बुधवार, 4 मार्च 2020

भाईचारे के लिए विभिन्न इलाकों में बैठक

होली को भाईचारा क़ायम करने को विभिन्न इलाक़ो में सपा ने की बैठक


प्रयागराज। समाजवादीपार्टी ने होली के त्यौहार को आपसी सौहार्द एवं भाई चारे के साथ मनाने की अपील की है l सपा नेताओं ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में, विभिन्न समुदाय के संभ्रांत नागरिकों के साथ बैठकें कर होली पर आपसी सौहार्द को बनाए रखने एवं किसी तरह की अफवाहों से बचने के लिए अपील की है l सपा के निवर्त मान महानगर अध्यक्ष सैयद इफ्तिखार हुसैन ने कहा है कि होली का त्योहार हमे आपसी भाईचारा एवं सौहार्द का संदेश देता है l देश के वर्तमान हालात को देखते हुए हम समाजवादियों का दायित्व है कि आगामी पर्वों पर शांति व्यवस्था के साथ आपसी भाईचारा कायम करें l
सपा के जिला प्रवक्ता नेता दान बहादुर सिंह मधुर ने रंगों के इस त्योहार पर केमिकल से बचने और प्राकृतिक रंगों के साथ होली मनाने की अपील की है l सैयद मो. अस्करी ने प्रशासन से होली के त्योहार पर समुचित पेयजल एवं चौबीस घंटे विद्युत आपूर्ति की मांग की है l
सपा नेताओं ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जगह जगह बैठकें कर लोंगो को सद्भाव का संदेश दिया है l
इस दौरान सर्व श्री सैयद इफ्तिखार हुसैन, दानबहादुर सिंह मधुर, मो. अस्करी, संतलाल वर्मा, दिनेश यादव, आर. एन. यादव, राकेश यादव एडवोकेट, रतन सिंह, अब्बास नकवी, किताब अली, बच्चा पासी, औन जैदी, मो जैद, बंटी सिंह, रवींद्र यादव, युवराज सिंह, अखिलेश पाण्डेय, जय सिंह यादव, आदि मौजूद रहे।


रिपोर्ट- बृजेश केशवानी


भाभी, भाभी की मां को उतारा मौत के घाट

आगरा। रिश्‍तों के कत्‍ल की वारदात एक बार फिर सामने आई है। मंगलवार को अपनी मां के साथ ससुराल गई विवाहिता की रात के किसी पहर में उसी के देवर ने हत्‍या कर दी। साथ में विवाहिता की मां को भी मौत के घाट उतार दिया। हत्‍या के बाद देवर घर से भागा नहीं बल्कि घर में ही छुपकर बैठा रहा। सूचना मिलते ही जब मौके पर पुलिस पहुंची तो घर की छानबीन के दौरान देवर हत्‍थे चढ़ गया। पुलिस के सामने उसने जुर्म भी कबूल लिया।


मामले के अनुसार कन्नौज के छिबरामऊ निवासी अंजू पुत्री रामकिशोर का विवाह डेढ़ साल पहले मैनपुरी के थाना बिछवा के गांव हैमपुरा निवासी सैनिक विपिन कुमार के साथ हुआ था। विवाह के बाद पति.पत्नी के बीच विवाद हो होने लगा। ससुरालियों ने अंजू को घर से निकाल दिया। पति विपिन अपनी तैनाती पर चला गया। वह लगातार ससुरालियों से समझौता करने का प्रयास कर रही थी। एक सप्ताह पहले वह अपनी मां के साथ ससुराल पहुंची तो ससुरालियों ने उसे घर में नहीं घुसने दिया। विवाद की सूचना पर पुलिस पहुंच गई। अंजू को थाने ले आई। पुलिस ने दोनों पक्षों में समझौता कराया लेकिन अंजू भय के कारण अकेले ससुराल जाने के लिए तैयार नहीं थी। उसने पुलिसकर्मियों से साथ चलने का आग्रह किया था। लेकिन पुलिसकर्मी साथ नहीं गए तो वह थाने पर जमी रही। मंगलवार को थाना पुलिस उसे उसकी मां के साथ ससुराल छोड़ने के लिए गई थी। रात में अंजू अपनी मां सुखदेवी के साथ घर में सो रही थी तभी देवर कुलदीप ने चाकू से हमला कर दोनों की हत्या कर दी। हत्‍या के बाद कुलदीप घर में ही रहा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। पकड़े गए कुलदीप ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि आए दिन के हंगामे से परेशान होकर उसने अंजू और उसकी मां की हत्या की है। इस घटना में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार और अपर परीक्षक ओमप्रकाश सिंह मौके पर पहुंच गए हैं। सूचना पर मृतका के मायके वाले भी आ गए हैं। उन्होंने जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग शुरू कर दी है।


