शुक्रवार, 17 जनवरी 2020

जमींं खा गई, आसमां कैसे-कैसे

यह ज़मीन खा गयी आसमान कैसे-कैसे?


सलीम मलिक एडवोकेट "जॉर्नलिस्ट"
सबसे बड़ी जेल, जिसके हम सब कैदी है, वह इस बात का डर है, कि लोग क्या कहेंगे।


सुप्रभात 


यह कहावत है लेकिन शत-प्रतिशत सही और सच है ,कई आये ,कई चले गए, कुछ लोग है ,जो याद है ,कुछ लोग है ,जिन्हे लोग भूल गए ,,कोटा में ,, मुन्ना कामरेड ,उर्फ़ कॉमरेड हमीद ,इसी तरह  की बेहतरीन शेर दिल शख्सियत है,जिसकी हुंकार से हाड़ोती ही नहीं ,,पूरा राजस्थान काँप उठता था। ऐसी शख्सियत ,जिसकी भाषा शैली के आगे ,सुपर स्टार अमिताभ बच्चन भी फेल्योर साबित हो चुके थे। लेकिन कुछ लोग होते है ,जिन्हे उनके दोस्त याद रखते है, याद करते है ,,और दूसरों के लिए भी उनकी यादें ताज़ा रखते है। कॉमरेड हमीद उर्फ़ मुन्ना कामरेड की बहादुरी के क़िस्से तो , उनकी हम उम्र लोगों के दिल दिमाग में आज भी है। लेकिन उनकी शख्सियत को आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए भी कुछ होना चाहिए। ऐसा मेरा मानना है ,,जी हाँ दोस्तों ,संघर्ष का एक नाम ,,कॉमरेड हमीद उर्फ़ मुन्ना कॉमरेड ,,जो ,,इंक़लाब ज़िंदाबाद ,नारे को सार्थक करने वाली शख्सियत रहे ,जिसने मज़दूरों को पुलिस की गोलियों से बचाने के लिए ,,जे के गोली कांड में ,,अपनी जान जोखिम में डालकर ,निहत्थे होने पर भी ,,हथियारों से लेस ,गोलियां दागती हुई ,पुलिस से संघर्ष ,किया कई मज़दूरों को पुलिस की गोलियों के निशाने से बचाया ,,उधोगों के ,मालिक ,प्रबंधक ,,कॉमरेड हमीद को खरीदने के लिए ,,नोटों  की गड्डियां इकट्ठी करते रहे लेकिन कॉमरेड हमीद मज़दूरों की हित संघर्ष में बिना बिके ,बिना डरे ,,डटे रहे ,मुक़ाबला करते रहे ,,,कॉमरेड हमीद ने मज़दूर साथियों ,महिलाओं को स्वरोज़गार से जोड़ने के लिए ,,अनेक सोसायटी बनाकर ,,कई लघु उद्योग संचालित किये ,,खासकर क्षमा बीड़ी के नाम से उनका बीड़ी उधोग मज़दूरो को रोज़गार देने के लिए काफी था ,,पुलिस अत्याचार हो ,,सियासी अनाचार हो ,,प्रशासनिक लापरवाही ,या फिर लालफीताशाही हो ,,,मज़दूरों के हक़ में उनके इन्साफ के लिए ,कॉमरेड हमीद निर्भीक होकर जाते ,,टकराते ,,मज़दूरों का काम करवाते ,अनेक बार संघर्ष में घायल भी होते ,,पीटते  भी ,पिटते भी ,,मुक़दमे भी लगते ,,जेल भी जाते ,,घायल होने पर अस्पताल भी जाते ,लेकिन वोह ख़ौफ़ज़दा नहीं हुए ,मज़दूरों के लिए जान देने को तत्पर रहकर उन्हें इंसाफ मिले ,इसके लिए वोह मरते दम तक संघर्ष करते रहे ,,अनेकों बार पुलिस अधिकारियों के