सोमवार, 24 जून 2019

कैबिनेट में कंज्यूमर प्रोटक्शन बिल को मंजूरी

कैबिनेट की बैठक खत्म, कंज्यूमर प्रोटेक्शन बिल 2019 को मिली मंजूरी, हुए कई अहम फैसले


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक हुई। इस बैठक में कई अहम फैसले हुए। कैबिनेट कंज्यूमर प्रोटेक्शन बिल 2019 को मंजूरी दे दी। ये बिल अगले हफ्ते संसद में पेश हो सकता है। इस विधेयक में कंज्यूमर के हितों की रक्षा करने के लिए नए प्रावधान अंतरराष्ट्रीय मानकों पर आधारित हैं।
वहीं इस कैबिनेट बैठक में मोटर व्हीकल अमेंडमेंट बिल को भी मंजूरी दे दी गई है। इसके अलावा चीनी का 20 लाख टन बफर स्टॉक बनाने के लिए कैबिनेट नोट जारी कर दिया गया है।
सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक केंद्रीय कैबिनेट ने आज कंज्यूमर प्रोटेक्शन बिल 2019 को मंजूरी दे दी है। इस विधेयक में कंज्यूमर के हितों की रक्षा करने के लिए नए प्रावधान अंतरराष्ट्रीय मानकों पर आधारित हैं। इसके अलावा इस कैबिनेट बैठक में मोटर व्हीकल अमेंडमेंट बिल को भी मंजूरी दी गई है।


ओवर रेट, सीज किया बीयर बार

डीएम वार रूम गौतम बुद्ध नगर डीएम बीएन सिंह के निर्देश पर आबकारी विभाग के अधिकारियों की बड़ी कार्यवाही, ओवर रेट बिक्री करने पर बीयर बार को किया गया सीज


 गौतमबुध नगर ! जनपद में सभी देशी-विदेशी मदिरा एवं बीयर बार शॉप पर निर्धारित मानकों के अनुसार बिक्री कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी बीएन सिंह के निर्देश पर जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह एवं उनके सहयोगी अधिकारियों द्वारा निरंतर रूप से सघन चेकिंग अभियान संचालित किया जा रहा है। इस क्रम में विगत दिवस देर शाम समय रात्रि 09.00 बजे माडल शाप कृष्णा अपरा प्लाजा अल्फा-1ग्रेटर नोएडा का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय बिक्रेता अंकित मूल्य से अधिक मूल्य पर बियर की बिक्री करता हुआ पाया गया। उक्त माडल शाप के अनुज्ञापन को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करते हुए सीज कर दिया गया है और दुकान के अनुज्ञापी से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्पष्टीकरण प्राप्त होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह जानकारी जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह के द्वारा दी गई है। उन्होंने जनपद के समस्त देशी-विदेशी मदिरा बियर बार शॉप के स्वामियों को स्पष्ट करते हुए कहा है कि सभी के द्वारा शासन की नीति के तहत देसी विदेशी मदिरा बियर आदि की बिक्री की जाए यदि कहीं पर भी ओवर रेट पाया जाएगा तो इसी प्रकार जिलाधिकारी के निर्देश पर कठोरतम कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।


राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी गौतम बुद्ध नगर।


चेयरमैन के खिलाफ लगाए नारे

 हाथरस ,सादाबाद सहपऊ । सहपऊ टाउन एरिया के सफाई कर्मचारियों ने किया धरना प्रदर्शन चेयरमैन के खिलाफ,  चेयरमैन मुर्दाबाद के लगाए नारे ! जिसमें सफाई कर्मचारी सभी सभासद जितेंद्र वर्मा और सभी सभासद मिले हुए है !सफाई कर्मचारियों के साथ उनका कहना है! हमें वेतन नहीं मिलता सफाई कर्मचारियों के साथ बदतमीजी गुंडागर्दी का व्यवहार किया जाता है! जिनके यहां पर रामा नाम का जो बाबू है !उसने एक सफाई कर्मचारी महिला के साथ बदतमीजी व गाली-गलौज की जिससे सफाई कर्मचारियों ने बहुत ज्यादा गुस्सा और रोष दिखाई दिया है !वहां पर सांसद जी के द्वारा भेजे गए उनके खास आदमी अशोक चौहान भी मौजूद थे! और उन्होंने सफाई कर्मचारी चेयरमैन साहब से बातचीत कर सभी सफाई कर्मचारियों को समझाया। 


