रविवार, 12 अप्रैल 2020

21जमातियों के पासपोर्ट जब्त, भेजा जेल

नई दिल्ली। कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। वहीँ दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तब्लीगी जमात में थाईलैंड व इंडोनेशिया के 21 जमाती शामिल होकर बहराइच आए थे। मस्जिद व घरों में छिपे जमातियों को पुलिस ने ढूंढ निकाला था। इन पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पासपोर्ट जब्त कर लिया गया था। एहतियात के तौर पर सभी जमातियों को महिला अस्पताल के क्वारंटाइन शेल्टर में रखा गया था। शनिवार को जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर इन्हें जेल रवाना कर दिया गया।


बताते चलें कि दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तब्लीगी जमात में इंडोनेशिया के 14 व थाइलैंड के सात जमाती शामिल हुए थे। वहां से ये लोग बहराइच आए थे। पुलिस के बार-बार अपील के बाद भी ये लोग बाहर नहीं आए। इसके बाद पुलिस ने अभियान चलाकर सभी जमातियों को शहर के मरकज व घरों से ढूंढ निकाला था। इन पर पहचान छिपाने, जानबूझ कर संक्रमण फैलाने, महामारी अधिनियम समेत गंभीर धाराओं में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। 28 मार्च से सभी जमाती क्वारंटाइन किए गए थे। सीएमएस डॉ.डीके सिंह ने बताया कि जांच रिपोर्ट निगेटिव आने की सूचना पुलिस को दी गई। इसके बाद कोतवाली पुलिस ने सभी जमातियों को सीधे जेल रवाना कर दिया। कोतवाल नगर आरपी यादव ने बताया कि पहचान छिपाने पर मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी मामले में उन्हें जेल भेजा गया है। विदेशी तब्लीगी जमातियों पर पुलिस ने महामारी, आपदा प्रबंधन, विदेशी विषयक अधिनियम व 188, 269 आइपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस की निगरानी में सभी जमातियों को क्वारंटाइन शेल्टर में रखा गया था।


मास्क और सैनिटाइजर वितरण किया

 समाज सेवी राजेश सिंह तेदुन द्वारा वितरित किया मास्क और सेनेटाइजर ।

बैकुन्ठपुर। समीपी गाव तेदुन निवासी काग्रेस के नेता एवं संविदाकार राजेश सिंह ने लोगो को कोरोना वायरस जैसी महामारी के बचाव के लिए गांव मे जाकर लोगो को घर - घर  मास्क और सेनेटाइजर का वितरण किया। समाज सेवी राजेश सिंह लोगो  को जागरुक करते हुये लाक डाउन और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने को प्रेरित किया। लोगो को यह भी अवगत कराया कि आप सभी लोग घर मे रहे बाहर ना निकले, बे वजह इधर उधर ना घूमे जब भी घर से बाहर निकले तो मास्क लगाकर निकले जादा से जादा गर्म पानी का सेवन करे घर मे रहकर भी साबुन से हाथ धोये घर के मेन दरवाजे को जरुर सेनेटाइज करे लोगो से दूरी बना कर रखे।यदि गांव मे कोई बाहर का व्यक्ति दिखे तो गाव के सरपंच या सेकेटरी अथवा नजदीकी थाना को उक्त व्यक्ति के बारे मे सूचित करे । उन्होने कहा कि हमारी सावधानी ही सबसे बडा उपाय है कोरोना जैसे महामारी से बचने के लिए समाज सेवी राजेश सिंह ने अंत मे कहा कि जान है तो जहान है साथ ही उन्होने लोगो से यह  भी कहा कि गांव मे कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे अगर ऐसी जानकारी मिलती है तो उन्हे सूचित करे ।


आखिर कब रूकेगा पत्रकारों का उत्पीड़न

जिला चिकित्सालय में चिकित्सक ने की पत्रकार से अभद्रता


रिपोर्ट-संजय सिंह राणा


चित्रकूट। कोरोनावायरस को लेकर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूरे देश को लॉक डाउन किया गया है व लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण को रोका जा सके l
प्रधानमंत्री के आवाहन पर पूरा देश अपने घरों में रहकर लॉक डाउन का पालन कर रहा है lवहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री द्वारा किए गए लॉक डाउन पर कवरेज हेतु पत्रकारों को जगह-जगह जाकर लोगों की समस्या व सरकार की निर्देशों को बताने का कार्य किया जा रहा है जिसके लिए पत्रकार शहर कस्बों से लेकर ग्रामीण अंचलों तक निस्वार्थ भावना से कवरेज करते हुए नजर आते हैं लेकिन आज उन्हीं पत्रकार साथियों को जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों की अभद्रता का सामना करना पड़ रहा है जो बहुत ही निंदनीय है l
सरकार द्वारा पत्रकारों की सुरक्षा हेतु कड़े इंतजाम किए जाने के दावे किए जा रहे हैं लेकिन वही दावे जमीनी हकीकत पर से कोसों दूर नजर आ रहे हैं जहां पर पत्रकारों के साथ बदसलूकी व अभद्रता के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं जिसमें पत्रकारों को कहीं पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा तो कहीं जिला प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों की अभद्रता का सामना करना पड़ रहा है l अभी एक मामला सामने आया है जहां पर जिला चिकित्सालय में तैनात चिकित्सक द्वारा मान्यता प्राप्त पत्रकार से अभद्रता की गई है l


मामला है चित्रकूट जिला चिकित्सालय में तैनात चिकित्सक डॉ मोहित गुप्ता द्वारा मान्यता प्राप्त पत्रकार शंकर प्रसाद यादव से की गई अभद्रता का।


