शुक्रवार, 15 सितंबर 2023

पत्रकारों को प्रतिबंधित करना पुरानी मानसिकता

पत्रकारों को प्रतिबंधित करना पुरानी मानसिकता

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस एवं उसके गठबंधन के सहयोगी दलों पर देश विरोधी और प्रेस की स्वतंत्रता का विरोधी होने का आरोप लगाया है और कहा है कि भ्रष्टाचार के बारे में सवाल करने पर पत्रकारों को प्रतिबंधित करना कांग्रेस की पुरानी मानसिकता रही है।
भाजपा के प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस नेता सैफ़ुद्दीन सोज ने ऐसे समय देश विरोधी बयान दिया है , जब सेना आतंकवादियों के विरुद्ध कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा, “ जम्मू कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले पर भारतीय सेना की कार्रवाई जारी है। इन सबके बीच कुछ नेता ऐसे हैं, जो देश विरोधी बयान दे रहे हैं।
कांग्रेस नेता सैफ़ुद्दीन सोज ने कहा है कि हिंदुस्तान को पाकिस्तान से न केवल बात करनी चाहिए, अपितु आतंकवादियों के दिमाग में क्या चल रहा है, उसे भी समझने को कोशिश करनी चाहिए। ” डॉ. पात्रा ने कहा कि श्री सैफ़ुद्दीन सोज वही कांग्रेसी नेता हैं जिन्होंने अपनी किताब में लिखा था कि जम्मू- कश्मीर अलग होना चाहिए। डॉ. फारूक अब्दुल्ला और बाकी नेताओं ने भी पाकिस्तान से बातचीत की बात कही है।
जब हमारे वीर जवानों की अंतिम यात्रा चल रही है, उस समय ऐसे बयान देना न केवल अनुचित हैं, बल्कि दुःखद भी हैं। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बारे में भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि संविधान (पहला संशोधन) अधिनियम, 1951 तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा 10 मई 1951 को पेश किया गया था।
इस संशोधन ने बोलने की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगा दिया, भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रतिबंधित करने के साधन प्रदान किए। श्रीमती इंदिरा गांधी के नेतृत्व में 1975 के आपातकाल में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का इतना दमन किया गया जैसा पहले कभी नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सत्तारूढ़ सरकार ने 29 अगस्त 1988 को मानहानि विधेयक 1988 प्रस्तुत किया।
यह मीडिया पर विशेष रूप से खोजी पत्रकारिता पर सेंसरशिप लगाने का सरकार का एक प्रयास था। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस के नेता सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक पर सवाल पूछते हैं तो इनका कोई बहिष्कार नहीं होता , लेकिन जब पत्रकार किसी बहस में इनसे सवाल पूछ लेता है कि “ आपके राज्य में भ्रष्टाचार क्यों हो रहा है ? तो ये पत्रकारों का बहिष्कार कर देते हैं। ”

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-333, (वर्ष-06)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. शनिवार, सितंबर 16, 2023

3. शक-1944, भाद्रपद, शुक्ल-पक्ष, तिथि-प्रतिपदा, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 05:22, सूर्यास्त: 07:06।

5. न्‍यूनतम तापमान- 16 डी.सै., अधिकतम- 28+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

गुरुवार, 14 सितंबर 2023

थानों में जनसुनवाई का कार्यक्रम आयोजित किया

थानों में जनसुनवाई का कार्यक्रम आयोजित किया 

फरियादियों की समस्याओं को सुन कोतवाल ने किया निस्तारित

कौशाम्बी। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर जिले के संपूर्ण थानों  में जनसुनवाई का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसी क्रम में चरवा कोतवाली में भी कोतवाल विनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में गुरुवार की सुबह जनसुनवाई का कार्यक्रम आयोजित था। 
इस जनसुनवाई में क्षेत्र में समस्याओं से ग्रसित तमाम लोग पहुंचे और अपने शिकायती प्रार्थना पत्र को देकर समस्याओं के निस्तारण की मांग की। तमाम शिकायती प्रार्थना पत्र को सुनकर कोतवाल ने मौके पर निस्तारण किया और तमाम मामलों को अधीनस्थों को सौंपते हुए उन्हें गुणवत्तापूर्ण त्वरित निस्तारित करने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि फरियादियों को शासन की मंशा के अनुसार न्याय दिया जाएगा।
गणेश साहू

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-332, (वर्ष-06)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. शुक्रवार, सितंबर 15, 2023

