोरोना नहीं माना जा रहा है, मगर मौत की यह रफ्तार डरा रही है। कुछ ऐसे ही हालात रायबरेली के सुल्तानपुर खेड़ा गांव की है।
दरअसल सुल्तानपुर खेड़ा गांव में पिछले एक सप्ताह में 17 लोगों की मौत हो गई। हैरान वाली बात ये है कि न उनकी कोई टेस्टिंग हुई और ना ही सही इलाज मिल पाया। खास बात है कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी यहां से सांसद हैं और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा यहां के प्रभारी मंत्री हैं।रायबरेली के छोटे से गांव सुल्तानपुर खेड़ा, जिसकी आबादी 2000 लोगों की है, यहां लगभग 500 परिवार रहते हैं। बीते कुछ दिनों से हर तरफ मौत का मंजर दिखाई दे रहा है। हर घर में आंसू और मातम पसरा हुआ है। बीते दिनों में यहां पर 17 मौतें हो चुकी है, लेकिन प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार यह गांव आज भी अपने किसी भगवान रूपी नेता का इंतजार कर रहा है। गांव में कोरोना लक्षण जैसे जुकाम और बुखार से इंफेक्शन की शुरुआत होती है और सांस लेने में तकलीफ के बाद मौत हो जाती है। गांव में दहशत का माहौल है। 17 मौतें होने के बावजूद जिला प्रशासन ने किसी तरह का कोई संज्ञान नहीं लिया है। ना कोई टीम गांव पहुंची है, ना सैनिटाइजेशन हुआ है, ना फागिंग और ना ही साफ सफाई का काम हुआ है।
मृतकों में शामिल राकेश शुक्ला और अवधेश गुप्ता की मृत्यु एल2 हॉस्पिटल रेल कोच में हुई है. बाकी लोगों की मृत्यु घरों में हुई है। गांव के 70 फ़ीसदी से अधिक लोग जुकाम और बुखार से पीड़ित हैं। गांव में दहशत का माहौल है। लोग बहुत डरे हुए हैं। सुल्तानपुर खेड़ा ग्राम सभा में 13 मजरे हैं, घर-घर रोना पीटना मचा है।गांव वालों की माने तो सरकार और प्रशासन दोनों ही पूरे मामले में लापरवाह रहे। कहीं से किसी प्रकार की कोई उपचार संबंधी मदद भी नहीं मिल पा रही है। गुरुवार को डीएम कैंप, कंट्रोल रूम, एडीएम प्रशासन और मुख्य चिकित्सा अधिकारी वीरेंद्र सिंह को सूचित किया गया है, लेकिन शाम तक कोई भी विभागीय टीम अथवा सैनिटाइजेशन की टीम गांव नहीं पहुंची है।
11 जून तक मरने वालों का आंकड़ा 4 लाख पार
पीक को लेकर अनुमान लगाना मुश्किल, वजह- आंकड़ों की तस्वीर सही नहीं
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, पीक के लिए जो नया मॉडल अपनाया गया है, उस पर भी अधिक भरोसा नहीं किया जा सकता। पिछले महीने भी यह मॉडल फेल हो चुका है। एक्सपर्ट कह रहे हैं कि यह आंकड़े कम करके बताए जा रहे हैं। न तो टेस्टिंग बढ़ाई है और न ही मौतों की सही तस्वीर सामने आ रही है। वहीं, देशभर में श्मशान घाटों की तस्वीरें कुछ और ही कहानी बयां कर रही है। इससे पीक को लेकर सारे असेसमेंट जटिल होते जा रहे हैं।
नया पूवार्नुमान अन्य वैज्ञानिकों के पूवार्नुमानों से मेल खाता है, जिसमें 15 मई के आसपास दूसरा पीक आने की बात कही जा रही है। यह पूवार्नुमान बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि बीते 24 घंटे में देश में 4.12 लाख नए केस सामने आए। इस दौरान 3,980 मौतें हुईं। इन स्थितियों के बीच भी प्रधानमंत्री मोदी ने साफ किया है कि वे नेशनल लॉकडाउन नहीं लगाना चाहते। हालांकि, ज्यादातर राज्यों में आंशिक या पूर्ण लॉकडाउन पहले से लागू है। कई राज्यों ने अपनी सीमाओं को सील कर रखा है।
राज्य सरकार को एचसी ने जमकर लगाईं फटकार
कांग्रेस की हार से सबक लेने की जरूरत: सोनिया
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश के हालिया विधानसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन को निराशाजनक करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि इस हार से सबक लेने की जरूरत है।
