बुधवार, 29 जुलाई 2020

768 लोगों की मौत, 48512 नए संक्रमित

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 48,512 नए मामले सामने आए और 768 लोगों की मौत हुई। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में एक दिन में 35,286 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं, जिससे स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 9,88,029 हो गई है। इसी अवधि में सक्रिय मामलों में 12,459 की वृद्धि हुई जिससे इनकी संख्या 5,09,447 हो गई। मृतकों की संख्या 34,193 हो गई है। देश में पिछले 24 घंटों के दौरान 48,512 नए मामले सामने आने से संक्रमितों की कुल संख्या 15,31,669 हो गई है।                 


वारियर्स का काम कर रहे हैं स्वास्थ्य कर्मी

अमर केसरवानी


जांजगीर-चांपा। जिले के अंतर्गत आने वाले ब्लॉक डभरा के गांवों में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। यहां कोरोना योद्धाओं के रूप में जा जाकर प्रवासी मजदूरों का कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल लिया जा रहा है। इन कोरोना वॉरियर्स को सलाम है जो लगातार मार्च महीने से जारी लॉक डाउन में गांव-गांव जाकर प्रवासी मजदूरों और चिन्हित ग्रामीणों का स्वास्थ्य चेक अपना कर्तव्य निर्वहन कर रहे हैं। पिछले 4 माह से घर से दूर रहकर कोरोना योद्धा के रूप में अपने जान की परवाह नहीं करते हुए निष्ठा के साथ ड्यूटी कर रहे हैं। इन कोरोना वॉरियर्स के जज्बे को सलाम सैकड़ों आरडी किट और आरटी पीसीआर का सैंपल ले चुके हैं। डभरा ब्लॉक के कई गांवों में जाकर 10 हजार 727 से ज्यादा प्रवासी मजदूरों में से 1555 की सैम्पलिंग की जा चुकी है। इसमें 35 लोगों का पॉजिटिव केस निकले हैं।


ब्लॉक डभरा में लैब टेक्नीशियन जादू सिंह सिदार और राकेश बंजारे के नेतृत्व में दो टीम बनाई गई है जिसमें एमएलटी सूर्यकांत जगत, दीपक डनसेना, आयुष नारंग, विनोद साहू, भूषण महीपाल, शांतनु चन्द्रा और ड्राइवर बिहारी साहू, लुकेश्वर नामदेव, संतोष बरेठ टीम बनाकर पूरे ब्लॉक में सैंपल लेकर बड़ी मेहनत से काम कर रहे हैं। राकेश बंजारे ने बताया कि सेवा करना उनके लिए गर्व की बात है कि इस वैश्विक महामारी की रोकथाम में अपना सहयोग दे पा रहे हैं और परिवार भी उनकी हौसला बढ़ा रहा है। ब्लॉक डभरा क्षेत्र की कई क्वॉरेंटाइन सेंटरों में अभी भी 78 प्रवासी मजदूर बचे हुए हैं। वहीं लगातार स्वास्थ्य टीम द्वारा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं पुलिसकर्मियों पत्रकारों और प्रशासनिक कर्मचारियों के सैंपल लेकर टेस्ट के लिए भेजा गया है। डभरा ब्लॉक के क्वॉरेंटाइन सेंटर ग्राम तेंदूमुड़ी में 2 पॉजिटिव, ग्राम कांसा में 24, छोटे कटेकोनी में 1, सुखदा में 4, बगरैल में 1, चंद्रपुर में 1, ग्राम खुरघट्टी में 1 कोरोना पॉजिटिव मिला है जिसमें ब्लॉक में कुल 35 पॉजिटिव हैं।             


यूपी में 5 से 15 अगस्त तक हाईअलर्ट

यूपी में 5 अगस्त से लेकर 15 अगस्त तक हाईअलर्ट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राम की नगरी अयोध्या में 5 अगस्त से लेकर 15 अगस्त तक हाई अलर्ट रहेगा। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के इनपुट के बाद यूपी में सभी जिलों को अलर्ट किया गया। 5 अगस्त को होने वाले राम मंदिर शिलान्यास पर आतंकी साजिश का इनपुट मिले हैं जिसके बाद से सभी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट किया गया है।


5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन का कार्यक्रम है. इस कार्यक्रम को लेकर अयोध्या समेत पूरे प्रदेश में रामभक्त काफी उत्साहित हैं लेकिन इसी बीच केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने इनपुट दिया है कि आयोजन पर आतंकी साया मंडरा रहा है। इंटेलिजेंसी एजेंसीज का कहना है कि 5 अगस्त को होने वाले राम मंदिर शिलान्यास को लेकर आतंकी साजिश रची जा रही है। ऐसे में पूरे प्रदेश में भूमिपूजन यानि 5 अगस्त से लेकर स्वतंत्रता दिवस तक हाई अलर्ट घोषित किया गया है।
प्रदेश के सभी जिले हाई अलर्ट पर 
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के बाद सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश में व्यवस्था चाक चौबंद की जा रही है। इनपुट मिले हैं कि आतंकी 5 अगस्त से 15 अगस्त के बीच किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम दे सकते हैं. ऐसे में सभी जिलों के महत्वपूर्ण स्थानों, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन पर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
डीजीपी मुख्यालय ने आगरा, मथुरा, मेरठ, कानपुर, प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ समेत दर्जनभर शहरों को हाई अलर्ट पर रहने के लिए कहा है. प्रदेश भर के सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने के निर्देश दिए गए हैं। डीजीपी मुख्यालय ने आगरा मथुरा मेरठ कानपुर प्रयागराज गोरखपुर वाराणसी लखनऊ समेत दर्जनभर शहरों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा। प्रदेश भर के सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने के दिए गए निर्देश।
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने यूपी में आतंकी हमले का भेजा था।


अलर्ट- आईएसआई के इशारे पर अफगान ट्रेंड फिदायीन हमले की साजिश रची गई है। यूपी के साथ-साथ कश्मीर घाटी को लेकर भी अलर्ट किया गया। इंडो नेपाल बॉर्डर सीमा पर एसएसबी के साथ यूपी एटीएस सक्रिय की गई।                