अत्याचार के खिलाफ उनके संघर्ष को लेकर उनके खिलाफ पुलिस ने अनेक मुक़दमे दर्ज किये ,गिरफ्तार किया ,,लेकिन वोह इन्साफ के हक़ संघर्ष के लिए डटे रहे ,,आपात काल का वक़्त ,,,कॉमरेड हमीद ,बेहतरीन पहलवान ,,बेहतरीन तेराक , बहतरीन पटेबाज़ ,,बेहतरीन वक्ता ,,इसीलिए उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस के छापे ,पुलिस कोशिशों के बावजूद भी उन्हें गिरफ्तार न कर सकी ,आखिर में जब बात पुलिस की नौकरी पर आयी ,तो खुद मीसाबंदी के रूप में सरेंडर हुए ,कोटा जेल में पूर्व केंद्रीय मंत्री कृष्ण कुमार गोयल ,, पूर्व मंत्री ललित चतुर्वेदी ,,पूर्व मंत्री हरी  कुमार औदीच्य , ,सहित सभी मीसाबंदियों के ,,कॉमरेड हमीद जेल में ,केयर टेकर के रूप में रहे ,,उन्हें वक़्त  पर राजनितिक क़ैदियों की तरह खाना और सुविधाएं ,मिले इसलिए लिए उन्होंने जेल में भी ,,आमरण अनशन किये ,संघर्ष किया ,और जेल में बंदी रहते हुए ,पुलिस ज़ुल्म ,अत्याचार ,हिंसा के शिकार भी हुए , कालकोठरी में रखे गए ,,लेकिन ,कॉमरेड हमीद के खौफ से ,,सभी कोटा के मीसाबंदियों को लगातार उनका हक़ दिया जाता रहा ,परिजनों से मेल मिलाप कार्यक्रम रहा ,,कॉमरेड हमीद को जनता पार्टी कार्यकाल में ,,छबड़ा से टिकिट दिया गया ,,लेकिन उन्होंने कोटा के स्वाभिमान को ठेस न लगे ,इसलिए छबड़ा से जनता पार्टी का टिकिट ठुकरा ,दिया ,कोटा ,लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़े ,,उन्हें जनता पार्टी की सरकार में भैरोसिंह शेखावत ने ,कई मंत्री दर्जा चेयरमेन पद ऑफर किये ,लेकिन कॉमरेड हमीद ज़मीनी हक़ीक़त से जुड़कर मज़दूरों के लिए ,दलितों के लिए ,अल्सपंख्यकों के लिए हक़ संघर्ष के साथी बने रहना चाहते थे इसीलिए उन्होंने ,केंद्र सरकार और राजस्थान सरकार के सभी ऑफर ठुकरा दिए ,,हेमवती नंदन बहुगुणा ,,जब अमिताभ बच्चन के खिलाफ चुनाव लड़े ,अमिताभ बच्चन ,,सुपर स्टार , जया बहादुडी ,सुपर स्टार ,दोनों उत्तरप्रदेश ,बहुगुणा की चुनावी सभा में पीछे जाकर खड़े होते और आम जनता बहुगुणा का मंच छोड़कर सीधे ,अमिताभ बच्चन के पीछे हो लेती ,,उत्तरप्रदेश गवाह है ,,जब माइक कॉमरेड हमीद ने संभाला ,,अमिताभ बच्चन ,जया बहादुरी के पीछे लोग भागने लगे ,तब ,,कॉमरेड हमीद की ज़बरदस्त आवाज़ ,भाषण शैली से मंत्रमुग्ध होकर ,,अमिताभ बच्चन के पीछे भागने वाले लोग पलटने लगे ,,कॉमरेड हमीद को सुनने लगे ,कॉमरेड हमीद के तार्किक भाषण इसके बाद ,,तालियों की गड़गड़ाहट के बीच ,, इतिहास बन गया ,और राष्ट्रिय स्तर के मंचो पर कॉमरेड हमीद को