गुरुवार, 2 जुलाई 2020

एक पौधा रोपण हम सबका संकल्प

"वृक्षारोपण एक पौधा एक संकल्प हम सबका "
अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। भारतीय जनता पार्टी की लोनी नगरपालिका अध्यक्ष रंजीता धामा ने खन्ना नगर पार्क मे पौधे लगाते हुये पौधारोपण पखवाडे की शुरूआत की । 
इस अवसर पर जानकारी देते हुये लोनी नगर पालिका अध्यक्ष रंजीता धामा ने बताया कि प्रदेश सरकार के दूारा प्रदेश भर मे वृक्षारोपण पखवाडा शुरू किया जा रहा है जोकि 1जुलाई से 6 जुलाई तक चलेगा इसके अन्दर कई करोड़ पौधे लगाने का संकल्प लिया गया है। जिसके अन्तर्गत लोनी नगरपालिका को 8 हजार पौधे लगाने के निर्देश दिये गये हैं। उसी कडी मे 4हजार पौधों की पहली खेप वन विभाग दूारा लोनी नगरपालिका को मिल चुकी है जल्द ही बाकी पौधे भी मिल जायेंगे, उसी कडी मे कल भी पौधे लगाये गये हैं एवं आज भी एक बडे स्तर पर पौधे लोनी क्षेत्र मे लगाये जा रहे हैं।
 हम सभी को चाहिये कि "एक पौधा एक संकल्प " के साथ हर व्यक्ति को एक पौधा लगाना चाहिए जिससे कि पर्यावरण की सुरक्षा होती रहे । आज मेरे दूारा नीम, पिलखन, जामुन आदि के पौधे लगाये गये हैं । 
लोनी नगरपालिका अध्यक्ष ने कहा कि जूलाई एवं अगस्त जो कि मानसून का महीना होता है इस मौसम मे लगाये गये पौधों की वृद्धि अच्छे से होती है बारिश के पानी से उनकी सिंचाई हो जाती है जिससे पौधे सुरक्षित रहते हैं एवं प्राकृतिक रूप से भी ये समय पौधारोपण के लिये मुफीद होता है। ये दोनो महीने हमारे देश मे मानसून के होते हैं जिसमे अच्छी बारिश होती है।
इस अवसर पर अधिशासी अधिकारी शालिनी गुप्ता भी उपस्थित रही। उन्होंने बताया कि हम लोग नगरपालिका को दी गयी जिम्मेदारी को पूर्ण रूप से निभायेंगे तथा अधिकतम पौधे लगायेंगे। हम लोग अपनी जिम्मेदारी को लेकर सजग है सरकार के दूारा दिये गये कार्य हमारी प्राथमिकता मे हैं ,जल्द ही लोनी मे सभी श्मशान घाट, कब्रिस्तान, पार्क आदि जगह पर जंहा पौधे सुरक्षित रहे तथा उनका संवर्धन हो वंहा पर अभियान चलाकर पौधे लगाये जायेंगे। 
इस अवसर पर लोनी नगरपालिका की अधिशासी अधिकारी शालिनी गुप्ता,सभासद इसरार बेग, प्रणव बाबू, भण्डारी बाबू, देवेश कुमार,बबलू पहलवान, दीपक ,सुरैन्द्र कुमार, अमित सिंह, सहित सैकड़ों की संख्या मे कालोनी के सम्मानित लोग उपस्थित रहे ।            


बिहारः आकाशीय बिजली से 14 की मौत

पटना। बिहार में गुरुवार को आकाशीय बिजली गिरने से अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है । आपदा प्रबंधन विभाग ने भी वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। मधेपुरा जिला के सदर प्रखंड मुरलीगंज कुमारखंड में बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है। इसके साथ ही लोगों से अपने घरों में रहने की भी अपील की गई है । वही, समस्तीपुर में आकाशीय बिजली गिरने से अलग-अलग जगहों पर 5 लोगों की मौत हुई है।


जानकारी के मुताबिक गुरुवार को बिहार के समस्तीपुर जिले में आकाशीय बिजली गिरने से अलग-अलग जगहों पर 5 लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि समस्तीपुर के रोसड़ा में तीन, पूसा के मोरसंड में एक, भुईधारा में भी एक व्यक्ति की मौत हुई है. समस्तीपुर में आकाशीय बिजली से जिन पांच लोगों की मौत हुई है उनमें दो बच्चे भी शामिल हैं।               


हरियाणा में 14,943 सक्रिय संक्रमित

चंडीगढ़।  हरियाणा में कोरोना संक्रमण के आज सायं तक 393 नये मामले आने के बाद राज्य में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 14943 पहुंच गई है। वहीं इनमें से 240 लोगों की मौत हो चुकी है और 10499 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में कोरोना के सक्रिय मामले अब 4202 हैं।


राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के कोरोना की स्थिति को लेकर यहां जारी बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। राज्य में काेरोना संक्रमण पॉजिटिव दर 5.65 प्रतिशत, रिकवरी दर 70.27 प्रतिशत जबकि मृत्यु दर 1.61 प्रतिशत है। राज्य के सभी 22 जिले इस समय कोरोना की चपेट में हैं। राज्य के गुरूग्राम जिले में कोरोना के अब तक सबसे ज्यादा मामले आये हैं। इसके अलावा फरीदाबाद, सोनीपत, रोहतक, अम्बाला, पलवल और करनाल में जिलों में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। गुरूग्राम में आज कोरोना के 116, फरीदाबाद 165, भिवानी 26, रोहतक 22, करनाल 14, पलवल 10, अम्बाला नौ, नूंह आठ, पानीपत छह, महेंद्रगढ़ पांच, कुरूक्षेत्र और फतेहाबाद चार-चार, यमुनानगर दो, झज्जर और कैथल में एक-एक मामला आया।


राज्य के सोनीपत, हिसार, रेवाड़ी, पंचकूला, जींद, सिरसा और चरखी दादरी जिलों में कोरोना का आज कोई नया मामला नहीं आया। राज्य में अब तक 105344 कोरोना संदिग्धों को निगरानी में रखा गया है जिनमें से 59314 लोगों ने क्वारंटीन अवधि पूरी कर ली है तथा शेष 46030 निगरानी में हैं। राज्य में अब तक 269726 कोरोना संदिग्धों के नमूने जांच के लिये भेजे गये हैं जिनमें से 249453 नेगेटिव तथा 14 इतालवी नागरिकों समेत 14941 पॉजिटिव पाये गये हैं जिनमें 10123 पुरूष, 4816 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर है। 5332 सैम्पल की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। कुल 14941 पॉजिटिव मरीजों में से 10499 को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। इस तरह राज्य में कोरोना के सक्रिय मामले अब 4202 हैं।


