शुक्रवार, 16 अगस्त 2019

संचार क्रांति के नायक को श्रद्धांजलि

नई दिल्‍ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज पहली पुण्यतिथि है। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह सहित भाजपा के कई दिग्गज नेता स्मृति स्थल पर पहुंचे और अटल जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दें भारत रत्न से सम्मानित और देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 16 अगस्त 2018 को 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। जिसके बाद बीजेपी ने उनकी अस्थियों को देश की 100 नदियों में प्रवाहित किया था और इसकी शुरुआत हरिद्वार में गंगा में विसर्जन के साथ हुई थी। बता दें दिल्ली में स्थित पूर्व प्रधानमंत्री के स्मृति स्थल 'सदैव अटल' पर अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के अवसर पर बड़ा कार्यक्रम किया जा रहा है, जिसके चलते अटल बिहारी वाजपेयी की बेटी नमिता कौल भट्टाचार्य, पोती निहारिका समेत परिवार के अन्य सदस्य पूर्व प्रधानमंत्री के स्मृति स्थल पहुंचे हैं, जहां भजन का कार्यक्रम भी चल रहा है। यहां उन्हें अभी तक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह सहित कई दिग्गज नेताओं द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है।


देश को एक सूत्र में जोड़ने की कोशिश


अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल में सड़कों के माध्‍यम से देश को एक सूत्र में बांधने का ऐतिहासिक कदम उठाया था, जिसका लाभ आज सबको मिल रहा है। उन्होंने चेन्नई, कोलकाता, दिल्ली और मुंबई को जोड़ने के लिए स्वर्णिम चतुर्भुज सड़क परियोजना लागू की। साथ ही ग्रामीण अंचलों के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना लागू की। उनके इस फ़ैसले ने देश के आर्थिक विकास को रफ़्तार दी।


संचार क्रांति


भारत में संचार क्रांति का जनक भले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को माना जाता है, लेकिन उसे आम लोगों तक पहुंचाने का काम अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने ही किया था। 1999 में वाजपेयी ने बीएसएनएल के एकाधिकार को खत्म करते हुए नयी टेलिकॉम नीति लागू की। हालांकि इसके पीछे भाजपा के दिवंगत नेता प्रमोद महाजन का दिमाग बताया जाता है। लोगों को सस्ती दरों पर फोन कॉल्स करने का फायदा मिला और बाद में सस्ती मोबाइल फोन का दौर शुरू हुआ।


कांग्रेस को एकजुट करना बड़ी परीक्षा

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद फिर से संभालने वाली सोनिया गांधी की पार्टी को एकजुट करने की क्षमता की परीक्षा जल्द रोहतक में होनेवाली है। उन्होंने यहीं लगभग 20 साल पहले 1998 में पार्टी के मुख्य चुनाव प्रचारक के तौर पर एक रैली को संबोधित करते हुए अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। विडंबना है कि जो शख्स 18 अगस्त को शहर में समानांतर रैली कर पार्टी हाईकमान को चुनौती देने जा रहा है, उन भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सोनिया ने ही 2005 की शुरुआत से 2014 के अंत तक राज्य में कांग्रेस सरकार चलाने के लिए भजनलाल पर तरजीह दी थी।


कई सवाल खड़े करता है आयोजन
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री की तरफ से रैली का आयोजन किया जाना कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है, जैसे क्या यह उनकी तरफ से अक्टूबर में होनेवाले विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा कांग्रेस को तोड़कर एक क्षेत्रीय दल बनाने का पूर्व संकेत है या महज चुनाव से पहले सौदेबाजी का महौल बनाने की कवायद है।


सोनिया गांधी के लिए चुनौती
अभी कांग्रेस में जिस कदर भगदड़ मची है और कई राज्यों की पार्टी यूनिट में उथल पुथल मच रही है, उसको देखते हुए पार्टी सर्किल में सबकी नजर इस पर होगी कि सोनिया गांधी और उनकी टीम हुड्डा की तरफ से पेश की जा रही चुनौती को किस तरह लेती है, क्योंकि इससे यह भी पता चलेगा कि वह अपनी दूसरी पारी में सौदेबाजी करनेवालों के साथ किस तरह निपटती हैं- क्या वह उन्हें जाने देंगी या उनकी बात मानेंगी।


एआईसीसी के किसी नेता को निमंत्रण नहीं
हुड्डा और सोनिया के संबंध तब तनावपूर्ण हो गए थे, जब हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने 2016 में कांग्रेस के राज्यसभा कैंडिडेट आर के आनंद का सपॉर्ट करने से मना कर दिया था। अब उन्होंने 'परिवर्तन महारैली' में राज्य की पार्टी यूनिट या ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के किसी नेता को नहीं बुलाया है। इन सबसे मामला रहस्यमय हो रहा है।


अशोक तंवर की जगह लेना चाहते हैं हुड्डा
रोहतक में हुड्डा से निपटना सोनिया के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि हुड्डा हरियाणा में पार्टी के प्रमुख अशोक तंवर की जगह लेना चाहते हैं जिन्हें राहुल गांधी ने पूर्व मुख्यमंत्री की इच्छा के विरुद्ध उस पद पर नियुक्त किया था और सपॉर्ट किया था। रैली के बारे में पूछे जाने पर हुड्डा ने कहा, 'बीजेपी सरकार पिछले पांच साल में अपना एक भी वादा पूरा नहीं कर पाई है। राज्य की जनता भरोसेमंद विकल्प का इंतजार कर रही है, इसलिए चुनाव से पहले उनके सामने बीजेपी सरकार के मुकाबले में मजबूत विकल्प पेश करने की जरूरत है।'


ग्राम पंचायतों में हो रहे हैं बड़े घोटाले

काजीपुर ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में बड़ा घोटाला


कई बार ग्रामीणों ने अधिकारियों से की शिकायत जांच के नाम पर बार बार लीपापोती


कौशांबी। मूरतगंज विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत काजीपुर में विकास कार्यों के लिए मिलने वाली सरकारी रकम पंचायत के जिम्मेदारों की कमाई का साधन बनकर रह गई है नाली खड़ंजा सीसी रोड शौचालय आवास सहित विभिन्न योजनाओं में मिली लाखों की रकम में कमीशन खोरी कर योजना को जिम्मेदारों ने पलीता लगाया है।ग्राम पंचायत काजीपुर के कई ग्रामीणों ने भ्रस्ट ग्राम प्रधान के इस कृत्य की शिकायत भी खंड विकास अधिकारी से लेकर जिला स्तर तक की है लेकिन जांच के नाम पर बार-बार ग्राम प्रधान के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालकर उसे बचाने का भरसक प्रयास जिम्मेदारों द्वारा किया जा रहा है जिससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।