चिकित्सकों को शासन प्रशासन द्वारा सख्त निर्देश दिए गए हैं कि समय से चिकित्सालय पहुंचकर आम जनता का इलाज करें व सरकारी निर्देशों का सख्ती से पालन करें लेकिन चित्रकूट जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की मनमानी खूब देखने को मिल रही है जहां पर चिकित्सक अपनी हठधर्मिता के चलते समय से चिकित्सालय नहीं पहुंचते हैं व समय से पहले ही चिकित्सालय से निकल लेते हैं l
सबसे बड़ी बात यह है कि जब कोई गरीब पीड़ित मरीज इन चिकित्सकों से इलाज की बात करता है तो यह चिकित्सक भड़क जाते हैं व इन गरीब असहाय मरीजों के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं जैसे इनका इलाज करके यह कोई एहसान कर रहे हैं l
ज्यादातर चिकित्सक अपने चेंबर से गायब रहते हैं व इधर-उधर घूमते नजर आते हैं जिसके कारण गरीब पीड़ित मरीज इलाज के लिए चेंबर के चक्कर काटते हुए नजर आते हैं l
ऐसा ही एक मामला देखने को मिला है जिसमें चिकित्सक द्वारा एक गरीब मरीज के इलाज में घोर लापरवाही बरती जा रही है l
बताते चलें कि शनिवार को मानिकपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत मारकुंडी का रहने वाला सुनील कुमार पैर में सड़न होने के कारण जिला चिकित्सालय में भर्ती हुआ है जिसका इलाज डॉक्टर मोहित गुप्ता द्वारा किया जा रहा है जिसके इलाज में डॉक्टर द्वारा घोर लापरवाही बरती जा रही है l 
डॉक्टर मोहित गुप्ता द्वारा समय से चिकित्सालय ना आना व सही तरीके से मरीजों का इलाज ना करना चर्चा का विषय बना हुआ है स्थानीय डॉक्टर होने के चलते डॉक्टर मोहित गुप्ता की दबंगई खूब देखने को मिलती है जहां पर मरीजों के साथ चिकित्सक अपनी तानाशाही करते हुए नजर आते हैं चिकित्सक की तानाशाही इस कदर हावी है कि अपने सीनियर डॉक्टरों से भी उलझने में कोताही नहीं बरतते हैं l
समाचार कवरेज के दौरान जिला चिकित्सालय पहुंचे दैनिक आज समाचार पत्र के ब्यूरो चीफ व शासन द्वारा मान्यता प्राप्त पत्रकार शंकर प्रसाद यादव जब पीड़ित मजदूर से मिले व पीड़ित ने अपनी सारी बात पत्रकार को बताई जिसको लेकर पत्रकार ने चिकित्सक से बात करनी चाही तो दबंग डॉक्टर मोहित गुप्ता पत्रकार शंकर यादव पर भड़क गए व अभद्रता करते हुए देख लेने की बात की जिसकी शिकायत पीड़ित पत्रकार ने फोन के माध्यम से व कैंप कार्यालय में शिकायती पत्र देकर जिलाधिकारी को अवगत कराया व मुख्य चिकित्साधिकारी को शिकायती पत्र देकर अवगत कराया l
चिकित्सक की तानाशाही की बात पीड़ित पत्रकार ने सीएमएस को भी दी जिसमें सीएमएस ने डॉक्टर से अभद्रता की बात कही तो दबंग डॉ सीएमएस से ही भड़क गया l
जबकि इसी पीड़ित मरीज के इलाज को लेकर भाजपा नेता व सांसद पुत्र सुनील पटेल ने सीएमएस को फोन करके गरीब मजदूर के इलाज के लिए कहा था l
जिला चिकित्सालय में दबंग डॉक्टर मोहित गुप्ता तानाशाही इस कदर देखने को मिली जिसमें चिकित्सक ने पत्रकार शंकर यादव पर झल्ला कर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए देख लेने तक की धमकी दे डाली व बोले कि ज्यादा नेतागिरी और पत्रकारिता न करो नहीं तो बहुत बुरा होगा मैं तुम्हें देख लूंगा l
स्थानीय होने के चलते डॉक्टर की मनमानी जिला चिकित्सालय में खूब देखने को मिल रही हैं जहां पर डॉक्टर द्वारा मरीजों के साथ अभद्रता के चर्चे खूब सुनने को मिलते हैं इससे पहले भी कई मरीजों व उनके परिजनों के साथ डॉक्टर द्वारा कई बार अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया गया लेकिन कार्यवाही नहीं होने के चलते डॉक्टर अपनी मनमानी करते हुए नजर आता है l
जिला चिकित्सालय में संविदा कर्मी के रूप में तैनात डॉक्टर मोहित गुप्ता की तानाशाही के किस्से खूब सुनने को मिल रहे हैं l जहां पर प्रतिदिन मरीजों व उसके परिजनों को इस दबंग डॉक्टर की अभद्रता का सामना करना पड़ता है l
पीड़ित पत्रकार द्वारा बताया गया कि एक मरीज जो पिछले 1 हफ्ते से जिला चिकित्सालय में भर्ती है व पैर में सड़न हो जाने के कारण इलाज चल रहा है जिसके लिए पत्रकार द्वारा चिकित्सक को इलाज करने के लिए कहा गया जिस पर चिकित्सक मोहित गुप्ता भड़क गए व अभद्रता करने लगे व अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए देख लेने की धमकी तक दे डाली l अपने साथ हुई घटना की जानकारी पीड़ित पत्रकार ने जिलाधिकारी शेषमणि पाण्डेय व मुख्य चिकित्सा अधिकारी विनोद कुमार यादव व सीएमएस सहित चित्रकूट प्रेस क्लब के अध्यक्ष सत्य प्रकाश द्विवेदी जी को दी जिसमें जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्साधिकारी ने मामले की जांच कराते हुए कड़ी कार्यवाही करने की बात कही l
वही प्रेस क्लब अध्यक्ष सत्यप्रकाश द्विवेदी ने पत्रकार के साथ डॉक्टर द्वारा की गई अभद्रता की कड़ी निंदा की व पीड़ित पत्रकार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया गया l
सरकार द्वारा पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर कड़े निर्देश देने के बावजूद भी पत्रकारों का उत्पीड़न जगह जगह पर हो रहा है जिला चिकित्सालय में पत्रकार से बदसलूकी व अभद्रता करने वाले डॉक्टर पर कब कार्यवाही होगी यह एक बड़ा सवाल है।
सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि पत्रकार के साथ अभद्रता करने वाले डॉक्टर मोहित गुप्ता के ऊपर जिला प्रशासन कब कार्यवाही करने का काम करेगा l


