बुधवार, 15 जनवरी 2020

मैनेजर की हत्या कर, लूटी गई कार बरामद

मैनेजर की हत्या कर लूटी गई कार बरामद


नोएडा। एएनएस नोएडा के थाना फेस-3 क्षेत्र में छह जनवरी को गुरुग्राम की एक कंपनी के मैनेजर गौरव चंदेल की हुई हत्या के मामले में उनकी लूटी गई कार बुधवार को जनपद गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र से बरामद हुई।नोएडा पुलिस ने कार को कब्जे में ले लिया और फॉरेंसिक टीम से इसकी जांच करा रही है। थाना मसूरी के प्रभारी नरेश कुमार ने बताया कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अज्ञात बदमाशों ने देर रात कार यहां खड़ी की है। कार पर धूल जमी है तथा उसकी आगे-पीछे की नंबर प्लेटें उतार ली गई हैं। कार में कुछ सामान भी मिला है।नोएडा पुलिस घटना के दिन से ही कार की तलाश कर रही थी, लेकिन बुधवार को किसी व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी कि मसूरी गांव में एक कार लावारिस अवस्था में खड़ी है।गौरव चंदेल की उस समय हत्या कर दी गई थी, जब वह गुरुग्राम स्थित अपनी कंपनी से ग्रेटर नोएडा के गौर सिटी स्थित अपने घर लौट रहे थे। बदमाश उनकी कार, लैपटॉप, मोबाइल फोन आदि लूट ले गए थे।


भ्रष्टाचार में आरोपी इंस्पेक्टर किया बहाल

जिसे होना था बर्खास्त कर दिया उसे बहाल


माफियाओं से सांठगांठ के आरोप में निलंबित हुए स्पेक्टर को कैसे मिली कोतवाली 


कौशांबी। कोखराज थाना में इंस्पेक्टर रहे, उदयवीर सिंह पर पशु तस्करों से सांठगांठ कर गोवंश की तस्करी कराए जाने का आरोप लगा था जिस पर शिकायत की सत्यता जानने के बाद तत्कालीन एडीजी के निर्देश पर पुलिस कप्तान कौशांबी ने एडीजी के निर्देश पर  कोतवाल उदयवीर सिंह को  कोखराज से निलंबित  कर दिया था, जिसकी अंतिम जांच लंबित थी बाद में उदयवीर सिंह को मंझनपुर कोतवाली का दायित्व सौंप दिया गया उदयवीर सिंह को माफियाओं से सांठगांठ के आरोप में बर्खास्त किया जाना था, लेकिन तत्कालीन पुलिस कप्तान ने कोखराज के निलंबित इंस्पेक्टर उदयवीर सिंह को क्लीन चिट दे दी, यह बड़ा सवाल है। पशु तस्करों से सांठगांठ का आरोप लगा हो और विभागीय जांच के दौरान आरोपी को निलंबित किया गया हो आरोपों की पुष्टि के लिए जब जांच अधिकारी नियुक्त किया गया तो पहले की गई। कार्यवाही का उन्होंने बिना संज्ञान लिए निलंबित इंस्पेक्टर को कैसे क्लीन चिट दे दी है। यह बड़ा सवाल है और उदयवीर सिंह के निलंबन और पुनः बहाली के प्रकरण की पत्रावली की यदि उच्चाधिकारियों ने जांच कराई तो इंस्पेक्टर उदयवीर सिंह के साथ-साथ जांच करने वाले अधिकारी पर भी शासन की गाज गिरना तय है, लेकिन क्या योगीराज में मनमानी करने वाले पुलिस अधिकारियों के कार्यों पर निष्पक्ष जांच हो पाएगी। यह व्यवस्था पर बड़ा सवाल है, लेकिन उदय वीर सिंह के मामले में लगे आरोपों की पुनः जांच कराई गई तो जहां इंस्पेक्टर उदयवीर सिंह पर गाज गिरना तय है, वहीं इन्हें क्लीनचिट देने वाले अधिकारी पर भी गाज गिर सकती है।