कोरोना के हालात पर चर्चा के लिए बुलाई गई पार्टी सांसदों की डिजिटल बैठक में सोनिया ने यह भी कहा कि जल्द ही कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक होगी। जिसमें असम, केरल, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और पुडुचेरी के चुनाव नतीजों की समीक्षा की जाएगी। सोनिया ने पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और केरल में जीत के लिए ममता बनर्जी, एमके स्टालिन और वाम दलों को बधाई भी दी।उन्होंने कांग्रेस की चुनावी हार का उल्लेख करते हुए कहा, ”सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि सभी राज्यों में हमारा प्रदर्शन निराशाजनक रहा है और मैं यह कह सकती हूं कि यह अप्रत्याशित है। ” सोनिया ने कहा, ”चुनाव नतीजों की समीक्षा के लिए जल्द सीडब्ल्यूसी की बैठक होगी, लेकिन यह कहना होगा कि एक पार्टी के तौर पर सामूहिक रूप से हमें पूरी विनम्रता एवं ईमानदारी के साथ इस झटके से उचित सीख लेनी होगी।”
गौरततलब है कि असम और केरल में सत्ता में वापसी का प्रयास कर रही कांग्रेस को हार झेलनी पड़ी। वहीं, पश्चिम बंगाल में उसका खाता भी नहीं खुल सका। पुडुचेरी में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा जहां कुछ महीने पहले तक वह सत्ता में थी। तमिलनाडु में उसके लिए राहत की बात रही कि द्रमुक की अगुवाई वाले उसके गठबंधन को जीत मिली।
जमीनी रंजिश को लेकर 2 पक्षों में विवाद, 3 की मौंत
रंगासामी ने बतौर पुडुचेरी के मुख्यमंत्री शपथ लीं
पुडुचेरी। एआईएनआरसी नेता एन रंगासामी ने शुक्रवार को यहां राज निवास में हुए एक संक्षिप्त समारोह में पुडुचेरी के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदराराजन ने रंगासामी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। वह चौथी बार मुख्यमंत्री बने हैं। उन्होंने ईश्वर को साक्षी मानकर तमिल भाषा में पद की शपथ ली। शुक्रवार को केवल रंगासामी ने शपथ ली।
वह राजग सरकार की अगुवाई करेंगे जिसमें एआईएनआरसी और भारतीय जनता पार्टी शामिल हैं। एआईएनआरसी पार्टी सूत्रों ने बताया कि पार्टी और भाजपा के अन्य मंत्रियों को अगले कुछ दिनों में शपथ दिलाई जाएगी। इससे पहले, मुख्य सचिव अश्विन कुमार ने रंगासामी को मुख्यमंत्री नियुक्त करने वाली, राष्ट्रपति की अधिसूचना को पढ़ा। यह समारोह दोपहर एक बजकर 20 मिनट पर शुरू हुआ और महज पांच मिनट तक चला।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ऑल इंडिया एन आर कांग्रेस के नेता एन रंगासामी को पुडुचेरी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर बधाई दी और नए कार्यकाल के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं। मोदी ने ट्वीट कर कहा, ”पुडुचेरी के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर मैं एन रंगासामी को बधाई देता हूं। उनके कार्यकाल के लिए उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं।”
संक्रमितों की संख्या 15.60 करोड़ से अधिक हुईं
वाशिंगटन/रियो डि जेनेरो/नई दिल्ली। विश्व भर में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के फिर तेजी से फैलने के बीच संक्रमितों की संख्या 15.60 करोड़ से अधिक हो गई और 32.56 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 15 करोड़ 60 लाख 88 हजार 575 हो गयी है, जबकि 32 लाख 56 हजार 675 लोगों की मौत हो चुकी है।
वैश्विक महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है तथा यहां संक्रमितों की संख्या 3.26 करोड़ हो गयी है जबकि 5.80 लाख मरीजों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे स्थान पर और मृतकों के मामले में चौथे स्थान पर है। पिछले 24 घंटे में 4,14,188 नये मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 2.14 करोड़ हो गया। इस दौरान 3.31 लाख मरीज स्वस्थ होने के साथ इससे निजात पाने वालों की कुल संख्या 1.76 करोड़ हो गयी है। वहीं इस बीमारी से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 2.24 लाख हो गया है।ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है। देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और अभी तक इससे 1.50 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 4.16 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील कोरोना से मौतों के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है। संक्रमण के मामले में फ्रांस चौथे स्थान पर है जहां कोरोना वायरस से अब तक 57.89 लाख लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 1.06 लाख मरीजों की मौत हो चुकी है।
कोरोना प्रभावित के मामले में तुर्की रूस से आगे निकल गया है और यहां कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 49.77 लाख से अधिक पहुंच गयी है और 41,187 लोगाें की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 47.99 लाख से अधिक हो गई है और इसके संक्रमण से 1.10 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस प्रभावितों की कुल संख्या 44.44 लाख से अधिक हो गयी है और 1.27 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों के मामले में ब्रिटेन पांचवें स्थान पर है। इटली में कोरोना प्रभावितों की कुल संख्या 40.82 लाख से अधिक हो गयी है और 1.22 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।
स्पेन में इस महामारी से 35.59 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं और 78,726 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना संक्रमण के मामले में जर्मनी दसवें स्थान पर है और यहां इस वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या 35.02 लाख से अधिक हो गई है और 84,428 लोगों की मौत हो चुकी है। अर्जेंटीना में कोरोना संक्रमितों की संख्या 30.95 लाख से ज्यादा हो गयी है और इसके संक्रमण से 66,263 लोगों की जान जा चुकी है। कोलंबिया में कोरोना वायरस से 29.51 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 76,414 लोगों ने जान गंवाई है।
पोलैंड में कोरोना से 28.18 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और इस महामारी से 68,993 लोग जान गंवा चुके हैं। ईरान ने कोरोना संक्रमितों के मामले में मेक्सिको को पीछे छोड़ दिया है यहां कोरोना वायरस से 26.10 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 73,906 लोगों की मौत हो चुकी है। मैक्सिको में कोरोना से 23.58 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और यह देश मृतकों के मामले विश्व में चौथे स्थान पर है जहां अभी तक इस वायरस के संक्रमण से 2.18 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।
यूक्रेन में संक्रमितों की संख्या 21.60 लाख से अधिक है और 47,710 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। पेरू में संक्रमितों की संख्या 18.24 लाख के पार पहुंच गयी है, जबकि 62,976 लोगों की जान जा चुकी है। इंडोनेशिया में भी कोरोना संक्रमण के मामले 16.97 लाख के पार पहुंच गये हैं जबकि 46,496 लोगों की मौत हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस से 15.90 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं और 54,620 लोगों की मौत हो चुकी है। नीदरलैंड में कोरोना से अब तक 15.65 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए है और यहां इस महामारी से 17,525 लोगों की मौत हो चुकी है।
पड़ोसी देश पाकिस्तान में अब तक कोरोना से 8.50 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 18,677 मरीजों की मौत हो चुकी है। एक अन्य पड़ोसी देश बंगलादेश में भी कोरोना का प्रकोप जारी है जहां 7.69 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और 11,796 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा चीन जहां से कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत हुई, वहां कोरोना से अब तक 1,02,586 लोग संक्रमित हुए हैं और 4,846 लोगों की इस महामारी में जान जा चुकी है। इसके अलावा दुनिया में अन्य देशों में भी कोरोना वायरस से स्थिति खराब है।
