शुक्रवार, 18 दिसंबर 2020

मॉडलिंग के नाम पर महिलाओं के पोर्न वीडियो

कैलिफोर्निया। महिलाओं के साथ हमेशा ज्यादती होती ही है। चाहे वो भारत हो या फिर विदेश ,कभी काम के नाम पर महिलाओं के साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश या फिर किसी खास बजह को लेकर ब्लैक मेल करके उनके साथ शारीरिक संबंध बनाना और उसके बाद उनका वीडियो बनाकर पोर्न साईट पर अपलोड कर देना एक आम बात सी हो गयी है। बताना लाजमी है कि अश्लील सामग्री मुहैया करानेवाली वेबसाइट मुश्किल में फंस गई है।

कैलिफोर्निया में 40 महिलाओं ने उसके खिलाफ मुकदमा दायर किया है। महिलाओं ने उनकी अश्लील वीडियो से मुनाफा कमाने और पूरी सहमति के बिना पब्लिश करने का आरोप लगाया है। बताना लाजमी है कि गर्ल्स डू के खिलाफ आरोप है कि लड़कियों को मॉडलिंग के विज्ञापन का झांसा देकर शोषण करती थी। बाद में उन्हें बताया जाता कि विज्ञापन दरअसल वीडियो के लिए है।

उन्हें प्रलोभन देने के साथ पहचान गुप्त रखने का आश्वासन दिया जाता था। इसके अलावा, उनसे कहा जाता था कि उनके वीडियो को अपलोड नहीं किया जाएगा। महिलाओं का कहना है कि वीडियो बनाने के पीछे कंपनी का उद्देश्य उत्तरी अमेरिका में इंटरनेट पर दिखाने का था। पीड़ित महिलाओं में से कुछ ने शारीरिक प्रताड़ना और हिंसा का आरोप लगाया है। एक ने अपने साथ रेप होने की बात कही है। 

बतादें कि पीड़ित महिलाओं ने कहा कि सामग्री मुहैया करानेवाली एक साझेदार कंपनी के वीडियो से पोर्न हब ने मुनाफा कमाया। हालांकि, ये वास्तव में सेक्स ट्रैफिकिंग का ऑपरेशन चला रही थी। गौरतलब है कि पीड़ित सभी महिलाएं 'गर्ल्स डू ' शिकार बनी थीं। 2019 में गर्ल्स डू को अदालती आदेश के बाद एफबीआई ने बंद करा दिया था। उसके मालिक सेक्स के लिए महिलाओं पर दबाव डालने और वीडियो ऑनलाइन शेयर करने के सिलसिले में झूठ बोलने के दोषी पाए गए थे।

पीड़ित महिलाओं का कहना है कि हब और उसकी मूल कंपनी 'माइंड गीक' को मालूम था कि गर्ल्स डू का मामला क्या था मगर उसके बावजूद उन्होंने साझेदारी बनाए रखी। मुकदमा दायर करनेवाली महिलाओं ने हर्जाने के तौर पर प्रति दस लाख डॉलर रकम देने की मांग की है। महिलाओं ने कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि उन्होंने 2016 के बाद कई बार हब और माइंड गीक से शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

अदालती दस्तावेज से पता चलता है कि 2019 से लेकर और 2016 के आखिर में निश्चित रूप से माइंड गीक को गर्ल्स डू की कारगुजारियों का पता था। गर्ल्स डू कैसे महिलाओं के साथ धोखाधड़ी, जबरदस्ती, डरा धमका कर उनके साथ ट्रैफिकिंग करवा रहा था और जानकारी के बावजूद माइंड गीक ने उससे किनारा नहीं किया। दस्तावेज के मुताबिक, कंपनी अपना मुनाफा खत्म होने तक बिल्कुल लापरवाह बनी रही। महिलाओं का कहना है कि सेक्स ट्रैफिकिंग के आरोप के बावजूद वीडियो वेबसाइट पर कुछ दिनों पहले तक अपलोड थी। 

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