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रविवार, 30 जुलाई 2023

मासूम के मुंह से बिना ऑपरेशन के निकाला सिक्का

मासूम के मुंह से बिना ऑपरेशन के निकाला सिक्का 
नरेश राघानी 
करौली। राजस्थान के करौली जिले के हिंडौन सिटी सरकारी अस्पताल में एक सामान्य परिवार के लिए दूरबीन पद्धति कारगर साबित हुई है। समय रहते दूरबीन पद्धति के प्रयोग से एक परिवार के चिराग की जान लौट आई है। जानकारी के अनुसार शेखपुरा गांव का साढ़े 3 साल का एक बच्चा खेलते खेलते एक रुपए के सिक्के को मुंह से निगल गया। जब रात को बच्चे ने सोते वक्त उल्टी की तो उसके परिवार जनों ने सुबह तुरंत ही अपने बच्चे को राजकीय अस्पताल हिंडौन में भर्ती कराया था। जिसके बाद डॉक्टरों ने जांच के लिए एक्सरा किया तो उसमें निकल कर आया कि बच्चे के गले में 1 रुपए का सिक्का अटका हुआ है।
हिंडौन के राजकीय अस्पताल में कार्यरत डॉ मनीष अग्रवाल ने बताया कि बच्चे के गले में सिक्का मिलने के बाद सबसे पहले हमने दूरबीन की मदद से बच्चे के गले में सिक्के की लोकेशन कंफर्म की। जिसके बाद 4 डॉक्टरों की टीम और तीन चिकित्सा कर्मियों की मदद से समय के रहते दूरबीन पद्धति से ऑपरेशन के बिना ही बच्चे के गले से सिक्के को हाइपो फेरिंगों स्कोप के उपयोग से सिक्के को बाहर निकाला। सिक्के के गले से निकलने के बाद से अब बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है और अस्पताल में भर्ती है।
सिक्का फंसने का पहला मामला
वहीं, राजकीय सामान्य अस्पताल हिंडौन सिटी के पीएमओ डॉ पुष्पेंद्र गुप्ता ने बताया कि सरकारी अस्पताल में सिक्का फसने का ऐसा पहला मामला आया था। जिसे अस्पताल के डॉक्टरों ने बिना किसी ऑपरेशन के दूरबीन पद्धति से सफलतापूर्वक सही किया है। उन्होंने यह भी बताया कि प्राइवेट अस्पताल में इस तरह के ऑपरेशन में 20 से ₹25000 खर्च होते हैं। मगर सरकारी अस्पताल में यह सुविधा निशुल्क उपलब्ध है।
ऐसी स्थिति में इस तकनीक का करें प्रयोग
हिंडौन सिटी के राजकीय अस्पताल के ईएनटी रोग विशेषज्ञ डॉ. मनीष अग्रवाल बताते हैं कि अगर गलती से बच्चा सिक्का या फिर कोई ऐसी चीज गले में अटका लेता है तो तुरंत उसे आगे की तरफ झुकाना चाहिए। फिर बच्चे के सीने को एक हाथ से दबाना और दूसरे हाथ से पीठ को थपथपाना चाहिए। इस प्रक्रिया को एक दो बार दोहराने से गले में अटका सिक्का निकलने की संभावना रहती है। यदि सिक्का फिर भी बाहर नहीं आए तो तुरंत बच्चे को अस्पताल में ले जाना चाहिए।

सोमवार, 24 जुलाई 2023

धोखा: प्रेमी प्रेमिका फंदे पर लटके, प्रेमी भागा

धोखा: प्रेमी प्रेमिका फंदे पर लटके, प्रेमी भागा
नरेश राघानी 
बाड़मेर। जनपद में चार बच्चों की मां के सिर आशिकी का इस तरह का खुमार चढ़ गया कि वो एक 19 साल के प्रेमी से दिल लगा बैठी। अपने प्यार को परवान चढ़ता न देखकर दोनों एक साथ फंदे पर लटक गए, लेकिन इस मामले में ट्विस्ट तब आया, जब प्रेमी फंदे पर लटकने के बाद बचकर भाग गया।
हादसे के बाद पुलिस ने प्रेमी युवक को घर से हिरासत में लिया है। मामला बाड़मेर जिले के चौहटन थाना क्षेत्र के आगौर गांव का है। राजस्थान की सुसाइड कैपिटल बन चुके बाड़मेर में आए दिन आत्महत्या और सामूहिक आत्महत्याएं हो रही हैं। जिसमें यह नया मामला और जुड़ गया।
दरअसल 20 वर्षीय विवाहिता पूरा देवी पत्नी रूपाराम निवासी बामनोर शनिवार को अचानक घर से लापता हो गई। इसके बाद विवाहता के पति ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन 2 दिन बीत जाने के बाद उसका कोई सुराग नहीं मिला और रविवार देर शाम को ग्रामीणों से सूचना मिली कि एक खेजड़ी के पेड़ के नीचे महिला का शव फांसी के फंदे से लटक रहा है। सूचना के बाद परिवार के लोग मौके पर पहुंचे और देखा, तो पूरा देवी का शव फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला। घटना के बाद परिवार के लोगों ने चौहटन थाना पुलिस को घटना की जानकारी दी।
पेड़ पर लगे हुए थे दो फंदे
सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल की जांच की तो पुलिस को खेजड़ी के पेड़ पर दो फंदे लगे हुए मिले। जिसके बाद पुलिस ने पूछताछ की। चौहटन आगौर निवासी 19 वर्षीय युवक वीरमा राम पुत्र सुरताराम भील के साथ करीब एक वर्ष से विवाहिता महिला का प्रेम प्रसंग चलने की बात सामने आई। जिसके बाद पुलिस प्रेमी युवक के घर पहुंची, तो युवक ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने पीछा कर युवक को पकड़ लिया है।
विवाहिता का शव मोर्चरी में रखवाया
पुलिस ने विवाहिता के शव को कब्जे में लेकर चौहटन अस्पताल की मोर्चरी में रखवा कर पीहर पक्ष को सूचना दी है। सोमवार को पीहर पक्ष के लोगों के आने के बाद मृतका के शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा।

शनिवार, 22 जुलाई 2023

प्रदेश के कर्मचारियों के हित में फैसला: एचसी 

प्रदेश के कर्मचारियों के हित में फैसला: एचसी 

नरेश राघानी 

जयपुर। राजस्थान हाई कोर्ट ने प्रदेश के लाखों कर्मचारियों के हित में फैसला दिया है। अब 30 जून तक रिटायर्ड होने वाले कर्मचारियों को उनके पिछले एक साल की वेतन वृद्धि का लाभ दिया जाएगा। जस्टिस अनूप ढंढ की अदालत ने रामबाबू गुप्ता समेत 150 लोगों की याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा- सरकार को 30 जून तक रिटायर्ड होने वाले कर्मचारियों को सालाना वेतन वृद्धि का लाभ देना होगा।

