शुक्रवार, 18 दिसंबर 2020

मॉडलिंग के नाम पर महिलाओं के पोर्न वीडियो

कैलिफोर्निया। महिलाओं के साथ हमेशा ज्यादती होती ही है। चाहे वो भारत हो या फिर विदेश ,कभी काम के नाम पर महिलाओं के साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश या फिर किसी खास बजह को लेकर ब्लैक मेल करके उनके साथ शारीरिक संबंध बनाना और उसके बाद उनका वीडियो बनाकर पोर्न साईट पर अपलोड कर देना एक आम बात सी हो गयी है। बताना लाजमी है कि अश्लील सामग्री मुहैया करानेवाली वेबसाइट मुश्किल में फंस गई है।

कैलिफोर्निया में 40 महिलाओं ने उसके खिलाफ मुकदमा दायर किया है। महिलाओं ने उनकी अश्लील वीडियो से मुनाफा कमाने और पूरी सहमति के बिना पब्लिश करने का आरोप लगाया है। बताना लाजमी है कि गर्ल्स डू के खिलाफ आरोप है कि लड़कियों को मॉडलिंग के विज्ञापन का झांसा देकर शोषण करती थी। बाद में उन्हें बताया जाता कि विज्ञापन दरअसल वीडियो के लिए है।

उन्हें प्रलोभन देने के साथ पहचान गुप्त रखने का आश्वासन दिया जाता था। इसके अलावा, उनसे कहा जाता था कि उनके वीडियो को अपलोड नहीं किया जाएगा। महिलाओं का कहना है कि वीडियो बनाने के पीछे कंपनी का उद्देश्य उत्तरी अमेरिका में इंटरनेट पर दिखाने का था। पीड़ित महिलाओं में से कुछ ने शारीरिक प्रताड़ना और हिंसा का आरोप लगाया है। एक ने अपने साथ रेप होने की बात कही है। 

बतादें कि पीड़ित महिलाओं ने कहा कि सामग्री मुहैया करानेवाली एक साझेदार कंपनी के वीडियो से पोर्न हब ने मुनाफा कमाया। हालांकि, ये वास्तव में सेक्स ट्रैफिकिंग का ऑपरेशन चला रही थी। गौरतलब है कि पीड़ित सभी महिलाएं 'गर्ल्स डू ' शिकार बनी थीं। 2019 में गर्ल्स डू को अदालती आदेश के बाद एफबीआई ने बंद करा दिया था। उसके मालिक सेक्स के लिए महिलाओं पर दबाव डालने और वीडियो ऑनलाइन शेयर करने के सिलसिले में झूठ बोलने के दोषी पाए गए थे।

पीड़ित महिलाओं का कहना है कि हब और उसकी मूल कंपनी 'माइंड गीक' को मालूम था कि गर्ल्स डू का मामला क्या था मगर उसके बावजूद उन्होंने साझेदारी बनाए रखी। मुकदमा दायर करनेवाली महिलाओं ने हर्जाने के तौर पर प्रति दस लाख डॉलर रकम देने की मांग की है। महिलाओं ने कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि उन्होंने 2016 के बाद कई बार हब और माइंड गीक से शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

अदालती दस्तावेज से पता चलता है कि 2019 से लेकर और 2016 के आखिर में निश्चित रूप से माइंड गीक को गर्ल्स डू की कारगुजारियों का पता था। गर्ल्स डू कैसे महिलाओं के साथ धोखाधड़ी, जबरदस्ती, डरा धमका कर उनके साथ ट्रैफिकिंग करवा रहा था और जानकारी के बावजूद माइंड गीक ने उससे किनारा नहीं किया। दस्तावेज के मुताबिक, कंपनी अपना मुनाफा खत्म होने तक बिल्कुल लापरवाह बनी रही। महिलाओं का कहना है कि सेक्स ट्रैफिकिंग के आरोप के बावजूद वीडियो वेबसाइट पर कुछ दिनों पहले तक अपलोड थी। 

