बुधवार, 10 जनवरी 2024

‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू, स्थान की मंजूरी दी

‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू, स्थान की मंजूरी दी 

इकबाल अंसारी 
इंफाल। मणिपुर सरकार ने बुधवार को कांग्रेस की 14 जनवरी से प्रस्तावित ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को “सीमित संख्या में प्रतिभागियों के साथ” शुरू करने के लिये स्थान की मंजूरी दे दी। मणिपुर सरकार की तरफ से यह मंजूरी कांग्रेस द्वारा यहां हट्टा कांगजेइबुंग मैदान से यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए संपर्क करने के आठ दिन बाद मिली।
इंफाल ईस्ट जिले के जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा जारी आदेश में कहा गया, “किसी भी अप्रिय घटना और कानून-व्यवस्था में गड़बड़ी को रोकने के लिए 14 जनवरी को केवल सीमित संख्या में प्रतिभागियों के साथ यात्रा को हरी झंडी दिखाने की अनुमति दी गई है। प्रतिभागियों की संख्या और नाम इस कार्यालय को पहले ही उपलब्ध करा दिए जाएंगे ताकि यह कार्यालय सभी आवश्यक एहतियाती कदम उठाने में सक्षम हो सके।”
आदेश में आगे बताया गया कि इंफाल ईस्ट जिले के पुलिस अधीक्षक ने एक रिपोर्ट सौंपी है जिसमें कहा गया है कि कार्यक्रम स्थल पर भारत जोड़ो न्याय यात्रा के उद्घाटन समारोह के दौरान भारी भीड़ होने की उम्मीद है। राज्य में मौजूदा कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए, भारी भीड़ से कानून एवं व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है। इसमें कहा गया है, “इसके अलावा इंफाल ईस्ट जिले में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा भी लागू है।”

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-82, (वर्ष-11)

पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254

2. बृहस्पतिवार, जनवरी 11, 2024

3. शक-1945, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-पूर्णिमा, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:48, सूर्यास्त: 05:18।

5. न्‍यूनतम तापमान- 9 डी.सै., अधिकतम- 23+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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मंगलवार, 9 जनवरी 2024

राम मंदिर में सोने की परत का दरवाजा लगाया

राम मंदिर में सोने की परत का दरवाजा लगाया 

संदीप मिश्र 
अयोध्या। अयोध्या में राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां अंतिम दौर में चल रही हैं। राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। वहीं, राम मंदिर में सोने के दरवाजे लगाने का काम शुरू हो गया है। इसकी तस्वीरें सामने आई हैं। सोशल मीडिया पर आईं तस्वीरों में देख सकते हैं कि गेट नंबर 11 पर सोने की परत का दरवाजा लगाया गया है। जानकारी के मुताबिक, ऐसे 13 और दरवाजे लगाए जाएंगे।
इससे पहले राम मंदिर में मूर्तियों की स्थापना की जा रही है। अयोध्या से मवार जटायु की मूर्ति पहुंची है। जटायु की मूर्ति को राम मंदिर परिसर में स्थापित की जाएगी।  मूर्ति अयोध्या मंदिर में बने कुबेर टीला पर लगा दी गई है। जटायु की यह मूर्ति 20 फीट चौड़ी और 8 फीट ऊंची है। इसे बनाने में करीब 3 महीने का वक्त लगा था।
कैसी होगी रामलला की मूर्ति
मंदिर प्रशासन राम मंदिर को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सोमवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है। वीडियो रात में शूट किया गया है और मंदिर निर्माण के कार्यों को दर्शाया गया है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “प्रभु श्री रामलला सरकार का पवित्र गर्भगृह दुनिया भर के लाखों राम भक्तों के स्वागत के लिए अपनी पूरी भव्यता के साथ तैयार है।“
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मूर्ति के स्वरूप का खुलासा करते हुए कहा है कि जो मूर्ति श्री राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भ गृह में स्थापित होगी, वह श्यामल रंग की होगी। रामचरितमानस और बाल्मीकि रामायण में वर्णित राम के स्वरूप को ध्यान में रखते हुए राम मंदिर ट्रस्ट ने यह निर्णय लिया। कर्नाटक के पत्तों से बनी दो श्यामल पत्थरों में से एक मूर्ति श्री राम के गर्भ गृह मंदिर में स्थापित होगी और बाकी दोनों अलग-अलग स्थलों पर स्थापित की जाएगी। राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव ने मूर्ति को विस्तार से वर्णन किया, कहते हुए, 'इस मूर्ति में देवत्व यानि भगवान का अवतार है, विष्णु का अवतार है। यह एक राजा का बेटा होने के साथ-साथ राज पुत्र और देवत्व का संगम है।'
मूर्ति का विस्तार से वर्णन करते हुए चंपत राय ने कहा, 'यदि हम पैर की उंगली से लेकर आंख की भौत तक देखें, तो यह मूर्ति चार फीट, 3 इंच की प्रतिमा है, लगभग 51 इंच ऊँची है। इसमें थोड़ा मस्तक, मुकुट, और आभामंडल शामिल हैं।' चंपत राय ने बताया कि पूजा विधि 16 जनवरी से शुरू होगी, और मूर्ति गर्भ गृह में 18 तारीख को स्थापित की जाएगी। मूर्ति का शरीर लगभग डेढ़ टन का है और यह एकदम पत्थर से बनी है, श्यामल रंग की।
बता दें कि रामनगरी अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं  और अयोध्या के लोग अपने आराध्य को लेकर उत्साहित हैं। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में सन्यासी, राजनीति, खेल, बॉलीवुड, बिजनेस जगत की बड़ी-बड़ी हस्तियों को आमंत्रित किया गया है।