बुलाया जाने लगा ,,,पहलवानी ,,तैराकी ,,वाद विवाद ,,भाषण शैली ,,मज़दूरों की नेतागिरी ,संघर्ष की कहानी के साथ ,कॉमरेड हमीद को शेरो ओ शायरी ,अदब ,साहित्य का भी शोक था ,वोह कई अखिल भारतीय मुशायरे में खुद भी अपनी शायरी पढ़ते और नामचीन शायरों को बुलाकर मंच सांझा करते ,,वाहवाही लूटते ,,,,कोटा के दंगे ,फसादात सहित ,पुलिस ज़ुल्म के वोह खुद गवाह रहे है ,,,,कोटा में 1989 ,,,1992 ,,के फसादात ,,कॉमरेड हमीद का सीधा प्रोटेक्शन कर्फ्यू और कर्फ्यू ढील के दौरान ,क़ौमी एकता के पैगाम के साथ पीड़ितों के हाल जानना ,उनके साथ हुए ज़ुल्म ज़्यादती के खिलाफ आवाज़ उठाना ,,लोगों को आज भी याद है ,,,कोटा में जुलुस निकला ,फसाद हुआ ,अफरा तफरी मची ,,हिंसा हुई ,बेहिसाब , मौतें ,,आगजनी हुई ,,,कॉमरेड हमीद ने हिम्मत नहीं हारी ,वोह हिन्दू मुस्लिम  बस्तियों में क़ौमी एकता के पैगाम के साथ ,मिलजुलकर रहने की  शांति सद्भाव की , सीख के संदेश के साथ घूमते रहे ,लेकिन इसी बीच सी आर पी सी 144 के प्रावधान के तहत जिला कलेक्टर ने ,,टिपटा ,पाटनपोल ,घंटाघर ,मक़बरा ,,बजाजखाना ,रामपुरा क्षेत्र ,,किसी भी जुलुस के लिए प्रतिबंधित कर दिया ,,,,लेकिन सरकारें बदली ,सरकार के दबाव में ,भाजपा का विजय जुलुस इसी क्षेत्र से ,,जब निकला ,तो कॉमरेड हमीद ने दूसरे दिन ,,घंटाघर पर एक मुशायरे का ऐलान कर दिया ,,धारा 144 का प्रतिबंध ,दूसरी तरफ कॉमरेड हमीद की मुशायरे की ज़िद ,उनका कहना था ,,जब क़ानून तोड़कर ,सियासी पार्टी भाजपा का जुलुस निकल सकता ,है तो फिर मुशायरा क्यों नहीं हो सकता ,घंटाघर पर मुशायरा तो होकर रहेगा ,इसी नारे के साथ ,कॉमरेड हमीद ने ,मुशायरे की तय्यरियाँ शुरू कर दी ,,,घंटाघर पुलिस छावनी बन गया ,,लोगों की समझाइश हुई ,लेकिन कॉमरेड हमीद मुशायरे के लिए अढे रहे ,डी  आई जी सहित पूरी पुलिस फ़ोर्स , पूरे  प्रशासिक अधिकारी ,शहर के ज़िम्मेदार उन्हें समझाने की कोशिश में थे ,उनका कहना था ,या तो उलंग्घन के लिए समान क़ानून लागू करो ,,मुक़दमा दर्ज करो ,,नहीं तो हमे भी  मुशायरा करने दो ,,,बस ,कहा सुनी हुई ,उन्होंने इंक़लाब ज़िंदाबाद का नारा ,लगाया फिर पुलिस बेरहम हमला उन पर शुरू हुआ ,,वोह लगातार लाठियां खाते रहे ,लेकिन उनके मुंह से उफ्फ  न निकला ,सिर्फ इंक़लाब ज़िंदाबाद ,इंक़लाब ज़िंदाबाद ,,माहौल तनावपूर्ण हुआ ,, पुलिस अधिकारीयों की लाठियां टूट चुकी थी ,, सभी अधिकारी थक चुके थे ,,हांफने लगे थे ,,कॉमरेड हमीद की कई जगह की हड्डियां टूटी थी , बदन से खून बह रहा था ,लेकिन वाह कॉमरेड ,,एक आह न निकली ,सिर्फ इंक़लाब ज़िंदाबाद ,,इंक़लाब ज़िंदाबाद के नारों से ,मक़बरा थाने की बैरक गूंज रही ,,थी  ,,आखिर फिर समझाइश हुई ,,सभी लोगों ने प्रशासन को तैयार किया ,के यह मुशायरा होकर रहेगा ,,तभी यह मुन्ना कॉमरेड अपना संघर्ष खत्म करेंगे ,,बस घंटाघर पर ,,अघोषित कर्फ्यू के बीच कृत्रिम मंच तैयार हुआ ,एक ठेले पर कॉमरेड हमीद घायल होने पर भी ,सहारे से खड़े हुए ,इंक़लाब ज़िंदाबाद का नारा लगा ,कुछ शान्ति समिति के लोग ,,सैकड़ों पुलिस कर्मी ,,और फिर कॉमरेड हमीद ने अपनी एक ग़ज़ल पढ़ी ,,ज़ुल्म  की इंतिहा का फलसफा और हिम्मत से मुक़ाबले की ताक़त के बारे में समझाय ,,फिर इंक़लाब ज़िंदाबाद हुआ और ,घायल शेर कॉमरेड हमीद बेहोश हो गए ,,बस फिर अस्पताल में इलाज हुआ ,गिरफ्तारी के खिलाफ निगरानी याचिका पेश हुई ,क्योंकि कॉमरेड हमीद ने ज़मानत पर छूटने से इंकार कर दिया था ,,निगरानी याचिका में ,कॉमरेड हमीद की गिरफ्तारी अवैध घोषित ,हुई वोह रिहा हुए ,लेकिन उनके शरीर पर कई अंदरूनी चोटें थी फिर वोह ठीक नहीं हो सके ,,और एक दिन अचानक ,खबर  आयी के संघर्ष की यह कहानी ,,मज़दूर ,,दलितों ,अल्पसंख्यकों ,पिछड़ों के इन्साफ की यह बुलंद आवाज़ ,,,संघर्ष की यह दहाड़ ,,खामोश हो गयी ,,,,,,यह शख्सियत आज भी लोगों के दिल ,दिमाग में है ,, इनका संघर्ष ,इनके क़िस्से ,इनकी बहादुरी के बाद भी ,,विनम्रता के क़िस्से ,इन्हे खरीदने की कोशशों के बाद हारचुके लालाओं के क़िस्से ,,पूंजीपतियों में इनके खौफ के माहौल के हालात ,अधिकारीयों ,,नेताओं में इनकी इन्साफ की हुंकार की दहशत ,इनके साथ वाले लोग आज भी याद करते ,है ,, और कहते है ,,सच कॉमरेड अब्दुल हमीद चाहे प्यार मुन्ना कहलाता हो ,लेकिन सच में वोह इंक़लाब था ,वोह ज़िंदाबाद ,,था ,, मुन्ना कॉमरेड की पहली बरसी पर ,जब सभी लोग सर्वदलीय बैठक के साथ श्रद्धांजलि सभा में एकत्रित हुए तब ,,कॉमरेड हमीद की स्मृति में ,कोटा वक़्फ़ सम्पति , बाबा जंगलीशाह के महफ़िल खाने का नाम , उनकी स्मृति में  नामकरण करने का प्रस्ताव पास हुआ ,वक़्फ़ के पदाधिकारी भी उस बैठक में मौजूद थे ,सहमति बनी ,घोषणा हुई ,लकिन अफ़सोस आज भी इस महफ़िल खाने का नाम , कॉमरेड अब्दुल हमीद की स्मृति में नामांतरित नहीं हो सका है ,,,,कॉमरेड हमीद के भानजे एडवोकेट मोहम्मद अली मेरे क़रीबी बचपन के निकटतम वफादार दोस्तों में से है ,, इसीलिए मेरा भी उनसे नज़दीकी रिश्ता रहा ,बाद में पत्रकारिता के नाते ,वकालत के नाते ,,उनके आंदोलनों के क़िस्से काफी सीखने  समझने को मिले।


