वलसाड। उमरगांव तहसील के तंबू गांव में घर बनाने के विवाद में बेटे की हत्या करने वाले पिता को कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई है। सुनवाई के दौरान डीजीपी अनिल त्रिपाठी की दलीलों को मान्य रखते हुए एडिशनल सेशंस जज एमआर शाह ने उम्र कैद की सजा सुनाई।
बेटा अपना घर बनाना चाहता था
जानकारी के अनुसार उमरगांव के नजदीक तुंब गांव के ढीमसा काकरिया में रहने वाला मोहम्मद वाहिद मोहम्मद सलीम सल्तानी सउदी अरब की अलकरियान कंपनी में ड्राइवर की नौकरी करता है। उसके पिता मोहम्मद सलीम लाडकिया घड़ी की दुकान चलाते थे। मोहम्मद सलीम लाडकिया को 6 बेटे और 3 बेटियां हैं। जिसमें खुर्शीद सबसे बड़ा था। खुर्शीद ने 20 साल सउदी अरब में नौकरी करने के बाद अपना घर बनाया था। मोहम्मद वाहिद ने पुराने घर की जगह नया घर बनाने का विरोध कर रहा था। इसके बावजूद बेटा घर बनाने की जिद पर अड़ा था। इसी बात को लेकर पिता ने कोइता से बेटे की हत्या कर दी थी। वाकया 9 दिसंबर 2014 का है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। कोर्ट में केस चलने के बाद सेशंस कोर्ट ने आरोपी को उम्र कैद और 5000 रुपए जुर्माना की सजा सुनाई है।
सुबह की नमाज अदा कर कुरान पढ़ रहा था
9 दिसंबर 2014 को परिवार के सभी सदस्य घर में गए। खुर्शीद और उसके छोटे भाई मोहम्मद वाहिद ने नमाज पढ़ी। पिता पलंग पर बैठा था। खुर्शीद नमाज अदा करने के बाद कुरान पढ़ रहा था, तभी पिता ने कोइता से हमला कर दिया। खुर्शीद की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।