क्या हैं मंदिर की विशेषताएं

मंदिर परम्परागत नागर शैली में बनाया जा रहा है।
मंदिर की लंबाई (पूर्व से पश्चिम) 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट तथा ऊंचाई 161 फीट रहेगी।
मंदिर तीन मंजिला रहेगा। प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फीट रहेगी। मंदिर में कुल 392 खंभे व 44 द्वार होंगे।
मुख्य गर्भगृह में प्रभु श्रीराम का बालरूप (श्रीरामलला सरकार का विग्रह), तथा प्रथम तल पर श्रीराम दरबार होगा।
मंदिर में 5 मंडप होंगे। नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना मंडप व कीर्तन मंडप।
खंभों व दीवारों में देवी देवता तथा देवांगनाओं की मूर्तियां उकेरी जा रही हैं।
मंदिर में प्रवेश पूर्व दिशा से, 32 सीढ़ियां चढ़कर सिंहद्वार से होगा।
दिव्यांगजन एवं वृद्धों के लिए मंदिर में रैम्प व लिफ्ट की व्यवस्था रहेगी।
मंदिर के चारों ओर आयताकार परकोटा रहेगा। चारों दिशाओं में इसकी कुल लंबाई 732 मीटर तथा चौड़ाई 14 फीट होगी।
परकोटा के चारों कोनों पर सूर्यदेव, मां भगवती, गणपति व भगवान शिव को समर्पित चार मंदिरों का निर्माण होगा। उत्तरी भुजा में मां अन्नपूर्णा, व दक्षिणी भुजा में हनुमान जी का मंदिर रहेगा।
मंदिर के समीप पौराणिक काल का सीताकूप विद्यमान रहेगा।
मंदिर परिसर में प्रस्तावित अन्य मंदिर- महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषादराज, माता शबरी व ऋषिपत्नी देवी अहिल्या को समर्पित होंगे।
दक्षिण पश्चिमी भाग में नवरत्न कुबेर टीला पर भगवान शिव के प्राचीन मंदिर का जीर्णो‌द्धार किया गया है एवं तथा वहां जटायु प्रतिमा की स्थापना की गई है।
मंदिर में लोहे का प्रयोग नहीं होगा। धरती के ऊपर बिलकुल भी कंक्रीट नहीं है।
मंदिर के नीचे 14 मीटर मोटी रोलर कॉम्पेक्टेड कंक्रीट (RCC) बिछाई गई है। इसे कृत्रिम चट्टान का रूप दिया गया है।
मंदिर को धरती की नमी से बचाने के लिए 21 फीट ऊंची प्लिंथ ग्रेनाइट से बनाई गई है।
मंदिर परिसर में स्वतंत्र रूप से सीवर ट्रीटमेंट प्लांट, वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट, अग्निशमन के लिए जल व्यवस्था तथा स्वतंत्र पॉवर स्टेशन का निर्माण किया गया है, ताकि बाहरी संसाधनों पर न्यूनतम निर्भरता रहे।