वही काजीपुर ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना में भी पात्रों को आवास देने के मामले में बनाई जाने वाली सूची में कई अपात्रों का नाम शामिल कर उन्हें आवास योजना का लाभ ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों ने पहुंचाया है जो एक बड़ा सवाल है और काजीपुर ग्राम पंचायत में हुए सरकारी रकम के बंदरबांट में यदि आला अधिकारियों ने जांच कराई तो इस ग्राम पंचायत में बड़ा घोटाला उजागर होगा ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी पर आला अधिकारियों की गाज गिरना तय है लेकिन क्या भ्रष्ट प्रधान के कारनामों पर उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच हो पाएगी यह व्यवस्था पर बड़ा सवाल है।


सुशील केसरवानी


स्वतंत्रता-दिवस:जल, जनसंख्या रहे विशेष

ज्ञानप्रकाश
नई दिल्ली। बेतहाशा बढ़ रही जनसंख्या चिंता का विषय है और समाज का एक छोटा वर्ग जो अपना परिवार छोटा रखता रहा है, वह सम्मान का हकदार है। जो वे कर रहे हैं वह एक प्रकार की देशभक्ति है। यह पहली बार है जब मोदी ने जनसंख्या का मुद्दा उठाया है। उनकी चिंता लाजिमी है। विशेषज्ञ और दुनिया व देश के शीषर्स्थ संस्थान भी इसकी रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने की वकालत करते हैं।
स्थिति बेकाबू:
वर्ष 2027 के करीब चीन को पीछे छोड़ते हुए भारत दुनिया में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बन सकता है। भारत की जनसंख्या में 2050 तक 27.3 करोड़ की वृद्धि हो सकती है। इसके साथ ही भारत शताब्दी के अंत तक दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बना रह सकता है। संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग पॉपुलेशन डिविजन ने द र्वड पॉपुलेशन प्रोस्पेक्ट 2019 हाइलाइट्स (वि जनसंख्या संभावना) मुख्य बिंदु को हाल ही में प्रकाशित किया है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अगले 30 वर्षो में वि की जनसंख्या दो अरब तक बढ़ने की संभावना है। 2050 तक जनसंख्या के 7.7 अरब से बढ़कर 9.7 अरब तक पहुंच
क्या कहता है अध्ययन:
इस अध्ययन के मुताबिक वि की जनसंख्या इस शताब्दी के अंत तक करीब 11 अरब तक पहुंच जाने की संभाना है। वर्ष 2050 तक ऊपर बताए गए वैिक जनसंख्या में जो वृद्धि होगी उनसे में से आधी वृद्धि भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, इथियोपिया, तंजानिया, इंडोनेशिया, मिस और अमेरिका में होने की अनुमान है।
निपटने के लिए कदम उठाने की दरकार:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का देश में जनसंख्या विस्फोट पर चिंता जताना और इसकी रोकथाम के लिए हर नागरिक की जवावदेही को तय करने के लिए एकजुट होकर आने का आवहन सकारात्मक और असरदार भूमिका अदा कर सकती है। बढ़ती जनसंख्या घटते जन संशाधन से यह तो तय है कि यदि केंद्र समेत राज्य सरकारों के साथ ही हर युवा एलर्ट नहीं हुआ तो आने वाली पीढियों के लिए नयी चुनौतियां पेश करेगा। मोदी ने कहा कि इससे निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को कदम उठाने चाहिए। विशेषज्ञ भी प्रधानमंत्री द्वारा खुले मंच से देशवासियों को संबोधित करने संबंधी कदम को साहसिक बताया। पीजीएमआईआर से संबंद्ध डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डा. वीके तिवारी ने कहा कि मोदी जी जो कहते हैं वह करते हैं, मुझे उम्मीद है कि देश के नागरिक उनकी अपील का सम्मान करेंगे और जनसंख्या नियंत्रित करने में योगदान देंगे। वहीं एम्स के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि मोदी है तो सब कुछ संभव है। जनसंख्या भी तेजी से नियंत्रित करने में अब मदद मिलेगी।


भाषण के बाद बच्चों से घिरे प्रधानमंत्री

ज्ञानप्रकाश
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को 73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्राचीर से अपना करीब 92 मिनट के भाषण खत्म करने के बाद जब वहां मौजूद बच्चों के बीच पहुंचे तो बच्चों के उत्साह की कोई सीमा नहीं थी। मुस्कुराते हुए प्रधानमंत्री सुरक्षा घेरे को पीछे छोड़कर आजादी के जश्न पर घंटों से अनुशासित तरीके से प्राचारी के मैदान में तालियां बजा रहे उत्साहित बच्चों के बीच कुछ देर तक घिरे रहे। लाल किले के मुख्य आयोजन स्थल पर हर बार की तरह इस साल भी बच्चों ने केसरिया, सफेद और हरे रंग की पोशाक पहन रखी थी।
अपना संबोधन खत्म करने के बाद प्रधानमंत्री ने वहां मौजूद लोगों की तरफ हाथ हिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया और वहां से रवाना होने के लिये अपने वाहनों के काफिले की तरफ बढ चले। कार्यक्रम स्थल से बाहर निकलते वक्त वह रूके और अपनी कार से बाहर निकल कर सुरक्षा घेरा पीछे छोड़ उस जगह पहुंच गए जहां बच्चे बैठे थे। ये देख बच्चों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उत्साहित बच्चे उनसे मिलने के लिए बड़ी संख्या में आगे बढे। प्रधानमंत्री कुछ देर तक बच्चों के बीच खड़े रहे। राष्ट्र ध्वज के रंग में कपड़े पहने बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। हर कोई मोदी की झलक पाने के लिये, उनसे हाथ मिलाने के लिये आगे आने की कोशिश कर रहा था। जो बच्चे पहली कतार में बैठे थे उन्हें प्रधानमंत्री से हाथ मिलाने का भी मौका मिला। 