बाड़े में गिरा युवक, बाघिन ने बनाया निवाला

रांची। राजधानी रांची के ओरमांझी में स्थित बिरसा जैविक उद्यान में एक बड़ा हादसा हुआ है। जहां बाघिन के बाड़े में एक युवक गिर गया। बाघिन ने युवक को अपना निवाला बना लिया। इस घटना के बाद चिड़ियांघर में अफरा-तफरी मच गई।


घटना की जानकारी मिलने के बाद चिड़ियांघर के अधिकारी, कर्मचारी और वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे. फिलहाल चिड़ियांघर को सील कर दिया गया है। सभी सैलानियों को जैविक उद्यान से बाहर निकाल दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार युवक पहले एक पेड़ पर चढ़ गया और फिर बाघिन के बाड़े में छलांग लगा दी। जिसके बाद उसने बाघिन को नमस्‍ते करने की कोशिश की। जिसके बाद बाघिन ने उसपर हमला कर दिया। जिससे मौके पर ही युवक की मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार युवक ने जिस तरह से हरकत की, उससे उनकी मा‍नसिक स्‍थति सामान्‍य नहीं लग रही थी। मगर इस संबंध में कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं। वहीं घटना के संबंध में उद्यान के कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।


दिल्ली हिंसा में 49 की मौत, सैकड़ों लापता

परवेज़ आंसारी, सुनीता


नई दिल्ली। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 49 लोगों की जानें जा चुकी हैं। सैकड़ों लापता हैं। आशंका है कि मौतों की संख्या का आंकड़ा अभी और बढ़ेगा। हालांकि, अब हालात सामान्य हैं, लेकिन दिलों में दशहत इस कदर है कि लोग इस उलझन में हैं कि वे अपने घरों के बुझे चिरागों का मातम मनाएं या अपनी सुरक्षा करें। इसी पर ‘नवोदय टाइम्स’ संवाददाता ने अब तक मारे गए करीब 20 लोगों के परिजनों से बात की और ये समझा कि कैसे वे मौत का शिकार हो गए और क्या हुआ था उनके साथ जिसके चलते उनके घरों के चिराग बुझ गए। उनकी हम आपबीती बता रहे हैं आपको…


चाय पीने निकला तो कभी नहीं लौटा मेहताब
शाम 4 बजे मेहताब अक्सर चाय की जिद करता था, दुकान नीचे ही थी, इसलिए उसे कहा गया कि घर में दूध नहीं है, जिस पर मेहताब ने कहा कि वह दूध लेकर आता है, मां अकबरी ने उसे रोकने के लिए नीचे उतरी, लेकिन तब तक वह अपनी गली से बाहर जा चुका था। इसी बीच ब्रजपुरी की गली न. 3 का गेट सुलेमान ने बंद कर दिया, क्योंकि अचानक एक पेट्रोल बम आकर गली में गिरा। मां और बहन सलमा गली का गेट खोलने को पहुंची, लेकिन तब तक उपद्रवी मेहताब को अपनी तरफ खींच चुके थे। उसे सरेआम पीटा जाने लगा और फिर वह भीड़ में गायब हो गया। सुलेमान ने मां और उसकी बहन को गेट से खींच लिया और अपने घर ले गए। सुलेमान ने बताया हमारे साथ कुछ लोगों ने एकजुट होकर उसे बचाने के लिए गेट खोलने की कोशिश की, लेकिन उपद्रवियों की संख्याओं को देख वे डर गए, क्योंकि वे लोग पत्थर के साथ पेट्रोल बम फेंक रहे थे, हाथों में तलवारें थीं। मेहताब का शव उन्हें जली हालत में 29 फरवरी को जीटीबी अस्पताल में मिला। सुलेमान के मुताबिक उसे सीआरपीएफ ने अस्पताल में भर्ती कराया था। 2 मार्च को उसे दफन किया गया है।


