मंगलवार, 22 दिसंबर 2020

स्वास्थ विभाग, नसबंदी के बाद महिला हुई गर्भवती

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी

हापुड़। सिंभावली सीएचसी क्षेत्र के गाँव सेहसपुरा निवासी शरद कुमार की पत्नी राधा स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रेग्नेंसी चैक कर नसबंदी कर दी गई। लेकिन नसबन्दी के बाद भी महिला चार महीने की गर्भवती निकली और गर्भपात हो गया। जिससे महिला के हालत बिगड़ गई जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। स्वास्थ विभाग के बड़ी लापरवाही सामने आई जिस कारण एक महिला जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है। गर्भपात के दर्द से तड़प रही महिला को लेकर उसका पति अस्पतालों के चक्कर काट रहा है। मगर उसको सही तरीके से उपचार तक नहीं मिल रहा है। जानकारी के अनुसार माली समाज सेवा घोर लापरवाही के कारण एक महिला की जिंदगी और मौत के बीच खड़ा कर दिया है। बताया गया है, कि सिंभावली क्षेत्र के गांव निवासी पीड़ित महिला के पति ने बताया कि स्वास्थ्य के द्वारा उसकी पत्नी की नसबंदी कर दी गई। जिसके आधार पर 4 माह से प्रेग्नेंट निकली और उसका गर्भपात हो गया। जिसको 4 माह का एक बेटा हुआ है। आपको बता दें कि नसबंदी से पूर्व महिला की गर्भवती सही कई तरह की जांच की जाती हैं। मगर यहां महिला करीब 4 माह के गर्भ से थी इसके बावजूद नसबंदी कर दी गई। ऐसे में स्वास्थ्य की जांच रिपोर्ट के कारण एक महिला की जान पर आफत बन गई।

आंदोलन: हरियाणा के 55 पूर्व विधायक का समर्थन

किसान आंदोलन के समर्थन में उतरे हरियाणा के 55 पूर्व विधायक
सोनीपत। कृषि कानून को लेकर चल रहे किसान आंदोलन ने अब नया रूप ले लिया है। गौरतलब है। कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन के 26वें दिन 55 पूर्व विधायकों ने धरनास्थल पर पहुंचकर किसानों को अपना समर्थन दिया। बतादें कि पूर्व विधायक एसोसिएशन हरियाणा के प्रवक्ता एवं वरिष्ठ सदस्य रणसिंह मान ने किसानों को समर्थन देने के दौरान कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार जिस प्रकार जबरदस्ती कर किसानों पर कानून थोपने का प्रयास कर रही है। वह बिल्कुल गलत है।
उन्होंने कहा कि इससे बेहतर तो यह होता कि सरकार कानून बनाने से पहले किसान नेताओं या संगठनों को बुलाकर रायशुमारी करती, अगर किसान संगठन या किसानों का प्रतिनिधिमंडल इसके लिए सहमत होता उसके बाद इन कानूनों को अमलीजामा पहनाया जा सकता था। लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। बल्कि इसके विपरित किसानों की राय लिए बिना ही उन पर जबरदस्ती कानून थोपने का प्रयास किया गया, जो संदेहास्पद प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार की नीयत में खोट नहीं हैं। तो वह लॉकडाउन के समय में ही आर्डिनेंश लेकर क्यों आई ऐसी क्या मजबूरी थी। कि हालात सामान्य होने का भी सरकार इंतजार नहीं कर सकी।
दरअसल  पूर्व विधायक एसोसिएशन हरियाणा के प्रधान नफे सिंह राठी (पूर्व विधायक, बहादुरगढ़) के नेतृत्व में रामबीर सिंह महासचिव, रणसिंह मान प्रवक्ता, रामपाल माजरा, राजरानी पूनम, अशोक अरोड़ा, नरेंद्र सांगवान, रणबीर मंदौला, कर्नल रघुबीर छिल्लर, दिल्लूराम बाजीगर, सुलतान सिंह जंडौला, रेखा राणा, भागीराम, श्याम सिंह राणा, रमेश गुप्ता, भाग सिंह छातर, बलबीर सिंह ग्रेवाल समेत 55 पूर्व विधायक किसानों को समर्थन देने के लिए सोमवार को कुंडली बॉर्डर पहुंचे। सभी पूर्व विधायक सर्वप्रथम राजीव गांधी एजूकेशन सिटी में एकत्रित हुए और सभा का आयोजन किया। सभा के उपरांत सभी एकत्रित होकर कुंडली बॉर्डर पर किसानों के धरने के बीच पहुंचे और किसान नेताओं को अपना समर्थन पत्र सौंपा।
 पूर्व विधायक एसोसिएशन हरियाणा के नेतृत्व में पहुंचे पूर्व विधायकों ने कहा कि सरकार किसानों के साथ ज्यादती कर रही है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को रद्द करे और किसानों को एमएसपी पर गारंटी दी जाए। किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए पूर्व विधायकों ने कहा कि किसानों की सभी मांगे उचित हैं। इसलिए वे किसानों का पूर्ण समर्थन करते हैं। उन्होंने किसान नेताओं को एसोसिएशन की ओर से समर्थन पत्र भी सौंपा और कहा कि वे हर कदम पर किसानों के साथ खड़े हैं।