पीएम सर से सेक हैंड कर गद्गदग हैं छात्राएं:
सरकारी मॉडल स्कू ल दरियागंज में कक्षा छह की छात्रा महवीश परवीन (13) ने कहा मुझे विास नहीं हो रहा, मैं देश के प्रधानमंत्री के इतने करीब थी। जिस वक्त मैंने उन्हें अपनी तरफ आते देखा मैं उनकी तरफ दौड़ पड़ी। मैं सिर्फ उनका हाथ छू सकी क्योंकिकई लड़कियां उनसे हाथ मिलाने की कोशिश कर रही थीं। मैं खुद को बेहद खुशकिस्मत मानती हूं। मीरा मॉडल स्कूल की 7वीं की छात्रा महिमा ने कहा कि मजा आ गया। आई सेक हैंड विद पीएम सर, एक अन्य सरकारी स्कूल की कक्षा सात के छात्र अल मदीहा की खुशी का भी प्रधानमंत्री से हाथ मिलाने के बाद कोई ठिकाना नहीं है।
पर अफसोस मोदी जी से हाथ न मिला सकी:
वहीं, एक अन्य छात्र आफरीन शरीफ (14) हालांकि मोदी के करीब पहुंचने के बाद भी उनसे हाथ नहीं मिला पाने को लेकर निराश दिखे। उन्होंने कहा लोग प्रधानमंत्री के करीब जाने के लिये धक्का दे रहे थे, लेकिन हमारी टीचर ने हमें बताया था कि जब वो हमारे पास आएं तो भागना नहीं है और अनुशासन बनाए रखना है। मुझे दु:ख है कि मैं मोदीजी से हाथ नहीं मिला सकी।
आई एम पराउड आफ माई पीएम:
मोदी के भाषण की सबसे अच्छी बात के बारे में पूछे जाने पर आनंद विहार के एक स्कूल की 11वीं की छात्रा विभा कुमारी ने कहा हमारे प्रधानमंत्री ने जब तीन तलाक के बारे में बोला तो मुझे अच्छा लगा क्योंकि हमनें सुना है कि कई महिलाएं इससे पीड़ित हैं। जीनत, सुमन जैसी कई अन्य छात्राओं ने भी प्रधानमंत्री द्वारा तीन तलाक के साथ ही स्वच्छता और जल संरक्षण जैसे मुद्दे उठाए जाने की सराहना की। इससे पहले, प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान भी बच्चों ने जम कर तालियां बजाई। सकीला ने कहा कि आई एम पराउड ऑफ माई पीएम सर, जो हर शख्स के बारे में बेहतर सोचते हैं। चिंता करते हैं।


'अजान' का हिंदी अर्थ पुकार है

नामाज़ (उर्दू) या सलाह (अरबी), नमाज संस्कृति शब्द है, जो उर्दू में अरबी शब्द सलात का पर्याय है। कुरान शरीफ में सलात शब्द बार-बार आया है और प्रत्येक मुसलमान स्त्री और पुरुष को नमाज पढ़ने का आदेश ताकीद के साथ दिया गया है। इस्लाम के आरंभकाल से ही नमाज की प्रथा और उसे पढ़ने का आदेश है। यह मुसलमानों का बहुत बड़ा कर्तव्य है और इसे नियमपूर्वक पढ़ना पुण्य तथा त्याग देना पाप है।


पाँच नमाजें 
नमाज पढ़ने के पहले प्रत्येक मुसलमान वज़ू करता है अर्थात् दोनों हथेलियों को धोना,कुल्ली करना,नाक साफ करना,चेहरा धोना,कुहनियों तक हाथ का धोना,सर के बालों पर भीगा हाथ फेरना और दोनों पैरों को धोना। फ़र्ज़ नमाज के लिए "अज़ान" दी जाती है। नमाज तथा अज़ान के बीच में लगभग कुछ मिनटों का अंतर होता है। उर्दू में अज़ान का अर्थ पुकार है। नमाज के पहले अज़ान इसीलिए दी जाती है कि आस-पास के मुसलमानों को नमाज की सूचना मिल जाए और वे सांसारिक कार्यों को छोड़कर कुछ मिनटों के लिए मस्जिद में खुदा का ध्यान करने के लिए आ जाएँ। सुन्नत/नफ्ल नमाज अकेले पढ़ी जाती है और फ़र्ज़ समूह के साथ। फ़र्ज़ नमाज साथ मिलकर पढ़ी जाती है उसमें एक मनुष्य आगे खड़ा हो जाता है, जिसे इमाम कहते हैं और बचे लोग पंक्ति बाँधकर पीछे खड़े हो जाते हैं। इमाम नमाज पढ़ाता है और अन्य लोग उसका अनुसरण करते हैं। नमाज पढ़ने के लिए मुसलमान मक्का की ओर मुख करके खड़ा हो जाता है, नमाज की इच्छा करता है और फिर "अल्लाह अकबर" कहकर तकबीर कहता है। इसके अनंतर दोनों हाथों को कानों तक उठाकर नाभि के करीब इस तरह बाँध लेता है कि दायां हाथ बाएं हाथ पर। वह बड़े सम्मान से खड़ा होता है उसकी नज़र सामने ज़मीन पर होती हैं। वह समझता है कि वह खुदा के सामने खड़ा है और खुदा उसे देख रहा है। कुछ दुआ पढ़ता है और कुरान शरीफ से कुछ लेख पढ़ता है, जिसमें फातिह: (कुरान शरीफ का पहला बाब) का पढ़ना आवश्यक है। ये लेख कभी उच्च तथा कभी मद्धिम स्वर से पढ़े जाते हैं। इसके अनंतर वह झुकता है जिसे रुक़ू कहते हैं, फिर खड़ा होता है जिसे क़ौमा कहते है, फिर सजदा में गिर जाता है। कुछ क्षणों के अनंतर वह घुटनों के बल बैठता है और फिर सिजदा में गिर जाता है। फिर कुछ देर के बाद खड़ा हो जाता है। इन सब कार्यों के बीच-बीच वह छोटी-छोटी दुआएँ भी पढ़ता जाता है, जिनमें अल्लाह की प्रशंसा होती है। इस प्रकार नमाज की एक रकअत समाप्त होती है। फिर दूसरी रकअत इसी प्रकार पढ़ता है और सिजदा के उपरांत घुटनों के बल बैठ जाता है। फिर पहले दाईं ओर मुँह फेरता है और तब बाईं ओर। इसके अनंतर वह अल्लाह से हाथ उठाकर दुआ माँगता है और इस प्रकार नमाज़ की दो रकअत पूरी करता है अधिकतर नमाजें दो रकअत करके पढ़ी जाती हैं और कभी-कभी चार रकअतों की भी नमाज़ पढ़ी जाती है। पढ़ने का तरीका कम अधिक यही है।