राज्य में कुल कोरोना संक्रमितों और ठीक हुये मरीजों की संख्या गुरूग्राम में 5463(4079), फरीदाबाद 3898(2581), सोनीपत 1208(817), रोहतक 595(533), अम्बाला 328(293), पलवल 328(237), भिवानी 441(177), करनाल 325(211), हिसार 232(161), महेंद्रगढ़ 266(181), झज्जर 262(186), रेवाड़ी 296(96), नूंह 200(162), पानीपत 200(120), कुरूक्षेत्र 129(103), फतेहाबाद 119(90), पंचकूला 112(91), जींद 109(75), सिरसा 108(86), यमुनानगर 103(86), कैथल 106(54) और चरखी दादरी में 78(45) हो गई है। राज्य में कोरोना ने अब तक 240 लोगों की जान ले ली है जिनमें 178 पुरूष और 62 महिलायें हैं। गुरूग्राम में 92, फरीदाबाद में 80, सोनीपत 18, रोहतक और पानीपत सात-सात, करनाल और हिसार छह-छह, रेवाड़ी पांच, जींद और झज्जर चार-चार, अम्बाला, पलवल और भिवानी तीन-तीन तथा महेंद्रगढ़ और चरखी दादरी में एक-एक मौत होने की बुलेटिन में पुष्टि की गई है।                महावीर जैन


ससुराल में पेड़ पर लटकी मिली लाश

ससुराल आये व्यक्ति की बबूल के पेड़ से संदिग्ध परिस्थितियों में लटकती हुई मिली लाश


अझुवा कौशाम्बी। सैनी कोतवाली क्षेत्र के कनवार ग्राम सभा के मजरे बगहा में सियाराम पुत्र बुधई रैदास उम्र 24 वर्ष ने बबूल के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली ।


जानकारी के अनुसार फतेहपुर जिले के खागा कोतवाली  गांव छीमी  के मजरे बरइन का पुरवा निवासी सियाराम अपनी ससुराल बगहा 27जून को  रिश्ते की साली की शादी में शामिल होने आया था उसकी साली की शादी 29 जून को थी बीती रात पति पत्नी में किसी बात को लेकर विवाद हुआ था जिससे आहत होकर सियाराम ने बबूल की बाग में दुपट्टे के सहारे पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर लिया सुबह परिजनों को जानकारी मिलने पर कोहराम मच गया ! मृतक के पिता बुधई के मुताबिक छीमी और बगहा नजदीक होने के कारण बगहा के ही कुछ बड़े खेतिहर लोगों के खेत बंटाई पर लेकर परिवार का पालन पोषण कर रहे थे अचानक पता नही क्या हो गया कि उसके पुत्र ने आत्मघाती कदम उठा लिया। अभी उसकी शादी हुए डेढ़  वर्ष ही हुआ है! वहीं बगहा में ही कुछ लोग तरह तरह की बातें करते हुए काना फुसी हो रही थी। इस संबंध में चौकी प्रभारी अझुवा विजय कुशवाहा ने कहा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।


अझुवा कौशाम्बी। ससुराल आये सियाराम की मौत ने फिर लोगो के जेहन में पुरानी यादें ताजा कर दी है मृतक सियाराम पत्नी के पिता केशनाथ की भी मृत्यु उसके साढू के यहां संदिग्ध परिस्थितियों हुई थी उस समय भी केशनाथ की मौत पर तमाम अफवाहें फैली थी बारह वर्ष बीत जाने के बाद भी केशनाथ की मौत का राज नही खुल सका है।


सन्तलाल मौर्य 


अल्पसंख्यकों की आवाज नहीं दबने देंगे

योगी सरकार को अल्पसंख्यकों कि आवाज़ नहीं दबाने देंगे: हंजला उस्मानी


कौशाम्बी। अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश चेयरमैन शहनवाज आलम कि गिरफ्तारी और उसके विरोध में सड़क पर उतरे प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू और नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग ने चायल तहसील में जिला चेयरमैन तमजीद अहमद की अगुवाई में आज धरना प्रदर्शन किया।


धरने में शामिल राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर हनजला उस्मानी ने कहा कि जिस तरह से अल्पसंख्यकों कि आवाज़ दबाने का प्रयास सरकार द्वारा किया जा रहा है और प्रदेश चेयरमैन को फर्जी मुकदमे में गिरफ्तार किया है, कांग्रेस पार्टी  अल्पसंख्यकों की आवाज़ दबने नहीं देगी, 


जिलाध्यक्ष अरुण विद्यार्थी ने कहा पूरी कांग्रेस पार्टी अल्पसंख्यकों के साथ खड़ी है और खड़ी रहेगी, पूर्व जिला अध्यक्ष तलत अज़ीम ने कहा जिस तरह से पिछले कुछ दिनों में अल्पसंख्यक वर्ग के साथ इस सरकार में सोषण हो रहा है वह सरकार कि मंशा को कटघरे में खड़ी करती है। जिला चेयरमैन अल्पसंख्यक विभाग तमजीद अहमद ने कहा कि फर्जी मुकदमे और शोषण अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सरकार को भरपूर जवाब दिया जाएगा


इस मौके पर वरिष्ठ नेता शाहिद सिद्दीकी, अमिता सिंह, मनोज पटेल,देवेश श्रीवास्तव,कौशालेश द्विवेदी,नदीम अहमद, सरवर आलम, खालिद जाफरी, फरमान,मकसूद कुरैशी,विनोद चौधरी, असगर मदनी, विपिन दीवाकर, अलकाब सिद्दीकी, नुरूत जमा, इरशाद अहमद,शकील अहमद, शूखलाल यादव, सुधाकर त्रिपाठी, मो सफीक, सलमान, शंभू कुशवाहा, नाजिम, जमीरुल इस्लाम, आकिब, राजेन्द्र, अलफैज, नूरानी, इजहार अब्बास, भरत,सहित सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस के लोग शामिल रहे।


रामप्रसाद गुप्ता


जम्मू-कश्मीर में 5 और संक्रमितो की मौत

मनोज सिंह ठाकुर


श्रीनगर। केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से पांच और मरीजों की मौत होने के बाद मृतकों की संख्या बढ़ कर 109 पर पहुंच गयी है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रदेश में गुरुवार को कोरोना संक्रमण से पांच और मरीजों की मौत हो गई। इन पांच मरीजों की मौत के साथ ही प्रदेश में पिछले 28 दिनों में कोरोना संक्रमण के कारण 73 लोगों की जान चली गयी है और गत 44 दिनों में 94 लोगों की मौत हो गयी जबकि कोविड-19 मामलों की संख्या बढ़ कर 7500 के पार पहुंच गयी।


सूत्रों ने बताया कि कुलगाम के यारीपोरा निवासी 55 वर्षीय एक व्यक्ति को टाइप-2 मधुमेह और उच्च रक्तचात के साथ मस्तिष्क की बीमारी के कारण 22 जून को एस के इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एसकेआईएमएस) में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बताया कि मरीज का कोविड-19 का परीक्षण पॉजिटिव आया था और कल देर रात उनकी मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि बारामूला जिले के सोपोर निवासी 65 वर्षीय बजुर्ग को मधुमेह टाइप-2 और उच्च रक्तचाप के साथ निमोनिया होने पर पिछले महीने एसकेआईएमएस में भर्ती कराया गया था। मरीज का कोरोना परीक्षण पॉजिटिव आया था और आज तड़के करीब तीन बजे दिल का दौरा पडऩे से उसकी मौत हो गयी।