संगीत के सरताज राशिद का 55 की आयु में निधन

संगीत के सरताज राशिद का 55 की आयु में निधन 

कविता गर्ग 
मुंबई। संगीत की दुनिया से एक दुखद समाचार निकलकर सामने आया है। इस समाचार के अनुसार संगीत की दुनिया के सरताज उस्ताद राशिद खान का आज निधन हो गया है। उस्ताद राशिद खान सिर्फ 55 साल के थे। निधन के बाद उनका पार्थिव शरीर कोलकाता के पियरलेस अस्पताल में शाम 6 बजे तक के लिए रखा गया है।

बीते दो महीनों से चल रहा था इलाज

दरअसल, उस्ताद राशिद खान की तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें 22 नवंबर को कोलकाता के पियरलेस अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था। वहीं आज इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। उस्ताद राशिद खान के पार्थिव शरीर को अस्पताल के बाद आज रात के लिए कोलकाता के पीस हेवन अस्पताल में रखा जाएगा। गायक का अंतिम संस्कार कल, 10 जनवरी को किया जाएगा।
बता दें कि, उस्ताद राशिद खान को साल 2022 में पद्मभूषण पुरस्कार से नवाजा गया था। उनके निधन की खबर सामने आते ही संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी गायक के निधन पर शोक व्यक्त किया है। ममता बनर्जी ने कहा कि उस्ताद राशिद खान के अंतिम संस्कार पर उन्हें बंदूकों से सलामी देकर विदा किया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर को रबींद्र सदन में रखा जाएगा। यहां उनके चाहनेवाले उस्ताद को अंतिम अलविदा कह पाएंगे।

आओगे जब तुम ओ साजना गाना हुआ था फेमस

उनके फेमस गानों में करीना कपूर और शाहिद कपूर की फिल्म ‘जब वी मेट’ का आओगे जब तुम ओ साजना गाना शामिल है। इसके अलावा उन्होंने फिल्म ‘किसना: द वॉरियर पोएट’ के गाने काहे उजाड़ी मोरी नींद, तोरे बिना मोहे चैन नहीं, फिल्म ‘मे नेम इज खान’ का अल्लाह ही रहम, फिल्म ‘शादी में जरूर आना’ का टु बनजा गली संग अन्य गानों को गाया था।

गाजियाबाद का नाम बदलने हेतु प्रस्ताव पास हुआ

गाजियाबाद का नाम बदलने हेतु प्रस्ताव पास हुआ 

अश्वनी उपाध्याय 
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश में नाम बदलने का सिलसिला जारी है। अब गाजियाबाद का भी नाम बदलने के लिए नगर निगम बोर्ड की बैठक में मंगलवार को प्रस्ताव पास हो गया। हरनंदी नगर, गजप्रस्थ और दूधेश्वर नगर नाम पर विचार हो सकता है।
बता दें कि गाजियाबाद नगर निगम की बैठक में नाम बदलने का प्रस्ताव पास होते ही सदन में जय श्री राम, वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे गूंजने लगे। गाजियाबाद का नाम बदलने के प्रस्ताव का कुछ ही पार्षदों ने विरोध किया। अब गाजियाबाद का नाम बदलने का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश सरकार को भेजा जाएगा।
बता दें कि यूपी में अब तक कई रेलवे स्टेशनों और जिलों के नाम बदले जा चुके हैं। राज्य के एक और महत्वपूर्ण जिले अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ़ करने की तैयारी की जा रही है। दरअसल, अलीगढ़ नगर निगम में बीते नवंबर के महीने में अलीगढ़ का नाम बदलने का प्रस्ताव लाया गया था। इस प्रस्ताव को नगर निगम ने पास कर दिया है।