रूद्ररूप,महायोगी गुरु गोरखनाथ

गोरखनाथ या गोरक्षनाथ जी महाराज प्रथम शताब्दी के पूर्व नाथ योगी के थे। प्रमाण भी है राजा विक्रमादित्य के द्वारा बनाया गया पञ्चाङ्ग जिन्होंने विक्रम संवत की सुरुआत प्रथम सताब्दी से की थी जब कि गुरु गोरक्ष नाथ जी राजा भरथरी एवं इनके छोटे भाई राजा विक्रमादित्य के समय मे थे। गुरु गोरखनाथ शिव के रूद्र रूप है जो अजन्‍मे और मृत्यु के भय से रहित है। गुरु गोरखनाथ नाथ पंथ के शिरोमणि और अग्रणी रहे हैं। सत्य सनातन के मूल प्रचार और प्रसार को ही उन्होंने अपने जीवन का एकमात्र लक्ष्य चुना और उसी के अंतर्गत देश के विभिन्न अथवा विदेशों में धर्म की स्थापना की। इस संसार में सदा विचरण करने वाले महायोगी गुरु गोरखनाथ सूक्ष्म एवं संक्षिप्त रूप में सदैव इस संसार में व्याप्त रहते हैं। गुरु गोरखनाथ जी ने पूरे भारत का भ्रमण किया और अनेकों ग्रन्थों की रचना की। गोरखनाथ जी का मन्दिर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर नगर में स्थित है। गोरखनाथ के नाम पर इस जिले का नाम गोरखपुर पड़ा है।


गुरु गोरखनाथ जी के नाम से ही नेपाल के गोरखाओं ने नाम पाया। नेपाल में एक जिला है गोरखा, उस जिले का नाम गोरखा भी इन्ही के नाम से पड़ा। माना जाता है कि गुरु गोरखनाथ सबसे पहले यहीं दिखे थे। गोरखा जिला में एक गुफा है जहाँ गोरखनाथ का पग चिन्ह है और उनकी एक मूर्ति भी है। यहाँ हर साल वैशाख पूर्णिमा को एक उत्सव मनाया जाता है जिसे 'रोट महोत्सव' कहते हैं और यहाँ मेला भी लगता है। गुरू गोरक्ष नाथ जी का एक स्थान उच्चे टीले गोगा मेड़ी,राजस्थान हनुमानगढ़ जिले में भी है।इनकी मढ़ी सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के नजदीक वेरावल में है। इनके साढ़े बारह पंथ होते हैं।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
2019-8-9 • RNI.No.UPHIN/2014/57254
1.अंक-13(साल-01)
2.शनिवार,17अगस्‍त 2019
3.शक-1941,भादपद्र कृष्ण पक्ष प्रदोष,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 5:46,सूर्यास्त 7:08
5.न्‍यूनतम तापमान 27 डी.सै.,अधिकतम-33+ डी.सै., हवा में आद्रता रहेगी!
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा!
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार लोनी गाजियाबाद 201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी गाजियाबाद 201102
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बुधवार, 14 अगस्त 2019

स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं:यूनिवर्सल एक्सप्रेस

 देश-दुनिया आज किस आयाम पर, किस स्थिति और परिस्थिति में संघर्षशील है? यह आप सभी लोगों के सामने हैं। इसमें यदि आप राजनीति करना चाहते हैं तो कोई बड़ी विचित्र बात नहीं है। आप इसमें राजनीति कर सकते हैं, लेकिन जहां राष्ट्रहित की बात होती है। वहां पर हम सब लोग हिंदुस्तानी होते हैं। ऐसी स्थिति में जो भी निर्णय हिंदुस्तान के पक्ष में है वह निर्णय हमारा स्वयं का निर्णय होता है। चाहे वह निर्णय हमारा को छोटा बच्चा ले रहा हो या हमारे देश का प्रधानमंत्री ले रहा हैं।क्योंकि जब देश के हित की बात आती है तो फिर देश ही सर्वोपरि है उसके लिए किसी प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री या किसी मंत्री,संतरी, अगरा, वगैरह, आलतू-फालतू आम आदमी के विश्लेषण की आवश्यकता नहीं है। हम हिंदुस्तानी हैं और हिंदुस्तान के लिए हम अपना सब कुछ सर्वत्र करने के लिए पहले से ही तत्पर है। हमेशा रहेंगे। यह हमारी सद्भावना है ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो काम किया है वह शायद कोई और प्रधानमंत्री नहीं कर पाता।इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बार-बार धन्यवाद और उसके बाद देश के विकास के लिए और भी कई ऐसे मसले हैं। कई विवाद है, कई मुद्दे हैं, जिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काम करने की जरूरत है। ऐसी उम्मीद भी है कि प्रधानमंत्री उन विषयों पर कार्य कर रहे हैं।परिणाम भी उत्कृष्ट होंगे।आज यूनिवर्सल एक्सप्रेस परिवार पूरी दुनिया को भारतीय स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करता है। धन्यवाद करता है जो लोग आज इस वर्तमान में इस भौतिकवाद से रूबरू हैं। वास्तविकता को बहुत बारीकी से समझ रहे हैं उनके लिए पुन: एक बार फिर धन्यवाद।हम सब भारतीय लोकतंत्र में स्वतंत्र दिवस मनाएंगे। वह भी पूरी स्वतंत्रता के साथ। धन्यवाद। यदि देशवासियों को किसी प्रकार की कोई भी समस्या और आपत्ति है तो वह लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपनी समस्याओं को अग्रेषित करने का अधिकारी है।


राष्ट्रपति का देश वासियों के लिए साधारण संदेश

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 73वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देशवासियों को बधाई दी। राट्रपति कोविंद ने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया है।यह निर्णय वहां के लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगा।


मुझे विश्वास है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के निवासी इस बदलाव से अधिक लाभान्वित होंगे। संबोधन में राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि 2 अक्टूबर को हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाएंगे।गांधीजी हमारे स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे। वे समाज को हर प्रकार के अन्याय से मुक्त कराने के प्रयासों में हमारे मार्गदर्शक भी थे। उन्होंने कहा कि गांधीजी का मार्गदर्शन आज भी उतना ही प्रासंगिक है. उन्होंने हमारी आज की गंभीर चुनौतियों का अनुमान पहले ही कर लिया था। गांधीजी मानते थे कि हमें प्रकृति के संसाधनों का उपयोग विवेक के साथ करना चाहिए ताकि विकास और प्रकृति का संतुलन हमेशा बना रहे।


राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि वर्तमान में चल रहे हमारे अनेक प्रयास गांधीजी के विचारों को ही यथार्थ रूप देते हैं। अनेक कल्याणकारी कार्यक्रमों के माध्यम से हमारे देशवासियों का जीवन बेहतर बनाया जा रहा है। सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने पर विशेष ज़ोर देना भी गांधीजी की सोच के अनुरूप है।


 