3. शक-1944, भाद्रपद, कृष्ण-पक्ष, तिथि-पूर्णिमा, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 05:22, सूर्यास्त: 07:06।

5. न्‍यूनतम तापमान- 14 डी.सै., अधिकतम- 25+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

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बुधवार, 13 सितंबर 2023

राष्ट्रपति ने 'एनईवीए' परियोजना का उद्घाटन किया

राष्ट्रपति ने 'एनईवीए' परियोजना का उद्घाटन किया 

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली/गांधीनगर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को गुजरात विधानसभा की राष्ट्रीय ई-विधान एप्लीकेशन (एनईवीए) परियोजना का उद्घाटन किया, जिसका मकसद सदन के कामकाज को कागज रहित बनाना है। राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि इस परियोजना से विधानसभा के कामकाज में पारदर्शिता आएगी। राष्ट्रपति ने बुधवार को शुरू हुए गुजरात के चार दिवसीय मानसून सत्र के दौरान विधायकों को भी संबोधित किया।
उन्होंने कहा, “एनईवीए एक प्रगतिशील बदलाव है, जो गुजरात विधानसभा के कामकाज में पारदर्शिता लाएगा और सदन के सदस्यों को अन्य विधानसभाओं की सर्वोत्तम प्रथाओं तक पहुंच उपलब्ध कराने में भी मदद करेगा।” मुर्मू ने कहा कि सौर गठबंधन के बाद, हाल ही में संपन्न जी20 शिखर सम्मेलन में वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन की स्थापना पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

सीएम ने 'महाकाल' का पंचामृत अभिषेक किया

सीएम ने 'महाकाल' का पंचामृत अभिषेक किया 

संदीप मिश्र 

उज्जैन। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज मध्य प्रदेश के दौरे पर हैं। वो इंदौर होते हुए उज्जैन पहुंचे और यहां बाबा महाकाल के दर्शन किए। साथ ही राजा भर्तृहरि की गुफा में गए। साधु संतों से भेंट की और गौ सेवा की।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज उज्जैन पहुंचे। यहां पर उन्होंने सबसे पहले महाकाल लोक के नंदी द्वार से एंट्री की। यह वही नंदी द्वार है, जहां से 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक का लोकार्पण किया था। योगी आदित्यनाथ महाकाल लोक का दौरा करते हुए महाकाल मंदिर पहुंचे और इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरी से मुलाकात की। फिर योगी आदित्यनाथ ने महाकाल मंदिर के गर्भ गृह में बैठकर करीब 35 मिनट तक पूजन अभिषेक किया।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक किया। रुद्राक्ष की माला और आरती की। महाकाल प्रबंधन समिति की ओर से योगी आदित्यनाथ का सम्मान किया गया। इसके बाद योगी आदित्यनाथ राजा भर्तृहरि की गुफा और गांदी पति रामनाथ से मुलाकात करने भर्तृहरि गुफा पहुंचे. यहां पर उन्होंने पूजन पाठ किया। गाय को गुड और चारा खिलाया। साधु संतों ने योगी आदित्यनाथ को एक त्रिशूल भेंट किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सड़क के मार्ग से होते हुए महाकाल मंदिर तक पहुंचे।
पुलिस प्रशासन की ओर से चप्पे चप्पे पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रखे थे। योगी ने महाकाल मंदिर में 35 मिनट तक पूजन पाठ किया। नंदी हॉल में बैठकर योगी आदित्यनाथ ने भगवान का ध्यान लगाया और 30 से अधिक पुजारियों ने योगी आदित्यनाथ से पूजन कराकर आशीर्वाद दिया।

भर्तृहरि गुफा में पहुंचने पर योगी का परंपरा अनुसार 101 बटुकों के मंत्रोच्चार के बीच रुद्राक्ष एवं मोतियों की मालाओं से स्वागत कर पीतल का त्रिशूल भेंट किया गया। वे यहां गुरु गोरक्षनाथ, राजा भर्तृहरि और गोपीचंद महाराज की तपस्या स्थली के दर्शन करने पहुंचे। साथ गोशाला जाकर गाय माता की सेवा की।

अखिल भारतीय भेष बारह पंथ नाथ संप्रदाय के अध्यक्ष होने के नाते भर्तृहरि गुफा पहुंचे। यहां गुफा में गौशाला में जाकर गौ माता को गुड और चारा खिलाया। इसके बाद साधु संतों ने योगी आदित्यनाथ को एक त्रिशूल भेंट किया। योगी आदित्यनाथ के साथ मध्य प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव, उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया और विधायक पारस जैन मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी को जेड प्लस सुरक्षा होने के कारण सुरक्षा एजेंसियां सतर्क रहीं। कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच योगी ने महाकाल मंदिर में दर्शन किए।