अंगूठा साहब पर बाबा राम सिंह को दी मुखाग्नि

5 फुट ऊंची बनाई गई अंगीठा साहब पर बाबा राम सिंह को दी जाएगी मुखाग्नि
राणा ओबरॉय   
करनाल।  किसान आंदोलन के समर्थन में सुसाइड नोट लिखकर खुद को गोली मारने वाले संत राम सिंह का अंतिम संस्कार थोड़ी देर में होगा। इससे पहले बीते दिन पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल समेत 10 हजार से ज्यादा लोगों ने संत राम सिंह के अंतिम दर्शन किए। अब उनके अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक गांव सिंघड़ा में 5 फीट ऊंचे अंगीठा सहिब बनाये गए है। देश-दुनिया के हजारों लोग इकट्‌ठा हो रहे हैं।
बीते रोज भी करीब 10 हजार लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए। आज यानी कि शुक्रवार को सुबह ग्‍यारह बजे से उनके अंतिम संस्‍कार की प्रक्रिया शुरू हुई । अंतिम संस्‍कार आज इससे दो दिन पहले ही करनाल के मेडिकल हॉस्पिटल में संत राम सिंह के शव का पोस्टमार्टम हुआ था।  बता दिया जाए कि, रामसिंह ने बीते बुधवार की शाम उस वक्‍त खुद को गोली मार ली, जब वह सिंधु बॉर्डर पर किसानों के साथ आंदोलनरत थे। 
65 वर्षीय संत राम सिंह करनाल जिले के गांव सिंघड़ा के रहने वाले थे। गांव में ही उनका डेरा भी है। वह खुद कई सिख संगठनों में अलग-अलग पदों पर रह चुके थे। वहीं दुनिया के अलग-अलग देशों में प्रवचन करने के लिए जाते थे। उनके हरियाणा-पंजाब के अलावा दुनियाभर में लाखों अनुयायी हैं। पिछले कई दिन से वह सोनीपत के सिंघु बॉर्डर चल रहे धरने में शामिल थे। वहां बुधवार को दोपहर बाद राम सिंह ने खुद को गोली मार ली थी।
एक शिष्य के मुताबिक इस खौफनाक कदम के उठाने से पहले उन्‍होंने कहा था। मैं किसानों की मौजूदा हालत से काफी दुखी हूं। सरकार के कानून किसानों को बर्बाद कर देंगे। मैं इस पीड़ा में ही जान दे रहा हूं। इसके कुछ ही देर बाद उनकी पार्थिव देह बरामद की गई। सूचना के बाद पुलिस ने उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। रात 11 बजे करनाल के मेडिकल हॉस्पिटल में संत राम सिंह के शव का पोस्टमॉर्टम हुआ। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर श्रद्धालुओं के अंतिम दर्शनार्थ रखा गया। गुरुवार को 10 हजार से ज्यादा लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए। पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादी भी संत राम सिंह के अंतिम दर्शन को पहुंचे वहीं इसके बाद शुक्रवार को अंतिम संस्कार से पहले भी अनुयायियों का आना लगातार जारी है।
करीब 2 दशक से राम सिंह के शिष्य गुलाब सिंह ने इस पूरी घटना को लेकर बात की। गुलाब सिंह के मुताबिक, 8-9 दिसंबर को ही बाबा राम सिंह ने करनाल में एक समागम किया, जिसमें किसान आंदोलन के लिए अरदास रखी गई। उन्होंने खुद भी आंदोलन में मदद के लिए पांच लाख रुपए गर्म कंबलों की सेवा दी। संत राम सिंह ने अपनी डायरी में किसान आंदोलन को लेकर दुख व्यक्त किया था। और कहा था कि अब उनसे ये देखा नहीं जा रहा है। इसके बाद वह आंदोलन वाली जगह आए। उन्होंने अपने साथ आए लोगों से स्टेज के पास जाने को कहा और खुद गाड़ी के पास चले गए। वहां अपने अंतिम नोट में लिखा कि इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए लोग नौकरी घर छोड़कर आ रहे हैं। ऐसे में मैं अपना शरीर समर्पित करता हूं।

कंगना के साथ आई उद्धव सरकार, सब हैरान

इस मामले में कंगना रनौत के साथ आई उद्धव सरकार, सब हुए हैरान
कविता गर्ग  
मुंबई।  कंगना रनौत को महाराष्ट्र की उद्धव सरकार स्पोर्ट कर रही है। ये सुनकर कोई भी हैरान हो जायेगा। क्योंकि कंगना के मुखर स्वभाव के कारण अगर इस समय कंगना का कोई सबसे बड़ा दुश्मन है। तो वो है। उद्धव सरकार, और ऐसे में अगर वही कंगना को स्पोर्ट करते दिखे तो किसी को भी हैरानी होगी ही।
दरअसल महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रानौत के ट्विटर अकाउंट को स्थाई रूप से निलंबित किए जाने की मांग वाली याचिका का विरोध किया।  सरकारी वकील वाई पी याग्निक ने कहा कि याचिकाकर्ता अली काशिफ खान देशमुख द्वारा की गयी मांगें अस्पष्ट हैं। और याचिका को खारिज किया जाना चाहिए। 
स्थानीय वकील काशिफ खान देशमुख ने अपनी आपराधिक रिट याचिका में कहा कि ट्विटर के माध्यम से देश में नफरत फैलाने से रोकने के लिए रानौत के अकाउंट को स्थाई रूप से निलंबित या बंद करने का निर्देश दिया जाना चाहिए। याचिकाकर्ता ने कहा कि ट्विटर जैसे मंच के दुरुपयोग को रोकने के लिए देश के दिशा-निर्देशों और कानूनों का पालन करने का भी निर्देश दिया जाना चाहिए। 
वकील ने रानौत और उनकी बहन रंगोली चंदेल के कई विवादास्पद ट्वीट का हवाला दिया जिनसे उन्होंने कथित तौर पर समुदायों और राज्य तंत्र के खिलाफ घृणा भड़काने की कोशिश की थी।  न्यायमूर्ति एस एस शिंदे और न्यायमूर्ति एम एस कर्णिक की खंडपीठ के समक्ष बहस करते हुए देशमुख ने कहा कि उन्होंने पिछले दिनों पुलिस और महाराष्ट्र के अधिकारियों को पत्र लिखकर कंगना रनौत और उनकी बहन रंगोली के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। 
देशमुख ने कहा कंगना रनौत के खिलाफ कई एफआईआर लंबित है। पहले भी उन्होंने अपने फायदे के लिए अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत का दुरुपयोग किया है। और वह अब किसानों आंदोलन के साथ भी ऐसा कर रही हैं। लेकिन जजों ने पूछा कि क्या यह याचिका जनहित याचिका (पीआईएल) है। 
देशमुख द्वारा इनकार करने पर उन्होंने कहा कि फिर हम किसी तीसरे पक्ष द्वारा किए गए दावों के आधार पर आपराधिक मामले में कैसे कार्रवाई कर सकते हैं। जो किसी भी तरह से व्यक्तिगत रूप से प्रभावित नहीं है। क्या यह जनहित याचिका है। यदि नहीं तो आपको व्यक्तिगत क्षति दिखानी होगी कि यह आपको कैसे प्रभावित कर रहा है। 