एडवोकेट अख्तर खान


भाजपा की 57 कैंडिडेटो की घोषणा

नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने 70 विधानसभा सीटों में से 57 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया है। बीजेपी दिल्ली चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि 11 एससी, चार महिलाएं शामिल है। आपको बता दें कि बीजेपी के केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक भाजपा मुख्यालय में गुरुवार को करीब ढाई घंटे तक चली थी।


लापता आतंकी कानपुर से किया गिरफ्तार

मुंबई। गुरुवार को लापता हुआ आतंकी डॉ. जलीस अंसारी कानपुर से गिरफ्तार हो गया है। इसकी जानकारी उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने दी। वह देश से भागने की फिराक में था. डीजीपी ने कहा कि फिलहाल उससे पूछताछ जारी है। देशभर में कई सिलसिलेवार बम धमाकों के मामलों में दोषी और सजायाफ्ता डॉ. जलीस अंसारी गुरुवार को मुंबई से लापता हो गया था। आतंकी जलीस अंसारी पिछले महीने पैरोल पर अजमेर की जेल से बाहर आया था। उस पर 50 से ज्यादा सीरियल बम धमाके करने का भी आरोप है।


पुरातत्व को मिली 10 वीं सदी की मूर्ति

रायपुर। महासमुंद जिले के ग्राम सरईटार के फिरतू कटेल जंगल में दसवीं सदी की प्राचीन प्रतिमा लावारिस स्थिति में पड़ी मिली है। प्रतिमा को प्रदर्शन के लिए महंत घासीदास संग्रहालय के पुरातत्व विभाग में लाया गया है। नव वर्ष में इस पुरातत्वीय कलाकृति की उपलब्धि संग्रहालय के लिये महत्वपूर्ण है। संस्कृति विभाग के संचालक अनिल कुमार साहू ने आज यहां बताया कि निरीक्षण में पाया गया कि उक्त प्रतिमा पुरातत्वीय कलाकृति है । यह कला-शैली की दृष्टि से लगभग 10वीं सदी के आसपास की ज्ञात होती है। प्रतिमा के सिरोभाग पर पांच फणों का प्रदर्शन विशेष रूप से प्रभावित करता है।इस प्रतिमा का स्पष्ट अभिज्ञान करने के लिए नगर के अन्य पुराविदों का सहयोग लिया जा रहा है। काले ग्रेनाइट प्रस्तर से निर्मित इस प्रतिमा के कुछ अंश में खंडित तथा क्षरित है। इस कलाकृति का समुचित रासायनिक उपचार और संरक्षण करने के पश्चात् दर्शकों के अवलोकन के लिए संग्रहालय में प्रदर्शित कर दी जावेगी। संचालक साहू ने बताया कि महासमुंद जले की पिथौरा थाना प्रभारीे द्वारा ग्राम सरईटार के फिरतू कटेल जंगल में लावारिस स्थिति में पड़ी प्राचीन प्रतिमा को जब्त कर संचालनालय संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग को उक्त पुरावशेष के निरीक्षण, परीक्षण के लिये सूचित किया गया था। थाना प्रभारी की सूचना पर पुरातत्व विभाग के अधिकारियों के द्वारा 14 जनवरी 2020 को पिथौरा थाना में उक्त प्रतिमा का परीक्षण किया गया। परीक्षण तथा सुपुर्दनामा कार्यवाही पश्चात् इस प्रतिमा को पुरातत्व विभाग के अधिकारियों को सौंपी गयी। जिसे प्रदर्शन के लिए संग्रहालय में लाया गया। संस्कृति संचालक ने थाना प्रभारी पिथौरा, कमला पुसाम द्वारा इस संबंध में किये गये प्रयास की सराहना की है।


वैश्विक महिला नेताओं की तस्वीरें इस्तेमाल

नई दिल्ली। इटली के कलाकार एलेक्ज़ेंड्रो पैलोंबो ने महिलाओं के साथ हिंसा को दिखाने के लिए सोनिया गांधी, मिशेल ओबामा और हिलेरी क्लिंटन जैसी वैश्विक महिला नेताओं की तस्वीरें इस्तेमाल की हैं। पोस्टर्स में उनके चेहरों पर चोट के निशान दिखाए गए हैं जिस पर लिखा है, ‘सिर्फ इसलिए क्योंकि मैं महिला हूं।’इन पोस्टर्स के नीचे लिखा गया है- मैं घरेलू दुर्व्यवहार का शिकार हूं। मुझे कम वेतन दिया गया है। मुझे जैसे चाहिए, वैसा कपड़े पहनने का अधिकार नहीं है। मैं तय नहीं कर सकती कि मैं किससे शादी करूंगी। मेरे साथ बलात्कार हुआ था।


