गुरुवार, 3 नवंबर 2022

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान की रैली में फायरिंग, घायल

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान की रैली में फायरिंग, घायल 

अखिलेश पांडेय 

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान की रैली में फायरिंग हुई है। फायरिंग में खुद इमरान खान भी घायल हो गए। इनके अलावा कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया है। वहीं, इमरान खान को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इमरान खान के विरोध मार्च के दौरान गुरुवार को पंजाब प्रांत में उनके कंटेनर-ट्रक पर हमला किया गया जिसमें उनके पैर में गोली लगी है। मीडिया की खबरों में यह जानकारी दी गई है। यह घटना पंजाब के वजीराबाद कस्बे के अल्लाहवाला चौक के पास हुई। जियो टीवी के फुटेज के अनुसार 70 वर्षीय खान के दाहिने पैर में गोली लगी है। हमले के समय वह जिस कंटेनर में सवार थे, उससे उतार कर पुलिस उन्हें एक बुलेट प्रूफ वाहन में ले गई।

चैनल के अनुसार एक व्यक्ति को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस उसे किसी अज्ञात स्थान पर ले गई है। शुरु में बताया गया था कि खान सुरक्षित हैं जबकि कुछ लोग घायल हुए हैं। हालांकि, बाद में पता चला कि खान भी घायल हैं और उनके पैर में गोली लगी है। ऐसी भी खबरें हैं कि खान के करीबी सीनेटर फैसल जावेद भी इस हमले में घायल हुए हैं।

भगोड़े माल्या के वकील ने केस लड़ने से इनकार किया 

भगोड़े माल्या के वकील ने केस लड़ने से इनकार किया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारत के भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को एक जोरदार झटका लगा है। देश छोड़कर ब्रिटेन की राजधानी लंदन में रहने वाले विजय माल्या को भारत लाने की प्रक्रिया कानूनी पचड़ों की वजह से लंबी खिंचती चली जा रही है। भारत के सर्वोच्च अदालत में भी उनके खिलाफ एक मामले पर सुनवाई जारी है, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि विजय माल्या के वकील ने उनका केस लड़ने से इनकार कर दिया है। सर्वोच्च अदालत के सामने कहा गया है कि भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या का कोई अता-पता नहीं है। हालत यह है कि उनसे बात भी नहीं की जा सकती। ऐसी स्थिति में उनका केस नहीं लड़ा जा सकता।

बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले के आरोपी हैं विजय माल्या

बता दें कि भारत के भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या पर सुप्रीम कोर्ट में देश के सबसे बड़े कर्जदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के नेतृत्व में करीब 17 बैंकों के कंसोर्टियम से हजारों करोड़ रुपये की ऋण धोखाधड़ी का मामला चल रहा है। सर्वोच्च अदालत में अधिवक्ता ईसी अग्रवाल बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में विजय माल्या का केस लड़ रहे हैं। मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान अधिवक्ता ईसी अग्रवावल ने विजय माल्या का केस लड़ने से इनकार कर दिया।

वकील ईसी अग्रवावल ने केस लड़ने से किया इनकार

अधिवक्ता ईसी अग्रवाल ने न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ के सामने कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार विजय माल्या ब्रिटेन में हैं, लेकिन वे मुझसे कोई नहीं कर रहे हैं। मेरे पास उनका सिर्फ ई-मेल एड्रेस ही है। उन्होंने पीठ से कहा कि इस ई-मेल के जरिए हम उन्हें ट्रेस करने में सक्षम नहीं हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें अदालत में पेश करने के मामले से मुझे छुट्टी मिल जानी चाहिए।

माल्या को मिल चुकी है चार महीने जेल की सजा

सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने अधिवक्ता ईसी अग्रवाल की अपील को स्वीकार करते हुए कहा कि वे कोर्ट रजिस्ट्री में विजय माल्या की ई-मेल आईडी लिखवा दें और उनका पता भी उपलब्ध करा दें। इस मामले में अगली सुनवाई जनवरी 2023 में की जाएगी। साल 2022 की शुरुआत में ही सुप्रीम कोर्ट की ओर से अदालती आदेश की अवमानना करने के आरोप में विजय माल्या को करीब चार महीने की जेल की सजा दी गई थी। उस समय अदालत ने सरकार को भी निर्देश दिया था कि वह यह सुनिश्चित करे कि विजय माल्या भारत में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं। अदालत के आदेश के बावजूद विजय माल्या ने भारत आने की जहमत नहीं उठाई।