दरअसल, अभी तक राज्य सरकार व इससे जुड़े बोर्ड व निगमों में 1 जुलाई को वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ दिया जाता है। इससे 30 जून व इससे पहले रिटायर्ड होने वाले कर्मचारियों को इसका लाभ नहीं मिलता था। जिसे रिटायर्ड कर्मचारियों ने हाई कोर्ट में चुनौती दी थी।

इस पर समर वैकेशन से पहले हाई कोर्ट ने सुनवाई पूरी करके फैसला सुरक्षित रख लिया था। शुक्रवार को जस्टिस अनूप ढंढ ने करीब 150 से ज्यादा याचिकाओं पर फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा- जिस कर्मचारी ने रिटायर होते वक्त उस साल में 6 माह से अधिक काम किया है। उसे उस साल की वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ देय होगा। सरकार की ओर से कोर्ट में कहा गया कि इस फैसले से सरकार पर करोड़ों रुपए का आर्थिक भार आएगा। इस दलील को कोर्ट ने नहीं माना।

याचिकाकर्ताओं तक सीमित होगा फैसला, लेकिन प्रभावित लाखों होंगे।

याचिकाकर्ताओं की ओर से पैरवी करने वाले वकील विज्ञान शाह व अन्य ने कहा- अदालत का यह फैसला याचिकाकर्ताओं तक ही सीमित होगा। इससे अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित प्रदेश के लाखों कर्मचारी होंगे। फैसले के बाद सरकार को याचिकाकर्ताओं को तो इसका लाभ देना ही होगा। साथ ही अन्य कर्मचारियों को लेकर भी सरकार को फैसला लेना होगा।

उन्होंने कहा, अगर सरकार ऐसा नहीं करेगी तो इस फैसले के आधार पर हर साल 30 जून तक रिटायर्ड होने वाले कर्मचारी कोर्ट का रुख करेंगे। इससे अदालत में लिटिगेशन बढ़ेगा।

पेंशन, ग्रेजुएटी, सेवानिवृत परिलाभों में मिलेगा फायदा।

इस फैसले के बाद 30 जून तक रिटायर होने वाले कर्मचारियों को सीधे-सीधे फायदा होगा। अभी तक रिटायर्ड होने पर कर्मचारियों को उनके वर्तमान वेतन पर ही सेवानिवृति का लाभ, पेंशन व ग्रेजुएटी का लाभ मिलता था। अब जब उन्हें वार्षिक वेतन वृद्धि मिलेगी। पेंशन व अन्य लाभों की गणना बढ़े हुए वेतन पर होगी। एक अनुमान के तहत इससे रिटायर्ड होने वाले कर्मचारियों को लाखों रुपए का फायदा होगा।

शुक्रवार, 21 जुलाई 2023

पति और तीन बच्चे छोड़ प्रेमी से शादी की

पति और तीन बच्चे छोड़ प्रेमी से शादी की   

नरेश राघानी   

जैसलमेर। एक महिला ने अपने पति और तीन बच्चों को छोड़कर अपने प्रेमी के संग दूसरी शादी कर ली। पिछले 2 साल से वह अपने प्रेमी के संपर्क में थी। पति ने दो बार उसे दूसरे व्यक्ति के साथ पकड़ा। लेकिन परिवार की बदनामी न हो इसलिए समझाइश कर उसे घर ले आया। दो महीने पहले घर से नकदी और गहने लेकर महिला फरार हो गई। पति ने पहले गुमशुदगी दर्ज करवाई और इसके बाद पता चला कि उसने अपने प्रेमी के साथ दूसरी शादी कर ली है।

इसकी रिपोर्ट लिखवाने के लिए पति को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस थाना और उच्चाधिकारियों के कई बार चक्कर लगाए। जब पुलिस ने नहीं सुनी तो न्यायालय की शरण ली। इस्तगासे के आधार पर अब मामला दर्ज हुआ है। मथानिया पुलिस थाने के तिंवरी कस्बे का यह मामला है। इस कस्बे के गवारिया बस्ती के रहने वाले एक व्यक्ति ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि मूल रूप से जैसलमेर जिले के पोकरण की रहने वाली एक महिला से उसकी शादी 2012 में हुई थी। जिससे उसके तीन बच्चे हैं। बच्चों की उम्र 10 साल, 8 साल और 6 साल है। काफी समय तक तो रिश्ते ठीक चले लेकिन 2 साल पहले उसकी पत्नी पोकरण के ही रहने वाले एक व्यक्ति के संपर्क में आई।

मंगलवार, 18 जुलाई 2023

फसल हुई बर्बाद तो किसान ने किया सुसाइड

फसल हुई बर्बाद तो किसान ने किया सुसाइड   

नरेश राघानी  

कोटा। नांता थाना क्षेत्र में डिप्रेशन में आकर एक किसान ने सुसाइड कर लिया। किसान ने तड़के मकान के गेट में फांसी लगा ली। परिजन उठे तो किसान फांसी पर लटका मिला। जिसे इलाज के लिए हॉस्पिटल लेकर आए। ड्यूटी डॉक्टर ने चैक कर मृत घोषित किया। राजाराम मीणा (50) बड़गांव का निवासी था। बताया जा रहा है कि फसल नहीं होने व कर्ज से परेशान था। शव को एमबीएस हॉस्पिटल की मोर्चरी में शिफ्ट करवाया है। मृतक के छोटे भाई ब्रजराम ने बताया- राजाराम के 4 बीघा जमीन है। जिस पर धान लगा रखा है। बारिश नहीं होने से फसल को पानी नहीं दे पा रहा था। पिछले साल भी ओलावृष्टि से फसल खराब हुई थी। दो साल पहले बेटी की शादी की थी। राजाराम पर करीब 5 लाख का कर्ज था। वो कई दिनों से गुमसुम रहते थे। डिप्रेशन में आकर उसने तड़के 4 बजे फांसी लगा ली। रात ढाई बजे तक राजाराम जग रहा था। बड़े बेटे ने उसे देखा था। राजाराम के दो बेटे है,दोनों ही पढ़ाई करते है।

शनिवार, 15 जुलाई 2023

मोदी लाएंगे गहलोत की फ्री-स्कीम्स की काट

मोदी लाएंगे गहलोत की फ्री-स्कीम्स की काट 

नरेश राघानी 

जयपुर। राजस्थान में दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को ही आगे करके भाजपा आगे बढ़ रही है। पिछले नौ माह में राजस्थान में सात सभाएं कर चुके मोदी की आठवीं बड़ी सभा 28 जुलाई को नागौर के खरनाल में होगी। पीएमओ ने इस कार्यक्रम को फाइनल कर दिया है। पहली बार खरनाल आ रहे मोदी वीर तेजाजी के मंदिर में पूजा करके जाट समाज को बड़ा मैसेज देंगे। तेजाजी मंदिर में दर्शन के बाद वे देशभर के 9 करोड़ किसानों के खातों में एक साथ 18 हजार करोड़ रुपए की सम्मान निधि ट्रांसफर करेंगे।