निगम के द्वारा किए गए कार्यों पर विशेष नजर

अश्वनी उपाध्याय   
 गाजियाबाद। वार्ड 64 में गरिमा गार्डन समेत अन्य क्षेत्रों में नगर निगम द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों की गुणवत्ता को लेकर स्थानीय पार्षद तेजपाल राणा पूरी तरह सजग है। पार्षद निरन्तर नगर निगम के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुँच कर विकास कार्यो और निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर रहे। इस कड़ी में सोमवार को पार्षद ने गरिमा गार्डन में निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया।निर्माण विभाग के जेई द्वारा निर्माण कार्यों में खामियां पाए जाने पर संबंधित ठेकेदार को तुरंत खामियों को दूर कर बेहतर काम करने के निर्देश दिए।  साथ ही इस दौरान सड़क पर अवैध रूप से किए गए निर्माण को भी हटाया गया।  पार्षद तेजपाल राणा ने बताया कि वार्ड में कई विकास कार्य चल रहे हैं विकास कार्यों की गुणवत्ता बरकरार रहे इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है और समय-समय पर सभी निर्माण कार्य का निरीक्षण भी किया जा रहा है जिससे स्थानीय लोगों को भविष्य में किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े।

पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड सेंटर का भंडाफोड़ किया

अश्वनी उपाध्याय  
गाज़ियाबाद। पुलिस की साइबर क्राइम सैल व कोतवाली नगर पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड सेंटर का खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से फर्जी आधार कार्ड व कार्ड बनाने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण भी बरामद किए है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।क्षेत्राधिकारी प्रथम अभय कुमार मिश्र ने बताया कि सूचना के आधार पर साइबर क्राइम सैल व कोतवाली पुलिस ने स्टेशन रोड से दो शातिरों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम फैशल खान व शाहबाज खान निवासी डीएलएफ कॉलोनी साहिबाबाद बताए है। आरोपियों के कब्जे से आई-20 कार, दो मोबाइल, 5 आधार कार्ड, डबल आई स्कैनर व लैपटॉप बरामद किए है।

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अपने एक दोस्त जो कि बैंक में आधार कार्ड बनाता है, उसके साथ मिलकर फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी, कार्ड बनाकर उनपर नाम व पता बिना दस्तावेज लिए बदल देते थे। सीओ ने बताया कि इन दस्तावेजों का उपयोग आरोपी एकांउट खुलवाने के लिए करते थे। जिसमें लोगों से धोखाधड़ी करके पैसा ट्रांसफर कराते थे।

एकीकृत कंट्रोल रूम, झंझटो से होगा छुटकारा

अश्वनी उपाध्याय  
गाज़ियाबाद। जिले में अब हर शिकायत के लिए एक कंट्रोल रूम होगा। लोगों को अपनी शिकायत या जानकारी के लिए अभी तक अलग-अलग विभाग को फोन करना पड़ता है। नए एकीकृत कंट्रोल रूम बनने के बाद लोगों को इस झंझट से मुक्ति मिल जाएगी। साथ ही विभागों के पास आई लोगों की शिकायतों का भी सही प्रकार से निस्तारण हो सकेगा। इस प्रकार के कंट्रोल रूम को बनाने के लिए स्थानीय प्रशासन को मुख्यमंत्री से निर्देश प्राप्त हुए हैं। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने बताया कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने प्रदेश में सबसे पहले कोविड-19 इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम शुरू किया था। इससे कोरोना संक्रमण की रोकथाम में मदद मिलने के साथ ही कामगारों को उनके घर भेजने में मदद मिली। इसके साथ ही लाकडाउन में लोगों को आने वाली परेशानियों को हल किया गया। इसे देखते हुए अब जिले का एक कंट्रोल रूम बनाने का निर्णय लिया गया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम का प्रस्ताव तैयार किया है। इससे सभी विभाग जुड़ेंगे। लोग कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबर पर काल करेंगे। इसके बाद जिस विभाग से जुड़ा मामला होगा, उस विभाग के कर्मचारियों के पास काल ट्रांसफर हो जाएगी।

कंट्रोल रूम से चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, शिक्षा, पुलिस कार्मिक विभाग एवं जिला प्रशासन, विद्युत निगम, नगर निगम, खाद्य एवं रसद, आपदा एवं राहत, जनसंपर्क एवं सूचना प्रोद्योगिकी, अग्नि शमन, आपातकालीन सेवाएं, सोशल वेलफेयर विभाग, कृषि विभाग, प्रदूषण, सूचना विभाग, मेडिकल स्टोर, चिकित्सा उपकरण इकाइयां, आवश्यक वस्तु एवं खाद्य सामग्री, रेलवे, परिवहन, उद्योग, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण, जल निगम आदि विभाग जोड़े जाएंगे।

जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने बताया कि  अब से जिले में किसी भी विभाग की शिकायत के लिए एक कंट्रोल रूम होगा। इससे लोगों को तो लाभ मिलेगी है साथ ही विभागों को भी परेशानी नहीं होगी। जल्द ही एक इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबर जारी किए जाएंगे।