20 रणनीतिक अनुसंधान परियोजनाओं को मंजूरी

20 रणनीतिक अनुसंधान परियोजनाओं को मंजूरी

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कपड़ा मंत्रालय ने एग्रो-टेक्सटाइल, स्पेशियलिटी फाइबर, स्मार्ट टेक्सटाइल, एक्टिव-वियर टेक्सटाइल, रणनीतिक एप्लीकेशन क्षेत्र, रक्षात्मक परिधान और खेल परिधान की लगभग 74 करोड़ रुपये की 20 रणनीतिक अनुसंधान परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है। यह मंजूरी वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में एक नवंबर, 2022 को दी गई। ये सभी रणनीतिक अनुसंधान परियोजनायें प्रमुख कार्यक्रम ‘राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन’ के दायरे में आती हैं।

इनमें 20 अनुसंधान परियोजनायें, पांच स्पेशियलिटी फाइबर परियोजनायें, छह एग्री-टेक्सटाइल परियोजनायें, स्मार्ट टेक्सटाइल से दो, रक्षात्मक परिधान से दो, जियो-टेक्सटाइल से दो, एक्टिव-वीयर से एक, रणनीतिक एप्लीकेशन क्षेत्र से एक और खेल परिधान से एक परियोजना शामिल है।  गोयल ने विभिन्न मंत्रालयों के अधिकारियों के साथ होने वाली बैठक में तकनीकी टेक्सटाइल से जुड़ी जानकारी दी। अग्रणी भारतीय संस्थान, जैसे आईआईटी, सरकारी संगठन, अनुसंधान संगठन, जाने-माने उद्योगपति और अन्य लोगों ने सत्र में हिस्सा लिया। इसी सत्र में भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के लिये जरूरी परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई। इस तरह आत्मनिर्भर भारत और खासतौर से जियो-टेक, औद्योगिक और रक्षात्मक, कृषि तथा अवसंरचना विकास की दिशा में पहलकदमी की गई।

जाने-माने वैज्ञानिकों और तकनीक विशेषज्ञों को सम्बोधित करते हुये पीयूष गोयल ने कहा, “भारत में तकनीकी टेक्सटाइल के क्षेत्र में विकास तथा अनुसंधान के लिये उद्योग तथा अकादमिक जगत का जुड़ाव जरूरी है। अकादमीशियनों, वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के साथ साझा समझ विकसित करना समय की जरूरत है।”  पीयूष गोयल ने प्रौद्योगिकी के योगदान तथा भारत के तकनीकी टेक्सटाइल के भावी विकास में विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों और अकादमीशियनों के महत्त्व को रेखांकित किया।

भारत में स्पेशियलिटी फाइबर के भरपूर इस्तेमाल के बावजूद प्रौद्योगिकी का स्वदेशीकरण आज भी प्रमुख चुनौती बना हुआ है। उन्होंने कहा कि इसके लिये उद्योग और अकादमिक जगत की सहयोगी पहलकदमी जरूरी है।  गोयल ने जोर देते हुये कहा कि मशीनों और उपकरणों के स्वदेशीकरण की बहुत जरूरत है, ताकि तकनीकी टेक्सटाइल सेक्टर विश्व मंच पर अपने कदम मजबूती से जमा सके। अनुसंधान एवं विकास दिशा-निर्देशों की समीक्षा तथा एनटीटीएम के तहत समर्पित स्वदेशी मशीनरी व उपकरण विकास दिशा-निर्देश तैयार करने पर भी चर्चा की गई।

तकनीकी टेक्सटाइल में नवाचार तथा शोध इको-प्रणाली को बढ़ावा देने के लिये एनटीटीएम ने क्रमशः 50 लाख और 100 लाख रुपये कीमत की परियोजनाओं का खाका बनाने था प्रोटोटाइप तैयार करने को समर्थन देने का निर्णय किया है। इनमें इस बात की समुचित क्षमता है कि ये इन्हें वाणिज्यिक उत्पादों और प्रौद्यगिकियों में बदल सकें।

12 मई को रिलीज होगी ‘इट्स ऑल कमिंग बैक टू मी’ 