इसके अलावा कुपवाड़ा के कांडी निवासी एक 50 वर्षीय महिला को 30 जून को कार्सिनोमा और एनीमिया से पीडि़त होने पर एसकेआईएमएस में भर्ती कराया गया था। मरीज पेरिटोनियल बायोप्सी और पोस्टऑपरेटिव सेप्सिस से पीडि़त थीं और उनका कोरोना परीक्षण भी पॉजिटिव आया था। मरीज की बुधवार शाम को दिल का दौरा पडऩे से मौत हो गयी।      


चारधाम यात्रा, श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

चारधाम यात्रा शुरू; पहले दिन ई-पास के जरिए 422 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन   


हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। चारधाम यात्रा में बुधवार से श्रद्धालुओं की आवाजाही शुरू हो गई है। पहले दिन चारधामों में 422 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। इसमें सबसे ज्यादा केदारनाथ में 165 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। बदरीनाथ में 154, गंगोत्री में 55, जबकि यमुनोत्री में सबसे कम 48 श्रद्धालुओं ने माथा टेका। देवस्थानम बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन ने बताया कि पहले दिन चारधामों के लिए 422 लोगों को ई-पास जारी किए गए। आने वाले समय में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी। इसलिए कोविड-19 से बचने के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। देवस्थानम बोर्ड की ओर से चारोंधामों में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए थर्मल स्क्रीनिंग, सोशल डिस्टेंसिंग के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।


पाकिस्तान में 50 करोड़ का कृष्ण मंदिर

 















पकिस्तान में 50 करोड़ की लागत से बनेगा कृष्णा मंदिर, इमरान ख़ान ने प्रथम चरण में किया 10 करोड़ देने का एलान।


नई दिल्ली/इस्लामाबाद। पाकिस्तान में रह रहें लगभग 80 लाख हिंदू अल्पसंख्यकों में तब खुशी की लहर दौड़ गई जब पाक सरकार ने 20 हज़ार स्क्वायर फ़ीट ज़मीन और 10 करोड़ रूपये मंदिर बनााने के लिए दिये जाने का एलान किया। हिंदूओं की ये मांग कई वर्षों से जारी थी। 
पाक समामार सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में पहली बार किसी हिंदू मंदिर निर्माण हेतु पाक सरकार ने 20 हज़ार स्क्वायर फ़ीट ज़मीन और 10 करोड़ रूपये दिये जाने का एलान किया है। राजधानी इस्लामाबाद में हिंदूओं की संख्या लगभग 3000 बताई जाती है। कुछ दिनों पहले ही इस्लामाबाद कैपिटल डेवलपमेंट अथॉरिटी ने मंदिर के लिए ज़मीन दी है। मंदिर निर्माण और निगरानी के लिए के लिए संसदीय सचिव लाल चंद माल्ही को नियुक्त किया गया था। पाकिस्तान सरकार ने यह ज़मीन इस्लामाबाद की हिंदू पंचायत को सौंपते हुए मंदिर निर्माण के प्रथम चरण में 10 करोड़ रुपये देने की घोषणा भी की है। मंदिर निर्माण के मामले में लाल चंद माल्ही का कहना है कि सरकार के एलान के बाद हिंदू समुदाय के दिए चंदे से कृष्ण मंदिर की चारदीवारी बनाई जाने लगी थी क्योंकि सरकार द्वारा ऐलान की गई राशि अभी मिलनी बाकी है। यह जानकारी 23 जून को दोपहर में माल्ही ने ट्वीट के जरीए साझा की। 


समाचार सूत्रों के अनुसार माल्ही ने यह भी कहा कि हिंदू पंचायत इस ज़मीन पर विशाल परिसर बनाना चाहती है जिसमें मंदिर, श्मशान, लंगरखाना, सामुदायिक भवन और रहने के लिए धर्मशाला होगी। शुरुआती अनुमान के अनुसार मंदिर निर्माण में कम से कम 50 करोड़ रुपये का ख़र्च होने की संभावना है। इसके पीछे हमारा मक़सद अंतरधार्मिक सद्भाव बढ़ाना और क़ायदे आज़म मुहम्मद अली जिन्ना के सपनों का समावेशी पाकिस्तान बनाना है।
हांलाकि पाकिस्तान में मज़हबी शिक्षा देने वाली संस्था जामिया अशर्फ़िया मदरसा के एक मुफ़्ती ने इसके ख़िलाफ़ फ़तवा जारी किया है और मंदिर का निर्माण रोकने के लिए मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। मंदिर निर्माण के ख़िलाफ़ फ़तवा जारी करने वाली संस्था लाहौर की देवबंदी इस्लामिक संस्था है। सूत्रों के अनुसार इस फ़तवे में मुहम्मद ज़कारिया ने कहा है कि इस्लाम में अल्पसंख्यकों के धर्मस्थलों की देखभाल करना और उन्हें चलाना तो ठीक है लेकिन नए मंदिरों और नए धर्मस्थलों के निर्माण की इजाज़त इस्लाम में नहीं है। राजधानी इस्लामाबाद में नए मंदिर का निर्माण न सिर्फ़ इस्लामी भावना के ख़िलाफ़ है बल्कि पैगंबर मोहम्मद के बनाए मदीना शहर का भी अपमान है।


ज़कारिया ने अपने फ़तवे में कहा है कि उन्होंने लोगों के सवालों के बाद ये फ़तवा जारी किया है। कहा कि हम कुरान और सुन्ना के ज़रिए लोगों का मार्गदर्शन करने की कोशिश करते हैं। हम अपने मन से कुछ भी नहीं बोलते। मेरी समझ है कि एक इस्लामी देश में नए मंदिर या अन्य धर्मस्थल बनाना ग़ैर-इस्लामी है। हम सरकार को सिर्फ़ धर्म के आधार पर उसे समझाने की कोशिश कर सकते हैं और हमने अपना काम कर दिया है।
वहीं दुसरी ओर इस्लामाबाद के एक वकील ने कृष्ण मंदिर निर्माण रुकवाने के लिए हाईकोर्ट में आपत्ति दर्ज की है। 
हालांकि इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने याचिका पर मंदिर निर्माण पर स्टे देने से मना कर दिया है। अदालत ने कहा है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को भी धार्मिक आज़ादी का उतना ही अधिकार है जितना कि बहुसंख्यकों को। वहीं अदालत ने कैपिटल डेवलपमेंट अथॉरिटी के अध्यक्ष और अन्य सम्बन्धित अधिकारियों को नोटिस भी भेजा है और कहा है कि याचिकाकर्ता वकील के सवालों का जवाब देकर यह स्पष्ट किया जाए कि मंदिर बनाने में नियमों का उल्लंघन नहीं हो रहा है। वहीं दुसरी ओर पाक प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने अपना रूख स्पष्ट करते हुए 26 फरवरी 2020 को अपने ट्वीट में कहा था कि मैं लोगों को चेताना चाहता हूं कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों या उनके धर्मस्थलों को निशाना बनाने वालों से सख़्ती से निबटा जाएगा। हमारे अल्पसंख्यक इस देश में बराबरी के नागरिक हैं।