आंदोलन में शामिल एक और किसान की मौत

किसान आंदोलन में शामिल एक और किसान की मौत
रोहतक। कृषि कानून को लेकर चल रहे आंदोलन में लगातार किसान भाई अपनी जान गवा रहे है। गौरतलब है। कि ऐसी कड़कड़ाती ठंड में किसानो के लिए रोड पर रहे पाना थोड़ा मुश्किल है। उसके बाबजूद भी किसान भाई अपनी हक़ की लड़ाई लड़ रहे है। बताना लाजमी है। कि जो किसान शहीद हुए है। उनके परिवार वालों पर क्या गुजर रही होगी। इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। बतादें कि बहादुरगढ़ किसानों के हित में संघर्षरत एक और किसान ने वीरवार को बलिदान दे दिया। भटिंडा के नथाना ब्लॉक निवासी जय सिंह टीकरी बॉर्डर पर आंदोलन में शामिल था। वीरवार सुबह जब वह नहीं उठा तो साथी किसानों ने चिकित्सक को बुलाया।
मृत घोषित होने पर जय सिंह के शव को शहर के नागरिक अस्पताल में भिजवा दिया गया। बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसान 27 नवंबर को टीकरी बार्डर पर आ डटे थे। इसके अगले ही दिन 28 नवंबर को यहां बाईपास पर कार में जलने से सहायक मैकेनिक जनकराज की मौत हो गई थी। जबकि 29 नवंबर की रात को तबीयत बिगड़ने से गज्जन सिंह की जान चली गई। 
फिर बीमार होने से गुरजंट, मेवा सिंह और लखबीर की जान चली गई। पांच दिसंबर को भी एक किसान की मौत हुई थी। लेकिन उसकी पहचान नहीं हो सकी। वीरवार 10 दिसंबर की रात को सीने में दर्द उठने के बाद आढ़ती के मुनीम कृष्ण लाल की मौत हो गई। वीरवार सुबह करीब 37 वर्षीय जय सिंह पुत्र कुलदीप निवासी भटिंडा पंजाब की हृदयघात से मौत हो गई।
उसके 14, 12 और 10 साल के तीन बच्चे हैं। इसके अलावा जींद निवासी 38 वर्षीय देवेंद्र सिंह को भी वीरवार का धरना समाप्त होने से पहले श्रद्धांजलि दी गई। दरअसल, देवेंद्र 7 दिन तक टीकरी बॉर्डर पर किसानों के साथ रहा और फिर तबीयत ज्यादा बिगड़ने के कारण 11 दिसंबर को घर चला गया। लेकिन पीजीआईएमएस रोहतक में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। वीरवार को कनाडा से टीकरी बॉर्डर स्थित धरनास्थल पर पहुंचे बलविंद्र सिंह ने किसानों को समर्थन देते हुए बताया कि वे अब तक किसान आंदोलन के दौरान असमय मृत्यु का शिकार हुए 11 किसानों के परिवार को 50 हजार की आर्थिक सहायता दे चुके हैं।
सरकार किसानों को कमजोर समझने की भूल ना करे और उनकी मांगें मानते हुए काले कानूनों को रद करे। आपको पता होगा कि अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चूका है। जिसको लेकर किसानो को उम्मीद है। कि उनको न्याय के मंदिर से न्याय जरूर मिलेगा। 

मंत्री-डीएम ने औचक निरीक्षण कर सुनी समस्याएं

मंत्री और डीएम ने औचक निरीक्षण कर सुनी समस्याएं- कराया निदान 
भानुप्रताप उपाध्याय   
मुजफ्फरनगर। प्रदेश के व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मिशन विभाग मंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल व जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. ने काशीराम आवासीय काॅलोनियों का औचक निरीक्षण कर जनसमस्याएं सुनी और अधिकारियों को निस्तारण करने के निर्देश दिये। शुक्रवार को प्रदेश के व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मिशन विभाग मंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल व जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. दिन निकलते ही बुढ़ाना रोड़ खांजापुर स्थित काशीराम आवासीय काॅलोनी का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। मंत्री कपिलदेव अग्रवाल व जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. को सरकारी अमले के साथ आया देख काॅलोनीवासी हक्का-बक्का रह गये। इस दौरान काॅलोनी निवासियों ने अपनी बिजली पानी और सफाई आदि की समस्याएं मंत्री कपिल देव अग्रवाल व जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. को बताई। जिनके निराकरण का आश्वासन देते हुए उन्होंने अधीनस्थों को निस्तारण के निर्देश दिए। काॅलोनीवासियों ने उनके सामने टूटी-फूटी सड़कों के साथ गंदे पानी की निकासी का मामला भी रखा।
इसके बाद मंत्री कपिलदेव अग्रवाल व जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. शहर के सरकुलर रोड़ स्थित काशीराम आावासीय काॅलोनी पहुंचे और वहां रह रहे लोगों की समस्याएं सुनी। काॅलोनीवासियों ने रास्ते और बिजली, पानी के साथ सड़क आदि की समस्याएं उनके सामने रखी। जिनमें से कुछ समस्याओं का मौके पर ही समाधान कर दिया गया जबकि बाकी बची शिकायतें अधिकारियों को सौंपते हुए उनके त्वरित निस्तारण के निर्देश दिये।