खरनाल में होने वाली सभा में भाजपा की ओर से करीब 3 लाख लोगों को जुटाने की तैयारी है। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने भास्कर को बताया कि यह कार्यक्रम कृषि मंत्रालय और फर्टिलाइजर मंत्रालय की ओर से आयोजित किया जाएगा। किसानों के खातों में सम्मान निधि ट्रांसफर करने के अलावा फर्टिलाइजर मंत्रालय की ‘पीएम प्रणाम’ स्कीम में किसानों के लिए किए गए नए प्रावधानों की भी प्रधानमंत्री घोषणा करेंगे। आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने वाले किसानों के लिए नई घोषणा संभव है। खरनाल में होने वाली मोदी की सभा में नागौर के आसपास के जिलों अजमेर, जयपुर, सीकर, चुरू, बीकानेर, जोधपुर और पाली से भी लोग जुटेंगे। नागौर सहित अन्य जिलों की करीब 25 से 30 विधानसभा सीटों पर इसका प्रभाव पड़ेगा।

गहलोत की स्कीमों के माहौल से भाजपा को टेंशन, यह उसी की काट

कांग्रेस सरकार की डायरेक्ट बेनिफिट स्कीम्स के जरिए सीएम अशोक गहलोत लगातार सार्वजनिक कार्यक्रमों में लाभार्थियों के खातों में सीधे पैसा भेजकर चुनाव से पहले माहौल बना रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने गैस सिलेंडर और सामाजिक पेंशन की राशि लाभार्थियों के खातों में सीधे ट्रांसफर की है। इन कार्यक्रमों के जरिए वे यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि उनकी सरकार लोगों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए किस तरह से काम कर रही है।

अब मोदी द्वारा किसान सम्मान निधि का पैसा सार्वजनिक कार्यक्रम में राजस्थान आकर जारी करने की कवायद गहलोत की स्कीम्स के माहौल को कम करने की कोशिश माना जा रहा है। पिछले दिनों गहलोत सरकार ने जाटों को साधने के लिए वीर तेजाजी के नाम से नए बोर्ड का भी गठन किया है।

भाजपा को टेंशन है कि कहीं जाटों का झुकाव कांग्रेस के पक्ष में न हो जाए, इसी की काट के लिए वीर तेजाजी के जन्मस्थान को मोदी की सभा और किसानों से जुड़े कार्यक्रम के लिए सिलेक्ट किया गया है।

नागौर-दौसा के लिए भाजपा की अलग रणनीति

नागौर और दौसा संसदीय सीट को राजस्थान में भाजपा सबसे कमजोर सीट मानकर अलग से प्लानिंग कर रही है। इन सीटों पर खास प्लानिंग के लिए केंद्रीय मंत्री संजीव बालयान को छह माह पहले से जिम्मेदारी दी हुई है। गुर्जर-मीणा बहुल दौसा में मोदी पहले ही एक बड़ी सभा कर चुके हैं। साथ ही पूर्वी राजस्थान के समीकरण साधने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत भाजपा के बड़े नेताओं के लगातार दौरे हो रहे हैं। अब जाट बहुल नागौर को जीतने के लिए भाजपा ने समाज के आराध्य लोक देवता वीर तेजाजी की जन्मस्थली खरनाल को मोदी की सभा के लिए चुना है। मोदी खरनाल में पहली बार सभा करने आ रहे हैं। पिछली बार नागौर सीट भाजपा ने हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को गठबंधन में खाली छोड़ी थी। रालोपा से गठबंधन टूटने के बाद भाजपा नागौर सीट को अपने दम पर जीतने की रणनीति बना रही है।

2013 में भाजपा ने नागौर की 10 विधानसभा सीटों में से नौ सीटें जीती थीं जबकि 2018 के चुनाव में उसे सिर्फ दो ही सीटों पर संतोष करना पड़ा। इस लिहाज से भाजपा के लिए नागौर विधानसभा और लोकसभा दोनों चुनावों के लिए चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।

जातीय समीकरण साध रहे मोदी

चुनावी रण को जीतने के लिए जातियों को साधने में जुटे मोदी अब किसानों खासकर जाट समाज को साधने के लिए राजस्थान आ रहे हैं। अब तक राजस्थान में हुई सभाओं के लिए चिन्हित स्थानों पर गौर करें ताे मोदी ने गुर्जर-मीणा-आदिवासी और एससी बेल्ट को फोकस किया है। गुर्जरों को साधने के लिए मोदी की भीलवाड़ा के आसींद में सभा हुई, उसके बाद गुर्जर-मीणा बहुल दौसा, आदिवासी बहुलता वाले बांसवाड़ा, अजमेर और सिरोही में सभाएं कर चुके हैं। जाट समाज को साधने के लिए अब मोदी का नागौर दौरा तय किया गया है। 8 जुलाई को एससी के लिए रिजर्व बीकानेर लोकसभा सीट पर हुई मोदी की सभा के बाद इस माह राजस्थान में यह उनका दूसरा दौरा होगा।

श्वास व दमे की बीमारी के साथ पैदा होते बच्चे 

श्वास व दमे की बीमारी के साथ पैदा होते बच्चे 

नरेश राघानी 

बीकानेर। शहर में बड़े पैमाने पर पनप चुके वस्त्रों की रंगाई, छपाई और धूलाई का अवैध कारोबार आमजन के लिये विकराल समस्या बन गया है । रिहायशी इलाकों में पनपे इस कारोबार के कारण प्रदूषण का खतरा भी चरम पहुंच गया है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि रसायनिक रंगों से फैल रहे प्रदूषण के कारण प्रभावित इलाकों के बच्चे श्वास और दमें की सौगात लेकर पैदा हो रहे है। मगर बीकानेर जिला प्रशासन, राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल और नगर निगम प्रशासन यहां वस्त्र रंगाई कारखानों से हो रहे प्रदूषण की रोकथाम में नाकाम बने हुए है। हैरानी की बात तो यह है कि बीकानेर के सिस्टम के जिम्मेदार अफसरों को इसकी जानकारी तक नहीं है बीकानेर शहर में वस्त्रों की रंगाई,छपाई और धूलाई के अवैध कारखानें कहां-कहां चल रहे है। इस मामले की पड़ताल में सामने आया है कि शहर में लालगुफा क्षेत्र, जैन पब्लिक स्कूल के पीछे, गोपेश्वर बस्ती समेत आस पास के रिहायशी इलाकों में सैंकड़ो की तादाद में वस्त्र रंगाई के अवैध कारखाने चल रहे है। जहां घातक कैमिकल रंगों से कपड़ो की रंगाई के बाद हजारों गैलन प्रदूषित पानी नाले-नालियों और खुले में बहा दिया जाता है। इतना ही इनमें से एक भी कारखाना संचालक ने राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल से एनओसी भी नहीं ले रखी है। इन कारखानों के आस पास का माहौल इस कदर प्रदूषित रहता है कि सांस लेना भी दूभर हो जाता है। प्रदूषित माहौल में रहने के कारण इन रिहायशी इलाकों के लोग कई तरह की बीमारियों से ग्रस्त होने लगे है।