 

 



 



 















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50 हजार से कम कीमत की बाइक्स

 















कविता गर्ग


नई दिल्ली। कोरोना वायरस के इस संकट भरे समय में सुरक्षा के लिहाज से लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट की जगह निजी वाहनों से ही चलना ज्यादा बढ़िया समझ रहे हैं। इसे देखते हुए टू-व्हीलर कंपनियों ने भी कम कीमत की बाइक्स बाजार में उतारी हैं, ताकि कम बजट वाले लोग भी बाइक खरीद सकें। अब ज्यादातर टू-व्हीलर कंपनियों ने अपनी बाइक्स के सभी मॉडल् को BS6 कम्प्लायंट बना दिया है। इससे इनकी कीमतें बढ़ी हैं, लेकिन अभी भी कुछ मॉडल्स ऐसे हैं, जो आम आदमी के बजट में आ सकते हैं। मार्केट में 50 हजार रुपए से कम की कीमत की कई बाइक एवेलेबल है। इनमें हीरो मोटोकॉर्प और बजाज के 4 मॉडल मौजूद हैं।


हीरो एचएफ डीलक्स BSVI
इस बााइक की एक्स शोरूम कीमत 46,800 रुपए से लेकर 58 हजार रुपए तक है। इसमें 97.2cc एयरकूल्ड सिंगल सिलिंडर इंजन है। यह 7.94hp पावर और 8.05Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। इसमें 4 स्पीड गियरबॉक्स दिया गया है।


बजाज CT 100
यह बाइक दो वेरियंट में एवेलेबल है। एक ES ALLOY और  दूसरा KS ALLOY।  केएस अलॉय वेरियंट की कीमत 42,790 रुपए है, वहीं ईएस अलॉय वेरियंट की कीमत 50,470 रुपए है। इन बाइक्स में 102cc,4 स्ट्रोक, सिंगल सिलिंडर इंजन है। यह 8.6hp पावर और 9.8Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसमें 4 स्पीड गियरबॉक्स है।


बजाज प्लाटिना
बजाज PLATINA 100 बाइक केएस अलॉय और ईएस अलॉय, दो वेरियंट में आती है। केएस अलॉय वेरियंट की कीमत 49261 रुपए है, वहीं ईएस अलॉय वेरियंट की कीमत 55546 रुपए है। प्लाटिना 100 में 102cc, 4 स्ट्रोक सिंगल सिलिंडर इंजन है। यह 7.9hp पावर और 8.34Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसमें 4 स्पीड गियरबॉक्स है। इस बाइक की अधिकतम स्पीड 90 kmph है।



 

 



 



 















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चीन के साथ भारत को तगड़ा झटका








































कविता गर्ग

नई दिल्ली। भारत ने चीन को तगड़ा जवाब देते हुए डिजिटल स्ट्राइक की है। चीन के 59 एप्प को भारत में बैन कर दिया है। हम आपको टॉप 5 एप बता रहे हैं जिनके जरिए लोगों को पहचान मिली है, जो लोगों के कमाई का जिरिया है। आइये जानते हैं कौन से हैं वो 5 ऐप
1- टिकटॉक 
टिकटॉक भारत में लाखों लोगों के कमाई का जरिया बन चुका है। भारत में 11 करोड़ 9 लाख लोग टिकटॉक का इस्तेमाल करते हैं। बहुत से लोगों को टिक टॉक से पहचान मिली है।
2- लाइकी 
भारत में लाइकी के कुल 11.5 करोड़ यूजर हैं। ये ऐप टॉप-7 ऐप्स में से है, जिसे लोग खूब पसंद करते हैं।
3- यूसी ब्राउजर 
चीन को छोड़ दें तो दुनिया में यूसी ब्राउज के करीब 1.1 अरब यूजर हैं। जिसमें से भारत में करीब 50 करोड़ यूजर्स यूसी ब्राउजर को इस्तेमाल करते हैं।
4- MI ऐप 
श्याओमी भारत में नंबर-1 पर है। श्याओमी ने एक चौथाई से भी अधिक बाजार पर कब्जा किया हुआ है। शाओमी यूजर्स अब मी कम्युनिटी और मी विडियो कॉल-शाओमी जैसे ऐप्स का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
5- हेलो 
भारत में हेलो ऐप के करीब 5 करोड़ मंथली एक्टिव यूजर्स हैं। चीन का ये ऐप भारत के शेयरचैट ऐप को टक्कर देता है। इसके बैन होने से शेयरचैट को लोगों का अटेंशन मिलेगा।

 

 



 



 















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मोदी की बड़ी दाढ़ी के अलग मायनेंं






अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दाढ़ी की चर्चा देशभर में हो रही है | एक समय उनकी दाढ़ी बड़ी सलीके से बनी नज़र आती थी | लगता था दाढ़ी बनाने वाले ने बड़े संजीदा हो कर उसे सेट किया है | ट्रिमिंग ऐसी की पीएम की दाढ़ी देखते ही बनती थी | लोगों को उनका यह लुक जबरदस्त नज़र आता था | मार्च के आखरी हफ्ते में जब वे जनता कर्फ्यू और फिर लॉकडाउन की घोषणा करने के लिए टीवी पर नजर आए तो उनकी दाढ़ी करीने से कटी हुई थी | लेकिन इस घटना के बाद जब भी नज़र आये तो उनके चेहरे का अंदाज कुछ बदला हुआ नज़र आ रहा है | उनकी दाढ़ी काफी बढ़ी हुई है, ऐसा लग रहा है जैसे कि उन्होंने कई दिनों से अपनी दाढ़ी नहीं कटवाई है | लिहाजा राजनैतिक गलियारों से लेकर आम लोगों के बीच प्रधानमंत्री की लंबी दाढ़ी को लेकर माथापच्ची शुरू हो गई है |


