शुक्रवार, 22 मई 2020

प्रवासी मजदूरों के लिए चलाई गई बसें

लखनऊ/नई दिल्ली! कोरोना वायरस महासंकट के बीच देश में प्रवासी मज़दूरों की परेशानियां बढ़ती नज़र आ रही हैं! लगातार हजारों मजदूर पैदल ही अपने घर के लिए रवाना हो रहे हैं, इस बीच उत्तर प्रदेश में योगी सरकार और कांग्रेस के बीच लगातार राजनीतिक बयानबाजी जारी है! अब बीते दिन राजस्थान सरकार ने कोटा से यूपी बॉर्डर तक भेजे गए बच्चों की बसों का किराया यूपी सरकार को सौंपा गया, जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कांग्रेस पर निशाना साधा है!


बसपा प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट कर राजस्थान सरकार को घेरा! मायावती ने लिखा, ‘राजस्थान की कांग्रेसी सरकार द्वारा कोटा से करीब 12000 युवा-युवतियों को वापस उनके घर भेजने पर हुए खर्च के रूप में यूपी सरकार से 36.36 लाख रुपए और देने की जो मांग की है, वह उसकी कंगाली व अमानवीयता को प्रदर्शित करता है! दो पड़ोसी राज्यों के बीच ऐसी घिनौनी राजनीति अति-दुखःद है’!


मायावती ने कांग्रेस को घेरते हुए लिखा कि कांग्रेसी राजस्थान सरकार एक तरफ कोटा से यूपी के छात्रों को अपनी कुछ बसों से वापस भेजने के लिए मनमाना किराया वसूल रही है तो दूसरी तरफ अब प्रवासी मजदूरों को यूपी में उनके घर भेजने के लिए बसों की बात करके जो राजनीतिक खेल खेल कर रही है यह कितना उचित व कितना मानवीय है?


मायावती ने इसी के साथ पश्चिम बंगाल में अम्फान तूफान की वजह से हुई तबाही पर दुख व्यक्त किया. बसपा प्रमुख ने लिखा कि अम्फान तूफान के तांडव से खासकर पश्चिम बंगाल में जो व्यापक तबाही व बर्बादी हुई है वह अति-दुखद है!मायावती ने लिखा कि जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है, ऐसे में खासकर केन्द्र सरकार को आगे बढ़कर हर प्रकार से राज्य को वहां के हालात सामान्य बनाने में मदद करनी चाहिए!


दरअसल, देश में जब लॉकडाउन लागू किया गया था तब कोटा में पढ़ने वाले बच्चे वहां पर ही फंस गए थे! तब यूपी सरकार ने अपने प्रदेश के बच्चों को वापस बुलाने का जिम्मा उठाया था! अब दावा किया जा रहा है कि राजस्थान राज्य परिवहन निगम की बसों से छात्रों को झांसी और आगरा पहुंचाया गया था!


इसके बाद गहलोत सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार को 36,36,664 रुपये का बिल भेज दिया है! यही नहीं, राजस्थान सरकार इससे पहले ही उत्तर प्रदेश सरकार से डीजल के लिए 19 लाख रुपए ले चुकी है!


लोगों के लिए आफत बना लॉक डाउन

चंद्रकांत देवांगन


दुर्ग। लॉक डाउन की वजह से लोग पिछले दो महीने से अपने घरों में कैद हैं! ये लॉक डाउन बेबस असहाय, गरीब सहित कई लोगों के लिए आफत बन कर टूट पड़ा है! इन सबके बीच एक ऐसा वर्ग भी है, जिस पर इसकी सबसे ज्यादा मार पड़ी है, यह वर्ग समाज में सदा से ही उपेक्षित रहा है, जिसके रोजी-रोटी का जरिया दूसरों के घर मनाए जाने वाली खुशियों में नाच-गाकर, दुआएं देकर चलता है! हम बात कर रहे हैं किन्नरों की जिन्हें समाज के भीतर भिन्न-भिन्न नामों से भी पुकारा जाता है. लेकिन सरकार ने अब उन्हें एक सम्मान जनक नाम थर्ज जेंडर दे दिया है!