बीकानेरः कोरोना के विस्फोट का कहर

बीकानेर । बीकानेर में कोरोना का क़हर बढ़ता जा रहा है । देर रात्रि को कोरोना विस्फोट हुआ , डॉक्टर सहित 8 पॉजीटिव मिले । एकसाथ 8 पॉजीटिव मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मच गया । वहीं देररात आई रिपोर्ट में आठ और पॉजिटिव आए हैं। इन पॉजिटिव में एक डॉक्टर भी बताया जा रहा है। हालांकि किसी ने इसकी पुष्टि नहीं की। जबकि शनिवार को दिन में आई रिपोर्ट में दो पॉजिटिव मिले थे। इसी के साथ बीकानेर में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 34 हो गया है।अस्पताल सूत्रों के मुताबिक देररात आठ मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई । इनमें आठ मरीजों में दो सिटी कोतवाली, एक गंगाशहर और पांच तेली लुहारों का मोहल्ले के हैं। पॉजिटिव मरीजों में चार बच्चे हैं। अस्पताल प्रशासन ने  देररात मरीजों को पीबीएम के कोरोना आईसीयू डी वार्ड से सुपर स्पेशलियटी सेंटर में शिफ्ट किया गया।
कोरोना वायरस का संक्रमण शहर के ठंठेरा मोहल्ले को जकड़ चुका है। शनिवार दोपहर को आई रिपोर्ट में 10 और मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसी के साथ बीकानेर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 34हो गया है। एक महिला की मौत हो चुकी है। हैरत की बात है कि अब तक बीकानेर में मिले पॉजिटिव मरीजों में 30 ठंठेरा मोहल्ले के हैं और तीन रानीबास और एक गंगाशहर में चिन्हित हुआ हैं। सभी २९ मरीज मृतक महिला के रिश्तेदार हैं।बता दें कि बीकानेर में अब तक पॉजीटिव मरीज़ों का आँकड़ा 34 पहुँच गया है , जिसमें से 1 महिला की मौत हो चुकी है ।


धोनी का कभी कर्ज नहीं चुका सकता

नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान और महान विकेट कीपर महेंद्र सिंह धोनी ने कई देशी और विदेशी खिलाड़ियों का करियर सवारा है। इसमें पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी शेन वाॅटसन का नाम भी शामिल है जो धोनी की आईपीएल टीम चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) की तरफ से खेलते हैं। वाॅटसन ने कहा कि वह धोनी और चेन्नई के कोच स्टीफन फ्लेमिंग का कर्ज कभी नहीं चुका सकते। वॉटसन ने सीएसके के इंस्टाग्राम पेज पर लाइव होकर कहा कि खिलाड़ियों की क्षमता पर विश्वास करना ही चेन्नई सुपर किंग्स टीम की सफलता का राज है। वॉटसन ने बातचीत के दौरान धोनी और चेन्नई के कोच स्टीफन फ्लेमिंग को शुक्रिया कहते हुए कहा कि अगर आप 10 मैचों में रन नहीं बनाते हैं और उसके बावजूद कप्तान और कोच आपके ऊपर भरोसा जताते हैं तो वो बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि अगर कोई दूसरी टीम होती तो टीम से बाहर कर दिया होता लेकिन चेन्नई ने मुझे टीम में बरकरार रखा। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने कहा कि आईपीएल सीजन 2019 में वह अच्छी बल्लेबाजी के बावजूद बड़ा स्कोर नहीं बना पा रहे थे। कई मैचों में असफल होने के बाद लगा कि टीम से बाहर कर दिया जाएगा लेकिन धोनी ने उन्हें टीम में बरकरार रखा। उन्होंने कहा कि धोनी के विश्वास ने सब कुछ बदलकर रख दिया। उनकी लीडरशिप में बहुत ताकत है। उन्हें पता है कि किस खिलाड़ी के साथ कब रहना है, कब उसे कप्तान की सबसे ज्यादा जरूरत है। वॉटसन ने कहा कि ये उनके लिए हैरानी भरा है और वह धोनी और फ्लेमिंग के हमेशा ऋणी रहेंगे।


5 बच्चों संग नदी में कूदी, 5 की मौत

भदोही। पति से हुए मामूली झगड़े के बाद यूपी के भदोही जिले में एक महिला अपने पांच बच्चों को लेकर गंगा में कूद गई। कुछ देर बाद मां तो तैर कर नदी से बाहर निकल आई लेकिन पांच से 11 साल के पांचों बच्चे नदी में ही डूब गए। बच्चों के शवों की तलाश का काम जारी है। डूबने वाले बच्चों में दो लड़के और तीन लड़कियां हैं। इनमें सबसे बड़ी लड़की की उम्र 11 साल है और सबसे छोटे लड़के की उम्र तीन साल है।
मिल रही जानकारी के अनुसार भदोही में गंगा घाट पर रविवार सुबह एक महिला ने परिवार समेत आत्महत्या की नीयत से पांच बच्चों को लेकर गंगा में छलांग लगा दी। इसके कुछ देर बाद महिला तो तैर की बाहर आ गई लेकिन पांचों बच्चे नदी में बह गए। बाहर निकली महिला को ग्रामीणों ने घेर लिया और उससे पूछताछ की। उसने कहा कि मैंने जानबूझकर ही बच्चों को डुबाया है।
जानकारी के मुताबिक गोपीगंज थानाक्षेत्र के जहांगीराबाद गांव निवासी मृदुल यादव उर्फ मुन्ना की 37 वर्षीय बीवी मंजू यादव आज तड़के अपने पांच बच्चों आरती(11), सरस्वती(7), शिव शंकर(6), मातेश्वरी(5) और तीन वर्षीय केशव प्रसाद के साथ जहांगीराबाद घाट पहुंची। इसके बाद उसने सभी बच्चों के साथ गंगा में छलांग लगा दी।
कुछ देर में वह तैर कर नदी से बाहर आ गई। और घाट के किनारे की बैठ गई। सुबह जब ग्रामीणों की निगाह पड़ी तो पूछे जाने पर उसने बताया कि मैंने अपने पांचों बच्चों को गंगा में डुबो दिया। बच्चों के पिता मृदुल यादव का कहना है कि वह बीती रात किसी रिश्तेदार को लेकर झारखंड गया था। सूचना मिलने के बाद जैसे तैसे वह मौके पर पहुंचा।
उसने बताया कि पत्नी को कोई बीमारी भी नहीं है। वह दिमागी रूप से भी बिल्कुल ठीक है। वहीं बच्चों की मां ने आरोप लगाया कि पति से किसी बात को लेकर लड़ाई झगड़ा हुआ था, जिसके बाद उसने यह कदम उठाया।