सुशील केशरवानी


चील-कौवे की जांच में लगाए सरकारी कर्मचारी

विकास कार्यों को छोड़कर चील कौवों की जांच में लगा दिए गए सरकारी कर्मचारी


योगी सरकार के फरमान पर जिसने आंकड़े जुटाने में की लापरवाही उसे मिलेगा कठोर दण्ड


कौशांबी। उत्तर प्रदेश की भाजपा की योगी सरकार द्वारा नित नए आदेश जारी किए जा रहे हैं। सरकार के आदेशों को लेकर सरकारी नुमाइंदों के साथ-साथ आम जनता भी जहां  परेशान होती दिख रही  है, वही आमजनता को सरकार के निर्णय पर हंसी आ रही है। योगी सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों को चील कौवों चींटी मटा कीड़े मकोड़ो की गिनती करने का आदेश भेजा है, इस आदेश के मुताबिक विकास विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को लगाकर गांव गांव में पक्षियों की प्रजाति और पक्षियों की संख्या का आंकड़ा और कीड़े मकोड़ो की गिनती कर शासन को 1 सप्ताह में आंकड़े भेजना है। इतना ही नहीं कोबरा सर्प नाग चींटी मटा चील कौवा तोता गिलहरी सहित विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों कीड़ो मकोड़ो की गिनती करने का जिम्मा भी शासन ने कर्मचारियों को सौंपा है। सरकार के इस फैसले पर कार्य करना टेढ़ी खीर है। कीड़े मकोड़े बिभिन्न प्रजाति के पक्षियों की गिनती करना सरकारी कर्मचारियों के बस की बात नहीं है। अब बिल में छुपे साँप को बिल से निकाल कर गिनती करने का आदेश सरकार का है, तो उनको बिल से बाहर निकालकर गिनती करने का साहस किस कर्मचारी अधिकारी और नेता में  है, योगी सरकार का निर्देश है। और कर्मचारी अपनी गर्दन बचाने के लिए चींटी मटा कीड़े मकोड़े पक्षियों की गिनती का किसी तरह आंकड़ा बनाकर सरकार को भेजने में जुट गए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के इस फरमान से विकास कार्य पूरी तरह से बाधित हो चुका है और योजनाएं जहां की तहां रुक गई है। गांव-गांव नालियां शौचालय निर्माण आवास निर्माण सहित विभिन्न कार्य योजनाओं को रोककर पक्षियों चील कौओं तोता मैना गिलहरी आदि  की जांच कराए जाने आकड़ो जुटाए जाने का क्या मकसद है। और इस पर आंकड़े एकत्र करने के बाद सरकार इन आंकड़ों की आड़ में आम जनता को क्या लाभ दे सकेगी यह भी बड़ा सवाल है लेकिन सरकार का निर्देश है, तो जी हुजूरी कर्मचारियों को करना ही होगा जिस कर्मचारी ने सरकार के इस आदेश की अनदेखी की उसका निलंबित होना भी तय होगा। योगी सरकार के चींटी मटा पक्षियों की गिनती कराए जाने के फैसले और निर्देश पर गांव की जनता को हंसी आ रही है।


सुशील केशरवानी


'लोकतंत्र को खतरा' 'विचार'

हम सब एक स्वस्थ लोकतंत्र की कामना करते हैं और ये ही चाहते हैं कि हमारे देश का लोकतंत्र मजबूत और प्रभावशाली हो और होना भी चाहिए। लेकिन आज जो कुछ भी चल रहा है, क्या वो एक स्वस्थ लोकतंत्र का परिचायक कहा जा सकता है ? लोकतंत्र में सभी को संवैधानिक तरीके से अपनी बात कहने का हक है। लेकिन संवैधानिक तरीका कैसा हो, जब देश में संविधान का ही मजाक बनाया जा रहा हो। लोकतंत्र सही मायनों में उसे कहते हैं जिसके अन्दर की जीवन-शैली तीन स्तम्भों पर निर्भर करती है। जिनमें आजादी, समाज के सभी वर्गों या व्यक्तियों में आर्थिक और सामाजिक स्तर पर बराबरी का हक हो, इसके साथ बन्धुत्व की भावना हो। ये बात साफ हो चुकी कि लोकतंत्र शासक के हाथों की कठपुतली है, वो उसे जिधर नचायेगी, उधर नाचेगी। जिसे नहीं नाचना वहीं शोर तो होना ही है। मैं जब दसवीं क्लास में पढ़ता था, तब भी लोगों के मुह सुना था कि लोकतंत्र खतरे में हैं। सही मायनों में मुझे ये समझ नहीं आया कि लोकतंत्र किससे खतरे में हैं। ये दौर स्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी का था। जिन्हें लोगों ने तानाशाह की संज्ञा दी थी।