योगी ने स्वयं सहायता समूह की प्रशंसा की

संतकबीरनगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बृहस्पतिवार को एनआईसी संतकबीरनगर के कक्ष में उपस्थित स्वंय सहायता समूह की महिलाओ को सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सम्बोधन में स्वंय सहायता समूह के महिलाओ के सराहनीय कार्यो की प्रशंसा करते हुए कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना में जिस तरह महिलाओ ने अपना योगदान दिया है वह अत्यन्त ही सराहनीय है। जीविका चलाने के लिए महिलाओ ने आत्मनिर्भर होते हुए माॅस्क, सेनेटाइजर सहित अन्य सामग्रियो का जो स्वतः बनाने का कार्य किया है। यह लोगो के उपयोग में तेजी से बढ़ा है। इसके लिए सभी महिलाओ को धन्यवाद ज्ञापित किये। उन्होने कहा कि आगे भी स्वंय सहायता समूह की महिलाए तैयार रहे। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाॅकडाउन-4 से पूर्व सम्बोधन में स्वदेशी सामग्रियो के उपयोग की बात हो रखा है जिसमें महिलाओ की भूमिका अहम होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद के 147 स्वंय सहायता समूह को 15 हजार की दर से 22 लाख 5 हजार धनराशि अवमुक्त किया है। महिलाओ ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया है। वीडियो कांन्फ्रेसिंग में 10 स्वंय सहायता समूह की महिलाए उपस्थित रही।


नगर पालिका के खिलाफ आयोग में शिकायत

सचिन विशारिया


गाजियाबाद! लोनी नगर पालिका ने अपनी दबंगई के चलते सफाई कर्मचारियों को मरने के लिए छोड़ दिया है! जी हां यह सुनने में अटपटा लगता है जहां एक और पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से लड़ने में जुटा हुआ है! वही लोनी नगर पालिका अपने कार्य क्षेत्र से बाहर जाकर मंडोला आवास विकास में लोनी नगर पालिका के कर्मचारियों को सफाई के लिए लगातार भेज रही थी! लेकिन हद तो तब हो गई जब मात्र ₹6000 सैलरी पाने वाले सफाई कर्मचारी को क्वॉरेंटाइन सेंटर के अंदर सफाई करने के लिए कहा गया! जबकि ना तो उन पर प्रॉपर किट है और ना ही उन्हें किसी प्रकार की कोई ट्रेनिंग दी गई है! क्या इन सफाई कर्मचारियों को कोरोना वायरस अपनी चपेट में नहीं लेगा? किस अधिकार के तहत नगरपालिका कर्मचारियों को मंडोला आवास विकास क्षेत्र में सफाई के लिए भेज रही है! इस बात को लेकर उत्तर प्रदेश सफाई आयोग के अध्यक्ष से सफाई कर्मियों ने की है शिकायत!


लॉक डाउन में 1954 के खिलाफ कार्रवाई

बिना मास्क घूमने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने और सार्वजनिक स्थल पर थूकने वालों पर रहेगी नजर


बिलासपुर। लॉकडाउन और धारा 144 का पालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई करने के लिए अब पुलिस व नगर निगम की संयुक्त टीम सड़क पर निकलेंगी. दो उड़नदस्ता टीम तैयार की गई है, जो कि बाजार और सड़कों पर लगातार नजर रखेगी. इनका काम सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वालों, बिना मास्क सड़क पर घूमने वालों, सार्वजनिक स्थलों पर थूकने वालों पर इनकी नजर रहेगी. यह संयुक्त टीम ऐसे लोगों पर चलानी कार्रवाई करने के साथ-साथ जरूरत पड़ने पर उनके खिलाफ एफआईआर भी करेगी. एएसपी ओपी शर्मा ने बताया कि आईजी दीपांशु काबरा, एसपी प्रशांत कुमार अग्रवाल, नगर निगम कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय ने शहर की स्थिति का जायजा लिया. जिसमें यह बात सामने आयी कि बार-बार समझाइश देने के बाद भी लोग, दुकानदार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे, बिना मास्क लगाए घूम रहें हैं. इन सबकों देखते हुए नगर निगम और पुलिस ने 2 संयुक उड़नदस्ता टीम तैयार की है. जिनका काम केवल इसी सब पर नजर रखना और कार्रवाई करना होगा. इस टीम में पुलिस और नगर निगम की टीम मौजूद रहेगी. उड़नदस्ता टीम में पुलिस और नगरनिगम साथ में रहेगी ,इसके अब तक की गई कार्रवाई बिना मास्क- 1906 सोशल डिस्टेंसिंग- 45 सार्वजनिक में थूकना- 1 अन्य- 2 कुल कार्रवाई- 1954!