अमित कुमार की रिपोर्ट 


पत्रकार की वेदना (विवेचना )

एक पत्रकार की वेदना उस की कलम से


मुझे ऐसा लगता है कि जिस तरह पुलिस वालों की छवि आम जनता की निगाह में बेईमान , लालची और पद और शक्ति का दुरूपयोग करने वाले लोगों की बन चुकी है , लगभग वैसी ही छवि पत्रकारों की भी बन गई है । इस छवि के कारण सच्चे और निष्ठावान पत्रकारों को भी लोग शक की निगाह से देखते हैं तो कोई ताज्जुब की बात नहीं है । जिस तरह कुछ पुलिसवाले रेहड़ी , ठेले वालों व ट्रक चालकों से सौ- दो सौ रूपये की उगाही करते देखे जाते हैं , वैसे ही कुछ पत्रकार भी लोगों से खबरें छापने के नाम पर उगाही करते मिल जाते हैं । मगर एक महत्वपूर्ण तथ्य की तरफ लोगों का कतईध्यान नहीं है । वह यह कि पुलिस वालों को पूरा वेतन मिलता है , जबकि 80 फीसदी पत्रकारों को किसी तरह का कोई वेतन व भत्ता नहीं मिलता । बड़े महानगरों में चंद बड़े मीडिया हाऊसिज में काम करने वाले बड़े व नामीगिरामी पत्रकारों , एंकरों , संपादकों व कुशल तकनीशियनों आदि को ही वेज बोर्ड की सिफारिशों के अनुरूप वेतन मिल पाता है । अधिकांश मीडिया हाऊसिज में पत्रकारों का खुलेआम शोषण होता है और उन्हें बस इतना ही वेतन मिल पाता है कि वे मुश्किल से एक बैडरूम का घर अफोर्ड कर पाते हैं । हकीकत यह है कि ज्यादातर पत्रकारों की हालत किसी भवन निर्माण मजदूर से बेहतर नहीं होती । जिला व तहसील स्तर के पत्रकारों की दयनीय हालत का तो आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते । इन्हें कोई वेतन नहीं मिलता । मीडिया हाऊसिज के प्रबंधक इन्हें यह अफाडेविट लेकर काम पर रखते हैं कि पत्रकारिता उनका पेशा नहीं है और वे महज शौकिया तौर पर ही पत्रकारिता करते हैं । इससे पत्रकार भविष्य में किसी तरह के वेतन व भत्ते क्लेम करने की स्थिति में नहीं रहता । मीडिया हाऊस इन पत्रकारों को विज्ञापन लाकर देने की शर्त पर खबरें भेजने की अथारिटी देते हैं । बेचारा पत्रकार परिवार का पेट पालने के लिए विज्ञापन बटोरने के लिए व्यापारियों ,कारखानेदारों , प्रशासनिक अधिकारियों व सत्ता प्रतिष्ठान से जुड़े नेताओं की ड्योढ़ी पर हाजिरी भरने में ही लगे रहते हैं । इन हालात में कोई भी व्यक्ति कब तक ईमानदार रह सकता है । प्रभावशाली लोग ही जनता का खून चूसते हैं और उनका शोषण करते हैं और इन्हीं लोगों के पास विज्ञापन देने की शक्ति हैं । ऐसे में बेचारा पत्रकार - माफिया , सत्ता , नौकरशाही और गुंडों के ताकतवर गठजोड़ से टकराव मोल ले कर अपने परिवार को मुसीबत के जाल में फंसाये या इनके आगे आत्मसमर्पण कर विज्ञापन की भीख प्राप्त कर परिवार की जिम्मेदारियों को पूरा करे । करोड़ों अरबों की डील करने वाले मीडिया हाऊसिज का तो समाज के ठेकेदार नोटिस तक नहीं लेते , लेकिन विषम परिस्थितियों में काम करके आप तक सूचनाएं पहुंचाने वाले गरीब पत्रकारों को हम गालियां देने और जी भर कर कोसने में अपनी शान समझते हैं । हम करोड़ों रूपये हड़पने वाले 'डकैत' मीडिया हाऊसिज पर भरोसा करते हैं और उनके गुणगान करते हैं जबकि अपने भूखे परिवार को रोटी खिलाने के लिए दिनरात सूचनाएं एकत्र करने वाले पत्रकारों को हम हेय दृष्टि से देखते हैं । इसमें दोष आम जनता का भी है । जब सच का साथ देने वाले पत्रकारों पर ताकतवर लोगों का कहर टूटता है तो हम में से कितने लोग सच्चे पत्रकारों का साथ देने के लिए खड़े होते हैं । मैंने खुद भुगता है कि बुरे दौर में कोई भी नागरिक पत्रकारों का साथ नहीं देता और उन्हें अपनी लड़ाई खुद ही लड़नी पड़ती है । लोग ऐसे जूझारू पत्रकारों की खिल्ली उड़ाते है तथा उसे बेवकूफ तक करार देते हैं । अगर गरीब व बेबस पत्रकारों को कहीं से थोड़ी सी सुविधा या राहत मिल जाती है तो बहुत से लोगों के पेट में ऐसे मरोड़े लगते हैं कि जैसे पत्रकारों ने देश लूट लिया हो । अरे पहले पत्रकारों की दशा तो देख लो, फिर उन पर सवाल उठाना । मैं अपने दो साल के पत्रकार जीवन में अनेकों बार जुल्मों का शिकार हुआ हूं , लेकिन कोई माई का लाल आज तक जुबानी दिलासा देने भी नहीं आया । मेरी वजह से मेरा परिवार न जाने कितनी परेशानियों से गुजरा है , मगर समाज का कोई भी व्यक्ति कभी साथ देने नहीं आया । अपने मुकदमे खुद झेलने पड़े हैं । सारी लड़ाईयां अकेले लड़नी पड़ी हैं । समाज के लोग तो बस गालियां देने , सवाल करने जरूर आ जाते हैं !