खतरे की घंटी कब बजी, मची अफरा-तफरी: मौरिस
मौरिस ने कहा, ”सोमवार तक जब उन्होंने वह मैच (कोलकाता और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर) स्थगित किया तब तक हमें पता चल गया था कि टूर्नामेंट जारी रखने के लिये दबाव बना हुआ है। ” सनराइजर्स हैदराबाद के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा और दिल्ली कैपिटल्स के अमित मिश्रा के मंगलवार को पॉजिटिव आने के बाद इस टी20 लीग को स्थगित कर दिया गया था। चेन्नई सुपरकिंग्स के गेंदबाजी कोच एल बालाजी और बल्लेबाजी कोच माइकल हसी भी वायरस से संक्रमित पाये गये थे।
मौरिस ने कहा, ”मैं अपनी टीम के डॉक्टर से बात कर रहा था। कुमार संगकारा ने तब इशारा किया और तब हमें पता चला कि अब टूर्नामेंट आगे नहीं बढ़ पाएगा। इसके बाद का माहौल अफरातफरी वाला था। इंग्लैंड के खिलाड़ी विशेषरूप से घबराये हुए थे क्योंकि उन्हें इंग्लैंड में होटलों में अलग थलग रहने की जरूरत थी और जाहिर था कि उनके पास कमरे नहीं थे। ”
आस्ट्रेलियाई एंडूयू टाइ की जगह चुने गये गेराल्ड कोएट्जी पिछले सप्ताह ही भारत पहुंचे थे और मौरिस ने कहा कि वह इस युवा तेज गेंदबाज को धीरज बंधा रहे थे क्योंकि वह अधिक घबराया हुआ था। उन्होंने कहा, ”मैं जानता था कि गेराल्ड अधिक घबराया हुआ है। मेरे कहने का मतलब है कि वह अभी 20 साल का है और उसके सामने यह सब कुछ हो गया। मैंने उसे धीरज बंधाने की कोशिश की। ”
सर्वदलीय बैठक बुलाए सरकार, जवाबदेही तय हो
हरिओम उपाध्याय
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि कोरोना महामारी से देश की स्थिति अत्यंत गंभीर हो गयी है और सरकार के लिए इससे निपटना कठिन हो रहा है इसलिए हालत को नियंत्रित करने के लिए तत्काल सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए। सोनिया ने कहा, ”कांग्रेस स्थायी समिति की बैठक बुलाने की मांग करती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि महामारी से बेहतर तरीके से लड़ने के लिए सामूहिक कार्रवाई, जवाबदेही तय हो।”
सोनिया गांधी ने शुक्रवार को यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कांग्रेस संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के विकराल रूप के समक्ष व्यवस्था चरमरा गई है और सरकार स्थिति से निपटने में सफल नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए महामारी से निपटने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए और कोरोना से कैसे मुक्ति मिले इस बारे में सब की राय ली जानी चाहिए क्योंकि महामारी से अब जो स्थिति पैदा हो गयी है उससे सामूहिक रूप से ही इस निपटा जा सकता है।कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस महामारी का मुकाबला सामूहिक रूप से ही किया जा सकता है इसलिए ठोस रणनीति अपनाने के लिए और सामूहिक रूप से कदम उठाने के लिए संसद की स्थाई समिति की बैठक भी बुलाई जानी चाहिए।
सोनिया गांधी ने कहा कि कोरोना को लेकर जो हालात पैदा हुए है उसको लेकर संसद की स्वास्थ्य मंत्रालय से संबद्ध स्थायी समिति ने पहले ही चेतावनी दे दी थी लेकिन सरकार ने समिति की चेतावनी को नजरअंदाज किया जिसके कारण यह संकट पैदा हुआ है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों ने भी महामारी से लड़ने के लिए ऑक्सीजन, दवाइयों और वेंटिलेटर की पर्याप्त आपूर्ति जारी रखने की सरकार को राय दी थी लेकिन मोदी सरकार ने विशेषज्ञों की राय को भी अनसुना कर दिया।कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने कोरोना टीकाकरण को लेकर भी कोई रणनीति नहीं बनाई है। संसद ने केंद्रीय बजट में नागरिकों के निशुल्क टीकाकरण के लिए 35 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया है लेकिन सरकार अब भी राज्यों पर कोरोना से जुड़े भार को डाल रही है और उसे कम करने के लिए कोई उपाय नहीं कर रही है। उन्होंने अरोप लगाया कि विपक्ष की तरफ से केंद्र सरकार को महामारी से निपटने के लिए जो भी सुझाव दिए जा रहे हैं सरकार उनको गंभीरता से नहीं ले रही है।