गुजरात: 9449 संक्रमित, 619 की मौत

गांधीनगर! गुजरात में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 371 नए मामले सामने आने के साथ ही राज्य में इस घातक वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बृहस्पतिवार (21 मई) को बढ़कर 12,910 हो गई। स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव जयंती रवि ने बताया कि इसी अवधि में 24 लोगों की मौत हो गई।


राज्य में अब तक कोरोना वायरस के कारण 773 मरीजों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि 269 व्यक्ति बीमारी से ठीक हो गए और उन्हें राज्य के विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। राज्य में स्वस्थ हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 5,488 हो गई है। राज्य में अब भी 6649 लोग इससे संक्रमित हैं।
अहमदाबाद में कोरोना वायरस के 233 नए मरीज सामने आने के साथ ही शहर में इस महामारी के मामले बढ़कर 9,449 हो गए तथा 17 मरीजों की मौत के साथ ही इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 619 हो गई है।


गुरुवार के 17 मौतें अहमदाबाद में, तीन वडोदरा में और एक-एक सूरत, आणंद, खेड़ा और महेसाणा जिले में हुई है। पिछले 24 घंटे में 269 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दी गई है, जिनमें से 200 अहमदाबाद, 7 वडोदरा और 40 सूरत के हैं। इसके साथ ही अब तक स्वस्थ्य हुए संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ कर 5488 हो गई है। इस तरह अब केवल 6649 लोग ही बीमार हैं, जिनमें से 52 जीवनरक्षक प्रणाली यानी वेंटिलेटर पर हैं। 10 दिनों से केंद्र सरकार के नए नियमों के अनुरूप भी लोगों को अस्पताल से छुट्टी देकर होम क्वारंटीन मे भेजा जा रहा है। इसमें बिना लक्षण वाले ऐसे संक्रमित हैं जिन्हें लगातार तीन दिन तक बुखार नहीं आया हो। फिलहाल कुल 496730 लोग क्वारंटाइन में हैं। अब तक कुल 166151 जांच की गई है।


24 मृतकों में से 18 को को-मॉरबिडीटी यानी अन्य गंभीर बीमारियां भी थीं। नए मामलों में सर्वाधिक प्रभावित अहमदाबाद के 233 (पिछले नौ दिनों में क्रमश: 271, 262, 263, 276, 264, 261, 265, 292, 267 थे), वडोदरा के 24 (पिछले चार दिनों में 26, 18,22 तथा 21), सूरत के 34 (पिछले चार दिनों में 37, 29, 33 और 45) हैं। महेसाणा और बनासकांठा में आज क्रमश: 13 और 11 मामले सामने आए हैं। राज्य के सभी 33 जिले कोरोना प्रभावित हैं।


सर्वाधिक 9449 मामले और 619 मौतें अहमदाबाद में दर्ज की गई हैं, जहां 3330 लोगों को अस्पताल से छुट्टी भी मिली है। सूरत में 1227 मामले, 57 मौतें तथा 823 स्वस्थ हुए हैं। वडोदरा में 750 मामले, 35 मौतें और 470 स्वस्थ हुए हैं। ज्ञातव्य है कि राज्य में पहले दो मामले 19 मार्च को राजकोट और सूरत में मिले थे। पहली मौत सूरत में 22 मार्च को दर्ज हुई थी। अन्य स्थानों में आणंद में 9, भावगनर तथा गांधीनगर में आठ-आठ, पंचमहाल में छह, बनासकांठा में पांच, महेसाणा, पाटन में चार-चार, अरावल्ली, भरूच और साबरकांठा में तीन-तीन जामनगर, खेड़ा, राजकोट में दो-दो तथा महीसागर, बोटाद, कच्छ, वलसाड में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।


डिस्टेंस-फेस मास्क के साथ खुलेंगे बाजार

लॉकडाउन-4 : करीब एक माह से सील्ड पुराने शहर के कई क्षेत्रों को किया गया सीलमुक्त


एक दिन पूर्व जारी बाजार खुलने के निर्देश लागू


सप्ताह में तीन दिन सोशल डिस्टेंसिंग व फेसमास्क के साथ खुलेंगी दुकानें


मथुरा । जिला प्रशासन द्वारा लगभग शहर के पुराने शहर के काफी बड़े हिस्से को कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के मिलने की बजह से पूर्व में सील्ड किये गए कुछ क्षेत्रों को जिनमें विगत 21 दिनों से कोई भी कोरोना संक्रमित मरीज नही मिलने की दिशा में आपदा प्रबंधन अधिनियम के नियमानुसार सील्डमुक्त कर दिया गया है, अब इन क्षेत्रों में भी ऑड एविन के तहत बाजारों को खोला जा सकेगा ।