मुंबई: शहरी इलाकों में नाइट कर्फ्यू लागू किया

मुंबई के शहरी इलाकों में आज से नाइट कर्फ्यू , 15 दिन ज्यादा सतर्क रहने के आदेश
मनोज सिंह ठाकुर  
मुंबई। क्रिसमस और न्‍यू ईयर को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के नगर निगम क्षेत्रों में 22 दिसम्बर से पांच जनवरी तक रात 11 बजे से सुबह छह बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू की घोषणा की है। मुंबई के लोगों को 15 दिन ज्यादा सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन पाए जाने की खबर के बाद महाराष्ट्र सरकार विशेष एहतियात बरत रही है। महाराष्ट्र सरकार के आदेश के मुताबिक यूरोप से महाराष्ट्र में आने वाले लोगों को 14 दिनों के लिये संस्थागत पृथक-वास में भेजा जायेगा। जबकि दूसरे देश के लोगों को घर पर होम क्वारंटाइन किया जाएगा।
इस आदेश के एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था। कि राज्य में स्थिति काबू में है। और उनकी सरकार की नाइट कर्फ्यू या फिर लॉकडाउन लगाने की कोई योजना नहीं है। ठाकरे ने राज्य की जनता को सोशल मीडिया के जरिये संबोधित करते हुए कहा कि विशेषज्ञ फिर से रात का कर्फ्यू या दूसरा लॉकडाउन लागू करने के पक्ष में हैं। लेकिन वह (ठाकरे) इस तरह के कदम उठाने के समर्थन में नहीं हैं। ठाकरे से कहा था कि अगले छह महीने के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा। 
मास्क पहनना जरूरी
मुख्यमंत्री ने लोगों से नववर्ष के उत्सव के दौरान सतर्क रहने की अपील की उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को पूरी तरह से काबू नहीं किया जा सका है। फिर भी स्थिति नियंत्रण में है। ठाकरे ने कहा इलाज से बेहतर बचाव है। कम से कम अगले छह महीने तक सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने की आदत डाल लेनी चाहिए उन्होंने कहा कि जो लोग सुरक्षा नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। उन्हें समझना चाहिए कि वे कानून का पालन कर रहे लोगों की जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं।
पटरी पर लौट रहा जीवन
नववर्ष के जश्न के दौरान लोगों से सतर्क रहने की अपील करते हुए ठाकरे ने कहा कि यूरोप में कोरोना वायरस के एक नए स्वरूप (स्ट्रेन) की खोज हुई है। जिस वजह से कई देशों में लॉकडाउन लागू किया गया है। 

विश्वनाथ कोरिडोर रैन बसेरों का औचक निरीक्षण

मुख्यमंत्री योगी ने श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर रैन बसेरा का किया औचक निरीक्षण, लोगों को क्या कंबल वितरण
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन पूजन के पश्चात श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। मौके पर मौजूद कार्यदाई संस्था के अभियंताओं से कार्य की प्रगति के संबंध में विस्तार से जानकारी ली तथा युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर मैं अवधि में कार्य को प्रत्येक दशा में पूरा कराए जाने का निर्देश दिया।
तत्पश्चात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मैदागिन स्थित टाउनहॉल में बनाये रैनबसेरा में रह रहे लोगो को कंबल वितरण किया तथा रेन बसेरा रहे लोगों से रैन बसेरा में किए गए व्यवस्था के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कड़ाके की ठंड एवं पड़ रहे शीतलहर को दृष्टिगत रखते हुए खुले आसमान के कोई न सो सके। ऐसे लोगों को तत्काल रैन बसेरा में शिफ्ट कराया जाए। उन्होंने रैन बसेरा में रह रहे लोगों से वार्ता करते हुए पूछा कि उन्हें ठंड तो नहीं लग रही है, रैन बसेरा एवं शौचालय आदि की समुचित सफाई व्यवस्था है न। चंदौली, चोलापुर, दानगंज आदि स्थानों के रैन बसेरा में जा रहे लोगों ने व्यवस्था पर प्रसन्नता एवं संतोष जताया।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टाउनहॉल में 2331.00 लाख रुपए लागत से स्मार्ट सिटी योजना अंतर्गत निर्माणाधीन पार्क एवं भूमिगत पार्किंग का औचक निरीक्षण किया। मौके पर 40 फीसदी कार्य पूर्ण मिला। मुख्यमंत्री भूमिगत पार्किंग कार्य को सितंबर, 2021 तक पूरा कराए जाने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान पर्यटन मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, मंत्री रवीन्द्र जायसवाल, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, नगर आयुक्त गौराग राठी आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

35 की उम्र में शादी कर रही है अभिनेत्री नेहा

जल्द ही शादी करने जा रही है ये अभिनेत्री , 35 की उम्र में भी दिखती है बेहद ही खूबसूरत

जब भी कोई अभिनेत्री शादी के बंधन में बधने जाती है। तो सबकी नजरें उसपर टिक जाती हैं । आज हम आपको एक खूबसूरत अभिनेत्री के बारे में बताने वाले हैं। जो जल्द ही शादी करने वाली है । हम बात कर रहे हैं अभिनेत्री नेहा पेंडसे के बारे में । नेहा 35 साल की होने के बाद अब आखिरकार शादी कर ही रही हैं। । नेहा एक लोकप्रिय टीवी अभिनेत्री हैं। जिन्हें टीवी सीरियल 'मे आई कम इन मैडम' के लिये जाना जाता है ।
अगर हम खबरों की बात करें तो अभिनेत्री नेहा 5 जनवरी को शादी करने वाली हैं । हालांकि इनकी शादी की खबरें तभी से उड़ने लगी थी। जब उन्होंने लोगों के सामने इस बात को रखा कि वह इंगेजमेंट कर चुकी है।
नेहा ने इसी साल अगस्त में अपने बॉयफ्रेंड शार्दुल सिंह ब्यास से इंगेजमेंट की है । इसके बाद उन्होंने अपने जन्मदिन पर अपने फैंस को एक तोहफा दे दिया । उन्होंने अपने जन्म दिन पर लोगों को अपनी शादी की तारीख बता दी ।
नेहा पेंडसे ने अपने करियर में बहुत ही कामयाबी हासिल की है । बहुत से टीवी धारावाहिकों और फिल्मों में काम करने के अलावा इन्होंने फिल्मों में भी काम किया है । नेहा पेंडसे एक अभिनेत्री होने के साथ-साथ मॉडलिंग का काम भी करती हैं । यह मॉडलिंग की दुनिया में काफी कामयाब रही हैं । इसके अलावा नेहा पेंडसे बिग बॉस का हिस्सा रह चुकी हैं ।

