पहले ही तैयारी, विपदा से लोगों की सुरक्षा: सीएम
नरेश राघानी
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बिपारजॉय चक्रवात से प्रभावित इलाकों के दो दिवसीय दौरे के तहत मंगलवार को दोपहर में बाड़मेर के चौहटन पहुंचे जहां उन्होंने कहा कि प्रभावितों को नियमों के तहत मुआवजा दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि बिपारजॉय चक्रवात के कारण राज्य के अनेक जिलों के निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं।
इस बीच मौसम विभाग ने मंगलवार को भी भरतपुर, धौलपुर, करौली जिलों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। गहलोत ने बाड़मेर के बारिश प्रभावित इलाकों के हवाई सर्वे के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम लगातार निगरानी कर रहे हैं। हमने पहले ही तैयारी कर रख थी ताकि कैसी भी विपदा आए, लोगों को तकलीफ नहीं हो। ’’
उन्होंने कहा कि प्रशासन ने प्रभावित जिलों में 15-17 हजार लोगों को पहले ही सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया। ‘‘ऐहतियात के तौर पर सेना के दो कॉलम बुला लिए गए और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 17 टीमें व एनडीआरएफ की आठ टीमें लगाई गईं हैं। आपदा मित्र भी साथ लगे।’’ गहलोत ने कहा ‘‘पशुधन व मकान आदि को हुई हानि का एसडीआरएफ के नियमों के अनुसार जिला प्रशासन सर्वे कर रहा है। सबको मुआवजा दिया जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि बारिश से बड़ी संख्या में बिजली के खंभे उखड़ गए हैं, 2000 बिजली ट्रांसफर खराब हो गए हैं, अनेक सड़कें टूट गई हैं। अधिकारियों के अनुसार, राजस्थान के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश संबंधी हादसों में सात लोगों की मौत हो गई और राहत बलों ने 265 लोगों को बचाया है। मुख्यमंत्री गहलोत अपने तय कार्यक्रम स्थगित कर मंगलवार को बाड़मेर पहुंचे। वे दो दिन के दौरे में मंगलवर को बाड़मेर, सिरोही व जालोर जिले तथा बुधवार को पाली व जोधपुर जिले में रहेंगे और प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। साथ ही वह प्रभावित लोगों से भी मिलेंगे।
नरेश राघानी
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बिपारजॉय चक्रवात से प्रभावित इलाकों के दो दिवसीय दौरे के तहत मंगलवार को दोपहर में बाड़मेर के चौहटन पहुंचे जहां उन्होंने कहा कि प्रभावितों को नियमों के तहत मुआवजा दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि बिपारजॉय चक्रवात के कारण राज्य के अनेक जिलों के निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं।
इस बीच मौसम विभाग ने मंगलवार को भी भरतपुर, धौलपुर, करौली जिलों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। गहलोत ने बाड़मेर के बारिश प्रभावित इलाकों के हवाई सर्वे के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम लगातार निगरानी कर रहे हैं। हमने पहले ही तैयारी कर रख थी ताकि कैसी भी विपदा आए, लोगों को तकलीफ नहीं हो। ’’
उन्होंने कहा कि प्रशासन ने प्रभावित जिलों में 15-17 हजार लोगों को पहले ही सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया। ‘‘ऐहतियात के तौर पर सेना के दो कॉलम बुला लिए गए और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 17 टीमें व एनडीआरएफ की आठ टीमें लगाई गईं हैं। आपदा मित्र भी साथ लगे।’’ गहलोत ने कहा ‘‘पशुधन व मकान आदि को हुई हानि का एसडीआरएफ के नियमों के अनुसार जिला प्रशासन सर्वे कर रहा है। सबको मुआवजा दिया जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि बारिश से बड़ी संख्या में बिजली के खंभे उखड़ गए हैं, 2000 बिजली ट्रांसफर खराब हो गए हैं, अनेक सड़कें टूट गई हैं। अधिकारियों के अनुसार, राजस्थान के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश संबंधी हादसों में सात लोगों की मौत हो गई और राहत बलों ने 265 लोगों को बचाया है। मुख्यमंत्री गहलोत अपने तय कार्यक्रम स्थगित कर मंगलवार को बाड़मेर पहुंचे। वे दो दिन के दौरे में मंगलवर को बाड़मेर, सिरोही व जालोर जिले तथा बुधवार को पाली व जोधपुर जिले में रहेंगे और प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। साथ ही वह प्रभावित लोगों से भी मिलेंगे।
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