शांति व्यवस्था के लिए बैठक आयोजित

शिवकेश शुक्ल


सोहराब खान


जगदीशपुर-अमेठी। आगामी बकरीद त्यौहार के मद्देनजर शांति व्यवस्था बनाने के लिए पीस कमेटी की बैठक थाना परिसर पर सम्पन्न हुई ।जिसकी अध्यक्षता अपर पुलिस अधीक्षक दयाराम सरोज ने की।
जगदीशपुर कोतवाली परिसर में बैठक को सम्बोधित करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि क्षेत्र में अमन चैन बकरार रखना हम सब की जिम्मेदारी है जिसके तहत प्रतिबन्धित जानवर की कुर्बानी व खुले में कुर्बानी न करे वही कुर्बानी के दौरान बचे अवशेषो को मिट्टी में दफन करने की बात कही आगे बोलते हुए कहा कि सरकार द्वारा निर्धारित शोसल डिस्टेंस का पालन करते हुए कुर्बानी का कार्यक्रम सम्पन्न कराए। एसडीएम राम शंकर ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि त्योहार के मद्देनजर विवाद से बचे जिससे त्योहार हर्षोल्लास से सम्पन्न हो सके वहीं क्षेत्राधिकारी सन्तोष सिंह ने कहा कि किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें बल्कि सतर्क रहें जानकारी मिलने पर पुलिस को सूचित करें जिससे समय रहते मामले को हल किया जा सके।


बैठक को सम्बोधित करते हुए कोतवाल जगदीशपुर राजेश सिंह ने कहा कि त्यौहारों को आपस में मिल जुल कर मनाए और हमारा यही प्रयास होगा कि एक दूसरे का सम्मान करें इस मौके पर चौकी प्रभारी फिरतू यादव, उप निरीक्षक अखिलेश प्रजापति, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हाजी मो0 रफीक वारसी उर्फ अल्लू मिंया,प्रधान सोनू, प्राचार्य मान सिंह, सुरेश यज्ञसैनी, प्रधान नसीम,मौलाना सलमान,मौलाना इसरार, गौरव सिंह प्रधान,महमूद प्रधान,प्रतिनिधि लल्लू सिंह,प्रधान उमापति तिवारी रामचंद्र शुक्ला सहित तमाम गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।             


आज से परिवार सहित आमरण अनशन


  • एडीएम महराजगंज व शिवगढ़ थानाध्यक्ष पर मिली भगत का आरोप, खड़ी फसल जोतवाई



  • पिता की मृत्यु के बाद पीड़ित भाइयों के नाम भूमि दर्ज, कूटरचित दस्तावेज बनवाने का आरोप 


रायबरेली। शिवगढ़ थाने के पिंडोली के अवधेश कुमार ने जिलाधिकारी से एसडीएम व थानाध्यक्ष पर विपक्षियों से सांठगांठ कर खड़ी फ़सल जुतवाने का आरोप लगाते हुये न्याय की गुहार लगायी है और न्याय न मिलने की दशा में 29 जुलाई को आमरण अनशन की चेतावनी दी है। जिलाधिकारी को सौंपे गये शिकायती पत्र में कहा गया है कि बीते शुक्रवार को उप जिला अधिकारी महाराजगंज  एवं थानाध्यक्ष शिवगढ़ ने बिना किसी आदेश के विपक्षियों से सांठगांठ कर प्रार्थी की खड़ी फसल जोतवा दिया जबकि वह जमीन पर प्रार्थी की पैतृक जमीन है जिस पर प्रार्थी के पिता की मृत्यु के बाद उसके सभी भाइयों के नाम दर्ज हो गयी।


उस जमीन को हथियाने के लिए कूट रचित दस्तावेज के सहारे तहसीलदार मजिस्ट्रेट से फर्जी आदेश करवाकर जबरन खड़ी फसल जोतवा दी गई जो गलत है। आरोप है कि विपक्षियों से सांठगांठ करके तहसीलदार मजिस्ट्रेट व एसडीएम ने जबरन प्रार्थी की जमीन को खड़ी फसल को जोतवा दिया और अश्लील शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा कि अगर इस खेत के आसपास भी आये तो जेल भिजवा दूंगा।


जिलाधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि यदि प्रार्थी को न्याय नहीं मिलता है तो वह 29 जुलाई को परिवार समेत जिलाधिकारी कार्यालय पर आमरण अनशन पर बैठने के लिये बाध्य होगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।             


यूपीः बागपत विधायक को जान का खतरा

बागपत से बीजेपी विधायक हैं योगेश धामा


तिहाड़ जेल में बंद है गैंगस्टर सुनील राठी


गोपीचंद सैनी 


लखनऊ/बागपत। उत्तर प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के बीच सत्तारूढ़ दल के नेताओं ने भी राज्य में असुरक्षित महसूस करना शुरू कर दिया है। बागपत से बीजेपी विधायक योगेश धामा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हितेश चंद्र अवस्थी से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की गुहार लगाई है। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी से उनकी जान को खतरा है। राठी एक अन्य गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में जेल में है। मीडिया से बातचीत में धामा ने कहा कि गैंगस्टर ने बागपत की अदालत में मुन्ना बजरंगी मामले की सुनवाई के लिए आने पर उन्हें खुलेआम धमकी दी। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में अवैध खनन गतिविधियों को रोकने के लिए वह मुझे जिम्मेदार मानता है। मेरी जिंदगी को सच में खतरा है। विधायक ने दावा किया कि राठी एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे से भी ज्यादा खतरनाक है। विकास दुबे कानपुर में इस महीने की शुरुआत में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी था। कानपुर में अपहरण के बाद एक और हत्या, अगवा शख्स की लाश मिली, मांगे थे 20 लाख वहीं, बागपत के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अनित कुमार ने कहा कि धामा ने हमसे संपर्क नहीं किया है। हम उन्हें प्रोटोकॉल के अनुसार सुरक्षा मुहैया करा रहे हैं। बता दें कि राठी के गुर्गों ने 7 जुलाई को राष्ट्रीय लोकदल के नेता देशपाल खोखर की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने अपने गांव से बालू ले जा रहे ट्रकों के गुजरने पर आपत्ति जताई थी।


'रंभा' नदी को अस्तित्व में लाने के आदेश

पंकज कपूर

ऋषिकेश। विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेम चंद अग्रवाल ने आज बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय में वन विभाग एवं (नमामि गंगे) सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर ऋषिकेश की रम्भा नदी के माध्यम से गंगा जी में मिलने वाली गंदगी को रोकने संबंधी योजनाओं का शीघ्र शुभारंभ करने को कहा ।

श्री अग्रवाल ने कहा है कि सोमेश्वर नगर स्थित पौराणिक महादेव मंदिर सोमेश्वर महादेव के नीचे से रम्बा नदी का उद्गम स्थल है यहां से निकल कर रम्भा नदी आगे बहते हुए बीरपुर खुर्द स्थित वीरभद्र महादेव के पास से होते हुए गंगा में मिलती है । श्री अग्रवाल ने कहा है कि गंगा जी में मिलते समय इस नदी का पानी काफी दूषित हो जाता है रंभा नदी को पुराने स्वरूप में वापस लाने के लिए ठोस कदम उठाए जाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया ।