लीवर से संबंधित बीमार हल्दी के दूध से बचें

इन लोगों को नहीं करना चाहिए हल्दी वाले दूध का सेवन
हल्दी वाले दूध में गजब की हीलिंग पावर होती है। चोट लग जाने या फिर सर्दी-जुकाम के लिए हल्दी वाले दूध को बेहद कारगर माना जाता है लेकिन हल्दी वाला दूध सभी लोगों के लिए फायदेमंद नहीं है। इसके कई कारण हैं। हल्दी की तासीर गर्म होती है। जिससे हल्दी वाला काफी गर्म होता है। जिन लोगों के शरीर का तापमान बहुत गर्म रहता है। उन्हें भूलकर भी हल्दी वाले दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। आइए, जानते हैं। कि किन लोगों को हल्दी वाले दूध का सेवन नहीं करना चाहिए
लिवर की समस्या है। तो न पिएं 
किसी व्यक्ति को अगर लिवर से जुड़ी कोई बीमारी या फिर समस्या है। तो हल्दी वाला दूध नहीं पीना चाहिए। इस समस्या में हल्दी वाले दूध का सेवन इस बीमारी को और भी बढ़ा सकता है।
एलर्जी की समस्या से जूझ रहे व्यक्ति को 
जिस व्यक्ति को मसाले या गर्म चीजें खाने से एलर्जी की समस्या होती है। उसे भी हल्दी वाले दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। हल्दी वाला दूध आपकी एलर्जी को और बढ़ा सकता है। हल्दी गॉलब्लैडर में स्टोन बनाने का भी काम कर सकती है।
शरीर का तापमान गर्म रहने वाले लोग 
हर व्यक्ति के शरीर का तापमान अलग-अलग होता है। आमतौर पर जिन लोगों को गर्म चीजें खाने पर जल्दी असर होता है। उन्हें हल्दी वाला दूध नहीं पीना चाहिए। इससे शरीर में गर्मी बढ़ती है। जिससे आपको पिम्पल, कब्ज, खुजली और बैचेनी जैसी समस्या हो जाती है।

दही बेहद फायदेमंद, रात में खाने से बचें

 दही सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। लेकिन दही को रात को खाने से बचना चाहिए। दरअसल रात के वक्‍त हमारे शरीर में कफ की प्राकृतिक प्रबलता बढ़ जाती है। इसके अलावा रात को दही खाने से पेट की बीमारी होने के भी खतरे रहते हैं। रात के समय दही खाने से शरीर में इंफैक्शन होने का डर रहता है। इससे खांसी और जुखाम हो सकता है। वहीं गठिया या जोड़ों के दर्द से परेशान हैं। तो रात के समय इसका सेवन करने से परहेज करें। इससे दर्द कम होने की बजाए बढ़ जाएगा। दही टेस्‍ट में खट्टी, तासीर में गर्म और पचाने में भारी होती है। यह वसा, ताकत, कफ, पित्त, पाचन शक्ति बढ़ाती है। वहीं, खट्टी दही को कभी भी गरम कर के नहीं खाना चाहिये। दही को ना केवल रात में ही बल्‍कि बसंत में भी नहीं खाना चाहिए।

लोबिया के कबाब हैं स्वादिष्ट और पौष्टिक

 लोबिया के कबाब में प्रोटीन बहुतायत में होता है। और यह बहुत पौष्टिक होते हैं। ये बनाने में जितनी आसान है। खाने और पौष्टिकता में उससे बढ़कर है। ये अच्छा नाश्ता है। ये बनाने में तो आसान हैं। ही खाने में भी बहुत स्वादिष्ट होते हैं।
 सामग्री 
1 कप- लोबिया
1 उबला आलू
1 प्याज (बारीक कटी)
2 छोटे चम्मच अदरक (बारीक कटी)
2- हरी मिर्च (बारीक कटी)
2 बड़े चम्मच हरा धनिया (बारीक कटा)
½- छोटा चम्मच जीरा
लगभग 1 ½ छोटे चम्मच- नमक
लगभग एक चौथाई चम्मच- लाल मिर्च पाउडर
½ चम्मच- गरम मसाला
½ छोटा चम्मच- चाट मसाला
सेंकने के लिए तेल
विधि 
नाश्ता बनाने से पहली रात लोबिया को अच्छी तरह से धो लें। इसे लगभग 4 कप पानी में रातभर के लिए भिगोकर दें। इसे 1 छोटा चम्मच नमक डालकर मध्यम आंच पर उबाल लें। एक सीटी में ये गल जाता है। ठंडा होने पर लोबिया को छलनी पर पलट कर अतिरिक्त पानी निकाल दें। अब लोबिया को एक बर्तन में डालकर अच्छी तरह से मसल लें, साथ ही साथ उबले आलू को भी छीलकर मैश कर लें। कड़ाही में 2 छोटे चम्मच तेल गरम करें। इसमें जीरा डालें। जब जीरा तड़क जाए तो इसमें कटी हुई प्याज डाल 2 मिनट के लिए भूनें। अब इसमें अदरक और हरी मिर्च डाल एक मिनट के लिए भूनें। इसमें लोबिया, आलू, आधा छोटा चम्मच नमक, धनिया, लाल मिर्च, गरम मसाला और चाट मसाला डालें। अच्छी तरह से मिलाकर मिश्रण का पानी सूखते तक भूनें। अब इसमें कटा हरा धनिया डाल गैस से हटा दें। मिश्रण थोड़ा ठंडा हो जाए तो अंदाजे से इसके छोटे-छोटे कबाब तैयार कर लें। कबाब को सेट करने के लिए ढंककर लगभग 20 मिनट के लिए फ्रिज में रख सकते हैं। अब एक नॉनस्टिक पैन को गर्म कर तेल डालें और और कम आंच पर दोनों तरफ ब्राउन होन तक सेकें। लोबिया के कबाब तैयार हैं। इन्हें हरे धनिए की चटनी या सॉस के साथ खा सकते हैं।