अजय बनाएंगे साउथ फिल्म का हिंदी रीमेक

अजय बनाएंगे इस साउथ फिल्म का हिन्दी रीमेक, करण और अभय आएंगे नजर 
कविता गर्ग  
मुंबई। बॉलीवुड के सिंघम स्टार अजय देवगन, अभय देओल और सनी देओल के बेटे करण देओल को लेकर फिल्म बना सकते हैं। बॉलीवुड में चर्चा है। कि अजय देवगन ने तेलुगू क्राइम कॉमेडी फिल्म 'ब्रोचेवारेवरुरा के राइट्स खरीद लिए हैं। फिलहाल यह फिल्म स्क्रिप्टिंग स्टेज में है। इस फिल्म में वह अभय देओल और सनी देओल के बेटे करण देओल को कास्ट करना चाहते हैं। अजय देवगन ने इस हिन्दी रीमेक फिल्म को वेल्ले नाम दिया है। फिल्म का निर्देशन देवेन मुंजाल कर सकते हैं।
बताया जा रहा है। कि अजय को इस फिल्म की कहानी इतनी पसंद आई थी। कि उन्होंने तुरंत इसके राइट्स खरीदने का फैसला कर लिया। वह इस कहानी को पूरे देश के सामने पेश करना चाहते हैं। गौरतलब है। कि वर्ष 2019 में प्रदर्शित 'ब्रोचेवारेवरुरा में तीन दोस्तों आर3 बैचा रॉकी, रैंबो और राहुल की कहानी दिखाई गई है। जो हर साल परीक्षा में फेल हो जाते हैं। लेकिन एक दिन इनके साथ कुछ ऐसा होता है। जिसकी वजह से ये तीनों बड़ी मुसीबत में फंस जाते है। फिल्म को दक्षिण भारत में काफी पसंद किया गया था।

बस्ती परिक्षेत्र में 288 मादक तस्कर गिरफ्तार

बस्ती परिक्षेत्र में 288 मादक तस्कर गिरफ्तार
बस्ती। उत्तर प्रदेश में बस्ती परिक्षेत्र के तीन जिलो बस्ती, सिद्धार्थनगर तथा सतंकबीरनगर की पुलिस ने गांजा,चरस,अफीम,हेराइन,स्मैक,मारफीन सहित 288 तस्करो को 11 माह के भीतर गिरफ्तार करके उनके विरूद्ध नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक एक्ट के तहत कार्यवाही किया है। पुलिस महानिरीक्षक अनिल कुमार राय ने शुक्रवार को यूनीवार्ता'' से कहा कि 11 माह के भीतर परिक्षेत्र के बस्ती जिले की पुलिस ने 173 तस्करो को गिरफ्तार करके उनके कब्जो से 147.6 किलो गांजा,1.429 किलो चरस,0.26 ग्राम स्मैक बरामद किया है।
उन्होने बताया कि सिद्धार्थनगर जिले की पुलिस ने 65 तस्करो को गिरफ्तार करके उनके कब्जो से 11.82 किलो गांजा,6.987 चरस,2.23 किलो ग्राम अफीम,0.731 किलो ग्राम हेरोइन,17.1 किलो ग्राम मारफीन बरामद किया गया है। परिक्षेत्र के सतंकबीर नगर जिले की पुलिस द्वारा 50 तस्करो को गिरफ्तार करके 45.78 किलो ग्राम गांजा,0.42 किलो ग्राम स्मैक बरामद किया गया है।पुलिस ने इन लोगो के विरूद्ध नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक (एनडीपीसी) एक्ट के तहत कार्यवाही करके जेल भेज दिया है। अनिल कुमार राय ने बताया कि जो तस्कर जमानत पर जेल से बाहर आये है। पुलिस उन पर निरन्तर नजर बनाये हुए है।भारत नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबन्ध किये गये है।