12 मई को रिलीज होगी ‘इट्स ऑल कमिंग बैक टू मी’ 

कविता गर्ग 

मुंबई। प्रियंका चोपड़ा और सैम ह्यूगन की हॉलीवुड फिल्म ‘इट्स ऑल कमिंग बैक टू मी’ अब 12 मई, 2023 को रिलीज होगी। सोनी पिक्चर्स इंडिया ने गुरूवार को यह जानकारी दी। इस फिल्म की पटकथा जिम स्ट्रॉस ने लिखी है और उन्होंने ही इसका निर्देशन किया है। इस अमेरिकी रोमांटिक ड्रामा फिल्म की रिलीज़ में पहले भी कईं बार देरी हो चुकी है। पूर्व में यह 10 फरवरी को रिलीज होने वाली थी।

सोनी पिक्चर्स इंडिया ने बृहस्पतिवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर फिल्म की रिलीज की तारीख की जानकारी दी। स्टूडियो ने एक ट्वीट में कहा कि यह तारीख है। प्रियंका चोपड़ा, सैम ह्यूगन, सेलीन डियोन अभिनीत रोमांटिक कॉमेडी 12 मई को सिनेमाघरों में दस्तक देगी। सेलीन डायोन इसमें नया संगीत पेश कर रही है।

प्रियंका की फिल्म 2016 में रिलीज हुई जर्मन फिल्म एसएमएस फर डिच का रीमेक है। डियोन भी इस फिल्म में अभिनय करेंगी और दोनों मुख्य किरदारों को प्यार में पड़ने के लिए प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। फिल्म ‘इट्स ऑल कमिंग बैक टू मी’ का निर्माण स्क्रीन जेम्स ने किया है।

'व्हाट्सएप' ने कई नए फीचर्स का ऐलान किया

'व्हाट्सएप' ने कई नए फीचर्स का ऐलान किया

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। मेटा के स्वामित्व वाले मेसेजिंग प्लैटफॉर्म व्हाट्सएप ने गुरुवार को कई नए फीचर्स का ऐलान किया। प्लैटफॉर्म कम्युनिटीज़, इन-चैट पोल, 32 लोगों की वीडियो कॉलिंग और अधिकतम 1024 यूज़र्स वाले ग्रुप्स सहित कई फीचर्स शुरू कर रहा है। व्हाट्सएप ने कहा, इन फीचर्स का इस्तेमाल…किसी भी ग्रुप में किया जा सकता है…लेकिन ये कम्युनिटीज़ के लिए ज़्यादा मददगार साबित होंगे।

व्हाट्सएप (WhatsApp) यूजर्स के लिए बड़ी खुशखबरी है। व्हाट्सएप के इस नए फीचर का नाम Communities है। वॉट्सऐप कम्यूनिटीज के ग्लोबल रोलआउट का ऐलान मार्क जकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने किया। यह आने वाले कुछ महीनों में व्हाट्सएप के सभी यूजर्स तक पहुंच जाएगा। व्हाट्सएप कम्यूनिटीज की मदद से यूजर एक साथ कई सारे ग्रुप्स से कनेक्ट हो सकते हैं। इसके अलावा भी वॉट्सऐप में आज तीन और नए फीचर्स की एंट्री हुई है। अब यूजर एक साथ 32 लोगों से वीडियो कॉल के जरिए कनेक्ट हो सकेंगे। वहीं, अब ग्रुप में 1024 यूजर्स के साथ चैटिंग की जा सकती है। साथ ही कंपनी ने वॉट्सऐप में पोल क्रिएट करने वाले फीचर को भी रिलीज कर दिया है। 

व्हाट्सएप के अनुसार कम्यूनिटीज का सबसे ज्यादा फायदा उन यूजर्स को होगा जो आपस में गहरा संबंध रखते हैं। स्कूल और इससे जुड़े बिजनेस इसका एक शानदार उदाहरण हैं। इनमें कई सारी चीजें कॉमन होती हैं। व्हाट्सएप के नए फीचर से इन्हें अपनी बातचीत ऑर्गनाइज़ करने के लिए ज़्यादा टूल्स मिलेंगे। स्कूली बच्चों के पेरेंट्स, लोकल क्लब और यहाँ तक कि छोटे वर्कप्लेस भी अपनी बातचीत और हर दिन के कामों के लिए WhatsApp का इस्तेमाल करते हैं। इन ग्रुप्स को अपनी प्राइवेसी सुरक्षित रखने के लिए ऐसे तरीकों की ज़रूरत होती है, जो सोशल मीडिया से अलग हों। खास बात है कि व्हाट्सएप कम्यूनिटीज की चैट्स को सेफ रखने के लिए आने वाले दिनों में कई और अपडेट लाएगा।