जिंदा जल गई अकबरी अम्मा… 
गामड़ी गांव में ङ्क्षहसा का तांडव तेज हो चुका था, यहां पर अधिकांश घरों में उपद्रवियों ने आग लगा दी थी और सामानों को लूट रहे थे। अकबरी अपने परिवार के साथ घर में ही थीं, चूंकि वे परिवार में सबसे बड़ी थीं, इसलिए दोनों बेटों और बहुओं समेत बच्चों को उन्होंने घर की छत पर भेज दिया। उपद्रवी उनके घर में सिलेंडर बलास्ट कर चुके थे और पेट्रोल बब भी फेंक रहे थे। अकबरी के घर में मजदूर भी काम कर रहे थे, उनसे सिर्फ ये कहा, मैं तो जी ली, अब तुम सब परिवार और अपने को बचाओ। इसी बीच आग ने उन्हें अपने आगोश में ले लिया और वे उसी घर में जिंदा जल गईं। परिजनों ने पड़ोसियों की मदद से अपनी जान बचाई। मेरठ जिले से आने वाली अकबरी के पति की मौत करीब 40 साल पहले हो गई थी। उन्होंने मजदूरी करके अपने सात बच्चों को पाला था।


दंगा देखने निकले राहुल को लगी सीने में गोली…
भजनपुरा में 25 फरवरी को हालात खराब हो चुके थे, राहुल अपने घर में खाना खा रहे थे जब उन्होंने बाहर गोली चलने और पथराव की आवाजें सुनी। वो उस मंजर को देखने के लिए बाहर निकले ही थे तभी उनके सीने पर दो गोलियां लगीं और वे गश खाकर गिर पड़े। परिजनों ने उन्हें अंदर खींचा और एबूलेंस को फोन किया, जब एबूलेंस नहीं आई तो बाइक पर उन्हें असप्ताल ले गए, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। राहुल सिविल सॢवस की तैयारी कर रहा था।


डीसीपी के बने ढाल..15 महिलाओं को बचाया
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक हेड कांस्टेबल रतन लाल दूसरे व्यक्ति थे, जो दंगों की भेट चढ़ चुके थे। उनके सिर पर तीन पत्थर और शरीर में एक गोली लगी थी। बाबरपुर-मौजपुर चौक पर जिस समय दंगे की शुरुआत हुई, उस दौरान डीसीपी अमित कुमार समेत करीब 30 पुलिसकर्मी दोनों तरफ से घिर चुके थे। डीसीपी के सिर पर भी एक पत्थर लग चुका था और तीन पुलिसकर्मी सड़क पर गिर चुके थे, इसी बीच हेड कांस्टेबल रतन लाल ने अपने शरीर को आगे करते हुए डीसीपी को भीड़ के बीच से निकाला और कार की तरफ ढकेला। इसके बाद वे फिर उसी भीड़ में घुस गए और महिलाओं को निकालने लगे, लेकिन उपद्रवियों ने पकड़ लिया और उन पर पथराव कर दिया, वे लहूलुहान हो गए। बाद में उन्हें एक गोली लगी और उनकी मौत हो गई।


योगी ने 160 को पार्षद नियुक्त किया

कमलेश कुमार चौधरी


लखनऊ । उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 16 नगर निगमों में 160 व्यक्तियों को पार्षद के रूप में नामित किया है। ये पार्षद नगर निगम चुनाव के करीब सवा दो साल बाद नामित किए गए हैं। ऐसे में इन्हें अधिकतम पौने तीन साल का ही कार्यकाल मिलेगा। नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों में पार्षदों का मनोनयन जल्द किया जाएगा। शाहजहांपुर नगर निगम में फिलहाल तकनीकी कारणों से पार्षद नामित नहीं किए गए हैं।