खांसी का कारगर, देसी उपचार

नई दिल्ली। सर्दियों के मौसम में तबीयत खराब होना आम बता है कई लोग सर्दियों के मौसम में खांसी की समस्या से परेशान हो जाते हैं। अगर आप भी ऐसी ही किसी परेशानी से जूझ रहे हैं तो यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह आप खांसी के लिए केवल संतरे का सेवन कर राहत पा सकते हैं। इसके लिए आपको संतरे को उबाल कर खाना होगा। संतरे में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। संतरे में पेक्टिन नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है। जिससे आपको खांसी से राहत मिल सकती है।


खांसी में ऐसे करें संतरे का इस्तेमाल


एक कटोरी में थोड़ा सा पानी और नमक लेकर इसे अच्छे से मिलाएं। अब इस पानी में एक संतरे को लगभग आधे घंटे के लिए भिगोकर छोड़ दें। इसके बाद संतरे को पानी से निकाले और ऊपर के एक हिस्से को टोपी की तरह काट लें। संतरे के ऊपरी हिस्से में कई सारे छेद करें। अब इस छेद में थोड़ा सा नमक डालकर संतरे को काटे हुए हिस्से से ढककर स्टीम कीजिए। संतरे को 10 से 20 मिनट तक स्टीम कीजिए, इसके बाद इसे गर्मा-गर्म खाएं। स्टीम संतरा खाने से खांसी वाले बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं।


खूबसूरत त्वचा की सब की तमन्ना

नई दिल्ली। खूबसूरत त्वचा हर किसी की तमन्ना होती है ऐसे में कई महिलाएं अपने चेहरे के लिए कई ऐसी चीजें ट्राई करती हैं जो आपकी स्किन को कुछ एक पल के लिए तो खूबसूरत बनाती है लेकिन उसके साइड इफेक्ट् भी कई ज्यादा होते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ घरेलू रात में इस्तेमाल किए जाने वाले नुस्खों के बारे में जिनके इस्तेमाल से आपको एक दम खिली-खिली त्वचा मिलेगी। अगर आप चाहते हैं कि सुबह आपके होंठ गुलाबी, मुलायम और खूबसूरत दिखें, तो रात में इसके लिए एक छोटा सा काम जरूर करें। इससे आपके होंठ अगले पूरे दिन सॉफ्ट, पिंकिश और आकर्षक दिखेंगे। इसके लिए रात में सोने से पहले किसी टूथब्रश से अपने होंठों के डेड स्किन सेल्स को रगड़कर निकाल दें। इसके बाद इस पर बादाम का तेल या शहद लगाएं और सो जाएं। अगर आप दोमुंहे बालों या डैंड्रफ (रूसी) की समस्या से परेशान हैं, तो आप रात में सोने से पहले एक छोटी सी ट्रिक अपनाकर सुबह तक इस समस्या से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए जिस दिन आपको अपने बाल धोने हैं, उसकी एक रात पहले अपने दो मुंहे बालों और स्काल्प, जहां डैंड्रफ की समस्या हो, उस पर एलोवेरा जेल लगाएं और बालों को फैलाकर सुबह तक छोड़कर सो जाएं। सप्ताह में 2-3 बार ऐसा करने से आपकी बालों की हर समस्या दूर हो जाएगी। सुबह से शाम तक अपने चेहरे पर नैचुरल ग्लो चाहते हैं, तो आपको रात में सोने से आधे घंटे पहले कम से कम 1 ग्लास (300 मिली लीटर) पानी पिएं। इसके अलावा ऊपर बताई गई होठों को मुलायम बनाने वाली ट्रिक आजमाएं। सर्दियों के मौसम में कई बार आपके हाथ बहुत रूखे नजर आते हैं, इसके लिए रात में ब्राउन शुगर को थोड़ा सा पीसकर इसका पाउडर बना लें और आधा चम्मच पाउडर में 1 चम्मच ऑलिव ऑयल मिलाकर नैचुरल स्क्रब बनाएं। इस स्क्रब से आप जिस भी अंग की चाहें डेड स्किन सेल्स निकाल सकते हैं।