ईरानी ने मुस्लिम पवित्र शहर मदीना का दौरा किया

ईरानी ने मुस्लिम पवित्र शहर मदीना का दौरा किया

सुनील श्रीवास्तव 
नई दिल्ली/रियाद। सऊदी अरब के मदीना शहर में एक अलग ही तरह का इतिहास बन गया। यहां भारत की मंत्री स्मृति ईरानी ने मुस्लिम पवित्र शहर मदीना का दौरा किया है। ऐसा पहली बार है, जब मदीना शहर में कोई गैर मुस्लिम भारतीय प्रतिनिधिमंडल पहुंचा है। अपने इस्‍लामिक कानूनों के लिए चर्चित सऊदी अरब में स्मृति ईरानी के पहुंचने को ऐतिहासिक माना जा रहा है। स्मृति ईरानी अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री हैं, उन्होंने प्रतितिधिमंडल के साथ मदीना शहर का दौरा किया और वहां यात्रियों के लिए की जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। इसे भारत की कूटनीति का अहम कदम माना जा रहा है।
एक आधिकारिक प्रवक्‍ता ने अपने बयान में कहा कि यह अपने आप में बहुत उल्‍लेखनीय और अप्रत्‍याशित घटनाक्रम था। मदीना में यह पहला गैर मुस्लिम प्रतिधिमंडल था जिसका इस पवित्र शहर में स्‍वागत किया गया। उन्‍होंने कहा कि यह भारत और सऊदी अरब के बीच बेहतरीन संबंधों को दर्शाता है। दरअसल, सऊदी अरब के प्रिंस ने मदीना शहर को गैर मुस्लिमों के लिए भी साल 2021 में खोला था।
दौरे के बाद स्मृति ईरानी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि ‘मैंने आज मदीना की ऐतिहासिक यात्रा की। इस्लाम के सबसे पवित्र शहरों में से एक में पैगंबर की मस्जिद अल मस्जिद अल नबवी, उहुद के पहाड़ और पहली इस्लामी मस्जिद कुबा की यात्रा शामिल है।’ उन्‍होंने कहा कि ‘इस दौरान इस्लाम को करीब से जानने का अवसर मिला।’ स्मृति के साथ विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन भी शामिल थे।
इससे पहले मंत्री स्मृति ईरानी ने सऊदी अरब के साथ इस साल हज यात्रा को लेकर द्विपक्षीय समझौता किया। इसके तहत अब भारतीय हज यात्रियों का कुल कोटा 1,75,025 तक पहुंच गया है। इसके अलावा स्‍मृति इरानी ने उमरा के लिए सऊदी अरब गए भारतीय लोगों के साथ मुलाकात की।
भारतीय मंत्री ने हजारों की तादाद में आने वाले भारतीय हज यात्रियों के लिए अच्‍छी सुविधाएं देने की प्रतिबद्धता जताई। इसके अलावा स्‍मृति इरानी अल बलाद जेद्दा गईं, जो यूनेस्‍को की विश्‍व विरासत सूची में शामिल है। सऊदी अरब ने मदीना में गैर मुस्लिम दल को जाने की अनुमति देकर अभूतपूर्व रवैया अपनाया।
मुस्लिम धर्म को मानने वाले करोड़ों लोगों की आस्था के केंद्र के रूप में दो सबसे पवित्र शहरों में मदीना शहर एक है। मदीना शहर सऊदी अरब के हेजाज इलाके में शामिल है। मदीना वह शहर है जहां पर पैगंबर मोहम्‍मद प्रवास किए थे। यही से इस्‍लामिक कैलेंडर की शुरुआत मानी जाती है। स्‍मृति ईरानी अल मस्जिद अल नबवी के बाहरी दीवारों के पास तक गईं। इसके बाद वह उहूद पर्वत को भी देखने गईं। उन्‍होंने कूबा मस्जिद को भी देखा।

