शुक्रवार, 7 मई 2021

राज्य सरकार को एचसी ने जमकर लगाईं फटकार

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ सरकार एक बार फिर वैक्सीन को लेकर सुर्खियों में आ गई है। छत्तीसगढ़ में 18+ वैक्सीनेशन में आरक्षण के मामले में राज्य सरकार को हाईकोर्ट ने जमकर फटकार लगाते हुए झटका दिया है। विदित हो, कि प्रदेश में 18 प्लस आयुवर्ग के वैक्सीनेशन पर हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देकर राज्य सरकार ने रोक लगा 6 मई को आदेश जारी कर वैक्सीनेशन पर रोक लगा दी थी। आज हाई कोर्ट में उसकी सुनवाई के दौरान बिलासपुर हाईकोर्ट ने सरकार को जमकर फटकार लगाते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की है। बिलासपुर हाईकोर्ट ने सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि “आज से ही प्रदेश में वैक्सीनेशन शुरू किया जाए। कोई बहानेबाजी नहीं चलेगी। एक तिहाई के हिसाब से सभी वर्ग का समान रूप से टीकाकरण किया जाए। अंत्योदय, एक तिहाई बीपीएल और एपीएल के भी एक तिहाई कार्डधारकों को शामिल करें। इसी फॉर्मूला के तहत आज से, अभी से ही प्रदेश सरकार जनता के लिए वैक्सीनेशन शुरू करें।”
उच्च न्यायालय ने सरकार से पूछे ये प्रश्न...
मा. उच्च न्यायालय ने सरकार को निर्देश जारी करते हुए पूछा कि राज्य को कितनी कम वैक्सीन मिल रही है और किस अनुपात में मिलना चाहिए ? उन्होंने साथ ही पूछा कि अगर वैक्सीन कम मिल रही है तो इतनी कम क्यों मिल रही है? हाईकोर्ट ने कहा कि प्रदेश सरकार अपना जवाब तैयार कर 10 मई को होने वाली अगली सुनवाई में हमारे प्रश्नों का उत्तर दें।
अंत्योदय कार्डधारियों को पहले वैक्सीन देने पर हाई कोर्ट में लगाई गई थी याचिका...
छत्तीसगढ़ में एक मई से 18 + आयुवर्ग का वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद भूपेश सरकार ने इसे 06 मई को बंद कर दिया था ।सरकार ने दलील दी थी कि वैक्सीन कम आ रही हैं, इसी के चलते इसे रोका गया दरअसल, प्रदेश में आर्थिक आधार पर अंत्योदय राशन कार्ड धारियों को सर्वप्रथम टीकाकरण किया जा रहा था जिस पर अमित जोगी समेत कुछ लोगों ने हाई कोर्ट में हस्तक्षेप याचिका लगाई थी जिसकी सुनवाई के दौरान इस विषय पर हाई कोर्ट ने कहा था कि वैक्सीनेशन में सरकार को भेदभाव नहीं करना चाहिए। नए सिरे से रूपरेखा तैयार कर सरकार से कहकर मांगा था जिसके बाद सरकार के वैक्सीनेशन रोकने के फैसला करते हुए कहा था हाईकोर्ट के आदेशानुसार हमें कुछ वक्त लग सकता है इस लिए तब तक के लिए वैक्सिनेशन को प्रदेश में बन्द किया जा रहा है। इस पर अब हाईकोर्ट ने सरकार को फटकारते हुए नए निर्देश जारी कर दिए हैं।

कांग्रेस की हार से सबक लेने की जरूरत: सोनिया

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश के हालिया विधानसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन को निराशाजनक करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि इस हार से सबक लेने की जरूरत है।