बिना मास्क वालों से लाखों का समन शुल्क वसूला

कोराना संक्रमण को रोकने हेतु पुलिस की कार्रवाई जारी
भानुप्रताप उपाध्याय   
शामली। जनपद में कोरोना संक्रमण के विस्तार को रोकने के लिये सरकार की गाइडलाइन का पालन कराने के प्रति सजग शामली पुलिस ने मास्क न पहनने वालो के खिलाफ शमन शुल्क वसूली की कार्रवाई कर हजारों का जुर्माना वसूला है। देश में कोरोना संक्रमण का विस्तार रोककर लोगों को सुरक्षित रखने के लिये केंद्र व् प्रदेश सरकार ने गाइडलाइन जारी कर आमजनमानस के लिये कुछ नियम बनाये हैं। जिनमें मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है। शामली पुलिस सरकार की गाइडलाइन का पालन कराने के प्रति सजग रहते हुए नियमों का निवर्हन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर कोरोना संक्रमण के विस्तार को रोकने के प्रयासों में लगी है। अनलाॅक के दौरान 17 दिसम्बर तक पुलिस ने 61 वाहनों का चालान कर एक वाहन को सीज किया। इस दौरान 53,600 रूपये का शमन शुल्क वसूला गया है। मास्क न पहनने वाले 14 व्यक्तियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए 1400 रूपये का जुर्माना वसूल किया।
गौरतलब है। कि कोरोना संक्रमण के विस्तार को रोकने के प्रति लोग अपनी जिम्मेदारी का निवर्हन नहीं कर रहे हैं। जगह-जगह सड़कों पर उमड़ती भीड़ सोशल डिस्टेंसिग के नियम को तार-तार कर कोरोना संक्रमण के फैलाव का कारण बनती दिखाई दे रही है। लोग घरों से बाहर निकलते समय मास्क भी नहीं पहनते हैं। ज्यादातर लोग बिना मास्क के ही वाहन दिखाई देते हैं। इस तरह की लापरवाही लोगों के स्वास्थ्य के प्रति खतरा बन रही है। विवाह-शादियों में भी तय की गई सीमा से अधिक लोग शामिल होकर कोरोना संक्रमण के फैलाव को बढ़ावा दे रहे हैं। यदि कुछ दिन पीछे जाकर देखा जाये तो जिले में कोरोना संक्रमण के मामले उंगलियों पर गिनने भर के रह गये थे। लेकिन लोगों की लापरवाही से प्रशासन द्वारा रोजाना जारी किये जाने वाले जनपद के कोरोना संक्रमण के मरीजों के आंकड़ों में मिलने वालों की संख्या लगातार बढ़ती दिखाई दे रही है।

पत्नी को हार कराया गैंगरेप, गुप्तांग पर तेजाब

अविनाश श्रीवास्तव 

भागपुर। बिहार के भागलपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। इस घटना से मोजाहिदपुर थाने की सीमा के भीतर का पूरा बिहार चाैंक गया है। जुए में हारने के बाद, पति ने अपनी पत्नी को नशे में डूबे कुछ पुरूषों को सौंप दिया। फिर उनके द्वारा सामूहिक दुष्कर्म करवाने के बाद पति ने खुद पत्नी के गुप्तांग और चेहरे पर तेजाब फेंक दिया।

शादी के दस साल बाद भी वह मां नहीं बन सकी। उसका पति उस पर जुआ खेलने लगा। हारने के बाद, उसने उसे नशा करने वालों को सौंप दिया। उसके साथ सामूहिक बलात्कार होने के बाद, पति ने उसके गुप्तांग और चेहरे पर तेजाब फेंक दिया। गंभीर रूप से घायल महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के बाद, वह सीधे मैहर पहुंची और अपने परिवार को घटना के बारे में बताया। घटना नवंबर में हुई थी। परिवार और वह हाल ही में पुलिस स्टेशन पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर नरधम के पति को गिरफ्तार कर लिया है। घटना जांच के अधीन है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, चौंकाने वाली घटना नवंबर में मोहाजिदपुर पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर घटी। यहां से सरोज की शादी 10 साल पहले लोदीपुर पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर रहने वाली एक युवती से हुई थी। 10 साल बाद भी उनका कोई बच्चा नहीं हुआ है। इसके लिए सरोज उसे डांटती थी। शराब के नशे में वह उसके साथ मारपीट भी करता था। नवंबर में सरोज अपनी पत्नी के साथ जुआ खेलने लगा। इसमें वह हार गया। हारने के बाद, उसने उसे अन्य जुआरी को सौंप दिया। सभी ने उसके साथ बलात्कार किया। घटना के बारे में किसी को न बताने के लिए उसे धमकाया और पीटा। पति ने उस पर तेजाब फेंक दिया। वह गंभीर रूप से व्याकुल थी।पीड़िता के मुताबिक वह किसी तरह बचती हुई अपनी ससुराल हसनगंज से जान बचाकर लोदीपुर थाना क्षेत्र के लिछो गांव भाग गई और सारी दास्तान अपने मायके पक्ष को सुनाई। महिला के साथ इस तरह की घटना की शिकायत मिलने के बाद एसएसपी ने मोजाहिदपुर इंस्पेक्टर से महिला थाना प्रभारी के समक्ष महिला का बयान लेकर केस दर्ज करने का निर्देश दिया। महिला जीछो स्थित अपने मायके चली गयी थी।

हिमखंड गिरने से सेना का जवान शहीद हुआ

जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर के उत्तरी क्षेत्र टाइगर हिल इलाके में तैनात भारतीय सेना का जवान ड्यूटी के दौरान हिमखंड गिरने से मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि बर्फ का ढेर इतना बड़ा था कि जवान की दबने से मौके पर मौत हो गई। यह जवान महाराष्ट्रे के बुलढाणा जिले का बताया जा रह है। 15 दिसंबर के दिन उसकी तैनाती जम्मू-कश्मीर के द्रास सेक्टर में थी जहां ड्यूटी के दौरान ही उस पर हिमखंड गिर गया।

और दबने से उसकी मौत हो गई है। यह प्रदीप मांदले नामक यह जवान महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के सिंदखेड़राजा तहसील के प्लसखेड़ चक्का गांव के रहने वाले थे। 30 साल के प्रदीप साहेबराव मांदले द्रास सेक्टर में स्थित टाइगर हिल कैंपस में अपनी ड्यूटी निभा रहे थे।