₹5,000 प्रतिदिन के हिसाब से हर्जाना देना होगा

₹5,000 प्रतिदिन के हिसाब से हर्जाना देना होगा 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को कर्जदारों के हित में महत्वपूर्ण कदम उठाया। आरबीआई ने बैंकों और वित्तीय संस्थानों को कर्ज की पूरी राशि की अदायगी के बाद 30 दिन के भीतर चल या अचल संपत्ति से जुड़े मूल दस्तावेज संबंधित कर्जदाता को वापस करने तथा जो भी शुल्क लगाया गया है, उसे हटाने का निर्देश दिया। आरबीआई ने एक अधिसूचना में कहा कि निर्देश का अनुपालन नहीं करने पर उसके दायरे में आने वाली इकाइयों (आरई) को 5,000 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से हर्जाना देना होगा। 
केंद्रीय बैंक ने कहा कि वित्तीय संस्थान ऐसे चल या अचल संपत्ति दस्तावेजों को जारी करने में अलग-अलग रुख अपनाते हैं, जिससे ग्राहकों की शिकायतें और विवाद बढ़ते हैं। 
आरबीआई ने कहा, ‘‘उचित व्यवहार संहिता और चीजों को एक समान बनाने के मकसद से बैंकों और उसके दायरे में आने वाले अन्य वित्तीय संस्थान कर्ज की पूरी राशि की अदायगी/निपटान के बाद चल या अचल संपत्ति से जुड़े सभी मूल दस्तावेज 30 दिन के भीतर संबंधित कर्जदाता को वापस करेंगे। 
साथ ही जो भी शुल्क पंजीकृत है, उसे हटाएंगे।’’ केंद्रीय बैंक ने कहा कि अगर इसमें कोई देरी होती है, तो संस्थान इस बारे में संबंधित कर्जदाता को इसके कारण के बारे में सूचना देंगे। आरबीआई ने सभी बैंकों और अपने दायरे में आने वाले वित्तीय संस्थानों के लिये जारी अधिसूचना में कहा है कि कर्जदाता को उसकी प्राथमिकता के अनुसार मूल चल/अचल संपत्ति दस्तावेजों को या तो उस बैंक शाखा से एकत्र करने का विकल्प दिया जाएगा जहां ऋण खाता संचालित किया गया था या संबंधित इकाई के किसी अन्य कार्यालय से जहां दस्तावेज उपलब्ध हैं। 
चल/अचल संपत्ति के मूल दस्तावेजों की वापसी की समयसीमा और स्थान के बारे में कर्ज मंजूरी पत्रों में उल्लेख किया जाएगा। आरबीआई ने यह भी कहा है कर्जदाता या संयुक्त कर्जदाताओं के निधन की स्थिति को लेकर वित्तीय संस्थान कानूनी उत्तराधिकारियों को चल/अचल संपत्ति के मूल दस्तावेजों की वापसी को लेकर पहले से प्रक्रिया निर्धारित करके रखेंगे। ऐसी प्रक्रिया के बारे में ग्राहकों को जानकारी के लिये अन्य समान नीतियों और प्रक्रियाओं के साथ इसे वेबसाइट पर प्रदर्शित करना होगा। 
अधिसूचना में कहा गया है कि चल/अचल संपत्ति के मूल दस्तावेजों के नुकसान या उसके गुम होने की स्थिति में संबंधित वित्तीय संस्थान कर्जदार को ऐसे दस्तावेजों की नकल /प्रमाणित प्रतियां प्राप्त करने में सहायता करेंगे और हर्जाने का भुगतान करने के साथ संबंधित लागत का बोझ भी उठाएंगे।
इसमें कहा गया है, ‘‘हालांकि, ऐसे मामलों में, वित्तीय संस्थानों के पास इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिये 30 दिन का अतिरिक्त समय उपलब्ध होगा और हर्जाने की गणना उसके बाद जाएगी। यानी कुल 60 दिन की अवधि के बाद हर्जाने का भुगतान करने की जरूरत होगी।’’ आरबीआई ने कहा कि ये निर्देश उन सभी मामलों पर लागू होंगे जहां मूल चल/अचल संपत्ति दस्तावेज एक दिसंबर, 2023 या उसके बाद जारी होने हैं।

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...