कोरोना के हालात पर चर्चा के लिए बुलाई गई पार्टी सांसदों की डिजिटल बैठक में सोनिया ने यह भी कहा कि जल्द ही कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक होगी। जिसमें असम, केरल, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और पुडुचेरी के चुनाव नतीजों की समीक्षा की जाएगी। सोनिया ने पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और केरल में जीत के लिए ममता बनर्जी, एमके स्टालिन और वाम दलों को बधाई भी दी।उन्होंने कांग्रेस की चुनावी हार का उल्लेख करते हुए कहा, ”सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि सभी राज्यों में हमारा प्रदर्शन निराशाजनक रहा है और मैं यह कह सकती हूं कि यह अप्रत्याशित है। ” सोनिया ने कहा, ”चुनाव नतीजों की समीक्षा के लिए जल्द सीडब्ल्यूसी की बैठक होगी, लेकिन यह कहना होगा कि एक पार्टी के तौर पर सामूहिक रूप से हमें पूरी विनम्रता एवं ईमानदारी के साथ इस झटके से उचित सीख लेनी होगी।”

गौरततलब है कि असम और केरल में सत्ता में वापसी का प्रयास कर रही कांग्रेस को हार झेलनी पड़ी। वहीं, पश्चिम बंगाल में उसका खाता भी नहीं खुल सका। पुडुचेरी में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा जहां कुछ महीने पहले तक वह सत्ता में थी। तमिलनाडु में उसके लिए राहत की बात रही कि द्रमुक की अगुवाई वाले उसके गठबंधन को जीत मिली।

जमीनी रंजिश को लेकर 2 पक्षों में विवाद, 3 की मौंत

तारिक खान
रूड़की। रुड़की के खेड़ी खुर्द गांव में जमीनी रंजिश को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हो गया। कब्रिस्तान से शव दफनाकर लौट रहे एक पक्ष के लोगों पर दूसरे पक्ष ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। गोली लगने से तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि पांच अन्य लोग भी घायल हो गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसएसपी और एसपी देहात ने भी गांव पहुंचकर घटना की जानकारी ली।
पुलिस के मुताबिक, लक्सर कोतवाली के खेड़ी खुर्द गांव निवासी हुसैन का गांव के ही जुल्फिकार पक्ष के साथ विवाद चल रहा था। बताया कि गुरुवार सुबह भी दोनों पक्षों के बीच खेत में सिंचाई करने वाली मोटर को लेकर कुछ विवाद हुआ। उस समय मामला शांत हो गया। इसके बाद हुसैन पक्ष के परिवार में एक महिला की मौत होने पर वह सभी महिला को दफनाने के लिए कब्रिस्तान गए थे। महिला को दफनाकर वह जब लौट रहे थे, तभी रास्ते में पहले से घात लगाकर बैठे दूसरे पक्ष के व्यक्तियों ने उन पर हमला बोल दिया। हमलावरों ने उनके ऊपर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई।
बताया जाता है कि खेत में मेढ़ को लेकर दोनों पक्षों में गुरूवार को सुबह कहासुनी हो गई और जमकर मारपीट हुई थी। इसमें दोनों पक्षों के दो युवक घायल हो गए थे। उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दिया था। पुलिस ने उन्हें मेडिकल के लिए भेज दिया। इसी दौरान हुसैन पक्ष के परिवार में एक महिला की मौत हो गई थी जिसका दाफीन आज होना था। लोग महिला का शव दफनाकर घर लौट रहे थे। जैसे ही वे दूसरे पक्ष के घर के पास पहुंचे तो उन्होंने तमंचे और बंदूकों से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में सात लोग गोली लगने से घायल हो गए।
आननफानन परिजन उन्हें लेकर लक्सर सीएचसी पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने उनकी हालत गंभीर देखते हुए उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया। पुलिस का कहना है कि हुसैन (50) पुत्र तैमूर, शहजान उर्फ कालू (45) पुत्र अहमद और मोहम्मद कैफ पुत्र तस्लीम ने हायर सेंटर पहुंचने से पहले रास्ते में दम तोड़ दिया। वहीं, गंभीर घायल जहीर पुत्र लतीफ, गयूर व रिजवान पुत्र जहीर, सैफ पुत्र इंतखाब को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी डी सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस और एसपी देहात प्रमेंद्र डोबाल ने भी ग्रामीणों से घटना की जानकारी ली। गांव में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। एसएसपी ने बताया कि तहरीर आने पर मुकदमा दर्ज किया गया। फिलहाल गोली चलाने वालों की तलाश की जा रही है।