कम्युनिटीज़ बनाने और उसे मैनेज करने की ज़िम्मेदारी एडमिन की होगी। एडमिट यह चुन सकेंगे कि कौन से ग्रुप्स कम्युनिटी का हिस्सा होंगे और कौन नहीं। इसके लिए वे नए ग्रुप्स बना सकते हैं या पहले से मौजूद ग्रुप्स को आपस में लिंक भी कर सकते हैं। एडमिन के पासे किसी ग्रुप या मेंबर को हटाने की भी ताकत होगी। इसके अलावा ग्रुप एडमिन आपत्तिजनक चैट्स और मीडिया को सभी सभी मेंबर्स के लिए डिलीट कर सकते हैं।

व्हाट्सएप में आज तीन और नए फीचर की एंट्री हुई है। इनमें इन-चैट पोल क्रिएट करने के अलावा, 32 लोगों के साथ वीडियो कॉलिंग और 1024 यूजर्स के साथ ग्रुप चैट करना शामिल है। इमोजी रिएक्शन, लार्ज फाइल शेयरिंग और ऐडमिन डिलीट जैसे खास फीचर्स को भी अब किसी भी ग्रुप में इस्तेमाल किया जा सकेगा। हालांकि, ये सब टूल्स यूजर्स को कम्यूनिटीज में ज्यादा काम आएंगे।

यूक्रेन संघर्ष ने लाभ उठाने की गुंजाइश को बढ़ाया 

यूक्रेन संघर्ष ने लाभ उठाने की गुंजाइश को बढ़ाया 

अकांशु उपाध्याय/मिनाक्षी लोढी 

नई दिल्ली/कोलकाता। विदेश मंत्री एस जयशंकर का मानना है कि यूक्रेन संघर्ष ने राजनीतिक रूप से लाभ उठाने की गुंजाइश को नाटकीय तरीके से बढ़ा दिया है। जहां व्यापार, ऋण और पर्यटन का इस्तेमाल दबाव वाले बिंदुओं के रूप में किया जा रहा है। जयशंकर ने रूस-यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष पर कहा कि वैश्वीकरण के राजनीतिक परिणामों ने प्रतिकूल असर डाला है और दुनिया रणनीतिक स्वायत्तता में फिर से हित तलाश रही है।

उन्होंने बुधवार रात को आईआईएम कलकत्ता में एक व्याख्यान देते हुए कहा,  वैश्वीकरण का अनौचित्य और कोविड का दबाव यूक्रेन के घटनाक्रम के कारण चीजों की कमी होने और लागत अधिक होने से और बढ़ा है। परिणामस्वरूप हम एक अधिक अनिश्चित और असुरक्षित अस्तित्व की ओर बढ़े हैं। भारत ने रूस-यूक्रेन जंग पर तटस्थ रुख अपनाया है। भारत ने शांति की तथा कूटनीति के माध्यम से जंग को समाप्त करने की जरूरत बताई है। जयशंकर ने कहा कि व्यापार से लेकर पर्यटन तक हर चीज का ‘शस्त्रीकरण’ अंतरराष्ट्रीय मामलों में और अधिक बदलाव ला रहा है।

उन्होंने कहा, पिछले कुछ सालों में हमने देखा है कि किस तरह व्यापार, संपर्क, ऋण, संसाधन और यहां तक पर्यटन भी राजनीतिक दबाव के बिंदु बन गये हैं। यूक्रेन संघर्ष ने राजनीतिक रूप से लाभ उठाने की गुंजाइश को बढ़ा दिया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत के पास अब वैश्विक परिदृश्य को आकार देने की क्षमता है और उसकी यह जिम्मेदारी भी है जैसा कि चतुष्कोणीय सुरक्षा संवाद (क्यूएसडी) या क्वाड जैसी प्रणालियों में व्यक्त किया गया है। जयशंकर ने कहा, भारत न केवल अपने कल्याण के लिए खड़ा है बल्कि वैश्विक दक्षिण की ओर से भी बोलता है।