केंद्र को एससी की फटकार,आपूर्ति जारी रखनी होगी
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को केंद्र को स्पष्ट कर दिया कि उसे शीर्ष अदालत के अगले आदेश तक रोजाना दिल्ली को 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति जारी रखनी होगी। साथ ही न्यायालय ने कहा कि इसपर अमल होना ही चाहिए तथा इसके अनुपालन में कोताही उसे सख्ती करने पर मजबूर करेगी।
दो दिन पहले, शीर्ष अदालत ने दिल्ली को कोविड के मरीजों के लिए 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति के निर्देश का अनुपालन नहीं करने पर केंद्र सरकार के अधिकारियों के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा शुरू की गई अवमानना की कार्यवाही पर यह कहते हुए रोक लगा दी थी कि ”अधिकारियों को जेल में डालने से” ऑक्सीजन नहीं आएगी और प्रयास जिंदगियों को बचाने के लिए किए जाने चाहिए। हालांकि, न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एम आर शाह की पीठ ने कहा कि केंद्र को राष्ट्रीय राजधानी को हर दिन 700 मीट्रिक टन तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन (एलएमओ) की आपूर्ति सुनिश्चित करनी होगी।वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई कार्यवाही में दिल्ली सरकार की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल मेहरा ने शुक्रवार को पीठ को बताया कि राष्ट्रीय राजधानी को “आज सुबह नौ बजे तक 86 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली और 16 मीट्रिक टन मार्ग में है।” पीठ ने कहा, “हम चाहते हैं कि दिल्ली को हर दिन 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाए और यह होना ही चाहिए, हमें उस स्थिति में आने पर मजबूर न करें जहां हमें सख्त होना पड़े।”
साथ ही कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए कि एक दिन के लिए आपूर्ति की गई और फिर “टैंकर नहीं हैं” और परिवहन में दिक्कतें हैं जैसे कई विरोध-पत्र दायर किए जा रहे हैं। पीठ के लिए न्यायमू्र्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार को सुनवाई से पहले मुद्दे पर न्यायमूर्ति शाह से विचार-विमर्श किया है और दिल्ली को हर दिन 700 मीट्रिक टन एलएमओ दिए जाने को लेकर सर्वसम्मति बनी है। पीठ ने कहा, “हम चाहते हैं कि दिल्ली को 700 मीट्रिक टन एलएमओ दी जाए और हमारा मतलब है कि यह निश्चित तौर पर होना चाहिए। इसकी आपूर्ति करनी ही होगी और हम दंडात्मक कार्रवाई नहीं करना चाहते। हमारे आदेश को अपलोड होने में दोपहर तीन बजेंगे लेकिन आप काम पर लगें और ऑक्सीज का प्रबंध करें।” इससे पहले शीर्ष अदालत ने कहा था कि यह पूरे भारत में वैश्विक महामारी की स्थिति है और हमें राष्ट्रीय राजधानी को ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करने के तरीके तलाश करने होंगे।
उत्तराखंड: कुल 80327 लोगों ने पंजीकरण कराया
उत्तराखंड: कुल 80327 लोगों ने पंजीकरण कराया पंकज कपूर ऋषिकेश। चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण शुक्रवार को भी दुश्वारियों भरा रहा। दिन भर में क...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
-
55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...
-
वर्षा: पानी में डूबी दिल्ली, बाढ़ के हालात बनें इकबाल अंसारी नई दिल्ली। इन दिनों उत्तर भारत में हो रही भारी बारिश ने कहर बर...