उत्तर प्रदेश सरकार नगर निगमों में 10, नगर पालिका परिषद में पांच और नगर पंचायतों में तीन पार्षद नामित कर सकती है। उत्तर प्रदेश नगर निगम अधिनियम में दी गई व्यवस्था के आधार पर राज्य सरकार जब चाहे नामित पार्षदों का कार्यकाल खत्म कर सकती है। नगर विकास विभाग ने मंगलवार को गाजियाबाद, मेरठ, मुरादाबाद, सहारनपुर, अलीगढ़, मथुरा, फीरोजाबाद, बरेली, आगरा, कानपुर नगर, झांसी, लखनऊ, अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज और गोरखपुर में पार्षद नामित किए हैं। नामित पार्षदों को मेयर एक कार्यक्रम आयोजित कर शपथ दिलाएंगे। यूपी के नगर विकास मंत्री आशुतोष टण्डन ने बताया कि इन पार्षदों के नामित होने से नगर निगमों का प्रजातांत्रिक स्वरूप अपेक्षाकृत और अधिक मजबूत होगा। उन्होंने बताया कि जल्द ही नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों में भी सदस्य नामित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि लखनऊ नगर निगम में अनुराग मिश्रा ‘अन्नू’, पद्मिनी चैधरी, कैलाश गुप्ता, राकेश मिश्रा, संतोष तेवतिया, शिव कुमार यादव, सुभाष शुक्ला, सर्वजीत सिंह, केके जायसवाल तथा प्रियंक आर्य को पार्षद के रूप में नामित किया गया है।


दर्जनों संगठनो का एक दिवसीय धरना

अम्बेडकरनगर। बुनकर क्रांति मोर्चा के बैनर पर लगभग एक दर्जन संगठनों ने बुधवार को टाण्डा में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर 17 सूत्रीय ज्ञापन उप जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को भेजा।


बहुजन क्रान्ती मोर्चा के तहसील संयोजक श्याम नारायण राजभर के नेतृत्व में लगभग एक दर्जन संगठनों के पदाधिकारियों ने बुधवार को टाण्डा कोतवाली के सामने धरना प्रदर्शन कर एनआरसी, सीएए व एनपीआर का खुल कर विरोध किया। घंटों चले धरना प्रदर्शन के उपरांत राष्ट्रपति को सम्बोधित 17 सूत्रीय ज्ञापन उप जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा। ज्ञापन में मुख्य रूप से एनपीआर सीएए, एनआरसी व ईवीएम के खिलाफ विरोध दर्ज कराया गया है हालांकि डीएनए आधारित एनआरसी के समर्थन में बात लिखी गई है। 17 सूत्रीय ज्ञापन में ओबीसी की जाति आधारित गिनती ना करने, पदौन्नति में आरक्षण समाप्त करने के खिलाफ, सरकारी कम्पनियों के निजी कारण करने के खिलाफ, आदिवासियों को हिन्दू बनाने के षड्यंत्र का आरोप लगाया गया है। एक दिवसीय धृणाप्रदर्शन में मुख्य रूप से बहुजन मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष लालजी गौतम, भारतीय विद्यार्थी मोर्चा के तहसील प्रभारी गुलशन कुमार, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मॉर्कगा के जिला प्रभारी गुरु प्रसाद वर्मा, राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा जिला प्रभारी जावेद अहमद सिद्दीकी, भारतीय युवा मोर्चा के तहसील प्रभारी राकेश प्रसाद, पंचशील चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक अजय नारायण बौद्ध, भारतीय बेरोजगार मोर्चा के तहसील प्रभारी अविनाश यादव, राष्ट्रीय मूल निवासी संघ के तहसील अध्यक्ष रामराज, भारत मुक्ति मोर्चा के जिलाउपाध्यक्ष अवधेश प्रजापति आदि शामिल रहे।


नक्सलियों ने गुप्त सैनिक की हत्या की

सुकमा। जिले के तोंगपाल इलाके में नक्सलियों ने एक गोपनीय सैनिक की हत्या कर दी है। बताया जा रहा है मृतक मेला घूमने गया था, वहीं से ही नक्सलियों ने उसका मौका देखकर उसकी हत्या कर दी। फिलहाल मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही है। घटना की पुष्टि एसपी शलभ सिन्हा ने की है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार गुप्त सैनिक जैमर गांव निवासी मुचाकी हिड़मा पालेम में आयोजित मेला देखने गया था। इस बात की जानकारी नक्सलियों को पहले ही थी। यहां ताक में बैठे नक्सलियों ने मौके का फायदा उठा कर उसकी हत्या कर दी। बताया गया कि मुचाकी हिड़मा आत्मसमर्पण के बाद पुलिस के गुप्त सैनिक के रूप में काम कर रहा था, यही बात नक्सलियों को नागवार गुजरी और मुचाकी हिड़मा की हत्या कर दी।


राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...