कई लोगों का मानना है कि नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन -1 के दौरान से ही अपनी दाढ़ी नहीं कटवाई है | कुछ लोगों का मानना है कि दाढ़ी नहीं कटवाने के पीछे यही लग रहा है कि वे आम जनता को कोई संदेश देना चाहते है | इसी लिए उन्होंने अपनी दाढ़ी नहीं कटवाने पर जोर दिया है | ऐसे लोगों की दलील है कि लॉकडाउन के दौरान सरकार ने उन्ही की मंशानुरूप नाई की दुकानों, सैलून और पार्लर को लेकर कड़ाई बरती थी | इस दौरान देश के कई हिस्सों से यह खबर आई थी कि नाई की दुकान में हज़ामत बनाने गए कई लोग कोरोना संक्रमित पाए गए | लिहाजा पीएम मोदी ने इसकी संवेदनशीलता समझते हुए खुद भी दाढ़ी नहीं बनवाई | ताकि लोग स्वयं अंदाजा लगा सके कि जब पीएम मोदी खुद दाढ़ी के लंबे बालों से परहेज नहीं कर रहे है, तो वे किस खेत की मूली है | उधर कुछ लोगों की राय है कि राष्ट्र व्यापी लॉकडाउन का पालन आपके चेहरे पर भी दिखाई दे, इसके चलते उन्होंने दाढ़ी को जस का तस बढ़ने दिया | इन लोगों के मुताबिक पीएम की लंबी दाढ़ी से साफ़ संकेत है, इससे दाहिर होता है कि प्रधानमंत्री ने भी लंबे समय से अपने हेयर ड्रेसर से दूरियां बनाई हुई है | उनके मुताबिक हेयर ड्रेसर से दूरियां बनाने का कारण ये नहीं है कि पीएम नरेंद्र मोदी के आधिकारिक निवास 7, लोक कल्याण मार्ग में हेयर ड्रेसर या नाई की लॉकडाउन के दौरान छुट्टी कर दी गई थी | उसकी उपलब्धता के बावजूद पीएम ने दाढ़ी कटवाने में कोई रूचि नहीं दिखाई | कुछ लोगों का यह भी मानना है कि कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी व्यस्त नज़र आ रहे है | वे दिन रात बैठकों में शामिल हो रहे है | जिस महामारी के संक्रमण से देश गुजर रहा है, उसके मद्देनज़र वे अपना पूरा समय इसकी रोकथाम और अन्य दूसरी गतिविधियों को संचालित करने में बिता रहे है | इस दौरान प्रधानमंत्री के रूप में उनके लिए लगातार वर्चुअल मीटिंग करना और अधिकारियों से मिलना दाढ़ी बनवाने में समय बिताने से ज्यादा आवश्यक है | वे दाढ़ी बनवाने में लगने वाले समय का भी सदुपयोग कर रहे है | शायद इसी वजह से वो कई दिनों से अपने हेयर ड्रेसर से नहीं मिले हैं |


फ़िलहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लंबी और सफेद दाढ़ी वाला चेहरा भी लोकप्रिय नज़र आने लगा है | लोगों ने इस चेहरे को जबरदस्त रिस्पॉन्स दिया है | नौजवानों से लेकर बड़े बूढ़े तक उसी तर्ज पर अपनी दाढ़ी बड़ा रहे है | उन्होंने ने भी नाई और सैलून, पार्लर वालों से दूरियां बना ली है | दिलचस्प बात यह है कि जो लोग अपनी सफ़ेद दाढ़ी की रंगाई पुताई कर उसे काला या अन्य रंगों में रंगने में रूचि दिखते थे उन्होंने जब उसे कलर करवाना बंद कर दिया है | ताकि मोदी की तर्ज पर सफ़ेद दाढ़ी रख वे उन्हें अपना समर्थन दे सके | मोदी दाढ़ी भी अब देश में फैशन बनते जा रहा है | अनलॉक के दौरान जब नाई की दुकाने, सैलून और पार्लर खुले तो कई ग्राहकों ने मोदी स्टाइल में दाढ़ी का शेप बनाने पर जोर दिया |



 

 



 



एमपी में 28 मंत्रियों को दिलाई शपथ








































भौपाल। सत्ता में आने के करीब 100 दिन बाद आज गुरुवार को शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार (Shivraj Cabinet Expansion) हो गया है। एमपी की प्रभारी राज्यपाल आनंदी बेन पटेल (In-charge Governor Anandi Ben Patel) सिंधिया समर्थकों और भाजपा नेताओं को मंत्रीपद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है। सबसे भाजपा के वरिष्ठ विधायक  गोपाल भार्गव ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली और फिर विजय शाह, जगदीश देवड़ा, बिसाहूलाल सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, भूपेंद्र सिंह एंदल सिंह कंसाना और बृजेंद्र प्रताप सिंह कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। विश्वास सारंग, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, ओम प्रकाश सकलेचा, उषा ठाकुर और अरविंद सिंह भदौरिया ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। वही भरत सिंह कुशवाह ,इंदर सिंह परमार ,रामखिलावन पटेल , रामकिशोर कांवरे, बृजेंद्र सिंह यादव , गिरिराज डिंडौतिया, सुरेश धाकड़ और ओपी भदौरिया ने राज्यमंत्री की शपथ ली। इसके बाद शपथ ग्रहण समारोह समाप्त हुआ। कुल 28मंत्रियों को शपथ दिलाई और पांच मंत्री पहले ही कैबिनेट में शामिल है, ऐसे मेंकुल मंत्रियों की संख्या अब 33 हो गई है । शपथ के बाद मंत्रियों में एक दूसरे को बधाई देने का सिलसिला शुरु हो गया है।अब इन 28 मंत्रियों में विभागों का बंटवारा किया जाएगा।इसमें देखना दिलचस्प होगा की सिंधिया समर्थकों और भाजपा के मंत्रियों को कौन कौन सा विभाग मिलता है।खास बात ये है कि देशभर की निगाहें इस मंत्रिमंडल पर टिकी हुई थी और विभागों के बंटवारे को लेकर सबको इंतजार है।
कार्यक्रम से पहले शिवराज ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को 20 कैबिनेट और 8 राज्यमंत्रियों की लिस्ट सौंपी। बताया जा रहा है कि पुराने चेहरों में पारस जैन, गौरीशंकर बिसेन, रामपाल सिंह, राजेंद्र शुक्ला, संजय पाठक, जालम सिंह पटेल और सुरेंद्र पटवा को लेकर सहमति नहीं बनी। लिहाजा इनके नामों पर देर रात तक असमंजस बरकरार रहा।देर रात तक चले मान मनौव्वल के दौर में प्रदेश प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे ने पार्टी के सीनियर विधायकों से वन टू वन चर्चा की और फोन पर बात कर मनाने और समझाने की कोशिश की।
बताया जा रहा है कि पार्टी सीनियर विधायकों को घर बैठाने में सफल साबित हुई है। मंत्रिमंडल में अब नए चेहरों और खासतौर से सिंधिया समर्थकों को मौका दिया जा रहा है।पुराने चेहरों में पारस जैन, गौरीशंकर बिसेन, रामपाल सिंह, राजेंद्र शुक्ला, संजय पाठक, जालम सिंह पटेल और सुरेंद्र पटवा को लेकर सहमति नहीं बनी। लिहाजा इनके नामों पर देर रात तक असमंजस बरकरार रहा।
इन विधायकों के बंगलों पर पसरा सन्नाटा
इधर बीजेपी में पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन और रामपाल सिंह को अंतिम क्षणों तक मंत्री पद को लेकर उम्मीद कायम थी। किंतु अचानक से कैबिनेट में जगह नहीं मिल पाने पर उनके अंदर हताशा और निराशा छा गई है। जहां एक तरफ नवनियुक्त मंत्रियों के घर पर भीड़ इकट्ठा दिखाई दे रही है। वही दूसरी तरफ पूर्व मंत्रियों के घर पर सन्नाटा पसरा हुआ है। हालांकि उनका कहना है कि वह पार्टी के साथ हैं लेकिन यह स्पष्ट है कि चीज है जिस तरह दिखाई दे रही है, उस तरह नहीं है।