-चल रहे है सौ से ज्यादा कारखानें

जानकारी के अनुसार पूरी तरह अवैध चल रहे इन कारखानों में वस्त्र धुपाई, रंगाई के बाद दूषित पानी नाले नालियों और कई जगहों पर खुले में बहा देते है। इन कारखानों के कैमिकल युक्त पानी से जल व जमीन दोनों प्रदूषित हो रहे है। बताया जाता है कि पांच साल पहले तक शहर में गिनती के ऐसे कारखाने थे बीते तीन सालों के अंतराल में अवैध रंगाई,छपाई और धूलाई के इन कारखानों की तादाद सौ के पार हो गई है । इनमें महिलाओं के साथ नाबालिग उम्र के बच्चे भी जोखिम का काम कर रहे है। लेकिन बालश्रम निरोधक की टीमें आज तक इन कारखानों मेें औच्चक निरीक्षण के लिये नहीं पहुंची। इन कारखानों से पीडि़त लोग कई बार जिला प्रशासन को शिकायतें दे चुके है लेकिन जिम्मेदार अफसरों ने शिकायतों का समाधान करना तो दूर इन कारनाखों की तरफ झाँक कर भी नहीं देखा।

-सालाना ढाई सौ करोड़ का कारोबार

वस्त्रों की रंगाई,छपाई और धूलाई से जुड़े इन कारखानों की कुण्डली खंगालने पर पता चला कि यह कारोबार को कोई छोटा मोटा नहीं बल्कि सालाना ढाई सौ करोड़ से ज्यादा कारोबार है। इन अवैध कारखानों में रंगे हुए वस्त्र पश्चिम बंगाल,गुजरात,मध्य प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक सप्लाई होते है।

शुक्रवार, 14 जुलाई 2023

दुष्कर्म: बुजुर्ग को आजीवन कारावास, जुर्माना

दुष्कर्म: बुजुर्ग को आजीवन कारावास, जुर्माना 

नरेश राघानी 

जयपुर। राजस्थान की एक पोक्सो अदालत ने कोटा जिले में पिछले दिसंबर में चार साल की नाबालिग लड़की से बलात्कार के आरोप में 72 वर्षीय व्यक्ति को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। 

अदालत ने झालावाड़ जिले के झालरापाटन क्षेत्र के निवासी दोषी गोपाल लाल कानी पर 20 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। लड़की के माता-पिता शुरू में शिकायत दर्ज कराने से झिझक रहे थे। लेकिन जब उन्हें अपनी बेटी को अस्पताल ले जाना पड़ा, तो डॉक्टर ने माता-पिता को शिकायत दर्ज करने के लिए मना लिया। शिकायत अपराध घटित होने के पांच दिन बाद 27 दिसंबर, 2022 को दर्ज की गई थी। 

 आरोपी को अगले दिन गिरफ्तार कर लिया गया और तब से वह न्यायिक हिरासत में है। मामले की त्वरित सुनवाई की गई और इस साल 27 फरवरी को आरोप पत्र दायर किया गया। पॉक्‍सो जज दीपक दुबे ने मां के साहस की सराहना करते हुए एक कविता लिखी और कहा, "तुम्हें सलाम है मां, अगर तुमने मेरा दर्द नहीं पढ़ा होता तो मुझे जिंदगी भर यह बोझ चुपचाप सहना पड़ता। अगर तुमने हिम्मत नहीं दिखाई होती तो मां कौन इस मासूम का दर्द सुना होता।"

छात्रसंघ चुनाव, दो गुटों में जमकर झड़प हुई

छात्रसंघ चुनाव, दो गुटों में जमकर झड़प हुई 

नरेश राघानी  

जोधपुर। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव की तारीख नजदीक आते ही चुनावी सरगर्मियां बढ़ने लगी है। यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र अपने अपने पक्ष के उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार कर रहे हैं। इस दौरान शुक्रवार को जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी के ओल्ड कैंपस में दो गुटों के बीच झड़प हो गई। इसके चलते यहां तनाव की स्थिति बन गई। मौके पर पुलिस और आरएसी के जवान तैनात किए गए। मारपीट के विरोध में एक पक्ष के छात्र नेता ओल्ड कैंपस के गेट पर ही धरने पर बैठ गए फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

आरोप है कि प्रचार के लिए समर्थक की पिटाई कर दी गई। इसकी सूचना मिलने के बाद उदय मंदिर थाना पुलिस मौके पर पहुंची वहीं तनाव की स्थिति को देखते हुए यह देश के जवान भी तैनात किए गए। वहीं दूसरे पक्ष के लोगों का आरोप है कि प्रचार के लिए आए छात्र नेताओं ने स्टूडेंट्स के साथ अभद्र भाषा काम में ली और हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट के साथ भी दुर्व्यवहार किया। प्रचार के दौरान इसी बात को लेकर छात्र नेताओं के समर्थक आपस में भिड़ गए। घटना के बाद एक पक्ष के छात्र नेता उनके समर्थक गेट पर ही बैठ कर धरना देने लगे। इसी बीच दूसरे पक्ष के लोगों से उनकी पुलिस के सामने फिर से गेट बंद करने को लेकर विवाद हो गया। हालांकि पुलिस ने बीच बचाव करते हुए मामला शांत करवाया। एक पक्ष के लोग मारपीट करने वालों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। इधर एक छात्र नेता और उनके समर्थक ओल्ड कैंपस में प्रवेश करने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया इस दौरान उनकी पुलिस से भी बहस हो गई।

बुधवार, 5 जुलाई 2023

राजस्थान: पेपर लीक हत्या के बराबर जुर्म  

राजस्थान: पेपर लीक हत्या के बराबर जुर्म  

पेपर लीक हत्या के बराबर जुर्म होगा,गहलोत का ऐलान

नरेश राघानी 

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार ने पेपर लीक माफिया की कमर तोड़ने की दिशा में आज बड़ा ऐलान किया है। राजस्थान में अब पेपर लीक में दोषी साबित होने वाले अपराधियों को उम्र कैद की सजा का प्रावधान किया जाएगा। सीएम गहलोत ने इस संबंध में इसी सत्र में बिल विधानसभा में पेश करने का ऐलान किया है। सीएम ने मुख्य सचिव को इस बाबत निर्देश जारी कर दिए हैं। अगर सबकुछ ठीक रहा तो राजस्थान देश का ऐसा पहला प्रदेश बन जायेगा जहां पेपर लीक को लेकर सख्त कानून होगा।

राजस्थान में अब पेपर लीक का अपराध हत्या के बराबर जुर्म माना जाएगा। गहलोत सरकार पेपर लीक माफिया की कमर तोड़ने के मकसद से विधानसभा के इसी सत्र में इसका बिल पेश करेगी। पेपर लीक में दोषी पाये जाने पर अपराधी को पूरी जिंदगी जेल में गुजारनी होगी। पेपर लीक के मामलों ने कई राज्यों की सरकारों की छवि धूमिल की है। इसने सरकारों के विकास कार्यों पर खूब पानी फेरा है। काबिल युवाओं की जगह ना काबिल लोगों ने नौकरियां हथिया कर पूरे सिस्टम को ठेंगा दिया।