उन्होंने बताया है कि रंभा नदी में डाली जा रही गंदगी से गंगा जी की स्वच्छता एवं शुद्धता प्रभावित होने की संभावना बनी रहती है। श्री अग्रवाल ने अधिकारियों से कहा है कि अन्य गंदे नालों को जो इस प्रकार से टेप किए गए उसकी गंदगी को रोकने के लिए अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि इस समस्या का शीघ्र समाधान किया जाए। इस अवसर पर डीएफओ देहरादून राजीव धीमान ने कहा है कि रंभा नदी के किनारों में 135 परिवारों ने वन विभाग की भूमि पर अतिक्रमण किया हुआ है जिनको विभाग हटाने की प्रक्रिया करेगा।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेम चंद अग्रवाल ने उपस्थित अधिकारियों को कहा है कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं प्रभावित परिजनों से सामंजस्य स्थापित कर इस समस्या का समाधान निकाला जाए ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी भी ना हो और रम्भा नदी में बह रहे गंदे पानी को गंगा जी में जाने से भी रोका जा सके। इस अवसर पर वन विभाग के डीएफओ राजीव धीमान, नमामि गंगे के परियोजना प्रबंधक संदीप कश्यप, परियोजना अभियंता एके चतुर्वेदी वन विभाग के एसडीओ बीवी मरर्तोलिया सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।           

बाल श्रमिकों के लिए खुला योगी पिटारा

असगर नकी


सुलतानपुर। केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार 'अच्छे दिन' का नारा देकर सत्ता में आई थी। यूपी में क्राइम से हटकर अगर बात की जाए तो कई मुद्दों पर सरकार अच्छे दिन लेकर भी आई। अब बारी है होटल, ईंट-भट्टों आदि स्थानों पर मजदूरी करने वाले बाल श्रमिकों के अच्छे दिन की। सरकार की ओर से श्रम विभाग को निर्देशित किया गया है कि इन्हें चिह्नित करके बाल श्रमिक विद्या योजना के तहत इनकी पढ़ाई का जिम्मा उठाए। श्रम विभाग इन बाल श्रमिकों की पढ़ाई के साथ-साथ इन्हें छात्रवृत्ति भी देगा।





गरीबी और मजबूरी के तहत अक्सर करके बच्चे कम उम्र में मजदूरी करके अपने और परिवार के पेट की आग बुझाने के लिए कहीं होटलों पर झूठे बर्तन धुलते, कभी रिक्शा और ठेला खींचते तो कभी ईंट-भट्टों व भवन निर्माण में ईंट-गारे का काम करते नजर आते हैं। उनके बचपन का गला उनके अपने ही हाथों घुट रहा था। इसे भली भांति समझकर प्रदेश की योगी सरकार इनके लिए योजना लेकर आई। सरकार ने श्रम विभाग को निर्देश दिए कि अगस्त तक बाल मजदूरों को चिह्नित करने का काम निपटा लिया जाए।




इन बाल श्रमिकों को मिलेगी वरीयता
उप श्रमायुक्त नासिर खान बताते हैं कि सरकार कि कोरोना काल के चलते इस योजना का प्रचार-प्रसार जून माह में नहीं हो सका। इसलिए अब तक एक भी बाल श्रमिक चिह्नित नहीं हो सके हैं। उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत संगठित तथा असंगठित क्षेत्र के सभी बाल मजदूरों को लाभ मिलेगा। उन बाल श्रमिकों को वरीयता मिलेगी जिनके माता- पिता की मृत्यु हो चुकी हो या माता- पिता में से किसी एक कि मृत्यु हो चुकी हो। जिनके मां-बाप दिव्यांग हैं उन्हें भी योजना का विशेष लाभ मिलेगा।
अटल आवासीय विद्यालय में मिलेगा प्रवेश
खान ने आगे बताया कि योजना के अन्तर्गत शिक्षा ग्रहण करने पर बाल मजदूरो को हर महीने एक हजार रुपये और लड़कियों को 1200 रुपये मिलेंगे। कक्षा 8-9 और 10 पास करने पर अलग से 6 हजार रुपये दिए जाएंगे। बाल मजदूर शिक्षा के मंदिर तक पहुंच जाए इसके लिए सरकार ने उसके मां-बाप को प्रोत्साहित करते हुए सरकार की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ देने का निर्देश दिया है। जिसमें अंत्योदय, पेंशन और आयुष्मान जैसी योजनाएं शामिल हैं। उपश्रमायुक्त नासिर खान ने बताया कि बाल श्रमिकों को चिह्नित किया जा रहा है। इन बाल श्रमिकों को वर्ष 2021 में शुरू होने वाले अटल आवासीय विद्यालय में प्रवेश दिया जाएगा।              