उन्होंने कहा कि भारत की जाहिर तौर पर वैश्विक राजनीति में तनाव को कम करने में हिस्सेदारी है। उन्होंने कहा, हमारे पास अब वैश्विक परिदृश्य को आकार देने की क्षमता है और यह हमारी जिम्मेदारी है। यह हिंद-प्रशांत जैसी नयी अवधारणाओं में व्यक्त किया गया है, क्वाड या आई2यू2 जैसी प्रणालियों में व्यक्त किया गया है या अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन जैसी पहलों में व्यक्त किया गया है। आर्थिक मोर्चे पर हम दुनिया के साथ सहभागिता के तरीके और सीमा को लेकर विवेकपूर्ण रहे हैं। आई2यू2 समूह में भारत, इजराइल, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका हैं। इसका पहला डिजिटल सम्मेलन इस साल जुलाई में आयोजित किया गया था।

क्वाड ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका के बीच रणनीतिक सुरक्षा संवाद का मंच है। जयशंकर ने कहा, भारत में बड़ा हिस्सा संवेदनशील आबादी का है। देश को प्रमुख नकारात्मक प्रवृत्तियों के प्रभाव को कम करना होगा। हम अपने कल्याण के लिए खड़े होते हैं और वैश्विक दक्षिण की ओर से भी बोलते हैं। ताइवान को लेकर भारत के कूटनीतिक रुख को जानना चाह रहे एक छात्र से बातचीत में विदेश मंत्री ने कहा कि देश को सेमीकंडक्टर उद्योग के विकास के लिए माहौल बनाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, आज दुनिया में सेमीकंडक्टर पर बड़ी बहस हो रही है। भारत में हमने इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन शुरू किया है। सरकार की ओर से भारतीय उद्योग को प्रोत्साहित करने के प्रयास किये जा रहे हैं ताकि विदेशी प्रौद्योगिकी साझेदारों, चिप मालिकों के साथ साझेदारी बढ़ाई जा सके। जयशंकर ने कहा, लेकिन इसके लिए न केवल भौतिक माहौल जरूरी है बल्कि मानवीय प्रतिभा के लिए ज्ञान का वातावरण भी जरूरी है।

सतर्कता जागरूकता सप्ताह कार्यक्रम में शामिल 'पीएम'

सतर्कता जागरूकता सप्ताह कार्यक्रम में शामिल 'पीएम'

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा आयोजित सतर्कता जागरूकता सप्ताह कार्यक्रम में शामिल हुए। वे यहां CVC के नए शिकायत प्रबंधन प्रणाली पोर्टल का शुभारंभ किया। मोदी ने केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा आयोजित सतर्कता जागरूकता सप्ताह कार्यक्रम में नैतिकता एवं सदाचार पर पुस्तिकाएं निवारक सतर्कता पहल और केंद्रीय सतर्कता आयोग की समाचार पत्रिका विजआई वाणी का विमोचन किया।

CVC की सतर्कता जागरूकता सप्ताह कार्यक्रम में PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये ‘सतर्कता सप्ताह’ सरदार साहब की जन्म जयंती से शुरू हुआ है। सरदार साहब का पूरा जीवन ईमानदारी, पारदर्शिता और इससे प्रेरित पब्लिक सर्विस के निर्माण के लिए समर्पित रहा। इसी प्रतिबद्धता के साथ सतर्कता को लेकर जागृति का ये अभियान चलाया जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि हम बीते 8 वर्षों से अभाव और दबाव से बनी व्यवस्था को बदलने का प्रयास कर रहे हैं, डिमांड और सप्लाई के गैप को भरने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए हमने तीन रास्ते चुने हैं। एक आधुनिक तकनीक का रास्ता है, दूसरा मूल सुविधाओं के सैचुरेशन का लक्ष्य है और तीसरा आत्मनिर्भरता का रास्ता है।