एयर इंडिया की फ्लाइट में घबराए यात्री

नई दिल्ली। कुत्तों की मौजूदगी की वजह मुंबई से गोवा आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट डाबोलिम रनवे पर पहले प्रयास में लैंडिंग नहीं कर पाई। पहले प्रयास में सफल लैंडिंग नहीं होने के कारण यात्री घबरा गए लेकिन विमान ने दूसरे प्रयास में लैंड किया गया। सभी यात्री सुरक्षित हैं।जानकारी के मुताबिक, मंगलवार रात को आवारा कुत्तों की मौजूदगी की खबर एटीसी यानि एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के पास नहीं थी।अंधेरा होने के कारण रनवे कंट्रोलर ने रनवे पर किसी भी कुत्ते को नहीं देख सका, जिस वजह से फ्लाइट के लैंडिग में देरी हुई।गोविंद गांवकर नाम के यात्री का दावा है कि वह मुंबई से गोवा जाने वाली उड़ान में सवार थे।उन्होंने दावा किया कि कुत्तों को देखकर पायलट ने 'टचडाउन' से कुछ क्षण पहले लैंडिंग रोक दी। उन्होंने ट्वीट किया कि विमान करीब 15 मिनट के बाद उतरा गया। पायलट से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि रनवे पर पांच-छह कुत्ते थे। यह बिल्कुल परेशान करने वाली बात है. संपर्क करने पर, गोवा हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने कहा कि कथित घटना की जांच की जाएगी।  गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता दिगंबर कामत ने डीजीसीए को टैग करते हुए कहा कि क्या डीजीसीए इस मामले पर संज्ञान लेगा? यात्रियों को खतरे में रखा जा रहा है। मैं गोवा के मुख्यमंत्री और नागरिक उड्डयन मंत्रालय से अपील करता हूं कि इस पर ध्यान दिया जाए।


 


हिंदू-मुस्लिम सब में देशभक्ति का जज्बा

ईद की तरह देश की आजादी का पर्व भी जोश के मनाएं कश्मीरी। 
ख्वाजा साहब की दरगाह के दीवान जैनुल आबेदीन का देशभक्ति भरा बयान। 
अजमेर में निकली तिरंगा रैली। देश की खातिर कुर्बानी देने का संकल्प।

अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के बाहर देशभक्ति का जज्बा देखने को मिला। पाकिस्तानी यदि यह समझता है कि कश्मीर के मुद्दे पर भारत पर हमला करने पर मुसलमानों का समर्थन मिल जाएगा तो उसे अजमेर आकर ख्वाजा साहब की दरगाह का माहौल देखना चाहिए। 14 अगस्त को जहां मुस्लिम प्रतिनिधियों ने देश की खातिर कुर्बानी देने का संकल्प लिया तो वहीं दरगाह के दीवान जैनुल आबेदीन ने देश के सबसे बड़े माने जाने वाले न्यूज चैनल आर भारत को जोशीला इंटरव्यू दिया। आबेदीन ने कहा कि अनुच्छेद 370 में बदलाव होने से कश्मीर के लोगों का फायदा ही होगा। अब तक जो सुविधाएं और अधिकार कश्मीरियों को नहीं मिल रहे थे, वो सब अब मिलने लगेंगे। कश्मीरियों ने गत 12 अगस्त को जिस प्रकार ईद का पर्व शांति और उत्साह के साथ मनाया, उसी प्रकार 15 अगस्त को भी देश की आजादी का पर्व मनाए। अनुच्छेद 370 में बदलाव कर केन्द्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को देश मुख्य धारा से जोडऩे का प्रयास किया है। एक और दरगाह दीवान ने न्यूज चैनल पर देशभक्ति से भरा इंटरव्यू दिया, वहीं ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर उस समय देशभक्ति का माहौल हो गया, जब तिरंगा रैली निकाली गई। रैली के संयोजक नवाब हिदायउल्ला, महमूद खान के साथ साथ मुस्लिम प्रतिनिधि शेखजादा जुल्फिकार चिश्ती, सरवर चिश्ती, माजीद चिश्ती आदि ने कहा कि यदि देश की खातिर कुर्बानी की जरूरत हुई तो मुसलमान सबसे आगे होगा। कुरान शरीफ का हवाला देते हुए मुस्लिम प्रतिनिधियों ने कहा कि मुसलमान जिस देश में रहता है, उस देश का मरते दम तक वफादार होता है। इसी सोच के साथ 800 साल पहले ख्वाजा साहब इरान से हिन्दुस्तान और फिर अजमेर आए। दरगाह के बाहर मुस्लिम प्रतिनिधियों ने हिन्दुस्तान जिन्दाबाद के नारे लगाकर पाकिस्तान को भी ललकारा। प्रतिनिधियों ने कहा कि पाकिस्तान को किसी मुगालते में नहीं रहना चाहिए। यदि पाकिस्तान हमला करता है तो भारत की सीमा पर मुसलमान खड़े मिलेंगे। तिरंगा रैली दरगाह के मुख्य द्वार से शुरू होकर देहली गेट तक पहुंची। रैली में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश शक्ति सिंह शेखावत, नगर निगम के उपायुक्त गजेन्द्र सिंह रलावता, थानाधिकारी हेमराज, अंजुमन के पदाधिकारी अब्दुल माजीद चिश्ती आदि ने लोगों को तिरंगे झंडे वितरित किए। 
एस.पी.मित्तल


अमिताभ और सलमान (संपादकीय)

आखिर अमिताभ बच्चन के मुकाबले में आ ही गए सलमान खान। 
कौन बनेगा करोड़पति के ऐलान के बाद बिग बॉस-13 का प्रोमो जारी। 

सुपर स्टार अमिताभ बच्चन द्वारा अभिनीत कौन बनेगा करोड़पति सीरियल 19 अगस्त से रात 9 बजे से सोनी चैनल पर दिखाया जाएगा। कोई पन्द्रह दिन पहले सीरियल के निर्माताओं ने घोषणा की थी, तभी से फिल्म और टीवी सीरियल जगत सलमान खान के बिग बॉस का इंतजार किया जा रहा था। पिछले कई वर्षों से कौन बनेगा करोड़पति और बिग बॉस सीरियलों के बीच मुकाबला हो रहा है। जहां कौन बनेगा करोड़पति सोनी इंटरटेटमेंट पर प्रसारित होता है, वहीं बिग बॉस कलर्स चैनल पर। सीरियलों से ज्यादा मुकाबला  दोनों सीरियलों के एंकरों के बीच होता है। यह कोई संयोग नहीं है कि प्रतिवर्ष दोनों सीरियल एक साथ दिखाए जाते हों, असल में यह मनोरंजन चैनलों की प्रतिस्पर्धा के साथ साथ अमिताभ बच्चन और सलमान खान के बीच लोकप्रियता का भी मुकाबला है। दोनों ही सीरियलों का समय रात 9 से 10 बजे के बीच रखा जाता है और यह देखा जाता है कि कितने दर्शक किस सीरियल को देख रहे हैं। चूंकि अमिताभ बच्चन और सलमान खान के अपने अपने फालोअर्स हैं इसलिए हमेशा रोचक स्थिति होती है। जहां तक सीरियलों में कटेंट का सवाल है तो कौन बनेगा करोड़पति में जहां बुद्धिमता और समझ की जरूरत होती है, वहीं बिग बॉस को बिना समझ वाले दर्शक भी देख सकते हैं। क्योंकि इस सीरियल में गाली गलौज से लेकर अश्लीलता, बेहूदगी, मारपीट, द्विअर्थी संवाद आदि का मसाला भरा होता है। बिग बॉस के निर्माता समाज के विभिन्न क्षेत्रों में बदनाम या किन्हीं कारणों से चर्चित रहे व्यक्तियों को बुलाकर घर में रखते हैं वहीं कौन बनेगा करोड़पति में बुद्धि और समझ का एग्जाम उत्तीर्ण करने के बाद भी सुपर स्टार अमिताभ बच्चन के सामने वाली हॉट सीट पर बैठने का मौका मिलता है। गंदा काम करने के आरोप में बिग बॉस के घर से निकाला जाता है, जबकि कौन बनेगा करोड़पति में तेज तर्रार वाले बुद्धिजीवी को नकद राशि देकर सम्मान किया जाता है। जिस व्यक्ति को अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठने का अवसर मिलता है, वह स्वयं को गौरवांवित समझता है, जबकि घर से बाहर निकलने पर कई सदस्य बिग बॉस के माहौल पर ही ऐतराज जताते हैं। देखना होगा कि इस बार कौन बनेगा करोड़पति और बिग बॉस के सीरियलों में मुकाबला कैसा होता है। 
एस.पी.मित्तल