दिल्ली दंगाः वकीलों का पैनल किया रद्द

रवि चौहान


नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल ने 15 मई को दिल्ली सरकार के पैनल को खारिज करते हुए दिल्ली पुलिस के पैनल को मंजूर कर लिया था। इस पर 17 मई को दिल्ली के गृह मंत्री ने रिपोर्ट बनाई थी। इसमें उन्होंने कहा था कि सरकारी वकील नियुक्ति का अधिकार दिल्ली पुलिस के पास नहीं है।
उन्होंने नियमों का हवाला देते हुए कहा था कि यह काम दिल्ली सरकार का है। करीब 8 पेज के नोट में गृह मंत्री ने सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का जिक्र करते हुए कहा था कि संविधान को बचाने के लिए ही एलजी चुनी हुई सरकार के जनहित से जुड़े निर्णय को अवलोकन के लिए राष्ट्रपति के पास भेजेंगे। अगर जनहित के मसले को खारिज करेंगे तो उसका कारण बताएंगे। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का 2016 और 2018 का आदेश है कि सरकारी वकील को सरकार नियुक्त करेगी। ताजा मामला नॉर्थ ईस्ट दंगों को लेकर मंगलवार को दिल्ली हिंसा से जुड़े मामलों पर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में सुनवाई के लिए बनाए गए वकीलों के पैनल पर चर्चा हुई. इस बैठक में कैबिनेट ने कहा कि दिल्ली हिंसा को लेकर कोर्ट पहले ही दिल्ली पुलिस की जांच को लेकर सवाल खड़े कर चुका है। इसीलिए दिल्ली पुलिस की तरफ से चुने गए वकीलों के पैनल से इस मामले की जांच कराना ठीक नहीं होगा। दिल्ली कैबिनेट ने इसे क्रिमिनल जस्टिस के सिद्धांतों के खिलाफ बताया।
दिल्ली कैबिनेट ने अपनी इस बैठक में उपराज्यपाल और दिल्ली पुलिस के प्रपोजल को स्टडी करते हुए कहा कि,
इस हिंसा को लेकर जो भी जिम्मेदार हैं उन्हें इसकी सजा जरूर मिलनी चाहिए। लेकिन इसी तरह इस मामले में किसी भी निर्दोष को सजा नहीं मिलनी चाहिए। इसीलिए दिल्ली कैबिनेट ने उपराज्यपाल के उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि दिल्ली पुलिस ने जो वकीलों का पैनल तैयार किया है उसे मंजूरी दी जाए।
इस कैबिनेट बैठक में दिल्ली पुलिस पर हिंसा की जांच को लेकर उठ रहे सवालों का भी जिक्र किया गया। जिसमें सबसे पहले दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस सुरेश कुमार का नाम लेते हुए कहा गया है कि उन्होंने कहा था, दिल्ली हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस पूरी न्यायिक व्यवस्था को ताक पर रख रही है। कैबिनेट ने कई सेशन कोर्ट और मीडिया रिपोर्ट्स का भी हवाला दिया, जिनमें दिल्ली पुलिस की जांच पर कई सवाल उठाए गए थे। कहा गया कि, दिल्ली पुलिस हिंसा मामलों की जांच में किसी को भी उचित न्याय नहीं दिला सकती है. जांच करने वाली एजेंसी को कभी भी वकील तय करने का अधिकार नहीं दिया जाना चाहिए। क्योंकि ये सभी केस काफी सेंसिटिव हैं, इसीलिए अब दिल्ली सरकार के वकीलों का पैनल इन्हें देखेगा।
दिल्ली कैबिनेट की तरफ से जारी किए गए बयान में उपराज्यपाल पर भी तीखा हमला बोला गया है। जिसमें कहा गया है कि राज्यपाल को सिर्फ अत्यंत जरूरी मामले में हस्तक्षेप करने का अधिकार है। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश का जिक्र किया गया है। जिसमें कहा गया था कि चुनी हुई सरकार के फैसलों के खिलाफ उपराज्यपाल किसी बहुत जरूरी मामले में ही अपने अधिकारों का इस्तेमाल कर सकते हैं। नहीं तो ये लोकतंत्र की भावना के खिलाफ होगा। कहा गया है कि वकीलों की नियुक्ति का मामला कोई बहुत बड़ा हस्तक्षेप करने वाला मामला नहीं है, इसीलिए दिल्ली सरकार को अधिकार है कि वो अपने वकील नियुक्त कर सकती है।गौरतलब है कि हाल ही में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में अतिरिक्त सेशंस जज धर्मेंद्र राणा ने कहा था। की ऐसा लगता है कि “जांच में सिर्फ एक पक्ष को निशाना बनाया जा रहा है।”मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, दंगों से जुड़े एक मामले पर सुनवाई के बाद अपने आदेश में जज राणा ने कहा, “केस डायरी को पढ़ने से एक परेशान करने वाला तथ्य निकल कर आता है। ऐसा लगता है कि जांच में सिर्फ एक पक्ष को निशाना बनाया जा रहा है। जांच अधिकारी भी अभी तक ये नहीं बता पाए हैं कि दूसरे पक्ष की संलग्नता में क्या जांच की गई है।” जज ने मामले से संबंधित डीसीपी को केस पर “निगरानी” रखने को और “निष्पक्ष जांच सुनिश्चित” करने को कहा था।


कोरोनाः चीनी डॉक्टर ने किया बड़ा खुलासा

बीजिंग । चीन में कोरोना वायरस के मामलों का शुरू में ही पता लगाने वाले एक चीनी डॉक्टर ने स्थानीय प्रशासन पर इस मामले में लीपापोती का आरोप लगाया है। डॉक्टर ने कहा कि कोरोना वायरस के केंद्र वुहान में इस महामारी को लेकर प्रारंभिक स्तर पर लीपापोती की गई और जब वह जांच के लिए गए उससे पहले ही सबूत नष्ट कर दिए गए थे। हांगकांग के सूक्ष्मजीव विज्ञान एवं चिकित्सा के प्रोफेसर क्वोक-यंग युएन ने यह आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि हुनान के वन्यजीव बाजार में सबूत नष्ट कर दिए गए थे और चिकित्सकीय निष्कर्ष के प्रति जवाबी कार्रवाई बहुत धीमी थी। बता दें कि युएन ने चीनी शहर वुहान में कोविड-19 महामारी के फैलने की जांच में मदद की थी। उन्होंने कहा कि जब हम हुनान के सुपर मार्केट में गए तब वाकई वहां देखने के लिए कुछ था ही नहीं, क्योंकि बाजार की पहले ही सफाई कर दी गई थी। हम ऐसा कुछ नहीं पहचान पाए जो इंसानों में इस वायरस को पहुंचा रहा हो। उन्होंने कहा कि मुझे संदेह है वुहान में स्थानीय स्तर पर कुछ लीपापोती की गई है। जिन स्थानीय अधिकारियों को तत्काल सूचना आगे भेजनी थी, उन्होंने उसे उतनी तत्परता से नहीं भेजा।               
 


अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए बहस आयोजित

वाशिंगटन । अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए पहली बहस 29 सितंबर को आयोजित होने जा रही है। इसका आयोजन ओहियो के क्लीवलैंड में होगा। इससे संबंधित आयोग सीपीडी ने इसकी जानकारी दी। इस पहली बहस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने प्रतिद्वंदी और डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बिडेन के सामने होंगे। आयोग ने इस बहस के लिए 29 सितंबर की तिथि निर्धारित करते हुए कहा, सीपीडी को यह बताते हुए खुशी हो रही है कि राष्ट्रपति पद के लिए पहली बहस की सह-मेजबानी केस वेस्टर्न रिजर्व यूनिवर्सिटी और क्लीवलैंड क्लीनिक करेंगे। इस बहस को क्लीवलैंड में हेल्थ एजुकेशन कैंपस (एचईसी) में आयोजित किया जाएगा। तीन नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनावों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मुकाबला डेमोक्रेट प्रतिद्वंदी और पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन से हो रहा है। सीपीडी ने कहा कि ट्रंप और बिडेन के बीच दूसरी बहस 15 अक्तूबर को मियामी, फ्लोरिडा में एड्रिएन आर्ट सेंटर फॉर द परफॉर्मिंग आट्र्स में होगी। जबकि दोनों के बीच तीसरी बहस का आयोजन 22 अक्तूबर को नेशवील, टैनेसी के बेलमोंट यूनिवर्सिटी में किया जाएगा।  सभी बहस की अवधि 90 मिनट होगी और ये रात 9 बजे से 10.30 बजे तक बिना किसी विज्ञापन के प्रसारित की जाएंगी। इसका लाइव प्रसारण व्हाइट हाउस पूल नेटवर्क द्वारा किया जाएगा।             
 


3 साल की मासूम से ताऊ ने किया रेप


  • सगे ताऊ ने किया था दुष्कर्म, हरदोई अस्पताल ने लखनऊ किया रेफर, केजीएमयू ने कोराना की आड़ लेकर भर्ती नहीं किया

