शनिवार, 15 जुलाई 2023

मोदी लाएंगे गहलोत की फ्री-स्कीम्स की काट

मोदी लाएंगे गहलोत की फ्री-स्कीम्स की काट 

नरेश राघानी 

जयपुर। राजस्थान में दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को ही आगे करके भाजपा आगे बढ़ रही है। पिछले नौ माह में राजस्थान में सात सभाएं कर चुके मोदी की आठवीं बड़ी सभा 28 जुलाई को नागौर के खरनाल में होगी। पीएमओ ने इस कार्यक्रम को फाइनल कर दिया है। पहली बार खरनाल आ रहे मोदी वीर तेजाजी के मंदिर में पूजा करके जाट समाज को बड़ा मैसेज देंगे। तेजाजी मंदिर में दर्शन के बाद वे देशभर के 9 करोड़ किसानों के खातों में एक साथ 18 हजार करोड़ रुपए की सम्मान निधि ट्रांसफर करेंगे।

खरनाल में होने वाली सभा में भाजपा की ओर से करीब 3 लाख लोगों को जुटाने की तैयारी है। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने भास्कर को बताया कि यह कार्यक्रम कृषि मंत्रालय और फर्टिलाइजर मंत्रालय की ओर से आयोजित किया जाएगा। किसानों के खातों में सम्मान निधि ट्रांसफर करने के अलावा फर्टिलाइजर मंत्रालय की ‘पीएम प्रणाम’ स्कीम में किसानों के लिए किए गए नए प्रावधानों की भी प्रधानमंत्री घोषणा करेंगे। आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने वाले किसानों के लिए नई घोषणा संभव है। खरनाल में होने वाली मोदी की सभा में नागौर के आसपास के जिलों अजमेर, जयपुर, सीकर, चुरू, बीकानेर, जोधपुर और पाली से भी लोग जुटेंगे। नागौर सहित अन्य जिलों की करीब 25 से 30 विधानसभा सीटों पर इसका प्रभाव पड़ेगा।

गहलोत की स्कीमों के माहौल से भाजपा को टेंशन, यह उसी की काट

कांग्रेस सरकार की डायरेक्ट बेनिफिट स्कीम्स के जरिए सीएम अशोक गहलोत लगातार सार्वजनिक कार्यक्रमों में लाभार्थियों के खातों में सीधे पैसा भेजकर चुनाव से पहले माहौल बना रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने गैस सिलेंडर और सामाजिक पेंशन की राशि लाभार्थियों के खातों में सीधे ट्रांसफर की है। इन कार्यक्रमों के जरिए वे यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि उनकी सरकार लोगों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए किस तरह से काम कर रही है।

अब मोदी द्वारा किसान सम्मान निधि का पैसा सार्वजनिक कार्यक्रम में राजस्थान आकर जारी करने की कवायद गहलोत की स्कीम्स के माहौल को कम करने की कोशिश माना जा रहा है। पिछले दिनों गहलोत सरकार ने जाटों को साधने के लिए वीर तेजाजी के नाम से नए बोर्ड का भी गठन किया है।

भाजपा को टेंशन है कि कहीं जाटों का झुकाव कांग्रेस के पक्ष में न हो जाए, इसी की काट के लिए वीर तेजाजी के जन्मस्थान को मोदी की सभा और किसानों से जुड़े कार्यक्रम के लिए सिलेक्ट किया गया है।

नागौर-दौसा के लिए भाजपा की अलग रणनीति

नागौर और दौसा संसदीय सीट को राजस्थान में भाजपा सबसे कमजोर सीट मानकर अलग से प्लानिंग कर रही है। इन सीटों पर खास प्लानिंग के लिए केंद्रीय मंत्री संजीव बालयान को छह माह पहले से जिम्मेदारी दी हुई है। गुर्जर-मीणा बहुल दौसा में मोदी पहले ही एक बड़ी सभा कर चुके हैं। साथ ही पूर्वी राजस्थान के समीकरण साधने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत भाजपा के बड़े नेताओं के लगातार दौरे हो रहे हैं। अब जाट बहुल नागौर को जीतने के लिए भाजपा ने समाज के आराध्य लोक देवता वीर तेजाजी की जन्मस्थली खरनाल को मोदी की सभा के लिए चुना है। मोदी खरनाल में पहली बार सभा करने आ रहे हैं। पिछली बार नागौर सीट भाजपा ने हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को गठबंधन में खाली छोड़ी थी। रालोपा से गठबंधन टूटने के बाद भाजपा नागौर सीट को अपने दम पर जीतने की रणनीति बना रही है।

2013 में भाजपा ने नागौर की 10 विधानसभा सीटों में से नौ सीटें जीती थीं जबकि 2018 के चुनाव में उसे सिर्फ दो ही सीटों पर संतोष करना पड़ा। इस लिहाज से भाजपा के लिए नागौर विधानसभा और लोकसभा दोनों चुनावों के लिए चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।

जातीय समीकरण साध रहे मोदी

चुनावी रण को जीतने के लिए जातियों को साधने में जुटे मोदी अब किसानों खासकर जाट समाज को साधने के लिए राजस्थान आ रहे हैं। अब तक राजस्थान में हुई सभाओं के लिए चिन्हित स्थानों पर गौर करें ताे मोदी ने गुर्जर-मीणा-आदिवासी और एससी बेल्ट को फोकस किया है। गुर्जरों को साधने के लिए मोदी की भीलवाड़ा के आसींद में सभा हुई, उसके बाद गुर्जर-मीणा बहुल दौसा, आदिवासी बहुलता वाले बांसवाड़ा, अजमेर और सिरोही में सभाएं कर चुके हैं। जाट समाज को साधने के लिए अब मोदी का नागौर दौरा तय किया गया है। 8 जुलाई को एससी के लिए रिजर्व बीकानेर लोकसभा सीट पर हुई मोदी की सभा के बाद इस माह राजस्थान में यह उनका दूसरा दौरा होगा।

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