धारा 370 की सच्चाई समझनी चाहिए

अनुच्छेद 370 में बदलाव का असर तो जम्मू और लद्दाख में भी हुआ। 
लेकिन सख्ती कश्मीर घाटी में ही क्यों करनी पड़ रही है?
राष्ट्रभक्त लोगों को इस सच्चाई को समझना होगा। 

अनुच्छेद 370 में जो बदलाव किया हैं उसका असर जम्मू और लद्दाख क्षेत्र में भी पड़ा है। अब जम्मू और लद्दाख में तो हालात सामान्य हो गए हैं। लद्दाख में जश्न जैसा माहौल है 370 की वजह से सबसे ज्यादा अत्याचार लद्दाख के लोगों पर ही हुआ था। सवाल उठता है कि जब जम्मू और लद्दाख में हालात सामान्य हो सकते हैं तो कश्मीर घाटी में क्यों नहीं? ऐसा नहीं कि जम्मू और लद्दाख में मुसलमान नहीं रहते। जम्मू और लद्दाख में भी हिन्दुओं और बौद्धधर्म को मानने वाले लोगों के साथ मुसलमान भी रहते हैं। लेकिन इन इलाकों में शांति बनी हुई है। जिन देशद्रोहियों को कश्मीर घाटी के हालात असामान्य लगते हैं, वे जम्मू और लद्दाख का दौरा क्यों नहीं करते? क्या जम्मू और लद्दाख, जम्मू-कश्मीर प्रांत के हिस्से नहीं है? राष्ट्रभक्त लोगों को देश की इस सच्चाई को  समझना होगा। एक सुनियोचित षडय़ंत्र के तहत कश्मीर घाटी से पांच लाख हिन्दुओं को प्रताडि़त कर भगा दिया गया। पिछले 25 वर्षों से घाटी के पांच-छह जिलों मेंएक तरफा माहौल हो गया। यही जिले आतंकवाद से ग्रस्त हैं। सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी के साथ साथ पाकिस्तान के झंडे लहराए गए। तिरंगा लहराने वालों को मौत के घाट उतारा गया तो पाकिस्तान का झंडा लहराने वाले हीरो बन गए। यानि घाटी से हिन्दुओं को हटाने के बाद ही एक तरफा माहौल हुआ। यदि घाटी में हिन्दू बसे रहते तो आज प्रशासन को सख्ती नहीं करनी पड़ती। जो माहौल जम्मू और लद्दाख का है वो ही माहौल कश्मीर घाटी का भी होता। जो लोग आज कश्मीर घाटी के नागरिकों पर लगी कुछ पाबंदियों पर चिंतित हैं वो तब कहां गए थे, जब हिन्दुओं के परिवारों की महिलाओं के साथ दुव्र्यवहार हो रहा था। जब पांच लाख हिन्दुओं को भगाया जा रहा था, तब कांग्रेस के नेता गुलाब नबी आजाद भी चुप थे, लेकिन अब कश्मीरियों के लिए आसंू बहा रहे हैं। जम्मू और लद्दाख में मुसलमान भी रहते हैं। 370 में बदलाव होने के बाद क्या किसी मुसलमान पर कोई ज्यादती हुई? उल्टे राष्ट्रभक्त मुसलमान इस बात से खुश हैं कि अब उन्हें सब अधिकार मिलेंगे। यदि घाटी के पांच-छह जिलों में रहने वाले कश्मीरी भी जम्मू और लद्दाख के मुसलमानों की तरह आचरण करें तो प्रशासन घाटी में धारा 144 की पाबंदियां समाप्त कर सकता है। 
एस.पी.मित्तल


मीडिया का हो रहा है दुरुपयोग,स्वीकार करें

जयपुर से लेकर कश्मीर तक सोशल मीडिया का दुरुपयोग हो रहा है, इसलिए इंटरनेट बंद करना पड़ा है। 
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सच्चाई को स्वीकारा।

जयपुर । आयोजित संस्कृत विद्वान सम्मान समारोह में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिरकत की। समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए गहलोत ने कहा कि जयपुर से लेकर कश्मीर तक सोशल मीडिया का दुरुपयोग हो रहा है। कुछ लोग माहौल खराब करने के लिए झूठी खबरें पोस्ट कर देते हैं। जयपुर में पिछले दो दिनों से कुछ लोगों ने सुभाष चौक, गलता, रामगंज आदि क्षेत्रों का माहौल खराब कर रखा है। 13 अगस्त को भी दंबा फसाद की खबरें चलाई गई, जबकि किसी भी स्थान पर गड़बड़ी नहीं हुई। ऐसी झूठी और बेबुनियाद खबरों को देखते हुए ही जयुपर और कश्मीर में इंटरनेट बंद किया है। मालूम हो कि 12 अगस्त को कावड़ यात्रा पर हमले के बाद आधे जयपुर के हालात बिगड़े हुए हैं। प्रशासन ने धारा 144 लगा कर इंटरनेट सेवाएं बंद कर रखी हैं। सरकार नहीं चाहती कि असामाजिक तत्व झूठी खबरें चला कर माहौल खराब करें। असल में सोशल मीडिया को लेकर जो चिंता राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जताई है, वहीं चिंता इन दिनों जम्मू कश्मीर का प्रशासन जता रहा है। यही वजह है कि कश्मीर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर रखी हैं। कश्मीर  में पाकिस्तान का प्रोपेगंडा भी  चल रहा है। अनुच्छेद 370 में बदलाव के बाद गत 5 अगस्त से जम्मू कश्मीर में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। 9 अगस्त को जुम्मे की नमाज और 12 अगस्त को ईद भी शांतिपूर्वक रही। लेकिन फिर भी सोशल मीडिया पर हंगामे के पुराने वीडियो पोस्ट कर माहौल को बिगाडऩे की कोशिश की जा रही है। यह अच्छी बात है कि कांग्रेस शासित राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के दुरुपयोग की सच्चाई को स्वीकार की है और यह भी माना कि जयपुर और कश्मीर में इसलिए इंटरनेट सेवाएं बंद की गई है। जयपुर में 15 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर इंटरनेट सेवाएं बंद कर रखी है। 13 अगस्त की रात को भी पथराव की घटनाएं हुई हैं। 
एस.पी.मित्तल