  • सिविल और लोहिया ने भी किया इंकार, लोहिया के गेट पर बच्ची को लिए खड़ा था बेबस पिता


लखनऊ/हरदोई। खून के रिश्ते भी किस तरह कलंकित होते हैं इसकी मिसाल हरदोई में देखने को मिली। यहां वासना में अंधे हुए एक सगे ताऊ ने अपनी तीन वर्षीय मासूम भतीजी के साथ दुष्कर्म कर डाला। इतना ही नहीं वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ताऊ बच्ची को लहुलुहान हालत में घर पर छोड़कर मौके से फरार हो गया। बच्ची को गंभीर हालत में महिला जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया, जहां से उसे राजधानी लखनऊ रेफर कर दिया गया। वही राजधानी लखनऊ में भी इस बच्ची को कहीं इलाज नहीं मिल रहा है। कोरोना के कारण केजीएमयू प्रशासन ने बच्ची को भर्ती करने से मना कर दिया है। शहर के दूसरे अस्पतालों ने भी बच्ची को भर्ती करने से इंकार कर दिया है। देर रात तक पिता अपनी बच्ची को लिये लोहिया अस्पताल के गेट पर खड़ा था और बच्ची की हालत बिगड़ती जा रही थी।


शर्मशार करने वाली यह घटना हरदोई के सांडी थाना इलाके के एक गांव की है। यहां एक सगा ताऊ ईश्वर लाल अपनी तीन वर्षीय मासूम बच्ची को टॉफी खिलाने के बहाने घर से बाहर ले गया। इसके बाद उसके अंदर का राक्षस जागा और उसने हैवानियत की घटना को अंजाम दिया और बच्ची को रोते हुए वह घर लाया और घर मे डालकर फरार हो गया। परिजनों ने जब खून देखा तो मामला समझ में आया। बच्ची के माता-पिता और अन्य परिजन मासूम को लेकर थाने पहुंचे। बच्ची को गंभीर हालत में महिला जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया, जहां से उसे राजधानी लखनऊ रेफर कर दिया गया।राजधानी पहुंचने के बाद भी दुष्कर्म पीड़ित बच्ची की तकलीफों को किसी डाक्टर ने नहीं सुना। केजीएमयू में कोरोना की आड़ लेकर बच्ची को भर्ती करने से मना कर दिया। पिता एम्बूलेन्स में बच्ची को लेकर दूसरे अस्पतालों में भी भटका पर कहीं सुनवाई नहीं हुयी। देर रात तक पिता अपनी बच्ची को लिये लोहिया अस्पताल के गेट पर खड़ा था। सिविल और लोहिया अस्पताल में भी बच्ची को भर्ती नहीं किया गया। देर रात तक पिता लोहिया अस्पताल के गेट पर लहूलुहान बच्ची को लिए बेबस होकर धरती के भगवान कहे जाने वाले डाक्टरों की मिन्नत करने में जुटा हुआ था। वहीं हरदोई पुलिस ने दुष्कर्म की रिपोर्ट तो दर्ज कर ली पर आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है।


अयोध्या व आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

बृजेन्द्र वीर सिंह


अयोध्या। अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर पूजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। सभी जिलों मे अलर्ट जारी कर सुरक्षा कड़ी करने को कहा गया है। खासतौर से अयोध्या के आसपास के जिलों में पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। कहीं कोई गड़बड़ी न होने पाए इसके मद्देनज़र उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या के आसपास के जिलों अंबेडकरनगर, गोण्डा, बहराइच, सुलतानपुर, अमेठी, बस्ती, बाराबंकी, महाराजगंज और सिद्धार्थनगर में नौ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को भेजा है।प्रदेश के एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि भूमि पूजन के मद्देनज़र पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सभी जिलों को सतर्क रहने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि खुफिया एजेंसियों की ओर से कोई पुख्ता सूचना नहीं है। फिर भी कहीं कोई चूक न हो और कानून-व्यवस्था संबंधी अथवा अन्य प्रकार की अप्रिय स्थिति न पैदा हो इसलिए अयोध्या के आसपास के नौ जिलों में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।



अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, अमेठी में एडीजी अभियोजन आशुतोष पाण्डेय, गोण्डा में एडीजी यातायात अशोक कुमार सिंह, बहराइच में एडीजी पीएसी रामकुमार, सुलतानपुर में आईजी फायर विजय प्रकाश, अंबेडकरनगर में आईजी प्रतीक्षारत पीयूष मोर्डिया, बस्ती में आईजी बस्ती रेंज एके राय, बाराबंकी में आईजी भर्ती बोर्ड विजय भूषण, महाराजगंज में डीआईजी चंद्रप्रकाश द्वितीय और सिद्धार्थनगर में डीआईजी प्रशासन आरके भारद्वाज की तैनाती की गई है। इन अधिकारियों को अपने पर्यवेक्षण में अचूक सुरक्षा इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने 29 जुलाई की शाम से 6 अगस्त की सुबह तक व्यवस्था संभालने को कहा गया है। उन्हें स्थानीय अधिकारियों का मार्गदर्शन करने और गहन समीक्षा कर पुख्ता व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।               



अस्पताल के बाहर भीगती रही डेडबॉडी


  • सहारनपुर के जिला अस्पताल में दिखी दम तोड़ती स्वास्थ्य सेवाएं

  • इमरजेन्सी वार्ड के बाहर बगैर इलाज के ही मर गया मरीज

  • बिलखती रही पत्नी, किसी ने उठाया तक नहीं भीगता हुआ शव

  • वीडियो वायरल होने पर डाक्टर गढ़ने लगे कहानी,सीएमएस बोले, जांच होगी


लखनऊ। झांसी में कोरोना संक्रमित मरीज ने मरने से पहले मेडकिल कालेज की अव्यवस्थाओं का पूरा चिट्ठा वीडियो बनाकर वायरल कर दिया पर लगता है योगी सरकार सरकार के अफसरों को इन तमाम शिकायतों से कोई लेना देना नहीं है। हरदोई की रेप पीड़ित मासूम का पिता राजधानी के अस्पतालों के चक्कर काट-काट कर टूट चुका है। अब सहारनपुर से मेडिकल सेवाओं को कटघरे में खड़ा करने वाली ये खबर आ रही है कि अपने पति को इलाज के लिए जिला अस्पताल आई एक महिला को इलाज तो दूर की बात, उनके गुजरने के बाद पति का शव उठाने वाला भी कोई नहीं मिला।यूपी की लचर मेडिकल सेवाओं की जमीनी हकीकत ये है कि मरीज अब अस्पताल जाने से भी डर रहे हैं। झांसी में ऐसा ही कुछ हुआ। मिली जानकारी के मुताबिक साजिदा नाम की महिला अपने पति सुखराम को इलाज के लिए सोमवार सुबह जिला अस्पताल ले कर आई थी। वह काफी देर तक अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बाहर अपने पति के इलाज के लिए डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों से मिन्नतें करती रही लेकिन किसी जिम्मेदार ने उसकी ये गुहार नहीं सुनी। बताया गया है कि डाक्टरों की अनदेखी के कारण मरीज सुखराम काफी देर तक इमरजेंसी वार्ड में फर्श पर पड़ा रहा पर न तो डाक्टरों को दिल पसीजा और न मेडिकल कर्मियों ने ही कुछ किया। इलाज के अभाव में फर्श पर पड़े पड़े ही मरीज ने दम तोड़ दिया।



