बुधवार, 22 जनवरी 2020

संकट के दलदल में 'कृषि-कृषक'

कम आय, खेती की बढ़ती लागत और सरकारी उपेक्षा, किसान और खेती दोनों ही संकट के दलदल में!


कृषि हमारी अर्थव्यवस्था का मजबूत आधार..!


तस्लीम बेनकाब


आजादी के सात दशक बाद भी भारत के किसानों की दशा में कोई बड़ा कांतिक्रारी बदलाव देखने को नहीं मिला है। बल्कि देश में किसान और खेती दोनों ही संकट के दलदल में धंसते जा रहे हैं। जिन अच्छे, समृद्ध किसानों की बात की जाती है, उनकी गिनती तो बहुत ही कम है। लेकिन ऐसे किसानों की संख्या बहुत अधिक है जो आज भी हाशिये का जीवन जीने को मजबूर हैं। किसान हमेशा से हमारे देश की अर्थव्यवस्था का आधार रहे हैं। लेकिन यही आधार जब कमजोर पड़ने लगेगा तो हमारी कृषि का क्या होगा, यह गंभीर सवाल है जिस पर हमें सोचने की जरूरत है।
किसानों की दुर्दशा को हम लंबे समय से देखते-सुनते आ रहे हैं। हालात कितने गंभीर हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले दो दशक में लगभग कई हजारों किसान आत्महत्या कर चुके हैं। यही कारण है कि आज जगह-जगह किसानों के उग्र आंदोलन हो रहे हैं। कम आय, खेती की बढ़ती लागत और सरकारी उपेक्षा ने कृषि संस्कृति को संकट में डाल दिया है। पिछले कई सालों से खेती करने की लागत जिस तेजी से बढ़ती जा रही है, उस अनुपात में किसानों को मिलने वाले फसलों के दाम बहुत ही कम बढ़े हैं।
सातवें दशक में ग्रामीण परिवार की तीन चौथाई आय का स्रोत कृषि हुआ करती थी। इसके पैंतालीस साल बाद 2015 में यह एक तिहाई से भी कम रह गई है। अब अधिकांश ग्रामीण परिवार गैर कृषि कार्यों से अधिक आय अर्जित कर रहे हैं। बेशक, हमारा देश आज भी कृषि प्रधान है, बावजूद इसके शहरीकरण और औद्योगीकरण के चलते खेती का रकबा लगातार घटता जा रहा है। यही वजह है कि हमारी कृषि गहरे संकट में फंसती जा रही है। किसानों की आत्महत्या के बढ़ते सरकारी आंकड़े भी इस हकीकत को बयां करते हैं। सवाल उठता है कि खेती-बाड़ी पर निर्भर लोग क्यों मौत को गले लगा रहे हैं और यह सिलसिला आखिर क्यों नहीं थम पा रहा है?
अभी तक किसानों के कल्याण की जो योजनाएं बनाई गई हैं और जिस तरह से उनका क्रियान्वयन किया गया है, वह सिर्फ वोट बैंक को ध्यान में रख कर किया गया है। जब तक कृषि को उद्योग का दर्जा नहीं दिया जाता, तब तक कृषि कराहती रहेगी, ग्रामीण युवा खेती-किसानी से पलायन करते रहेंगे और किसान आत्महत्या करते रहेंगे। इसलिए दम तोड़ती खेती को बचाना और उसे सुगम बनाना सरकारों का सबसे बड़ा आर्थिक सरोकार होना चाहिए। ऐसा तभी संभव है जब सत्ता में बैठे लोग विकास योजनाएं तय करते समय खेती और किसानी का खास ध्यान रखें। कृषि हमारी अर्थव्यवस्था का मजबूत आधार है, यह हम बरसों से सुनते आ रहे हैं। लेकिन नीतियों के क्रियान्वयन में शिथिलता अर्थव्यवस्था के इस अहम केंद्र की जड़ें कमजोर ही करती जा रही है। इस दिशा में समुचित प्रयास नहीं किए गए तो खेती-बाड़ी से किसानों का मोहभंग होता जाएगा। इसलिए किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार को कई स्तरों पर नए सिरे से सुधार करने की जरूरत है।


टाटा मोटर्स ने लॉन्च की दमदार अल्ट्राज

नई दिल्ली। देश की बड़ी कार निर्माता Tata Motors ने अपनी हैचबैक कार Altroz लांच किया है। पेट्रोल वर्ज़न वाली अल्ट्रॉज की एक्सशोरूम कीमत 5.29 लाख रुपए से शुरू है। वहीं, डीजल कार की शुरुआती कीमत 6.99 लाख रुपए (एक्सशोरूम रेट) है। बतादें, अल्ट्रॉज देश की सबसे सुरक्षित हैचबैक कार है। जिसे हाल ही में (ग्लोबल एनसीएपी) क्रैश टेस्ट में 5-स्टार रेटिंग दी गई ​है। टाटा मोटर्स (Tata Motors) की प्रीमियम हैचबैक अल्ट्रॉज (Premium Hatchback Altroz) पहली कार है जो कि टाटा के नए ALFA (Agile Light Flexible Advanced) आर्किटेक्चर के आधार पर बनी है।


अल्ट्रॉज के एक्सई मॉडल की शुरुआती कीमत 5.29 लाख रुपए है। वहीं, XZ (O) मॉडल की कीमत 7.69 लाख रुपए है। इसके साथ डीजल की शुरुआती मॉडल XE की कीमत 6.99 लाख रुपए तय की गई है। वहीं, XZ (O) मॉडल की कीमत 9.29 लाख रुपए है। कार के पेट्रोल वर्ज़न में 1.2 लीटर बीएस-6 तीन सिलिंडर नेचुरली ऐस्पिरिटेड इंजन है जिससे 86 पीएस का आउटपुट और 113 एनएम का टार्क जेनरेट होता है. इसमें 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन मिलेगा।


दो विदेशी सहित तीन महिला गिरफ्तार

मुबंई। मायानगरी मुंबई में पुलिस ने एक होटल में छापेमारी कर बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। बताया जा रहा है कि इस सेक्स रैकेट में फिल्म में काम करने वाली कुछ अभिनेत्रियां भी शामिल हैं। सेक्स रैकेट और जिस्मफरोशी के धंधे में पुलिस ने जिन तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है उसमें दो मूल तौर पर तुर्केमिनिस्तान की रहने वाली हैं और मुंबई में रहकर फिल्मों में छोटे-मोटे रोल किया करती थीं।