नगर मजिस्ट्रेट मनोज कुमार सिंह द्वारा आदेश जारी कर शहर के जिन सील्ड क्षेत्रों को सीलमुक्त किया गया है उनमें लाल दरवाजा क्षेत्र सहित नगला पायसा, चौबियापाड़ा, बंगाली घाट, छत्ता बाजार, होली गेट से आर्य समाज रोड तक के दोनों तरफ के क्षेत्र, होली गेट से क्वालिटी चौराहा तक दोनों तरफ के क्षेत्र और होली गेट से भरतपुर गेट तक के दोनों तरफ के क्षेत्रों को सीलमुक्त कर दिया गया है ।


सेक्स चैट के लिए नाबालिक का दबाव

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद!  बॉयज लॉकर रूम के बाद अब एक स्टडी ग्रुप में बीए की एक छात्रा को मेसेज कर सेक्स चैट का दबाव बनाने का मामला सामने आया है। छात्रा पर दबाव बनाने वाला 14 साल का है और छठी क्लास में पढ़ता है। छात्रा 21 साल की है और यूपीएससी की तैयारी कर रही है। आरोप है कि छात्रा का फोटो मॉर्फ्ड कर उसे मजबूर किया गया। जब वह मानसिक रूप से परेशान होने लगी तो परिवार को जानकारी हुई। परिवार की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। कविनगर थाना प्रभारी मोहम्मद असलम ने बताया कि पुलिस साइबर सेल की मदद से जांच कर रही है।
एक रिप्लाई पड़ गया भारी
जानकारी के अनुसार, कविनगर थाना क्षेत्र में रहने वाली एक लड़की (21) ऑनलाइन पढ़ाई के लिए टेलीग्राम पर एक स्टडी ग्रुप से जुड़ी है। इसमें कई विषयों के बारे में डिटेल आती है। उसने बताया कि 7 मई को उसके पास एक पर्सनल मेसेज आया। इसमें पढ़ाई से जुड़ी बातें ही थीं। इस पर उसने रिप्लाई कर दिया। कुछ देर बाद ही उसे मॉर्फ्ड फोटो भेज दिया गया।


मॉर्फ्ड फोटो भेजकर बनाया दबाव
मॉर्फ्ड फोटो भेजकर आरोपी छात्र ने उसे धमकी देकर सेक्स चैट करने का दबाव बनाया। परिवार को बताने पर फोटो वायरल करने की धमकी भी दी गई। कुछ दिन बच्ची डरी रही। उसके गुमसुम होने पर परिवार ने बात की तो सच्चाई का पता चला। आरोप है कि छात्र की तरफ से डिमांड थी कि या तो पैसे दिए जाएं या अश्लील चैट की जाए।

14 साल का है आरोपी


पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में पता चला कि आरोपी की उम्र 14 साल है और वह छठी क्लास में पढ़ता है। वह भी टेलीग्राम के उस स्टडी ग्रुप में जुड़ा है। मुकदमा दर्ज करने के बाद दोनों के परिवार को बुलाया गया है। अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी गई है। हालांकि, छात्र अबतक यह कह रहा है कि उसका फोन हैक हो गया था और उसे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।

'ऑनलाइन क्लास के दौरान पैरंट्स रहें अलर्ट'
मनोचिकित्सक डॉ. संजीव त्यागी ने बताया कि बच्चों के हाथ में मोबाइल दो धारी तलवार की तरह है। उन पर नजर रखना जरूरी है। बच्चा जब ऑनलाइन क्लास के लिए मोबाइल यूज कर रहा है तो उस पर नजर रखें। पढ़ाई के लिए जगह तय करें। इसके अलावा बच्चा अकेला है तो अचानक कमरे में जाकर उसकी अंगुलियों को देखें, अगर वह आपके आते ही तेज हुई हैं तो अलर्ट होने की जरूरत है।


फतेहपुर में बड़ा संक्रमण, आवागमन बंद

सुनील पुरी


फतेहपुर! परदेश से कोरोना कैरियर बन कर लौटे प्रवासियों के कारण जिले में कोरोना ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। 18 मई को भेजी गई रिपोर्ट में गुरुवार को प्रशासन को 12 जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गई। जिसमें पांच कोरोना संक्रमित और सात की रिपोर्ट निगेटिव है। इसी के साथ जिले में कोरोना केस की सख्या 29 हो गई है।