रंगासामी ने बतौर पुडुचेरी के मुख्यमंत्री शपथ लीं

पुडुचेरी। एआईएनआरसी नेता एन रंगासामी ने शुक्रवार को यहां राज निवास में हुए एक संक्षिप्त समारोह में पुडुचेरी के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदराराजन ने रंगासामी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। वह चौथी बार मुख्यमंत्री बने हैं। उन्होंने ईश्वर को साक्षी मानकर तमिल भाषा में पद की शपथ ली। शुक्रवार को केवल रंगासामी ने शपथ ली।

वह राजग सरकार की अगुवाई करेंगे जिसमें एआईएनआरसी और भारतीय जनता पार्टी शामिल हैं। एआईएनआरसी पार्टी सूत्रों ने बताया कि पार्टी और भाजपा के अन्य मंत्रियों को अगले कुछ दिनों में शपथ दिलाई जाएगी। इससे पहले, मुख्य सचिव अश्विन कुमार ने रंगासामी को मुख्यमंत्री नियुक्त करने वाली, राष्ट्रपति की अधिसूचना को पढ़ा। यह समारोह दोपहर एक बजकर 20 मिनट पर शुरू हुआ और महज पांच मिनट तक चला।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ऑल इंडिया एन आर कांग्रेस के नेता एन रंगासामी को पुडुचेरी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर बधाई दी और नए कार्यकाल के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं। मोदी ने ट्वीट कर कहा, ”पुडुचेरी के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर मैं एन रंगासामी को बधाई देता हूं। उनके कार्यकाल के लिए उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं।”

संक्रमितों की संख्या 15.60 करोड़ से अधिक हुईं

वाशिंगटन/रियो डि जेनेरो/नई दिल्ली। विश्व भर में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के फिर तेजी से फैलने के बीच संक्रमितों की संख्या 15.60 करोड़ से अधिक हो गई और 32.56 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 15 करोड़ 60 लाख 88 हजार 575 हो गयी है, जबकि 32 लाख 56 हजार 675 लोगों की मौत हो चुकी है।

वैश्विक महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है तथा यहां संक्रमितों की संख्या 3.26 करोड़ हो गयी है जबकि 5.80 लाख मरीजों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे स्थान पर और मृतकों के मामले में चौथे स्थान पर है। पिछले 24 घंटे में 4,14,188 नये मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 2.14 करोड़ हो गया। इस दौरान 3.31 लाख मरीज स्वस्थ होने के साथ इससे निजात पाने वालों की कुल संख्या 1.76 करोड़ हो गयी है। वहीं इस बीमारी से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 2.24 लाख हो गया है।ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है। देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और अभी तक इससे 1.50 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 4.16 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील कोरोना से मौतों के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है। संक्रमण के मामले में फ्रांस चौथे स्थान पर है जहां कोरोना वायरस से अब तक 57.89 लाख लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 1.06 लाख मरीजों की मौत हो चुकी है।

कोरोना प्रभावित के मामले में तुर्की रूस से आगे निकल गया है और यहां कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 49.77 लाख से अधिक पहुंच गयी है और 41,187 लोगाें की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 47.99 लाख से अधिक हो गई है और इसके संक्रमण से 1.10 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस प्रभावितों की कुल संख्या 44.44 लाख से अधिक हो गयी है और 1.27 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों के मामले में ब्रिटेन पांचवें स्थान पर है। इटली में कोरोना प्रभावितों की कुल संख्या 40.82 लाख से अधिक हो गयी है और 1.22 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।