पीएम मोदी ने कहा कि आज हम डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भरता के लिए जो जोर लगा रहे हैं उससे घोटालों का स्कोप भी समाप्त हो गया है। राइफल से लेकर फाइटर जेट्स और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट तक आज भार खुद बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। भ्रष्टाचार के विरुद्ध काम करने वाले CVC और बाकी संगठनों को रक्षात्मक होने की जरूरत नहीं है। मैं लंबे अरसे से इस व्यवस्था से निकला हूं, लंबे अरसे तक सरकार के प्रमुख के रूप में काम करने का मौका मिला, मैंने बहुत गालियां सुनी है, बहुत आरोप सुना है, मेरे लिए कुछ नहीं बचा है।

पीएम मोदी ने कहा कि जनता-जनार्दन ईश्वर का रूप होती है। वो सत्य को जानती है और मौका आने पर सत्य के साथ खड़ी भी रहती है। इसलिए, चल पड़िए अपनी ड्यूटी को ईमानदारी से निभाने के लिए, ईश्वर आपके साथ चलेगा, जनता-जनार्दन आपके साथ चलेगी।

गुजरात में चुनाव 1 और 5 दिसंबर को होंगे: आयोग

गुजरात में चुनाव 1 और 5 दिसंबर को होंगे: आयोग

इकबाल अंसारी 

गांधीनगर/अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का गुरुवार को भारत चुनाव आयोग (ECI) ने ऐलान कर दिया। गुजरात में चुनाव दो चरणों 1 दिसंबर और 5 दिसंबर को होंगे। नतीजे 8 दिसंबर को यानी हिमाचल विधानसभा चुनाव के साथ ही आएंगे। तारीखों के ऐलान के साथ पूरे राज्य में आदर्श चुनाव आचार संहिता की अधिसूचना जारी हो जाएगी। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि गुजरात विधानसभा चुनाव में 3,24,422 नए मतदाता इस बार पहली बार मतदान करेंगे। कुल मतदान केंद्र की संख्या 51,782 है। राज्य में स्थापित मतदान स्थलों में से कम से कम 50% मतदान केंद्र पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था होगी।

मतदान के बेहतर अनुभव के लिए, 1274 मतदान केंद्रों का प्रबंधन पूरी तरह से महिला और सुरक्षा कर्मचारियों द्वारा किया जाएगा। 182 मतदान केंद्रो पर मतदाताओं का लोक निर्माण विभाग स्वागत करेगा। पहली बार 33 मतदान केंद्रों की स्थापना और प्रबंधन सबसे कम उम्र के मतदान कर्मचारी करेंगे।चुनाव के दौरान अगर कोई कोरोना संक्रमित हो जाता है, तो कोरोना मरीज को घर से मतदान करने की सुविधा मिलेगी। मुख्य चुनाव आयुक्त के मुताबिक, कोई भी मतदाता अगर कोई शिकायत करना चाहता है। किसी उम्मीदवार या पार्टी द्वारा उसे प्रभावित किया जाता है, तो वह सीधे तौर पर मोबाइल फोन से चुनाव आयोग में शिकायत कर सकता है। शिकायत के 60 मिनट में टीम गठन करके 100 मिनट में शिकायत का समाधान किया जाएगा।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि गुजरात विधानसभा चुनाव में 3,24,422 नए मतदाता इस बार पहली बार मतदान करेंगे. कुल मतदान केंद्र की संख्या 51,782 है। राज्य में स्थापित मतदान स्थलों में से कम से कम 50% मतदान केंद्र पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था होगी। चुनाव आयोग के मुताबिक, 142 मॉडल पोलिंग स्टेशन. 1274 पोलिंग स्टेशन ऐसे होंगे, जिनमें सिर्फ महिलाओं की तैनाती की जाएगी. इस बार शिपिंग कंटेनर भी पोल बूथ के रूप में यूज होंगे।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि जो भी पार्टी या उम्मीदवार किसी भी कारण से सवाल (EVM पर) उठाते रहे हैं परिणाम (आने) के बाद उनको पता चला कि यह सवाल मुझे नहीं उठाना चाहिए था क्योंकि मेरे पक्ष में नतीजा आया है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाया है। पार्टी ने कहा कि गुजरात में जानबूझकर देरी से चुनाव की घोषणा की गई है। CEC राजीव कुमार ने इस सवाल पर कहा है कि हमारे एक्शन पर ध्यान दीजिए। आरोप हम पर हमेशा लगते रहते हैं। चुनाव के दौरान कई चिट्ठियां आती हैं, लेकिन रिजल्ट के बाद सब चुप हो जाते हैं।