दरअसल मुंबई पुलिस को खबर मिली थी कि शहर के इंपीरियल होटल में सेक्स रैकेट का धंधा फल फूल रहा है जिसमें विदेशी लड़कियां शामिल हैं। पुलिस ने जब होटल में छापा मारा तो वहां से तीन युवतियों को गिरफ्तार किया, जिसमें दो विदेशी और एक मुंबई की महिला शामिल थी। पुलिस ने इनके 2 एजेंट को भी गिरफ्तार किया है।
ये दोनों ही महिलाएं फिल्मों में काम करने के अलावा पुणे की एक कॉलेज से एमबीए भी कर रही थीं। पुलिस ने इसके साथी ही इनके एजेंट जावेद और नावेद को भी गिरफ्तार किया जो इनके लिए ग्राहक लाने का काम करते थे। पुलिस ने पकड़ी गई विदेश महिलाओं के बयानों के आधार पर बताया कि फिल्मों में काम दिलाने और एक रात में लाखों रुपये कमाने का लालच देकर इनसे जिस्मफरोशी का धंधा कराया जाता था। पुलिस के मुताबिक ग्राहकों को खुश करने पर इन्हें एक रात के लिए एक लाख रुपये तक दिए जाते थे।


अलर्टः फोर्स का 'ऑपरेशन सर्द हवा'

नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के अवसर पर पूरा देश अलर्ट पर है। खासतौर पर अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) ने ‘ऑपरेशन सर्द हवा’ शुरू किया है। इसके लिए जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के बॉर्डर पर 15 दिन का अलर्ट जारी किया गया है। किसी भी तरीके के आतंकी हमले से निपटने के लिए बीएसएफ ने बॉर्डर पर ट्रूप्स की संख्या बढ़ा दी है।


6 तरीके से आतंकी हमला


खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस 26 जनवरी पर पाकिस्तान बॉर्डर पर 6 तरीके से आतंकी हमला कर सकता है। सूत्रों के मुताबिक, आतंकी लॉन्च पैड से मसरूर बड़ा भाई के जरिए पाकिस्तान अफगानी और तालिबानी आतंकियों की घुसपैठ करा सकता है। इन आतंकियों की मदद पाकिस्तान रेंजर्स कर रहे हैं। इसके अलावा पाकिस्तान ड्रोन के जरिए हथियार भी भेज सकता है। बीएसफ सूत्र बताते हैं कि आतंकी कमांडर पाक आर्मी और ISI की मदद से प्री प्रोग्राम्ड ड्रोन का इस्तेमाल हथियार भेजने के लिए कर सकते हैं।


दीवाना कर देगी मल्लिका की फिटनेस

मुबंई। मल्लिका शेरावत बॉलिवुड की ऐसी अदाकारा हैं, जिन्होंने करियर में पीक पर रहने के दौरान कई ट्रेंड्स सेट किए और कई रुढिय़ों को तोड़ा। मल्लिका की हॉटनेस, ऐक्टिंग और डांस को लाइव बनाने में उनकी बॉडी और फिटनेस का खासा रोल रहता था। उस वक्त में मल्लिका हर किसी के लिए एक फिटनेस इंस्पिरेशन थीं। खास बात यह है कि उन्होंने अपनी इस फिटनेस को आज भी ऐसे ही बना रखा है। 


हालही मल्लिका ने सोशल मीडिया पर अपना एक विडियो पोस्ट किया है, जिसमें योग के प्रति उनका प्यार देखा जा सकता है। मल्लिका शेरावत का कहना है कि वे अपनी फिटनेस को मेंटेन रखने के लिए कुछ प्रॉप्स के साथ योग करना पसंद करती हैं। इससे पहले भी मल्लिका योग के अलग-अलग आसन करते हुए अपनी फोटोज और विडियोज अपने फैंस के साथ सोशल मीडिया पर शेयर करती रही हैं।
ताजा विडियो में मल्लिका अपनी योग टीचर ज्योति के साथ मिलकर बैकबेंड्स की प्रैक्टिस कर रही हैं। इससे पहले उत्तासन करते हुए उन्होंने अपनी एक विडियो शेयर की थी और लिखा था कि वे फॉरवर्ड बेंडिंग की प्रेक्टिस कर रही हैं, अपनी योग टीचर की देखरेख में।


हॉरर थ्रिलर में भूमि-माही एक साथ

मुबंई। पिछले साल नवंबर में ही अभिनेत्री भूमि पेडनेकर ने यह खुलासा किया था कि उनकी अगली फिल्म एक हॉरर थ्रिलर होगी। इस फिल्म का नाम दुर्गावती है। इस फिल्म के जरिए साउथ के फिल्ममेकर जी अशोक निर्देशक के रूप में पहली बार सामने आ रहे हैं। अब यह जानकारी सामने आई है कि इस फिल्म में भूमि पेडनेकर के साथ अभिनेत्री माही गिल भी होंगी। फिल्म में अक्षय कुमार भी हैं। 
दुर्गावती में भूमि एक आईएएस ऑफिसर की भूमिका में हैं। सूत्रों के मुताबिक इस महीने की शुरुआत में ही माही इस फिल्म से जुड़ी हैं। इससे पहले माही और फिल्म निर्देशक जी अशोक के साथ कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं।
23 जनवरी से फिल्म की शूटिंग होने जा रही है। फिल्म की ज्यादातर शूटिंग मध्य प्रदेश में होगी। सूत्रों के मुताबिक भूमि पेडनेकर पहले फिल्म की शूटिंग शुरू होगी। माही बाद में टीम को जॉइन करेंगी। दुर्गावती साउथ रीमेक है। साउथ में इस फिल्म में मुख्य भूमिका अनुष्का शेट्टी ने निभाई थी। अब इस फिल्म को जी अशोक हिंदी में बना रहे हैं। मुख्य भूमिका के लिए उन्होंने भूमि को चुना है। 
बता दें कि भूमि पेडनेकर और अक्षय कुमार इससे पहले टॉइलट एक प्रेम कथा में काम कर चुके हैं। वहीं हे ब्रो फिल्म में अक्षय माही गिल के साथ नजर आए थे। बता दें कि माही गिल अनुराग कश्यप की फिल्म देव डी से चर्चा में आई थीं। वहीं, भूमि पेडनेकर दम लगाके हईशा फिल्म से रातोंरात स्टार बन गई थीं। हाल ही में बाला फिल्म में भी भूमि की खूब तारीफ हुई है।