राष्ट्रपति द्वारा किया गया सम्मानित:हरियाणा

राणा ओबराय
पुलिस महानिदेशक बी.के. सिन्हा राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित
चंडीगढ । हरियाणा प्रदेश के 13 पुलिस अधिकारियों को स्वतंत्रता दिवस-2019 के अवसर पर विषिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति के द्वारा पुलिस पदक और सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। पुलिस विभाग के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस महानिदेषक व होम गार्ड में कमांडेट जनरल के पद पर तैनात डा0 बी. के. सिन्हा तथा पंचकूला में उप-निरीक्षक के पद पर सेवाएं दे रहे श्री सुभाष चन्द्र को विषिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है, जबकि 11 अन्य पुलिस अधिकारियों को सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक से अलंकृत किया गया है। सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक से सम्मानित होने वालों में पटौदी गुरुग्राम के उप-पुलिस अधीक्षक श्री वीर सिंह, पंचकूला के उप-पुलिस अधीक्षक श्री ओम प्रकाष, मधुबन करनाल में तैनात निरीक्षक श्री अनिल कुमार, पंचकूला में तैनात निरीक्षक श्री श्रवण कुमार, अम्बाला कैंट के निरीक्षक श्री विकास, गुरुग्राम की महिला निरीक्षक श्रीमती लैली वरघीस, फरीदाबाद के उप-निरीक्षक श्री प्रकाष चंद, राज्य सतर्कता ब्यूरो के उप-निरीक्षक श्री विरेन्द्र कुमार, एग्जम्टी उप-निरीक्षक, पंचकूला श्री रामप्रताप, सहायक उप-निरीक्षक, पंचकूला श्री सुमन कुमार व गुरुग्राम के सहायक उप-निरीक्षक श्री रविन्द्र कुमार षामिल हैं। इस अवसर पुलिस महानिदेषक श्री मनोज यादव ने विषिष्ट एवं सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक प्राप्त करने वाले सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी। पदक विजेताओं की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर खुषी जाहिर करते हुए श्री यादव ने कहा कि हरियाणा पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों के अथक एवं निरंतर प्रयासों को राष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान समस्त पुलिस बल के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा इस उपलब्धि से पुलिस पदक से अलंकृत होने वाले अधिकारियों के साथ-साथ राज्य पुलिस बल के अन्य अधिकारियों व जवानों का भी मनोबल बढेगा।


कवि सम्मेलन में उमड़ा जनसैलाब:गुरुग्राम

गुरुग्राम। मोहित मदनलाल ग्रोवर समाजसेवी गुरुग्राम स्‍थित पटौदी चौक के पास ग्रोवर पार्क में एक शाम शहीदों के नाम पर मंगलवार शाम को कार्यक्रम आयोजित किया कार्यक्रम में शहीद परिवारों को सम्मानित किया गया। खुद समाजसेवी मोहित मदनलाल ग्रोवर ने सम्मानित किया। कार्यक्रम में भारी संख्या में लोग एकत्रित हुए। महान कवि कुमार विश्वास भी शामिल हुए। कुमार विश्वास ने कहा पहली बार गुरुग्राम में इतनी संख्या में जनता के बीच आया हूं। इतनी संख्या में भीड़ नहीं देखी और अपनी देशभक्ति कविताएं प्रस्तुत की। जिससे जनता देशभक्ति कविताएं पर लीन हो गईं और तालियों से पूरा मैदान गूंज उठा। भारी संख्या में लोग एकत्रित हुए और देशभक्ति कविताओं का लुत्फ उठाया। बारिश के कारण मैदान गीला होने के बावजूद जनता भारी संख्या में इकट्ठे हुई।


तेज रफ्तार कार ने ली अध्यापकों की जान

रेवाड़ी । दिल्ली-जयपुर हाइवे पर एक बार फिर रफ़्तार का कहर देखने को मिला। जहाँ एक तेज़ रफ्तार कार टायर फटने के कारण पलट गयी इस हादसे में कार में सवार पांच लोग घायल हो गए जिन्हे इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहा उपचार के दौरान दो की मौत हो गयी जबकि तीन उपचाराधीन है। सभी पांचो लोग राजस्थान के बहरोड़ के रहने वाले बताये जा रहे है जो पेशे से सरकारी स्कूल में अध्यापक थे। सुबह ड्यूटी पर स्कूल आ रहे थे तभी यह हादसा हुआ। फ़िलहाल पुलिस शवों का पोस्टमार्टम करवाकर मामले की जाँच कर रही है। 
 
जानकारी के अनुसार राजस्थान के बहरोड़ के रहने वाले चांदीराम, अनिल कुमार, कन्हैया, सरिता और सविता कोटकासिम और रेवाड़ी के अलग अलग सरकारी स्कूल में बतौर शिक्षक के पद पर कार्यरत थे हर रोज़ की भांति मंगलवार को भी ये सभी पाँचो शिक्षक एक कार में सवार होकर बहरोड़ से रेवाड़ी आ रहे थे बताया जा रहा है की इनकी कार ओवर स्पीड में थी अचानक कार का टायर फट गया जिस कारण कार पलट गयी। इस हादसे में चांदीराम और अनिल की मौत हो गयी जबकि महिला सरिता और सविता व कन्हैया घायल हो गए जिन्हे प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी। फ़िलहाल पुलिस शवों का पोस्टमार्टम कराकर जाँच में जुटी है।