कैबिनेट मंत्री

– गोपाल भार्गव

– विजय शाह

– जगदीश देवड़ा

– बिसाहू लाल सिंह

– यशोधरा राजे सिंधिया

– भूपेंद्र सिंह

– एदल सिंह कंषाना

– बृजेंद्र प्रताप सिंह

– विश्वास सारंग

– इमरती देवी

– प्रभुराम चौधरी

– महेंद्र सिंह सिसौदिया(संजू भैया)

– प्रद्युमन सिंह तोमर

– प्रेम सिंह पटेल

– ओमप्रकाश सकलेचा

– उषा ठाकुर

– अरविंद भदौरिया

– डॉ. मोहन यादव

– हरदीप सिंह डंग

– राजवर्धन सिंह प्रेमसिंह दत्तीगांव

राज्यमंत्री

– भरत सिंह कुशवाह

– इंदर सिंह परमार

– रामलेखावन पटेल

– राम किशोर कांवरे

– बृजेंद्र सिंह यादव

– गिर्राज दंडौतिया

 

 



 



 















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नेपाली पीएम ले सकते हैं बड़ा फैसला





















काठमांडू। नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली आज देश को संबोधित कर सकते है। देश को संबोधित करने से पहले राष्ट्रपति से मिलेंगे प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली। मुलाकात के दौरान कोई बड़ा फैसला हो सकता है। हाल ही में कम्युनिस्ट पार्टी के दूसरे अध्यक्ष पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ सहित वरिष्ठ नेताओं ने ओली से इस्तीफा मांगा था। नेपाली प्रधानमंत्री ओली पर चीन के इशारे पर चलने और अपने देश में भारत विरोधी भावनाओं को हवा देने का भी आरोप लगा है। स्टैंडिंग कमिटी के एक सदस्य के मुताबिक, दहल, माधव कुमार नेपाल, झालानाथ खनल और बामदेव गौतम ने मंगलवार को ओली सरकार को नाकाम करार दिया और पद छोड़ने की मांग की। इतना ही नहीं ओली से प्रधानमंत्री के साथ-साथ पार्टी अध्यक्ष का पद भी छोड़ने को कह दिया गया है। गौरतलब है कि केपी शर्मा ओली की सरकार विवादों में घिर रही है।कुशासन, भ्रष्टाचार और अब कोविड-19 को लेकर नाकामी को लेकर ओली जनता और विपक्ष के साथ ही पार्टी के दूसरे नेताओं के निशाने पर रहे हैं।ओली ने भारतीय इलाकों को शामिल करते हुए देश का नया नक्शा जारी किया। उन्होंने राष्ट्रवाद के सहारे अपने खिलाफ उठती आवाजों को दबाने का प्रयास किया, लेकिन माना जा रहा है कि वह अपनी कुर्सी नहीं बचा पाएंगे।



















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यूजीसी जारी कर सकता है गाइडलाइन

 विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) अंतिम वर्ष की परीक्षा और शैक्षणिक कैलेंडर के बारे में जल्द ही जारी कर सकता हैं संशोधित दिशा-निर्देश। समाचार एजेंसी पीटीआई ने 24 जून को बताया था कि उच्च शिक्षा नियामक द्वारा एक सप्ताह के अंदर ही संशोधित दिशानिर्देशों की घोषणा की जा सकती है।

नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) अंतिम वर्ष की परीक्षा और शैक्षणिक कैलेंडर के बारे में जल्द ही संशोधित दिशानिर्देशों को जारी कर सकता है। दरअसल, समाचार एजेंसी पीटीआई ने 24 जून को बताया था कि उच्च शिक्षा नियामक द्वारा एक सप्ताह के अंदर ही संशोधित दिशानिर्देशों की घोषणा की जा सकती है। रिपोर्ट्स में अधिकारियों के हवाले से कहा गया था कि विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों में अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए परीक्षा जो जुलाई में आयोजित की जानी थी, उन्हें COVID-19 मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए रद्द करने और नए सत्र को अक्टूबर तक टालने की संभावना है।

मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने 24 जून को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) से अप्रैल में जारी की गई यूनिवर्सिटी के सेमेस्टर एग्जाम और अकेडमिक कैलेंडर पर अपने दिशानिर्देशों को संशोधित करने के लिए कहा था। मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा था, "मैंने UGC को इंटरमीडिएट और टर्मिनल सेमेस्टर परीक्षाओं और शैक्षणिक कैलेंडर के लिए पहले जारी हो चुकी गाइडलाइन्स को फिर से जारी करने की सलाह दी है।

संशोधित गाइडलाइन्स की नींव छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाई जाएंगी। वहीं, इस बीच महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और हरियाणा ने सभी विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए परीक्षा रद्द करने का फैसला किया है। इन राज्यों में छात्रों को उनके पिछले प्रदर्शन के आधार पर पास किया जाएगा। अधिकारी ने ये भी जानकारी दी थी कि पिछले प्रदर्शन के आधार पर मिले अंकों से जो छात्र संतुष्ट नहीं होंगे, तो उन्हें बाद में स्थिति सामान्य होने के बाद परीक्षा में बैठकर अपने स्कोर को बेहतर करने का मौका दिया जाएगा। अधिकारी ने मिली जानकारी के मुताबिक, "इसी तरह नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत, जो पहले से रजिस्टर स्टूडेंट्स के लिए अगस्त में और फ्रेशर्स के लिए सितंबर के महीने में होने वाली थी, उसके अब अक्टूबर तक स्थगित होने की संभावना है। इस मामले पर विचार-विमर्श जारी है और अंतिम दिशा-निर्देश जल्द ही घोषित किए जाएंगे. हालांकि, दिशानिर्देश को कोविड-19 स्थिति की समीक्षा के आधार पर जारी किया जाएगा। "बता दें कि देशभर में कोरोनावायरस महामारी के चलते सभी स्कूल और शैक्षणिक संस्थान मार्च के महीने से ही बंद हैं। वहीं, हाल ही में गृह मंत्रालय की तरफ से जारी हुई अनलॉक 2 की गाइडलाइन्स में सभी स्कूल, क़ॉलेज और संस्थान को 31 जुलाई तक बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।