विद्यालय की गरिमा के विरुद्ध रिजल्ट

 


स्टॉप की लापरवाही के चलते सरकारी स्कूल का नाम हो रहा बदनाम
अलवर ! जिले के गोविन्दगढ़ क्षेत्र की ग्राम पंचायत दोंगड़ी के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय की कार्यशैली को देखकर ही लगाया जा सकता है। इस विद्यालय में 18 शिक्षकों का स्टॉफ है, जिसमें से मात्र सात विद्यार्थी ही पास हुए हैं। यहां अध्ययन करने वाली बेटियों का कहना है कि स्कूल में अधिकतर शिक्षक देरी से आते थे, जब उनको कक्षा में पढ़ाने के लिए बुलाने जाते थे तो वे हमें डांट कर भेज देते थे।सरकारी विद्यालयों में इस कदर भी लापरवाही हो सकती है ,इसका अंदाजा रा.आ.उ.मा.विद्यालय डोंगरी की कार्यशैली की देखकर लगाया जा सकता है!


दोंगड़ी के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय में महज 7 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। स्कूल में 26 में से 7 बच्चे पास तथा 19 बच्चे फेल हो गए। विद्यालय का परीक्षा परिणाम 25 प्रतिशत रहा है। कक्षा 10 में 19 विद्यार्थी फेल हो गए हैं जबकि स्कूल में कुल स्टॉफ की संख्या 18 है। यह स्कूल सभी सुविधाएं से सुसज्जित है।
इस विद्यालय में सर्वाधिक बच्चे गणित में फेल हुए हैं। सीनियर सेकंडरी विद्यालय में 12 कक्षा है। शिक्षकों की संख्या सोलह है और एक लिपिक तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मी हैं। इसके बावजूद भी परीक्षा परिणाम निराशाजनक रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय का परिणाम बेहद खराब रहा है। जिसका कारण विद्यालय स्टॉफ की लापरवाही है। विद्यालय स्टॉफ समय पर नहीं आता था और जल्दी चला जाता था।



इनका कहना है-
फज्जर खान, वार्ड पंच दोंगड़ी
स्कूल का स्टॉफ 2 घंटे देरी से आता था और जल्दी छुट्टी करके चला जाता था। इनका ध्यान पढ़ाने की तरफ कम था जिसके कारण ऐसा हुआ है। -
विद्यालय के प्रधानाध्यापक का रवैया तो बहुत ही खराब था। ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक को कई बार अवगत करवाया था लेकिन इन्होंने बच्चों के भविष्य की ओर नहीं देखते हुए विद्यालय पर कोई भी ध्यान नहीं दिया ओर कोई ध्यान ही नहीं दिया।