4 किलो 40 ग्राम चरस की खेप के साथ दबोचा

पंकज कपूर
मंडी। हिमाचल पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ चलाए अभियान में एक बड़ी सफलता हांसिल की है। जिला मंडी पुलिस ने एक व्यक्ति को चार किलो चार सौ ग्राम चरस की बड़ी खेप समेत दबोचा हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक मंडी पुलिस थाना बल्ह की टीम ने नाकाबंदी के दौरान 4 किलो 40 ग्राम चरस के साथ कार सवार व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान ओमप्रकाश (37) निवासी गांव बागाचनोगी थुनाग मंडी के तौर पर हुई है। पुलिस ने आरोपी को मौके पर गिरफ्तार कर लिया है। और मामला दर्जकर आगीम कर्रवाई शुरू कर दी है।मामले की पुष्टि करते हुए एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि बल्ह पुलिस की टीम ने वीरवार रात को रत्ती-लेदा मार्ग पर नाका लगा रखा था। इस दौरान एक कार जिसका नंबर एचपी 87-0627 को चेकिंग के लिए रोका गया। जब कार की चैकिंग की गई तो उसमे सवार व्यक्ति की कार से उक्त चरस की खेप बरामद की गई है। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।

आंदोलन: 6 किसानों का 50 लाख का मुचलका

पालूराम  
नई दिल्ली। यूपी के संभल जिले के किसान आंदोलन में शामिल हुए किसानों को नोटिस जारी किया गया है। संभल के एसडीएम ने 6 किसानों को 50 हजार तक का मुचलका भरने के लिए नोटिस भेजे गए हैं। खबरों को मुताबिक, पहले इन किसानों को 50 लाख के नोटिस भेजे गए थे,लेकिन बाद में इस नोटिस को संशोधित कर दिया गया। एडीएम दीपेंद्र यादव ने 50 लाख वाले नोटिस पर सफाई देते हुए इसे ‘क्लेरिकल एरर’ यानी निचले स्तर पर की गई गलती बताया और कहा कि किसानों को बाद में संशोधित नोटिस भेज दिया गया है।

तृणमूल कांग्रेस को 24 घंटे में तीसरा झटका

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बैरकपुर के विधायक शीलभद्र दत्ता ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। पिछले 24 घंटे में तृणमूल कांग्रेस को यह तीसरा बड़ा झटका लगा है। दत्ता दो बार विधायक रह चुके हैं। दत्ता ने बताया कि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को ईमेल कर अपना इस्तीफा भेज दिया है। दत्ता के इस्तीफे से ऐसी अटकलें तेज हो गई हैं कि वह भी उन नेताओं की जमात में शामिल हो सकते हैं जो या तो भाजपा में शामिल हो चुके हैं या आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भगवा पार्टी में शामिल होने के इच्छुक हैं।उन्होंने पत्रकारों से कहा, ”मुझे लगता है कि मौजूदा परिदृश्य में मैं पार्टी में फिट नहीं हो पा रहा था। लेकिन मैं विधायक पद से इस्तीफा नहीं दूंगा।” उन्होंने कहा, ”विधायक पद से मुझे इस्तीफा क्यों देना चाहिए? मैं लोगों के वोट की बदौलत जीता हूं। अगर मैं चला जाता (इस्तीफा दे देता) हूं तो वे कहां जाएंगे?”

पिछले कुछ महीने से दत्ता चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर और पार्टी के मामलों में उनके दखल को लेकर विरोध कर रहे थे। दत्ता एक समय मुकुल रॉय के करीबी रह चुके हैं। रॉय तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। दत्ता ने तृणमूल कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ भी बयान दिया है। तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी ने बृहस्पतिवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले उन्होंने राज्य सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।अधिकारी के बाद पांडवेश्वर के विधायक और आसनसोल नगर निगम के प्रमुख जितेंद्र तिवारी ने भी पार्टी छोड़ दी। चर्चा है कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। पूर्व मंत्री श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भी तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने की घोषणा की है।

संघीय ढांचे पर हमला कर रही है सरकार: एके

हरिओम उपाध्याय  

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल से नौकरशाहों को केंद्र में वापस बुलाने के नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शुक्रवार को ममता बनर्जी के समर्थन में आ गये। अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र और पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार एक दूसरे के सामने खड़े हैं।

पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के काफिले पर हमले के बाद केंद्र ने भारतीय पुलिस सेवा के तीन अफसरों को दिल्ली वापस बुलाया, किंतु ममता सरकार ने उन्हें भेजने से मना कर दिया।

केजरीवाल ने आज इस मुद्दे पर ममता बनर्जी का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया। केजरीवाल ने बनर्जी के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, “ मैं बंगाल प्रशासन के कामकाज में केंद्र के जबर्दस्ती दखल की निंदा करता हूं। चुनाव से पहले पुलिस अधिकारियों के तबादले का प्रयास केंद्र की तरफ से राज्यों के अधिकारों को खत्म करने और संघीय ढांचे पर हमला कर उसे कमजोर करने की कोशिश है।
गौरतलब है कि केजरीवाल और केंद्र सरकार भी कई मौकों पर अधिकारियों की नियुक्तियों और तबादलों को लेकर आमने-सामने आ चुके हैं और अधिकारों का मामला न्यायालयों तक जा चुका है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने  नड्डा पर हमले के बाद तीन आईपीएस अफसरों को दिल्ली वापस बुला लिया था, लेकिन राज्य सरकार ने अधिकारियों की कमी बताकर भेजने से मना कर दिया था। केंद्र ने हालांकि फिर से अफसरों को भेजने के लिये पत्र लिखा । यही नहीं राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को कानून व्यवस्था के मसले पर समन किया गया है।