434 लोगों की मौत, 19,148 संक्रमित

 नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से हाहाकार मचा हुआ है। भारत भी कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस महामारी का संकट भारत में हर दिन बढ़ता जा रहा है। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना संक्रमण के 19,148 नये मामलों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 6,04,641 हो गई है। पिछले 24 घंटों के दौरान इस संक्रमण से 434 लोगों की मौत हुई है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 17,834 हो गई है। इसी अवधि में 11,881 रोगी संक्रमणमुक्त हुए हैं, जिन्हें मिलाकर अब तक कुल 3,59,860 मरीज रोगमुक्त हो चुके हैं। देश में अभी कोरोना संक्रमण के 2,26,947 सक्रिय मामले हैं।


गूगल का सर्वर डाउन, हुई दिक्कत

नई दिल्ली। गूगल का सर्वर डाउन होने से भारत के करोड़ों यूजर्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यूजर्स ने इसके लिए बकायदा हैशटैग चलाकर अपनी दिक्कत साझा की।



भारत में Google की कई सर्विसेज के सर्वर डाउन होने से भारतीय यूजर्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। Google सर्वर डाउन होने के बाद यूजर्स ने #Gmaildown हैशटैग चलाकर अपनी दिक्कत पोस्ट की। गूगल यूजर्स का ये हैशटैग देखते ही देखते सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर टाप ट्रेंड करने लगा। यूजर्स के मुताबिक गूगल की कई सर्विसेज जैसे जीमेल, प्ले स्टोर और गूगल क्लाउड को एक्सेस करने में यूजर्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।



यूजर्स के मुताबिक जो भी लोग एयरटेल ब्राडबैंड इस्तेमाल कर रहे थे उनको गूगल सर्वर ने खूब रुलाया। जानकारी के मुताबिक भारत के साथ साथ कई अन्य देशों में भी गूगल सर्वर डाउन रहा। इसके चलते कई देशों के यूजर्स घंटो परेशान रहे। हालांकि, गूगल की तरफ से अभी तक सर्वर डाउन होने की वजह को लेकर कोई खुलासा नहीं किया गया है।


सैनिकों की मौत छिपाई, चीन में गुस्सा

खतरे में जिनपिंग सरकार? सैनिकों की मौत छिपाने से चीन में गुस्सा, सेना में बगावत मुमकिन



लद्दाख। गलवन घाटी में भारतीय सैनिकों के साथ उलझना चीन की कम्युनिस्ट सरकार के लिए बहुत भारी पड़ रहा है। जिनपिंग सरकार ने गलवान में 40 से ज्यादा सैनिकों की मौत को छिपाया जिससे पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के पूर्व दिग्गजों और मौजूदा जवानों के बीच इस कदर नाराजगी बढ़ती जा रही है कि वो कभी भी सरकार के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह कर सकते हैं। वाशिंगटन पोस्ट के ओपिनियन में चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के एक पूर्व नेता के पुत्र और चीन के लिए सिटीजन पावर इनिशिएटिव के अध्यक्ष जियानली यांग ने इसका खुलासा किया। जियानली ने लिखा कि लंबे समय से पीएलए चीन की सत्ता का मुख्य हिस्सा रहा है। अगर देश की सेवा में कार्यरत पीएलए कैडर की भावनाएं आहत होती हैं तो ये रिटायर सैनिकों के साथ मिलकर देश की सरकार के खिलाफ मोर्चाबंदी करेगा।


वाशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित लेख में कहा गया है कि बीजिंग को डर है कि अगर वह यह मान लेता है कि भारत से ज्यादा उसके अपने सैनिक मारे गए थे तो देश में अशांति फैल सकती है और सीसीपी की सत्ता भी दांव पर लग सकती है। यांग ने लिखा है, ‘सीसीपी की सरकार के लिए पीएलए ने अब तक एक मजबूत स्तंभ की तरह काम किया है। अगर पीएलए के मौजूदा सैनिकों की भावनाएं आहत होती हैं और वे लाखों दिग्गजों (इनमें पीएलए के वो सदस्य शामिल हैं जो शी से नाराज हैं..जिनमें पीएलए को व्यवसायिक गतिविधियों से अलग करने की शी की मुहिम के विरोधी हैं) के साथ आ जाते हैं तो शी के नेतृत्व को मजबूती के साथ चुनौती दे सकते हैं।’


उन्होंने कहा कि चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान से जब पूछा गया कि इस झड़प में कितने सैनिक मारे गए तो उन्होंने साफ कह दिया कि इस बारे में उनके पास कोई जानकारी ही नहीं ही। अगले दिन जब उनसे भारतीय मीडिया की खबरों का हवाला दिया, जिसमें चीन के 40 से ज्यादा सैनिकों के मारे जाने की बात थी तो उन्होंने इसे गलत सूचना करार दे दिया।


फारुख खान



सड़क जैसी सुविधा से वंचित लोग

हमीरपुर। वर्तमान समय में भी ऐसे क्षेत्र हैं जो अब भी सड़क सुविधा से वंचित हैं। इनमें से एक ऐसी ही बस्ती है पुखरू। जो कि रक्कड़ तहसील की ग्राम पंचायत कुड़ना-सलेटी के अंतर्गत आती है। स्थानीय ग्रामीणों की मानें तो उनकी बस्ती को आज तक सड़क सुविधा नसीब नहीं हो पाई है।
गौरतलब है कि सड़क मार्ग बनने से पुखरू बस्ती मुख्य सड़क सुविधा से जुड़ जायेगी और इससे सभी स्थानीय निवासी लाभान्वित होंगे। वहीं जानकारी के मुताबिक उक्त बस्ती के लिए जहां से सड़क का निर्माण किया जाना है, वहां वन विभाग की भूमि भी है। हालांकि ग्रामीणों की मानें तो ग्रामसभा में सड़क निर्माण सम्बंधी प्रस्ताव भी डाला गया और माननीय प्रदेश उद्योगमंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर को भी उक्त समस्या से अवगत करवाया गया, लेकिन उक्त सड़क का निर्माण कार्य कागजों में ही सिमट कर रह गया। हालात यह हैं कि स्थानीय निवासियों को आज भी पैदल दूरी तय करनी पड़ती है। वहीं सबसे अधिक परेशानी तब होती है जब कोई बीमार होता है या फिर मकान इत्यादि बनाने का सामान लाना पड़ता है। बहरहाल, स्थानीय निवासियों में विनोद कुमार, मुकेश राणा, जुल्फी राम, सुखदेव सिंह, नरेश कुमार, रणजीत सिंह, बलदेव सिंह, कमलेश कुमारी, रसालो देवी, माया देवी, सुनीता व प्रियंका आदि ने प्रशासन व प्रदेश सरकार से उनके गांव को सड़क सुविधा उपलब्ध करवाने की गुहार लगाई है।


क्या कहते हैं पंचायत प्रतिनिधि-
इस बारे कुड़ना-सलेटी पंचायत के प्रधान पूर्ण चन्द ने बताया कि उक्त बस्ती के लिए सड़क निर्माण सम्बंधी ग्रामसभा में प्रस्ताव डाला गया था, लेकिन अभी तक मार्ग को स्वीकृति नहीं मिल पाई है, वहीं उन्होंने कहा कि पुखरू बस्ती के लिए सड़क का निर्माण किया जाना आवश्यक है, क्योंकि सड़क सुविधा न होने से स्थानीय निवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।