चुनाव आयोग ने मोरबी की घटना पर दुख जताया

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस वार्ता में कहा कि निर्वाचन आयोग की तरफ से मोरबी की दुखद घटना से प्रभावित सभी लोगों और शोकाकुल परिजनों के प्रति शोक और संवेदना प्रकट करना चाहते हैं। हम प्रार्थना करते हैं कि मृतकों की आत्मा को शांति मिले।

2017 में अपनाई गई परंपरा का हवाला देते हुए चुनाव आयोग ने इस महीने की शुरुआत में हिमाचल प्रदेश चुनाव की तारीखों के साथ गुजरात चुनाव की घोषणा नहीं की थी। आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश में एक ही चरण में 12 नवंबर को मतदान होगा। 8 दिसंबर को मतगणना होगी।

चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश के लिए मतगणना की तारीख को मतदान के करीब एक महीने बाद रखते हुए स्पष्ट संकेत दिया था कि गुजरात के लिए भी वोटों की गिनती 8 दिसंबर को होगी। 2017 में भी दोनों राज्यों में अलग-अलग तारीखों पर चुनाव की घोषणा की गई थी, लेकिन मतगणना 18 दिसंबर को एक साथ हुई थी।

चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार, गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव 1998, 2007 और 2012 में एक साथ हुए थे। आपको बता दें कि 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा का कार्यकाल 18 फरवरी, 2023 को समाप्त हो रहा है।

गुजरात सरकार का कार्यकाल 18 फरवरी 2023 को खत्म हो रहा है। साल 2017 में गुजरात में विधानसभा का पिछला चुनाव हुआ था। गुजरात विधानसभा में कुल 182 सीटें हैं और बहुमत के लिए 92 सीटें जरूरी होती हैं। यहां पिछली बार दो चरणों में 9 दिसंबर और 14 दिसंबर 2017 को वोटिंग हुई थी। इसमें बीजेपी ने कुल 99 सीटों पर कब्जा किया था, वहीं कंग्रेस के खाते में 77 सीटें और अन्य पार्टियों को 6 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।

CM पद के दावेदार कौन-कौन?
अभी BJP की ओर से भूपेन्द्र पटेल गुजरात के मुख्यमंत्री हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी.आर.पाटिल पहले ही संकेत दे चुके हैं कि राज्य में कोई बदलाव नहीं होगा। BJP के अलावा कांग्रेस और AAP भी मैदान में हैं। हालांकि, दोनों पार्टियों ने अब तक CM कैंडिडेट की घोषणा नहीं की है। बात कांग्रेस की करें तो पार्टी में भरत सोलंकी, अर्जुन मोढवाडिया, शक्तिसिंह गोहिल CM पद के लिए रेस में सबसे आगे हैं। AAP में अभी तक गोपाल इटालिया ओर इशुदान गढवी CM के दावेदार हैं।

2 दिसंबर को रिलीज होगी फिल्म ‘इंडिया लॉकडाउन’ 

2 दिसंबर को रिलीज होगी फिल्म ‘इंडिया लॉकडाउन’ 

कविता गर्ग 

मुंबई। बॉलीवुड फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर की आने वाली फिल्म ‘इंडिया लॉकडाउन’ 02 दिसंबर को रिलीज होगी। मधुर भंडारकर की फिल्म इंडिया लॉकडाउन 02 दिसंबर 2022 को ओटीटी प्लेटफॉर्म जी5 पर रिलीज होगी। मधुर भंडारकर ने इस फिल्म को लॉकडाउन के दौरान शूट किया था।

इस फिल्म में 4 मुख्य किरदारों की अलग-अलग कहानी के जरिए भारत में कोरोना महामारी के दौरान लगे पहले लॉकडाउन की कहानी को बयां किया गया है। मधुर भंडारकर के साथ अमित जोशी और आराधना साह द्वारा लिखित, ‘इंडिया लॉकडाउन’ उन अलग-अलग व्यक्तियों के जीवन की पड़ताल करती है, जो कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन मे एक अनपेक्षित नाटकीय स्थिति में फंस गए है।