मरीज के मरने के बाद भी मुसबीतों ने थमने का नाम नहीं लिया। सुखराम की लाश इमरजेन्सी वार्ड के बाहर फर्श पर ही पड़ी रही पर किसी ने उसे उठाने मे मृतक की पत्नी की मदद नहीं की। इसी बीच बारिश होने लगी और शव देर तक बारिश में भीगता रहा। लोग तमाशबीन बने घटना का वीडिय बनाते रहे लेकिन कोई मदद को आगे नहीं आया। इसी बीच काफी देर बात महिला के रोने की आवाजें सुनकर कुछ लोगों का दिल पसीजा और उन लोगं ने शव को वहां से उठाकर पास बने रैन बसेरा में रख दिया। इतना सब होने के बाद भी अस्पताल प्रशासन का दिल नहीं पसीजा और मेडिकल कर्मियों ने यह कहना शुरु कर दिया किइमरजेंसी वॉर्ड के सामने कोई शव छोड़कर गया था। हालांकि इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को हटाया गया है और मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।             



संगठनात्मक ढांचे में किया गया फेरबदल

बहुजन समाज पार्टी ने संगठनात्मक ढांचे में किया व्यापक फेरबदल


बसपा सुप्रीमो सुश्री मायावती के निर्देश पर जिलाध्यक्ष अरविंद गौतम ने किया व्यापक बदलाव
अंबेडकर नगर। बसपा सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी के निर्देश पर अंबेडकरनगर जिले की बहुजन समाज पार्टी इकाई ने व्यापक बदलाव किया है। बसपा सुप्रीमो के निर्देश पर जिलाध्यक्ष अरविंद गौतम श्री गोविंद निषाद को जिला- उपाध्यक्ष मनोनीत किया है। इसके अलावा जिला सचिव विधानसभा प्रभारी के रूप में आलापुर सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र में छेदी राम मौर्य व हरीश चंद्र गौतम को जिम्मेदारी दी गई है। जबकि डॉ. काशीराम को जिला सचिव विधानसभा प्रभारी- कटेहरी बनाया गया है। इसके अलावा जिले की पांचों विधान सभाओं ने विधानसभा अध्यक्षों की तैनाती करते हुए।
आलापुर विधानसभा क्षेत्र की पूरी कार्यकारिणी का पुनर्गठन करते हुए नए चेहरों को तरजीह दी गई है।
जिलाध्यक्ष के मुताबिक राम बहोर राव को कटेहरी रामबचन गौतम को टांडा, राजेश कुमार गौतम को जलालपुर दिनेश राव को अकबरपुर विधानसभा क्षेत्र का अध्यक्ष बनाया गया है। जबकि आलापुर विधानसभा क्षेत्र का बलराम निषाद को अध्यक्ष विजेंद्र मिश्र को उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह पटेल को महासचिव एवं मेवा लाल शर्मा को कोषाध्यक्ष बनाया गया है।
बहुजन समाज पार्टी के अयोध्या , देवीपाटन मंडल, गोरखपुर एवं बस्ती मंडल प्रभारी पूर्व सांसद पूर्व राज्यसभा सदस्य घनश्याम चंद खरवार ने सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई दी है ।               


दोस्ती के बाद अपनाएं 'लिव-इन-रिलेशनशिप'

कई शहरों में आजकल लिव-इन रिलेशनशिप का चलन बढ़ा है। लिव-इन रिलेशनशिप उसे कहते हैं जब एक वयस्क लड़का और लड़की आपसी सहमति से, बिना शादी किए पति-पत्नी की तरह रहते हैं।ज्यादातर लोगों के लिए लिव-इन रिलेशनशिप अपने रिश्तों को समझने और परखने का अच्छा तरीका है। वहीं कुछ लोग लिव-इन में सिर्फ टाइमपास और अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए रहते हैं। आइये जानते हैं कि लिव-इन रिलेशन में रहने से पहले आपको किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।


दोस्ती के बाद ही लिव-इन रिलेशनशिप अपनायें 
लिव-इन में रहने से पहले आपको अपने पार्टनर को अच्छी तरह से जान लेना चाहिए। उसके सेंटीमेंट्स और मूड के बारे में आपको पहले से जानकारी होना जरूरी है। इसके अलावा जरूरी है कि आप लोगों नें पहले कुछ समय साथ रहकर दोस्त के रूप में गुजारा हो। लड़कियों को खासकर इस मामले में सावधान रहना चाहिए। अपने पार्टनर के प्यार और उसके एहसास को अच्छी तरह परख लें। अगर थोड़ा भी संदेह हो तो ऐसे रिश्ते से बचें और पार्टनर को थोड़ा और समय दें।
रिश्तों में कभी-कभार थोड़ी बहुत अनबन हो जाना आम बात है। इससे आपके रिश्तों में ताजगी आती है और रिश्ता मजबूत बनता है। लिव-इन रिलेशन में भी ऐसी अनबन हो सकती हैं। ऐसे में कई बार आप थोड़ी सी नाराजगी में बहुत गलत बात कह जाते हैं, जो आपके पार्टनर को बुरी लग सकती हैं। जैसे- अपने घर चले जाओ या अलग हो जाओ या मुझे तुम्हारी जरूरत नहीं आदि। नाराजगी के समय याद रखें कि सामने वाले शख्स को आप पर पूरा भरोसा था तभी वो आपके साथ ऐसे रिश्ते में आने के लिए राजी हुआ है।


खर्चों के मैनेजमेंट को लेकर बात करें
आजकल मंहगाई इतनी बढ़ गई है कि किसी शहर में दो लोगों को अच्छी जीवनशैली के लिए पर्याप्त पैसा जुटाना कई बार एक अकेले इंसान के लिए भारी पड़ सकता है। इसलिए अगर आप लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वाले हैं तो अपने पार्टनर से खर्चों के बंटवारे को लेकर पहले ही साफ-साफ बात कर लें और इसका एक खाका बना लें। अक्सर पार्टनर्स के बीच पैसों को लेकर अनबन शुरू होती है जो रिश्ते टूटने के कगार तक पहुंच जाती है। अगर आप अपने पार्टनर को समझने और जानने के लिए लिव-इन रिलेशनशिप का रास्ता चुन रहे हैं तो आपको मानसिक और भावनात्मक तौर पर मजबूत होना चाहिए। कई बार आपको पार्टनर की कोई आदत पसंद नहीं आती या आपकी कोई आदत उन्हें नहीं पसंद आती, तो आपसी बातचीत से इन मुद्दों का हल निकालना चाहिए। इसके अलावा आपको कई बार कुछ बातें अपनी समझदारी से इग्नोर करनी पड़ सकती हैं। ऐसी स्थिति में आपका दिमागी रुप से मजबूत होना जरूरी है।