हिलाल अहमद को एसीबी ने किया गिरफ्तार

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व वित्त मंत्री अब्दुल रहीम राथर के बेटे हिलाल अहमद राथर को ऐंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने गिरफ्तार किया है। वह जम्मू-कश्मीर बैंक से 177 करोड़ रुपये के बिजनेस लोन की हेराफेरी कर विदेश में संपत्ति खरीदने का आरोपी हैं। इस संपत्ति में दुबई के एक आइलैंड पर आठ बेडरूम वाला विला भी शामिल है। इसी आइलैंड पर अभिनेता शाहरुख खान और फुटबॉलर डेविड बेकहम जैसी हस्तियों की भी संपत्तियां है। नेशनल कॉन्फ्रेंस से तीन बार विधायक रहे अब्दुल रहीम राथर के बेटे हिलाल अहमद राथर को एसीबी ने जम्मू से गिरफ्तार किया।आरोप है कि 2012 में उमर अब्दुल्ला की सरकार के दौरान हिलाल ने अपने वित्त मंत्री पिता के प्रभाव का इस्तेमाल करके व्यवसाय के नाम पर कई बार लोन लिए। एसीबी के एक प्रवक्ता ने बताया कि हिलाल और उनके बिजनेस पार्टनर्स ने इन लोन्स को नरवालबाला के बथंडी में पैराडाइज एवेन्यू टाउनशिप प्रोजेक्ट के लिए लिया था। लोन के तौर पर ली गई पूरी राशि को कथित रूप से अन्य व्यवसायों, निजी संपत्तियों को खरीदने और विदेश में रॉयल हॉलिडेज में इस्तेमाल कर लिया गया। अधिकारी के अनुसार, जांच में पता चला है कि पैराडाइज एवेन्यू परियोजना में हिलाल के अलावा श्रीनगर के सनत नगर के रिजवान रहीम डार, बारामुला के गुलाम मोहम्मद भट्ट और जम्मू के दलजीत वढेरा और दीपशिखा जम्वाल भी पार्टनर थे। इनके लिए पहले चरण में 74.27 करोड़ का टर्म लोन मंजूर किया गया था। जम्मू-कश्मीर बैंक की क्रेडिट पॉलिसी की क्रेडिट पॉलिसी को तोड़ते हुए यह लोन मंजूर किया गया था।


इंस्टाग्राम यूजर को जल्द मिलेगा नया ऑप्शन

नई दिल्ली। फोटो शेयरिंग ऐप इंस्टाग्राम पर यूजर्स को जल्द ही वेब वर्जन में भी डायरेक्ट मैसेज भेजने का ऑप्शन मिलने वाला है। इस फीचर को हाल में टेस्ट किया जा रहा था और कई यूजर्स को इंस्टाग्राम की वेबसाइट पर भी अपने फॉलोअर्स को डायरेक्ट मैसेज भेजने का ऑप्शन मिला था। यह फीचर इंस्टाग्राम पर बिजनेसेज, इन्फ्लुएंसर्स और उन यूजर्स के लिए काफी काम का हो सकता है, जो हैंडसेट के मुकाबले लैपटॉप या PC पर इंस्टाग्राम ज्यादा एक्सेस करते हैं। कंपनी ने कहा है कि बीते दिनों किया गया रोलआउट केवल इस फीचर को वेब पर टेस्ट करने के लिए था और आने वाले वक्त में सभी यूजर्स के लिए इसका वाइड-स्केल रोल आउट किया जा सकता है। वेब पर मिलने वाला डायरेक्ट मेसेज फीचर स्मार्टफोन ऐप में मिलने वाले DM जैसा ही होगा। यूजर्स वेब पर भी ग्रुप्स बना सकेंगे, फोटोज भेज सकेंगे और किसी के साथ वेब पर चैटिंग कर पाएंगे। फेसबुक और ट्विटर जैसे बाकी प्लैटफॉर्म्स पर पहले ही मेसेंजर और चैट विंडो मिलती हैं। फेसबुक के मालिकाना हक वाले इस प्लैटफॉर्म पर यह फीचर एक्टिवेट होने के बाद यूजर्स को वेब पर इंस्टाग्राम एक्सेस करने पर भी डायरेक्ट मैसेज  के नोटिफिकेशंस दिखाई देंगे। हालांकि, वेब पर इंस्टाग्राम ऐप की तरह वीडियोज भेजने या रिसीव करने का विकल्प नहीं मिलेगा। इंस्टाग्राम सीईओ एडम मॉसरी ने ट्विटर पर 14 जनवरी को इससे जुड़े डीटेल शेयर किए थे। उन्होंने लिखा, ‘जिन यूजर्स को DM में इंटरेस्ट है, उनके लिए आज हमने डेस्कटॉप वेब पर इसकी टेस्टिंग शुरू की है। फिलहाल बहुत कम यूजर्स के साथ इसे टेस्ट किया जा रहा है और जल्द इसे सभी के लिए लाया जा सकता है।’