पोर्न देखने में नंबर वन बना 'इंडिया'

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग की सबसे सशक्त रणनीति में सोशल डिस्टेंसिंग और लॉक डॉउन है। प्रधानमंत्री की अपील का देश की अधिकांश जनता ने अनुसरण किया और तमाम लोग आज अपने—अपने घरों में हैं। ऐसे में कई माध्यमों से देखा जा रहा है कि आंखिर जनता घर में दिन भर क्या कर रही है। कोई बागवानी कर रहा है, कोई संगीत का रियाज कर रहा है, कोई घर से ही दफ्तर के काम निपटा रहा है, लेकिन इससे इतर भी कुछ है जो भारतीय सबसे अधिक कर रहे हैं। चौंकिये मत, पूरे विश्व में भारतीय सबसे अधिक इंटरनेट पर पॉर्न देखकर अपना वक्त बिता रहे हैं। यह हम नही कह रहे, बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी पॉर्न वेबसाइट पॉर्न हब के आंकड़े इस बात की तस्दीक कर रहे हैं। वैसे तो पूरी दुनिया में पॉर्न देखने वालों की संख्या बढ़ी है, लेकिन भारत इस मामले में पहले नंबर पर पहुंच गया है। पॉर्न हब के ताजा आंकड़ों के मुताबिक तीन हफ्ते के लॉकडाउन की अवधि में ही भारत में एडल्ट साइट्स पर जाने वालों का ट्रैफिक 95 फीसदी बढ़ा है। आंकड़ों के मुताबिक भारत में मार्च के आखिर में आधिकारिक पाबंदियों के शुरू होने से पहले ही पॉर्न कंटेंट देखने में 20 फीसदी का उछाल आ गया थाा। बता दें कि भारत सबसे तेजी से उभरने वाला स्मार्टफोन मार्केट है जिससे लोगों तक पॉर्न कंटेंट पहुंचना आसान हो गया है। खैर अभी तो बहुत से राज्यों ने लॉक डॉउन की अवधि बढ़ा दी है। देखना यह है कि भारतीय लोग आगे लॉक डॉउन के दौरान कुछ सार्थक कार्य करते हैं या फिर पॉर्न साइट पर चिपके रहकर अपना वक्त जाया करेंगे।


 


यूपी में पांचवी मौत, 425 संक्रमित

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण के चलते पांचवीं मौत देखने को मिली है, जबकि 19 नए मामलों के साथ सूबे में महामारी से संक्रमित कुल व्यक्तियों की संख्या बढ़कर 425 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां जारी आंकड़ों के अनुसार, बुलंदशहर के एक आयुर्वेद चिकित्सक ने शनिवार रात दिल्ली के एक अस्पताल में दम तोड़ा।बुलंदशह के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर के.एन.तिवारी ने कहा, “मरने वाले 58 वर्षीय बुलंदशहर में एक निजी आयुर्वेद चिकित्सक थे और उन्हें नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके परिवार के सदस्यों के नमूने भी जांच के लिए भेजे गए हैं।”आयुर्वेदिक चिकित्सक को 7 अप्रैल को शुरुआत में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, बाद में उन्हें दिल्ली स्थानांतरित कर दिया गया था। संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उनके क्लिनिक को भी सील कर दिया गया। दूसरी ओर शनिवार को समने आए नए 19 मामलों में से आठ तबलीगी जमात के सदस्यों से जुड़े हैं।


अतरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा, “कोरोनावायरस से संक्रमित हुए तबलीगी जमात के सदस्यों की संख्या बढ़कर 254 हो गई है।” स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इस बीच उपचार के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ हुए 13 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। यह राज्य में एक दिन में ठीक होकर डिस्चार्ज किए जाने वाले सबसे अधिक मरीजों की संख्या है। स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में लक्षण संदिग्ध 5,477 की पहचान की है और 576 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि अन्य 8,084 लोगों को क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया है।


बकाया किस्तों पर ब्याज देना होगा

नई दिल्ली। कोरोनावायरस के चलते मॉरीटोरियम अवधि के दौरान लोन की किश्त की अदायगी में ब्याज की छूट दिए जाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। याचिका में कहा गया है कि बैंक और वित्तीय संस्थान अपने कर्ज में ग्राहकों से मॉरीटोरियम अवधि के दौरान ब्याज न लें। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपने मार्च के सर्कुलर में इसकी घोषणा की है, लेकिन अभी तक यह एक घोषणा ही है क्योंकि मॉरीटोरियम अवधि में ब्याज देय है।


याचिकाकर्ता ने तर्क दिया है कि नियमित किश्त के साथ अतिरिक्त ब्याज का भुगतान करने का कोई अर्थ नहीं है। इसलिए राज्य का कर्तव्य है कि संकट के इस समय में उधारकर्ताओं को छूट दी जाए। जब लोगों की नौकरियों पर संकट हो और उनसे आय छीन ली गई हो तो ऐसे में उपभोक्ताओं को छूट दी जानी चाहिए। बताते चलें कि कोरोनावायरस और उसके आर्थिक प्रभावों से निपटने के लिए सरकार के बाद RBI ने बड़ा कदम उठाया है। आरबीआई ने नीतिगत ब्याज दर यानी रेपो रेट में 0.75 प्रतिशत की कटौती की। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (Shakti Kant Das) ने कहा था कि रेपो दर को मौजूदा समय में 5.15 प्रतिशत से घटाकर 4.4 प्रतिशत किया गया है। मौद्रिक नीति समिति (MPC) के 6 सदस्यों में से चार ने इस कदम के पक्ष में वोट किया है। इससे होम लोन समेत अन्य कर्जों की ईएमआई में कमी आने की उम्मीद है। आर्थिक नरमी को दूर करने के लिए आरबीआई इससे पहले भी कई बार नीतिगत ब्याज दर में कटौती कर चुका है। साथ ही बैंकों को दरों में पर्याप्त कटौती करने का भी निर्देश दिया था।


सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


अप्रैल 13, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-246 (साल-01)
2. सोमवार, अप्रैल 13, 2020
3. शक-1942, वैशाख, कृष्ण-पक्ष, तिथि-षष्ठी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 06:04,सूर्यास्त 06:48।


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-35+ डी.सै.।


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शनिवार, 11 अप्रैल 2020

वायरस का खौफ, बढ़ेगा 'लॉक डाउन'

बृज बिहारी दुबे


नई दिल्ली। भारत में लगातार बढ़ते कोरोना मामलों के बीच शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। जिसमें उन्होंने सभी से इस बात का फीडबैक लिया कि क्या कोविड-19 के प्रकोप को रोकने के लिए 14 अप्रैल को खत्म हो रहे 21 दिनों के लॉकडाउन को बढ़ाना चाहिए या नहीं। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी मास्क (गमछा या तौलिया) पहने हुए नजर आए।
केंद्र सरकार ने महामारी के प्रसार को रोकने के प्रयासों में लगे हुए सभी संबंधित एजेंसियों और हितधारकों से इस मुद्दे पर विचार प्राप्त किए हैं। प्रधानमंत्री ने शनिवार सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मुख्यमंत्रियों से बात ऐसे समय पर की जब माना जा रहा है कि सरकार देशभर में लागू लॉकडाउन को कुछ संभावित छूट के साथ बढ़ा सकती है।
पंजाब और ओडिशा पहले ही अपने राज्यों में जारी लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा चुके हैं। वहीं देश में जारी लॉकडाउन आने वाले मंगलवार को खत्म हो रहा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विभिन्न पहलुओं पर राज्य सरकारों से विचार मांगे हैं, जिसमें यह जानकारी भी शामिल है कि क्या अधिक लोगों और सेवाओं को छूट दी जानी चाहिए।
वर्तमान में जारी लॉकडाउन में केवल जरूरी सेवाओं को छूट दी गई है। यह दूसरी बार है जब प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन के बाद मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की है। दो अप्रैल को हुई बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जारी लॉकडाउन से बाहर निकलने के लिए सख्त कदम उठाने के लिए कहा था।
केजरीवाल ने दिया लॉकडाउन बढ़ाने का सुझाव
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेस में पूरे भारत में 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाने का सुझाव दिया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने 15 दिनों के लिए लॉकडाउन बढ़ाने को कहा
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उद्योग और कृषि क्षेत्रों के लिए विशेष रियायतों के अलावा कम से कम एक पखवाड़े तक लॉकडाउन बढ़ाने की सिफारिश की। उन्होंने रैपिड टेस्टिंग किट की जल्द आपूर्ति के लिए भी कहा।


मास्क की जगह गमछे के उपयोग को दें बढ़ावा
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जिलाध्यक्ष से बातचीत में कहा था कि मास्क तैयार करने के लिए अनावश्यक पैसा खर्च करने की जरुरत नहीं है। पूर्वांचल में तो कंधे पर तौलिया व गमछा रखने की परंपरा है, इसे जारी रखें और इसी से मुंह ढकने के लिए लोगों को जागरूक करें। जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा ने पीएम मोदी को मास्क बांटने के बारे में बताया तो प्रधानमंत्री ने कहा था कि अनावश्यक पैसे खर्च करने की आवश्यकता नहीं है। मास्क इलाज में लगे डॉक्टर एवं उनके सहयोगियों, सफाई कामगारों के लिए जरूरी है।


242 लोगों की मौत, 7529 संक्रमित

नई दिल्ली। देशभर में कहर बरपा रहे कोरोना को लेकर  स्वास्थ्य मंत्रालय रिपोर्ट पेश कर रहा है। मंत्रालय के अनुसार कोरोना से अब तक 242 लोगों की मौत हो गई है। अब तक 643 लोग ठीक हो गए हैं। देश में अब तक 1 लाख 70 हजार टेस्ट किए गए हैं।  स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि अगर समय रहते लॉकडाउन ना किया होता तो आज देश में 8 लाख केस होते। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्राालय के अनुसार 242 लोगों की मौत हुई है। इनमें मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, असम राज्य शामिल है है। कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा 110 मौत महाराष्ट्र में हुई है। इसके बाद मध्य प्रदेश में 33, गुजरात में 19 और दिल्ली में 13 लोगों की मौत हुई है। पंजाब में 11 मौत जबकि तमिलनाडु में आठ और तेलंगाना में सात लोगों की मौत हुई है। आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में छह-छह लोगों की मौत जबकि पश्चिम बंगाल में पांच लोगों की मौत हुई है।
आज तक 171718 सैंपल के टेस्ट किए गए हैं। कल 16764 टेस्ट किए गए। प्राइवेट लैब की संख्या 67 है।
लॉकडाउन और कन्टेनमेंट का असर दिख रहा है। अगर हम कोई कदम न उठाते तो आज 2 लाख से ज्यादा केस आ गए होतेः स्वास्थ्य मंत्रालय
अब तक 643 लोग ठीक हो गए हैं। कल 40 लोगों की मौत हुई थी। अब तक 7542 केस सामने आए हैं और कुल 242 लोगों की मौत हुई हैः स्वास्थ्य मंत्रालय


उत्तराखंडः 93 मरीज निगेटिव, 5 ठीक

देहरादून। उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने हेल्थ बुलेटिन जारी करते हुए बताया कि, आज उत्तराखंड के लिए लगातार राहत भरा तीसरा दिन है। आज तीसरे दिन भी राज्य में किसी मरीज में कोरोना संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई। आज कुल 93 मरीजों की सभी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जानकारी के लिए बता दें कि, राज्य में अब तक 5 मरीज ठीक होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब तक कुल 1,705 मरीजों के सैंपल भेजे जा चुके है। जिसमें अब तक 1,340 मरीजो कि रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जिसमें से 330 मरीजों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है।