गलत होने पर अलग होने को रहें तैयार
अगर आप लिव-इन में रहते हैं लेकिन आपके पार्टनर से आपका रिश्ता अच्छी तरह नहीं निभ रहा है या आपके पार्टनर आपकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं तो हमेशा अपनी बात कहने की हिम्मत और हौसला रखिये। इसके अलावा कई बार कुछ लोग रिश्तों में आने के बाद बदल जाते हैं या वो आपको किसी गलत काम के लिए मजबूर करते हैं तो हमेशा अलग होने के लिए तैयार रहें।             


एएमयू की मस्जिदों में नहीं होगी नमाज

अलीगढ। कोरोना वायरस संक्रमण को ध्यान में रखते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अंतर्गत जामा मस्जिद सहित किसी भी मस्जिद में ईद-उल-अजहा की नमाज अदा नहीं की जायेगी। विश्वविद्यालय के नाजिम दीनियात प्रो. मोहम्मद सलीम ने कहा कि वैश्विक आपदा कोरोना वायरस से पैदा होने वाली स्थिति के दृष्टिगत ईद-उल-अजहा की नमाज एएमयू की किसी भी मस्जिद में अदा नहीं की जाएगी। छात्र, शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मी ईद उल अजहा की नमाज अपने घरों और आवासीय स्थानों पर अदा करें, जिन लोगों के लिए ईद-उल-अजहा की नमाज का कोई प्रबंध नहीं है वह नमाजे चाश्त अदा करें। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब जन स्वास्थ्य को बड़े खतरे का सामना है, लोग इस्लामी सिद्घांतों के अनुरूप वैकल्पिक नमाज अदा कर सकते हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के कारण ईद उल अजहा के अवसर पर कुलपति की ओर से छात्रों एवं यूनिवर्सिटी स्टाफ के लिए आयोजित किया जाने वाला कार्यक्रम इस वर्ष आयोजित नहीं किया जायेगा। कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने एएमयू के सभी शिक्षकों, वर्तमान एवं पूर्व छात्रों तथा देश के सभी नागरिकों को ईद के अवसर पर बधाई देते हुए आग्रह किया है कि वह समाज के कमजोर वर्ग की बढ़ चढ़कर सहायता करें।


उन्होंने कोविड-19 की रोकथाम के लिए जन स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी दिशा निर्देशों का पालन करने के लिए भी लोगों से आग्रह किया है। नाजिमे दीनियात प्रो. मोहम्मद सलीम ने कहा कि परिसर में किसी भी स्थान पर खुले में कुर्बानी न करें और ना ही एक स्थान पर एकत्रित हों। कुर्बानी अपने घरों पर करें और कुर्बानी के बाद सफाई का पूरा ख्याल रखें। उन्होंने लोगों से कब्रिस्तान न जाने का भी आग्रह किया।               


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)


 जुलाई 30, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-350 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, जुलाई-30, 2020
3. शक-1943, श्रावण,शुक्ल-पक्ष, तिथि- एकादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:25,सूर्यास्त 07:20।


5. न्‍यूनतम तापमान 25+ डी.सै.,अधिकतम-39+ डी.सै.। भारी बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


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मंगलवार, 28 जुलाई 2020

चीन को सबक के लिए ताइवान तैयार


  • चीन के थिंक टैंक का दावा है कि अमेरिका के एंटी सबमरीन जेट फाइटर्स ने शंघाई के करीब उड़ान भरी

  • दक्षिण चीन सागर में दोनों देशों के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है, ताइवान भी चीन को जवाब देने के लिए तैयार


बीजिंग/नई दिल्ली।अमेरिका और चीन के बीच कई मुद्दों पर विवाद बढ़ रहे हैं। लेकिन, अमेरिका के एक कदम से चीन दहशत में आ गया है। चीन के सरकार समर्थित एक थिंक टैंक ने दावा किया है कि रविवार को एक अमेरिकी फाइटर जेट ने शंघाई के करीब उड़ान भरी। यह फाइटर जेट चीन की इस कमर्शियल सिटी से महज 100 किलोमीटर दूर था। चीन के विदेश या रक्षा मंत्रालय ने अब तक आधिकारिक तौर पर प्रतिक्रिया नहीं दी।


जैसे को तैसा
चीन अकसर दक्षिण चीन सागर में ताइवान, फिलीपींस और मलेशिया जैसे छोटे देशों को फाइटर जेट्स उड़ाकर धमकाता आया है। अब अमेरिका ने उसे उसकी ही भाषा में जवाब दिया है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने बीजिंग के स्ट्रैटेजिक सिचुएशन प्रोबिंग इनिशिएटिव (एससीएसपीआई) थिंक टैंक की रिपोर्ट पब्लिश की है। यह थिंक टैंक सीधे तौर पर चीनी फौज से भी जुड़ा है और उसे रणनीति बनाने में मदद करता है।


किस तरह के थे अमेरिका फाइटर जेट्स
रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी नेवी के पी-8ए और ईपी-3ई एयरक्राफ्ट्स ने साउथ चाइना सी में उड़ान भरते हुए चीन के झेजियांग और फुजियान तक उड़ान भरी। इसके बाद पी-8ए वापस लौटा और फिर यह शंघाई से 100 किलोमीटर दूर तक उड़ान भरता रहा। इस फाइटर जेट की सबसे खास बात यह है कि यह किसी भी सबमरीन को चंद सेकंड में न सिर्फ खोज निकालता है बल्कि पलक झपकते ही उसे अपनी मिसाइलों से तबाह कर देता है।


नीचे वॉरशिप ऊपर फाइटर जेट
दक्षिण चीन सागर में अमेरिका कितनी तेजी से आक्रामक रुख अपना रहा है, उसकी जानकारी इसी थिंक टैंक ने दी है। इसके मुताबिक, जब अमेरिकी नेवी के फाइटर जेट्स उड़ान भर रहे थे। उसी वक्त साउथ चाइना सी के संवेदनशील हिस्से में अमेरिकी वॉरशिप भी ड्रिल कर रहे थे। फाइटर जेट्स कई बार इन वॉरशिप्स के ठीक ऊपर नजर आए। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन के वॉरशिप अब दक्षिणी चीन के किसी भी पोर्ट या शहर को निशाना बनाने की तैयारी कर रहे हैं। खास बात ये है कि चीन ने अब तक इस पर कुछ नहीं कहा है।