त्वचा की चमक के लिए देखभाल की जरूरत

 त्वचा की चमक और इसे स्वस्थ बनाए रखने के लिए, आपको अपनी स्किन की देखभाल करने की आवश्यकता है। गंदगी और प्रदूषण से त्वचा को छुटकारा दिलाने के लिए अपने ब्यूटी रूटीन में स्किन डिटॉक्सीफिकेशन को शामिल करना जरूरी है। प्रदूषण और ज्यादा मेकअप की वजह से चेहरे के हानिकारक बैक्टीरिया जम जाते हैं। इससे आगे स्किन पर मुंहासे ड्राई स्किन और डलनेस रेडनेस दाग धब्बे हो जाते हैं। स्किन को हेल्दी बनाने के लिए स्किन को डिटॉक्स करना चाहिए। स्किन डिटॉक्स करने से स्किन का पीएच स्तर नॉरमल रहता है। डिटॉक्स करने से आपकी त्वचा हेल्दी और ब्राइट दिखेगी।
डिटॉक्स बाथ स्टीम लें एक्सफोलिएट करें फेस मास्क लगाएं फेशियल करें।

अक्षय-सारा अली ने 'अतरंगी रे' की शूटिंग शुरू की

 कविता गर्ग  
मुंबई। एक्टर अक्षय कुमार और एक्ट्रेस सारा अली खान अपकमिंग फिल्म अतरंगी रे की शूटिंग शुरू कर दी है। शूटिंग के लिए वे ताज महल (आगरा) पहुंचे हैं। सोशल मीडिया पर सारा और अक्षय की कई तस्वीरें और वीडियोज वायरल हो रहे हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच फिल्म की शूटिंग हो रही है। बता दें कि आनंद एल. रॉय इस फिल्म को डायरेक्ट कर रहे हैं। फिल्म में सारा अली खान और धनुष भी अहम रोल में हैं। सारा अली खान फिल्म में डबल रोल में है। अक्षय कुमार और धनुष के किरदारों के साथ दो अलग-अलग युगों में रोमांस करती नजर आएंगी। खबरें हैं कि सारा का किरदार बिहार से होगा और धनुष का किरदार साउथ से। इन दोनों की क्रॉस कल्चर लव स्टोरी को दिखाया जाएगा।

 

सोनाक्षी ने अमेज़न प्राइम वीडियो की शूटिंग शुरू की

कविता गर्ग  
मुंबई। एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा ने एमेज़न प्राइम वीडियो की सीरीज के लिए शूटिंग शुरू कर दी है। इस वेब सीरीज का निर्देशन फिल्मकार रीमा कागती कर रही है। बताया जाता है। कि सीरीज का नाम ‘फॉलेन। है और इसकी शूटिंग कोरोना वायरस की वजह से मार्च में लगाए गए लॉक डाउन के कारण रुक गई थी। इस वेब सीरीज को इस साल के शुरू में आना था। सिन्हा ने इंस्टाग्राम पर दक्षिण मुंबई में कार्यक्रम के सेट की ‘स्टोरिज़’ शेयर की है। सोनाक्षी सिन्हा ने कहा अमेजन प्राइम वीडियो की मेरी सीरीज के लिए मैंने आज शूटिंग शुरू की। लॉक डाउन के बाद आज सेट पर मेरा पहला दिन है। आपको बता नहीं सकती हूं कि मैं कैसा महसूस कर रही हूं। एक अन्य स्टोरी में सोनाक्षी सिन्हा ने अपनी वेनिटी वैन के अंदर का एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उनके टीम के साथी है। उन्होंने मास्क और दस्ताने पहने हुए हैं। उन्होंने कहा हे मेरे भगवान मैं सेट पर वापस आ गई हूं।

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष

नई दिल्ली। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना की आज शताब्दी वर्ष पूरे हो गए हैं। इस अवसर पर मंगलवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हो रहे पीएम नरेंद्र मोदी का वर्चुअल संबोधन होगा। पीएम के इस संबोधन को अलीगढ़ के अलावा दुनिया के सौ से अधिक देशों में सुना जाएगा। शताब्दी वर्ष यानि दिसंबर 1920 में तत्कालीन कुलपति मोहम्मद अली मोहम्मद खान राजा साहब ने औपचारिक रूप से एएमयू की शुरुआत की थी। पीएम मोदी थोड़ी देर में एएमयू के शताब्दी समारोह को अपने संबोधन से बेहद खास बनाने जा रहे हैं।