अवैध हथियारों की वायरल फोटो:बागपत

अवैध हथियारों के साथ युवक का फोटो वायरल,


गोपीचंद सैनी


बागपत। पुलिस की इतनी जद्दोजहद के बाद भी जनपद में अपराधिक गतिविधियां और अपराधिक इकाइयां बढ़ती जा रही है। जिसके चलते क्षेत्र में अवैध हथियारो का यह दृश्‍य स्‍पष्‍ट देखा जा सकता हैं बल्कि अपराधी स्वयं हथियारों को  दिखा रहे हैं। जिससे पुलिस की कार्रवाई पर प्रश्न चिन्ह अंकित हो जाता है। फिलहाल हैंड ग्रेनेड व असलहों की ख़ेप के साथ एक फोटो वायरल हो रहा है। जिसमें एक युवक हथियारों के साथ अपनी फोटो खींच रहा है। जिसमें कई देसी तमंचों के साथ भारी संख्या में कारतूस, पिस्टल और अत्याधुनिक हथियार नजर आ रहे हैं। युवक के पास और भी कई तरह के हथियार होने की संभावना से मना नहीं किया जा सकता है।हो सकता है,युवक अवैध हथियारों की तस्करी करता हैं अथवा निर्माण करता हैं। पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है।


स्वतंत्रता दिवस:मुशायरा-कवि सम्मेलन

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मुशायरा एवं कवि सम्मेलन -
लखनऊ। जिलाधिकारी श्री कौशल राज शर्मा ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 14 अगस्त को यशपाल सभागार हिन्दी संस्थान हजरतगंज, लखनऊ में सायंकाल 04ः00 बजे से सांय 08ः00 बजे तक कवि सम्मेलन एवं मुशायरे का आयोजन किया जायेगा।
इस अवसर पर मुशायरे एवं कवि सम्मेलन में भाग लेने वाले एवं सम्मानित किये जाने वाले शायरों एवं कवियों की सूची-
शायरों के नाम- श्री हसन काजमी, श्री सुहैल काकोरवी।
कवियों के नाम- सुश्री प्रियंका राय ”ओमनान्दनी”, श्री द्विवेश द्विवेदी ”द्वेवेश”।
विशेष सम्मान-  श्री सै0 विकार रिजवी वरिष्ठ पत्रकार अवधनामा।
अन्य सम्मानित शायर/कवियों के नाम- श्री रंगनाथ मिश्र ”सत्य”, चरन सिंह ”बशर”, रफत शाहिदा सिद्दीकी, मनीष शुक्ला, मो0 अली0 ”साहिल”, डा0 हारून रशीद, मुकुलज महान, डा0 शिव मंगल सिंह ”मंगल”, वारिस अली ”वाहिद”, शकील गयावी, सुहेल काकोरवी, हसन काजमी, सुश्री प्रियंका ”ओमनन्दनी”, श्री देवेश द्विवेदी ”देवेश”, सै0 वकार रिजवी, डा0 सुल्तान शाकिर हाशमी।
उप नियंत्रक नागरिक सुरक्षा श्री जय राज तोमर ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में दिनांक 15 अगस्‍त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विगत वर्षों की भांति ध्वजारोहण के लिये नागरिक सुरक्षा के सभी 14 प्रखडों में हैण्ड सायरन ध्वनित किये जाना है। यह सायरन प्रातः 7ः59 बजे से 08ः00 बजे तक क्लियर ध्वनि में बजाये जायेंगे। उन्होने ने बताया कि सायरन ध्वनित करने का स्थान नक्खास चैराहा, गाड़ी अड्डा चैराहा सआदतगंज, पुलिस चैकी बाजार खाला, डी ब्लाक चैराहा राजाजी पुरम, लोक भवन/विधान सभा के सामने, अमीनाबाद तिराहा पोस्ट आॅफिस के सामने, आलमबाग चैराहा, पावर हाऊस चैराहा हिन्दनगर, गोल मार्केट चैराहा महानगर, कोठी उमराव हसनगंज, विकास नगर, पत्रकारपुरम चैराहा, मुंशी पुलिया चैराहा, फायर स्टेशन, छठामील चक्रपुरवा नगर बीकेटी है।
उन्होने बताया कि इन हैण्ड सायरनों को समय से बजवाने का दायित्व प्रखण्ड के डिवीजन वार्डेन का होगा। जो किसी जिम्मेदार वार्डेन को भेजकर दिनांक 14 अगस्‍त तक नागरिक सुरक्षा भण्डार से प्राप्त करेंगे तथा सम्बन्धित के नाम एवं मोबाइल नम्बर की सूचना प्रस्तुत करेंगे।


परिषदीय विद्यालयों में रीडिंग मेले:मैनपुरी

गुलज़ार शकील


बच्चे पढेंगे अपनी मनपसंद किताबें 
मैनपुरी। भोगांव बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ सवेंद्र विक्रम बहादुर ने आदेश पत्र जारी कर रीडिंग मेले के आयोजन हेतु दिशा निर्देश जारी किया है जिसके अन्तर्गत प्रदेश के समस्त जनपदों के परिषदीय विद्यालयों में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर रीडिंग मेले का आयोजन पूरी तैयरियों के साथ किया जाये बीते शैक्षिक सत्र में सभी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पुस्तकालय व्यवस्था हेतु क्रमशः 5000 और 10000 की धनराशि विद्यालय प्रबंधन समिति के खातों में प्रेषित की गई थी। जिसके अन्तर्गत सभी विद्यालयों में पुस्तकालय हेतु पुस्तकों को क्रय किया गया था। अब बेसिक शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर स्वतंत्रता दिवस पर रीडिंग मेले में बच्चों के मध्य एक मिनट में कहानी सुनाना, चित्रों के माध्यम से कहानी बनाना, अपनी मन पसंद पुस्तक पढ़ना, महापुरषो की जीवनी पढ़ कर सुनाना, कहानी पर नाटक मंचन आदि में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को प्रोत्साहन पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया जाएगा। 
इस बाबत जनपद में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दिशा निर्देश जारी कर सभी विद्यालयों में रीडिंग मेले के आयोजन हेतु आदेश जारी किया है।
जिसके अनुपालन में सभी विद्यालयों में स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पूर्व विद्यालयों में तैयरियां की गई।
प्राथमिक विद्यालय रजवाना पर प्रधानाध्यापक मोहम्मद इशरत अली ने बताया कि कल रीडिंग मेले के आयोजन हेतु छात्रों में बहुत उत्साह है वो एक सप्ताह से कहानियों कविताओं को सुनाने का अभ्यास कर रहे हैं इससे पहले कभी इस प्रकार का आयोजन कभी नही हुआ यह वास्तव में एक बहुत ही सफल प्रयोग होगा छात्रों को किताबों से जोडने में क्योंकि जब हम अपनी मनपसंद किताबों को पढ़ते हैं तो अधिक रुचि से पढ़ते हैं जिसके लिए हमें किसी की मदद की आवश्यकता नही रहती। कल की सभी व्यवस्थाये पूर्ण हो चुकी है अब बस कल मेले का इन्तज़ार है।


'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...