गुस्सा-चिड़चिड़ापन रोग के लक्षण

अगर आप भी अपने आप को थकान भरा और चिड़चिड़ा महसूस करती है और वो भी बिना कोई ऐसा काम किये तो हो सकता है कि आप कुछ ऐसी समस्या से गुजर रही है जिसकी ओर आपका ध्यान देना जरुरी है क्युकी ये एक तरह का सिंड्रोम है जिसे बर्न आउट कहा जाता है। जी हां जब आप लम्बे समय तक स्ट्रेस या तनाव की स्थिति में रहते है या ऐसी स्थिति से बाहर नहीं आ पाते है तो आप बर्न आउट के शिकार है।
आमतौर पर ये सुनने में डिप्रेशन की तरह ही लगता है लेकिन ये डिप्रेशन से अलग होता है क्योंकि डिप्रेशन की स्थिति में ग्रसित व्यक्ति हर समय आत्मविश्वास की कमी और बिना वजह ही हीन भावना से भरा महसूस करता है जबकि बर्न आउट में हर समय थकान और चिड़चिड़ापन देखने को मिलता है।
इन लोगों को ज्यादा परेशान करती है ये बीमारी
एक शोध में ये बात सामने आई है की बर्न आउट की स्थिति में ज्यादातर वे लोग पाए जाते है जो घर पर या ऑफिस में लम्बे समय से तनाव में कार्य करते रहते है बहुत अधिक थकान, शरीर में सूजन और सायकॉलजिकल तनाव का बढऩा एक दूसरे से लिंक है। जब यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहती है तो हार्ट टिश्यूज को डैमेज करने के का काम करती है। इसी कारण अरिद्मिया की स्थिति बनने लगती है और दिल की धड़कने कभी कम और कभी ज्यादा होती रहती हैं।
बढ़ता है अन्य बीमारियों का खतरा
इस स्थिति में हार्ट बीट्स रेग्युलर तरीके से काम नहीं पाती हैं और ब्लड क्लॉट्स, हार्ट फेल्यॉर और दिल संबंधी दूसरी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि इस खतरे की दर को अभी मापा नहीं जा सका है।
पहचानिए ये लक्षण
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, बर्न आउट जैसी बीमारी प्रोफेशनल लोगों से जुड़ी हुई है। खासकर जो महिलाएं घर और ऑफिस दोनों का काम करती हैं उन्हें बर्न आउट होने के चांस ज्यादा रहते हैं। डब्लूएचओ के मुताबिक बर्न आउट के लक्षण निम्नलिखित है।


शरीर का काफी थका हुआ महसूस करना
कुछ घंटे काम करने के बाद शरीर में एनर्जी का स्तर गिरा हुआ महसूस करना।
काम करते वक्त दिमाग का आउट ऑफ फोकस होना.
दिमाग में हमेशा नेगेटिव विचारों का आना।


कई रोगों से रक्षा करता है अंगूर

फलों और सब्जियों से भरपूर डाइट आपको गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा दिला सकती है। इन रोगों में हृदय रोग, डायबिटीज, कैंसर और मोटापा शामिल हैं। अन्य फलों और सब्जियों की तरह, अंगूर फाइबर और पानी का एक अच्छा स्रोत है। अंगूर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और अन्य पोषक तत्व व्यक्ति को विशेष रूप से स्वस्थ बनाते हैं। अंगूर आजकल हर मौसम में मिलते हैं, इसमें कई विटामिन भी पाए जाते हैं।
खून में शुगर की मात्रा को घटाता है
मुलायम और रसीले होने के कारण ये बच्चे और बड़े, दोनों के मन को खूब भाते हैं। अंगूर में हेरोस्टिलवेन नामक पदार्थ पाया जाता है जो एंटीआक्सीडेंट होता है। ये खून में शुगर की मात्रा को घटाता है, इसलिए यह डायबिटीज और कैंसर रोगियों के लिए फायदेमंद है। हरे अंगूरों की तुलना में, काले अंगूरों में हेरोस्टिलवेन की मात्रा अधिक होती है, जिसे खाने से रक्त संचार बढ़ता है। स्वादिष्ट होने के साथ-साथ ये आपके शरीर को कई फायदे पहुंचाते हैं। आइए जानते हैं अंगूर के कुछ खास फायदे।
अक्सर आप जुकाम में, कई नुस्खे अपनाने के बाद भी निजात नहीं पाते हैं. अगर आप रोजाना 50 ग्राम अंगूर खाएंगे, तो जल्द ही जुकाम से छुटकारा पा सकते हैं।
अंगूर खाने से ब्लड प्रेशर भी सामान्य रहता है और इसमें पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है। ये हाई बीपी वाले लोगों में, सोडियम की मात्रा कम करने में मदद करता हैं।
कैंसर रोगी, शुरुआत में तीन दिन थोड़े से अंगूर के रस का सेवन करें और फिर धीरे-धीरे एक ग्लास पानी की आदत डालें. ये आपके लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकता है।
अंगूर खाने से पेट साफ रहता है और पाचन तंत्र भी अच्छा रहता है।
चेचक के रोगी को अंगूर खिलाने से आराम मिलता है।
हर्ट में दर्द हो तो अंगूर का रस पीने से काफी हद तक राहत मिलती है।
अंगूर को नमक और काली-मिर्च के साथ खाने से कब्ज की परेशानी भी दूर हो जाती है। किडनी के दर्द में अंगूर के ताजा पत्ते पानी में पीसकर, थोड़ा नमक मिलाकर छान लें, रोगी को पिलाने से दर्द ठीक हो जाता है। अंगूर का सेवन कई तरह के एलर्जी को कम करने में मदद कर सकता है।अंगूर को किसी भी रूप में खाने से फायदा होता है लेकिन अंगूर को खाने से पहले उसे अच्छी तरह धो लें क्योंकि अंगूर की खेती के समय इन पर कई सारे कीटनाशक का छिड़काव किया जाता है जो आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।


कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की लिस्ट तैयार

नई दिल्ली। दिल्ली चुनाव में प्रचार के लिए कांग्रेस ने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू का भी नाम है। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से मतभेद के बाद किनारे लगाए सिद्धू को दिल्ली के चुनाव में पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। स्टार प्रचारकों की लिस्ट में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का भी नाम शामिल है।


सिद्धू के साथ शत्रुघ्न सिन्हा और सिंधिया भी
कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में सोनिया और राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह हैं। नवजोत सिंह सिद्धू के साथ बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए नेताओं को भी स्टार प्रचारक बनाया गया है। बीजेपी छोड़ कांग्रेस में आए शत्रुघ्न सिन्हा, उदित राज और कीर्ति आजाद का नाम भी स्टार प्रचारकों की लिस्ट मे हैं। पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ शर्मिष्ठा मुखर्जी और रागिनी नायक जैसे चेहरों को भी जगह दी गई है।



कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी स्टार प्रचारक
लोकप्रिय चेहरों के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी स्टार प्रचारक की लिस्ट में हैं। कपिल सिब्बल, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंदर सिंह हुड्डा, उत्तराखंड के सीएम हरीश रावत भी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में हैं। मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी पार्टी के लिए वोट मांगते नजर आएंगे।


एससी का रोक न लगाने का आदेश जारी

नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर दाखिल 144 याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कोई भी अंतरिम आदेश जारी करने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर चार हफ्तों में जवाब दाखिल करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट नागरिकता कानून की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने संबंधी याचिकाओं पर सुनवाई के लिए पांच सदस्यीय संविधान पीठ का गठन करेगा। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह केंद्र का पक्ष सुने बिना सीएए पर कोई स्थगन आदेश जारी नहीं करेगा। नागरिता कानून को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर कोर्ट ने केंद्र को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह में जवाब मांगा है और कहा है कि अब अगली सुनवाई 4 सप्ताह बाद होगी।


सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह केंद्र का पक्ष सुने बिना सीएए पर कोई स्थगन आदेश जारी नहीं करेगा। चीफ जस्टिस एसए बोबडे ने कहा है कि हम अभी कोई भी आदेश जारी नहीं कर सकते हैं, क्योंकि काफी याचिकाओं को सुनना बाकी है। अटॉर्नी जनरल ने अपील की है कि कोर्ट को आदेश जारी करना चाहिए कि अब कोई नई याचिका दायर नहीं होनी चाहिए।
केंद्र सरकार ने कहा कि सीएए की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली उन याचिकाओं पर जवाब देने के लिए उसे समय चाहिए जो उसे अभी नहीं मिल पाई हैं।
वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने उच्चतम न्यायालय से सीएए के क्रियान्वयन पर रोक लगाने और एनपीआर की कवायद फिलहाल टाल देने का अनुरोध किया।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सीएए की संवैधानिक वैधता तय करने के लिए वह अपीलों को वृहद संविधान पीठ के पास भेज सकता है।
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने कहा कि हम सरकार से कुछ अस्थायी परमिट जारी करने के लिए कह सकते हैं। वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने असम में अधिनियम के कार्यान्वयन के संबंध में एक पूर्व-भाग आदेश की मांग की। उन्होंने कहा कि असम की स्थिति अलग है, पिछली सुनवाई के बाद से 40 हजार लोग असम में प्रवेश कर चुके हैं।


सिक्किम के सचिव ने आभार व्यक्त किया

रायपुर। सिक्किम के मुख्य सचिव श्री एस.सी. गुप्ता ने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के दौरान उनके राज्य के कलाकार पदम गंधर्व को आकस्मिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार व्यक्त किया है। 
उल्लेखनीय है कि सिक्किम से आए कलाकारों के दल के सदस्य पदम गंधर्व की अचानक तबीयत बिगडऩे पर उसे तत्काल रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। तबीयत में सुधार नहीं होने पर मुख्यमंत्री की पहल पर एयर एम्बुलेंस के जरिए इलाज के लिए तत्काल दिल्ली भेजा गया। 
सिक्किम के मुख्य सचिव श्री गुप्ता ने छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव आर.पी. मंडल को भेजे अर्ध-शासकीय पत्र में छत्तीसगढ़ सरकार की इस मानवीयता और संवेदनशील पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि कलाकार पदम गंधर्व को एयर एम्बुलेंस के जरिए त्वरित चिकित्सा सहायता से न केवल उनकी जीवन की रक्षा हो पाई, बल्कि इस कार्य से छत्तीसगढ़ ने सिक्किम की जनता का भी दिल जीत लिया है। उन्होंने 27 से 29 दिसम्बर 2019 तक आयोजित होने वाले राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव जैसे बड़े आयोजन में सिक्किम राज्य के कलाकारों को मौका देने के लिए भी आभार व्यक्त किया और छत्तीसगढ़ में भविष्य में होने वाले ऐसे आयोजनों में सिक्किम के कलाकारों की भागीदारी के लिए भी आश्वस्त किया है।


अमित की परछाई से निकल पाएंगे नड्डा ?

तकरीबन सात माह से जेपी नड्डा भाजपा की राष्ट्रीय इकाई में कार्यकारी अध्यक्ष की हैसियत से काम कर रहे थे, अब वे भाजपा के पूर्ण कालिक अध्यक्ष बन चुके हैं। उनका कार्यकाल 2023 तक रहेगा। पिछले सात माहों के कार्यकाल पर अगर गौर फरमाया जाए तो जेपी नड्डा के खाते में कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है। वे अब तक निर्वतमान अध्यक्ष अमित शाह की परछाई के रूप में ही काम करते दिखे। नरेंद्र मोदी की दूसरी पारी में जब अमित शाह के द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री का पदभार संभाला गया, उसके बाद जे.पी. नड्डा को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया। उनके द्वारा लिए गए कमोबेश हर फैसले में कहीं न कहीं अमित शाह का हस्ताक्षेप और उनकी छाप भी दिखाई दी। अब उनके लिए यह जरूरी है कि वे अमित शाह और नरेंद्र मोदी की छतरी से बाहर निकलें और दमदारी के साथ कुछ निर्णय लेकर पार्टी को मजबूत करने की कवायद करें तो ही वे सफल और कद्दावर अध्यक्ष की फेहस्ति में अपना नाम दर्ज करा सकते हैं, अन्यथा उन्हें भी रिमोट कंट्रोल से चलने वाले अध्यक्षों की सूची में शुमार कर दिया जाएगा।