विद्युत-विभाग के अभियंता की उगाही

अतुल त्यागी जिला प्रभारी


विद्युत विभाग के जे ई की दबंगई।


लॉक डाउन में किसानों से निकले अवैध उगाही को नहीं देने पर विद्युत मोटर का करने लगे ओवर लोड चैक


हापुड़। एक तरफ प्रदेश सरकार आम जन और किसानों के लिये हर संभव सहायता को  प्रतिबद्ध है।
वहीं बिजली विभाग लग रहा किसान उत्पीडन में शनिवार को हरौडा बिजली घर के जे ई राजकुमार शनिवार को.जखैडा रहमतपुर में  किसानो की ट्यूवैलों पर अवैध उगाही के मकसद से छापेमारी को निकले जहां भाकियू कार्यकर्ताओं और किसानो के आक्रोश का सामना करना पडा। प्रदेश  सरकार जहां जनता को ऐसी विषम परिस्थितियों में हर संभव सहायता का प्रयाश कर रही है वहीं विद्युत विभाग के जे.ई उत्पीडन पर जुटे हैं। भाकियू जिलासंयोजक  रिंकू राघव जिला उपाध्यक्ष विनोद तोमर  और ग्राम प्रधान मनोज कुमार राघव ने  जे ई के राजकुमार का घेराव कर लिया और लौक डाउन में किसानो के साथ उत्पीडन का विरोध किया भाकियू जिलाध्यक्ष धनवीर शास्त्री ने कहा कि किसान  उत्पीडन पर जे.ई राजकुमार के विरुद्ध कार्यवाही के लिये जिलाधिकारी हापुड से मांग करेंगे।


पहलः रूस ने चीन का भी तोड़ा रिकॉर्ड

मास्को। रूस ने कोरोना वायरस से जंग लड़ने के लिए चीन का भी रेकॉर्ड तोड़ दिया है। वुहान की तर्ज पर रूस ने सिर्फ 20 दिन में ही 10 हजार लोगों के इलाज के लिए एक बड़ा अस्पताल खड़ा कर दिया है। मीडिया रपटों के अनुसार, रूस में इस तरह के 18 अस्पताल तैयार किए गए हैं। करीब 10 हजार से ज्यादा मजदूरों ने इस अस्पताल को तैयार किया है।


इस अस्पताल को बनाने में लगभग 700 करोड़ रुपये का खर्च आया है। बाकी अस्पताल सेना ने बनाए हैं। इसमें आधे बिस्तर आईसीयू और वेंटिलेटर की सुविधा से लैस होंगे। रूस अब तक कोरोना वायरस के 10 लाख टेस्ट कर चुका है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अभी सबसे खराब स्थिति आनी बाकी है। बता दें कि चीन ने वुहान शहर में 10 दिनों में ही अस्पताल बनाकर तैयार किया था। चीन का अस्पताल 1000 बेड का था। हुबेई प्रांत के वुहान शहर में स्थित इस अस्पताल में सेना के 1400 डॉक्टरों की एक टीम तैनात की गई थी। कोरोना वायरस से सबसे पहले चीन का वुहान शहर प्रभावित हुआ था। इस अस्पताल का निर्माण 23 जनवरी को शुरू हुआ था और 2 फरवरी को अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा हो गया था।


कैसेः 2 लोगों के बीच फैला वायरस

बर्लिन। जर्मनी में वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के लिए बारीकी से टेस्टिंग की, जिससे उन्हें ये पता लगाने में आसानी हुई कि आखिर कैसे कोरोना वायरस दो लोगों के बीच फैला। इस तरह से टेस्टिंग करने के बाद उन्हें ये भी पता चला कि कैंटीन में जब एक कर्मचारी ने दूसरे को नमक की शीशी दी, तो उसके जरिए कभी कोरोना वायरस ट्रांसफर हो गया। ये सब सिर्फ इसलिए मुमकिन हो सका, क्योंकि इस मामले में हर छोटी-बड़ी चीज का ध्यान रखा गया, जिसकी वजह से वैज्ञानिकों को पूरी चेन का पता चल सका।


ये मामला जर्मनी के बावरिया में म्यूनिक के पास की नगरपालिका स्टॉकडोर्फ का है। स्टॉकडोर्फ की आबादी करीब 4000 की है। यहां रहने वाले ही कुछ लोग कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए, जो वेबस्टो ग्रुप नाम की कार के पार्ट्स सप्लाई करने वाली कंपनी में काम करते हैं। इस कंपनी पर दुनिया का ध्यान तब खिंच, जब लोगों को पता चला कि एक चीनी महिला को कोरोना वायरस हुआ था और फिर उसी से यह वायरस वेबस्टो के हेडक्वार्टर पहुंचा। वहां पर यह एक शख्स से दूसरे को होता गया, जिसमें कैंटीन में खाना खाने वाले भी शामिल थे, जिनका मरीज से सीधे कोई संपर्क भी नहीं था।