सरकार ने इसे हत्या के बराबर जुर्म की संज्ञा दी है।

उसके बाद अब कहीं जाकर राजस्थान सरकार ने ऐसे मामलों से सबक सीखा है। पेपर लीक माफिया के खिलाफ जब बुलडोजर और संपति जब्त करने की कार्रवाई भी बेअसर साबित होती दिखी तो अब सरकार ने इसे हत्या के बराबर जुर्म की संज्ञा दी है। सरकार को उम्मीद है कि नकल और तिकड़म का खेल अब खत्म होगा। नकल कर अफसर और कर्मचारी बनने वाले न अच्छा समाज बना सकते और न ही समाज को सही दिशा दे सकते हैं।

रविवार, 2 जुलाई 2023

75 हजार श्रद्धालु और 2 एंबुलेंस 10 शौचालय

75 हजार श्रद्धालु और 2 एंबुलेंस 10 शौचालय 

5 जुलाई से शुरू होने वाली शिव पुराण कथा को सुनने के लिए 10 जुलाई को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी आएंगे। सीएम गहलोत भी आ सकते हैं।

प्रदीप मिश्रा की कथा की व्यवस्थाओं को लेकर चिंताएं। पास की मारा मारी। 

नरेश राघानी   

पुष्कर। हिन्दुओं के तीर्थ स्थल पुष्कर में पांच से ग्यारह जुलाई तक सुप्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा शिव पुराण का वाचन करेंगे। अनुमान है कि शिव पुराण सुनने के लिए 75 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन आएंगे। लेकिन इन श्रद्धालुओं और कथा के लिए जो इंतजाम किए जाने हैं वे पर्याप्त नहीं है। अब जब कथा शुरू होने में मात्र दो दिन शेष हैं। तब प्रशासन का कहना है कि एक फायर बिग्रेड, दो एंबुलेंस और 10 मोबाइल शौचालयों का इंतजाम कर लिया गया है। सवाल उठता है कि क्या इन व्यवस्थाओं से सात  दिनों तक 75 हजार श्रद्धालुओं को सुविधाएं उपलब्ध करवा दी जाएंगी। पुष्कर के एसडीएम निखिल कुमार पोद्दार का कहना है कि कथा का आयोजन निजी स्तर पर हो रहा है, इसलिए श्रद्धालुओं की अधिकांश व्यवस्थाएं आयोजकों को ही करनी है।

चूंकि कथा में श्रद्धालुओं की भीड़ रहेगी। इसलिए पुष्कर के भाजपा विधायक सुरेश रावत और आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ भी आयोजकों की भूमिका में शामिल हो गए हैं। पुष्कर के मेला मैदान पर होने वाली कथा के संबंध में विधायक रावत ने कहा कि उनकी पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट से बात हो गई है। इस कथा के लिए पुलिस की वैसी ही व्यवस्था होगी जैसी पुष्कर मेले के समय होती है। एसपी ने विधायक रावत को भरोसा दिलाया है कि कथा में कानून व्यवस्था के माकूल इंतजाम होंगे। कांग्रेस की ओर से आरटीडीसी के अध्यक्ष राठौड़ सक्रिय हैं इसलिए उन्होंने भी आयोजकों को भरोसा दिलाया है कि सभी इंतजाम कथा से पूर्व करवा दिए जाएंगे। जानकारों के अनुसार राठौड़ चाहते हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक दिन पुष्कर आकर कथा सुने। सूत्रों के अनुसार दस जुलाई को लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला का पुष्कर आना तय हो गया है।

पास को लेकर मारा-मारी...

पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के लिए पासेज की भी मारा-मारी है। जिस तरह से वीआईपी पास की मांग हो रही है, उसे देखते हुए आयोजकों ने पास का सिस्टम की समाप्त कर दिया है। आयोजकों की ओर से कहा गया है कि अब किसी को भी वीआईपी पास नहीं मिलेगा। अलबत्ता व्यवस्थाओं में लगे कार्यकर्ताओं को परिचय पत्र दिया जाएगा। इस कथा के मुख्य यज्ञमान अजमेर के कारोबारी अमित खंडेलवाल हैं। अपनी माता जी की इच्छा को पूरा करने के लिए अमित खंडेलवाल इस कथा को करवा रहे हैं।

चूंकि अमित वैश्य समाज से जुड़े हुए हैं, इसलिए वैश्य समाज भी सहयोग कर रहा है। लेकिन कथा की व्यवस्था को लेकर जो दबाव बना है, उससे अब अमित खंडेलवाल का परिवार भी परेशानी महसूस कर रहा है। पुष्कर नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष कमल पाठक ने भी दावा किया है कि कथा की व्यवस्थाएं सुचारू होंगी। वहीं ऐसे धार्मिक आयोजनों के जानकारों का मानना है कि इतनी बड़ी कथा के लिए जो व्यवस्थाएं की जानी है, वे नहीं हो पा रही है। हालांकि आयोजकों ने अपनी ओर से वाटरप्रूफ पंडाल बनाया है और श्रद्धालुओं के लिए कूलर पंखे आदि भी लगाए गए हैं। इतना ही नहीं पांडाल के भर जाने के बाद बाहर एलईडी स्क्रीन लगाई जा रही है ताकि श्रद्धालु कथा सुन सके।

23 को अग्रवाल समाज करेगा शक्ति प्रदर्शन

23 को अग्रवाल समाज करेगा शक्ति प्रदर्शन

राजस्थान में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अब 23 जुलाई को अग्रवाल समाज भी करेगा शक्ति प्रदर्शन। 

प्रदेश में 200 में से मात्र चार विधायक हैं। सांसद एक भी नहीं। भाजपा कांग्रेस संगठन में भी प्रतिनिधित्व बेहद कम। जबकि 50 लाख की आबादी है। 

नरेश राघानी   

जयपुर। राजस्थान में अग्रवाल समाज की आबादी पचास लाख से ज्यादा की है, लेकिन प्रदेश में 200 में से मात्र चार विधायक है। भाजपा और कांग्रेस का तो मात्र एक एक विधायक ही है। प्रदेश के धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक आदि आयोजनों में आर्थिक दृष्टि से अग्रवाल समाज की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

लेकिन राजनीति में अग्रवाल समाज को पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं मिलता है। राजनीति में प्रतिनिधित्व मिले इसके लिए ही 23 जुलाई को जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में अग्रवाल समाज भी शक्ति प्रदर्शन कर रहा है। अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण गर्ग और प्रदेश अध्यक्ष गिरीश गर्ग व केके गुप्ता का प्रयास है कि 23 जुलाई के सम्मेलन में राजस्थान के अग्रवाल परिवार का एक व्यक्ति अवश्य भाग ले। इसके लिए जिला स्तर पर अग्रवाल समाज के सभी संगठनों को एकजुट किया जा रहा है। गिरीश गर्ग और केके गुप्ता का मानना है कि जब तक अग्रवाल समाज अपनी ताकत का प्रदर्शन नहीं करेगा, तब तक राजनीति में प्रतिनिधित्व नहीं मिलेगा। कई जातियां अपने दम खम की वजह से राजनीति में दबदबा बनाए हुए हैं। अग्रवाल सम्मेलन के पदाधिकारियों ने 23 जुलाई के सम्मेलन में सभी अग्रवाल बंधुओं से भाग लेने की अपील की है