470 सोलर पावर्ड स्ट्रीट लाइट्स लगाने का लक्ष्य

470 सोलर पावर्ड स्ट्रीट लाइट्स लगाने का लक्ष्य 

संदीप मिश्र 
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या जल्द ही एक और विश्व कीर्तिमान बनाने की ओर अग्रसर है। उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपीनेडा) जल्द ही यहां दुनिया की सबसे बड़ी सोलर पावर्ड स्ट्रीट लाइट्स लाइन परियोजना को पूरा करने की दिशा में तेजी से प्रयास कर रहा है। 
आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि इस परियोजना के तहत 10.15 किमी के स्ट्रेच में 470 सोलर पावर्ड स्ट्रीट लाइट्स लगाकर यूपीनेडा अयोध्या की गौरवगाथा में एक नया अध्याय जोड़ने जा रही है। फिलहाल, करीब 70 प्रतिशत कार्यों को पूर्ण कर लिया गया है और 22 जनवरी से पहले ही निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करके वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम कर लिया जाएगा।  इस संबंध में यूपीनेडा के परियोजना अधिकारी (अयोध्या) प्रवीण नाथ पाण्डेय ने बताया कि 22 जनवरी के पहले ही अयोध्या में लक्ष्मण घाट से लेकर गुप्तार घाट होते हुए निर्मली कुंड तक 10.2 किमी के स्ट्रेच में 470 सोलर स्ट्रीट लाइट्स लगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज किया जाएगा। 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है और शेष 30 प्रतिशत कार्य भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। परियोजना के अंतर्गत लक्ष्मण घाट से गुप्तार घाट तक 310 सोलर लाइट्स को इम्पैनल्ड करके रोलआउट कर दिया गया है। जबकि गुप्तारघाट से लेकर निर्मली कुंड तक 1.85 किमी के स्ट्रेच में 160 सोलर पावर्ड स्ट्रीट लाइटों को लगाने का कार्य जारी है। यह सभी सोलर पावर्ड स्ट्रीट लाइटें एलईडी बेस्ड हैं जो कि 4.4 वॉट पावर पर कार्य करती हैं तथा स्मार्ट टेक्नोलॉजी युक्त हैं। इनके इंस्टॉलेशन के जरिए लक्ष्मण घाट से लेकर निर्मली कुंड तक 10.2 किमी का स्ट्रेच दूधिया रोशनी से जगमगा उठेगा। Also Read - ठंड और कोहरे ने बच्चों की कर दी मौज-अब छुट्टी रहेगी इतने रोज योगी सरकार द्वारा सौर ऊर्जा चालित परियोजना के जरिए जिस विश्व रिकॉर्ड को तोड़ने की प्रक्रिया के तहत कार्य जारी है वह फिलहाल सऊरी अरब के मलहम के नाम दर्ज है। यहां वर्ष 2021 में 'लॉन्गेस्ट लाइन ऑफ द सोलर पावर्ड स्ट्रीट लाइट्स' के तौर पर गिनीज बुक में रिकॉर्ड कायम किया गया था। मलहम में 9.7 किमी स्ट्रेच में 468 सोलर पावर्ड लाइटें लगाकर वैश्विक कीर्तिमान स्थापित किया गया था, जबकि अब योगी सरकार के विजन अनुसार अयोध्या में 10.2 किमी स्ट्रेच में 470 सोलर पावर्ड लाइटें लगाकर इस रिकॉर्ड को ध्वस्त किया जाएगा। वर्ष 2023 में दीपावली के वक्त सरयू घाटों पर दीपोत्सव में अवध विश्वविद्यालय के 25000 वॉलेंटियरों ने मिलकर 22.23 लाख दीपक जलाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह बनाई थी। ऐसे में, 22 जनवरी को जब प्रभु रामलला का श्रीविग्रह भव्य रामजन्मभूमि मंदिर में सुशोभित होगा, ऐसे में एक बार फिर सूर्यवंश की गौरवगाथा को नया प्रतिमान देते हुए सोलर पावर्ड स्ट्रीट्स लाइट्स की सबसे लंबी श्रृंखला को अयोध्या में संचालित करके इस उपलब्धि को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अंकित किया जाएगा। इस विषय में स्थानीय प्रशासन व यूपीनेडा के अधिकारियों व गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के पदाधिकारियों के बीच भी संवाद की प्रक्रिया निरंतर जारी है।

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...