स्पेन में इस महामारी से 35.59 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं और 78,726 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना संक्रमण के मामले में जर्मनी दसवें स्थान पर है और यहां इस वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या 35.02 लाख से अधिक हो गई है और 84,428 लोगों की मौत हो चुकी है। अर्जेंटीना में कोरोना संक्रमितों की संख्या 30.95 लाख से ज्यादा हो गयी है और इसके संक्रमण से 66,263 लोगों की जान जा चुकी है। कोलंबिया में कोरोना वायरस से 29.51 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 76,414 लोगों ने जान गंवाई है।

पोलैंड में कोरोना से 28.18 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और इस महामारी से 68,993 लोग जान गंवा चुके हैं। ईरान ने कोरोना संक्रमितों के मामले में मेक्सिको को पीछे छोड़ दिया है यहां कोरोना वायरस से 26.10 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 73,906 लोगों की मौत हो चुकी है। मैक्सिको में कोरोना से 23.58 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और यह देश मृतकों के मामले विश्व में चौथे स्थान पर है जहां अभी तक इस वायरस के संक्रमण से 2.18 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।

यूक्रेन में संक्रमितों की संख्या 21.60 लाख से अधिक है और 47,710 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। पेरू में संक्रमितों की संख्या 18.24 लाख के पार पहुंच गयी है, जबकि 62,976 लोगों की जान जा चुकी है। इंडोनेशिया में भी कोरोना संक्रमण के मामले 16.97 लाख के पार पहुंच गये हैं जबकि 46,496 लोगों की मौत हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस से 15.90 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं और 54,620 लोगों की मौत हो चुकी है। नीदरलैंड में कोरोना से अब तक 15.65 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए है और यहां इस महामारी से 17,525 लोगों की मौत हो चुकी है।

पड़ोसी देश पाकिस्तान में अब तक कोरोना से 8.50 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 18,677 मरीजों की मौत हो चुकी है। एक अन्य पड़ोसी देश बंगलादेश में भी कोरोना का प्रकोप जारी है जहां 7.69 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और 11,796 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा चीन जहां से कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत हुई, वहां कोरोना से अब तक 1,02,586 लोग संक्रमित हुए हैं और 4,846 लोगों की इस महामारी में जान जा चुकी है। इसके अलावा दुनिया में अन्य देशों में भी कोरोना वायरस से स्थिति खराब है।

खतरे की घंटी कब बजी, मची अफरा-तफरी: मौरिस

जोहानिसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका और राजस्थान रॉयल्स के आलराउंडर क्रिस मौरिस ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के जैव सुरक्षित वातावरण (बायो बबल) में कोविड-19 के मामले पाये जाने के बाद अफरातफरी का माहौल बन गया था और वह स्वदेश लौटकर राहत महसूस कर रहे हैं। आईपीएल को स्थगित किये जाने के बाद मौरिस और 10 अन्य दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी स्वदेश लौट गये हैं। आईपीएल में कोविड-19 के छह मामले पाये गये थे जिसमें चार खिलाड़ी और दो कोच शामिल थे।अभी अपने घर में 10 दिन के अनिवार्य पृथकवास पर रह रहे मौरिस ने आईओएल.सीओ.जेडए से कहा, ”निश्चित तौर पर मैं राहत महसूस कर रहा हूं।” मौरिस ने कहा कि उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स के दो खिलाड़ियों वरुण चक्रवर्ती और संदीप वारियर के पॉजिटिव पाये जाने के बारे में रविवार की रात को पता चला। उन्होंने कहा, ”जैसा ही हमें इस बारे में पता चला कि बायो बबल के अंदर खिलाड़ी पॉजिटिव पाये गये हैं तो सभी ने सवाल करने शुरू कर दिये। हम सभी के अंदर निश्चित तौर पर खतरे की घंटी बजनी शुरू हो गयी थी। ”

मौरिस ने कहा, ”सोमवार तक जब उन्होंने वह मैच (कोलकाता और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर) स्थगित किया तब तक हमें पता चल गया था कि टूर्नामेंट जारी रखने के लिये दबाव बना हुआ है। ” सनराइजर्स हैदराबाद के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा और दिल्ली कैपिटल्स के अमित मिश्रा के मंगलवार को पॉजिटिव आने के बाद इस टी20 लीग को स्थगित कर दिया गया था। चेन्नई सुपरकिंग्स के गेंदबाजी कोच एल बालाजी और बल्लेबाजी कोच माइकल हसी भी वायरस से संक्रमित पाये गये थे।