तनाव कम होने की उम्मीद नहीं
अमेरिका ने ताइवान और फिलीपींस से कुछ दिनों पहले ही साफ कह दिया था कि वे चीन की ताकत के आगे खुद को कमजोर महसूस न करें। अमेरिकी नेवी कमांडर इन दोनों देशों की सेनाओं से लगातार बातचीत कर रहे हैं। 2017 से अब तक अमेरिका और चीन की नेवी कई बार आमने-सामने आ चुकी हैं। हालांकि, अब तक सीधा टकराव नहीं हुआ। अब ऑस्ट्रेलिया भी चीन को चुनौती देने के लिए सामने आ गया है। इस क्षेत्र में अब चीन अकेला पड़ गया है।


रायपुरः 6 अगस्त तक लॉकडाउन बढ़ाया

रायपुर। जिला प्रशासन ने छह अगस्त की रात्रि 12 बजे तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है। त्योहारों के मद्देनजर 29 और 30 जुलाई को खाने-पीने की चीजें और किराना दुकान खोलने की अनुमति है। दो दिन चिल्हर और थोक दोनों ही दुकानें खुलेंगी। इस दौरान किराना दुकानों से ही तीन अगस्त को आने वाले रक्षाबंधन के लिए बहनें राखी खरीद सकेंगी। किराना दुकानों से त्योहारों से संबंधित सामाग्रियां भी खरीद सकेंगे। इस दौरान लोगों को फेस मॉस्क के उपयोग और फिजिकल डिस्टेसिंग का पालन करने के लिए कहा गया है। इस दौरान पहले की तरह ही निजी और सरकारी राशन दुकानें, किराना दुकान समेत कई सुविधाएं लोगों को नहीं मिलेगी। रायपुर के बिरगांव और रायपुर नगर निगम की सीमाएं सील रहेंगी। इस दौरान सिर्फ वाणिज्यिक परिवहन की अनुमति दी गई है। रात में भी प्रतिबंध लागू रहेगा। जरूरी सेवाओं के लिए ही छूट मिलेगी।
ऑनलाइन ले सकेंगे मिठाई: मिठाई ऑनलाइन खरीद सकेंगे। इसके अलावा दवा, चिकित्सा उपकरण सहित आवश्यक वस्तुओं के ई-कामर्स आपूर्ति की छूट दी
गई है।
फल-सब्जी पहले की तरह ही 10 बजे तक मिलेगा : सब्जी, फल, अंडा, ब्रेड सुबह छह से सुबह 10 बजे तक ले सकेंगे। दूध सुबह छह बजे से 9:30 बजे तक और शाम पांच बजे से सात बजे तक मिलेगा। मेडिकल दुकानें पहले की तरह ही खुलेंगे। पेट्रोल पंप और गैस एजेंसी की सुविधा सुबह छह से दोपहर तीन बजे तक मिलेगी। अखबार वितरकों के लिए सुबह छह से 9:30 बजे तक अनुमति रहेगी।
केंद्रीय कार्यालय भी रहेंगे बंद: इस बार केंद्रीय कार्यालय भी बंद रहेंगे। सभी सरकारी, अद्र्ध सरकारी और निजी दफ्तरों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं। इस दौरान आवश्यकता पडऩे पर कर्मचारी घर से ही काम करेंगे।
ये सब बंद रहेंगे : मॉल्स, कपड़ा दुकानें समेत तमाम अन्य दुकानें, शराब दुकानें, होटल-रेस्टोरेंट, साप्ताहिक हाट बाजार बंद रहेंगे। जबकि बैंकों को सीमित कर्मचारियों के साथ दोपहर तीन बजे तक काम करने की अनुमति मिलेगी। इसके अलावा में शहर में निजी बसें, टैक्सी, ऑटो-रिक्शा, ई-रिक्शा, रिक्शा बंद कर दिए गए हैं। केवल इमरजेंसी मेडिकल सेवा वाले वाहनों को ही आने-जाने की अनुमति रहेगी। मंदिर, मस्जिद , गुरुद्वारे और चर्च बंद होंगे। सभी तरह के धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन स्थल आम जनता के लिए पूर्णत: बंद रहेंगे।
बने रहेंगे कंटेनमेंट जोन
रायपुर नगर निगम और बिरगांव नगर पालिका को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जा चुका है। लॉकडाउन की अवधि छह अगस्त की रात्रि 12 बजे तक बढ़ा दिया गया है। लोग कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए नियमों का पालन करें।           


कोरोनाः देश में पांच लाख सक्रिय मामले

आकांक्षा उपाध्याय


नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। देश में कुल संक्रमितों की संख्या 15 लाख के करीब पहुंच गई है। वहीं मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे में 47 हजार 704 नए मरीज सामने आए हैं। वहीं 654 लोगों की मौत हुई है। ये मौत की संख्या आज दुनिया में सबसे ज्यादा है। अमेरिका और ब्राजील में भी आज भारत से कम मौतें हुई हैं। अमेरिका और ब्राजील में पिछले 24 घंटे में क्रमश: 577 और 627 मौतें हुई हैं।


स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत में अबतक 14 लाख 83 हजार 157 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 33,425 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 9 लाख 52 हजार 743 ठीक भी हुए हैं। चार लाख 96 हजार लोगों का अस्पताल में इलाज जारी है। देश में अभी 33.80% एक्टिव केस हैं, 63.92% इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं और 2.28% लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।


कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया का तीसरा सबसे प्रभावित देश है। अमेरिका, ब्राजील के बाद कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित भारत है। लेकिन अगर प्रति 10 लाख आबादी पर संक्रमित मामलों और मृत्युदर की बात करें तो अन्य देशों की तुलना में भारत की स्थिति बहुत बेहतर है। भारत से अधिक मामले अमेरिका (4,432,549), ब्राजील (2,443,480) में हैं। देश में कोरोना मामले बढ़ने की रफ्तार भी दुनिया में दूसरे नंबर पर बनी हुई है।


आंकड़ों के मुताबिक, देश में इस वक्त करीब 5 लाख कोरोना के एक्टिव केस हैं। सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं। महाराष्ट्र में एक लाख 40 हजार से ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इसके बाद दूसरे नंबर पर तमिलनाडु, तीसरे नंबर पर दिल्ली, चौथे नंबर पर गुजरात और पांचवे नंबर पर पश्चिम बंगाल है। इन पांच राज्यों में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं। एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का तीसरा स्थान है। यानी कि भारत ऐसा तीसरा देश है, जहां फिलहाल सबसे ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है।


25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...