अजमेर में बैठक:

23 जुलाई के शक्ति प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए अजमेर में दो जुलाई को अग्रवाल समाज के प्रतिनिधियों की एक बैठक हुई। इस बैठक में निर्णय लिया गया कि अजमेर से 20 बसें जयपुर जाएंगी। इस बैठक में अशोक पंसारी, गिरधारी मंगल, गिरिराज अग्रवाल, रेणु मित्तल, शैलेंद्र अग्रवाल आदि उपस्थित रहे। 23 जुलाई को होने वाले सम्मेलन की और अधिक जानकारी 9414280962 पर शैलेंद्र अग्रवाल से ली जा सकती है।

गुरुवार, 29 जून 2023

बकरीद: विशेष नमाज अदा, हिस्सा लिया 

बकरीद: विशेष नमाज अदा, हिस्सा लिया 

नरेश राघानी 

अजमेर। राजस्थान में ख्वाजा की नगरी अजमेर में आज कुर्बानी के पर्व ईद-उल-अजहा (बकरीद) पर केसरगंज स्थित ईदगाह पर सार्वजनिक विशेष नमाज अदा की गई, जिसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज ने हिस्सा लिया। इस मौके पर ख्वाजा साहब की दरगाह स्थित जन्नती दरवाजे को भी सुबह तड़के खोल दिया गया।

अजमेर में ईदगाह पर नमाजियों ने शहर काजी तौसिफ अहमद सिद्दकी की सदारद में नमाज अदा की। ईदुल अजाह पर्व पर नमाजी कतार बद्ध बैठे और परम्परागत तरीके से नमाज अदा की। अल्ला से दुआ कर अमन, चैन,खुशहाली की कामना की।

बाद में सभी ने परस्पर एकदूसरे को गले मिलकर बकरीद की मुबारक बाद दी। अब दिन में घरों पर कुर्बानी दी जायेगी । नमाज के दौरान जहां व्यवस्था के लिये प्रशानिक एवं पुलिस अधीकारी मौजूद रहे वहीं कांग्रेसियों , आप पार्टी , भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की ओर से भी मुस्लिम बिरादरी को मुबारकबाद दी गई।

अजमेर दरगाह शरीफ स्थित शाहजहानी मस्जिद, संदली मस्जिद, कचहरी मस्जिद, मस्जिद क्लाकटावर, सूफी मस्जिद सोमलपुर में भी ईदुलजुहा की नमाज अदा कर बड़ी संख्या में मुसलमानों ने अमन, शांति, सौहार्द के लिये दुआ की। दरगाह में जन्नती दरवाजे से आस्ताना शरीफ जाने के लिए अकीदतमंदों की लम्बी कतार लगी रही।

खास बात ये रही कि ईदुल अजहा की नमाज के समय मौसम पूरीतरह साफ रहा, जिससे सभी ने राहत की सांस ली। अजमेर जिले के नसीराबाद, पीसांगन, ब्यावर, गगवाना , किशनगढ़ से भी ईद की नमाज अदा करने के समाचार है। नमाज अता करने के बाद अब दिनभर मुस्लिम परिवारों में कुर्बानी का दौर चलेगा। कुछ परिवार में मिठाई और मुबारकबाद के साथ "बकरीद" मनाई जाएगी।

बुधवार, 28 जून 2023

24 घंटे के भीतर दूसरे छात्र ने की आत्महत्या   

24 घंटे के भीतर दूसरे छात्र ने की आत्महत्या   

नरेश राघानी   

कोटा। राजस्थान के कोटा में 24 घंटे में दूसरे कोचिंग छात्र ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। देर रात जौनपुर उत्तर प्रदेश के रहने वाले छात्र ने सुसाइड किया। आदित्य के पास सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें लिखा- मैं अपनी मर्जी से जीवन खत्म कर रहा हूं। मेरी मौत के पीछे किसी का हाथ नहीं है।

विज्ञान नगर थाने के एसआई देवेश भारद्वाज ने बताया- बुधवार देर रात करीब साढ़े आठ बजे छात्र के सुसाइड की जानकारी मिली थी। वह करीब डेढ़ महीने पहले ही कोटा आया था। नीट की कोचिंग कर रहा था। विज्ञान नगर में एक मकान में पीजी में रह रहा था। कमरा तीसरी मंजिल पर था। रोज दूसरी मंजिल पर रहने वाले एक छात्र के साथ खाना खाने जाता था। मंगलवार रात को आठ बजे तक भी वह कमरे से बाहर नहीं आया। उसके दोस्त ने उसे कॉल किया, लेकिन उसने फोन पिक नहीं किया।

राजस्थान: 250 चार्जिंग स्टेशन होंगे स्थापित

राजस्थान: 250 चार्जिंग स्टेशन होंगे स्थापित

नरेश राघानी   

जयपुर। महंगे पेट्रोल और डीजल के चलते अब राजस्थान में इलेक्ट्रिक वाहनों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। लोगों का रूझान अब इलेक्ट्रिक व्हीकल की तरफ बढ़ने लगा है। इसमें फोर व्हीलर और टू व्हीलर दोनों शामिल हैं। बढ़ते EV वाहनों के कारण अब ज्यादा चार्जिंग स्टेशन की जरूरत पड़ने लगी है और उसका समाधान परिवहन मंत्रालय ने निकाल लिया है। राजस्थान में अब जल्द ही 250 फास्ट चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे।

राजस्थान में जुलाई 2021 में सिर्फ कुल 2 हजार 202 इलेक्ट्रिक वाहन खरीदे गए थे। जबकि उसी साल दिसंबर महीने में 3 हजार 866 वाहनों की खरीद हुई। जुलाई 2022 में इलेक्ट्रिक व्हीकल बिक्री लगभग दोगुनी हो गई थी। राजस्थान में कुल 6 हजार 698 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे गए। अब 2023 में ये संख्या तीन गुणा पहुंच चुकी है। यानि सिर्फ तीन साल में EV वाहनों में जबरदस्त इजाफा हुआ है। अब चूंकि EV वाहनों की गिनती बढ़ रही है तो उसके अनुपात में चार्जिंग स्टेशनों की भी जरूरत पड़ने लग गई है।