मौरिस ने कहा, ”मैं अपनी टीम के डॉक्टर से बात कर रहा था। कुमार संगकारा ने तब इशारा किया और तब हमें पता चला कि अब टूर्नामेंट आगे नहीं बढ़ पाएगा। इसके बाद का माहौल अफरातफरी वाला था। इंग्लैंड के खिलाड़ी विशेषरूप से घबराये हुए थे क्योंकि उन्हें इंग्लैंड में होटलों में अलग थलग रहने की जरूरत थी और जाहिर था कि उनके पास कमरे नहीं थे। ”

आस्ट्रेलियाई एंडूयू टाइ की जगह चुने गये गेराल्ड कोएट्जी पिछले सप्ताह ही भारत पहुंचे थे और मौरिस ने कहा कि वह इस युवा तेज गेंदबाज को धीरज बंधा रहे थे क्योंकि वह अधिक घबराया हुआ था। उन्होंने कहा, ”मैं जानता था कि गेराल्ड अधिक घबराया हुआ है। मेरे कहने का मतलब है कि वह अभी 20 साल का है और उसके सामने यह सब कुछ हो गया। मैंने उसे धीरज बंधाने की कोशिश की। ”

सर्वदलीय बैठक बुलाए सरकार, जवाबदेही तय हो

हरिओम उपाध्याय   

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि कोरोना महामारी से देश की स्थिति अत्यंत गंभीर हो गयी है और सरकार के लिए इससे निपटना कठिन हो रहा है इसलिए हालत को नियंत्रित करने के लिए तत्काल सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए। सोनिया ने कहा, ”कांग्रेस स्थायी समिति की बैठक बुलाने की मांग करती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि महामारी से बेहतर तरीके से लड़ने के लिए सामूहिक कार्रवाई, जवाबदेही तय हो।”

सोनिया गांधी ने शुक्रवार को यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कांग्रेस संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के विकराल रूप के समक्ष व्यवस्था चरमरा गई है और सरकार स्थिति से निपटने में सफल नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए महामारी से निपटने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए और कोरोना से कैसे मुक्ति मिले इस बारे में सब की राय ली जानी चाहिए क्योंकि महामारी से अब जो स्थिति पैदा हो गयी है उससे सामूहिक रूप से ही इस निपटा जा सकता है।कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस महामारी का मुकाबला सामूहिक रूप से ही किया जा सकता है इसलिए ठोस रणनीति अपनाने के लिए और सामूहिक रूप से कदम उठाने के लिए संसद की स्थाई समिति की बैठक भी बुलाई जानी चाहिए।

सोनिया गांधी ने कहा कि कोरोना को लेकर जो हालात पैदा हुए है उसको लेकर संसद की स्वास्थ्य मंत्रालय से संबद्ध स्थायी समिति ने पहले ही चेतावनी दे दी थी लेकिन सरकार ने समिति की चेतावनी को नजरअंदाज किया जिसके कारण यह संकट पैदा हुआ है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों ने भी महामारी से लड़ने के लिए ऑक्सीजन, दवाइयों और वेंटिलेटर की पर्याप्त आपूर्ति जारी रखने की सरकार को राय दी थी लेकिन मोदी सरकार ने विशेषज्ञों की राय को भी अनसुना कर दिया।कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने कोरोना टीकाकरण को लेकर भी कोई रणनीति नहीं बनाई है। संसद ने केंद्रीय बजट में नागरिकों के निशुल्क टीकाकरण के लिए 35 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया है लेकिन सरकार अब भी राज्यों पर कोरोना से जुड़े भार को डाल रही है और उसे कम करने के लिए कोई उपाय नहीं कर रही है। उन्होंने अरोप लगाया कि विपक्ष की तरफ से केंद्र सरकार को महामारी से निपटने के लिए जो भी सुझाव दिए जा रहे हैं सरकार उनको गंभीरता से नहीं ले रही है।