सालों के मैराथन-मंथन के बाद राहुल बनेंगे अध्यक्ष

कांग्रेस के मैराथन मंथन का औचित्य
पालूराम  
नई दिल्ली। एक बड़ी बैठक ही नहीं बल्कि लगभग एक साल की मैराथन चर्चा के बाद निष्कर्ष निकलता यह दिख रहा है। कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ही पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी देना चाहते हैं। और राहुल ने भी कहा कि पार्टी मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी उसे मैं स्वीकार करूंगा। इस बीच कांग्रेस के कार्यकर्ता रह चुके और मौजूदा समय में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता शिवानंद तिवारी ने सोनिया गांधी को बहुत अच्छी सलाह दी थी। कांग्रेस के नेताओं ने राहुल भक्ति दिखाने की जगह शिवानंद तिवारी की सलाह पर अगर विचार किया होता तो कांग्रेस के भविष्य को नयी दिशा मिल सकती थी। शिवानंद तिवारी ने सोनिया गांधी को सलाह देते हुए कहा कि आज सोनिया गांधी के सामने एक यक्ष प्रश्न है। पार्टी या पुत्र या यूं कहिए कि पुत्र या लोकतंत्र कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। मैं नहीं जानता हूं कि मेरी बात उन तक पहुंचेगी या नहीं लेकिन देश के समक्ष जिस तरह का संकट मुझे दिखाई दे रहा है। वही मुझे अपनी बात उनके सामने रखने के लिए मजबूर कर रहा है। शिवानंद की सलाह सिर्फ एक पार्टी के प्रति पूर्व निष्ठा तक नहीं सीमित है। बल्कि देश के लोकतंत्र से उसे जोड़ा गया है। कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने भी इसी तरह की बात एक चिट्ठी के माध्यम से उठाई थी। देश में एक ध्रुवीय होती राजनीति के चलते कांग्रेस का अथवा सबसे बड़े विपक्षी दल का मजबूत होना बहुत जरूरी है। अगर राहुल गांधी को बिना चुनाव के कमान सौंप दी जाएगी तो इतने दिन के मंथन का नतीजा क्या माना जाएगा
कांग्रेस के कई सदस्य लगातार संगठन में बदलाव की मांग कर रहे थे। इसी को लेकर पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 19 दिसम्बर को बैठक बुलाई थी। इस मीटिंग के बाद राहुल गांधी ने कहा है। कि पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी वह उसे निभाएंगे। खास बात है। कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने राहुल से अध्यक्ष पद संभालने का आग्रह किया था।
बीते अगस्त में 23 कांग्रेस नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। इसमें पार्टी में फुल टाइम लीडरशिप की मांग की गई थी। सोनिया को पत्र लिखने वालों में गुलाम नवी आजाद, आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, शशि थरूर, विवेक तन्खा, मुकुल वासनिक, जितिन प्रसाद, भुपेंद्र सिंह हुड्डा, राजेंद्र कौर भट्टल, एम वीरप्पा मोइली, पृथ्वीराज चव्हाण, पीजे कुरियन, अजय सिंह, रेणुका चैधरी, मिलिंद देवड़ा, राज बब्बर, अरविंदर सिंह लवली, कौल सिंह ठाकुर, अखिलेश प्रसाद सिंह, कुलदीप शर्मा, योगानंद शास्त्री, संदीप दीक्षित का नाम शामिल है। सोनिया के आवास 10 जनपथ पर हुई 19 दिसम्बर की बैठक में गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, शशि थरूर और कई अन्य नेता शामिल हुए। ये नेता पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में शामिल थे। बैठक में सोनिया गांधी ने कहा कि सभी नेताओं को साथ मिलकर चलने और संगठन को मजबूत बनाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में संगठन, विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने और अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए चिंतन शिविर का आयोजन किया जाएगा। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने बताया, यह पहली बैठक थी। आगे ऐसी बैठकें और होंगी। शिमला और पंचमढ़ी की तर्ज पर चिंतन शिविर भी होगा। उन्होंने कहा अच्छे वातावरण में चर्चा हुई। पार्टी को मजबूत करने के लिए जो भी मुद्दे उठाए गए थे। उनका संज्ञान लिया जाएगा। आगे कुछ लोग बैठेंगे और उनकी बात भी सुनी जाएगी।
बिहार विधानसभा चुनाव और कुछ प्रदेशों के उप चुनावों में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भी आजाद और सिब्बल ने पार्टी की कार्यशैली की खुलकर आलोचना की थी। और इसमें व्यापक बदलाव की मांग की थी। इसके बाद वे फिर से कांग्रेस के कई नेताओं के निशाने पर आ गए थे। इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर निशाना नहीं साधा है। बल्कि हितकर सलाह दी है। फेसबुक पर किए अपने पोस्ट के जरिए शिवानंद तिवारी ने सोनिया गांधी को वो दौर याद दिलाया जब उन्होंने प्रधानमंत्री की कुर्सी त्याग दी थी। वह लिखते हैं। आपने प्रधानमंत्री की कुर्सी का मोह त्याग कर कांग्रेस को बचाया था। आज उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण यह है। कि पुत्र मोह त्याग कर देश में लोकतंत्र को बचाने के लिए कदम बढ़ाइए। शिवानंद तिवारी ने 18 दिसम्बर को किए अपने फेसबुक पोस्ट में कहा कि कांग्रेस पार्टी की बैठक होने जा रही है। पता नहीं उस बैठक का नतीजा क्या निकलेगा लेकिन यह स्पष्ट है। कि कांग्रेस की हालत बिना पतवार के नाव की तरह हो गई है। कोई इसका खेवनहार नहीं है। उन्होंने आगे लिखा, राहुल गांधी अनिक्षुक राजनेता हैं। वैसे भी यह स्पष्ट हो चुका है। कि राहुल गांधी में लोगों को उत्साहित करने की क्षमता नहीं है। जनता की बात तो छोड़ दीजिए, उनकी पार्टी के लोगों का ही भरोसा उन पर नहीं है। इसलिए जगह-जगह के लोग कांग्रेस पार्टी से मुंह मोड़ रहे हैं। हालांकि सोनिया गांधी की तारीफ करते हुए तिवारी ने कहा, खराब स्वास्थ्य के बावजूद बहुत ही मजबूरी में सोनिया गांधी कामचलाऊ अध्यक्ष के रूप में किसी तरह पार्टी को खींच रही हैं। मैं उनकी इज्जत करता हूं। मुझे याद है। सीताराम केसरी के जमाने में पार्टी किस तरह डूबती जा रही थी। वैसी हालत में उन्होंने कांग्रेस पार्टी की कमान संभाली थी। और पार्टी को सत्ता में पहुंचा दिया था। शिवानंद तिवारी ने कहा कि उनके विदेशी मूल को लेकर तब काफी बवाल हुआ था। बीजेपी की बात छोड़ दीजिए, कांग्रेस पार्टी में भी उनके नेतृत्व को लेकर गंभीर संदेह व्यक्त किया गया था। शरद पवार आदि उसी जमाने में सोनिया के विदेशी मूल के ही मुद्दे पर पार्टी से अलग हुए थे। इसके बाद 2004 के आम चुनाव का जिक्र करते हुए शिवानंद तिवारी ने कहा, हालांकि 2004 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिला बहुमत सोनिया गांधी के ही नेतृत्व में मिला था। इसलिए सोनियाजी ही प्रधानमंत्री की कुर्सी की स्वाभाविक अधिकारी थीं लेकिन उनका प्रधानमंत्री नहीं बनना असाधारण कदम था। उसी कुर्सी के लिए हमारे देश के दो बड़े नेताओं ने क्या-क्या नाटक किया था। हमारे जेहन में है। उन्होंने आगे लिखा। अपनी जगह पर मनमोहन सिंह को उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में नामित किया था। यूपीए के नेताओं का उनके नाम पर समर्थन पाने के लिए वे सबसे उनको मिला रही थीं। उसी क्रम में मनमोहन सिंह को लेकर लालू प्रसाद का समर्थन हासिल करने के लिए उनके तुगलक लेन वाले आवास पर आई थीं। संयोग से उस समय मैं वहां उपस्थित था। बहुत नजदीक से उनको देखने का अवसर उस दिन मुझे मिला था। प्रधानमंत्री की कुर्सी त्याग कर आई थीं। उस दिन का उनका चेहरा मुझे आज तक स्मरण है। शिवानंद तिवारी ने आगे लिखा, अत मेरे अंदर का पुराना राजनीतिक कार्यकर्ता मुझे बोलने के लिए दबाव दे रहा है। संभव है। जिस पार्टी में मैं हूं। उसका नेतृत्व मेरी इस बात को पसंद नहीं करें. लेकिन अब मैं किसी के पसंद और नापसंद से ज्यादा अहमियत अपनी आत्मा की आवाज को देता हूं और उसी की आवाज के अनुसार मैं सोनिया गांधी से नम्रतापूर्वक अपील करता हूं कि जिस तरह से आपने प्रधानमंत्री की कुर्सी का मोह त्याग कर कांग्रेस को बचाया था। आज उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण यह है। कि पुत्र मोह त्याग कर देश में लोकतंत्र को बचाने के लिए कदम बढ़ाइए।