स्वास्थ्य मंत्री से मदद का आश्वासन

नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने सभी राज्यों  के स्वास्थ्य मंत्रियों और विभागों के अधिकारियों से बातचीत कर कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ की स्थिति की समीक्षा की है और उन्हें इस लड़ाई में केन्द्र सरकार की तरफ से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि वीडियो कांफ्रेंङ्क्षसग के जरिए की गई इस बैठक में उन्होंने  कोरोना समर्पित अस्पतालों, कोरोना वायरस से निपटने पर चर्चा की। इसमें कोरोना सर्विलांस और  मरीजों की कांटेक्ट ट्रेङ्क्षसग पर ध्यान दिए जाने की बात कही गई है। सभी राज्यों ने उन्हें कोरोना वायरस से निपटने में अपनी तरफ से पूरी तैयारी का आश्वासन दिया है। श्री अग्रवाल ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कोरोना महामारी से निपटने के लिए राष्ट्रीय  और राज्य स्तर पर स्वास्थ्य तंत्र को मजबूत बनाने के उद्देश्य से कल ‘कोविड-19 आपात स्वास्थ्य तंत्र तैयारी पैकेज’ के लिए 15000 करोड़ रूपये के पैकेज की घोषणा की गई थी।  इस पैकेज  की राशि कोरोना वायरस से निपटने के लिए आपात स्थिति में उठाये जाने वाले कदमों तथा उपायों पर खर्च की जायेगी जबकि शेष राशि अगले चार वर्षों में मिशन मोड योजना के तहत खर्च की जायेगी। इस पैकेज का उद्देश्य देश भर में कोरोना वायरस के संक्रमण के निदान और उपचार की सुविधाओं को बढ़ाना है। इसके तहत अनिवार्य चिकित्सा उपकरणों तथा दवााओं की केन्द्रीकृत खरीद, प्रयोगशाला बनाना, निगरानी बढ़ाना और व्यापक स्तर पर स्वास्थ्य तंत्र को मजबूत बनाना शामिल है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में केन्द्र सरकार ने रक्त ट्रांसफ्यूजन को ध्यान में रखते हुए मंत्रालय ने सभी रक्त बैंकों के लिए एक विस्तृत गाइडलाइन जारी की है। देश में वेंटीलेटर, फेस मॉस्क, सर्जिकल मास्क, कोरोना टेस्ट किट,पीपीई और अन्य सामग्री को कस्टम उत्पाद ड्यूटी से मुक्त कर दिया है। इसके अलावा अस्पतालों में पीपीई के तर्कसंगत इस्तेमाल के लिए एक वीडियो बनाकर उसे मंत्रालय की वेबसाईट पर उपलब्ध करा दिया है। उन्होंने बताया कि देश में गुरूवार से शुक्रवार तक कोरोना के 678 नए मामले सामने आए हैं और अब तक 503 लोगों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। देश में अब तक कोरोना वायरस के कुल मामले 6412 हैं और इससे अब तक 199  लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें से कल 33 लोगों की मौत हुई थी। श्री अग्रवाल ने बताया कि देश में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा को लेकर सरकार की तरफ से काफी विचार-विमर्श किया गया है और यह दवा कोरोना पीड़ति मरीजों, उनके संपर्क में आए प्रथम स्तर के संपर्क रिश्तेदारों और चिकित्सकों को दी जाती है तथा अगले एक हफ्ते तक अगर ऐसी एक करोड़ गोलियों की जरूरत पड़ती है और अभी तक देश में 3़ 28 ऐसी टेबलेट हैं। इस माह के अंत अगर ऐसी अतिरिक्त 1़ 6 करोड़ टेबलेट की जरूरत पड़ेगी तो इसके लिए भी दो से तीन करोड़ अतिरिक्त टेबलेट की उपलब्धता की पूरी तैयारी है और घरेलू स्तर पर उत्पादन सुनिश्चित कर दिया गया है। निजी क्षेत्र में दो करोड़ गोलियां के लिए इंतजाम कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि कल तक 16 हजार टेस्ट किए गए थे और इसमें 320 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है जो मात्र दो प्रतिशत के करीब है। श्री अग्रवाल ने इस बात को खारिज किया कि यह संक्रमण सामुदायिक स्तर पर पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि अभी वह स्थिति नहीं बनी है। उन्होंने बताया कि रैपिड डायग्नोस्टिक किट का आर्डर दिया चुका है। पीपीई, एन-95 मॉस्क और वेंटीलेटर्स की कोई कमी नहीं है और विदेशों से इनकी आपूर्ति आनी शुरू हो गई है। पहले देश में बुनियादी सुविधा संबधी दिक्कतें थी लेकिन अब इस दूर कर लिया गया है। इस समय देश में पीपीई के 39 मैन्युफैक्चर्स हैं और वे इनकी आपूर्ति को लेकर पूरी तरह तैयार हैं। इनके अलावा 49 हजार वेंटीलेटर्स का आर्डर दिया जा चुका है। उन्होंने देश भर में स्वास्थ्यकर्मियों और चिकित्सा स्टाफ पर हो रहे हमले पर ङ्क्षचता व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं स्वास्थ्य क्षेत्र के कर्मचारियों का मनोबल गिराती है। उन्होंने कहा कि पिछले दो महीनों में राज्य स्तर पर नौ लाख एन -95 मास्क उपलब्ध थे लेकिन हमने अब राज्यों को 20 लाख ऐसे मास्क उपलब्ध कराए हैं और इनकी खरीद शुरू कर दी गई है। यह बात अच्छी तरह समझ लेनी है कि इनका इस्तेमाल तर्कसंगत तरीके से किया जाना चाहिए तथा इसमें यह भी ध्यान रखा जाना है कि चिकित्सकों को जोखिम कितना है। कोरोना वायरस के मरीजों की तीन श्रेणियां होती हैं जिनमें लो रिस्क, मीडियम और हाई रिस्क मरीज होते हैं और केवल हाई रिस्क मरीजों के लिए पूरे सुरक्षात्मक उपकरण की जरूरत होती है। राज्य सरकारों को उनकी मांग के आधार पर ही इन पीपीई की आूपर्ति की जा रही है। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि लोगों को इस बीमारी को लेकर अनचाहे डर से बचना चाहिए और अगर किसी के परिवार में किसी को यह संक्रमण है तो उन्हें सामने आना चाहिए और इसमें केन्द्र सरकार की तरफ से पूरी मदद की जाएगी।


आंधी-तूफान ने उजाडे़ कई आशियाने

शेख मक़बूल
सुकमा। बीती रात तेज आंधी तूफान की वजह से जगरगुंडा क्षेत्र में दस मकानों के छप्पर उड़ गए। वहीं दो मकान पूरी तरह से गिर गए है। इस आंधी तूफान से सैकड़ों पेड़ भी गिर गए है। 
दुसरीं तरफ तेज आंधी तूफान ने कहर ढाहाते हुए जगरगुंडा बेस केम्प में स्थित ग्रामीणों के मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए है। इस मामले की जानकारी कोंटा एसडीएम हिमाचल साहू को मिलते ही उन्होंने तत्काल मौके से पीड़ितों को जल्द राहत पहुँचाने के लिए दल रवाना कर दिया है ।
इधर कोन्टा विधायक एंव केबिनेट मंत्री कवासी लखमा को इसकी जानकारी मिलते ही सुकमा कलेक्टर को पूरी जांच कर जल्द से जल्द पीड़ितों को राहत पहुचाने की दूरभाष पर बात की है ।


