मंगलवार, 16 फ़रवरी 2021

उत्तराखंड की आपदा का असर एनसीआर में दिखा

अश्वनी उपाध्याय   

गाजियाबाद। उत्तराखंड के चमौली जनपद में आई प्राकृतिक आपदा का असर अब दिल्ली के अलावा नोएडा और गाजियाबाद के नागरिकों के जीवन पर भी पड़ने लगा है। दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में एकाएक पेयजल आपूर्ति प्रभावित हुई है। जनता की जरूरत के अनुरूप शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। ऊपरी गंगा नहर से पीने के लिए ज्यादा गंदा पानी आने लगा है। 

बता दें कि उत्तराखंड के चमौली जनपद में गत 7 फरवरी को प्राकृतिक आपदा आ गई थी। इस हादसे में कई नागरिकों की मौत हो गई थी। इसके बाद से ऊपरी गंगा नहर से साफ पानी नहीं मिल रहा है। जल विभाग के अधिकारों के अनुसार पेयजल में गंदगी का स्तर 8 हजार नेफेलोमेटिक टर्बिडिटी यूनिट (एनटीयू) पर पहुंच गया है। नतीजन दिल्ली जल बोर्ड के सोनिया विहार व भागीरथी जल शोधन प्लांट से पेयजल आपूर्ति पर प्रतिकूल असर पड़ा है। इस कारण दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के कई लाख घरों में पेयजल आपूर्ति कम हुई है। 

उधर, दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने ट्वीट कर नागरिकों से अपील की है कि पानी का संभल कर इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि दक्षिणी-पूर्वी और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति पर असर पड़ा है। इसके मद्देनजर टैंकरों की व्यवस्था की गई है। पेयजल संकट की स्थिति में नागरिक पानी के टैंकर की डिमांड कर सकते हैं। दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष चड्ढा ने कहा है कि पानी के साथ कीचड़, मिट्टी, पौधों के टुकड़े इत्यादि आ रहे हैं। दोनों जल शोधन प्लांट से जल बोर्ड 240 मिलियन गैलन डेली (एमजीडी) पानी की सप्लाई करता है। सोनिया विहार जल शोधन प्लांट से जल बोर्ड सामान्य दिनों में 140 व भागीरथ से 100 एमजीडी पानी आपूर्ति करता है। फिलहाल सोनिया विहार प्लांट से 70 एमजीडी पानी की सप्लाई हो पा रही है। वहीं, गंग नहर में गंदगी बढ़ने के कारण प्रताप विहार (गाजियाबाद) स्थित गंगाजल प्लांट को बंद कर दिया गया है। इस कारण सोमवार की सुबह घरों में पानी नहीं आया। इसके चलते नोएडा और गाजियाबाद के नागरिकों की परेशानी और ज्यादा बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया गया है।