बसपा के मॉडल पर पीठ थपथपा रही भाजपा

संदीप मिश्र   
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने गंगा एक्सप्रेस वे समेत हो रहे विकास के अन्य काम को अपनी पार्टी का विकास मॉडल बताया और कहा कि उनके किये काम पर पहले समाजवादी पार्टी और अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में विकास का काम रोकने में तत्कालीन केन्द्र की कांग्रेस सरकार को भर आड़े हाथ लिया मायावती ने आज इसे लेकर लगातार तीन ट्वीट किये।उन्होंने कहा कि यूपी में गंगा एक्सप्रेस वे हो या विकास के अन्य प्रोजेक्ट अथवा जेवर में बनने वाला एयरपोर्ट, पूरे जगजाहिर तौर पर ये सभी बसपा की मेरी सरकार के दौरान ही तैयार किये गये विकास के प्रख्यात मॉडल हैं, जिसे लेकर पहले सपा और भाजपा अपनी पीठ थपथपाती रहती है।

उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि अयोध्या, मथुरा, वाराणसी, कन्नौज सहित यूपी के प्राचीन और प्रमुख शहरों में बुनियादी सुविधा की कई स्कीम तथा इनके रिकार्ड समय में पूरा कराने का काम भी बसपा का विकास मॉडल है, जो कानून द्वारा कानून के राज में प्राथमिकता में रहा जिसका फायदा सर्व समाज को मिला। बसपा प्रमुख ने कहा कि इस प्रकार मेरी सरकार के 2012 में जाने के बाद भी यूपी में जो कुछ थोड़ा बहुत विकास संभव हुआ वो बसपा की सोच का ही फल है। मेरी सरकार में यह काम तेजी से होते अगर केंद्र की कांग्रेस सरकार राजनीतिक स्वार्थ के लिये पर्यावरण के नाम पर अड़ंगेबाजी नहीं करती।

राम नगरी में 4 दिवसीय 'रामायण' मेला आयोजित

अयोध्या। राम नगरी में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला रामायण मेला इस साल आज (शुक्रवार) शाम से शुरू होगा। रामायण मेला के तहत तीन दिन रामलीला, राम कथा और संगोष्ठी के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। आयोजन को महामारी के बीच सकुशल संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन की ओर से मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है।सरयू के तट पर स्थित राम कथा पार्क में शुक्रवार को चार दिवसीय रामायण मेले का आगाज होगा। रामायण मेला समिति के संरक्षक विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, समिति के अध्यक्ष, रामदास छावनी के महंत कमल नयन दास शास्त्री और महामंत्री वरिष्ठ पत्रकार शीतला सिंह के संयोजन में आयोजित होने वाले इस रामायण मेले में प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे के बीच रामलीला, राम कथा और संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। जबकि 7 से 9 बजे के बीच संस्कृत विभाग की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। राम नगरी अयोध्या में इस समय राम विवाह का उत्सव चल रहा है। उत्सव के तहत धर्म नगरी में शनिवार को राम बारात निकाली जानी है।

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच चार दिवसीय रामायण मेले को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिला मजिस्ट्रेट की ओर से मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। गुरुवार को जिला प्रशासन की ओर से बताया गया कि जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने कार्यक्रम स्थल राम कथा पार्क और इसके आसपास क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी राजेंद्र प्रसाद यादव, रजिस्ट्रीकरण अधिकारी लव कुश द्विवेदी व अवर अभियंता सरयू खंड पवन कुमार को मजिस्ट्रेट नामित किया है। पूरे शहर क्षेत्र के लिए एडीएम नगर और देहात क्षेत्र के लिए एडीएम प्रशासन, अयोध्या क्षेत्र के लिए रेजिडेंट मजिस्ट्रेट अयोध्या और सभी उप जिला अधिकारी को अपने अपने क्षेत्र का मजिस्ट्रेट बनाया गया है। इनके साथ समन्वय कर कानून व्यवस्था के लिए एसपी सिटी, एसपी देहात व सर्किल प्रभारियों को जिम्मेदारी दी गई है।

भारत: वायरस के 22,890 नए संक्रमित मिलें

अकांशु उपाध्याय

 नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 22,890 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 99.79 लाख के पार पहुंच गए, जिनमें से 95 लाख से अधिक लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार 338 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,44,789 हो गई। वहीं देश में अभी तक कोविड-19 के कुल 99,79,447 मामले सामने आ चुके हैं।आंकड़ों के अनुसार 95,20,827 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 95.40 प्रतिशत हो गई। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.45 प्रतिशत है। देश में लगातार 12 दिनों से उपचाराधीन लोगों की संख्या चार लाख से कम है। अभी 3,13,831 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 3.14  प्रतिशत है।

भारत में सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख के पार चली गई थी। वहीं, कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख के पार चले गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार देश में अभी तक 15,89,18,646 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई, जिनमें से 11,13,406 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई।