मास्क के बिना होगा मामला दर्जः डीएम

बिना मास्क घर से बाहर निकलने पर होगी कार्रवाई कलेक्टर ने जारी किये निर्देश


 किशोर महंत


कोरबा। कोरबा महामारी घोषित हो चुके कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को जिले में रोकने के लिए जिला प्रशासन सजग और गंभीर है। लोगों में सक्रमण को रोकने के लिए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी किये हैं। निर्देशानुसार प्रत्येक व्यक्ति को घर से बाहर सार्वजनिक स्थलों में निकलते समय मास्क, फेस कवर पहनना अनिवार्य किया गया है। इसके लिए बाजार में मिलने वाले ट्रिपल लेयर मास्क का प्रयोग किया जा सकता है अथवा घर में ही तीन परतों वाला फेस कव्हर बनाया जा सकता है। इस होम मेड मास्क, फेस कवर को साबुन से धोकर पुनः प्रयोग में लाया जा सकता है। मास्क, फेस कवर उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में गमछा, रूमाल, दुपट्टा इत्यादि का भी फेस कवर के रूप में उपयोग किया जा सकता है बशर्ते मुंह एवं नाक पूरी तरह से ढका हो। उपयोग में लाया हुआ फेस कवर मुंह, नाक में प्रयुक्त होने वाला गमछा का पुनः प्रयोग बिना साबुन से अच्छी तरह धोये उपयोग में न लाया जाये। बिना फेस कवर, मास्क के घर से बाहर सार्वजनिक स्थलों पर जाना सरकार द्वारा जारी निर्देश का उल्लंघन माना जायेगा तथा संबंधित के विरूद्ध विधि अनुसार कार्यवाही की जायेगी।


राहत सामग्री की सेल्फी पर धारा 188

आकाश दत्त मिश्रा


कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए किए गए लॉक डाउन के दौरान जरूरतमंदों की मदद के लिए जो समाज सेवी संस्थाएं और जो युवाओं का समूह सामने आ रहा था उनके द्वारा किए जाने वाली सामग्रियों के वितरण के दौरान लिए जाने वाली सेल्फी फोटो को लेकर मुंगेली जिला प्रशासन ने तीखे तेवर दिखाए है और अब इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगा दी गयी है। इतना ही नहीं अब इस प्रकार के कृत्य को अपराध की श्रेणी में डाल दिया गया है ।
दरअसल सेवा के नाम पर गरीब और जरूरतमंद के साथ तस्वीर लेकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए एक प्रकार से गरीब और उनकी गरीबी का उपहास उड़ाया जा रहा है । कुछ लोग समाज सेवा के नाम पर अपना विज्ञापन और उदारता का थोथा प्रदर्शन करने में जुट गए हैं, इससे एक तरफ जहां सोशल डिस्टेंस के नियमों की धज्जियां उड़ रही है, वहीं जरूरतमंद लोग भी खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं। जिसे लेकर अब मुंगेली जिला प्रशासन ने भी सख्ती दर्शाते हुए कहा कि अब इस तरह की गतिविधियों पर धारा 188 के तहत कार्यवाही की जाएगी।


लॉक डाउन के दौरान जरूरतमंदों को अनाज सब्जी व अन्य खाद्य सामग्रियों का निशुल्क वितरण विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं और दानदाताओं द्वारा किया जा रहा है। समाजसेवी संस्थाओं और दानदाताओं द्वारा निशुल्क सामग्रियों का वितरण करते हुए उनके साथ फोटो और उनकी सेल्फी ली जा रही है और जिसे सोशल साइट्स के माध्यम से प्रदर्शित किया जा रहा है। जिससे वे सामाजिक तौर पर शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं।
इसलिए अब जिला प्रशासन ने इस मसले पर आदेश जारी करते हुए कहा है कि समाजसेवी संस्थाओं दानदाताओं और अन्य संगठनों के द्वारा इस तरह की फोटो को सोशल साइट्स पर साझा न किया जाए।
हालांकि इसका दूसरा पहलू भी है। लोग स्वयं को बड़ा दानदाता और उदार प्रदर्शित करने के लिए जिस तरह का प्रयास कर रहे हैं उससे अंततः किसी जरूरतमंद की मदद ही हो रही है। अब शासन ने स्पष्ट कहा है कि दानदाता, राहत सामग्री आदि सीधे जरूरतमंद को न देकर पुलिस को दे, जिसे पुलिस वितरित करेगी।
बहुत कम उम्मीद है कि अब इतनी बड़ी संख्या में लोग इस कार्य में सहयोग करेंगे। कम से कम सेल्फी खींचने के नाम पर ही लोग बढ़-चढ़कर यह दिखावा कर रहे थे , जिससे कुछ लोगों की मदद हो रही थी , लेकिन जिला प्रशासन की सख्ती के बाद बहुत मुमकिन है कि ऐसे लोग अपने कदम वापस खींच ले। हिंदू शास्त्र में कहा गया है कि परोपकार का महत्व तभी है जब आप दाएं हाथ से दान करें और बाएं हाथ को पता ना चले । यह प्रदर्शन शास्त्रों के उस कथन की धज्जियां उड़ा रही है लेकिन मौजूदा चलन में जब हर छोटी-बड़ी घटना के साथ सेल्फी लेने का ही प्रचलन हो, उस दौर में इन बातों को बेवजह तूल देने की बजाय अगर इसमें निहित लाभ पर फोकस किया जाता तो शायद जरूरतमंदों का भला होता । जाहिर है यह लॉक डाउन लंबा खींचने वाला है। अब तक आम लोगों की मदद से जिला प्रशासन ने हालात पर काबू आया हुआ है। अगर अब नए नियम के चलते आम लोग मदद से हाथ खींच ले तो फिर पुलिस और प्रशासन के लिए यह दोहरी जिम्मेदारी हो जाएगी और जिसका खामियाजा अंततः हाशिए पर बैठा हुआ आदमी उठाएगा, जिस तक शायद ही राहत सामग्री पहुंच सके।


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'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...