सलीम रजा


यूपी के पहले पुलिस-कमिश्नर ने चार्ज लिया

लखनऊ। पहले पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने चार्ज संभाला; बोले- स्मार्ट पुलिसिंग हमारी पहली प्राथमिकता l आईपीएस सुजीत पांडेय ने बुधवार को लखनऊ पुलिस कमिश्नर का पदभार संभाल लिया। उन्हें जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया, पांडेय लखनऊ के पहले पुलिसकमिश्नर हैं।सोमवार को योगी सरकार ने लखनऊ और गौतमबुद्धनगर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू की है। सुजीत को लखनऊ,आईपीएस आलोक सिंह को गौतमबुद्धनगर की जिम्मेदारी दी गई है। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय लखनऊ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्यालय में बैठेंगे। पदभार संभालने के बाद पांडेय ने कहा- मैं मुख्यमंत्री योगी का धन्यवाद करना चाहता हूं। उन्होंने मुझ पर भरोसा दिखाया है। मैं और मेरी टीम पूरी ईमानदारी के साथ काम करेगी। बेहतर पुलिसिंग स्मार्ट पुलिसिंग की सेवाएं हमारी प्राथमिकताएं हैं। 24 घंटे किसी न किसी रैंक का अधिकारी यहां मौजूद रहेगा। पब्लिक के साथ मिलकर काम करेंगे। अपराधियों पर जितनी कठोर कार्रवाई हो सकती है करेंगे।महिलाओं से संबंधित अपराधों पर हम और अधिक संवेदनशील होंगे। सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाएं।हम व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए समय-समय पर ट्रेनिंग भी देंगे। पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद लखनऊ और गौतमबुद्धनगर में थाने से लेकर जोन तक की व्यवस्थाएं नए सिरे से होंगी। डीजीपी ओपी सिंह ने मंगलवार को दोनों जिलों के पुलिस कमिश्ननरों के साथ बैठक की थी और निर्देश दिए थे कि बुधवार तक अपने अफसरों के कार्यक्षेत्रों का बंटवारा कर दें।


ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर डीएम की बैठक

कलेक्ट्रेट के सभागार में जिलाधिकारी के द्वारा जनपद में ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन के संबंध में कल की गयी समीक्षा बैठक।


गौतमबुद्धनगर। जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर बीएन सिंह ने कलेक्ट्रेट के सभागार में जनपद में ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन सेे संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए ठोस अपशिष्ट के निपटान में आ रही समस्याओं का अनुश्रवण किया, जिसमें मुख्य समस्या डूब क्षेत्र एवं अनअथाॅराइज्ड काॅलोनी का ठोस अपशिष्ट निस्तारण मानकों के अनुसार नहीं होना पाया गया, जिसका मूल्यांकन अध्ययनों के आधार पर प्रशासनिक तथा तकनीकि दोषों के बारें में समीक्षा करते हुए सुधारात्मक कार्यवाही करतेे हुए सम्बन्धित अधिकारियों/कर्मचारियों को दिशा निर्देश प्रदान कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ठोस अपशिष्ट निपटान के लिए संबंधित अधिकारी के द्वारा जवाबदेही सूचीबद्ध करके ससमय प्रशासन को उपलब्ध करा दी जाये, जिससे संबन्धित विभागों से मुल्यांकन, अध्ययनों व मानकों के अनुसार संस्तुति होने के उपरान्त रिर्पोट शासन को उपलब्ध कराई जा सके और ठोस अपशिष्ट के निपटान में आ रही समस्या का निराकरण हो सके। श्री सिंह के द्वारा दादरी, जेवर, सदर, नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, यमुना प्राधिकरण, रबुपुरा, बिलासपुर, जहाॅगीरपुरी से संबंधित अधिकारियों से ठोस अपशिष्ट के निपटान की जानकारी ली गयी और समस्या का निराकरण के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए गए। इस महत्वपूर्ण बैठक में अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 मुनीन्द्र नाथ उपाध्याय, जिला वन अधिकारी, संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों के द्वारा भाग लिया गया-जिला सूचनाधिकारी गौतमबुद्धनगर।


प्रभारी शिक्षा मंत्री का फूल-मालाओं से स्वागत

अतुल त्यागी जिला प्रभारी
प्रवीण कुमार रिपोर्टर पिलखुआ
रिंकू सैनी 
हापुड़। प्रभारी शिक्षा मंत्री संदीप सिंह का बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया फूल मालाओं से जोरदार स्वागत।आपको बता दें पिलखुवा के छिजारसी टोल टैक्स पर प्रभारी शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार संदीप सिंह का बीजेपी कार्यकर्ताओं ने फूल माला उसे जोरदार स्वागत किया इसके अलावा पिलखुवा क्षेत्र में अलग-अलग स्थान पर हापुड़ जाते हुए कई जगह कार्यकर्ताओं ने किया जोरदार स्वागत। इसके बाद हापुड़ में डाक बंगला गेस्ट हाउस में कार्यकर्ताओं से प्रभारी शिक्षा मंत्री संदीप सिंह कार्यकर्ताओं से मिलकर सुनेंगे समस्याएं उसके बाद जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। इस मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष उमेश राणा वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष यशपाल सिंह सिसोदिया ललित गर्ग मोदी अध्यक्ष नवीन तोमर धौलाना मंडल अध्यक्ष सोनू ठाकुर पिलखुवा नगर अध्यक्ष हरीश अग्रवाल प्रवीण मित्तल सहित काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता रहे मौजूद।


मोदी के तीसरे कार्यकाल को लेकर ऐलान किया

मोदी के तीसरे कार्यकाल को लेकर ऐलान किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्‍ली। देश में लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया जारी है। अंतिम चरण के लिए मतदान 1 ज...