केंद्र को एससी की फटकार,आपूर्ति जारी रखनी होगी

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को केंद्र को स्पष्ट कर दिया कि उसे शीर्ष अदालत के अगले आदेश तक रोजाना दिल्ली को 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति जारी रखनी होगी। साथ ही न्यायालय ने कहा कि इसपर अमल होना ही चाहिए तथा इसके अनुपालन में कोताही उसे सख्ती करने पर मजबूर करेगी।

दो दिन पहले, शीर्ष अदालत ने दिल्ली को कोविड के मरीजों के लिए 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति के निर्देश का अनुपालन नहीं करने पर केंद्र सरकार के अधिकारियों के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा शुरू की गई अवमानना की कार्यवाही पर यह कहते हुए रोक लगा दी थी कि ”अधिकारियों को जेल में डालने से” ऑक्सीजन नहीं आएगी और प्रयास जिंदगियों को बचाने के लिए किए जाने चाहिए। हालांकि, न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एम आर शाह की पीठ ने कहा कि केंद्र को राष्ट्रीय राजधानी को हर दिन 700 मीट्रिक टन तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन (एलएमओ) की आपूर्ति सुनिश्चित करनी होगी।वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई कार्यवाही में दिल्ली सरकार की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल मेहरा ने शुक्रवार को पीठ को बताया कि राष्ट्रीय राजधानी को “आज सुबह नौ बजे तक 86 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली और 16 मीट्रिक टन मार्ग में है।” पीठ ने कहा, “हम चाहते हैं कि दिल्ली को हर दिन 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाए और यह होना ही चाहिए, हमें उस स्थिति में आने पर मजबूर न करें जहां हमें सख्त होना पड़े।”

साथ ही कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए कि एक दिन के लिए आपूर्ति की गई और फिर “टैंकर नहीं हैं” और परिवहन में दिक्कतें हैं जैसे कई विरोध-पत्र दायर किए जा रहे हैं। पीठ के लिए न्यायमू्र्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार को सुनवाई से पहले मुद्दे पर न्यायमूर्ति शाह से विचार-विमर्श किया है और दिल्ली को हर दिन 700 मीट्रिक टन एलएमओ दिए जाने को लेकर सर्वसम्मति बनी है। पीठ ने कहा, “हम चाहते हैं कि दिल्ली को 700 मीट्रिक टन एलएमओ दी जाए और हमारा मतलब है कि यह निश्चित तौर पर होना चाहिए। इसकी आपूर्ति करनी ही होगी और हम दंडात्मक कार्रवाई नहीं करना चाहते। हमारे आदेश को अपलोड होने में दोपहर तीन बजेंगे लेकिन आप काम पर लगें और ऑक्सीज का प्रबंध करें।” इससे पहले शीर्ष अदालत ने कहा था कि यह पूरे भारत में वैश्विक महामारी की स्थिति है और हमें राष्ट्रीय राजधानी को ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करने के तरीके तलाश करने होंगे।

राज्य में हिंसा और झड़प के मामलों पर चिंता जताई

संदीप मिश्र  
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के बाद जगह-जगह हो हिंसा और झड़प की घटनाओं पर चिंता जताते हुये सरकार से आवश्यक कदम उठाने की मांग की है।बसपा नेता ने शुक्रवार को ट्वीट किया,”उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के बाद जिस प्रकार से राजनीतिक हिंसा, झड़प, आगजनी व अन्य आपराधिक घटनाएं लगातार घटित हो रही हैं, यह अति-दुःखद व अति-चिन्ताजनक। राज्य सरकार को इस मामले में गंभीर होकर तत्काल आवश्यक कदम उठाने की सख्त जरूरत। बीएसपी की यह मांग।”उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में हाल ही में संपन्न हुये पंचायत चुनाव के बाद गोरखपुर सहित कई जिलो से हिंसा, झड़प और आगजनी की खबरें आ रही हैं।