मां की पुण्यतिथि पर भावुक हुए महानायक

बच्चन मां की पुण्यतिथि पर भावुक हुए अमिताभ बच्चन
कविता गर्ग  
मुंबई। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन अपनी मां तेजी बच्चन की पुण्यतिथि पर भावुक हो गये। अमिताभ बच्चन सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते रहते हैं। 21 दिसंबर को अमिताभ की मां तेजी बच्चन की पुण्यतिथि थी। इस मौके पर उन्होंने मां के लिए एक भावुक कर देने वाला पोस्ट शेयर किया है। अमिताभ ने लिखा दुनिया की सबसे खूबसूरत मां हमें छोड़कर चली गईं। सभी मां खूबसूरत होती हैं। इसिलए वह मां होती हैं। मैं जल्दी काम करूंगा और जो तय कार्यक्रम हैं। उन्हें पूरा करूंगा। वह होती तो यही चाहतीं कि जाओ और काम करो मुझे दुख के साथ याद न करो लेकिन हमारा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ रहेगा। हम सब भी यही मानते हैं। उनकी स्मृति उनकी उपस्थिति और उनका आशीर्वाद हमारे साथ आज भी और कल भी रहेगा। अमिताभ इन दिनों टेलीविजन शो कौन बनेगा करोड़पति का 12वां सीजन होस्ट कर रहे हैं। अमिताभ बच्चन पिछली बार 'गुलाबो सिताबो' में नजर आए थे। अमिताभ की आने वाली फिल्मों में ब्रह्मस्त्र चेहरे झुंड और मेडे जैसी फिल्में शामिल हैं।

डीजल टैंक में घुसी कार, 5 लोग जिंदा जले

कंटेनर के डीजल टैंक में घुस गई कार, बच्चे और महिला समेत पांच आग में जिंदा जले
आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में मंगलवार सुबह बड़ा हादसा हुआ। यमुना एक्सप्रेसवे पर एक कंटेनर से कार टकरा गई। इस हादसे में 5 लोग जिंदा जलकर मर गए हैं। बताया जा रहा है। कि गलत दिशा से आ रहे नागालैंड
नंबर के कंटेनर की वजह से हादसा हुआ। मरने वाले लखनऊ के बताए जा रहे हैं। जो की दिल्ली की ओर जा रहे थे।
पुलिस के मुताबिक, हादसा सुबह चार बजे हुआ। यूपी 32 केवी 6788 नंबर की स्विफ्ट डिजायर कार आगरा से दिल्ली की ओर जा रही थी। तभी एक कंटेनर के गलत दिशा में आ जाने के कारण हादसा हो गया। बताया जा रहा है। कि कंटेनर के डीजल टैंक से कार टकराई है। इस वजह से कार में तुरंत भीषण आग लग गई।
कार में आग इतनी भीषण लग गई कि फंसे लोग बाहर नहीं निकल पाए
जब तक मौके पर फायर बिग्रेड की टीम पहुंची और आग पर काबू पाया गया तब तक सभी लोग कंकाल बन गए। पुलिस का मानना है। कि जिंदा जलकर मरने वालों में एक बच्चा, एक महिला और तीन पुरुष शामिल है।