डीएम संजीव सिंह ने बताया कि गुरुवार की रिपोर्ट में पांच प्रवासी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। विजयीपुर ब्लाक के सेलरहा गांव का युवक 17 मई को गाजियाबाद से लौटा था। कोरोना के लक्षण मिलने पर युवक को क्वारंटाइन सेंटर भेजते हुए सैम्पल जांच के लिए भेजा गया था। वहीं हथगाम ब्लाक के बेहटाापर के दो युवक 16 मई को मुंबई से साथ लौटे थे। लौटने के दूसरे दिन ही एक युवक की तबियत बिगड़ने पर सीएचसी हथगाम पहुंचा था। जहां कोरोना संक्रमण के लक्षण मिलने पर उसे और उसके साथ आए युवक को क्वारंटाइन सेंटर भेजते हुए सैम्पल जांच के लिए भेजा गया था। इसी तरह भिटौरा ब्लाक के देहुली गांव में 13 मई को दो युवक गांव लौटे थे। 17 मई को एक युवक में लक्षण पाए जाने पर उसकी और उसके साथ आए युवक का सैम्पल भेजा गया था। 18 मई को भेजी गई सभी रिपोर्ट गुरुवार को सुबह प्राप्त हुई। पाजिटिव केस मिलने के बाद तीनों गांवों का गाइडलाइन के मुताबिक सील करते हुए आवागमन रोक दिया गया है। गांवों में सेनेटाइजेशन के साथ ग्रामीणों से अपील की गई है कि वह अपने घरों में रहे और संक्रमण से बचाव के उपायों का पालन करें।


ट्रक के साथ टक्कर, चार लोगों की मौत

गया! बिहार के गया जिले के टेकारी थाना क्षेत्र में ट्रक और खनन विभाग के वाहन में हुई टक्कर में चार लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में दो होमगार्ड के जवान और एक स्पेशल ऑक्जीलरी पुलिस (सैप) का जवान तथा एक चालक शामिल है।


पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि गुरुवार की देर रात पंचानपुर-गया मार्ग पर खनन विभाग के अधिकारी छापेमारी के लिए निकले थे। कोसमा पहाड़ी से गिट्टी लेकर पंचानपुर की ओर जा रही मोरम लदे ट्रक को पुलिस वाले रुकवा रहे थे। इस दौरान ट्रक की चपेट में खनन विभाग की गाड़ी आ गई और दर्दनाक हादसा हुआ। घटना के बाद चालक ट्रक को छोड़कर भाग गया।टेकारी के थाना प्रभारी ने राम लखन पंडित ने बताया कि इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई है, जिसमें दो होमगार्ड के जवान, एक सैप का जवान और एक चालक शामिल हैं। पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई है तथा दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।


रियायत के बाद सड़कों पर निकले लोग

नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने लॉकडाउन 4.0 में कई रियायतें दी है। जिसकी वजह से आम लोग अब सड़कों पर निकले रहे हैं। लोग अपने काम पर जा रहे हैं। अपने घर जा रहे है। इसी बीच आज सुबह से दिल्ली के नजदीक नोएडा- गाजीपुर बॉर्डर पर वाहनों की लंबी लाइन लग गई है। लोग  सड़को पर कारों को लेकर निकल आए हैं। जिसकी वजह से यह हालत हुई। बता दें यह जाम दिल्ली के कालिंदी कुंज एरिया में लगा है। यहां से बड़ी संख्या में लोग काम के लिए नोएडा- गाजियाबाद जाते हैं।


2 कोरोना संक्रमित मिलने से हड़कंप मचा

देवम मेहत्ता की रिपोर्ट


रुड़की! दो कोरोना पॉजिटिव मरीज़ सामने आने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है हरिद्वार ज़िले में अब कोरोना के मरीजों का आंकड़ा दस पहुंच गया है।


आपको बता दें रूडकी में जिस युवती में कोरोना की पुष्टि हुई है वो कुछ समय पहले ही दिल्ली से लौटी थी जिसे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने होम कुवारन्टीन कर रखा था वहीं दूसरा युवक लंढोरा कस्बे का निवासी है जो बीती 14 मई को महाराष्ट्र से अपने घर लौटा था डॉक्टरों ने उसे भी होम कुवारन्टीन कर रखा था दोनों की रिपोर्ट पॉज़िटिव आने से स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन ने मौके पर डेरा डाल लिया है! अब दोनों स्थानों को सील करने की कार्यवाही की जा रही है! उधर दोनों मामले सामने आने से स्थानीय लोगों में भी दहशत का माहौल है। अब दोनों परिवार के लोगों के सैम्पल भी जांच के लिए लैब में भेजे जाएंगे। दरअसल जब से हरिद्वार ज़िले को ग्रीन ज़ोन में सरकार द्वारा किया गया है तभी से कोरोना के मरीज़ लगातार बढ़ रहे हैं।


'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...