धांधली कर सरकारी रकम हजम करने की प्रथा जारी

राम सहाई पुर गांव में विकास के नाम पर बड़ा घोटाला
कौशांबी। विकास योजनाओं में हेराफेरी कर बड़ी धांधली कर सरकारी रकम हजम करने की प्रथा कौशांबी जनपद में पुरानी हो चुकी है। नाली निर्माण सीसी रोड निर्माण शौचालय निर्माण सहित विभिन्न योजनाओं के फर्जी अभिलेख दिखा कर सरकारी खजाने से बड़े पैमाने पर रकम निकाली जाती है। मौके परिस्थिति पर विकास कार्य बिना कराएं सरकारी अभिलेखों में विकास दर्शाते हुए आला अधिकारियों को झूठी मनगढ़ंत सूचनाएं भेज दी जाती है। सिराथू तहसील क्षेत्र के राम सहाई पुर गांव में भी विकास योजनाओं की रकम में धांधली फर्जी रिपोर्ट लगा कर जिम्मेदारों ने शाशन या बड़े अधिकारियो को भेज दी है। ग्राम पंचायत में बड़े पैमाने पर धांधली की दर्जनों बार ग्रामीणों ने शिकायत की जांच अधिकारियों के जांच के दौरान मौके पर विकास कार्य नहीं पाए गए। फिर भी भ्रष्टाचारियों के घुटनों में गिर कर जांच अधिकारियों ने फर्जी रिपोर्टिंग लगाकर प्रत्येक बार के शिकायती पत्र का फर्जी निस्तारण कर दिया।
मुख्यमंत्री के आईजीआरएस पोर्टल में भी जांच अधिकारियों द्वारा मनगढ़ंत और झूठी रिपोर्ट लगाकर शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है। जांच के दौरान जांच अधिकारियों ने जो जांच रिपोर्ट अधिकारियों और मुख्यमंत्री पोर्टल को भेजा है। वह हकीकत वर्तमान में भी गांव में दिखाई नहीं पड़ रही है। जिससे जांच अधिकारियों की रिपोर्ट को झूठा करार देना गलत नहीं होगा सिराथू तहसील क्षेत्र के रामसहाई पुर गांव में विकास योजना में धांधली के मामले में सहायक विकास अधिकारी पंचायत सिराथू की भूमिका भ्रष्टाचारियों से संलिप्तता की ओर इशारा कर रही है। एडीओ पंचायत द्वारा शिकायतों में फर्जी रिपोर्ट लगाकर शिकायती पत्रों का झूठे और मनगढ़ंत तरीके से निस्तारण कर दिया है।जिससे एडीओ पंचायत की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। आखिर अब सवाल उठता है कि जब राम सहाई पुर गांव में आधे विकास कार्य नहीं कराए गए हैं। एक योजना के नाम पर कई कई बार धन निकाला गया है। इस तरह की दर्जनों योजनाएं हैं। जिन पर दोबारा धन निकाला गया है। तमाम योजनाओं में धन निकालने के बाद कार्य नहीं कराए गए हैं। लेकिन तमाम धांधली के बाद भी जिला पंचायत राज अधिकारी ने भी ग्रामीणों की शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया है। जिससे सरकारी धन के गबन के मामले में इनकी भी लापरवाही उजागर हुई है। ग्राम पंचायतों में विकास के नाम पर धांधली करने वालों और उनके जांच के नाम पर लापरवाही करने वालों के कारनामों को यदि सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लिया तो भ्रष्टाचारियों के बचाव में खड़े खंड विकास कार्यालय और विकास भवन के अधिकारियों पर शासन की गाज गिरना तय है। लेकिन क्या योगीराज में इन भ्रष्टाचारियों के चेहरे बेनकाब हो पाएंगे और भ्रष्टाचारियों पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा या फिर भ्रस्टाचारियो के बचाव में अधिकारी खड़े रहेंगे।
गणेश साहू

हापुड़: बारात से भरी बस पलटने से दर्जनों घायल

अतुल त्यागी, प्रवीण कुमार
हापुड़। जनपद के गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली क्षेत्र कि नेशनल हाईवे 9 पर तेज रफ्तार का कहर जारी। जहां थमने का नाम नहीं ले रहा है, तो वही आज नेशनल हाईवे 91 टोल प्लाजा के पास एक बारात की बस दिल्ली से मुरादाबाद के मुंडा पांडा जाते हुए पलट गई। इस दौरान सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है, कि बस के पलटने पर जा 1 दर्जन से अधिक यात्री घायल हो गए। उन्हें एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई। बस के पलटने की सूचना मिलते ही जनपद के आला अधिकारियों सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच बचाव व राहत कार्य में जुट गया है।

पुष्प कंटकों में खिलते हैं, दीप अंधेरों में जलते हैं...

