टमाटर की खेती से करोड़पति बना किसान
कविता गर्ग
पुणे। आप लोगों ने लॉटरी से करोड़पति बनने वाले मामले तो कई सुने होंगे। लेकिन आपने कभी ये सुना है कि कोई शख्स किसी सब्जी से भी करोड़पति बन सकता है। महाराष्ट्र के एक किसान के साथ ऐसा ही हुआ है। बता दें एक किसान ने अपने खेतों में पसीना बहाकर टमाटर उगाया और उसे बेचकर आज वह करोड़पति बन गया। करोड़पति किसान की ये कहानी महाराष्ट्र के पाचघर की है। यहां पुणे और नगर जिले की सीमा पर स्थित एक छोटा सा गांव है जुन्नर। बता दें जून्नर को ग्रीन बेल्ट के रूप में जाना जाता है। राज्य में सबसे अधिक बांध इसी तालुक में हैं। और यही इस गांव के बदलाव का मुख्य कारण है।
बता दें जुन्नर में काली मिट्टी वाली जमीन है और पानी पूरे साल भर रहता है। इससे यहां प्याज और टमाटर की खेती मुमकिन हो जाती है। गांव में जहां देखो वहां टमाटर की खेती होती है। यही वजह है कि टमाटर ने यहां के कई लोगों की किस्मत बदल दी है। कुछ इसी तरह किसान तुकाराम गायकर परिवार की किस्मत बदल गई है। बता दें पाचघर के तुकाराम भागोजी गायकर के पास 18 एकड़ बागवानी भूमि है।
इसमें से 12 एकड़ पर वे अपने बेटे ईश्वर गायकर और बहू सोनाली की मदद से टमाटर की खेती करते हैं। उनकी यही भूमि आज सोना उगल रही है। बता दें गायकर के टमाटरों ने इलाके की 100 से अधिक महिलाओं को रोजगार दिया है। इस काम के लिए उनकी बहू सोनाली गायकर टमाटर के बगीचे की जुताई, कटाई, टोकरा भरना, छिड़काव आदि का प्रबंधन करती हैं, जबकि बेटा ईश्वर गायकर बिक्री प्रबंधन और वित्तीय योजना बना रहा है।
बता दें गायकर ने इस साल टमाटर की फसल से मालामाल हो गए हैं। उन्होंने पिछले महीने से आज तक 13 हजार टमाटर क्रेट की बिक्री से सव्वा करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है। शुक्रवार को गायकर परिवार को उनके टमाटर क्रेट के लिए 2100 रुपये (20 किलो क्रेट) की कीमत मिली। गायकर ने कुल 900 टमाटर की क्रेट बेची। जिससे एक ही दिन में उन्हें 18 लाख रुपये मिले। वहीं पिछले महीने उन्हें ग्रेड के आधार पर प्रति क्रेट 1000 से 2400 रुपये मिले थे। गायकर जैसे 10 से 12 किसान भी टमाटर बेचकर मालामाल हो गए हैं। वहीं बाजार समिति का एक महीने में 80 करोड़ का कारोबार हो गया है।
जुन्नर कृषि उपज बाजार समिति के नारायणगांव स्थित उप-मंडी में शुक्रवार को अच्छी गुणवत्ता वाले टमाटर के टोकरे (20 किलो ग्राम) के लिए टमाटर की उच्चतम कीमत 2500 रुपये यानी 125 रुपये प्रति किलोग्राम मिली। बता दें बाजार में बढ़ी कीमत के कारण कई टमाटर उत्पादक करोड़पति बन गए हैं। इतिहास में पहली बार ऐसी कीमत मिल रही है, इसलिए किसान बहुत खुश हैं। .आमतौर पर किसानी करना घाटे का सौदा ही समझा जाता है; फसल अच्छी आई तो कम दाम के चलते उसे रास्ते पर फेंकने की नौबत आती है। लेकिन पाचघर गांव का किसान तुकाराम गायकर ने टमाटर की ऐसी खेती की कि उसे लाल टमाटरों ने मालामाल कर दिया है।
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