रील कंपनी को दिया गया है ऑफर

कम चार्जिंग स्टेशन होने के कारण वाहनों की भीड़ लगेगी। वाहनों को चार्ज होने में वक्त भी लगता है। लिहाजा परिवहन मंत्रालय ने इसके लिए रील नाम की कंपनी को ऑफर दिया है। इससे अनुबंध लगभग फाइनल है। अनुबंध में तय किया गया है कि रील पूरे प्रदेश में 250 चार्जिंग स्टेशन लगाएगी। सबसे ज्यादा राजधानी जयपुर में ये स्टेशन लगाए जाएंगे। हालांकि अभी ये तय नहीं हुआ है कि कौनसे जिले में कितने स्टेशन लगाए जाएंगे। लेकिन जल्द ही ये आंकड़ा भी सामने आ जाएगा।

कर्नाटक में देश में सबसे ज्यादा ईवी चार्जिंग स्टेशन हैं

परिवहन आयुक्त केएल स्वामी ने एक कमेटी गठित की है। यह कमेटी हर जिले में वाहनों की संख्या के हिसाब से चार्जिंग स्टेशन की रिपोर्ट तैयार करेगी। नए चार्जिंग स्टेशन महज 1 घंटे में 80 फीसदी तक इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज कर सकते हैं। फिलहाल भारतभर में कर्नाटक में देश में सबसे अधिक ईवी चार्जिंग स्टेशन हैं। उनकी संख्या 774 है। इसके बाद महाराष्ट्र में 660, दिल्ली में 539 और तमिलनाडु में 442 स्टेशन हैं।

चार्जिंग स्टेशनों की संख्या में और भी इजाफा होगा

राजस्थान में भी अब EV के आंकड़े बढ़ने लगे हैं। आने वाले समय में चार्जिंग स्टेशनों की संख्या में और भी इजाफा होगा। अब वो लोग भी EV खरीद सकते हैं जो इस पशोपेश में थे कि वाहन को चार्ज कहां करवाएंगे। अब जल्द ही सभी जिलों में चार्जिंग प्वांइट आसानी से मिल सकेंगे। ईवी वाहन चालकों को भी बड़ी बेसब्री से इनका इतंजार था। अब जल्द ही उनका यें इंतजार खत्म होने वाला है।

मंगलवार, 27 जून 2023

डेंगू व मलेरिया के हाई रिस्क, टीमें भेजने के निर्देश

डेंगू व मलेरिया के हाई रिस्क, टीमें भेजने के निर्देश

नरेश राघानी   

जयपुर। राजस्‍थान में गर्मी के दौर के बीच डेंगू और मलेरिया जैसी मौसमी बीमारियां का “डंक” सताने लगा है। इस बीच, अतिरिक्‍त मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) शुभ्रा सिंह ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेशभर में मौसमी बीमारियों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।

वीसी में सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं अन्य जिला स्तरीय अधिकारी शामिल हुए। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने जुलाई माह को एन्टी डेंगू माह के रूप में मनाये जाने के निर्देश प्रदान दिए।

सोमवार, 26 जून 2023

विधानसभा चुनाव की तैयारी में आरटीआई डिपार्टमेंट

विधानसभा चुनाव की तैयारी में आरटीआई डिपार्टमेंट

नरेश राघानी  

जयपुर। राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में संपन्न हुआ भारतीय युवा कांग्रेस आरटीआई डिपार्टमेंट का प्रदेश स्तरीय सम्मेलन किया गया।

राजस्थान प्रदेश युवा कांग्रेस आरटीआई विभाग द्वारा आज नोहर हनुमानगढ़ में बीकानेर संभाग स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य रुप से भारतीय युवा कांग्रेस आईटी विभाग की राष्ट्रीय चेयरमैन डॉक्टर अनिल कुमार राष्ट्रीय वाइस चेयरमैन आनंद मिश्रा नोहर के विधायक अमित अमित विभाग के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट अनुज रावल एवं राजस्थान युवा कांग्रेस के प्रदेश दिल्ली गेट यशवीर सूरत आदि पदाधिकारी उपस्थित थे। 

इस अवसर पर विभाग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आनंद मिश्रा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में एकजुट होकर पार्टी के सिंबल को जिताना है। विचारधारा की राजनीति करनी है ना कि परिवारवाद के इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए मोदी सरकार के द्वारा युवाओं के साथ धोखा किया है। 2  करोड़ युवाओं को प्रति वर्ष रोजगार देने का वादा करने वाली मोदी सरकार आज हर मुद्दे पर फेल है। इस अवसर पर विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन डॉक्टर अनिल कुमार मीणा ने केंद्र सरकार की नेशनल पाइपलाइन स्कीम की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने देश की विभिन्न संपत्तियों तो देश के करोड़ों करोड़ों लोगों की खून पसीने की कमाई से बनी थी। उनको निजी हाथों में देने का काम किया। ऐसी जनविरोधी सरकार को 2024 में देश की सत्ता से बाहर करने का काम इस देश का किसान और इस देश का नौजवान करें। 

अनुज रावल ने युवाओं को एकजुटता का पाठ पढ़ा कर आने वाले चुनाव में एक साथ काम करने का संदेश दिया विधायक अमित चाचा ने क्षेत्र में किए जा रहे, उनके द्वारा विकास कार्यों की जानकारी देते हुए पधारे हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद दिया तथा कहा कि भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन नोहर में किए जाने चाहिए। 

इस अवसर पर नोहर नगरपालिका के चेयरमैन मोनिका कठोतिया, कॉन्ग्रेस ओबीसी प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष श्रवण तंवर, राहुल यादव, राहुल व्यास, पटेल के जिला संयोजक हेमंत आर्य, सुनील शर्मा समेत अनेक पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहें।

बुधवार, 21 जून 2023

पहले ही तैयारी, विपदा से लोगों की सुरक्षा: सीएम 

पहले ही तैयारी, विपदा से लोगों की सुरक्षा: सीएम 

नरेश राघानी  

जयपुर। मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत बिपारजॉय चक्रवात से प्रभावित इलाकों के दो दिवसीय दौरे के तहत मंगलवार को दोपहर में बाड़मेर के चौहटन पहुंचे जहां उन्‍होंने कहा कि प्रभावितों को नियमों के तहत मुआवजा दिया जाएगा। उल्‍लेखनीय है कि बिपारजॉय चक्रवात के कारण राज्‍य के अनेक जिलों के निचले इलाके जलमग्‍न हो गए हैं। 


इस बीच मौसम विभाग ने मंगलवार को भी भरतपुर, धौलपुर, करौली जिलों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। गहलोत ने बाड़मेर के बारिश प्रभावित इलाकों के हवाई सर्वे के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम लगातार निगरानी कर रहे हैं। हमने पहले ही तैयारी कर रख थी ताकि कैसी भी विपदा आए, लोगों को तकलीफ नहीं हो। ’’ 

उन्‍होंने कहा कि प्रशासन ने प्रभावित जिलों में 15-17 हजार लोगों को पहले ही सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया। ‘‘ऐहतिया‍त के तौर पर सेना के दो कॉलम बुला लिए गए और राज्‍य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 17 टीमें व एनडीआरएफ की आठ टीमें लगाई गईं हैं। आपदा मित्र भी साथ लगे।’’ गहलोत ने कहा ‘‘पशुधन व मकान आदि को हुई हानि का एसडीआरएफ के नियमों के अनुसार जिला प्रशासन सर्वे कर रहा है। सबको मुआवजा दिया जाएगा।’’ 