पुष्प कंटकों में खिलते हैं, 
दीप अंधेरों में जलते हैं। 
आज नहीं, प्रह्लाद युगों से, 
पीड़ाओं में ही पलते हैं।
दीप अंधेरों में जलते हैं।...
किन्तु यातनाओं के बल पर, 
नहीं भावनाएँ रूकती हैं।
चिता होलिका की जलती है, 
अन्याय करने पर ही सजा झेलते है।
दीप अंधेरों में ही जलते हैं।....
सही रास्ते पर ही सच्चे आदमी चलते हैंं, 
गरीब-असहायों को पानी पिलाते हैं। 
अपने जीवन का त्याग कर देते हैं, 
बदले में ना कुछ लेते हैं।
दीप अंधेरों में ही जलते हैं।...
 चंद्रमौलेश्वर शिवांशु 'निर्भयपुत्र'

'गोधरा कांड’ का आरोपी 19 साल बाद चढ़ा हत्थे

गोधरा कांड’ का मुख्य आरोपी 19 साल बाद चढ़ा पुलिस के हत्थे गई थी। 59 कारसेवकों की जान

अहमदाबाद। गोधरा कांड’ का मुख्य आरोपी को 19 साल बाद आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है। दरअसल गुजरात पुलिस ने गोधरा से रफीक हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है। पंचमहल पुलिस के अनुसार, रफीक हुसैन उस कोर ग्रुप का हिस्सा था। जिसने गोधरा कांड का षड्यंत्र रचा था। और पिछले 19 साल से ये फरार था। 
जानकारी के अनुसार, पुलिस को ख़ुफ़िया इनपुट मिला था। जिसके बाद रेलवे स्टेशन के पास एक घर में छापा मारा गया जहां से रफीक हुसैन को गिरफ्तार किया गया। पुलिस का कहना है। कि ट्रेन के कंपार्टमेंट को आग लगाने के लिए पेट्रोल का बंदोबस्त करना, भीड़ को भड़काना और पूरी साजिश रचने में रफीक हुसैन का बड़ा हाथ था। उसके ऊपर हत्या और दंगा भड़काने के चार्ज लगे हुए हैं। बता दें कि गुजरात में 27 फरवरी 2002 को गोधरा स्टेशन पर कारसेवकों से भरी ट्रेन को आग लगा दी गई थी। इस हादसे में कुल 59 कारसेवकों की जान गई थी। इसी के बाद गुजरात में 2002 के दंगे हुए थे।
पुलिस ने बताया है। कि रफीक हुसैन उस समय एक मजदूर के रूप में स्टेशन पर काम करता था। जब ट्रेन आने पर पत्थर फेंके गए और पेट्रोल छिड़का गया, तो ये भी उनमे शामिल था। मगर उस घटना के बाद रफीक हुसैन यहां से भाग निकला और दिल्ली के आसपास रहने लगा। पुलिस ने बताया कि हाल ही में हमें उसके बारे में जानकारी मिली और परिवार को शिफ्ट करने की बात सामने आई। अब जब वो अपने घर पर मिलने आया हुआ था। तब मौका देखते ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

मुबंई-पुणे एक्सप्रेस पर हादसा, 5 की मौत 5 घायल

महाराष्ट्र: मुबंई-पुणे एक्सप्रेस पर भीषण सड़क हादसा, 5 लोगों की दर्दनाक मौत, 5 घायल
 कविता गर्ग
मुंबई। महाराष्ट्र की राजधानी मुबंई से भीषण सड़क हादसे की जानकारी सामने आ रही है। मिली जानकारी के मुताबिक मुबंई-पुणे एक्सप्रेस पर गाड़ियों की एक जोरदार टक्कर हुई। बताया जा रहा है। इस टक्कर में पांच की मौत हो गई है। मिली जानकारी के मुताबिक बीते सोमवार रात को खोपोली के पास मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर कई गाड़ियां आपस में टक्करा गईं। इस दौरान हुए भीषण सड़क हादसे में अबतक पांच लोगों की मौत होने की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है। इस हादसे में पांच लोगों की हालत भी गंभीर है।
वहीँ इस हादसे में घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जहां उनका इलाज निरंतर जारी है। इस मामले में सामने आने वाली रिपोर्ट को माने तो यह सड़क हादसा पुणे से मुबंई की तरफ जाते हुए बोरघाट उतरते समय फुडमाल के नजदीक हुआ। खबरें हैं। कि घायलों में से दो को अष्टविनायक (पनवेल) और अन्य दो घायलों को वाशी के मनपा अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। खबरों के अनुसार एक अन्य जख्मी को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। कहा जा रहा है। पुलिस ने हादसे में मारे गए पांच लोगों के शव को खोपोली के अस्पताल में रखा है।