यह नजारे, नजरें, जी भर निहारे

मंडी जिले से ताल्लुक रखती है ये तस्वीर
 
हिमाचल। प्रदेश के मंडी जिला में कई रमणीक स्थल हैं, पर्यटक आते हैं और यहां के नजारों को जी भरकर निहारते हैं। इनमें कई स्थल ऐसे भी है। जो पर्यटन के एंगिल से अभी अछूते हैं, इन्हीं में से एक है। धर्मपुर का ये इलाका। दूर तक फैले पहाड़ और उनके बीच बादलों का डेरा, आंखों को सुकून देता है।


ताजा बर्फबारी ने फिर बढ़ाई मुश्किलें

शिमला। मौसम के बदले तेवर के बीच बेशक आज दिन की शुरूआत बादलों के बीच हल्की धूप के साथ हुई है पर देर शाम हुई बर्फबारी के कारण अभी भी कई मार्ग बंद पड़े हैं। ऊपरी शिमला की ओर जाने वाले सभी मार्ग रात को हुई बर्फबारी से एक बार फिर अवरुद्ध हो  गए हैं। कुफ़री, ठियोग, कोटखाई, खड़ापत्थर, जुब्बल, हाटकोटी, रोहड़ू, चिड़गाव, टिक्कर, बागी, खदरला, नारकंडा,  चौपाल, के लिए वाहनों की आवाजाही बंद पड़ी है। मौसम विभाग के अनुसार जंजैहली में 8 सेमी, ठियोग में 7 सेमी, खदराला में 15.2 सेमी, सराहन में 2 सेमी, समदो में 7.5  बर्फ रिकार्ड की गई।


सर्दियों में हीटर और अंगीठी नहीं

सर्दियों में हीटर या अंगीठी नहीं, इन तरीकों से रहें गर्म
 
नई दिल्ली। इन दिनों सर्दियों ने पिछले 118 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। सर्दी के चलते हीटर और का इन दिनों हीटर और अंगीठी का इस्तेमाल करना नार्मल बात है लेकिन जहां ये चीजें हमारे शरीर को गर्मी देते है वहीं इनके कई नुकसान भी होते हैं। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह से आप बिना हीटर और अंगीठी के भी अपने शरीर को गर्म को कर सकते हैं। कपड़ों की लेयर ऐसे बनाएं : सर्दियों के दौरान घर से बाहर निकलते वक्त सिर्फ एक टी-शर्ट के साथ जैकेट को कैरी नहीं करके कपड़ों की लेयर बनाइए। सबसे पहले थर्मल, शर्ट, स्वैटर और उसके बाद ही जैकेट को कैरी करें। स्वैटर, जैकेट से ज्यादा शरीर को थर्मल के जरिए गर्माहट मिलती है और जब आप थर्मल के ऊपर से जैकेट को कैरी करते हैं तो सर्दियों में चलने वाली हवाओं से शरीर को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। सर्दियों में पैरों को ढककर रखने से पूरे शरीर गर्म रहता है। सर्दियों में पैरों को ढककर रखने से पूरे शरीर गर्म रहता है। मोटे सोक्स और स्लिपर को दें तवज्जोंशरीर को गर्म रखने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है पैरों को गर्म रखना। पैरों को गर्म करने से हमारे पूरे शरीर को गर्माहट महसूस होती है। सर्दियों में पैरों को गर्म रखने के लिए ऊन से बने हुए सोक्स पहनें। अगर आप घर हैं तो बाजार में मिलने वाली गर्म स्लिपर्स को भी ट्राई कर सकते हैं। अगर, घर में ओवन है तो खाना बनाने के बाद इसे थोड़ी देर के लिए खुला छोड़ दें। खाना बनाने के बाद ओवन को खुला छोड़ने से घर में गर्म हवा का प्रवेश होगा और सर्दी छूमंतर हो जाएगी।


'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...