मनोज सिंह ठाकुर


अगस्त में देश को समर्पित होगी सुरंग

मंडी। हिमाचल प्रदेश के सीएम जय रामठाकुर आज अपने गृह जिला मंड़ी में पहुंचे हुए है। इस दौराना उन्होंने विपाशा सदन मंडी में जिले के अधिकारियों से बैठक कर विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेंगे। इसके बाद उनके अन्य कार्यक्रम भी हैं। सीएम दोपहर बाद मनाली का दौरा करेंगे।मनाली में बीआरओ अधिकारियों के साथ महत्‍वपूर्ण बैठक भी करेंगे, इसमें रोहतांग सुरंग के कार्य को लेकर चर्चा की जाएगी। अगस्त में सुरंग देश को समर्पित करने की तैयारी है।


75 वर्षीय बुजुर्ग महिला से दुष्कर्म

नाहन। संगड़ाह उपमंडल के नौहराधार इलाके में 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला से दुष्कर्म (Rape) का मामला सामने आया है। मामला 30 जून की रात का है। इस मामले में पीड़िता की बहू ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। मामले में पुलिस ने व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। पीड़िता की बहू (Daughter-in-law) के अनुसार रात उसे करीब 12 बजे सास के चीखने की आवाज सुनाई दी। उसने अपने पति को जगाया और बाहर आए तो देखा कि सास के कमरे का दरवाजा बाहर से बंद था और आरोपी मौके से फरार हो चुका था। जब उन्होंने दरवाजा खोलकर अंदर जाकर देखा तो बुजुर्ग महिला डरी हुई थी और उसके कपड़े फटे हुए थे। वह कुछ बोल नहीं पा रही थे।.वारदात से सहमी पीड़िता ने सिर्फ इतना बताया कि मनीष ने उसके साथ गलत काम किया है। इसके बाद महिला का मेडिकल कराया गया। मेडिकल रिपोर्ट जांच के लिए भेजी जा रही है। संगड़ाह पुलिस थाना प्रभारी जीतराम भारद्वाज ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया जा चुका है। पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है।


राकेश शर्मा


दलालों के सामने शासन-प्रशासन लाचार

 गाजीपुर। जनपद लखीमपुर-खीरी में तीन ठग अपनी दलाली की दुकान चलाने के लिए एक महिला पत्रकार का मनोबल तोड़ने के लिए अपनी नामर्दी का सुबूत दे रहे हैं। जिसमें एक व्यक्ति अपने नाम के आगे डाक्टर लिखता है। खोजी पत्रकार लिखता है जो डाक्टर के नाम का दुरूपयोग कर घर पर झोला छाप डाक्टरी कर एक दो मरीज भी देख लेता है। दोषी को फौरन सजा दी जाए गिरफ्तार कर जेल तत्काल भेजा जाय। सच में उस दरिन्दा को महिलाओं के व्यक्तिगत जिंदगी में घुसकर उनकी जान जोखिम में डालने के लिए समाज में उन्हें कहीं का ना, रखने के लिए पोस्टर वायरल कराता है। घटिया काम करने वाला अपने नाम के आगे वरिष्ठ पत्रकार लिखता है। नाम है अखलाक अहमद खां,जो न वरिष्ठ है न खोजी हैं न डॉक्टर हैं न ही पत्रकार हैं सूचना विभाग में कोई जानता तक नहीं इनको जो भड़काने में लगे हैं। इनके चेले सियाराम गौड़ जो राइटर लिखते हैं। जिन्हें दूसरो की बहन बेटी की व्यक्तिगत जिंदगी पर गंदी गंदी बातें लिखना अपमानित करना महिलाओं को झुकाना समाज में कहीं का ना रखना इतना गंदा लिखना कि कोई इनकी ओछी मानसिकता से पता लगा सकता है कि ये लोग बहन बेटीयो का सौदा करने वाले हैं इतना गंदा लिखने के बाद इन्हें शर्म नहीं आती है। अपने नाम के आगे राइटर लिखते हैं। उल्टा सीधा लिखना दाम पैदा करना और इनके बारे में अगर कोई सच लिखें तो बौखला जाते है। तीसरे महाश्य हैं। सुनील पांडे वह हर खबर को झूठी पोस्ट वायरल करना, फोन वार्ता पर पत्रकार को अनपढ़ निर्दोष लोगों को फंसाना, आप चाहे तो तीनों फर्जी पत्रकार से पत्रकारिता का सबूत मांगे, अगर नहीं हैं तो सोशल मीडिया पर न्यूज़ ग्रुपों में अपनी व्यक्तिगत भड़ास निकालने के लिए किसी महिला पत्रकार के चरित्र पर उंगली उठा कर ग्रुप में अभद्र चीजे वायरल करना ग्रुप में व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए इस तरह का कुकृत्य करना ग्रुप एडमिनओं को इस ओर ध्यान देना चाहिए। फिर वही कहना पड़ता है अगर यह मर्द होते तो किसी मर्द पर इस तरह से लगातार अपमान करते तो, वह मिनट में इनको गिरा गिरा कर पीट पीटकर कुत्ता बना देता, क्योंकि नारी कमजोर होती है जिसका फायदा उठाकर यह तथाकथित पत्रकार के नाम पर दलाली करने वाले सिर्फ विरोधियों से मिलते हैं इनका बस चले तो यह अपनी बेटी का सौदा करते, दाम के खातिर जबकि इनके विरुद्ध आईटी एक्ट में मुकदमा 0705/2020 धारा 506,67 दिनांक 19.06.2020 दर्ज है। उसके बाद ग्रुप में खबर वायरल करना इनकी हिम्मत की दाद देनी होगी लोग कहते हैं इंसान से लड़ सकते हो नीच से नहीं। इन लोगों ने नीचता की सारी हदें पार कर ली है। जो एक नारी के व्यक्तिगत जीवन पर कटाक्ष कर उसके जीवन को अंधेरे में ढकेले उससे बड़ा कोई गंदा काम नहीं है। लगातार महिला से अभद्रता प्रकरण पर खबरें प्रकाशित हो रही हैं। सरेआम पत्रकार का  अपमान होता है। सूत्र बताते है पर सूबे की योगी सरकार व जिला प्रशासन महिला पत्रकार पर हो रहे जुर्म को देख और जानकर अनजान बना हुआ है। जिससे साफ जाहिर होता है कि इन तीनो दलालो के आगे सरकार क्यो बेबस नजर आ रही है। जिससे अखलाक अहमद खां, सियाराम गौड़, सुनील पांडे के हौसले बुलंद है। जब एक महिला पत्रकार इस जिले में भ्रष्टाचार की आवाज़ उठाएं तो उसके स्वर दबाने के लिए यह तीन दलाल लगा दिए जाते हैं। तो अन्य पीड़ितों का क्या होगा जो पत्रकारों के पास न्याय मांगने आते हैं।


'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...