बसंत पंचमी पर सैकड़ों बटुकों का हुआ संस्कार

बसंत पंचमी पर यहां सैकड़ो बटुकों का हुवा जनेऊ और मुंडन संस्कार, आज के दिन की यह है मान्यता

हल्दूचौड़। बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर हल्द्वानी के हल्दूचौड़ स्थित गायत्री शक्तिपीठ में सैकड़ों बटुकों का सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार जनेऊ और मुंडन संस्कार किया गया l हिंदू धर्म के 13 संस्कारों में यज्ञोपवीत संस्कार सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। गायत्री शक्तिपीठ में सामूहिक जनेऊ कार्यक्रम में उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कई जिलों से लोग यहां यज्ञोपवीत संस्कार करने पहुंचे। बसंत पंचमी के अवसर पर यज्ञोपवीत संस्कार करना शुभ माना जाता है। धर्म शास्त्रों के अनुसार हिंदू धर्म में यज्ञोपवीत संस्कार के बाद मनुष्य का मानसिक शारीरिक और धार्मिक विकास होता है l हल्दूचौड़ में गायत्री शक्तिपीठ द्वारा आयोजित सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार में अलग-अलग सांस्कृतिक विरासत उनको एक साथ देखने को मिला।वही आज ग्रामीण इलाको में भी लोग घरो में भी बटुको का यज्ञोपवीत संस्कार देखने को मिल रहा है। जिससे की उनके बच्चो अच्छे संस्कार आ सके मंदिर समिति द्वारा कोविड-19 का पालन करते हुए दो पारियों और पांच जगहों पर यगोपवित संस्कार का आयोजन किया गया।

कासगंज सिपाही हत्याकांड केस में 2 और अरेस्ट

कासगंज सिपाही हत्याकांड मामले में दो और गिरफ्तार, मुख्य आरोपी की तलाश जारी

कासगंज। उत्तर प्रदेश के कासगंज सिपाही हत्याकांड के मुख्य आरोपी फरार मोती सिंह के मामा के लड़के गुड्डू और गिरफ्तार नवाब सिंह के पिता रामेस्वर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सूत्रों ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सिढपुरा इलाके में नौ फरवरी की शाम अवैध रुप से शराब बनाने की सूचना पर नगला धीमर गांव में गये दरोगा और कांस्टेबल पर शराब माफियाओं ने हमला कर सिपाही देवेंद्र कुमार कुर्की की हत्या कर दी थी। घटना में उपनिरीक्षक अशोक कुमार सिंह गंभीर रुप से घायल हो गये थे। घटना के बाद पुलिस मुठभेड़ में मुख्य आरोपी का भाई एलकार सिंह अगले दिन तड़के काली नदी के पास मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया था।
इस मामले में कासगंज पुलिस ने कटरी में कॉम्बिंग के दौरान सिपाही देवेन्द्र की हत्या के मुख्य आरोपी मोती सिंह के मामा के लड़के गुड्डू और गिरफ्तार नवाब सिंह के पिता रामेस्वर को गिरफ्तार कर लिया लेकिन घटना के सात दिन बीत जाने के बाद भी मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर मोती सिंह अभी गिरफ्तार नहीं हो सका है। मुख्य आरोपी मोती पर एडीजी जोन आगरा ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। इस मामले में पुलिस मोती सिंह की मां समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