अधिक रेट-मुनाफाखोरी पर नकेल कसने की तैयारी

पंकज कपूर  
हल्द्वानी। कोरोनाकाल में कालाबाजारी जोरों पर है। पैसों के लिए लोग मानवता भी भूल चुके है। जब जहां मौका मिल रहा वहां मुनाफखोरी शुरू कर रहे है। दवाईयों से लेकर सब्जी तक के दामों में बेतहासा वृद्धि कर गरीब लोगों को चूना लगाने का काम कर रहे है। लॉकडाउन में घर बैठने के बाद गरीब जनता दो वक्त की सब्जी भी महंगे दामों के चलते खा नहीं पा रही है लेकिन मुनाफाखोरों का दिल फिर भी नहीं पसीज रहा है। ऐसे में प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए कहा है कि अगर किसी भी सब्जी विक्रेता ने लॉकडाउन में महंगे दामों पर सब्जी बेची तो प्रशासन उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करेगा।
जिला प्रशासन को को लगातार सब्जी महंगे दामों पर बेचने की शिकायत मिल रही थी। जिसके बाद प्रशासन ने सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये है। एसडीएम विवेक राय ने बताया कि सब्जी के रेट निर्धारित कर दिए हैं और शुक्रवार से जिले भर में चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। यदि कोई सब्जी विक्रेता किसी व्यक्ति को महंगे दामों में सब्जी बेचता मिला तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी। वही अगर आपकों कोई महंगे दामों पर सब्जी बेचता है तो आप 9411102121 और 9458318888 मोबाइल नंबरों पर शिकायत सकते है।

पूरा देश वायरस की गिरफ्त में, पीएम को पत्र लिखा

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि कोरोना वायरस के सभी स्वरूपों का वैज्ञानिक तरीकों से पता लगाने के साथ ही पूरी दुनिया को इस बारे में अवगत कराया जाए तथा सभी भारतीय नागरिकों को जल्द टीका लगाया जाए।

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर यह आरोप भी लगाया कि सरकार की विफलता के कारण देश एक बार फिर से राष्ट्रीय स्तर के लॉकडाउन के मुहाने पर खड़ा हो गया है और ऐसे में गरीबों को तत्काल आर्थिक मदद दी जाए ताकि उन्हें पिछले साल की तरह पीड़ा से नहीं गुजरना पड़े।पत्र में राहुल गांधी ने कहा, ”मैं आपको एक बार फिर पत्र लिखने के लिए विवश हुआ हूं क्योंकि हमारा देश कोविड सुनामी की गिरफ्त में बना हुआ है। इस तरह के अप्रत्याशित संकट में भारत के लोग आपकी सबसे बड़ी प्राथमिकता होने चाहिए। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप देश के लोगों को इस पीड़ा से बचाने के लिए जो भी संभव हो, वह करिए।”

उन्होंने कहा, ”दुनिया के हर छह लोगों में से एक व्यक्ति भारतीय है। इस महामारी से अब यही पता चला है कि हमारा आकार, आनुवांशिक विविधता और जटिलता से भारत में इस वायरस के लिए बहुत ही अनुकूल माहौल मिलता है कि वह अपने स्वरूप बदले तथा अधिक खतरनाक स्वरूप में सामने आए। मुझे डर इस बात का है कि जिस ‘डबल म्यूटेंट’ और ‘ट्रिपल म्यूटेंट’ को हम देख रहे हैं, वह शुरुआत भर हो सकती है।” उनके मुताबिक, इस वायरस का अनियंत्रित ढंग से प्रसारित होना न सिर्फ हमारे देश के लोगों के लिए घातक होगा, बल्कि शेष दुनिया के लिए भी होगा।