पीएम को पत्र, किसानों की बात सुनें, उनका हक दें

राणा ओबरॉय  
चंडीगढ़। एक ओर किसान बड़ी संख्या में दिल्ली बॉर्डर को घेरे हुए हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं उनके पीछे उनकी पत्नी और बच्चे खेत खलिहान संभाल रहे हैं। लगातार पड़ रही कड़कड़ाती ठंड और खुले आसमान के नीचे बैठे उनके परिजनों की अब बेटियों को चिंता सताने लगी है। बेटियों ने अपनों के लिए पीएम मोदी को एक चिट्ठी लिखी है। जिसमें उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि पीएम किसानों की बातें सुनें और उन्हें हक दे दें। चिट्ठी के माध्यम से किसानों की बेटियों ने कहा कि पीएम सर आप हमेशा अपनी मन की बात करते हैं, अब किसानों के मन की भी बात सुनें, आज किसान उनसे कुछ मांग रहे हैं।चिट्ठी लिखने वाली बेटियों ने लिखा है कि उनके अपने ठिठुरती ठंड में खुले आसमान के नीचे संघर्ष कर रहे हैं, मगर सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है।चिट्ठी में बेटियों ने लिखा है कि इस आंदोलन के कारण कई परिवारों से उनके छीन गए, कई बच्चे अनाथ हो गए। बेटियों से उनके पिता छीन गए, मगर आपका दिल अब तक नहीं पसीजा है। उन्होंने चिट्ठी में लिखा है कि आप शायद किसानों की तकलीफ महसूस ही नहीं कर पा रहे है, किसान भीषण गर्मी, लू, कड़कड़ाती और हड्डियों को गला देने वाली सर्दी में खेतों में फसलों की देखरेख करते हैं तभी तो आपके मुंह में निवाला जाता है।

डीडीसी की 280 सीटों के लिए मतगणना शुरू

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनाव के लिए मतगणना मंगलवार को शुरू हो गई। इस चुनाव में 2178 उम्मीदवार मैदान में हैं। डीडीसी की 280 सीटों के लिए आठ चरण में चुनाव कराए गए। केंद्र शासित प्रदेश के 20 जिलों में प्रत्येक में 14 सीटें हैं।डीडीसी चुनाव को क्षेत्र में भाजपा और अन्य राजनीतिक दलों के बीच मुकाबले के तौर पर देखा जा रहा है। पिछले साल अगस्त में अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद जम्मू कश्मीर में यह पहला चुनाव होगा। पहले चरण का मतदान 28 नवम्बर को हुआ था और आठवें एवं अंतिम चरण का मतदान 19 दिसंबर को हुआ। कुल मिलाकर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए इन चुनावों में 57 लाख पात्र मतदाताओं में से 51 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।

कश्मीर केन्द्रित मुख्य धारा की सात राजनीतिक पार्टियों ने गुपकर घोषणा पत्र गठबंधन (पीएजीडी) के बैनर तले चुनाव लड़ा था। इन पार्टियों में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी भी शामिल हैं। शुरुआत में कांग्रेस भी पीएजीडी का हिस्सा थी, लेकिन बाद में उसने गठबंधन से दूरी बना ली क्योंकि भाजपा ने विपक्षी दलों को ‘‘गुपकर गैंग’ कहते हुए निशाना साधा था। पिछले सात चरण में कांग्रेस अकेले ही चुनाव में उतरी लेकिन ऐसा समझा जाता है कि पीएजीडी के साथ उसकी सहमति थी।

बदले की भावना से काम कर रही है सरकार

अनूप पांडेय  
सीतापुर। यूपी के सीतापुर के जिला कारागार से तंजीम फातिमा ने जेल से रिहा होने के बाद मीडिया को बड़ा दिया बयान। बताया कि बदले की भावना सरकार काम कर रही है। रामपुर के सांसद आज़म खान की पत्नी है तंजीम फातिमा। जेल में 8 माह से बंद थी। सीतापुर कारागार के बाहर शाम से ही जुटने लगी थी भीड़। आजम खां के परिवार को धारा 34E में जमानत मिली ,वहीं भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है । 

आपको बताते चलें आजम खां की पत्नी तंजीम फातिमा 26 फरवरी 2020 से सीतापुर कारागार में बन्द थी । शत्रु संपत्ति सहित कुल 34 मामलों में जमानत मिली। रामपुर से जमानत आने के बाद सीतापुर जेल से  रिहा हुई। आजम खां और बेटा अब्दुल्ला अभी जेल में रहेंगे।  34 मामलों में सुनवाई के बाद जमानत मंजूर हुई थी ।
आजम खान की पत्नी तंजीम फातिमा आज जेल से रिहा होते ही मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया की भाजपा सरकार बदले की भावना से काम करती है।  मीडिया द्वारा पूछने पर बताया कि जेल में तकलीफ तो नहीं हुई और हमे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। जैसे हम को न्याय मिला है ऐसे हमारे पति आजम खान को भी न्याय मिलेगा तथा बातचीत के दौरान यह भी जानकारी ली गयी कि सपा पूर्व मुख्य मंत्रीअखिलेश यादव से आपसे फोन पर जेल में बात हुई तो उन्होंने साफ मना कर दिया कि जेल में अखिलेश यादव से ना हमसे ना हमारे पति आजम खान से कोई बातचीत हुई।
जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे हल्की चोट भी लगी थी। लेकिन फिलहाल डॉक्टरों के जरिए से ठीक हुए तथा जो मुझ पर आरोप लगाए गए वह निराधार झूठे हैं। सरकार बदले की भावना से हम पर और हमारे पति पर आरोप लगाया है।

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...