अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति की समीक्षा रिपोर्ट पेश की। बैंक ने बैंक ने रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। लेकिन डिजिटल पेमेंट की दुनिया को बदलने का एक बड़ा ऐलान किया है।रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति की घोषणा करते वक्त कहा कि देश में अब बहुत जल्द बिना इंटरनेट के भी डिजिटल पेमेंट किया जा सकेगा। इसका मकसद सुदूर या इंटरनेट नेटवर्क की पहुंच से दूर इलाकों में लोगों को डिजिटल पेमेंट करने की सुविधा देना है। साथ ही इससे इकोनॉमी को कैशलेस बनाने में मदद मिलेगी। शक्तिकांत दास ने कहा कि इसके लिए एक पायलट प्रोजेक्ट चलाया गया था। अब रिजर्व बैंक की योजना ऑफलाइन मोड में रिटेल डिजिटल पेमेंट के लिए एक रूपरेखा बनाने की है।
इतना ही नहीं रिजर्व बैंक ने आईएमपीएस से होने वाले ऑनलाइन पेमेंट की लिमिट को भी बढ़ा दिया है। पहले आईएमपीएस से 2 लाख रुपये तक का ही पेमेंट किया जा सकता था, लेकिन अब इससे 5 लाख रुपये तक का पेमेंट किया जा सकेगा। इससे सबसे ज्यादा फायदा बैंक से रिटेल पेमेंट करने वाले ग्राहकों को होगा। RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक समीक्षा कमिटी की बैठक समाप्त होने के बाद शुक्रवार को रेपो दरों में कोई बदलाव नहीं किए जाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट को 3.5 फीसदी पर बरकरार रखा है। ये लगातार 8वीं बार है जब रिजर्व बैंक ने अपनी इन नीतिगत दरों में बदलाव नहीं किया है। इसी के साथ रिजर्व बैंक का कहना है कि वो मौद्रिक नीति को लेकर अपना लचीला रुख बनाए रखेगा।