उन्होंने प्रधानमंत्री को सुझाव दिया, ”इस वायरस एवं इसके विभिन्न स्वरूपों के बारे में वैज्ञानिक तरीके से पता लगाया जाए। सभी नए म्यूटेशन के खिलाफ टीकों के असर का आकलन किया जाए। सभी लोगों को तेजी से टीका लगाया जाए। पारदर्शी रहा जाए और शेष दुनिया को हमारे निष्कर्षों के बारे में अवगत कराया जाए।”

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के पास कोविड के खिलाफ टीकाकरण को लेकर कोई स्पष्ट रणनीति नहीं हैं और सरकार ने उसी समय इस महामारी पर विजय की घोषणा कर दी जब यह वायरस फैल रहा था। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की विफलता के कारण आज राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन अपरिहार्य लगता है।

कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि इस स्थिति को देखते हुए कमजोर तबकों के लोगों को वित्तीय मदद और खाद्य सामाग्री उपलब्ध कराई जाए ताकि लॉकडाउन के कारण गरीबों को उस पीड़ा को न झेलना पड़े जो उन्हें पिछले साल के लॉकडाउन के समय झेलनी पड़ी थी। उन्होंने कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में पूरे सहयोग का भरोसा दिलाते हुए कहा कि इस संकटकाल में विभिन्न पक्षों को विश्वास में लिया जाए ताकि सब मिलकर भारत को सुरक्षित रखने के लिए काम कर सकें।

पेट्रोल 102 रुपये प्रति लीटर की ऊंचाई तक पहुंचा

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में पेट्रोल का दाम 102 रुपये प्रति लीटर की ऊंचाई तक पहुंच चुका है। तेल कंपनियों के लगातार चौथे दिन पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ाने से यह स्थिति बनी है। हालांकि, इससे पहले पांच राज्यों में जारी विधानसभा चुनावों के दौरान दो सप्ताह से अधिक समय तक दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया।

सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक शुक्रवार को पेट्रोल के दाम में 29 पैसे और डीजल के दाम में 31 पैसे प्रति लीटर की तेज वृद्धि की गई। इस वृद्धि के बाद दिल्ली में पेट्रोल का खुदरा मूल्य 91.27 रुपये प्रति लीटर हो गया जबकि डीजल का दाम 81.73 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। राजस्थान के गंगानगर जिले में इस वृद्धि के बाद पेट्रोल का दाम 102.15 रुपये लीटर पर पहुंच गया। तेल कंपनियों के मूल्य चार्ट में यह दर्शाया गया है।वहीं मध्यम प्रदेश के अनुपपुर में पेट्रोल का दाम 101.86 रुपये लीटर हो गया है जबकि महाराष्ट्र के परभनी में यह 99.95 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच चुका है। इस साल यह दूसरा मौका है जब देश के कुछ हिस्सों में पेट्रोल का दाम 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर निकल गया। इससे पहले फरवरी मध्य में पेट्रोल का दाम इस आंकड़े से ऊपर निकला था।

ईंधन के खुदरा दाम अलग अलग राज्यों में भिन्न होते हैं। राज्यों में मूल्य वर्धित कर (वैट) की दर और माल पहुंचाने का भाड़ा अलग होना इसकी मुख्य वजह होती है। देश में राजस्थान में पेट्रोल पर सबसे अधिक वैट लगता है, उसके बाद मध्य प्रदेश का स्थान आता है। शुक्रवार को लगातार चौथा दिन रहा है जब तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाये हैं।

वहीं इससे पहले विधानसभा चुनावों के दौरान 18 दिन तक इनके दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया। चार दिन की वृद्धि में पेट्रोल के दाम 88 पैसे और डीजल के दाम में एक रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हो चुकी है।

इस वृद्धि से 24 मार्च से लेकर 15 अप्रैल के बीच दाम में जो कमी आई थी वह समाप्त हो चुकी है। इस दौरान तेल कंपनियों ने पेट्रोल का दाम 67 पैसे और डीजल के दाम में 74 पैसे प्रति लीटर की कटौती की थी। तेल कंपनियों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम लगातार ऊंचा बना हुआ है। कच्चे तेल का दाम 70 डालर प्रति बैरल के आसपास चल रहा है।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...