 
भारतीय जनता पार्टी को इस मुकाम तक लाने में अटल बिहारी बाजपेयी, लाल कृष्ण आड़वाणी, मुरली मनोहर जोशी, राजनाथ सिंह आदि नेताओं के योगदान को शायद ही कभी भुलाया जा सके। इसके बाद अमित शाह ने जबसे भाजपा की ममान संभाली उसके बाद से पार्टी में मुखर फैसले लिए जाने लगे। अमित शाह के कार्यकाल में राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र आदि राज्यों की सत्ता भाजपा के हाथ से फिसली तो उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में भाजपा का परचम लहराया गया। उत्तर प्रदेश मं जातिगत समीकरणों के हिसाब से भाजपा की जीत की उम्मीदें बहुत ही कम थीं। इसके अलावा आम चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन जिस तरह का रहा, वह भी अमित शाह के खाते की एक बहुत बड़ी उपलब्धि ही मानी जाती है। अमित शाह को एक कुशल प्रशासक के रूप में देखा जाता है। अमित शाह की छवि सख्त मिज़ाज नेता के रूप में स्थापित हुई है। वैसे भी किसी दल में अनुशासन बनाए रखने के लिए शीर्ष नेता का कुछ हद तक सख्त होना भी बहुत जरूरी होता है।
अब अमित शाह के बाद जब जे.पी. नड्डा को भाजपा की कमान सौंपी गई है तब के परिदृश्य में स्थितियां जे.पी. नड्डा के अनुकूल ही दिख रही हैं। वर्तमान में पार्टी बहुत ही सशक्त रूप में उभर चुकी है। केंद्र में पूरी बहुमत की सरकार है। यह अलहदा बात है कि 2017 के मुकाबले अनेक राज्य अब भाजपा के हाथों से फिसल चुके हैं। अमित शाह कड़क मिज़ाज तो जे.पी. नड्डा बहुत ही कोमल हृदय वाली छवि के इंसान माने जाते हैं। भाजपा के अंदर भी अन्य दलों की तरह ही अंदर ही अंदर एक दूसरे की जड़ें काटने वाले नेताओं की कमी नहीं है। राज्य स्तर पर गुटबाजी भी भाजपा में आम है। इस तरह की बातों से निपटने के लिए जे.पी. नड्डा को बेहतर रणनीति बनाना होगा।
अब अमित शाह और जे.पी. नड्डा के कार्यकाल की कदम कदम पर समीक्षा के साथ ही साथ तुलना भी की जाएगी। अभी तक तो जे.पी. नड्डा कार्यकारी अध्यक्ष थे, इसलिए उनके उस कार्यकाल में कार्यकर्ताओं को उनसे बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं थी, पर अब जब वे पूर्णकालिक अध्यक्ष बन चुके हैं तब सबकी निगाहें उन पर जा टिकी हैं। कार्यकारी अध्यक्ष रहते हुए जे.पी. नड्डा ने किसी तरह की छाप नहीं छोड़ी है। उनके कार्यकारी अध्यक्ष रहते हुए अनेक राज्यों में हुए विधान सभा चुनावों में भाजपा ने मुंह की खाई है। कार्यकारी अध्यक्ष रहने के बाद भी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में कमोबेश हर फैसले पर अमित शाह और नरेंद्र मोदी की छाप दिखाई देती थी। इस दौरान जे.पी. नड्डा अपनी सशक्त मौजूदगी दर्ज नहीं करवा पाए।
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर हुए नाटकीय घटनाक्रम में भी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की फजीहत हुई। यह असफलता भी जे.पी. नड्डा के खाते में ही आई। महाराष्ट्र में भाजपा को अपने दशकों पुराने साथी शिवसेना से दूर रहना पड़ा। शिवसेना के साथ रिश्ते बिगड़ना भी एक बड़ा फेक्टर बनकर उभरा। इधर, झारखण्ड में भाजपा के सहयोगी आल झारखण्ड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) से रिश्ते संभाल नहीं पाई और दोनों ने अलग अलग चुनाव लड़े। यहां भी भाजपा को सत्ता से दूर होना पड़ा। हरियाणा की अगर बात की जाए तो हरियाणा में भाजपा को सीटें कम आने पर जननायक जनता पार्टी के साथ समझौता कर सरकार बनाने पर मजबूर होना पड़ा।
भाजपा के खाते में उपलब्धियां तो हैं। मामला चाहे धारा 370 एवं 35ए हटाने का हो या जम्मू काश्मीर को तोड़कर नए राज्यों के निर्माण का या राम मंदिर पर सरकार का कदम हो, हर मामले में सारा का सारा श्रेय अमित शाह के खाते में ही जाता दिखा। भाजपा के अध्यक्ष होने के नाते पार्टी के खाते में श्रेय आया तो वह भी अमित शाह के रास्ते ही आता दिखा।
जे.पी. नड्डा ने जब अध्यक्ष की कमान संभाली है तब उनके सामने सबसे बड़ी चुनौति दिल्ली विधान सभा के चुनाव के रूप में ही सामने खड़ी दिख रही है। दिल्ली में पार्टी सालों से सत्ता से बाहर है। पिछली मर्तबा 70 सीटों वाली दिल्ली विधन सभा में भाजपा के हाथ महज तीन सीट ही लगीं थीं। अब दिल्ली में सातों लोकसभा सीट पर भाजपा का कब्जा है। इस लिहाज से भाजपा से कार्यकर्ता यही उम्मीद करेंगे कि 1998 के बाद राजनैतिक वनवास काट रही भाजपा को इस बार सत्ता के शिखर तक पहुंचाया जाए। देश की राजनैतिक राजधानी के विधान सभा चुनावों में जे.पी. नड्डा की अग्नि परीक्षा ही होना माना जा सकता है।
इसके साथ ही साथ बिहार और पश्चिम बंगाल के चुनाव भी जे.पी. नड्डा के लिए चुनौति से कम नही होंगे। इतना ही नही सीएए, एनआरसी, एनपीआर भी केंद्र में भाजपानीत सरकार की प्राथमिकताएं हैं। इन मामलों में देश भर में हो रहा विरोध किसी से छिपा नहीं है। इस विरोध के शमन के लिए भाजपा की केंद्रीय सरकार तो प्रयास कर रही है किन्तु संगठन स्तर पर इसके लिए प्रयास करना भी जे.पी. नड्डा के लिए कम मुश्किल नहीं होगा।
देश भर के सूबाई संगठनों में नेताओं के बीच आपसी खींचातान भी जमकर मची हुई है। आपसी रार अब तक गाहे बेगाह ही सामने आती थी, क्योंकि अमित शाह का अनुशासन का डंडा नेताओं को बैकफुट पर रहने के लिए मजबूर कर देता था। अब अपेक्षाकृत लिबरल छवि वाले जे.पी. नड्डा के लिए सूबाई नेताओं को समन्वय बनाकर चलने की नसीहत देना भी चुनौति से कम नहीं होगा।
केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्रियों की पत्रकार वार्ताओं को कम ही देखा गया है। मीडिया के सामने सबसे ज्यादा आने वालों की फेहरिस्त में केंद्र के अनेक मंत्रियों का तो अब तक नंबर ही नहीं लग पाया है। सरकार की नीतियों के बखान में भी भाजपा का जमीनी संगठन कसरत करता नहीं दिखता। देश के नागरिकों को सीएए का मतलब समझाने निकले भाजपा के सांसदों को पसीना आ गया था।
कुल मिलाकर 2014 में अमित शाह जबसे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने, उसके बाद से लगातार ही उनके द्वारा जिस तरह से फैसले लिए गए, वे सदा ही चर्चाओं में बने रहे। उनके कार्यकाल में भाजपा ने ऊॅचाईंयां को स्पर्श किया है, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। अभी जे.पी. नड्डा को उनकी परछाईं के अंदर ही देखा जाता रहा है। अब जे.पी. नड्डा को उनकी परछाईं से मुक्त होकर अपना स्वतंत्र अस्त्तित्व बनाने की जरूरत है, ताकि वे अमित शाह के बाद भाजपा को और अधिक बुलंदियों तक ले जा सकें।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