अमुल्लख सिंह वार्ड पंच
विद्यालय स्टाफ की लगातार हो रही लापरवाही से प्रधानाचार्य को अवगत भी कराया गया था लेकिन इस ओर कोई कार्यवाही नहीं की गई यदि इसी तरीके से लापरवाही चलती रही तो हमारे क्षेत्र के सभी बच्चों का भविष्य अंधकार की ओर जाता नजर आ रहा है
साथ ही शिक्षा विभाग प्रशासन से अपील कि- क्षेत्र के बच्चों के भविष्य के लिए अच्छे स्टाफ की व्यवस्था कराने की मांग की


सर हमें पढ़ाते नहीं थे। विद्यालय में आकर टाइम पास करते थे। कभी भी कक्षाओं पर ध्यान नही दिया गया, हम जब सर से क्लास में पढ़ाने के लिए कहते थे तो सर हमें डांटते थे। अधिकतर स्टाफ यहां देरी से आता था।


 संवाददाता
योगेंद्र द्विवेदी


ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने वसूले 3 लाख

एस पी ट्रैफिक बी बी चौरसिया ने ट्रैफिक पुलिस को साथ लेकर काटे कई लाख के चालान


ट्रैफिक इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिंह ने किए दो वाहन सीज


तस्लीम बेनकाब

मुजफ्फरनगर। पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक बी बी चौरसिया ने महावीर चौक पर ट्रैफिक इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिंह व ट्रैफिक पुलिस बल को साथ लेकर जबरदस्त वाहन चैकिंग अभियान चलाया जिससे वाहन स्वामियो में हड़कंप मचा शहर में ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ जिला ट्रैफिक पुलिस ने विशेष अभियान चला रखा है। इस अभियान के दौरान इंस्पेक्टर ट्रैफिक राजेश कुमार सिंह ने दो वहानों को सीज भी किया तथा करीब दो हजार रुपये के नगद चालान भी वसूले ओर ई चालान कर करीब तीन लाख रुपये के 100 चालान भी किए व ट्रिपल राइडिंग अन्य वाहनों के चालान काटे गए।


ट्रैफिक पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान के दौरान आज महावीर चौक पर ट्रैफिक पुलिस अधीक्षक बी बी चौरसिया ट्रैफिक पुलिस को साथ लेकर जबरदस्त तरीके से नाकेबंदी कर वाहनों की जांच पड़ताल की। जांच के दौरान 100 वाहनों को यातायात के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में चालान काटे गए। ट्रैफिक इंस्पेक्टर राजेश कुमार और एस आई राजीव कुमार के नेतृत्व में ट्रैफिक पुलिस की टीम ने वाहनों के चालान किए।


ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने वसूले 3 लाख

एस पी ट्रैफिक बी बी चौरसिया ने ट्रैफिक पुलिस को साथ लेकर काटे कई लाख के चालान


ट्रैफिक इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिंह ने किए दो वाहन सीज


तस्लीम बेनकाब

मुजफ्फरनगर। पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक बी बी चौरसिया ने महावीर चौक पर ट्रैफिक इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिंह व ट्रैफिक पुलिस बल को साथ लेकर जबरदस्त वाहन चैकिंग अभियान चलाया जिससे वाहन स्वामियो में हड़कंप मचा शहर में ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ जिला ट्रैफिक पुलिस ने विशेष अभियान चला रखा है। इस अभियान के दौरान इंस्पेक्टर ट्रैफिक राजेश कुमार सिंह ने दो वहानों को सीज भी किया तथा करीब दो हजार रुपये के नगद चालान भी वसूले ओर ई चालान कर करीब तीन लाख रुपये के 100 चालान भी किए व ट्रिपल राइडिंग अन्य वाहनों के चालान काटे गए।


ट्रैफिक पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान के दौरान आज महावीर चौक पर ट्रैफिक पुलिस अधीक्षक बी बी चौरसिया ट्रैफिक पुलिस को साथ लेकर जबरदस्त तरीके से नाकेबंदी कर वाहनों की जांच पड़ताल की। जांच के दौरान 100 वाहनों को यातायात के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में चालान काटे गए। ट्रैफिक इंस्पेक्टर राजेश कुमार और एस आई राजीव कुमार के नेतृत्व में ट्रैफिक पुलिस की टीम ने वाहनों के चालान किए।


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...