उन्‍होंने कहा कि बारिश से बड़ी संख्‍या में बिजली के खंभे उखड़ गए हैं, 2000 बिजली ट्रांसफर खराब हो गए हैं, अनेक सड़कें टूट गई हैं। अधिकारियों के अनुसार, राजस्थान के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश संबंधी हादसों में सात लोगों की मौत हो गई और राहत बलों ने 265 लोगों को बचाया है। मुख्‍यमंत्री गहलोत अपने तय कार्यक्रम स्‍थगित कर मंगलवार को बाड़मेर पहुंचे। वे दो दिन के दौरे में मंगलवर को बाड़मेर, सिरोही व जालोर जिले तथा बुधवार को पाली व जोधपुर जिले में रहेंगे और प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। साथ ही वह प्रभावित लोगों से भी मिलेंगे।

नरेश राघानी  

जयपुर। मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत बिपारजॉय चक्रवात से प्रभावित इलाकों के दो दिवसीय दौरे के तहत मंगलवार को दोपहर में बाड़मेर के चौहटन पहुंचे जहां उन्‍होंने कहा कि प्रभावितों को नियमों के तहत मुआवजा दिया जाएगा। उल्‍लेखनीय है कि बिपारजॉय चक्रवात के कारण राज्‍य के अनेक जिलों के निचले इलाके जलमग्‍न हो गए हैं। 

इस बीच मौसम विभाग ने मंगलवार को भी भरतपुर, धौलपुर, करौली जिलों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। गहलोत ने बाड़मेर के बारिश प्रभावित इलाकों के हवाई सर्वे के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम लगातार निगरानी कर रहे हैं। हमने पहले ही तैयारी कर रख थी ताकि कैसी भी विपदा आए, लोगों को तकलीफ नहीं हो। ’’ 

उन्‍होंने कहा कि प्रशासन ने प्रभावित जिलों में 15-17 हजार लोगों को पहले ही सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया। ‘‘ऐहतिया‍त के तौर पर सेना के दो कॉलम बुला लिए गए और राज्‍य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 17 टीमें व एनडीआरएफ की आठ टीमें लगाई गईं हैं। आपदा मित्र भी साथ लगे।’’ गहलोत ने कहा ‘‘पशुधन व मकान आदि को हुई हानि का एसडीआरएफ के नियमों के अनुसार जिला प्रशासन सर्वे कर रहा है। सबको मुआवजा दिया जाएगा।’’ 

उन्‍होंने कहा कि बारिश से बड़ी संख्‍या में बिजली के खंभे उखड़ गए हैं, 2000 बिजली ट्रांसफर खराब हो गए हैं, अनेक सड़कें टूट गई हैं। अधिकारियों के अनुसार, राजस्थान के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश संबंधी हादसों में सात लोगों की मौत हो गई और राहत बलों ने 265 लोगों को बचाया है। मुख्‍यमंत्री गहलोत अपने तय कार्यक्रम स्‍थगित कर मंगलवार को बाड़मेर पहुंचे। वे दो दिन के दौरे में मंगलवर को बाड़मेर, सिरोही व जालोर जिले तथा बुधवार को पाली व जोधपुर जिले में रहेंगे और प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। साथ ही वह प्रभावित लोगों से भी मिलेंगे।

सोमवार, 19 जून 2023

चक्रवाती तूफान, 4 मासूम बच्चों की मौत

चक्रवाती तूफान, 4 मासूम बच्चों की मौत

नरेश राघानी 

बाड़मेर। राजस्थान में चक्रवाती तूफान से हालात बिगड़ गए है। बाड़मेर जिले में बिपरजॉय तूफान की वजह से हुई भारी बारिश के कारण जगह-जगह पानी का भर गया है। यही पानी अब जानलेवा हो गया है। जल भराव के कारण अब तक चार मासूम बच्चों की मौत हो चुकी है। उनके शव बरामद किए जा चुके हैं। वहीं एक अन्य व्यक्ति तालाब में लापता हो गया। उसकी तलाश की जा रही है। पुलिस प्रशासन और एसडीआरएफ तथा एनडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं। पुलिस प्रशासन ने लोगों से जलभराव वाले क्षेत्रों में नहीं जाने की अपील की है।

जानकारी के अनुसार बाड़मेर जिले के सेड़वा थाना इलाके के गंगासरा गांव में डूबने से दो चचेरे भाइयों की मौत हो गई। वहीं सिवाना के पादरली गांव में बकरियां चराने गए दो चचेरे भाइयों की तालाब में डूबने से मौत हो गई। समदड़ी थाना इलाके के राखी गांव के तालाब में दोस्तों के साथ नहाने उतरा एक युवक डूब गया। एनडीआरएफ और गोताखोर रविवार से लगातार उसे खोज रहे हैं। लेकिन उसका अभी तक पता नहीं चल पाया है।

गंगासरा गांव में हादसे के शिकार हुए बच्चों में कृपाल सिंह पुत्र दीप सिंह (8) और खेत सिंह पुत्र चैन सिंह (7) शामिल हैं। दोनों बारिश से गड्डे में जमा हुए पानी में डूब गए। इससे दोनों की मौत हो गई। सिवाना थाना थाना इलाके में हादसे के शिकार हुए बच्चों में पादरली गांव निवासी प्रकाश पुत्र चंद्रा राम (8) और राहुल पुत्र खेताराम भील (7) शामिल हैं। ये लोग बकरियां चराने गए हुए थे। वहां पानी में डूब गए।

रविवार, 18 जून 2023

रेगिस्तान में बाढ़ जैसे हालात पैदा, बिपरजाय

रेगिस्तान में बाढ़ जैसे हालात पैदा, बिपरजाय

नरेश राघानी 

जयपुर। गुजरात में तबाही मचाने के बाद बिपरजॉय तूफान राजस्थान के बाड़मेर में भी कहर बरपा रहा है। बाड़मेर ज़िले में चौहटन में अब तक सबसे ज़्यादा बारिश, 10 इंच तक बारिश हुई है। वहीं, जालोर के रानीवाड़ा में 4.3 इंच बारिश हो चुकी है। सबसे ज़्यादा बारिश जालोर बाड़मेर और सिरोही में हो रही है। यहां जल भराव और बाढ़ जैसे हालात देखने को मिल रहे हैं। 

एनडीआरएफ़ की टीम सिवान में तैनात हैं। बाड़मेर जिले के चौहटन इलाके में बीते 24 घंटों में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई है। लगातार बारिश होने से राजस्थान के रेगिस्तान में बाढ़ जैसे हालात बनते नजर आ रहे हैं। अरब सागर में उठे चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के असर से राजस्थान के कई इलाकों में भारी बारिश का दौर रविवार को भी जारी है। जालोर की रानीवाड़ा में सेना से मदद ली गयी है। तीनों ज़िले गुजरात से लगते हुए है।

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा  संदीप मिश्र  शाहजहांपुर। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि मौजूदा...