जनवरी 23, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-166 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, जनवरी 23, 2020
3. शक-1941, माघ - कृष्ण पक्ष, तिथि- त्रयोदशी-चतुर्दशी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 07:09,सूर्यास्त 05:30
5. न्‍यूनतम तापमान -4 डी.सै.,अधिकतम-15+ डी.सै., बरसात के साथ शीतलहर की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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 (सर्वाधिकार सुरक्षित)


मंगलवार, 21 जनवरी 2020

धोखाधड़ी मामले में 107.73 करोड़ किए जब्त

नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बैंक धोखाधड़ी मामले में फेयरडील सप्लाइज लिमिटेड के निदेशकों की 107.73 करोड़ रुपए मूल्य की चल व अचल संपत्तियों को जब्त किया है। एजेंसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। ईडी ने कहा कि जब्त की गई संपत्तियों में एसआईवी इंडस्ट्रीज की कोयंबटूर की भूमि और भवन,एक कार्यालय भवन,एक फार्महाउस और अहमदाबाद में एक बंगला और सात फिक्सड डिपॉजिट शामिल हैं। ईडी ने कहा कि इन संपत्तियों को धन शोधन अधिनियम 2002 (पीएमएलए) के तहत जब्त किया गया है। ईडी ने पीएमएलए के तहत फेयरडील सप्लाइ लिमिटेड व इसके निदेशकों-राम प्रसाद अग्रवाल, नारायण प्रसाद अग्रवाल व पवन कुमार अग्रवाल व सौरभ झुनझुनवाला व अन्य के खिलाफ बैंक धोखाधड़ी के मामले की जांच शुरू की। यह जांच कोलकाता में विशेष कोर्ट के समक्ष यूको बैंक कोलकाता से धोखाधड़ी को लेकर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दायर आरोप पत्र के आधार पर शुरू की गई।


जिम्मेदारः पियो मत साहब ट्रैफिक जाम है

अतुल त्यागी जिला प्रभारी 
प्रवीण कुमार रिपोर्टर, पिलखुआ रिंकू सैनी रिपोर्टर    


साहब बीड़ी मत पियो ट्रैफिक जाम है जिनकी जिम्मेदारी है ट्रैफिक को संभालने की वही लग रहे हैं धुएं के छल्ले उड़ाने- आखिर क्यों
हापुुुड़। एक अनोखा फोटो वायरल हुआ है वह भी तहसील चौराहे से, जिन साहब की जिम्मेदारी ट्रैफिक को संभालने की होती है वही अपनी जिम्मेदारी छोड़ लगे बीडी के धुएं के छल्ले उड़ाने, पुलिस कर्मी ,ट्रैफिक की जिम्मेदारी छोड़ लगे अपना शौक पूरा करना, योगी जी के आदेश की उड़ाई गई खुलेआम धज्जियां, योगी जी का आदेश प्रदेश के अंदर कोई भी कर्मचारी अधिकारी कार्य के वक्त नशीला पदार्थ यूज नहीं करेगा मगर यहां तो ट्रैफिक पुलिस के ही पुलिस कर्मी अपनी ड्यूटी छोड़ कर रहे हैं खुलेआम धूम्रपान का इस्तेमाल, उड़ा रहे हैं खुलेआम बीड़ी के धुएं के छल्ले,
 अब देखना यह होगा कि ट्रैफिक पुलिस के आला अधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं इन साहब पर, या यूं ही यह पुलिसकर्मी बीड़ी के धुएं के छल्ले आसमान के अंदर यूं ही उड़ाते रहेंगे।


148 शिकायतों में 18 का किया निस्तारण

 अतुल त्यागी जिला प्रभारी, प्रवीण कुमार रिपोर्टर पिलखुवा रिंकू सैनी रिपोर्टटऱ, जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक द्वारा


तहसील हापुड़ में फरियादियों की सुनी गई शिकायतें
 
जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक द्वारा तहसील हापुड़ में फरियादियों की सुनी गई शिकायतें 