यह फिल्म डॉ. जयंतीलाल गड़ा (पेन स्टूडियो) द्वारा प्रस्तुत और भंडारकर एंटरटेनमेंट, प्रणव जैन, धवल जयंतीलाल गड़ा और अक्षय जयंतीलाल गड़ा द्वारा निर्मित है। फिल्म इंडिया लॉकडाउन में प्रतीक बब्बर, श्वेता बसु प्रसाद, साई तम्हंकर, अहाना कुमरा, जरीन शिहाब, आयशा ऐमान, सात्विक भाटिया और सानंद वर्मा जैसे कलाकार नजर आएंगे।

लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी की याचिका खारिज 

लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी की याचिका खारिज 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी मोहम्मद आरिफ उर्फ अशफाक की उस याचिका को गुरुवार को खारिज कर दिया, जिसमें उसने 2000 के लाल किला हमले के मामले में मौत की सजा देने के उसके फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की थी। हमले में सेना के दो जवान सहित तीन लोग मारे गए थे। प्रधान न्यायाधीश उदय उमेश ललित और न्यायमूर्ति बेला एम. त्रिवेदी की एक पीठ ने कहा कि उसने इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड पर विचार करने के आवेदन को स्वीकार किया है।

पीठ ने कहा, हम उस आवेदन को स्वीकार करते हैं कि इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड पर विचार किया जाना चाहिए। वह दोषी साबित हुआ है। हम इस अदालत द्वारा किए गए फैसले को बरकरार रखते हैं और पुनर्विचार याचिका खारिज करते हैं। आरिफ, लाल किले पर 22 दिसंबर 2000 को किए गए आतंकवादी हमले के दोषियों में से एक है।

बल्लेबाज कोहली पर ‘फर्जी फील्डिंग’ का आरोप: हसन

बल्लेबाज कोहली पर ‘फर्जी फील्डिंग’ का आरोप: हसन

मोमीन मलिक 

नई दिल्ली/ढाका/एडीलेड। बांग्लादेश के विकेटकीपर बल्लेबाज नुरुल हसन ने भारत के चैम्पियन बल्लेबाज विराट कोहली पर ‘फर्जी फील्डिंग’ का आरोप लगाया है जिस मैदानी अंपायरों ने नहीं देखा और उनकी टीम को टी20 विश्व कप के अहम मुकाबले में पांच संभावित पेनल्टी रनों से महरुम रहना पड़ा। बारिश के कारण जीत के लिये 16 ओवर में 151 रन के संशोधित लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश टीम पांच रन से हार गई। कप्तान शाकिब अल हसन ने हार को स्वीकार किया लेकिन आखिरी ओवर में अर्शदीप सिंह को एक छक्का और एक चौका जड़कर बांग्लादेश को मैच में बनाये रखने वाले नुरुलने मैदानी अंपायरों की आलोचना की।

उन्होंने मिश्रित जोन में बंगाली में कहा ,‘‘ आउटफील्ड गीली होने से काफी फर्क पड़ा। एक फर्जी थ्रो भी था जिससे हमें पांच रन मिलने चाहिये थे, लेकिन मिले नहीं।’ नुरुल सातवें ओवर की घटना का जिक्र कर रहे थे। वीडियो रिकॉर्डिंग में दिखाया गया कि अर्शदीप ने डीप से गेंद फेंकी और नुरूल का कहना है कि प्वाइंट पर खड़े कोहली ने उसे पकड़कर रिले थ्रो से दूसरे छोर पर फेंकने का एक्शन किया। दोनों बल्लेबाजों लिटन दास और नजमुल हुसैन शांतो ने कोहली की तरफ देखा भी नहीं जिससे नुरूल के इस तर्क पर सवाल उठते हैं।

आईसीसी की खेलने की शर्तों के नियम 41 . 5 के अनुसार फील्डिंग करने वाली टीम बल्लेबाज को जान बूझकर बाधा नहीं पहुंचा सकती या उसका ध्यान नहीं भटका सकता। अगर अंपायर को ऐसा लगता है कि किसी खिलाड़ी ने नियम तोड़ा है तो वह डैड बॉल घोषित करके पेनल्टी के पांच रन दे सकते हैं। चूंकि शांतो और लिटन ने कोहली की तरफ देखा भी नहीं तो उनका ध्यान भटकने का सवाल ही नहीं उठता‌। ऐसी संभावना है कि मैच अधिकारियों की आलोचना के कारण नुरुल को सजा मिल जाएं।

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