फरवरी में चौथी बार 10 हजार से कम नए मामले

कोरोना वायरस। फरवरी में चौथी बार 10 हजार से कम नए मामले
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारत में फरवरी माह में चौथी बार कोविड-19 के नए मामलों की संख्या 10 हजार से कम 9,121 रहने के साथ ही, देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,09,25,710 हो गए। वहीं, इस महीने में 10वीं बार संक्रमण से एक दिन में 100 से कम लोगों की मौत हुई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार की सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में वायरस से 81 और लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,55,813 हो गई। आंकड़ों के अनुसार, कुल 1,06,33,025 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही, देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 97.32 प्रतिशत हो गई। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.43 प्रतिशत है।
देश में अभी उपचाराधीन लोगों की संख्या डेढ़ लाख से कम है। अभी कुल 1,36,872 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है। जो कुल मामलों का 1.25 प्रतिशत है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी।
वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 15 फरवरी तक 20,73,32,298 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई। इनमें से 6,15,664 नमूनों का परीक्षण सोमवार को किया गया था।

हादसा: 1 परिवार के 3 सदस्यों समेत 4 की मौत

औरैया। सड़क हादसे में एक परिवार के तीन सदस्यों समेत चार की मौत
औरैया। उत्तर प्रदेश में औरैया जिले के सदर क्षेत्र में नेशनल हाइवे पर एक तेज रफ्तार कार कंटेनर में पीछे से टकराने के बाद पलट गयी जिससे उसमें सवार दंपत्ति और उनकी पुत्री के अलावा एक अन्य की मौत हो गयी जबकि कार चला रहा पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब आठ बजे आगरा जिले के बल्केश्वर मुहाल निवासी राज कुमार अपने परिजनों के साथ पुत्री के लिए लड़का देखने कानपुर जा रहे थे। उनकी कार नेशनल हाइवे पर करमपुर फतेहपुर के निकट पहुंची कि तभी एक कंटेनर से पीछे से टकराकर पलट गयी। कार की भिडंत इतनी भीषण थी। कि उसमें सवार राजकुमार (53), पत्नी भावना (50), पुत्री दीक्षा (27) और साले महावीर की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी जबकि कार चला रहा पुत्र रचित गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे उपचार के लिए जिला असपताल में भर्ती कराया गया है।
हादसे के बाद राजमार्ग में यातायात कुछ देर के लिये बाधित हो गया। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है। जबकि दुर्घटनाग्रस्त वाहन को क्रेन की सहायता से हटाकर यातायात बहाल कर दिया गया है।

सुरंग में 2 शव और मिलें, मृतकों की संख्या 58 हुई

तपोवन सुरंग से दो और शव बरामद, मृतकों की संख्या हुई 58 
पंकज कपूर 
देहरादून। उत्तराखंड की आपदा प्रभावित तपोवन सुरंग से मंगलवार को दो शव और बरामद किए गए। पिछले एक सप्ताह से ज्यादा समय से सुरंग में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए सेना सहित विभिन्न एजेंसियों का संयुक्त बचाव और तलाश अभियान युद्धस्तर पर चल रहा है। शवों को रखने के लिए तपोवन में बनाए गए अस्थाई मुर्दाघर में तैनात एक अधिकारी ने भाषा को बताया कि सुरंग से एक शव आधी रात के कुछ देर बाद जबकि दूसरा रात दो बजे बरामद हुआ। मलबे और गाद से भरी तपोवन सुरंग से अब तक 11 शव निकाले जा चुके हैं।
सात फरवरी को चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में आई बाढ़ के समय एनटीपीसी की 520 मेगावाट तपोवन-विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना की इस सुरंग में लोग कार्य कर रहे थे।
निर्माणाधीन तपोवन-विष्णुगाड परियोजना को हुई भारी क्षति के अलावा, रैणी में स्थित उत्पादनरत 13.2 मेगावाट ऋषिगंगा जलविद्युत परियोजना भी बाढ़ से पूरी तरह तबाह हो गई थी। आपदाग्रस्त क्षेत्र से अब तक कुल 58 शव बरामद किए गए हैं। जबकि 146 लोग अब भी लापता हैं।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...