उत्तर-भारत भीषण सर्दी की चपेट में आया

पालूराम। 
नई दिल्ली। उत्तर भारत इन दिनों भीषण सर्दी की चपेट में है। यूपी समेत कई राज्यों में तापमान गिरने का सिलसिला जारी है। वहीं राजधानी दिल्ली में पश्चिमी हिमालय से चली बर्फीली हवाओं की वजह से कड़ाके की ठंड पड़ रही है और शुक्रवार ‘बेहद ठंडा’ दिन हो सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। बृहस्पतिवार को शहर में ‘बेहद ठंडा’ दिन रहा क्योंकि अधिकतम तापमान गिरकर 15.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जो कि सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस कम है और इस मौसम का यह अब तक का सबसे कम अधिकतम तापमान है।मौसम से संबंधित शहर के आंकड़े मुहैया कराने वाली सफदरजंग वेधशाला ने न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। वहीं पालम स्टेशन ने न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। ”ठंडा दिन” उसे कहते हैं जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम होता है और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.4 डिग्री सेल्सियस नीचे होता है। वहीं ‘बेहद ठंडा दिन’ तब होता है जब अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 6.5 डिग्री सेल्सियस नीचे हो।

आईएमडी ने बताया कि शनिवार को दिल्ली में ‘शीत लहर’ चलने का पूर्वानमान है और इसके सोमवार तक जारी रहने की संभावना है। आईएमडी मैदानी इलाकों के लिए शीत लहर की घोषणा तब करता है जब न्यूनतम तापमान लगातार दो दिन तक 10 डिग्री सेल्सियस या इससे नीचे हो और सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस कम हो। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली जैसे छोटे इलाकों के लिए शीत लहर की घोषण तब भी की जा सकती है जब उक्त स्थितियां एक दिन के लिए भी बन जाएं।

जज्बा: 10वीं की परीक्षा दे रही है बसपा विधायक

ठाकुर अनुराधा तोमर 

दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह जिले की पथरिया विधानसभा क्षेत्र की बहुजन समाज पार्टी की विधायक रामबाई सिंह एक परीक्षार्थी के रुप में दसवीं कक्षा की परीक्षा दे रही हैं।

वर्तमान में 14 दिसंबर से 29 दिसंबर तक माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा राज्य ओपन बोर्ड की परीक्षाएं संचालित की जा रही हैं। इसके तहत दमोह जिले के शासकीय जेपीबी कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। इसी परीक्षा केंद्र पर मध्यप्रदेश विधानसभा की सदस्य पथरिया विधायक श्रीमती रामबाई सिंह द्वारा कक्षा दसवीं की परीक्षा दी जा रही है।आज गुरुवार को वह जब परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने पहुंची और उनके द्वारा 3 घंटे तक परीक्षा दी गई। इस दौरान उनका गनमैन परीक्षा कमरे के बाहर, 3 पुलिस जवानों के साथ खड़ा रहा। वहीं उनके कमरे में 3 शिक्षकों की ड्यूटी भी लगाई गई है।

इस संबंध में परीक्षा केंद्र के प्रभारी प्राचार्य रामकुमार खरे ने बताया कि राज्य ओपन बोर्ड की परीक्षा संचालित की जा रही है। इसके तहत कक्षा दसवीं की परीक्षा विधायक रामबाई सिंह द्वारा भी अन्य छात्रों की भांति टेबल पर बैठकर दी जा रही है। जब इस संबंध में विधायक रामबाई सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि वह कक्षा आठवीं तक शिक्षित हैं और वह अपनी पढ़ाई आगे करना चाहती हैं। इसी कारण राज्य ओपन बोर्ड की परीक्षा से कक्षा दसवीं की परीक्षा दे रही हैं।

और कितने किसानों को देनी होगी जान: गांधी

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान आंदोलन के दौरान 22 किसानों की मौत को लेकर केंद्र सरकार निशाना साधा है। राहुल गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट करके पूछा, 'और कितने अन्नदाताओं को क़ुर्बानी देनी होगी? कृषि विरोधी क़ानून कब ख़त्म किए जाएंगे? इस ट्वीट के साथ राहुल गांधी ने एक मीडिया रिपोर्ट भी अटैच की है कि जिसमें दावा किया गया है किसान आंदोलन में अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है।
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानून को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार चल रहा है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस आंदोलन में अब तक 22 किसानों की मौत हो चुकी है। इस पर राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है।
किसानों की आय दोगुनी करने की बजाय अडानी-अंबानी की आय बढ़ाई'
बीते दिनों भी राहुल गांधी ने किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला था। प्रधानमंत्री के 'मन की बात' कार्यक्रम पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि यह किसानों की बात करने का समय है। राहुल ने आरोप लगाया था कि मोदी सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने की बजाय अडानी-अंबानी आय कई गुना बढ़ा दी।
'क्या खाक किसानों के पक्ष में हल निकालेंगे'
राहुल गांधी ने ट्वीट था किया, 'वादा था किसानों की आय दोगुनी करने का, मोदी सरकार ने आय तो कई गुना बढ़ा दी, लेकिन अडानी-अंबानी की।' उन्होंने आगे लिखा, 'जो काले कृषि कानूनों को अब तक सही बता रहे हैं, वे क्या खाक किसानों के पक्ष में हल निकालेंगे।'

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हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...