हापुड। उत्तर प्रदेश सरकार का महत्वपूर्ण कार्यक्रम तहसील संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन सभी तहसीलों में संपन्न, कुल 148 शिकायतें हुई दर्ज, 18 का किया गया मौके पर निस्तारण, जिलाधिकारी अदिति सिंह आज हापुड़ तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करते हुए जनता की सुनी गई शिकायतें, 08 का मौके पर कराया गया निस्तारण। जन सामान्य की शिकायतों एवं समस्याओं का त्वरित गति के साथ निस्तारण संभव हो सके इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रम तहसील संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन आज जनपद की तीनों तहसीलों में संपन्न हुआ। जहां पर कुल 148 शिकायतें जनता के द्वारा दर्ज कराई गई, जिसके सापेक्ष 18 शिकायतों का निस्तारण संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा मौके पर ही सुनिश्चित किया गया। जिलाधिकारी अदिति सिंह आज हापुड़ तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करते हुए पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन एवं मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह के द्वारा जनता की शिकायतों को सुना गया। जहां पर कुल 72 शिकायतें दर्ज हुई और 08 शिकायतों का निस्तारण जिलाधिकारी के द्वारा मौके पर ही विभागीय अधिकारियों के माध्यम से सुनिश्चित कराया गया। डी एम ने कहा कि तहसील दिवस में प्राप्त शिकायतों का संबंधित अधिकारियों के माध्यम से समय से ही निस्तारण कराना सुनिश्चित किया जाए। तहसील संपूर्ण समाधान दिवस समापन अवसर पर उन्होंने समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में जनता की जो शिकायतें दर्ज हो रही हैं, उनका समय अवधि के भीतर पूर्ण गुणवत्ता के साथ निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने समस्त अधिकारीगणों को निर्देशित करते हुये कहा कि तहसील दिवस के दौरान जिन विभागो से संबंधित शिकायते प्राप्त हो रही है उनसे संबंधित अधिकारी स्वयं मौके पर शिकायत की जांच करें तथा उसका गुणवत्ता परक निस्तारण कराना सुनिष्चित करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस कार्य में किसी भी स्तर पर शिथिलता को बहुत ही गंभीरता के साथ लिया जाएगा और संबंधित अधिकारी के विरुद्ध प्रतिकूल प्रविष्टि की कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी। अतः सभी अधिकारी गण सरकार के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को बहुत ही गंभीरता के साथ लेकर जनता की शिकायतों एवं समस्याओं का समयबद्धता के साथ निस्तारण करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि जनता की शिकायतों को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार का यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम है और इस कार्यक्रम की समीक्षा शासन स्तर से सीधे की जा रही है, जिसमें शासन शिकायतकर्ता से डिस्पोजल के संबंध में जानकारी प्राप्त कर रहा है। अतः सभी अधिकारी गण बहुत ही गंभीरता के साथ लेकर पूर्ण मानकों के अनुरूप स्थल पर जाकर जनता की समस्याओं एवं शिकायतों का निस्तारण सुनिश्चित करें। दर्ज शिकायत का निस्तारण होने के उपरांत संबंधित अधिकारियों द्वारा तत्काल प्रभाव से संबंधी सूचना तहसील एवं शिकायतकर्ता को भी उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिला प्रशासन की ओर से भी वरिष्ठ अधिकारियों के माध्यम से गुणवत्ता की जांच कराई जा रही है। अतः सभी अधिकारी गण बहुत ही गंभीरता के साथ तहसील दिवसों में आने वाली शिकायतों का निस्तारण करेंगे, ताकि सरकार के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का अधिक से अधिक लाभ जनता को प्राप्त हो सके। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन, मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह, उप जिलाधिकारी हापुड़ सत्यप्रकाश, मुख्य चिकित्सा अधिकारी रेखा शर्मा, जिला विकास अधिकारी संजय कुमार अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इसी क्रम में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व जयनाथ यादव के द्वारा धौलाना तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करते हुए जनता की समस्याओं को सुना गया। यहां पर कुल 44 शिकायतें दर्ज हुई, जिसके सापेक्ष 06 शिकायतों का निस्तारण संबंधित विभागीय अधिकारियों के माध्यम से कराया गया। धौलाना संपूर्ण समाधान दिवस का संचालन अपर जिलाधिकारी जयनाथ यादव के द्वारा किया गया। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी धौलाना विशाल यादव, तहसीलदार, क्षेत्राधिकारी पुलिस तथा अन्य विभाग के तहसील स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। गढ़मुक्तेश्वर तहसील में उप जिलाधिकारी विजय वर्धन तोमर के द्वारा संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करते हुए जनता की समस्याओं को सुना। यहां पर कुल 32 शिकायतें दर्ज हुई और 04 शिकायतों का निस्तारण मौके पर कराया गया। इस अवसर पर तहसील स्तर के अधिकारी मौजूद रहे।


बिलासपुरः सड़क हादसे में पांच घायल, दो गंभीर

बिलासपुर तेज रफ्तार ट्रक ने एचआरटीसी मिनी बस को मारी टक्कर, 5 लोग घायल, 2 की हालत गंभीर


बिलासपुर। बिलासपुर में शिमला हमीरपुर NH पर मंगलवार सुबह एचआरटीसी मिनी बस और ट्रक में टक्कर हो गई। हादसे के समय बस में कुल 6 सवारियां थी जिनमें से 5 लोग घायल हुए हैं। हादसे में बस चालक और परिचाल गंभी रूप से घायल हुए हैं। बस चालक अश्वनी कुमार (46) की टांग फेक्चर हो गई है जबकि परिचालक यशपाल (36) को हेड इंजरी हुई है। जिनकी गंभीर हालत को देखते हुए शिमला रेफर किया गया है। हादसे के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने 108 एंबुलेंस की सहायता से घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मारकंड पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल चालक और परिचालक को शिमला रेफर कर दिया जबकि हादसे में 3 अन्य घायलों का उपचार स्वास्थ्य केंद्र मारकंड में ही चल रहा है। वहीं, हादसे के बाद NH पर जाम लग गया । स्थानीय लोगों ने घायलों को अस्पताल में पहुंचाने के बाद सड़क से पर लगे जाम को खुलवाया। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और घटना का मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि हादसे के समय ट्रक काफी तेज गति से चल रहा था। जिस कारण ट्रक चालक अपना नियंत्रण खो बैठा और सीधे ट्रैवलर को टक्कर मार दी । हालांकि ट्रैवलर चालक ने बस को बचाने की काफी कोशिश की और बस को साइड में घुसा दिया लेकिन ट्रक ने फिर भी बस को अपनी चपेट में ले लिया।


डिप्टी सीएम के स्वागत में कटी लोगों की जेब

डिप्टी सीएम के स्वागत के लिए आए लोगों की काट रहा था जेब, आरोपी गिरफ्तार


पंचकूला। पंचकूला में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की सुरक्षा में सेंध का मामला सामने आया हैं। इसमें पुलिस ने पीडब्लूडी रेस्ट हाउस के पास से एक जेब कतरे को पकड़ा है। जोकि डिप्टी सीएम का स्वागत करने के लिए आए हुए लोगों की जेब काट रहा था। बता दें कि आरोपी ने महेंद्रगढ़ से जेेजेपी जिला अध्यक्ष के साथ आया हुए राजेश अग्रवाल की जेब से 14 हजार रूपये की चोरी की, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस ने आरोपी को जेब काटते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। वहीं पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी का नाम मनीष है जोकि पानीपत शहर का रहने वाला है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया हैं।


500 पेटी अवैध शराब के साथ 1 गिरफ्तार

बिलासपुर: खारसी में दुकान से 500 पेटी अवैध शराब बरामद, 1 गिरफ्तार


अमित शर्मा


बिलासपुर। बिलासपुर पुलिस की टीम ने एक दुकान से 500 पेटी अबैध शराब बरामद की है। पुलिस ने शराब को कब्जे में लेकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान नीलम कुमार (33) निवासी साई कनेती खारसी बिलासपुर के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार एसआईयू टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि खारसी के एक दुकानदार ने अपनी दुकान के नीचे बने स्टोर में शराब रखी है। सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दुकान में छापा मारा तो स्टोर से अवैध शराब की 500 पेटियां बरामद की गई। पुलिस ने मौके पर शराब को कब्जे में लेकर आरोपी दुकानदार को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी बिलासपुर संजय शर्मा ने बताया कि पुलिस सुरक्षा शाखा टीम और पुलिस चौकी खारसी की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की है और एक बड़ा जखीरा शराब का पकड़ा गया है। उन्होंने बताया की इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है कि वे इतनी भारी मात्रा में अवैध शराब की खेप कहां से लाया और इसे कहां सप्लाई करना था।


35 लाख की ब्राउन शुगर के साथ 1 गिरफ्तार

करीब 35 लाख कीमत की ब्राऊन शुगर के साथ एक गिरफ्तार


अमित शर्मा


अम्बाला। हरियाणा पुलिस रेवाडी की सीआईए टीम ने रेलवे चैक से करबी 35 लाख रुपए कीमत की ब्राऊन सुगर के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। 
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार तस्कर की पहचान राजस्थान के पाली के गांव आकड़ावास निवासी बादरराम के रूप में हुई है।आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। 
प्रवक्ता के अनुसार सोमवार की रात सी आई ए टीम नईवाली चैक के पास अपनी टीम के साथ रूटीन गश्त कर रहे थे। इसी दौरान सूचना मिली की एक संदिग्ध व्यक्ति रेलवे चैक पर सार्वजनिक शौचालय के पास खड़ा हुआ है। देखने में वह नशा तस्कर लग रहा है। सूचना के तुरंत बाद सीआईए की टीम ने रेलवे चैक को घेर लिया। इसी बीच वहां खड़ा व्यक्ति भागने लगा। लेकिन पुलिस टीम ने उसे दबोच लिया। सीआईए टीम ने इसकी सूचना तुरंत डीएसपी मोहम्मद जमाल को दी। सूचना के बाद डीएसपी भी मौके पर पहुंच गए। उसके बाद आरोपी बादरराम के पास बैग की तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान अंदर एक पैकेट मिला। उसके बारे में पूछताछ की तो पता चला कि पैकेट में रखी ब्राऊन सुगर है। उसके बाद ब्राऊन सुगर का वजन तोला गया तो वह 734 ग्राम था। पकडी गई ब्राउन सुगर की अनुमानित बाजार कीमत 35 लाख रुपए बताई गई है। 
आरोपी को कोर्ट में पेशकर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा।
-एसपी ने थपथपाई पीठ
नशे के खिलाफ रेवाड़ी पुलिस की यह बहुत बड़ी कार्रवाई है, क्योंकि ड्रग्स जैसे नशे में फंसकर युवा वर्ग अपना जीवन खराब कर रहे है। सीआईए रेवाड़ी की टीम द्वारा की गई इस कार्रवाई पर पुलिस अधीक्षक नाजनीन भसीन ने सीआईए इंचार्ज विद्या सागर व उनकी टीम की प्रशंसा करते हुए पीठ थपथपाई है।


सुलझा '312 लापता' लोगों का रहस्य ?

चंडीगढ़ः स्मार्ट शहर स्मार्ट पुलिस, फिर भी आज तक नहीं सुलझा 312 लापता लोगों का रहस्य



अमित शर्मा


चंडीगढ़। शहर स्मार्ट, पुलिस स्मार्ट, फिर भी 312 लापता लोगों का रहस्य अभी तक अनसुलझा है। ये लोग पिछले पांच साल से अपनों से दूर हैं। पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2015 से अब तक 1728 लोग लापता हुए हैं। इनमें से 1416 लोगों को तलाशा जा चुका है, जबकि 312 ऐसे हैं जिनका अब तक कोई पता नहीं चला है। सबसे ज्यादा लापता होने का आंकड़ा मलोया, मनीमाजरा और सेक्टर-11 थाने के अंतर्गत है, जहां क्रमश: 100, 77 और 41 लोगों को आंकड़ा है। पुलिस इन्हें अब तक तलाशने में नाकाम साबित हुई है। जनवरी 2015 से शहर के अलग-अलग जगहों से 1728 लोगों के लापता होने की पुलिस को सूचना मिली। इनमें से ज्यादातर बच्चे, स्कूली छात्रा, महिलाएं समेत बुजुर्ग हैं। शिकायत पर संबंधित थाना पुलिस ने कुछ केसों में डीडीआर और बाकी के मामलों में केस दर्ज किया। इनमें अधिकतर लापता लोग बाद में अपने आप ही घर लौट आए। कई मामलों में पुलिस ने इनकी तलाश कर घरवालों के चेहरे पर खुशियां ला दीं। 1728 में से 1416 लोगों को पुलिस तलाश चुकी है। 312 मामले अब भी अनसुलझे हैं। लापता में ज्यादातर नाबालिग पुलिस आंकड़ों के मुताबिक ज्यादातर मामलों की शिकायत नाबालिगों के लापता होने की है। ज्यादातर बच्चे घर से गुस्सा होकर या फिर उनकी जिद पूरी नहीं होने पर लापता हो जाते हैं और कुछ दिन बाद घर लौट आते हैं। इनमें से कई ऐसे भी हैं जो शहर के बाहर घूमना जाना चाहते हैं, लेकिन परिवार वालों के मना करने के बावजूद वह बिना बताएं भाग जाते हैं। हाल ही में सेक्टर-41 निवासी 16 साल का 11वीं का छात्र अचानक घर लापता हो गया था। हालांकि बाद में वह खुद ही लौट आया। पूछने पर पता चला कि दिल्ली घूमने गया था। लगभग हर दिन एक शख्स हो रहा है लापता जनवरी 2015 से दिसंबर 2019 तक शहर के अलग-अलग थानों में लापता होने के 1728 मामले सामने आए। इनमें से सेक्टर-3 थाने से 30, सेक्टर-11 से 206, सेक्टर-17 से 34, सेक्टर-19 से 123, सेक्टर-26 से 121, सेक्टर-31 से 95, सेक्टर-34 से 108, सेक्टर-36 से 63, सेक्टर-39 से 178, सेक्टर-49 से 22, मलोया से 130, इंडस्ट्रियल एरिया से 69, सारंगपुर से 42, मौलीजागरां से 74, आईटी पार्क से 36 और मनीमाजरा थाने से पुलिस 130 लोगों को तलाश कर चुकी है। यानी शहर में हर दिन कोई न कोई न शख्स लापता हो रहा है।


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...